August 03, 2025
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शौर्यपथ

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        खेल /शौर्यपथ /वर्ल्ड कप के किसी भी फॉर्मेट में भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ अबतक लगभग वैसा ही रिकॉर्ड रहा है, जैसा कि पाकिस्तान का भारत के खिलाफ रहा है। वर्ल्ड कप के किसी भी फॉर्मेट में भारत ने न्यूजीलैंड को पिछली बार उस समय हराया था, जब अटल बिहारी वाजपेयी भारत के प्रधानमंत्री थे और देश में पेट्रोल की कीमत 32 रुपये प्रति लीटर थी। मौजूदा कप्तान विराट कोहली उस समय काफी युवा थे और भारत अपना पहला टी-20 इंटरनेशनल मैच खेलने से दो साल दूर था। वह साल 2003 का था, जब सौरव गांगुली की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने स्टीफन फ्लेमिंग की कप्तानी न्यूजीलैंड की टीम को सेंचुरियन में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप के मैच में सात विकेट से मात दी थी। वर्ल्ड कप में भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ वह ​आखिरी जीत थी और भारत ने उसके बाद से अबतक वर्ल्ड कप के किसी भी फॉर्मेट में न्यूजीलैंड को नहीं हराया है।
      भारतीय क्रिकेट टीम यूएई में जारी आईसीसी मेंस टी-20 वर्ल्ड कप 2021 के अपने दूसरे मुकाबले में एक बार फिर से न्यूजीलैंड से भिड़ने के लिए तैयार है और टीम इंडिया के वर्ल्ड कप के किसी भी फॉर्मेट में न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 साल के सूखे को खत्म करने की चुनौती है। दोनों टीमें दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में टूर्नामेंट का अपना दूसरा मुकाबला खेलेगी। पहले मुकाबले में दोनों टीमों को पाकिस्तान ने पराजित किया था। 2003 के वर्ल्ड कप से पहले भारत ने 1987 विश्व कप में न्यूजीलैंड को दो बार घर में हराया था। इसके बाद 1992 विश्व कप में उसे दो बार और 1999 में एक बार हार का सामना करना पड़ा था।
       हालांकि 2003 के बाद से विश्व कप में न्यूजीलैंड का भारत ने ज्यादा सामना नहीं किया है। उसके बाद से तीन बार भारत विश्व कप के फॉर्मेट में न्यूजीलैंड से भिड़ा है और तीनों बार उसे हार मिली है। इनमें इंग्लैंड में 2019 वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में मिली हार सबसे ज्यादा दुखदाई है। टी-20 विश्व कप में भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ रिकॉर्ड सही नहीं रहा है। भारत टी-20 विश्व कप में अबतक एक बार भी न्यूजीलैंड को नहीं हरा पाया है। 2007 में भारत को न्यीलैंड से जोहान्सबर्ग में 10 रन से हार का सामना करना पड़ा था जबकि 2016 टी20 वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड ने भारत को 47 रन से हराया था। कुल मिलाकर, भारत ने वर्ल्ड कप के सभी फॉर्मेट में न्यूजीलैंड के खिलाफ अबतक 10 मुकाबले खेले हैं, जिसमें से उसे केवल तीन में ही जीत मिली है जबकि सात मैचों में हार का सामना करना पड़ा है।
टी-20 इंटरनेशनल में भारत बनाम न्यूजीलैंड हेड टू हेड:
        हालांकि विश्व कप से हटकर बात करें तो भारत का टी-20 इंटरनेशनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हेड टू हेड अच्छा रिकॉर्ड रहा है। दोनों टीमों ने एक-दूसरे के खिलाफ अबतक कुल 16 टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 8-8 जीत हासिल की हैं।

