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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
रायपुर / शौर्यपथ / भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने आज भारत अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र और चुनाव प्रबंधन संस्थान (IIIDEM), नई दिल्ली में हरियाणा और एनसीटी दिल्ली के बूथ स्तर अधिकारियों (BLOs), BLO पर्यवेक्षकों, और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (EROs) के लिए दो दिवसीय क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
फील्ड के कुल 371 निर्वाचन अधिकारी (बिहार से 306 BLOs; हरियाणा से 30 EROs और BLO पर्यवेक्षक; और एनसीटी दिल्ली से 35 EROs और BLO पर्यवेक्षक) इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। वर्तमान बैच को मिलाकर, पिछले दो महीनों में आयोग द्वारा नई दिल्ली में 2,600 से अधिक फील्ड अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया है।
अपने उद्घाटन भाषण में, मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि BLOs को जल्द ही मानक पहचान पत्र जारी किए जाएंगे ताकि वे घर-घर सत्यापन के दौरान सुचारू रूप से कार्य कर सकें। उन्होंने यह भी आगे कहा कि ये प्रतिभागी अपने संबंधित राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में अन्य BLOs को प्रशिक्षण देंगे। CEC ने प्रतिभागियों को यह स्पष्ट किया कि उन्हें जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण नियम 1960, निर्वाचन संचालन नियम 1961 और आयोग द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों के अनुसार ही कार्य करना है।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विशेष रूप से मतदाता पंजीकरण, फॉर्म भरने और फील्ड स्तर पर चुनावी प्रक्रियाओं को लागू करने की व्यावहारिक समझ बढ़ाने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है। प्रतिभागियों को अंतिम निर्वाचक नामावलियों के विरुद्ध प्रथम और द्वितीय अपील की प्रक्रियाओं से भी अवगत कराया जाएगा, जो क्रमशः लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 24(ए) के तहत जिलाधिकारी/कार्यपालक मजिस्ट्रेट और धारा 24(बी) के तहत राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के पास की जाती हैं।
यह उल्लेखनीय है कि बिहार, हरियाणा और एनसीटी दिल्ली से 6-10 जनवरी 2025 के बीच विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SSR) अभ्यास की समाप्ति के बाद कोई अपील दाखिल नहीं की गई।
कार्यक्रम के पाठ्यक्रम में इंटरैक्टिव सत्र, भूमिका निभाने की गतिविधियां, घर-घर सर्वेक्षण की नकल, केस स्टडीज और फॉर्म 6, 7 और 8 भरने के व्यावहारिक अभ्यास शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों को वोटर हेल्पलाइन एप (VHA) और आईटी टूल्स पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। अधिकारियों को ईवीएम और वीवीपैट्स की तकनीकी डेमो और मॉक पोल के माध्यम से भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।IIIDEM में छत्तीसगढ़ के फील्ड के निर्वाचन अधिकारियों का प्रशिक्षण मई के अंतिम सप्ताह में होना प्रस्तावित है ।
दुर्ग /शौर्यपथ / छग शासन के सेक्रेटरी पी दयानंद ने छत्तीसगढ राज्य में हो रहे रेत के अवैध खनन और परिवहन के संबंध में विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इनपर कार्यवाही के सख्त निर्देश दिये है। सचिव श्री दयानंद ने कहा है कि जिले में टास्क फोर्स बनाकर कार्यवाही सुनिश्चित करें। वरिष्ठ पुलिस
अधीक्षक विजय अग्रवाल से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि टास्क फार्सस, माईनिंग, एवं पुलिस विभाग एक साथ टीम बनाकर अवैध रेत उत्खनन और परिवहन करने वालों पर कार्यवाही करेंगे। लग्जरी बस और खनिज संसाधान ढोने वाले माल वाहकों पर पुलिस कार्यवाही रनही करती है तो उन्होंने कहा कि कार्यवाही पुलिस हमेशा करती है, और इसके आकडे जल्द ही उपलब्ध कराई जायेगी।
अब ग्रामीण क्षेत्रों तक फैला सैक्स रैकेट का जाल
दो शादी शुदा युवतियों सहित चार लोग पकड़ाये
भिलाई/शौर्यपथ / सैक्स रैकेट का जाल पहले शहरी क्षेत्र ही था लेकिन अब देह व्यापार के दलाल पैसा कमाने की हवस ग्रामीण क्षेत्रो तक पहुंच कर वहां भी किराये के मकान लेकर भोले भाले लोगों को बिगाडने का कार्य कर रही है। जिसके कारण अब ग्रामीणों में भी रोष बढता जा रहा है। ऐसा ही एक मामला आज दुर्ग जिले के नंदिनी थाना के अंतर्गत आने वाले ग्राम अहेरी में कुछ लोग किराये का मकान लेकर यहां सेक्स रैकेट कई दिनों से चला रहे है , जिसके कारण ग्रामीण बेहद परेशान थे और आज उनका सब्र का बांध टूटा और सभी ग्रामीण उस घर के सामने एकत्रित होकर जमकर हो इस मकान को घेरकर हल्ला करने लगे इसकी जानकारी पुलिस को लगी तो पुलिस वहां पहुंचकर उस मकान में छापा मारी और 2 युवतियों समेत 4 लोगों को गिरफ्तार की।
इस मामले में नंदिनी पुलिस ने बताया कि उन्हें बुधवार शाम को सूचना मिली की ग्राम अहेरी चौक में स्थित एक मकान के अंदर देहव्यापार का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीण उसका विरोध कर रहे हैं और उन्होंने घर को घेर लिया है। सूचना मिलते ही नंदिनी टीआई मनीष शर्मा ने एक टीम को वहां भेजा। जैसे ही पुलिस ग्राम अहेरी चौक के पास स्थित मकान के पास पहुंची तो देखा कि ग्रामीण घर के पास में भीड़ लगा लिए हैं काफी आक्रोश में है। पुलिस ने पहुंचने के बाद मकान से ओम प्रकाश पटेल, बलीराम वर्मा व दो युवतियों को हिरासत में लिया। दोनों युवतियां शादीशुदा बताई जा रही है। कल्याण कालेज अहेरी स्थित किराये के घर में देह व्यापार किया जा रहा था।। आरोपियों को गिरफ्तार कर धारा 170/126,135 (3) बीएनएसएस कायम कर न्यायालय भिलाई 03 पेश किया गया है।
