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रायपुर /शौर्यपथ/
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने आज दुर्ग जिले के पदुम नगर भिलाई में ए.एम. हॉस्पिटल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने अस्पताल संचालक एवं प्रबंधकों व चिकित्सकीय स्टाफ को शुभकानाएं और बधाई दी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आधुनिक उपचार की व्यवस्था होने से आस-पास क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि आपातकालीन स्थिति में बिना समय गवाएं, तत्काल अस्पताल पहुंचना होता है, ऐसी स्थिति में यह अस्पताल आस-पास के लोगों के लिए संजीवनी साबित होगा। उन्होंने इस अवसर पर अस्पताल प्रबंधन को मानवीय संवेदना और सेवाभावना के साथ मरीजों का उपचार करने की अपील की।
गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने ए.एम. हास्पिटल के शुभारंभ अवसर पर कहा कि स्वस्थ्य शरीर जीवन के लिए बहुत जरूरी है। इससे व्यक्ति के जीवन में खुशी का उदय होता है। किसी प्रकार की शारीरिक समस्या होने पर जीवन बड़ी ही तकलीफ से गुजरता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टिकोण में अच्छे चिकित्सकों और अस्पतालों की बड़ी भूमिका होती है। इलाज की आधुनिक सुविधा होने से निश्चित रूप से यह अस्पताल लोगों के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी साबित होगा। उन्होंने अस्पताल प्रबंधकों को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर ए.एम हॉस्पिटल के संचालक श्री सुभाष साव, भिलाई-चरोदा नगरनिगम सभापति विजय जैन, जिला पंचायत सभापति पुष्पा भुवनेश्वर यादव, एल्डरमेन संजय साहू, एल्डरमेन रानी वर्मा, पार्षद राजेश दांडेकर और स्थानीय प्रतिनिधि सहित अस्पताल के स्टाफ उपस्थित थे।
रायपुर /शौर्यपथ/
राजधानी रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में हर तरफ उत्साह का माहौल बना हुआ है। आज शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ सेल्फ जोन में पहुंचकर सेल्फी लिया। समारोह स्थल पर आदिवासी संस्कृतियों तथा छत्तीसगढ़ के ग्रामीण परिवेश की झलकियों को समेटे आकर्षक सेल्फी जोन भी बनाए गए हैं। इस अवसर पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
रायपुर /शौर्यपथ/
आदिवासियों का वैश्विक मंच बना छत्तीसगढ़: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल -2आदिवासियों का वैश्विक मंच बना छत्तीसगढ़: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल -3आदिवासियों का वैश्विक मंच बना छत्तीसगढ़: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल -4आदिवासियों का वैश्विक मंच बना छत्तीसगढ़: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल -5आदिवासियों का वैश्विक मंच बना छत्तीसगढ़: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल -6
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य, आदिवासियों की संस्कृति को सहेजने, संवारने और आगे बढ़ाने के लिए अभिनव कार्य कर रहा है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह सिर्फ राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव नहीं, बल्कि जनजातीय वर्ग का सम्मान है। उन्होंने कहा कि जनजातीय वर्ग, वर्षाें से शोषित रहा है, सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से पिछड़ा रहा है। उसे आगे बढ़ाने के लिए यह भव्य आयोजन पूरे देश के लिए एक संदेश है। उन्होंने कहा कि यदि हम सब चाहे तो यह जनजातीय वर्ग हमारे साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकता है, आगे बढ़ सकता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जनजातीय वर्ग के प्रति यह प्रयास मील का पत्थर साबित होगा।
