May 21, 2024
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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।

राजनांदगांव / शौर्यपथ / राज्य सरकार हर जिले में अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलकर अपनी पीठ थपथपा रही है, लेकिन सरकार को खुद याद नहीं है कि वर्ष 2018 से लगभग 9 विकासखंडों में अंग्रेजी माध्यम के स्कूल संचालित किए जा रहे है, जहां अब लगभग 500 बच्चे इस वर्ष 2021 में कक्षा नवमी कहां पढ़ेंगे, इसकी जानकारी कोई नहीं दे रहा है, क्योंकि सरकार ने सिर्फ मिडिल स्कूल यानि कक्षा छटवीं से लेकर आठवीं तक ही अंग्रेजी माध्यम स्कूल की स्वीकृति दी है और इस वर्ष लगभग पांच सौ बच्चे इस वर्ष कक्षा आठवीं उत्तीर्ण कर कक्षा नवमीं प्रवेश कर चुके है और अब इन बच्चों को किस सरकारी अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में प्रवेश दिलाया जाएगा, इसको लेकर जिला शिक्षा अधिकारी के पास कोई योजना नहीं है।
इतना ही नहीं जिले में लगभग 25 प्रायवेट स्कूल ऐसे संचालित हो रहे है जहां सिर्फ कक्षा आठवीं तक ही स्कूल संचालित हो रही है और इन स्कूलों में जिला शिक्षा अधिकारी ने लगभग 500 आरटीई के बच्चों को प्रवेश दिलाया है और अब सभी बच्चों को कक्षा नवमीं में किस अंग्रेजी माध्यम स्कूल में प्रवेश दिलाया जाएगा, इसकी जानकारी भी जिला शिक्षा अधिकारी के पास नहीं है, क्योंकि आरटीई के बच्चों को कक्षा बारहवीं तक की शिक्षा पूर्ण कराने की जिम्मेदार जिला शिक्षा अधिकारी की है। वैसे भी बीत वर्ष कोरोना काल में जो प्रायवेट स्कूल बंद हो गए थे, उनके स्कूलों में प्रवेशित आरटीई के बच्चों को आज तक किसी भी स्कूल में प्रवेश नहीं दिलाया गया है, वे बच्चे आज भी शिक्षा से वंचित है और उनका एक साल बर्बाद हो चुका है, जिसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी ही जिम्मेदार है, जिसको लेकर कई पालकों ने पुलिस थाने में जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ लिखित शिकायत भी दर्ज कराई है।
छत्तीसगढ़ पैरेंटस एसोसियेशन ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर इन एक हजार बच्चों को तत्काल शासकीय और प्रायवेट अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में प्रवेश दिलाने की मांग किया गया है।

रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।
विस् अध्यक्ष डॉ महंत ने कहा कि, बच्चों के प्यारे चाचा पंडित जवाहर लाल नेहरू देश को प्रगति के पर ले जाने वाले पथप्रदर्शक रहे हैं। विशाल भारत, समृद्ध भारत, प्रगतिशील भारत, सक्षम भारत की नींव रखी जो 21वीं सदी में विश्व स्तर पर दिखायी दे रहा है। नेहरू जी ने अपना राजनीतिक जीवन एक स्वाधीनता सेनानी के रूप में शुरू किया था, वह अपनी किशोरावस्था में ही महात्मा गांधी के आंदोलन से जुड़े रहे, कई बार जेल गए और अनेकों बार स्वाधीनता सेनानियों के कोर्ट में वकालत भी की थी ।
विस् अध्यक्ष डॉ महंत ने कहा कि, 15 अगस्त 1947 को भारत के आजाद होने तथा भारत-पाकिस्तान त्रासदीपूर्ण बंटवारे के समय उन्होंने देश की बागडोर संभाली और देश को विकास की राह पर ले जाने का कार्य किया। उन्होंने आजादी के बाद देश के विकास के लिए कई पंचवर्षीय योजनाएं आरंभ की और देश को गुलामी के अंधकार से निकालकर विकास के मार्ग की राह दिखाई, उन्होंने विश्व को पंचशील का सिद्धांत दिया।

