April 29, 2025
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PANKAJ CHANDRAKAR

PANKAJ CHANDRAKAR

कवर्धा / शौर्यपथ /

पुलिस अधीक्षक कबीरधाम डॉ. लाल उमेद सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे निर्देशन में परीक्षार्थियों के लिए एक विशेष पहल की गई। वर्तमान में ओपन कक्षा 10वी और 12 का परीक्षा प्रारंभ हो गया है। आज परीक्षा के दौरान कबीरधाम पुलिस द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग के तहत कबीरधाम पुलिस द्वारा अति नक्सल प्रभावित गांवों से सैकड़ो परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया गया। पुलिस द्वारा बोडला शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक शाला परिसर से कुछ दूर पर सहायता हेल्प डेस्क लगाकर विद्यार्थियों को हौसला बढ़ाया गया और शुभकामनाएं दी गई। पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह ने बताया कि अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र के विद्यार्थी परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में असमर्थ थे। पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आते ही उन्होंने थाना प्रभारी को निर्देशित करते हुए परीक्षा केंद्र तक परीक्षार्थियों को लाया गया। परीक्षार्थी के माता पिता एवं खुद परीक्षार्थी ने एसपी और पुलिस विभाग का धन्यवाद ज्ञापति किया।
उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह के निर्देशन में लगातार जिले में जन सरोकार का कार्य किया जा रहा है। जिससे जिले के जनता पुलिस के बीच में एक व्यावहारिक संबंध बना है। जिले में अपराध एवं भयमुक्त एवं शांति, सुरक्षा स्थापित हो सके। इस कार्य को देखते हुए कबीरधाम पुलिस का लोगों द्वारा प्रशंसा किया जा रहा है।

कवर्धा /शौर्यपथ/

छत्तीसगढ़ की लोक-पारंम्परिक लोकगीत तथा बॉलीवुड की सुपर-डूपर हिन्दी फिल्मों की गाने के साथ कबीरधाम जिले में आयोजित भोरमदेव महोत्सव वर्ष 2022 का विधिवत समापन हुआ। महोत्सव के दूसरे दिन आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन एवं छत्तीसगढ़ की राजकीय गीत अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार...............जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मैया साथ विधिवत शुभारंभ हुआ। छत्तीसगढ़ कबीरधाम की ऐतिहासिक, पुरात्तविक, धार्मिक, पर्यटन और जन आस्था का केन्द्र के नाम से प्रत्येक वर्ष यह आयोजन होते आ रहा है। यह 26 वां भोरमदेव महोत्सव था। महोत्सव समापन से पूर्व बाबा भोरमदेव मंदिर के शिव जी का विधिवत प्रात: काल महाअभिषेक, एक हजार नामों से सहस्त्रार्चन,रूद्राभिषेक, विशेष श्रृंगार आरती की गई। दूसरे पहर शायं काल में सहस्त्रधारा से महाभिषेक, श्रृंगार महाआरती-भस्म आरती, शिव सरोवर के सामने भगवान वरूण देव का पूजन, दीपदान, गंगा आरती की गई। भोरमेदव महोत्सव के द्वितीय दिन समापन समारोह के विशेष अतिथि के रूप में मां महामाया मंदिर के पुजारी अमित दुबे, मां सिंहवासनी मंदिर कवर्धा के पुजारी शंकर पाण्डेय, राम मंदिर बोडला के पुजारी हरि पाठक, मां महामाया मंदिर पंडरिया के पुजारी प्रयास पाठक, मां परमेश्वरी मंदिर के पुजारी प्रहलाद देवांगन, खेड़ापति हनुमान मंदिर के पुजारी चन्द्रकिरण तिवारी और मां चण्डी मंदिर के पुजारी आनंद मिश्रा तथा कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उम्मेद सिंह, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित थे।
भोरमदेव महोत्सव में दूसरे दिन मंदिर प्रांगण पर प्रतिमा बारले द्वारा पण्डवानी, ग्राम छांटा के शिवकुमार यादव द्वारा बांसगीत, बाजार चारभाठा के निहोराराम मरकाम के द्वारा जसगीत, राकेश जैन द्वारा जसगीत एवं फागगीत ग्राम ढोगईटोला के गणेश यादव के द्वारा शिवजी का भजन की शानदान प्रस्तुति दी।
महोत्सव स्थल पर स्कूली बच्चों के आयोजन के साथ सांस्कृतिक कार्याक्रमों का शुभारंभ हुआ। इसके बाद छत्तीसगढ़ रायपुर के भजन गायक श्री प्रदीप चौबे द्वारा शिव भजन की प्रस्तुति दी। छत्तीसगढ़ और ओडिसा से आए डॉ गजेन्द्र पंडया एवं आर्या नंदे द्वारा ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति देते हुए भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई। गुरूदास मानिकपुरी छत्तीसगढ़ लोकगीत की प्रस्तुति देते हुए कार्यक्रम का संमा बांधा। बिलासपुर की अनिल गढेंवाल की टीम द्वारा छत्तीसगढ़ की गेड़ी नृत्य की प्रस्तुति देते हुए राज्य की सांस्कृति विरासत की झलक प्रस्तुत किया। छत्तीसगढ़ के हास्य कार्यक्रमों के लिए मशहुर कौशल साहू और उनकी टीम महोत्सव के बीच बीच में अपनी प्रस्तुति देते हुए महोत्सव में आए दर्शकों का मनोरंजन किया। इसके बाद इंडियन आईडल सेलीब्रीटी बॉलीवुड सिंगर फेम अनुष्का बनर्जी, नचिकेत लेले, निहाल तारों एवं उनकी पूरी टीम की सुपर-हिट गीत संगीत की प्रस्तुति देकर महोत्सव की ख्याति बढ़ाई। वहीं महोत्सव के समापन अवसर पर छत्त्तीसगढ़ के लोकप्रिय गायक अनिल मानिकपुरी ने अपनी प्रस्तुति में छत्तीसगढ़ की लोक-संस्कृति और धार्मिक गीतों की प्रस्तुति देकर छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति को आगे बढ़ाया।
उन्होने छत्तीसगढ़ की कर्मा गीत की प्रस्तुति देकर दर्शकों का खुब मनोरंजन किया।
कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा व पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेद ने कलाकारों को किया सम्मानित
भोरमदेव सनातन तीर्थ ट्रस्ट की ओर से कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उम्मेद सिंह ने महोत्सव में समापन अवसर उपस्थित सभी विशेष अतिथियों एवं कलाकारों को भोरमदेव महोत्सव वर्ष 2022 को प्रतिक चिन्ह, शॉल-श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया।
नगरपालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा व जनप्रतिनिधि हुए शामिल
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ योग आयोग के सदस्य गणेश योगी, कवर्धा नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि कुमार शर्मा, जिला पंचायत सदस्य तुकाराम चन्द्रवंशी, गंगोत्री योगी, बोडला जनपद उपाध्यक्ष सनत जयसवाल, मोहित महेश्वरी, सुनिल साहू, एल्डर मेन दलजीत पहुआ,कौशल कौशिक, कन्नूसोनी,एवं अन्य गणमान्य नागरिक सहित वनमण्डलाअधिकारी चुरामणि सिंह, अपर कलेक्टर बीएस उइके, बोडला एसडीएम पीसी कोरी, कवर्धा एसडीएम विनय सोनी, डिप्टी कलेकटर संदीप ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित थे। विशेष रूप से उपस्थित थे। मंच संचालन अवधेश नंदन श्रीवास्तव एवं तुलिका शर्मा ने किया।

