May 18, 2024
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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।

शौर्य की बातें / भूलोक पर कोरोना वायरस का तांडव भोलेनाथ के तांडव को भी मात दे रहा है। इससे मृत्यु दर इतनी बढ़ गई है कि यमलोक में जगह कम पड़ने लगी है। वहां हाहाकार मच गया है। कोरोना मरीजों की देखरेख के लिए जैसे चिकित्सालययों की कमी हो गई है। उसी तरह बढ़ती मौतों के कारण यमलोक में यमदूतों की भी कमी हो गयी है। भूलोक में मनुष्यों की बढ़ती मृत्युदर एवं कोरोना वायरस की तीसरे लहर का पूर्वानुमान लगाकर यमराज ने दूरदृष्टि का परिचय देते हुए अविलंब विशेष यमदूतों की भर्ती करने का विज्ञापन जारी किया है।
खास बात यह है कि यमदूतों की भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता का बंधन नहीं है। बैंक ड्राफ्ट ,पोस्टल आर्डर भेजने की भी आवश्यकता नहीं है। लेकिन आवेदक की कद काठी राक्षसों की तरह भयानक होना अनिवार्य है। साथ ही ‘‘भैंसा वाहन’’ उड़ाने का वैध लाइसेंस भी होना चाहिए। दहेज के नाम पर बहुओं को प्रताड़ित करने, कन्याभ्रूण हत्या में लिप्त महिलाओं के लिए महिला यमदूतों के पद आरक्षित हैं। इसी तरह चिकित्सालयों में मृत मरीजों के जेवर नकदी पार करने में माहिर अधर्मी लोगों को भी प्राथमिकता दी जावेगी। दयालुजनों को आवेदन न करने की सलाह दी गई।
चयनित यमदूतों को मास्क, सेनिटाइजर, पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट कीट (पी पी ई किट), प्रदान किया जाएगा। कोरोना संक्रमण जानवरों में होने की आशंका को दृष्टिगत रखते हुए भैंस के लिए भी विशेष पी पी किट देने का प्रावधान है। यमदूतों की नियुक्ति कोरोना संक्रमण काल तक के लिए की जावेगी। यद्यपि मानव समुदाय की गलती से उपजे कोरोना वायरस के निकट भविष्य में समाप्त होने की संभावना नहीं है। वैज्ञानिकों के मुताबिक जिस बेरहमी से पर्यावरण और भौगोलिक व्यवस्था को मनुष्य चूर-चूर करने पर तुला है, उससे कोरोना से भी भयानक वायरसों की उत्पत्ति की प्रबल संभावना है।अतः महामारी के बढ़ने की स्थिति में नवनियुक्त यमदूतों की सेवा अवधि में भी वृद्धि की जा सकेगी।
महामारी पीड़ितों को महंगे दामों पर सामग्री बेचकर मुनाफा कमाने वालोें, और नकली जीवन रक्षक दवाईयों के गोरखधंधे में लिप्त इंसानियत के दुश्मनों तथा आक्सीजन, रेमडेसिविर की कालाबाजारी, जीवन रक्षक दवाओं का कृत्रिम संकट पैदा करने वाले मानव रुपी दानवों को चुन चुन कर यमलोक ले जाने की जवाबदारी नवनियुक्त यमदूतों की होगी।
विदित हो कि यमदूत का पद एक निष्कपट, निश्चल ‘‘मजिस्ट्रेट’’ के पद की तरह है, अतःकिसी भी प्रकार से राजनैतिक दबाव, पहुंच, पैसा का दम दिखाने वाले आवेदक को यमदूत पद हेतु अपात्र घोषित किया जावेगा। ऐसी ऊंची पहुंच का रूतबा दिखाने वाले को सूचित किया जाता हैै कि बड़े-बड़े नेता ,मंत्री, संतरी, साधु-संत और समाज के दो मुंहे, दोहरे चरित्र वाले कु-कमिर्यो से नर्क पहले ही ‘‘ओव्हरक्राउडेड’’ है। ऐसे कु-कर्मियों से सिफारिश करवाने के पहले इनकी असलियत को जान लें। यह ऐसे बहूरूपिए लोग हैं जो जीवन भर बड़े पैमाने पर व्यभिचार में लिप्त होते हैं,और बेहतर छवि बनाने हेतु जनता जनार्दन के सामने दान देने का ढोंग करते हैं। हकीकत में ये चोरी तो ‘‘सब्बल’’ की करते हैं और दान ‘‘सुई‘‘ की कर गरीबों के मसीहा के रुप में स्वयं को प्रचारित करते हैं। ऐसे झूठे ,मक्कार ,घूसखोर, मुनाफाखोरों का सत्यानाश करने कोरोना वायरस ने जन्म लिया है।
पृथ्वी की पवित्रता को बनाए रखने हेतु ऐसे कुकर्मियों को जल्द से जल्द भूलोक से यमलोक पहुंचाने का सुनहरा अवसर नव नियुक्त यमदूतों को मिलेगा। इस पुण्य कार्य में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शनकर्ता यमदूतों को ‘‘आउट आफ टर्न प्रमोशन पॉलिसी’’ का लाभ देते हुए यमदूत से देवदूत के पद पर पदोन्नति दी जावेगी।
विजय मिश्रा ‘अमित‘
अति. महाप्रबंधक(जनसंपर्क)