बालोद / शौर्यपथ / कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के तहत् जिले में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है। जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ एस.के. सोनी ने बताया कि जिसके तहत् 27 मई को विकासखण्ड बालोद अन्तर्गत टाउन हाल बालोद, प्राथमिक शाला पर्रेगुड़ा, प्राथमिक शाला सांकरा, ग्राम पंचायत मुजगहन, ग्राम पंचायत जामगांव बी, विकासखण्ड डौण्डी अन्तर्गत ग्राम नर्राटोला, खम्हारटोला, कुसुमकसा, खल्लारी, सिंघोला, बेलोदा, विकासखण्ड डौण्डीलोहारा अन्तर्गत सीएचसी डौण्डीलोहारा, देवरीबंगला, पीएचसी मंगचुआ, सुरेगांव, नाहंदा, विकासखण्ड गुण्डरदेही अन्तर्गत प्राथ. शाला गुण्डरदेही, कन्या प्राथ. शाला गुण्डरदेही, सामु. स्वास्थ्य केन्द्र अर्जुन्दा, प्राथ. शाला अर्जुन्दा,  प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खुरसुनी, भरदाकला, कुरदी, माहुद बी, सांकरी, बेलौदी, कलंगपुर, रनचिरई, सिरसिदा, गुरेदा, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर कचान्दुर, चन्दरबिरही, तवेरा, सिकोसा, पैरी, गब्दी, देवरी (द), कोटगांव, डुण्डेरा, भाठागांव (बी), मटिया (ह), रजोली, जोरातराई, खप्परवाड़ा, गोरकापार व सकरौद विकासखण्ड गुरूर अन्तर्गत प्राथमिक शाला जेवरतला, प्राथमिक शाला भरदा, प्राथमिक शाला तार्री, प्राथमिक शाला कनेरी, प्राथमिक शाला चंदनबिरही व प्राथमिक शाला कोसागोंदी में कोविड टीकाकरण कार्यक्रम किया जाएगा।

बेमेतरा / शौर्यपथ / विगत दिनों जारी एक विज्ञप्ति में भारतीय जनता पार्टी बेमेतरा जिला के शीर्ष नेताओं के ऊपर झूठे आरोप लगाए गए है, जिन आरोपो को सिरे से खारिज करते हुए प्रदेश एवं जिला संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों ने विज्ञप्ति जारी कर , पार्टी को बदनाम करने वाले आरोप को किसी और के इशारे पर किराये पर कार्य करने वाला बताया है। भाजपा पदाधिकारियों ने अपनी प्रतिक्रिया भी दिया है।
भाजपा प्रदेश मंत्री संध्या परगिनहा ने कहा कि भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश जोशी के कुशल नेतृत्व में बेमेतरा जिला संगठन पार्टी द्वारा दिये प्रत्येक कार्यक्रम का पूरी सफलता के साथ संचालन हो रहा है। विगत दिनों कोरोना काल मे जरूरतमंदों की सहायता, महिला मोर्चा का धरना प्रदर्शन, टूल किट मामले पर थाना में धरना जैसे कई कार्यक्रम सफलता के साथ हुए। जिसमें पुर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा एवं जिला महामंत्री विकास धर दीवान व नरेन्द्र वर्मा के योगदान भी अहम है। जिला संगठन की सकारात्मक रिपोर्ट कुछ लोगो को नही पच रही है इसीलिए सोशल मीडिया में बिना तथ्य की बाते लिखे जा रहे है। लेकिन पूरी भाजपा बेमेतरा की टीम जिलाध्यक्ष एवं महामंत्रियों के साथ खड़ी है आवश्यकता आयी तो ऐसे लोगो के ऊपर कार्यवाही के लिए आवाज उठाएंगे।
दुख के समय कर रहे राजनीति, मेरे नाम का लिया आड़