अवैध अप्रवासियों की धरपकड़ के लिए गठित स्पेशल टास्क फोर्स एसटीएफ व्दारा की गयी कार्रवाईअवैध अप्रवासियों की धरपकड़ के लिए गठित स्पेशल टास्क फोर्स एसटीएफ व्दारा की गयी कार्रवाई
भिलाई/शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ में अवैध रूप रह रहे अप्रवासियों के धरपकड़ के लिए गठित स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को बड़ी सफलता मिली है। भिलाई में दो साल से
नाम व पहचान छिपाकर रह रही बांग्लादेशी महिला पन्ना बीबी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बांग्लादेशी महिला पन्ना बीबी भिलाई में अंजली सिंह उर्फ काकोली घोष के नाम से पहचान छिपाकर रहते पाई गई। आधार कार्ड को एडिट कर फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार किए जिसका इलाज में उपयोग किया गया।
बांग्लादेशी महिला के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 विदेशी नागरिक विषयक अधिनियम 1946 एवं भारतीय पासपोर्ट अधिनियम 1920 के तहत कार्रवाई की गई। ज्ञातव्य हो कि छत्तीसगढ़ में अवैध रूप से रह रहे, बांग्लादेशी रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर, उनके विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने एवं उन्हें वापस भेजे जाने दुर्ग जिला में विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का गठन किया गया है। एसटीएफ व्दारा लगातार दुर्ग में अवैध रूप रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान हेतु कार्यवाही की जा रही है। अवैध घुसपैठियों की पहचान की इस कड़ी में 14 मई को पता चला कि सुपेला नेहरू रोड में सूरज साव के मकान में एक बांग्लादेशी महिला अपनी पहचान छिपाते हुए काकोली घोष उर्फ अंजली सिंह के छद्म नाम से रह रही है। इस सूचना तस्दीकी एवं अग्रिम कार्यवाही हेतु एसटीएफ को निर्देशित किया गया।
पूछताछ में पुलिस को गुमराह करने लगी महिला:-
जब एसटीएम की टीम के व्दारा सूरज साव के मकान में रह रही महिला से पूछताछ की गई तो उसने गुमराह करने का प्रयास किया। उसने अपना नाम अंजली सिंह, पूर्वी दिल्ली, नांगलोई निवासी होना बताया। अंजली सिंह के नाम से आधार कार्ड भी प्रस्तुत किया, जो जांच के दौरान पहली नजर में सन्देहास्पद पाया गया। महिला से बारीकी से पूछताछ करने पर उसने अपना मूल नाम पन्ना बीवी पिता अब्दुल रौफ उम्र लगभग 25 वर्ष मूल निवासी दीधीरपार, दौलतपुर फुलवारी गेट, पोस्ट-बादामतला सिरामोनी जिला खुलना बांग्लादेश का होना बताई।
पश्चिम बंगाल के बार्डर से अवैध रूप से इस प्रकार पहुंची थी भारत:-
जांच के दौरान पाया गया कि पन्ना बीवी लगभग 08 वर्ष पूर्व बिना वैध पासपोर्ट एवं वीजा के अवैध रूप से बाग्लादेश से बोन्गांव पेट्रोपोल, जिला उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल स्थित भारत बांग्लादेश अंर्तराष्ट्रीय बॉर्डर से अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया। कोलकाता आकर अपना नाम काकोली घोष बता कर सोनागाछी में लगभग 5 वर्ष अवैध रूप से रही। वहां से दिल्ली में लगभग 1 वर्ष रही। दिल्ली में रहने के दौरान भिलाई निवासी पूजा नामक लड़की से परिचय होने के बाद उसके साथ भिलाई आकर विगत लगभग 2 वर्षों से सुपेला नेहरू रोड स्थित सूरज साव के मकान में रह रही थी।
मूल निवास बांग्लादेश आना-जाना पाया गया:-
भिलाई रहने के बांग्लादेशी महिला पन्ना बीवी द्वारा जसौर बोन्गांव पेट्रोपोल जिला- उत्तर 24 परगना स्थित भारत बांग्लादेश अंर्तराष्ट्रीय बॉर्डर से कई बार बांग्लादेश स्थित अपने मूल निवास आना-जाना करना पाया गया। पन्ना बीवी द्वारा संचालित मोबाइल की जांच किए जाने पर इसके व्दारा अपने मोबाइल फोन से बांग्लादेश के लगभग एक दर्जन से अधिक मोबाइल नम्बरों से पिता, भाई, बहन एवं अन्य रिश्तेदारों से लगातार बात करना एवं सम्पर्क में रहना पाया गया। जांच के दौरान संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक पन्ना बीवी
द्वारा स्वयं को अंजली सिंह ष्ट/ह्र परमजीत सिंह, मकान नंबर 32 ए. 33. 34 निहाल विहार नांगोली वेस्ट दिल्ली 110041 आधार कार्ड नंबर 921756650853 को एडिट कर उसे अपना बताया। आधार की फोटो ब्लर किया गया जिससे पहचान छिपाई जा सके। बांग्लादेशी नागरिक की मूल पहचान को छिपाने के लिए काकोली घोष एवं अंजली सिंह के नाम से निवास करना, अंजली सिंह के नाम से स्वयं को दिल्ली निवासी बताकर फर्जी आधार कार्ड तैयार कर प्रस्तुत कर उसका दुरूपयोग करना अपराध धारा विदेशी विषयक अधिनियम 1946 की धारा 14 (1) एवं पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) अधिनियम 1920 की धारा 3(2), 3(3) एवं धारा 318, 319, 336(3) बीएनएस का होना पाए जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मकान मालिक पर की जा रही है कार्रवाई:-
बांग्लादेशी महिला पन्ना बीबी नेहरू चौक सुपेला स्थित सूरज साव के मकान में किराए से रह रही थी मकान मालिक व्दारा भी किराएदार के संबंध में किसी प्रकार की कोई सूचना थाना में नहीं दी जाकर इसे जानबूकर छिपाकर बांग्लादेशी महिला का सहयोग किया जाना पाए जाने पर मकान मालिक सूरज साव के विरूद्ध भी वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। सम्पूर्ण कार्यवाही में एसटीएफ प्रभारी नगर पुलिस अधीक्षक सत्य प्रकाश तिवारी, निरीक्षक विजय यादव थाना प्रभारी सुपेला एवं उनकी टीम तथा एसटीएफ के सउनि रमेश सिन्हा,