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का शुभारंभ झारखण्ड के मुख्यमंत्री एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हेमंत सोरेन ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने की। कार्यक्रम में राज्यसभा के पूर्व सांसद बी.के. हरिप्रसाद, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, युगाण्डा एवं फिलीस्तीन के कॉउंसलर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 28 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक आयोजित होने वाले इस ‘राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव’ और छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में देश के 27 राज्यों और 6 केन्द्रशासित प्रदेशों के कलाकारों के साथ ही 07 देशों- एस्वातीनी, नाइजीरिया, उज्बेकिस्तान, श्रीलंका, यूगांडा, माली और फिलिस्तीन से आए लगभग 1500 कलाकार भाग ले रहे हैं।
मुख्य अतिथि हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि आज भौतिकवादी युग में जनजातीय समाज अपनी सभ्यता, संस्कृति को बचाने में लगा है। छत्तीसगढ़ सरकार के इस कार्यक्रम को देखकर यह महसूस हो रहा है कि इससे जनजाति वर्ग में आशा जगेगी। इससे उन्हें ताकत और ऊर्जा मिलेगी, वह अपनी संस्कृति और सभ्यता को अक्षुण्ण रखेंगे। उन्होंने कहा कि यहां आदिवासियों की कला, संस्कृति के साथ-साथ उनके उत्पाद के प्रदर्शन एवं विक्रय का मेला लगा है। श्री सोरेन ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में आदिवासियों की बेहतरी और उनके कल्याण के लिए संचालित योजनाओं का अध्ययन करते हैं और अपने राज्य में भी बदलाव की कोशिश करते हैं। उन्होंने जल-जंगल-जमीन जनजातीय समाज की आत्मा है। खेत-खलिहान, पशुधन और वनोपज इनकी सम्पत्ति है। छत्तीसगढ़ राज्य में लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी और वनवासियों को तेंदूपत्ता से लेकर लघु वनोपजों का बेहतर मूल्य दिलाने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की तारीफ की और कहा कि उनका यह मानना है कि जब तक गांव समृद्ध नहीं होगा, तब तक शहर, प्रदेश और देश समृद्ध नहीं होगा। जनजातीय समुदाय की क्रय शक्ति बढ़े, इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर राज्य के सभी वर्ग एवं समाज के देवी-देवताओं को नमन करते हुए कहा कि अनेकता में एकता हमारी ताकत और पहचान है। उन्होंने कहा कि इसे जोड़ने एवं संजोने के लिए विश्व के आदिवासियों को एक मंच पर लाने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है, ताकि वह संस्कृति को, अपनी ताकत को जाने और आगे बढ़े। छत्तीसगढ़ आज आदिवासियों का वैश्विक मंच के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर रहा हैं। उन्होंने कहा कि इसमें सफलता मिली है। यह राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव का द्वितीय आयोजन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में 42 जनजातियां और 5 विशेष पिछड़ी जनजातियां निवास करती है। इनकी जनसंख्या राज्य की कुल आबादी की एक-तिहाई है। सभी जनजातियों की विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान है। उनकी बोली, उत्सव, नृत्य, देवी-देवता भी अलग-अलग है। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के माध्यम से जनजातियों की सांस्कृतिक विभिन्नता, उनकी कला को हमें एक मंच पर देखने और जानने का अवसर मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य में आदिवासी समुदाय की बेहतरी के लिए किए जा रहे कार्याें का उल्लेख करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के नवनिर्माण में सबकी भागीदारी हो, सबका विकास हो, यह हमारी प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों और फैसलों से राज्य की अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है। छत्तीसगढ़ पहला राज्य हैं, जिसमें एक निजी उद्योग के लिए अधिग्रहित 4200 एकड़ जमीन आदिवासियों को वापस कराई है। वनवासियों को हम व्यक्तिगत और सामुदायिक पट्टे दे रहे हैं। गौठानों में दो रूपए किलो में गोबर की खरीदी की जा रही है। गोबर विक्रेता ग्रामीणों एवं पशुपालकों को इसके एवज में 104 करोड़ रूपए करोड़ से अधिक का भुगतान किया गया है। गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। गौठानों में इंडस्ट्रियल पार्क, लघु उद्योग एवं कृषि आधारित उद्योग लगाने का काम जारी है। हमारी सरकार राज्य के तीज-त्यौहार, कला-संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा दे रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 में पहली बार राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का सफल आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य ने किया। कोरोना संक्रमण की वजह से बीते वर्ष इसका आयोजन नहीं हो सका। इस साल सभी लोगों के आग्रह पर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव का आयोजन एक साथ किया जा रहा है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से आदिवासी संस्कृति को देश और विश्व पटल पर स्थापित करना है। उन्होंने महोत्सव में भाग लेने के लिए आए विदेशी कलाकारों सहित देश के सभी राज्यों के कलाकारों का छत्तीसगढ़ राज्य की ओर से स्वागत किया। पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का एकलौता राज्य है, जो इस तरह का आयोजन कर रहा है। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि यह आयोजन, सांस्कृतिक एवं भाषायी विविधता और पुरानी परंपरा को एक सूत्र में पिरोकर, अनेकता में एकता का अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने उम्मीद जताई कि राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के दौरान हम विभिन्न देशों एवं राज्यों से आए कलाकारों की कला का प्रदर्शन देखेंगे, उनका उत्साहवर्धन करेंगे और मेहमान कलाकार छत्तीसगढ़ से सुमधुर यादें अपने साथ लेकर जाएंगे।
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर विभिन्न राज्यों एवं देशों से आए नर्तक दलों ने पारंपरिक वेशभूषा एवं वाद्य यंत्रों के साथ आकर्षक मार्चपास्ट किया। इस अवसर पर मंत्री सर्वश्री रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, डॉ. शिव कुमार डहरिया, कवासी लखमा, गुरू रूद्र कुमार, अनिला भेंड़िया, जयसिंह अग्रवाल, उमेश पटेल, राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम, संसदीय सचिवगण और विधायकगण सहित निगमों मण्डलों के अध्यक्ष एवं पदाधिकारी, अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
कोरिया /शौर्यपथ/
जिले में दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदान कर उनके दैनिक जीवन को सुगम बनाने तथा उन्हें सशक्त बनाने सहायक मदद और उपकरण प्रदान कर लाभान्वित किया जा रहा है। कलेक्टर श्री धावड़े के निर्देश पर दिव्यांगजनों को योजनान्तर्गत सहायक उपकरण, श्रवण यंत्र, ट्रायसायकल, व्हीलचेयर जैसी मदद कर उनके जीवन को सरल बनाने का प्रयास प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।
ई मेगा कैम्प में आये विकासखण्ड बैकुंठपुर के ग्राम बुडार के धनेश्वर प्रसाद को समाज कल्याण विभाग द्वारा सहायक उपकरण वितरण योजना के अन्तर्गत ट्रायसायकल प्रदान किया गया। धनेश्वर के पिता श्री केश्वर प्रसाद ने बताते हैं कि ट्रायसायकल के लिए समाज कल्याण विभाग में आवेदन किया था। मेगा कैम्प में विभाग ने हमारी मदद करते हुए ट्रायसायकल उपलब्ध कराई। ट्रायसायकल मिलने से अब धनेश्वर को आने जाने के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। प्रशासन की ओर से ट्रायसायकल मिलने से हमारी बहुत मदद हुई है और धनेश्वर को भी दैनिक क्रियाओं में सुविधा मिली है।