जिला महामंत्री नरेन्द्र वर्मा ने कहा कि विज्ञप्ति में मेरा नाम लिखकर जिला संगठन में फूट डालने की कोशिश की गई है, जो बिलकुल गलत है। कुछ पूर्व दिनों मेरे पुत्र के निधन के चलते मैंने राजनीति से कुछ दिन की दूरी बनाई है, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग ऐसे दुख के समय में भी राजनीति कर रहे है। जिलाध्यक्ष जोशी के नेतृत्व में हम सभी ने एकजुटता से कार्य किया है और आगे भी करेंगे। जहाँ तक मेरा नाम का उपयोग किया गया उसे मैं खारिज किरता हूँ।
जिला के भाजपा सत्तापक्ष से कही आगे
एससी मोर्चा प्रदेश महामंत्री दयावंत धर बांधे ने कहा कि भाजपा की सरकार में सरकार का सत्ता सुख विधायक मंत्री रहकर भोगा और 15 साल पार्टी को सत्ता के दम में दबाकर संघठन को चलाकर संघठन को कमजोर कर पार्टी को विपक्ष में बिठा दिया ऐसे सत्ता भोगी नेता आज निष्ठावान कार्यकर्ता जो कोंग्रेस की दमनकारी नीति के सामने पार्टी संगठन को मजबूती से खड़ा रखने में लगा है। उसकी ताकत को कमजोर करने में लगे हुवे है ।सम्मानित पदों पर दिनरात काम कर रहे भाजपा के शीर्ष नेताओं पर इस तरह बिना आधार आरोप लगाना निंदनीय है। बेमेतरा जिला में भाजपा सत्तारूढ़ दल से भी आगे है, आज जमीनी स्तर से लेकर समाचार पत्रों में भाजपा विपक्षी कांग्रेस से कही आगे है, जो हमारे नेताओं के नेतृव में ही सम्भव हो सका है, यह बात कुछ लोगो को नही पच रही है इसलिए सोशल मीडिया का सहारा लेकर उटपटांग एवं व्यक्तिगत टिप्पणियां की जा रही है।
समस्या है तो सामने आकर बात करे, सोशल मीडिया में पार्टी को बदनाम करने की साजिश
एससी मोर्चा जिलाध्यक्ष देवादास चतुर्वेदी ने कहा कि 15 साल सत्ता सुख के भोगी नेता जिनके कारगुजारियों के चलते भाजपा विपक्ष में बैठी है । ये ही किराये के लोगो को रख कर अपनी चीढ़ निकाल रहे है। जिस व्यक्ति ने विज्ञप्ति जारी की है उसका न पार्टी से कोई सम्बंध न नेताओ से। इससे स्पष्ठ है कि उसे लालच लेकर ऐसा कृत्य कराया जा रहा है। जिसको पार्टी में समस्या वे अपनी बात बैठकों में रखे इस प्रकार बाहरी व्यक्ति के माध्यम से सोशल मीडिया में सन्गठन को बदनाम करने अनुचित है। मामले को प्रदेश नेतृव से शिकायत कर जांच की मांग की जाएगी ताकि ऐसे कार्य करवाने वालो का नाम सामने आए।
अनेक ओबीसी एवं एससी चेहरों को दायित्व
किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष बबलू राजपूत, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष लक्ष्मीलता वर्मा, पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिलाध्यक्ष दीपेश साहू, अल्पसंख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष आकिब मलकानी एवं भाजयुमो जिलाध्यक्ष परमेश्वर वर्मा ने विज्ञप्ति में कहा कि जिला सन्गठन में सवर्णों का वर्चस्व की बात कही गयी है जोकि मूर्खतापूर्ण है। जिला से प्रदेश मंत्री जैसे पद में ओबीसी नेत्री को लिया गया है वही जिला संगठन में नरेन्द्र वर्मा, फिरतुराम साहू, भुनेश्वरी वर्मा सहित हम सभी में अनेक ओबीसी व एससी चेहरे हो प्रमुखता से स्थान दिया गया है, लेकिन कुछ लोगो के चाटुकारों की जगह जमीनी कार्यकर्ताओं को दायित्व मिलने से उनमें हड़बड़ाहट मची है, औऱ ऐसे कृत्य किये जा रहे है। जो लोग राजनीति में मुकाबला नही कर सकते वो पीठ पीछे दूसरे व्यक्ति की आड़ लेकर कायर की तरह वॉर करते है ।