पंकज चतुर्वेदी एवं संतोष गुप्ता की उल्लेखनीय भूमिका रही।
रिसाली निगम ने किया टॉपर का सम्मान
रिसाली/शौर्यपथ /आवेदक अगर त्रुटि पूर्ण आवेदन प्रस्तुत कर रहा है तो अधिकारी-कर्मचारी उसे बताए कि सही लिखे। आवेदक का मार्गदर्शन करे। उसे दोबारा कार्यालय आने विवश न करे। उक्त बाते दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने कहीं। वे नगर पालिक निगम रिसाली के सुशासन शिविर में पहुंचे थे। गुरुवार को आत्मानंद स्कूल में चौथा शिविर का आयोजन किया गया था।
दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने कहा कि नागरिकों को बार-बार कार्यालय का चक्कर न लगाना पड़े इसलिए शिविर का आयोजन किया जा रहा है। अधिकारी शिविर हो या फिर कार्यालय इस बात का ध्यान रखे कि आवेदक या शिकायत कर्ता अपनी बात को सही तरह से लिखा है कि नही उसे बताकर आवेदन को सही कराए। भीषण गर्मी में भी शिविर में अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचने की बात को दुर्ग ग्रामीण विधायक ने अधिकारो के प्रति जागरूक होना परिभाषित किया। उन्होंने ने कहा कि सरकार भी शिविर के माध्यम से शिकायतों का निराकारण कर राहत पहुंचा रही है। विधायक के पहले शिविर को महापौर शशि सिन्हा, सभापति केशव बंछोर, नेता प्रतिपक्ष शैलेन्द्र साहू ने संबोधित किया। इस अवसर पर एम.आई.सी जहीर अब्बास, अनिल देशमुख, ममता यादव, डाॅ. सीमा साहू, पार्षद मनीष यादव, धर्मेन्द्र भगत, रमा साहू, जमुना ठाकुर, राहुल राय, विलास बोरकर, मण्डल अध्यक्ष अनुपम साहू, राजू जंघेल उपस्थित थे।
रिसाली का बढ़ाया मान, किया सम्मान
कक्षा दसवी की परीक्षा में रिसाली का मान बढ़ाने वाली रिहा देवांगन का निगम ने सम्मान किया। विधायक ललित चंद्राकर ने रिहा को शाॅल ओढ़ाया। वही महापौर शशि सिन्हा ने पुष्प गुच्छ और श्रीफल देकर सम्मानित किया। आयुक्त मोनिका वर्मा ने पेन भेट की।
650 से अधिक पहुंचे शिविर में
सुशासन शिविर में 10 वार्डो का कलस्टर तैयार कर लगाया गया था। शिविर में 650 से अधिक लोग पहुंचे थे। विधायक दुर्ग ग्रामीण ललित चंद्राकर व महापौर समेत क्षेत्रीय पार्षदों ने गर्भवती ममता चैरसिया, रीना यादव, पितांजली, अंजली प्रजापति की गोदभराई रश्म की। वही विधायक ने गौरंग यादव, भूमिका यादव, पूनम सोनी व दिव्यांश रात्रे को सुपोषण कीट दिया। इसके अलावा शिविर में राशन कार्ड, लर्निंग लाइसेंस का वितरण किया।
महापौर ने भी रखी मांग
उद्बोधन के दौरान महापौर शशि सिन्हा ने दुर्ग ग्रामीण विधायक से निगम क्षेत्र के शासकीय स्कूलों में शिक्षकों की कमि को पूर्ण कराने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि आत्मानंद स्कूल की छात्रा रिहा ने रिसाली का नाम रोशन किया है। इस विद्यालय में शिक्षकों की कमी को पूरा करने विधायक के समक्ष मांग रखी। विधायक ने मांग को शीघ्र पूरा करने आश्वासन भी दिया।
नक्सल विरोधी अभियान की सफलता पर दी बधाई
रायपुर /शौर्यपथ/मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज बीजापुर जिले के उसूर तहसील के अंदरूनी गांव गलगम पहुंचे, जहाँ उन्होंने सीआरपीएफ के जवानों और स्थानीय ग्रामीणों से मुलाकात कर हालिया नक्सल विरोधी अभियान की सफलता पर चर्चा की। इस अभियान में सुरक्षा बलों ने करेगुट्टा की पहाड़ी पर 21 दिनों तक चले ऑपरेशन में 31 कुख्यात माओवादी आतंकियों को मार गिराया और बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए। मुख्यमंत्री साय ने इस अभियान को नक्सल मुक्त छत्तीसगढ़ के लक्ष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
मुख्यमंत्री साय ने भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी के जयकारे के उद्बोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने अदम्य साहस और समर्पण के साथ इस ऑपरेशन को सफल बनाया है। यह न केवल बीजापुर बल्कि पूरे राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। गलगम और करेगुट्टा का क्षेत्र लंबे समय से नक्सलियों का गढ़ माना जाता रहा है और इस अभियान ने इस इलाके को सुरक्षित बनाने की दिशा में नई उम्मीद जगाई है। सीआरपीएफ जवानों से मुलाकात के दौरान साय ने उनके साहस की सराहना की और कहा कि आपके शौर्य और निष्ठा से ही हम नक्सलवाद के खिलाफ इस लड़ाई को जीत रहे हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमें सरकार में आए डेढ़ साल हुए हैं और इस अवधि में हमने राज्य में सुशासन स्थापित करने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आप लगातार अनेक कठिन नक्सल विरोधी ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं। आप 44 डिग्री की गर्मी में भी ऑपरेशन चलाते हैं। ऐसे जवानों के अदम्य साहस को मैं नमन करता हूँ। उन्होंने बताया कि वे सुरक्षा कैम्प को सुविधा कैम्प मानते हैं क्योंकि सुरक्षा कैम्प के माध्यम से अब बस्तर के सुदूर इलाकों में अनेक तरह की सुविधाएं पहुंच रही हैं।
मुख्यमंत्री साय के कहा कि जब हमारी सरकार आयी तो इस क्षेत्र में सबसे पहला कैम्प मूलेर में खोला गया। आज मूलेर समेत आसपास के गांव में राशन की सुविधा, बिजली, स्वास्थ्य, स्कूल, मोबाइल टॉवर जैसी सुविधाएं मिलने लगी हैं। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व और मार्गदर्शन में नक्सल विरोधी अभियान में लगातार सफलता मिल रही है। राज्य में मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त करने का लक्ष्य है, निश्चित रूप से फोर्स के जवानों के अदम्य साहस की बदौलत हम इस संकल्प को पूरा कर लेंगे। उन्होंने कहा बस्तर में नियद नेल्ला नार योजना ने स्थानीय लोगों से जुड़ने में अहम भूमिका निभाई है।