    मनोरंजन / शौर्यपथ /टीवी सीरियल ‘कुछ रंग प्यार के ऐसे भी 3’ गलत वजहों के चलते लगातार चर्चा में रहा है। पहले और दूसरे सीजन की तुलना में एरिका फर्नांडिस और शाहीर शेख के इस शो को उतना प्यार नहीं मिल पाया है। अच्छी रेटिंग पाने की लगातार कोशिश कर रहे मेकर्स ने आखिरकार इस शो को बंद करने का फैसला ले ही लिया। शनिवार को इस सीरियल के आखिरी एपिसोड की शूटिंग पूरी हुई है और इसके बाद सेट पर सभी कलाकारों ने एक साथ मिलकर जश्न मनाया है।
पूरी हुई आखिरी एपिसोड की शूटिंग
    ‘कुछ रंग प्यार के ऐसे भी 3’ की कास्ट ने शूटिंग पूरी करते ही सेट पर ही जमकर धमाल मचाया है। इस दौरान सभी लोगों ने एक-दूसरे के साथ तस्वीरें क्लिक करवाई हैं। सीरियल के कलाकारों का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें सभी लोग मस्ती भरे अंदाज में थिरकते हुए नजर आ रहे हैं।
एरिका फर्नांडिस ने जताई थी नाराजगी
     तीन दिन पहले ही सीरियल की लीड एक्ट्रेस एरिका फर्नांडिस ने मेकर्स के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की है। एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम पर एक लम्बा-चौड़ा पोस्ट शेयर करके बताया कि वो इस शो को छोड़ रही हैं। एरिका फर्नांडिस ने इस नोट में साफ लिखा है कि उनके किरदार (डॉक्टर सोनाक्षी बोस) को काफी कमजोर दिखाने की कोशिश गई है, जिसका उन्हें मलाल है।
‘कसौटी जिंदगी के 2’ में नजर आ चुकी हैं एरिका
      इससे पहले एरिका फर्नांडिस को एकता कपूर के सीरियल ‘कसौटी जिंदगी के 2’ में देखा जा चुका है। शुरुआत में इस सीरियल को लोगों ने काफी पसंद किया था। हिना खान के जाने के बाद इसकी रेटिंग नीचे आने लगी थी। कुछ महीने की मशक्कत के बाद मेकर्स ने इस सीरियल को बंद करने का फैसला कर लिया था।

चयनित सहायक प्राध्यापको ने शीघ्र नियुक्ति बाबत ज्ञापन सौपा

दुर्ग । शौर्यपथ । लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा2019 की चयन सूची जारी किया गया था जिस सूची को जारी किए 8 माह से अधिक समय हो गया है समस्त महाविद्यालयों में नए सत्र की शुरुआत भी हो चुकी है अतः सभी नव चयनित सहायक प्राध्यापकगण नियुक्ति की राह देख रहे हैं राज्य के महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए चयनित सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति अति शीघ्र करने का अनुरोध किया गया जिसमें नवीन चयनित सहायक प्राध्यापक जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ के प्रशांत दुबे ,रश्मि, नेहा वर्मा, अविनाश सिंह ,तरुण कुमार, इंद्र कुमार वर्मा, युवराज जगत ,मनोज कुमार ,मोती राम साहू,अनिल कुमार देवांगन ,दीपेश पटेल ,शिवम , हेम राम मंडावी, कल्याणी , भूपेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे

        आस्था / शौर्यपथ / दिवाली के पावन पर्व की शुरुआत धनतेरस से ही होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस मनाया जाता है। इस साल धनतेरस 2 नवंबर 2021, दिन मंगलवार को पड़ रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन समुद्र मंथन के दौरान देवताओं के चिकित्सक भगवान धन्वंतरि, अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इस दिन भगवान धन्वंतरि, कुबेर जी और माता लक्ष्मी की पूजा करने से धन से संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। धनतेरस के दिन खरीदारी करने का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन खरीदारी करना शुभ रहता है। वेदाचार्य के अनुसार इस वर्ष धनतेरस पर त्रिपुष्कर का अति शुभ योग बन रहा है। कुबेर और भगवान धन्वंतरी की आराधना के उपरांत शुभ मुहूर्त में की गई खरीदारी वर्ष भर के लिए शुभ फलदाई सिद्ध होती है।आइए जानते हैं धनतेरस में खरीदारी का शुभ मुहूर्त और आरती...
धनतेरस तिथि- 2 नवंबर 2021, मंगलवार
प्रदोष काल- शाम 05 बजकर 35 मिनट से रात 08 बजकर 11 मिनट तक।
वृषभ काल- शाम 06 बजकर 18 मिनट से शाम 08 बजकर 14 मिनट तक।
धनतेरस पूजन मुहूर्त- शाम 06 बजकर 18 मिनट से रात 08 बजकर 11 मिनट तक।
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11.11 बजे से 11.56 बजे तक
अमृत मुहूर्त: दोपहर 11.33 बजे से 12.56 बजे तक
शुभ योग: दोपहर 2.20 बजे से 3.43 बजे तक
वृष लग्न: शाम 6.18 बजे से रात 8.14 बजे तक
भगवान धन्वंतरि की आरती
जय धन्वंतरि देवा, जय धन्वंतरि जी देवा।
जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा।।जय धन्वं.।।
तुम समुद्र से निकले, अमृत कलश लिए।
देवासुर के संकट आकर दूर किए।।जय धन्वं.।।
आयुर्वेद बनाया, जग में फैलाया।
सदा स्वस्थ रहने का, साधन बतलाया।।जय धन्वं.।।
भुजा चार अति सुंदर, शंख सुधा धारी।
आयुर्वेद वनस्पति से शोभा भारी।।जय धन्वं.।।
तुम को जो नित ध्यावे, रोग नहीं आवे।
असाध्य रोग भी उसका, निश्चय मिट जावे।।जय धन्वं.।।
हाथ जोड़कर प्रभुजी, दास खड़ा तेरा।
वैद्य-समाज तुम्हारे चरणों का घेरा।।जय धन्वं.।।
धन्वंतरिजी की आरती जो कोई नर गावे।
रोग-शोक न आए, सुख-समृद्धि पावे।।जय धन्वं.।।