* फ़ोर्स कैंप हटाने को सिलगेर ग्रामीण कर रहे हैं पिछले 16 दिनों से आंदोलन व 16 दिनों में 5 बार हुवा गंभीर लाठीचार्ज एवं एक बार स्तेमाल हुवा आशु का गोला गंभीर सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण आखिर कौन जवाबदार जवाब दें सरकार - जनता कांग्रेस
* फ़ोर्स द्वारा बैगेर बातचीत कर सीधे गोली चलाना 5 से 6 बार गंभीर लाठीचार्ज करना, ग्रामीणों की पट्टे की जमीन पे कब्ज़ा कर कैंप लगाना सवाल करने पर गुंडा गर्दी दिखाना कहा कानून इसकी इजाजत देती हैं जवाब दें राज्य सरकार - जनता कांग्रेस

जगदलपुर / शौर्यपथ / मांमले में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के बस्तर कोर कमेटी अध्यक्ष टंकेश्वर भारद्वाज एवं संभागीय सयुंक्त महासचिव नरेंद्र भवानी ने मामले में जानकारी देते हुए एवं राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की आज दिनांक 26/05/2021 मई दिन बुधवार को पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अमित जोगी के आदेशानुसार ब्लाक उसूर के ग्राम सिरगेल में कैंप हटाने को लेके ग्रामीणों का आंदोलन चल रहा हैं, जिसके कारण फ़ोर्स द्वारा 17 मई को आंदोलन कारी ग्रामीणों पे सीधे गोली दाग दी थी, जिसके बाद 3 ग्रामीणों की मृत्यु हो गई जिसका जानकारी प्राप्त होने के बाद से ही घटना की जानकारी लेने हेतु पार्टी द्वारा जांच समिति समूह बनाया गया था लेकिन पिछले तीन दिनों तक प्रयास करने के बाद भी घटना स्थल जाने से रोका जा रहा था लेकिन आज 26 मई को हमारी जांच दल का समूह बड़ी कठिनाइयों के साथ घटना स्थल आखिरकार पहुँच गए और हजारो की संख्या में ग्रामीणों से हुई मुलाक़ात लगभग एक घंटा के बातचीत के बाद हुवा यह सब मामले में हुवा खुलासा !
सबसे पहले तो जो ग्रामीणों की गोली लगने से हुई हैं मृत्यु वें हैं वास्तव में ग्रामीण लेकिन बस्तर आई जी आंदोलन में उपस्थित आंदोलनकारी ग्रामीणों एवं घायल हुए ग्रामीणों और मृत हुए ग्रामीणों को लेकर कहते हैं की सभी हैं नकसली आखिर क्यूँ दोषियों को बचाने में तुले हैं प्रशासन समझ से परे ! अगर मरने वाले नक्सली थे तो हजारो की भीड़ में सिर्फ उन तीनो को ही गोली कैसे लगी बताये बस्तर आई जी आखिर सुरक्षा बल के जवान जो घटना में उपस्थित थे उन्हें फायरिंग करने किसने बोला, जबकि मौके में जांच उपरान्त ग्रामीणों का कहना हैं की हम नारे बाजी एवं शान्ति के साथ आंदोलन कर रहे थे अचानक फायरिंग कैसे हुवा समझ में नहीं आया बावजूद जिम्मेदार पद में बैठ सभी निर्दोष ग्रामीणों को नक्सली कहना बस्तर आई जी को शोभा नहीं देता !
अगर मृत 3 निर्दोष ग्रामीण बस्तर आई जी के कहे अनुसार नक्सली थे तो क्यूँ प्रशासन तीनो के अंतिम संस्कार हेतु 10 हजार की राशि ग्रामीणों को देने गए आखिर नक्सलियों से ऐसा प्यार कब से, अगर वाहा उपस्थित सभी ग्रामीण जो आंदोलन कर रहे हैं, एवं घायल हुए हैं, और जान भी दिए हैं ऐसे सभी लोग नक्सली हैं तो वाहा वास्तव में ग्रामीण कहा हैं !