अपने दौरे के दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ग्रामीण हितग्राहियों से भी मुलाकात की और उन्हें राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड का वितरण करते हुए पीएम आवास योजनांतर्गत स्पेशल प्रोजेक्ट नक्सल पीड़ित व आत्मसमर्पित परिवारों को स्वीकृति पत्र प्रदान किया। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि सरकार क्षेत्र में विकास कार्यों को और अधिक तेज गति से करेगी साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देगी। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ को पूरी तरह नक्सल मुक्त बनाने का लक्ष्य है, और इसके लिए सुरक्षा बलों के साथ-साथ स्थानीय समुदायों का सहयोग भी जरूरी है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि क्षेत्र में सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं को मजबूत किया जाएगा, ताकि ग्रामीण मुख्यधारा से जुड़ सकें। इसके साथ ही, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री साय ने गलगम कैंप में जवानों के साथ तस्वीर खिंचाई और भारत माता के जयकारे से उनका जोश बढ़ाया। जवानों ने भी नारे लगाते हुए देशभक्ति का जज़्बा दिखाया। मुख्यमंत्री ने जवानों संग बैठकर भोजन भी किया।
गलगम कैम्प में हुए आयोजन में पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम ने अपने उद्बोधन में फोर्स के जवानों द्वारा किए जा रहे सिविक एक्शन को सराहा। वहीं कलेक्टर बीजापुर संबित मिश्रा ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को बताया कि सुशासन तिहार-2025 के अंतर्गत बीते कल ही गलगम में समाधान शिविर का आयोजन किया गया था। इस दौरान गलगम कलस्टर में कुल 1590 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से अधिकतर आवेदन वन अधिकार पत्र के थे, जिनका परीक्षण कर सार्थक कार्यवाही की जा रही है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी., डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी और सुरक्षा बलों के जवान उपस्थित थे।
मेयर ने कहा राजनीति नहीं कार्रवाही करने निकले है,भाजपा, कांग्रेस की बात नही,सभी अतिक्रमण हटेंगे:
गुरुवार को दीपक नगर क्षेत्र में महापौर व सभापति द्वारा सफाई अभियान चलाया गया,नालियों में कचरा न डालने की अपील
दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम महापौर अल्का बाघमार ने सभापति श्याम शर्मा,एमआईसी शेखर चन्द्राकर, शिव नायक,लीलाघर पाल,पार्षद मनोज सोनी के साथ खुद खड़े होकर क्षेत्र की नाली की सफाई कराई।
यह नाली कई महीनों से साफ नहीं की गई थी। महापौर ने सभापति श्याम शर्मा, एमआईसी टीम के साथ दीपक नगर वार्ड 23 क्षेत्र का दौरा कर क्षेत्र के आसपास नाली स्लैब को हटवाकर सफाई कराई। इसके बाद दीपक नगर के गलियों के अलावा दीपक नगर से स्टेशन जाने वाली मार्ग से गली न. 2,3,4,5 सहित विभिन्न गलियों का निरीक्षण करते हुए सफाई करवाई। महापौर ने कहा राजनीति नही कार्रवाही करने निकले है,भाजपा,कांग्रेस की बात नही सभी के अतिक्रमण हटाये जायेगे नही होगा कोई भेदभाव।
महापौर व सभापति ने दुकानदार से नाली के भीतर कचरा नही डालने की समझाइस के साथ जुर्माना राशि वसूल किया।उन्होंने कहा सभी दुकानदार कचरा डस्टबिन में डाले।सड़क पर बिल्डिंग निर्माण मटेरियल देख नाराजगी व्यक्त करते हुए जुर्माना की कार्रवाही के निर्देश दिए।
दीपक नगर क्षेत्र के दुकानदारों को व्यवस्थित ढंग से नाली क्षेत्र सीमा के अंतर्गत करने कहा। साथ ही कहा कि कब्जेधारी नोटिस के बाद भी नहीं हटे तो निगम कार्रवाई करेगी। महापौर अलका बाघमार ने नाली सफाई कार्य में बाधित स्लैब लगाने वालों को 24 घंटे में हटाने कहा।उन्होंने रेवा तालाब की सफाई करवाना के लिए अधिकारियों7 को निर्देश दिये। सुबह निरीक्षण के दौरान पार्षद संजय अग्रवाल,युवराज निकुंम,गुड्डी यादव, उपायुक्त मोहेंद्र साहू,स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा,उपअभियंता हरिशंकर साहू,उपअभियंता विनोद मांझी,शोएब अहमद सहित अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहें।
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज बस्तर संभाग के अतिदूरस्थ और आदिवासी बहुल ग्राम मुलेर का दौरा किया। यह गांव दंतेवाड़ा जिले की सीमा पर स्थित अंतिम गांवों में से एक है, जहाँ अब नियद नेल्लानार योजना के तहत समावेशी विकास कार्य तेज़ी से हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री साय का ग्रामीणों ने महुआ, आमपत्ती से बने पारंपरिक हार और गौर मुकुट पहनाकर आत्मीय स्वागत किया। मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम का भी छिंद पत्तों से बने पारंपरिक गुलदस्तों से अभिनंदन किया गया।
मुख्यमंत्री साय ने इमली के पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर ग्रामवासियों से सीधे संवाद किया। उन्होंने ग्रामीणों की ज़मीनी समस्याएं सुनीं और विकास की प्राथमिकताओं पर चर्चा की। उन्होंने राशन दुकान का निरीक्षण किया, जहां हितग्राहियों से बातचीत कर राशन वितरण की नियमितता, गुणवत्ता, और उपयोग की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने खाद्यान्न का वजन भी मौके पर करवाया और एक हितग्राही का राशन कार्ड देखा। मुख्यमंत्री साय ने आंगनबाड़ी में बच्चों से आत्मीय वार्तालाप कर उनके अक्षर ज्ञान, रंग-पहचान आदि की जानकारी ली और बच्चों को चॉकलेट वितरण किया।