दुखहरण सिंह ठाकुर की रिपोर्ट

कवर्धा शांत शहर, भाजपा इसे अशांत करना चाहती है-कांग्रेस

झण्डा विवाद मामले के सभी आरोपियों को जमानत मिल चुकी है

अनुसूचित जाति वर्ग के शासकीय अधिकारी को प्रताड़ित करने के आरोपियों को महिमा मंडित करने जेल में जाकर मिले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष साय

 

कवर्धा। शौर्यपथ ।  कवर्धा में हुए झण्डा विवाद के बाद जन-जीवन सामान्य हो रहा है। सभी लोग दीपावली जैसे प्रमुख त्योहार की तैयारियों में जुटे हुए है, बाजार में रौनक भी नजर आ रही है। लेकिन प्रदेश में विपक्ष की भूमिका निभा रही भाजपा के नेताओं के दौरे थम नहीं रहे है। 29 अक्टूबर को भी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु देव साय, अपने साथ सांसद संतोष पाण्डेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय सहित अन्य नेताओं को लेकर कवर्धा पहुंचे थे। भाजपा नेताओं ने प्रेस कान्फ्रेंस लेकर कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाने से भी परहेज नहीं किया। इसे लेकर कांग्रेस ने भाजपा को कवर्धा में अशांति फैलाने के लिए जिम्मेदार बताया और भाजपा नेताओं पर जोरदार प्रहार किया है। कबीरधाम जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नीलकंठ चन्द्रवंशी ने आज प्रेस कान्फ्रेंस लेकर भाजपा से कई सवाल पूछे। उन्होंने कहां कि कवर्धा एक शांत शहर है जिसे भाजपा अशांत करना चाहती है।  

कबीरधाम जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नीलकंठ चन्द्रवंशी (नीलू) ने कहां कि छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय भाजपा के अन्य नेताओं के साथ कवर्धा पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने शांति की अपील क्यों नहीं की। नीलू ने यह भी कहां कि भाजपा के नेता शांति की अपील नहीं करते है। इसका कारण यह है कि कवर्धा में हुए विवाद के लिए पूरी तरह से भाजपा ही जिम्मेदार है। दो लोंगों के आपसी विवाद को भाजपा ने अपने राजनैतिक लाभ के लिए संाप्रदायिक रंग दिया। कवर्धा और कबीरधाम जिले के बाहर से असामाजिक तत्वों को कवर्धा लाकर हिंसा फैलाई, माहौल को अशांत किया। 