मामले में ज्यादा जानकारी देते हुए ग्रामीणों ने बताया की
(1)= 11 मई रात 3 बजे ग्राम पंचायत सिलगेर में तीन परिवारों का लगभग 25 - 30 एकड़ जमीन पर जबरन फ़ोर्स ने रातो रात कब्ज़ा कर लिया, वहीं जब दूसरे दिन 12 मई को लगभग 25 - 30 ग्रामीण कब्ज़ा किये गए स्थल में पहुंचे और पूछे की गांव की पट्टे का जमीन पे कब्ज़ा क्यूँ किया जा रहा हैं का बात कहा गया तो पहला मार पित उसी दिन हुवा जहां सुरक्षा बलो द्वारा जबरन ताबड़तोड़ लाठी चार्ज कर गंभीर चोटें ग्रामीणों को दे दिए अगर यह ग्रामीण नक्सली हैं तो सुरक्षा बलो के पास आखिर क्यूँ जाते !
(2) = 13 मई को दोबारा ग्रामीणों द्वारा इस घटना का विरोध करते हुए लगभग 1 हजार से ज्यादा की संख्या में सिरगेल गांव कैंप से दूर इकठे हुए और पहले दिन के मारपीट एवं कब्ज़ा किया पट्टे की जमीन जैसे मामले में आंदोलन किया जा रहा था लेकिन फिर सुरक्षाबलों द्वारा जबरन ग्रामीणों के ऊपर गंभीर चोट पहुंचाने के उद्देशय से लाठी चार्ज किया गया एवं आंसू गैस तक का भी ईस्तमाल किया जो बेहद निराशाजनक बात हैं की किस कदर से हमारे ग्रामीण आदिवासी भाई बहनो पे ऐसा अत्याचार किया जा रहा हैं और स्थानीय कांग्रेस के विधायक हैं शांत पूरा राज्य कांग्रेस का सरकार हैं शांत आखिर क्यूँ निर्दोष आदिवासियों को सुरक्षा बलो के हाथो मरने छोड़ दिया गया हैं जवाब दें जिम्मेदार
(3) = 14 मई को फिर से यह आंदोलन बड़ा रूप लिया और आंदोलन करने धरना में बैठे और दोबारा सुरक्षा बलो द्वारा गंभीर रूप से मारपीट किया गया कई सैकड़ो लोग घायल हुए जबकि कई लोग अपने गांव के घरो में अपन इलाज कर रहे हैं
(4) = 17 मई को दोबारा लगभग 5000 से 7000 हजार की भीड़ ने आंदोलन करते हुए कैंप पास मोर्चा खोल दिया आखिर जब सुरक्षा बल लगातार 12 मई से 17 मई तक मारपीट करते रहेंगे तो क्या ग्रामीण शांत रहेंगे और इसी वजह से 17 मई को हजारो के संख्या में फिर से भीड़ एकत्रित हुई लेकिन सविंधान के तहत वें अपनी मांगे रख रहे थे बावजूद अचानक से पहले हवाई फायरिंग हुई और फिर निचे खड़े सुरक्षा बल द्वारा सीधे गोली दाग दी गई और घटना स्थल में ही 3 ग्रामीणों की मृत्यु हो गई वहीं सभी तरफ अचानक भगदड़ मच गया और भीड़ में शामिल एक गर्भवती महिला भी उपस्थित थी उसे भी भीड़ के भगदड़ का शिकार होना पड़ा और तभी वें अपना इलाज घर पे ही कर रहे थे और कल 25 मई को वह महिला का भी मृत्यु हो गया आखिर ऐसा अत्याचार निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों के साथ क्यूँ जवाब दें राज्य सरकार ! और इन ग्रामीणों को नक्सली कहना सरकार का कायराना शब्द हैं जो अपनी गलती छुपाने के लिए सभी निर्दोष ग्रामीणों को नकसली बोल रहे हैं जबकि हैं पूरा मामला उल्टा हुई हैं घटना जांच होना ही चाहिए !