मुख्यमंत्री साय ने मौके पर ही कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं, जिनमें अंदल कोसम माता मंदिर निर्माण के लिए 4 लाख रूपए की स्वीकृति, ग्राम में उप स्वास्थ्य केन्द्र स्थापना, नाहाड़ी तक संपर्क सड़क का निर्माण तथा गांव के सभी पारा को जोड़ने हेतु पुलिया और सीसी सड़क निर्माण के लिए 5 लाख रूपए की स्वीकृति शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि जल्द ही शिविर लगाकर वनाधिकार मान्यता पत्र, आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड बनाने की कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर प्रदेश की 10वीं बोर्ड परीक्षा में 9वां स्थान प्राप्त करने वाली दंतेवाड़ा की छात्रा रमशिला नाग से भेंट की, उसे पुष्पगुच्छ भेंटकर और मिठाई खिलाकर सम्मानित किया, और उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
ग्राम मुलेर में मुख्यमंत्री साय का यह दौरा न केवल सुशासन की संवेदनशीलता का प्रतीक रहा, बल्कि यह भी साबित करता है कि राज्य सरकार प्रदेश के हर अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के लिए कटिबद्ध है।
दंतेवाड़ा जिले की ग्राम पंचायत मुलेर: योजनाओं के क्रियान्वयन से हो रहा सर्वांगीण विकास
उल्लखेनीय है कि छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले की दूरस्थ ग्राम पंचायत मुलेर विकास की नई इबारत लिख रही है। सीमित संसाधनों के बावजूद विभिन्न सरकारी योजनाओं के कुशल क्रियान्वयन ने इस गांव को सशक्तिकरण, स्वावलंबन और सेवा की दिशा में एक मजबूत आधार प्रदान किया है।
बड़े बचेली विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मुलेर जिला मुख्यालय से लगभग 90 किमी दूर स्थित है। कुल 112 परिवारों में 474 लोग निवासरत हैं, जिनमें 100 प्रतिशत माड़िया जनजाति के लोग हैं। गांव में दो आंगनबाड़ी केन्द्र (बाल्केपारा व पटेलपारा) संचालित हैं। गांव में 6 महिला स्व-सहायता समूह कार्यरत हैं, जिनमें लक्ष्मी समूह को डीएमएफ मद से ट्रैक्टर प्रदाय किया गया है। इसका उपयोग खेती के साथ-साथ किराए पर भी किया जा रहा है। बीपीएल कार्डधारी परिवारों को राशन की नियमित आपूर्ति की जा रही है। गांव में सौर ऊर्जा से होम लाइटिंग की व्यवस्था है। महतारी वंदन योजना अंतर्गत ग्राम मुलेर में महिलाएँ महतारी वंदन योजना से लाभान्वित हो रही हैं, जिससे उन्हें आर्थिक सहयोग के साथ आत्मसम्मान का अनुभव हो रहा है। मुलेर ग्राम पंचायत सुदूर आदिवासी क्षेत्र में सरकारी योजनाओं की जमीनी पहुँच और सुचारू क्रियान्वयन का एक अनुकरणीय उदाहरण है। यहां जनभागीदारी और प्रशासनिक तत्परता से विकास की दिशा में सतत और ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
राजनांदगांव /शौर्यपथ /सुशासन तिहार अंतर्गत जनपद पंचायत डोंगरगांव के ग्राम पंचायत खुर्सीपार में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 11 ग्राम पंचायत - बडग़ांव चारभाठा, खुज्जी, बडभूम, दर्री, रातापायली, खुर्सीपार, किरगी, नांदिया, भटगुना, परना एवं रूदगांव के ग्रामीणों से प्राप्त मांगों एवं शिकायतों से संबंधित आवेदनों का निराकरण किया गया। शिविर में पंचायत एवं ग्रामीण विकास, कृषि, महिला एवं बाल विकास, राजस्व, मछली पालन, पशुधन विकास, लोक निर्माण विभाग, विद्युत, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्वास्थ्य, परिवहन, पुलिस, शिक्षा, आबकारी, वन, श्रम, खाद्य, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित सहित अन्य विभागों द्वारा शत-प्रतिशत निराकरण की जानकारी दी गई। सभी विभागीय अधिकारियों द्वारा आवेदनों के निराकरणों का वाचन किया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की ओर से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत डोंगरगांव ने वाचन किया। उन्होंने बताया कि 11 ग्राम पंचायतों के हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण, राजस्व विभाग द्वारा 4 किसानों को ऋण पुस्तिका एवं श्रम विभाग द्वारा 4 श्रमिकों को श्रमिक कार्ड का वितरण किया गया है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को 2292 आवेदन प्राप्त हुआ था, जिसमें 2292 आवेदनों का निराकरण किया गया है। सभी विभागों द्वारा निराकरण का वाचन किया गया। विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने अवलोकन किया। स्टॉल में अधिकारियों द्वारा विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। शिविर में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नन्हें शिशुओं का अन्नप्राशन का आयोजन किया गया तथा गर्भवती माताओं की गोदभराई की गई। इस दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया गया। शिविर में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री दिनेश गाँधी, अध्यक्ष जनपद पंचायत श्रीमती रंजिता पडोती, जनपद उपाध्यक्ष श्री मनीष साहू, जिला पंचायत सभापति श्रीमती जागृति चुन्नी यदु, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती विभा साहू, जनपद सदस्य श्रीमती गेंदा बाई साहू, श्री विवेक मंडावी, श्री टिमेस साहू एवं ग्राम पंचायतों के सरपंच, उपसरपंच, पंच, एसडीएम, तहसीलदार, सीईओ जनपद पंचायत सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
- सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों का किया गया समाधान
- समाधान शिविर में हितग्राहियों को शासकीय योजनाओं से किया गया लाभान्वित
राजनांदगांव /शौर्यपथ /सुशासन तिहार अंतर्गत नागरिकों द्वारा प्राप्त शिकायतों एवं मांगों से संबंधित आवेदनों के निराकरण हेतु ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में लगातार समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। समाधान शिविरों में नागरिकों से प्राप्त आवेदनों का त्वरित निराकरण भी किया जा रहा है। साथ ही सुशासन तिहार अंतर्गत प्राप्त आवेदनों के निराकरण के संबंध में अधिकारियों द्वारा विभागवार जानकारी भी दी जा रही है। समाधान शिविरों में जनप्रतिनिधि शामिल होकर शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देकर योजनाओं का लाभ लेने के लिए जनसामान्य को प्रेरित कर रहे है। शिविर में पात्र हितग्राहियों को शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित भी किया जा रहा है। जनमानस की शिकायतों एवं मांगों के आवेदनों का निराकरण होने तथा पात्र हितग्राही योजना से लाभान्वित होने पर सुशासन तिहार के तहत आयोजित समाधान शिविर के लिए शासन-प्रशासन को धन्यवाद दे रहे है।
सुशासन तिहार अंतर्गत आज राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम सुकुलदैहान में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। समाधान शिविर में ग्राम सुकुलदैहान, धनगांव, लिटिया, बम्हनी, बागतराई, बरगा, इंदामरा, भानपुरी, बांकल, फरहद, पनेका, रीवागहन से प्राप्त आवेदनों का निराकरण करते हुए शासकीय योजनाओं से लाभान्वित किया गया। इसी तरह नगर पालिका परिषद डोंगरगढ़ के शासकीय प्राथमिक शाला बधियाटोला में वार्ड क्रमांक 7, 8 एवं 9 से प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया गया। डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम मुसराकला में आयोजित समाधान शिविर में ग्राम मुसराकला में ग्राम पंचायत मुसराकला, कातलवाही, भानपुरी, आलीवारा, पारागांवकला, पारागांवखुर्द, पेण्ड्री, कसारी व सलटिकरी के ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण किया गया। डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम पंचायत खुर्सीपार में ग्राम पंचायत बड़ चारभाठा, खुज्जी, बड़भूम, दर्री, नांदिया, भटगुना, परना, खुर्सीपार, रूदगांव, किरगी व रातापायली तथा नगर पंचायत छुरिया अंतर्गत भाटिया गली संतोष साहू घर के पास वार्ड क्रमांक 5 में वार्ड क्रमांक 5, 6, 7 एवं 8 से प्राप्त आवेदनों के निराकरण के लिए समाधान शिविर का आयोजन किया गया।
सुशासन तिहार के तहत आयोजित समाधान शिविर में प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया गया। सभी विभागीय अधिकारियों ने निराकरणों का वाचन किया। शिविर में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नन्हें शिशुओं का अन्नप्राशन का आयोजन किया गया तथा गर्भवती माताओं की गोदभराई की गई। शिविर में पात्र हितग्राहियों को विभिन्न शासकीय योजनाओं से लाभान्वित किया गया। विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने अवलोकन किया। स्टॉल में अधिकारियों द्वारा विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। शिविर में ग्रामवासियों ने बड़ी संख्या में रक्त परीक्षण, ब्लड प्रेशर, मधुमेह का परीक्षण कराया। स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें स्वास्थ्य विभाग की ओर से आवश्यकता अनुसार दवाईयों का वितरण किया गया। वही आयुर्वेद विभाग के स्टॉल में जनसामान्य को मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए दवाईयों का वितरण किया गया। शिविर में जनप्रतिनिधि, जिला स्तरीय अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
रायपुर/शौर्यपथ /प्रदेश के वाणिज्य उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन 15 मई गुरूवार कोण्डागांव जिले के फरसगांव एवं गुरुवार 16 मई क़ो खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के ग्राम सलौनी में आयोजित सुशासन तिहार के अंतर्गत समाधान शिविर में शामिल होंगे।
मंत्री श्री देवांगन 15 मई को रायपुर के शंकर नगर स्थित अपने निवास से सुबह 10 बजे फरसगांव जिला कोण्डागांव के लिए प्रस्थान करेंगे। दोपहर 1.40 बजे कोण्डागांव जिले विकासखंड माकड़ी के ग्राम रांधना में आयोजित सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत समाधान शिविर में सम्मिलित होंगे। कार्यक्रम पश्चात दोपहर 3.30 बजे फरसगांव से प्रस्थान कर सायं 6.30 रायपुर लौट आएंगे।
मंत्री श्री देवांगन 16 मई को रायपुर के शंकर नगर स्थित अपने निवास से सुबह 10 बजे ग्राम सलौनी जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के लिए प्रस्थान करेंगे। दोपहर 12 बजे खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के रानी रश्मि देवी खेल मैदान ग्राम सलौनी में आयोजित सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत समाधान शिविर में सम्मिलित होंगे। कार्यक्रम पश्चात दोपहर 3 बजे खैरागढ़ से प्रस्थान कर सायं 7 बजे चारपारा कोहड़िया जिला कोरबा आएंगे और रात्रि विश्राम करेंगे।
रायपुर /शौर्यपथ / मंत्रिपरिषद ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के लिए राज्य के शासकीय विद्यालयों में ‘‘मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान का संचालन करने का अहम निर्णय लिया गया।