झण्डा सह सम्मान यथा स्थान पर लगवाया मंत्री अकबर ने

 जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नीलू चंन्द्रवंशी ने कहां कि झण्डा विवाद में जो झण्डा निकाला गया था, उसे स्थानीय विधायक व प्रदेश के मंत्री मोहम्मद अबकर ने यथा स्थान पर सह सम्मान वापस लगवाया। झण्डा विवाद के सभी आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे गए, इसके बाद किसी प्रकार कोई विवाद शेष नहीं रह गया था। इसके बावजूद भाजपा ने माहौल को अशांत करने का हर तरह से प्रयास किया। नीलू ने बताया कि झण्डा विवाद के सभी आरोपी जमानत पा चुके है, साथ ही वे जेल से भी रिहा हो चुके है, झण्डा विवाद का कोई भी आरोपी जेल में नहीं है। नीलू चन्द्रवंशी ने यह भी जानकारी दी कि प्रदेश भाजपा विष्णु देव साय 29 अक्टूबर को जेल में जिन दो आरोपियों से मिलने गए थे, उनकी झण्डा विवाद मामले में जमानत हो चुकी है। वे दोनों आरोपी अनुसूचित जाति के शासकीय अधिकारी को उनके कार्यालय में घुसकर धमकाने के आरोप में जेल में है। इससे यह स्पष्ठ हो जाता है कि अनुसूचित जाति -जनजाति के प्रति पूरी भाजपा की सोच व भावना किस तरह की है। प्रदेश भाजपा का मुख्य अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के एक जिम्मेदार शासकीय अधिकारी को प्रताड़ित करने के आरोपियों को महिमा मंडित करने जेल में जाकर आखिर क्या संदेश देना चाहता है। प्रदेश के गरीब, मजदूर, किसान, अनुसूचित जाति-जनजाति के प्रति भाजपा का रवैया भेदभाव वाला रहता है।

सांसद की सक्रियता शून्य, क्षेत्र के लोगों को पहचानते तक नहीं

 जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नीलू चन्द्रवंशी ने राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पाण्डेय द्वारा कहीं गई बातों का भी जवाब दिया है। 25 अक्टूबर को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर के अभूतपूर्व स्वागत को लेकर सांसद पाण्डेय ने कहां था कि भीड़ बाहरी थी। नीलू चन्द्रवंशी ने कहां कि अब तक सांसद की सक्रियता शून्य रही है। इस कारण सांसद पाण्डेय अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को जानते तक नहीं है। क्षेत्र के लोग भी सांसद से कोई आपेक्षा इसलिए नहीं रखते है कि सांसद का अपनी जिम्मेदारी से कोई लेना-देना नहीं है। मंत्री मोहम्मद अकबर के आगमन पर भीड़ स्वस्फुर्त उमड़ पड़ी थी। स्वागत के लिए भीड़ 400 से ज्यादा चार पहिया वाहनों में आई थी, इन वाहनों के नम्बर से यह स्पष्ठ हो जाता है कि पूरी भीड़ कवर्धा व कबीरधाम जिले की थी। सांसद पाण्डेय को यह सब नजर नहीं आता क्योंकि वे रचनात्मक कार्यों के बजाय विवाद पैदा करने वाले विषयों में उलझे रहते है।

* जिले में 11 अगस्त से लगातार जीरो कोविड केस , जबकि प्रतिदिन औसतन लगभग 2000 लोगों का हो रहा कोविड टेस्ट।
* पड़ोसी जिलों के कोविड प्रकरणों को देखते हुए सतर्कता जरूरी

दुखहरण सिंह ठाकुर की रिपोर्ट
कवर्धा / शौर्यपथ / कबीरधाम जिला कोविड कंट्रोल के मामले में संतोषप्रद स्थिति में है। कोविड की पहली व दूसरी लहर से सफलता पूर्वक निपटने के बाद अब यहां तीसरे लहर से निपटने के लिए तैयारियां कर ली गई हैं। वर्तमान हालातों की यदि बात करें तो कबीरधाम छतीसगढ़ का एकमात्र ऐसा जिला है जहां 11 अगस्त के बाद से आज दिनांक तक एक भी कोविड के मरीज नही हैं। छतीसगढ़ ही नही मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र आदि पड़ोसी राज्यों में भी ऐसा एक भी जिला नही है, जहां इतने लंबे समय तक कोविड केस जीरो रहा हो।
        कोविड के घोर परेशानियों भरे हालातों के बीच कबीरधाम जिला आशा की एक किरण बनकर सामने आया है। सुखद यह है यहां प्रतिदिन औसतन लगभग 2000 लोगों का कोविड टेस्ट हो रहा है और पॉजिटिव केस जीरो है। यहां एक्टिव कोविड मरीजों की संख्या भी जीरो है।
              मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शैलेन्द्र कुमार मण्डल ने इस सम्बंध में जानकारी दी कि जिले में कोविड जांच अधिक कर कोविड संक्रमण का जल्द पता लगाकर संक्रमितों व उनके सम्पर्क में आने वालों को आइसोलेट करके उपचारित किया गया।
         उन्होंने बताया कि इसके अलावा जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा द्वारा होम आइसोलेशन वालों के लिए वृहद कंट्रोल रूम बनाकर मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य सम्बन्धी परामर्श की सम्पूर्ण व्यवस्था करवाई गई। दिन में दो बार दवा खाने से लेकर, दिनचर्या व सेहत की तमाम काउंसलिंग शिक्षकों व चिकित्सकीय टीम द्वारा की गई। कोविड अस्पताल के भर्ती मरीजों के परिजनों तक सूचना देने के लिए भी अलग से टीम बनाई गई जिनका कार्य फोन पर मरीजों के सेहत की जनकारी उनके परिजनों को देना था। कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों को योगा व मनोरंजन की व्यवस्था कर स्वास्थ्य लाभ दिया गया।
            इसी प्रकार जिले में कोविड काल में औसतन 3000 से 3500 तक प्रतिदिन कोविड टेस्ट किया गया। जांच बढाकर संदिग्ध व संक्रमित लोगों का जल्द से जल्द पता लगाया गया व इन्हें उपचारित किया गया।
    उल्लेखनीय है कि जिले में अब तक कुल 585342 लोगों का कोविड जांच किया जा चुका है, इनमें से 22667 कोविड संक्रमित मिले और 22384 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।