शौर्यपथ लेख / कोरोना महामारी ने देश की अर्थ व्यवस्था को सडक पर ला दिया है . इस कोरोना काल में जहां कई उद्योगपति अपने संपत्ति में इजाफा करते नजर आये है वही गरीबो के लिए राज्य व केंद्र सरकार योजनाये ला कर उनके जीवन को आसान कर रही है . सरकार कितना भी दावा कर ले कि देश में सब ठीक चल रहा है किन्तु ये बिलकुल ही गलत है . वर्तमान में देश एक साल से ज्यादा समय से कोरोना संकट के कारण कई तरह की मुसीबत से गुजर रहा है ऐसे में समाज का एक बड़ा वर्ग आज भी अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है . ऐसे कई कारण है जिसके कारण देश का बड़ा वर्ग मिडिल क्लास आज कई तरह की परेशानियों से गुजर रहा है किन्तु केंद्र की मोदी सरकार को इनकी कोई चिंता नहीं है . लगातार नौकरिया जा रही है बेरोजगारी दर बढ़ रही है ऐसे में मिडिल क्लास जिसे ना तो गैस में सब्सिडी है , ना राशन फ्री है , ना स्कूल फीस में कोई कमी , ना आय के कोई स्रोत उलटे घर के राज्मर्रा के खर्च , बच्चो की आश्वश्यक ज़रुरतो को पूरी करने की कवायद स्कूलों द्वारा फीस जमा करने का दबाव , बिजिली बिल , राशन का खर्च , ईएमआई का तनाव कई उद्योग का सञ्चालन बंद जिससे मिडिल क्लास जुदा हुआ है जैसे माल का सञ्चालन बंद , ट्रांसपोर्ट में बंदी के कारण कई लोगो का बेरोजगार होना , उद्योगों में छटनी आदि ऐसे कई कारण है जिनके कारण मिडिल क्लास की परेशानिया बढती ही जा रही है किन्तु केंद्र सरकार द्वारा समाज के इस बड़े वर्ग के लिए कोई योजना नहीं है उलटे अपनी सभी जिम्मेदारियों को निभाने का दबाव है .
वर्तमान हालत में मिडिल क्लास ना तो वर्तमान स्थिति के कारण किसी से कर्ज ले पा रहा है ना कोई रोजगार तलाश कर पा रहा है उलटे इस आपदा और लॉक डाउन के फैसलों के कारण कर्जदार अलग हो गया कोई बैंक के किस्तों के क़र्ज़ में दब गया कोई स्कूल फीस के बोझ तले दब गया कोई परिवार की दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहा है किन्तु समाज के मिडिल क्लास वर्ग के लिए ना तो राज्य शासन कोई ठोस कदम उठा रही है ना ही केंद्र सरकार शताब्दी बाद आये महामारी के कारण ये तो स्पष्ट हो गया कि किसी भी सरकार को मिडिल क्लास की चिंता नहीं जो ना तो मांग कर खा सकता है ना किसी योजना का हिस्सा बन सकता है और ना कमा कर खा सकता है अपनी ज़रुरतो को पूरा कर सकता है .
क्या राज्यों की सर्कार्कारे और केंद्र की सरकार के लिए मिडिल क्लास सिर्फ वोट बैंक है अब मिडिल क्लास को सोंचना है कि उन्हें कैसी सरकार का चयन करना है क्योकि वर्तमान की केंद्र सरकार जितना कार्य करती है उससे ज्यादा दिखावा करती है राज्य की सरकारे जो भी योजनाये बनाती है उसमे लाभी या तो गरीब वर्ग को होता है या धनवानों को मिडिल क्लास के बारे में आज कोई भी सरकारे ना कुछ सोंच रही है ना जमीनी स्तर पर कोई कार्य कर रही है ऐसे में मिडिल क्लास क्या करे इसका जवाब किसी के पास नहीं ....