(5) = 17 मई की घटना के बाद भगदड़ में लगभग 6 लोग हुए थे लापता जिसके कुछ दिन बाद ग्रामीणों को पता चला की यह सभी 6 लोग जेल में हैं और लगभग 7 दिन जेल में रहने के बाद पट्टे से एस.डी.एम.कोर्ट से जमानत लेके सभी 6 ग्रामीणों को वापस गांव लाया गया आखिर क्यूँ इन 6 ग्रामीणों ले ऊपर मामला बनाके जेल भेजा गया जवाब दें राज्य सरकार ! वहीं लाठी चार्ज के दवरान पुरूष सुरक्षा बल महिलाओ को भी लाठियों से गंभीर चोटें पहुंचाते हुए मारे जो गैर सवैधानिक हैं,


       मामले राज्य सरकार के बस्तर आई जी का शर्मनाक बयान की सभी ग्रामीण नक्सली हैं, मरे हुए ग्रामीण नक्सली हैं उपस्थित ग्रामीण नक्सली हैं जैसा शब्द कहना बेहद निराशाजनक हैं इसका जांच होना चाहिए नहीं तो अंदुरुनी इलाके के आदिवासी भाई बहनो को नक्सली बता गुलामी का जीवन जीने मजबूर कर देंगे राज्य सरकार आखिर स्वतंत्र राष्ट्रीय में स्वतन्त्रता से जीवन जीने का हैं अधिकार ग्रामीणों को भी ! आगामी दिनों में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी इस लाखो ग्रामीणों का मांग अगर पूरा नहीं होता हम स्वयं उस आंदोलन में समर्थन देके आंदोलन में बैठेंगे और न्याय की लड़ाई लड़ेंगे !
घटना स्थल के जांच दल में शामिल बस्तर कोर कमेटी अध्यक्ष टंकेश्वर भारद्वाज जी, संभाग सयुंक्त महासचिव नरेंद्र भवानी, अजित जोगी युवा मोर्चा संभागीय अध्यक्ष संतोष सिंह , दंतेवाड़ा जिलाध्यक्ष सुजीत कर्मा, ग्राम पंचायत पदेडा सरपंच गुड्डू एवं अन्य मौजूद रहे !

जगदलपुर / शौर्यपथ / मामले में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के अजित जोगी युवा मोर्चा के संभागीय अध्यक्ष श्री संतोष सिंह ने बयान जारी करते हुए काहा की कांग्रेस सरकार युवाओ से किये वादे और अपनी नाकामी छुपाने संस्थाओं के नाम बदल रही कांग्रेस की भुपेश सरकार
बस्तर विश्विद्यालय का नाम बदलकर भुपेश सरकार स्व महेंद्र कर्मा के शहादत का कही ना कही अपमान कर रही है। हमारा विरोध बिलकुल भी स्व शहीद महेंद्र कर्मा जी के नाम का नहीं हैं बल्कि वें हमारे सम्मानीय रहे हैं लेकिन बस्तर की पहचान जो बस्तर विश्विधालय के नाम से पूरी दुनिया जानती हैं उसका नाम बदलना कही से भी ठीक कदम नहीं सरकार का, यदि सरकार शहीदों के नाम पर कुछ अच्छा करना चाहती हैं तो जनहित की योजनाएं बनाकर उनके नाम करें और बस्तर में नए उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थान खोलकर उनके नाम पर रखे लेकिन अपने चुनावी वादे और नाकामियों को छुपाने के प्रयास से बस्तर विश्विद्यालय का नाम बदल रही है कांग्रेस सरकार इससे शहीदों का सम्मान नही अपमान होगा।
अजित जोगी युवा मोर्चा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी कांग्रेस सरकार को नसीयत देते हुए निवेदन करता हैं कम से कम बस्तर पहचान को समाप्त करने का ना सोचे यह सही कदम नहीं, इसका निर्णय बदला जाए नहीं तो आगामी दिनों में विद्यार्थियों के साथ हस्ताक्षर अभियान चला करूँगा उग्रआन्दोलन जिसका सम्पूर्ण जवाबदारी कांग्रेस सरकार जिला प्रशासन होगा

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