  कलेक्टर के निर्देश पर घर- घर सर्वे कर दी जा रही है दवा
जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने कोविड नियंत्रण के लिए मितानिनों व जमीनी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर सर्वे कर कोविड सम्बन्धी लक्षण वाले, भीड़ वाले स्थलों पर बार-बार जाने वाले व कोविड मरीज के सम्पर्क में आने वाले लोगों को चिन्हांकित कर दवा खिलाने का निर्देश दिया, जिसके परिपालन में  लगभग 50, 000 लोगों को मुफ्त दवाओं का वितरण किया जा चुका है गया। डॉ मण्डल ने बताया कि यह सर्वे लगातार जारी है।
     
 कोविड टीकाकरण का लक्ष्य पूर्ण करने का प्रयास
           जिला पंचायत सी ई ओ विजय दयाराम के. के नेतृत्व में जिले में कोविड टीकाकरण का लक्ष्य पूर्ण करने का भरपूर प्रयास जारी है और अब तक जिले में लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 65 प्रतिशत लोगों का कोविड टीकाकरण किया जा चुका है। इसके लिए लोगों में जागरूकता आई है और जिले अनेक गांव 100 प्रतिशत टीकाकृत किये जा चुके हैं।
     जिले के बाहर से आने पर कराएं कोविड जांच
जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने कहा कि जिले में कोविड कंट्रोल के लिए जनसहयोग ही एक बहुत बड़ी वजह है। उन्होंने
बाहर जिलों व राज्यों से आने वाले लोगों को कोविड टेस्ट कराने के लिए अपील करते हुए कहा कि कबीरधाम को हम कोविड से मुक्त रख सकते हैं यदि त्वरित रूप से जांच कराए जाएं। लक्षण आने पर या जिले के बाहर से आने पर यदि कोविड जांच कराया जाता है तो बाहर से आने वाले संक्रमण को रोका जा सकता है। इसके अलावा कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए कोविड टीकाकरण का दोनों डोज अवश्य लगवाएं।
 