इसी तरह ग्राम सांवारांवा के सत्यम और पटना की शमीना को व्हीलचेयर उपलब्ध कराई गई। इसके साथ ही 6 हितग्राहियों को श्रवणयंत्र प्रदान कर मदद की गई। ई मेगा कैम्प में शामिल लोगों को विधिक सेवा की जानकारी एवं शासकीय योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहीमूलक सामग्री एवं आर्थिक सहायता राशि का वितरण किया गया।
नारायणपुर /शौर्यपथ/
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन से सभी नगरीय निकायों को दिशा-निर्देश प्राप्त हुये थे कि दीपावली पर्व को ध्यान में रखते हुए सभी नियमित अधिकारी कर्मचारियों/ अनियमित कर्मचारियों का वेतन भुगतान 31 अक्टूबर 2021 तक अनिवार्यत कर दिया जाये। दिशा-निर्देश के परिपालन में नगरपालिका परिषद् नारायणपुर में सभी नियमित अधिकारी एवं कर्मचारी, स्वच्छता दीदीयों स्वच्छता कमांडो और अनियमित कर्मचारियों को माह अक्टूबर 2021 का भुगतान कर दिया गया है। जिससे नगरीय निकाय में कार्यरत सभी कर्मचारियों में हर्ष व्याप्त है। सभी कर्मचारियों ने नगरीय प्रशासन के मंत्री महोदय, सचिव एवं संचालक महोदया द्वारा कर्मचारियों के हित में संवेदनशीलता के लिए आभार व्यक्त किया है। सभी कर्मचारियों ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वे सब अपने परिजनों के साथ हर्षाेल्लास के साथ दीपावली पर्व मनायेंगे। निकाय के सभी कर्मचारियों ने नगर पालिका परिषद् नारायणपुर जिला नारायणपुर को भी धन्यवाद ज्ञापित किया है।
कवर्धा /शौर्यपथ/
नेहरू युवा केन्द्र छत्तीसगढ़ युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त तत्वाधान में श्री सौरभ कुमार निषाद के कुशल मार्गदर्शन में चारों ब्लॉक में आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा हैं। जिसकें अंतर्गत ग्राम सिल्हाटी में नदी किनारे प्लास्टिक कचरा को साफ किया गया और प्लास्टिक को डिस्पोज किया गया। जिसमें लोहारा ब्लॉक के राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक चोकसिंह राजपुत, सतीष पटेल और रजवाड़ा किंग युवा मण्डल के सदस्य दीनू ठाकुर, प्रेमराज खुसरो, कुणाल, खुमान, वासुदेव पटेल, लेखन पटेल, सन्नी सोनी, जगमोहन पटेल, अनिल पटेल, रोशन पटेल, दुर्गेष, सरफराज अली, मेघश्याम, प्रसांत, किरण साहू उपस्थित थे।
कवर्धा /शौर्यपथ/
कार्यालय कार्यपालन अभियंता विद्युत सुरक्षा एवं संभागीय विद्युत निरीक्षक द्वारा संभाग द्वारा तार मिस्त्री परीक्षा दिसंबर में आयोजित की जाएगी। तार मिस्त्री परीक्षा में शामिल होने के इच्छुक अभ्यर्थी 30 नवंबर तक आवेदन पत्र कर सकते हैं। परीक्षा के लिए आवेदन पत्र कार्यालय कार्यपालन अभियंता विद्युत सुरक्षा एवं संभागीय विद्युत निरीक्षक संभाग, सहदेव नगर भदौरिया चौक जीई रोड राजनांदगांव से निःशुल्क प्राप्त किया जा सकता है। परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए निर्धारित शुल्क के साथ कम से कम दो वर्ष का किसी मान्यता प्राप्त संस्था/ उद्योग का व्यवहारिक अनुभव प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है। प्रत्येक वर्ग तार मिस्त्री परीक्षा के लिए शुल्क वर्ग दो (घरेलु), वर्ग तीन (औद्योगिक), वर्ग चार (शिरोपरी) प्रति वर्ग का शुल्क 20 रुपए एवं ब वर्ग के अंतर्गत वर्ग पांच बिजली मिस्त्री परीक्षा (भूमिगत) का शुल्क 30 रुपए तथा स वर्ग के अंतर्गत वर्ग (सभी वर्ग की एक से पांच तक) 70 रुपए निर्धारित की गई है।
कवर्धा /शौर्यपथ/
मनेरगा, डीमएफ और सिचाई विभाग के सहयोग से पानी बचाने का काम शुरू