रायपुर / शौर्यपथ /

छत्तीसगढ़ सरकार ने आगामी खरीफ सीजन 2021-22 से धान वाले रकबे में धान के बदले अन्य चिन्हित खरीफ फसलों की खेती करने वाले किसानों को प्रति एकड़ के मान से 10 हजार रूपए की इनपुट सब्सिडी दिए जाने का निर्णय लिया है। इससे राज्य में धान के अलावा अन्य फसलों के उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा। छत्तीसगढ़ सरकार ने खरीफ सीजन 2020-21 में धान तथा 2021-22 से धान के साथ ही खरीफ की सभी प्रमुख फसलों पर प्रतिवर्ष प्रति एकड़ 9000 रूपए इनपुट सब्सिडी देने फैसला लिया है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कोदो का समर्थन मूल्य 3 हजार रूपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। गौठानों में तैयार सुपर कम्पोस्ट खाद न्यूनतम मूल्य 6 रूपए प्रति किलो की दर से किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी।
वर्ष 2020-21 में जिन किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान बेचा है, यदि वह धान के बदले कोदो-कुटकी, गन्ना, अरहर, मक्का, सोयाबीन, दलहन, तिलहन, सुगंधित धान, अन्य फोर्टिफाइड धान की फसल लेते हैं अथवा वृक्षारोपण करते हैं तो उन्हें प्रति एकड़ 9 हजार रूपए के स्थान पर 10 हजार रूपए इनपुट सब्सिडी दी जाएगी। वृक्षारोपण करने वालों को तीन वर्षों तक अनुदान मिलेगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में मंत्री परिषद उपसमिति के सदस्य कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता, खाद्य सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, वित्त सचिव श्रीमती अलरमेल मंगई डी, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, सचिव कृषि अमृत खलको, राजस्व सचिव सुश्री रीता शांडिल्य उपस्थित थीं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में राजीव गांधी किसान न्याय योजना का आगामी खरीफ सीजन 2021-22 से दायरा बढ़ाते हुए इसमें धान के साथ-साथ खरीफ की सभी प्रमुख फसलों मक्का, सोयाबीन, गन्ना, कोदो-कुटकी, अरहर के उत्पादकों को भी प्रतिवर्ष 9 हजार रूपए प्रति एकड़ की दर से इनपुट सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खरीफ सीजन 2020-21 में धान के रकबे वाले खेतों में यदि किसानों द्वारा आगामी खरीफ सीजन 2021-22 से अन्य चिन्हित फसलों की खेती की जाती है, तो उन्हें 10 हजार रूपए की इनपुट सब्सिडी प्रति एकड़ के मान से दी जाएगी। खेतों में पेड़ लगाने वाले किसानों को आगामी तीन वर्ष तक प्रतिवर्ष 10 हजार रूपए की इनपुट सब्सिडी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कृषि विभाग को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत धान के बजाए अन्य फसलों की खेती पर प्रति एकड़ के मान से किसानों को दी जाने वाली 10 हजार रूपए की इनपुट सब्सिडी, गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट के साथ-साथ अब सुपर कम्पोस्ट खाद के उत्पादन एवं इसके विक्रय मूल्य एवं लाभ का व्यापक प्रचार-प्रसार करने को कहा ताकि राज्य के ज्यादा से ज्यादा किसान इसका फायदा उठा सकें।
बैठक में कृषि विभाग के पंजीयन पोर्टल में धान के साथ साथ अन्य फसलों के पंजीयन के लिए इस पोर्टल को अपग्रेड करने, खरीफ फसलों की गिरदावरी के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की गई और संबंधित विभाग के अधिकारियों को इसका एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए।
गोबर उत्पादित खाद Óसुपर कम्पोस्टÓ
बैठक में गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट के साथ साथ अब अतिशेष गोबर से आर्गेनिक मेन्योर खाद के उत्पादन एवं इसके विक्रय को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अतिशेष गोबर से तैयार होने वाली आर्गेनिक मैन्योर खाद को सुपर कम्पोस्ट नाम दिया और इसकी मार्केटिंग की तत्काल व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
यहां यह उल्लेखनीय है कि गोधन न्याय योजना के तहत 20 जुलाई 2020 से राज्य के ग्रामीण अंचलों में सुराजी गांव योजना के तहत पशुधन के संरक्षण और संवर्धन के लिए गौठानों का निर्माण किया गया है। इन गौठानों में 2 रूपए किलो की दर से गोबर की खरीदी की जा रही है और इससे महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से बडे पैमाने पर वर्मी कम्पोस्ट खाद का निर्माण भी किया जा रहा है। गौठानों में अतिशेष गोबर से सुपर कम्पोस्ट खाद का उत्पादन भी किया जा रहा है। अतिशेष गोबर से तैयार की जाने वाली आर्गेनिक मैन्योर खाद, जिसे सुपर कम्पोस्ट नाम दिया गया है। यह खाद वास्तव में बेसल डोज खाद है। जिसे गोबर की कम्पोस्टिंग कर तैयार किया जाता है। यह बेहतर गुणवत्ता वाली खाद है, जिसका उपयोग किसान खेती में कर सकेंगे। यह खाद किसानों को न्यूनतम मूल्य 6 रूपए प्रति किलो की दर से उपलब्ध कराई जाएगी।