कबीरधाम / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में नवम्बर माह में त्यौहार होने की बात कहकर 1 दिसंबर से धान खरीदी करने का फैसला लिया है। धान खरीदी में देरी को लेकर भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री और जिला पंचायत कबीरधाम की सभापति भावना बोहरा ने कहा है कि त्योहार का बहाना बनाकर राज्य सरकार किसानों के साथ छल कर रही है। त्योहार में सबसे ज्यादा लोगों को आर्थिक जरूरतों व त्योहार से सम्बंधित वस्तुओं की जरुरत पड़ती है ऐसे में एक माह देर से धान खरीदी शुरू करने से किसानों और उनके परिवार को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ सकता है इसलिए 1 नवम्बर से धान की खरीदी शुरू होनी चाहिए।
   भावना बोहरा ने आगे कहा कि राज्य सरकार के कुप्रबंधन के कारण धान के सड़ने व उसका सही समय पर उठाव नहीं होने के कारण करोड़ों के धान ख़राब हो गए हैं । इसके चलते सहकारी समितियों व किसानों को नुकसान हुआ है और धमतरी और राजनांदगांव में सहकारी समितियों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। दो साल से सोसायटी को नुकसान होने की बात कह रहे हैं। वहीं पांच सूत्रीय मांग पूरी नहीं होने पर धान खरीदी का बहिष्कार करने की बात कह रहे हैं। इसका समाधान करने की बजाय राज्य सरकार केवल दावों में अपना बखान करने में लगी हुई है।
   भावना बोहरा ने आगे कहा कि सरकार की धान खरीदने की नीयत ही नहीं है। वो जानबूझ कर खरीदी में देरी कर रही हैं ताकि 2500 रुपए न देना पड़े। इससे पहले भी धान खरीदी में अनियमितता, भ्रष्टाचार, बारदाने की कमी व समय पर भुगतान न होने के कारण किसानों को परशानियों का सामान करना पड़ा था। किसान अपना धान बेचने के लिए दो से तीन गुने दामों पर बाजार से बारदाना खरीदकर अपना धान बेचने को मजबूर थे। इस बार धान खरीदी 1 माह देर से शुरू होने की वजह से किसानों को अपना धान बेचने के लिए बहुत ही कम समय मिलेगा इसलिए 1 नवम्बर से धान खरीदी प्रारंभ करना अत्यंत ही आवश्यक है पर राज्य सरकार केवल अपना फायदा देखकर इसमें देरी कर रही है।
   उन्होंने आगे कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी और भाजपा सरकार क दौरान किसानों के हित को देखते हुए 1 नवम्बर से धान की खरीदी प्रारंभ हो जाती थी, किसानों को भुगतान व बारदाने के लिए भटकना नहीं पड़ता था। लेकिन जब से राज्य में कांग्रेस की सरकार आई है तब से किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। तय समय पर किसानों से धान नहीं खरीदी जा रही है जिसके कारण किसानों के फसलों को नुकसान हो सकता है। इसलिए मैं राज्य सरकार से मांग करती हूँ कि 1 नवम्बर से धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू की जाए और किसानों का बकाया बोनस भी उन्हें दिया जाए ताकि त्योहार में किसानों को मानसिक व आर्थिक रूप से सहायता मिल सके।

बीजापुर /शौर्यपथ/

संभागायुक्त बस्तर संभाग  जीआर चुरेन्द्र बीजापुर के दो दिवसीय प्रवास के दौरान शासन के विभिन्न योजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।  चुरेन्द्र ने उसूर ब्लाक के आवापल्ली पंचायत, भोपालपटनम के चेरपल्ली पंचायत, बीजापुर में लोहा डोंगरी एवं भैरमगढ़ ब्लाक मे जनप्रतिनिधि समाज प्रमुख, गायता-पेरमा, मांझी पुजारी चालकी, कोटवार-पटेल सहित गणमान्य नागरिकों से चर्चा कर शासन की योजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन करने अपील की वहीं समाज में व्याप्त बुराई एवं वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समाज की स्थिति पर व्यापक चर्चा भी किया। मौके पर उपस्थित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए बस्तर संभाग मे अपने लंबे प्रशासनिक अनुभव को साझा करते हुए योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक सफलतापूर्वक पहुंचाने एवं मुख्यधारा से जोड़ने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन दिए। इस बैठकों में समाज के हरवर्ग ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और कमिश्नर  चुरेन्द्र के अनुभव को आत्मसात भी किए। जनप्रतिनिधियों में जिला जनपद के सदस्यों ने विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया और जिला पंचायत सदस्य एवं राज्य कृषि कल्याण आयोग ने सदस्य श्री बसंतराव ताटी ने कृषकों के विभिन्न समस्याओं से अवगत कराते हुए सिंचाई के पर्याप्त साधन उपलब्ध कराने की मांग रखी वहीं प्रशासन की पहुंच अंतिम व्यक्ति तक सुलभतापूर्वक पहुंचाने अधिकारी कर्मचारियों में मुख्यालय में निवास हेतु भोपालपटनम में आवास सुविधा उपलब्ध कराने की बात रखी। बीजापुर मे आयोजित चर्चा में  शंकर कुड़ियम जिला पंचायत अध्यक्ष,  नीना रावतिया उद्दे जिला पंचायत सदस्य एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के सदस्य, जनपद उपाध्यक्ष सोनू पोटाम सहित विभिन्न समाज प्रमुख ने बैठक को सार्थक बनाया। श्रीमती नीना रावतिया ने शासन की योजनाओं का व्यापक स्तर पर लोगो का लाभान्वित करने सभी वर्गाे से अपील की। बीजापुर में आयोजित बैठक में पुलीस अधीक्षक  कमलोचन कश्यप, सीईओ जिला पंचायत  रवि कुमार साहू, एसडीएम बीजापुर  देवेश कुमार ध्रुव सहित समाज प्रमुख जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