इस अभियान के अंतर्गत शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, पालक-शिक्षक सहभागिता बढ़ाने और शैक्षणिक उपलब्धियों को उन्नत करने के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विशेष फोकस किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अभियान के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया जाएगा। अभियान के तहत विद्यालयों का सामाजिक अंकेक्षण कर गुणवत्ता के आधार पर ग्रेडिंग की जाएगी। कमजोर शालाओं की नियमित मॉनीटरिंग विभिन्न विभागों के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सुनिश्चित की जाएगी। मॉडल शालाओं का चयन कर, कमजोर शालाओं के शिक्षकों को वहाँ शैक्षणिक भ्रमण कराया जाएगा। पालक-शिक्षक बैठकों (पीटीएम) के माध्यम से अभिभावकों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। विद्यार्थियों की शैक्षणिक उपलब्धियों में वृद्धि के लिए कक्षा शिक्षण प्रक्रियाओं में सुधार किया जाएगा।
मंत्रिपरिषद ने साहित्य और कला के क्षेत्र में राज्य के अर्थाभावग्रस्त कलाकारों और साहित्यकारों के लिए एक बड़ी राहत देने का निर्णय लिया है। विधानसभा बजट सत्र में की गई घोषणा के परिपालन में अब कलाकारों को दी जाने वाली मासिक वित्तीय सहायता (पेंशन) को 2000 रुपये से बढ़ाकर 5000 रुपये प्रति माह कर दिया गया है। इसके लिए संस्कृति विभाग अंतर्गत संचालित वित्तीय सहायता योजना नियम-1986 में संशोधन के प्रस्ताव का मंत्रिपरिषद द्वारा अनुमोदन किया गया। इससे उन कलाकारों और साहित्यकारों को आर्थिक संबल मिलेगा, जो आजीविका के लिए संघर्षरत हैं।
यह योजना वर्ष 1986 में प्रारंभ की गई थी, तब न्यूनतम सहायता राशि 150 रुपये और अधिकतम 600 रुपये निर्धारित थी। बाद में वर्ष 2007 में इसे बढ़ाकर 1500 रुपये और फिर 2012 में 2000 रुपये किया गया। लेकिन पिछले 12 वर्षों में कोई वृद्धि नहीं हुई थी। वर्तमान में राज्य में कुल 162 कलाकारों को यह पेंशन दी जा रही है।
वर्तमान में हर कलाकार को सालाना 24 हजार रुपये पेंशन मिल रही है, जो संशोधन के बाद बढ़कर 60 हजार रुपये हो जाएगी। इससे कुल वार्षिक व्यय 38.88 लाख रुपये से बढ़कर 97.20 लाख रुपये हो जाएगा, जिससे राज्य पर 58.32 लाख रुपये का अतिरिक्त वार्षिक भार आएगा।
मंत्रिपरिषद द्वारा प्रदेश में औद्योगिक विकास को और अधिक गति देने एवं भूमि आबंटन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ औद्योगिक भूमि एवं भवन प्रबंधन नियम, 2015 में संशोधन के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।
इस संशोधन से औद्योगिक क्षेत्रों, लैंड बैंक तथा अन्य भूमि खंडों के आबंटन की प्रक्रिया में और अधिक स्पष्टता व पारदर्शिता आएगी, इससे औद्योगिक निवेशकों को भूमि आबंटन प्रक्रिया को बेहतर ढंग से समझने व लाभ उठाने में सुविधा होगी।
मंत्रिपरिषद ने छत्तीसगढ़ राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने और निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य की औद्योगिक विकास नीति 2024-30 में कई महत्वपूर्ण संशोधनों को मंजूरी दी है। इससे राज्य की औद्योगिक नीति और अधिक रोजगारपरक, व्यापक और उद्यमों के लिए लाभकारी हो जाएगी।
प्रस्तावित संशोधन से राज्य में रोजगार के नए अवसर बढ़ेंगे साथ ही आधुनिक खेती से लेकर खिलौना उद्योग तक को बढ़ावा मिलेगा।
युवाओं को मिलेगा रोजगार - नई नीति के तहत जिन कंपनियों में छत्तीसगढ़ के लोगों को नौकरी मिलेगी, उन्हें सरकार की तरफ से अनुदान मिलेगा।
हाइटेक खेती को बढ़ावा - अब हाइड्रोपोनिक और ऐयरोपोनिक जैसी आधुनिक खेती को बढ़ावा मिलेगा। किसानों को नई तकनीक, जैसे ऑटोमेशन और इंटरनेट ऑफ थिंग्स का फायदा मिलेगा।
युवाओं के लिए ट्रेनिंग और खेल की सुविधाएं - राज्य में खेल अकादमी और निजी प्रशिक्षण केंद्रों को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे युवाओं को बेहतर ट्रेनिंग और करियर के अवसर मिलेंगे।
गुणवत्ता पूर्ण विश्वविद्यालयों की स्थापना को प्रोत्साहन मिलेगा।
ऑटोमोबाइल रिपेयरिंग और सर्विस सेंटर को सभी विकासखण्ड समूहों में मान्य किया जाएगा।
पर्यटन और होटल व्यवसाय को बढ़ावा - बस्तर और सरगुजा संभाग में होटल और रिसॉर्ट बनाने के लिए निवेश की न्यूनतम सीमा घटा दी गई है, जिससे इन इलाकों में पर्यटन बढ़ेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
कपड़ा उद्योग को दोगुना प्रोत्साहन - टेक्सटाइल सेक्टर में निवेश करने पर अब 200 प्रतिशत तक का प्रोत्साहन मिलेगा। इससे सिलाई, कढ़ाई और बुनाई जैसे काम करने वालों को भी फायदा मिलेगा।
लॉजिस्टिक हब बनेगा छत्तीसगढ़ - अब राज्य के हर हिस्से में माल ढुलाई और व्यापार को आसान बनाने के लिए नई लॉजिस्टिक नीति लाई जाएगी। इससे व्यापारियों को फायदा होगा और बाजारों तक पहुंच आसान होगी।
दिव्यांगजनों को विशेष लाभ - दिव्यांगजनों की परिभाषा को नया रूप दिया गया है ताकि उन्हें ज्यादा योजनाओं का लाभ मिल सके।
ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर, रक्षा और एयरोस्पेस सेक्टर को विशेष पैकेज, निजी औद्योगिक पार्क के लिए अधोसंरचना अनुदान में बढ़ोत्तरी तथा प्लग एंड प्ले फैक्ट्री निर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा।