-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा से मिली किसानों को सिंचाई की संजीवनी, 1988 में आरंभ होने के बाद यह यूनिट केवल तीन साल चली थी और फिर टूट-फूट के चलते…

दुर्ग / शौर्यपथ / पाटन के स्वास्थ्य केंद्र में आज ब्लड स्टोरेज यूनिट का शुभारंभ हुआ। नगर पंचायत अध्यक्ष भूपेंद्र कश्यप के हाथों यूनिट का शुभारंभ हुआ। इस दौरान कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं मुख्यमंत्री के ओएसडी आशीष वर्मा भी उपस्थित थे। शुभारंभ के मौके पर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने कहा कि ब्लड स्टोरेज यूनिट पाटन के नागरिकों के लिए काफी उपयोगी होगा। अब इन्हें जिला मुख्यालय की ओर रूख नहीं करना पड़ेगा। इससे सबसे अधिक लाभ क्रिटिकल मरीजों को होगा जिन्हें तुरंत ही ब्लड स्टोरेज यूनिट से लाभ दिया जा सकेगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए बीएमओ डॉ. आशीष शर्मा ने बताया कि ब्लड स्टोरेज यूनिट आरंभ होने से पाटन के नागरिकों को काफी सहूलियत मिल सकेगी। इसके पहले ब्लड के लिए दुर्ग जाना पड़ता था। अब जिला चिकित्सालय स्थित मदर स्टोरेज यूनिट से जरूरत के मुताबिक स्टाक रखा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि महीने में अमूमन हर दूसरे दिन ब्लड की जरूरत होती है जिसके लिए दुर्ग से संपर्क किया जाता है। अब यह समस्या दूर हो जाएगी।हीमोफिलिया, सिकल सेल आदि बीमारी से पीडि़त लोगों के लिए भी यह सुविधा काफी लाभप्रद होगी। इसके साथ ही सीजेरियन डिलीवरी आदि में भी यह सुविधा काफी उपयोगी होगी। डॉ. शर्मा ने बताया कि इसके संचालन के लिए लैब टेक्नीशियन श्वेता भारद्वाज की नियुक्ति की गई है।
इस दौरान जीवनदीप समिति के सदस्य अरविंद भारद्वाज, सोहन बघेल तथा अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद थे। साथ ही एसडीएम विपुल गुप्ता, जनपद सीईओ मनीष साहू भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

दुर्ग / शौर्यपथ / कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज भिलाई-चरौदा निगम क्षेत्र में प्रस्तावित निर्माण कार्यों के चिन्हांकित स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने सिरसा चौक से उम्दा चौक तक बनने वाले गौरवपथ का स्थल निरीक्षण किया तथा प्लान के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये। नगर निगम आयुक्त श्री कीर्तिमान राठौर ने कलेक्टर को बताया कि प्रस्तावित गौरवपथ साढ़े तीन किलोमीटर में बनेगा। इसकी लागत 17 करोड़ रुपए होगी। यहाँ लोगों के मार्निंग वाक की सुविधा के लिए पाथवे भी होगा। इसके साथ ही साइकिल ट्रैक भी बनाया जाएगा।
कलेक्टर ने इसके सौंदर्यीकरण के लिए भी महत्वपूर्ण सुझाव निगम अधिकारियों को दिये। इसके साथ ही उन्होंने हथखोज में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर का दौरा भी किया। ट्रांसपोर्ट नगर 56 करोड़ रुपए की लागत में 68 एकड़ में बनाया जाना है। कलेक्टर ने इसके लेआउट प्लान का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने विस्तार से लेआउट प्लान की जानकारी दी। कलेक्टर ने लेआउट के संबंध में आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिये।

रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ में पिछले एक सप्ताह (12 मई से 18 मई) में 77 हजार 287 मरीज कोरोना से स्वस्थ हुए हैं। यह इस दौरान प्रदेश में मिले नए कोरोना संक्रमितों से 24 हजार 816 अधिक है। राज्य शासन द्वारा कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रभावी उपायों से रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। अभी प्रदेश की रिकवरी दर 89 प्रतिशत पर पहुंच गई है। पॉजिविटी दर भी लगातार घट रही है। पिछले सप्ताह की शुरूआत में 12 मई को प्रदेश की पॉजिविटी दर 14 प्रतिशत थी, जो घटते-घटते 18 मई को नौ प्रतिशत पर पहुंच गई है।
कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए सैंपल जांच की संख्या भी लगातार बढ़ाई जा रही है। बीते सप्ताह कुल चार लाख 59 हजार 110 सैंपलों की जांच की गई। इस दौरान रोजाना औसतन 65 हजार 587 सैंपलों की जांच की गई है। प्रदेश में पिछले सप्ताह कोरोना से ठीक हुए 77 हजार 287 मरीजों में से 70 हजार 588 ने होम आइसोलेशन में तथा छह हजार 669 ने कोविड अस्पतालों एवं कोविड केयर सेंटर्स में इलाज कराकर कोरोना को मात दी है। इस दौरान 12 मई को 9035, 13 मई को 12 हजार 274, 14 मई को दस हजार 444, 15 मई को 11 हजार 475, 16 मई को दस हजार 144, 17 मई को 12 हजार 665 और 18 मई को 11 हजार 250 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की शुरूआत से लेकर अब तक आठ लाख 23 हजार 113 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। इनमें संक्रमण के हल्के या बिना लक्षण वाले छह लाख 79 हजार 714 लोग होम आइसोलेशन में इलाज कराकर स्वस्थ हुए हैं। वहीं एक लाख 43 हजार 399 मरीज कोविड अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर्स में उपचार के बाद ठीक हुए हैं। कोरोना को शिकस्त देने वाले 83 प्रतिशत मरीजों ने होम आइसोलेशन में उपचार लिया है।

रायपुर / शौर्यपथ / स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल की हाई स्कूल की मुख्य परीक्षा 2021 का परीक्षा…
दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग नगर पालिक निगम में जब से ईई के पद में मोहन पुरी गोस्वामी आए हैं तब से निगम के कार्यों में अनियमितता देखी जा रही…

जगदलपुर / शौर्यपथ / दिनांक 18.05.2021 को थाना कोतवाली में सूचना प्राप्त हुआ कि ग्राम झारउमरगांव टियुसगुड़ा पारा में किसी व्यक्ति ने मुन्ना कष्यप को हत्या करने की नियत से उसके गले में टंगिया से वार किया है की सूचना मिलने पर तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक झा व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाष शर्मा के मार्गदर्षन एवं नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक एमन साहू के नेतृत्व में थाना कोतवाली के हमराह स्टाफ उपनिरीक्षक अमित सिदार, होरीलाल नाविक, पीयुष बघेल व आरक्षक बबलु ठाकुर, वेदप्रकाश देशमुख व इंद्रजीत पोर्ते के टीम गठित किया गया उक्त टीम के द्वारा आहत मुन्ना कष्यप जो घर पर ही गंभीर हालत में पड़ा था जिसे उपचार हेतु अस्पताल रवाना किया गया तथा घटना के बारे में मुखबीर से पता चला कि लछिन्दर कष्यप उर्फ मुन्ना गांव के ही डमरू भारती की पत्नि के साथ बातचीत करता है जिस कारण डमरू भारती ने मुन्ना उर्फ लछिन्दर के गले में टंगिया से वार कर भाग गया है .
जिस पर उक्त टीम के द्वारा आरोपी के घर में दबिष देकर आरोपी डमरू भारती को पकड़ कर पूछताछ करने पर डमरू भारती ने बताया कि मेरी पत्नि से फोन में बात करता था जिसके कारण मैं गुस्से में आकर दिनांक 17.05.2021 के रात्रि 11.30 बजे से 12.00 बजे के दरम्यानी रात में जब सुमन भारती और लछिन्दर कष्यप छत के उपर सो रहे थे उसी समय मैं अपने साथ लेकर गये टंगिया से हत्या करने की नियत से मुन्ना के गले में मारकर वहां से भाग गया था और घटना में प्रयुक्त टंगिया को घर में ही छुपा कर रखा हूं बताने पर आरोपी के निषांदेही पर टंगिया को जप्त किया गया। आरोपी का कृत्य अपराध धारा 307 भादवि का कारित करना पाये जाने से आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक-137/2021 धारा 307 भादवि0 कायम कर आरोपी को गिरफ्तार कर विवेचना में लिया गया।

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