भैरमगढ़ में आयोजित ब्लाक स्तरीय समन्वय बैठक एकलव्य स्कूल में आयोजित हुआ जिसमें छत्तीसगढ़ युवा आयोग के सदस्य श्री अजय सिंह, जनपद अध्यक्ष श्री दशरथ कुुुंजाम सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, समाज प्रमुख एवं गणमान्य नागरिक शामिल हुऐ। कमिश्नर  चुरेन्द्र ने अपने उद्बोधन में समग्र विकास की अवधारणा को पूर्ण करने सभी वर्गो की जागरूकता, ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती सशक्त समाज के निर्माण में समाज में जागरूकता जरूरी है। शासन की विभिन्न योजनाओं के अर्न्तगत शासन-प्रशासन की कार्ययोजना को विस्तारपूर्वक बताया जिसमें राजीव गांधी किसान न्याययोजना, नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी, गोधन न्याय योजना, मनरेगा, किसान क्रेडिट कार्ड, जैसे महत्वपूर्ण योजनाओें का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन करने अधिकारियों को निर्देश दिए। वहीं धान के बदले अन्य फसल से कृषको के जीवन स्तर पर व्यापक बदलाव लाने की बात कही। परंपरागत कृषि के स्थान पर उन्नत कृषि एवं वैज्ञानिक तकनीक से कृषि को बढ़ावा देने, साग-सब्जी, औषधीय पौधे, फलदार पौधे, रोपण पर बल दिया। पर्याप्त सिंचाई सुविधा के लिए नरवा के माध्यम से जल संचय की बात कही। कृषि के साथ-साथ मछली पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन मशरूम उत्पादन, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने ग्राम पंचायत एवं ग्राम सभा के महत्व को बताया एवं ग्राम विकास एवं न्याय समिति के बारे में बताया जो ग्राम सभा एवं ग्राम पंचायत के सहयोगी संस्था के रूप में ग्रामीण विकास की अवधारणा को पूर्ण करेंगा। सामूहिक कृषि पर बल देते हुए किसानों को आवश्यक संसाधन, भूमी मरम्मत, तार लिंक फेसिंग, सिंचाई के साधन उपलब्ध कराने के साथ ही वैज्ञानिक पद्धति से उन्नत कृषि की ओर अग्रसर कर उनके आमदनी के स्त्रोत बढ़ाने के लिए कार्य योजना को विस्तारपूर्वक बताया अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान बस्तर कमिश्नर श्री जीआर चुरेन्द्र ने जिले के सर्वागीण विकास के लिए स्पष्ट कार्ययोजना की चर्चा की इस दौरान जिले के सभी वर्गाें ने कमिश्नर श्री चुरेन्द्र की बातों को आत्मसात कर जिले के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त किया अंतिम बैठक भैरमगढ़ में आयोजित हुआ। इन सभी बैठको में औषधी पादप बोर्ड एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग श्री आरसी दुग्गा ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती वन संसाधनों के समुचित उपयोग वनोपज संग्रहण से वनवासियों के आमदनी के स्त्रोत पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया। इस दौरान कलेक्टर  राजेन्द्र कटारा ने जिले के सर्वागीण विकास के लिए प्राथमिकता के आधार पर कृषि, शिक्षा स्वास्थ्य मूलभूत आवश्यकताओं को सर्वसुलभ बनाने के सबकी भागीदारी की जरूरत बताई, शासन के सभी योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने जिला प्रशासन कटिबद्ध है। जिसके लिए जिला प्रशासन के सभी विभाग अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में कार्य कर रहे है। जिला प्रशासन आम नागरिकों के हित के लिए सदैव तत्पर है। प्रशासन द्वारा लोगो मे जागरूकता लाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। जिससे सभी योजनाएं सफलतापूर्वक संचालित हो सके और लोगो के जीवन स्तर में सुधार हो सके। बैठक में विभिन्न वर्गो के लोगो जनप्रतिनिधि विभागीय अमला मौजूद रहे लोगों की समस्याओं से अवगत होकर निराकरण के लिये आवश्यक कार्यवाही की गयी।

 

देश में अब तक लोगों को वैक्सीन की 104.82 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं. इसमें पिछले 24 घंटे में दिए गए 74,33,392 डोज भी शामिल हैं.