किसानों को खेत-किसानी के काम के लिए पर्याप्त पानी की उपलब्धता हो, गांव के निस्तारी के समस्या का समाधान और साथ ही भूजल स्तर में बढ़ाने की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार अलग अलग काम कर रही है। कबीरधाम जिले में ग्रामीण किसानों के मांग पर छत्तीसगढ़ के कैबिनेट व जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के प्रयासों से जल संवर्धन व जल संरक्षण की दिशा में बरसात की पानी को सहेज कर उस पानी का समुचित उपयोग करने की दृष्टि से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के साथ जिला खनिज न्यास निधि (डीएमएफ) फंड का विभागीय मद से अभिसरण से पिपरिया एनीकेट डिसिलिं्टग गेट रिपेयर और मरम्मत कार्य को जल संसाधन विभाग के साथ मिलकर कराया जा रहा है। कार्य प्राम्भ होते ही इसके बेहतर परिणाम स्थानीय ग्रामीणों को मिलने लगा हैं।
तीन गांवों के किसानों को मिलने लगा सीधा लाभ
तीन विभागों को मिलाकर 27 लाख 88 हजार रुपए की लागत से हो रहे इस कार्य में मनरेगा योजना से 8 लाख रुपए मजदूरी पर और 5 लाख 29 हजार रुपए सामग्री पर व्यय निर्धारित था और शेष राशि 13 लाख 13 हजार रुपये डीएमएफ मद से और 1 लाख 46 हजार रुपए जल संसाधन विभाग के विभागीय मद से स्वीकृति दी गई है। इस कार्य में ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिला है। चालू वित्त वर्ष 2021-22 में 25 जून से हो रहे इस कार्य में 4145 मानव दिवस रोजगार का सृजन होना प्रस्तावित है जिसमें 193 रुपये प्रति दिवस के दर से मजदूरी भुगतान किया जाना है। कार्य मे अभी तक 336 मानव दिवस रोजगार ग्रामीणों को मिला है जिसमे 64 हजार 8 सौ 48 रुपये का मजदूरी भुगतान हुआ है तथा वर्तमान में कार्य प्रगतिरत है।
14 हजार वर्ग मीटर के ट्रीटमेंट से स्थानीय ग्रामीण हो रहे है लाभान्वित-कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग
जल संसाधन संभाग विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री दिनेश भगोरिया ने बताया कि सकरी नदी पर बांध कम रोड बनी हुई है जो कि ग्राम झिरना, ग्राम पंचायत चारडोंगरी विकासखंड कवर्धा में स्थित है। एनीकेट एवं उसके आसपास पानी के बहाव क्षेत्र में बड़ी मात्रा पर गाद (सिल्ट) जमा हो जाने के कारण पानी का बहाव आगे नहीं बढ़ पाता था तथा जल संवर्धन की दिशा में बरसात का पानी यूं ही जाया हो जाता था। स्थानीय ग्रामीणों की मांग पर महात्मा गांधी नरेगा योजना और डीएमएफ फंड व जल संसाधन विभाग के मद को मिलाकर पिपरिया एटीकेटी डिसिलिं्टग, गेट रिपेयर एवं मरम्मत कार्य कराया गया। कार्य 200 मीटर लंबा और 70 मीटर चौड़ा सहित कुल 14000 वर्ग मीटर में हुआ है। इस कार्य के हो जाने से आसपास क्षेत्र के लगभग तीन गांव जिसमें मुख्य रुप से झिरना, पिपरिया और परसवारा के ग्रामीणों को अत्यधिक लाभ हो रहा है। खेतों के लिए पानी सीधे मिलने लगा है और साथ में ग्रामीणों को रोजगार भी मिला है।
मनरेगा, डीएमएस एवं जल संसाधन विभाग के अभिसरण से जल स्रोत का हो रहा उन्नायन एवं स्थानीय ग्रामीणों को कृषि कार्य हेतु मिल रही मददःसीईओ जिला पंचायत
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विजय दयाराम के. ने बताया कि शासन की मंशा अनुरूप गांव में जल स्रोतों का उन्नायन कर स्थानीय ग्रामीणों को कृषि कार्य हेतु पानी की उपलब्धता हो यह सुनिश्चित किया जाना है। यही कारण है कि कबीरधाम जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, जल संसाधन विभाग कवर्धा वा डीएमएफ के अभिसरण से यह कार्य नरवा उन्नयन की दिशा में एक और कदम है। मनरेगा योजना से 13 लाख 29 हजार रुपए की स्वीकृति दी गई है तथा शेष कार्य हेतु राशि डीएमएफ एवं विभागीय मद के माध्यम से योजनाओं का अभिसरण करते कार्य हो रहा है। कार्य से स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार मिल रहा है साथ ही उनके खेतों के लिए पानी की व्यवस्था सहज रूप से उपलब्ध हों रहा है जो सीधे तौर पर धान, गन्ना एवं अन्य फसलों के काम में आ रहा है। इसके अतिरिक्त निस्तारी के लिए उपयोग हो रहा है। उन्होंने बताया कि ऐसे कार्यों को प्राथमिकता के तौर पर तकनीकी रूप से प्रशिक्षित विभाग द्वारा कराया जा रहा है जिससे ग्रामीणों को इसका सही लाभ मिल सके। ग्रामीणों को उनका उपज बढ़ाने में मदद मिल सके जो सीधे तौर पर उनके आर्थिक लाभ से जुड़ा हुआ है।