प्रदेश में इज आफ लिविंग को बढ़ावा देने हेतु, न्यूनतम 500 विद्यार्थी क्षमता के कक्षा पहली से 12वीं निजी सीबीएसई मान्यता प्राप्त स्कूल एवं मल्टिप्लेक्स युक्त मिनी मॉल से वंचित प्रदेश के नगरीय क्षेत्र एवं नगरीय क्षेत्र से भिन्न विकासखण्ड मुख्यालय से 10 किलोमीटर की परिधि तक के क्षेत्र में प्रथम तीन इकाई को थ्रस्ट सेक्टर की भांति सम्मिलित किया जाएगा।
रिसाली / शौर्यपथ /
प्रदेश की विष्णू सरकार जनता के लिए समर्पित है। सरकार की मंशा है कि हर कार्य पारदर्शिता से हो। जनता की मांग और शिकायत का निराकरण सही समय पर हो इसलिए शिविर का आयोजन किया जा रहा है। नगर पालिक निगम रिसाली द्वारा आयोजित सुशासन शिविर में उक्त बाते दुर्ग ग्रामीण विधायक व केन्द्रीय मंत्री दर्जा प्राप्त ललित चंद्राकर ने कही।
दुर्ग विधायक ललित चंद्राकर ने शिविर में कहा कि वे जनता के सेवक है। उन्हे आम नागरिकों ने चुनकर भेजा है। ऐसे में उनका दायित्व है कि वे जनता के लिए समर्पित रहे। उन्होंने अधिकारी-कर्मचारियों से भी कहा कि वे जनता के लिए अपना व्यवहार नरम रखे। किसी भी तरह की समस्या होने पर वे कार्यालय पहुंचते है। ऐसे में अधिकारी-कर्मचारी का व्यवहार अच्छा होना चाहिए। शिकायतकर्ता को मार्गदर्शन सही मिलना चाहिए। इस अवसर पर रिसाली महापौर शशि सिन्हा ने भी शिविर में आए नागरिकों को संबोधित किया। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष शैलेन्द्र साहू, एमआईसी जहीर अब्बास, अनिल देशमुख, पार्षद विधि यादव, सरिता देवांगन, ईश्वरी साहू, सोनिया देवांगन, चन्द्रभान ठाकुर, धर्मेन्द्र भगत, आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम के आरंभ में आयुक्त मोनिका वर्मा ने शिविर के उद्देश्यों और नागरिकों की समस्याओं व मांगों पर प्रकाश डाला।
कार्यवाही तय समझे
दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने शिविर में कहा कि प्राप्त शिकायतों का निराकरण अधिकारी ईमानदारी पूर्वक करे। उनकी सरकार चुनाव पूर्व घोषणा की है कि वे जनता की समस्याओं को सुनने और निराकरण करने घर तक आऐंगे। यह शिविर हम नागरिकों की समस्याओं को दूर करने के लिए लगा रहे है। इसमें कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाह कर्मचारी-अधिकारी कार्यवाही तय समझे।
हितग्राहियों से मिले जनप्रतिनिधि
दुर्ग ग्रामीण विधायक व महापौर ने शिविर में लाभान्वित हितग्राही से मुलाकात की। गोदभराई रस्म में शामिल हुए। हितग्राही गंगा शर्मा, सोहद्रा यादव, यशोदा पटेल व सुपोषित किट के हितग्राही ज्योति यादव, विनय साहू, उमेश्वरी के परिजनों से मुलाकात की। विधायक ने शिविर स्थल में नंदेश्वर को लर्निंग लाईसेंस प्रदान किया।
शिकायत का त्वरित निराकरण
वार्ड पार्षद विधि यादव ने शिविर में वार्ड 13 में बेतरतीब तरीके से लगे प्राइवेट गुमटी को हटाने की मांग की थी। आयुक्त मोनिका वर्मा के निर्देश पर तोड़ फोड़ प्रभारी दुर्गेश गुप्ता ने तत्काल गुमटी को हटवाया। इसी तरह मौके पर 43 शिकायतों का निराकरण भी किया गया।
महानदी तटबंध निर्माण और हाई मास्ट लाइट लगाने शुरू हुई कार्यवाही
सुशासन तिहार के तहत मुख्यमंत्री के दौरे का असर जमीनी स्तर पर दिखने लगा
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा 9 मई को सुशासन तिहार के दौरान ग्राम बल्दाकछार में की गई घोषणाएं अब धरातल पर उतरने लगी हैं। मुख्यमंत्री की प्राथमिकता के अनुरूप जिला प्रशासन ने तीव्रता से कार्यवाही करते हुए संबंधित विभागों को तत्काल सर्वे एवं योजना निर्माण के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशन में आज जल संसाधन विभाग और क्रेड़ा (CREDA) विभाग के अभियंताओं की टीम बल्दाकछार पहुंची। टीम ने दो अहम कार्योंकृमहानदी तट पर तटबंध निर्माण और ग्राम में हाई मास्ट लाइट की स्थापना के लिए सर्वे की प्रक्रिया प्रारंभ की।
बाढ़ से सुरक्षा के लिए पक्का तटबंध
हर वर्ष महानदी की बाढ़ से कटाव झेल रहे बल्दाकछार गांव के लिए राहत भरी खबर है। जल संसाधन विभाग के अनुसार, ग्राम को कटाव से सुरक्षित रखने के लिए महानदी के दाएं तट पर पक्के तटबंध का निर्माण प्रस्तावित किया गया है। प्रारंभिक सर्वे के अनुसार, लगभग डेढ़ किलोमीटर लम्बाई में 5 मीटर स्लांट हाइट के साथ सीमेंट-कांक्रीट संरचना बनाई जाएगी, जिससे कटाव को रोका जा सकेगा। इस कार्य की अनुमानित लागत 888 लाख रुपये है।
गांव में रोशन होगा अंधेरा: हाई मास्ट लाइट योजना
मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल करते हुए क्रेड़ा विभाग ने भी ग्राम में हाई मास्ट लाइट लगाने हेतु स्थल का चयन कर लिया है। इंजीनियरों ने सरपंच व ग्रामीणों के साथ मिलकर गुड़ी चौक और कमारपारा को उपयुक्त स्थल माना है। संबंधित प्राक्कलन तैयार कर स्वीकृति हेतु प्रस्तुत किया जा रहा है।
जनता की आवाज पर संवेदनशील निर्णय
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुशासन तिहार के दौरान बल्दाकछार में आकस्मिक निरीक्षण करते हुए ग्रामीणों की समस्याएं सुनी थीं। जनता की प्राथमिकताओं को समझते हुए उन्होंने त्वरित घोषणाएं कीं और अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए थे। अब प्रशासन द्वारा किए जा रहे तत्पर प्रयास इस बात का प्रमाण हैं कि मुख्यमंत्री की घोषणाएं महज़ औपचारिकता नहीं, बल्कि कार्य रूप में परिणित हो रही हैं।
बल्दाकछार में शुरू हुई ये पहल न केवल गांव की सुरक्षा और विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह शासन की संवेदनशीलता और जवाबदेही का भी प्रमाण है। जनता से किये वादों को त्वरित अमल में लाकर शासन ने यह सिद्ध किया है कि छत्तीसगढ़ में सुशासन अब केवल शब्द नहीं, एक साकार होती प्रक्रिया है।