नई दिल्ली/शौर्यपथ/

भारत में कोरोना वायरस के मामलों में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. रोजाना 15 हजार के आसपास नए Covid-19 केस आ रहे हैं. देशभर में पिछले 24 घंटों में कोरोना के कुल 14,348 नए केस सामने आए. कल की तुलना में नए केसों में कमी आई है. गुरुवार को यह आंकड़ा 16,156 था. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, एक दिन में कोरोना से मौत के 805 मामले रिपोर्ट हुए हैं. देश में अब तक महामारी की वजह से 4,57,191 लोगों की मौत हो चुकी है. फिलहाल, देश में रिकवरी रेट यानी संक्रमण मुक्त होने की दर 98.19 प्रतिशत है. बीते 24 घंटे में 13,198 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं जबकि अब तक कुल 3,36,27,632 लोग ठीक हो चुके हैं. एक्टिव केसों की बात की जाए तो यह कुल मामलों का 0.47 प्रतिशत है, जो कि मार्च 2020 के बाद सबसे निचले स्तर पर है. संख्या के आधार पर, देश में फिलहाल 1,61,334 मरीजों का इलाज चल रहा है.

देश में चल रहे व्यापक टीकाकरण अभियान पर नजर डालें तो अब तक लोगों को वैक्सीन की 104.82 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं. इसमें पिछले 24 घंटे में दिए गए 74,33,392 डोज भी शामिल हैं.
संक्रमण दर की बात की जाये तो साप्ताहिक संक्रमण दर 1.18 प्रतिशत है, जो पिछले 35 दिनों से दो प्रतिशत के नीचे है. वहीं, दैनिक संक्रमण दर 1.12 फीसदी है. यह पिछले 25 दिनों से 2 प्रतिशत के नीचे बनी हुई है.

 

 


मुंबई/शौर्यपथ/

सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गुरुवार को बॉम्बे हाईकोर्ट से जमानत मिल गई. तीन सप्ताह तक आर्यन खान के जेल में रहने के बाद, खान परिवार ने एक बड़ी राहत की सांस ली. 23 वर्षीय आर्यन खान की छोटी बहन सुहाना खान ने अपने पिता शाहरुख खान और भाई के साथ बचपन की तस्वीरों का एक कोलाज और एक साधारण तीन शब्दों वाला "आई लव यू" संदेश पोस्ट कीं.

आर्यन खान शुक्रवार या शनिवार को मुंबई की आर्थर रोड जेल से रिहा हो सकते हैं, क्योंकि बॉम्बे हाईकोर्ट ने ड्रग्स मामले में अपना विस्तृत आदेश दिया है, जो मामला काफी दिनों से समाचारों में और सोशल मीडिया पर छाया हुआ है.

आर्यन खान की ओर से पेश हुए पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने मुंबई में अदालत के बाहर संवाददाताओं से कहा, "अदालत ने अभी जमानत दी है और उम्मीद है कि तीनों याचिकाकर्ता शुक्रवार या शनिवार को जेल से बाहर आ जाएंगे."
शाहरुख खान के सबसे बड़े बेटे आर्यन खान 2 अक्टूबर को क्रूज शिप पर एनसीबी की छापेमारी में गिरफ्तार किए गए कई लोगों में से एक थे. छापेमारी करने वाली केंद्रीय एजेंसी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने आरोप लगाया है कि आर्यन खान नियमित रूप से ड्रग्स का सेवन कर रहे हैं, और तो और वो ड्रग्स की सप्लाई भी कर रहे थे. वहीं, अभिनेता के बेटे ने आरोपों से इनकार किया है, कोर्ट में आर्यन खान के वकील की तरफ से ये दलील दी गई है कि छापेमारी के दौरान उनके पास से ड्रग्स नहीं मिली है और ना ही वो ड्रग्स का सेवन कर रहे थे. उनके पास ड्रग्स के लिए पैसे भी नहीं थे. इस मामले को लेकर अभिनेता आर माधवन ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, “भगवान का शुक्र है, एक पिता के रूप में मुझे बहुत राहत मिली है."

 

 

 

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