धमतरी /शौर्यपथ/
कक्षा ग्यारहवीं के छात्र जगत पाल साहू काफी खुश हैं, कि उन्हें आवेदन देतेे ही समाज कल्याण विभाग से तत्काल मोटराइज्ड ट्रायसाइकिल मिल गई। दरअसल कुरूद तहसील के ग्राम अटंग निवासी अस्थिबाधित जगत पाल साहू 80ः दिव्यांग हैं। उन्हें स्कूल सहित कहीं भी आने-जाने में काफी दिक्कत होती थी। ऐसे में उन्हें समाज कल्याण विभाग की दिव्यांगजनों के लिए संचालित इस योजना की जानकारी मिली। उन्होंने कलेक्टर पी.एस.एल्मा को आवेदन दिया, जिस पर फौरी कार्रवाई करने के निर्देश कलेक्टर ने उप संचालक समाज कल्याण एम.एल.पॉल को दिए। नतीजन छात्र जगत पाल को मोटराइज्ड ट्रायसाइकिल मिल गई। उन्होंने समाज कल्याण विभाग तथा जिला प्रशासन का साधुवाद किया, जिनकी बदौलत उन्हें ट्रायसाइकिल मिली। मोटराइज्ड ट्रायसाइकिल मिलने पर छात्र जगत पाल के चेहरे में संतोष के भाव उभर आए, क्योंकि अब इसके सहारे वे अपनी आगे की पढ़ाई आसानी से जारी रख सकेंगे।
नारायणपुर /शौर्यपथ/
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष खेल एवं युवा कल्याण विभाग, जिला नारायणपुर द्वारा जिले में विकासखण्ड एवं जिला स्तरीय युवा उत्सव वर्ष 2021-22 का आयोजन किया जाना है। 17 नवम्बर को नारायणपुर विकासखंड स्तरीय कार्यक्रम इंडोर स्टेडियम में और ओरछा विकासखंड का कार्यक्रम पोर्टाकेबिन ओरछा में आयोजित किया जायेगा। वहीं जिला स्तरीय युवा उत्सव का आयोजन 24 नवम्बर को इंडारे स्टेडियम माहका में किया जायेगा। इस युवा उत्सव में लोकनृत्य, लोकगीत, एकांकी नाटक (हिंदी/अंग्रेजी भाषा) शास्त्रीय गायन (हिन्दुस्तानी शैली, कर्नाटक शैली), सितारवादन (शास्त्रीय वादन), बांसुरी वादन, तबला वादन, वीणावादन, मृदंगम वादन, हारमोनियम वादन, गिटार वादन, मणिपुरी, ओडीसी, भरतनाट्यम, कत्थक, कुचीपुडी, और वक्तृत्व कला आदि विधाएं होंगी। युवा उत्सव में भाग लेने वाले कलाकारों की आयु 8 जनवरी 2021 की स्थिति में न्यूनतम 15 वर्ष एवं अधिकतम 35 वर्ष होना आनिवार्य है। संगीतकारों की कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं है। किन्तु एकांकी नाटक के लेखक के लिये आयु सीमा निर्धारित है। प्रत्येक विधा में निर्धारित संख्या के आधार पर ही प्रतिभागी भाग लेंगे। विकासखण्ड युवा उत्सव में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कलाकारों को ही जिला युवा उत्सव में भाग लेने की प्रात्रता होगी एवं जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कलाकार को ही राज्य स्तर पर आयोजित युवा उत्सव में भाग लेने की पात्रता होगी।
कलाकारों को अपना स्वयं का वाद्य यंत्र, परिधान, सिंगार आदि सामग्री लाना होगा। प्रतिभागी दल स्वयं मंच व्यवस्था के अपने उपकरणों एवं साजो सामान की सुरक्षा के प्रति उत्तरदायी होंगे। नृत्य, गायन एवं वादन विधा में इलेक्ट्रानिक वाद्य यंत्र मान्य नहीं होंगे। युवा उत्सव में आयोजित सभी 18 विधाओं के लिये पृथक-पृथक अधिकतम तीन निर्णायकों का चिन्हांकन किया जावे। युवा उत्सव में आयोजित सांस्कृतिक विधाओं से संबंधित जानकारी कार्यालय खेल अधिकारी, खेल एवं युवा कल्याण, जिला नारायणपुर, बालक कीड़ा परिसर, कार्यालय खण्ड शिक्षा अधिकारी, एवं प्राचार्य, शा.उ.मा.वि. ओरछा से कार्यालयीन अवधी में प्राप्त किया जा सकता है।