धमतरी /शौर्यपथ/

  राजधानी की तजऱ् पर धमतरी जिला में अवैध प्लाटिंग धड़ल्ले से लगातार जारी है। अवैध प्लाटिंग के चलते नए बेतरतीब बसाहट की समस्या नियंत्रण के बाहर होती जा रही है। इस पर ब्रेक लगाने के मामले में जिला प्रशासन , राजस्व विभाग और नगर निगम फेल्यूअर साबित हो रहा है।

ताजा मामला सोरम का..
जिला मुख्यालय और प्रशासनिक आवास के आसपास तो प्लाटिंग का खेला हो ही चुका है जिसमें अनेक पक्षों के मुंह में मीठे स्वाद वाले लड्डू का वितरण भी किया जा चुका है लेकिन अधिकारी बदहजमी के मद्देनजर नाम मात्र की कार्यवाही दिखावे के लिए की थी लेकिन अब भू माफिया शहर से लगे गांव मेंआपनी पैठ जमा कर सांठगांठ के चलते अवैध मंसूबों पर कामयाब होते दिखाई दे रहे हैं
ताजा मामला जिला मुख्यालय से लगे महज़ तीन किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत सोरम के रोड से लगे कृषि भूमि में मुरुम बिछा कर प्लॉटिंग किया जा चुका है। वही भू माफिया भोले भाले किसानों के कृषि भूमि को अनाप शनाप रेट में खरीदारी कर छोटे छोटे टुकड़ों मे प्लॉटिंग कर बड़े रकम मे बेच रहे हैं जिस पर जिम्मेदार अधिकारी मौन है।

कलेक्टर एवं अधिकारी बंगला के पीछे ही हो रही है प्लॉटिंग...
आपको बता दें कि जिला मुख्यालय और कलेक्टर निवास से लगे आसपास के क्षेत्र में बेतहाशा प्लाटिंग चल रही है जिसमे बड़े व्यापारी, और रसूखदार व्यक्ति शामिल हैं,। वर्तमान समय में जमीन के रेट को देखते हुए बड़े व्यापारी अपने रुपयों को ब्याज दर में देने के बजाय ज़मीन में ज्यादा इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं । साथ ही बड़े सफेदपोश नेताओं एवं प्रशाशनिक अधिकारियों, पटवारी के मिलीभगत से अपने अवैध मंसूबों में कामयाब हो रहे हैं जिसकी भनक विभाग को नही लग रहा है या यूं कहें कि जानबूझकर अनभिज्ञ हो रहे हैं।वहीं अवैध प्लाट काट काट कर बेचने वाले पर्दे के पीछे हैं बिना ले आउट, डायवर्सन के प्लाट खरीदने वाले अनियमित विकास की परेशानी झेल रहे हैं। साफ है कि विभागीय अफसर बड़े व्यपारियो से मिलीभगत कर अवैध प्लाटिंग कर रहे हैं ऐसा मिलीभगत और रसूखदारों के दबाव के चलते हो रहा है ।

अवैध प्लाटिंग रोकने कलेक्टर पहल करें ...

खेत में मुरम की रोड बना कर सस्ते में प्लॉट बेचने का खेल जमाने से क्यों चल रहा है? प्लॉट बेचने वाले पर्दे के पीछे चले जाते हैं। दलाल को मोटी रकम मिल जाती है अनियमित विकास और अवैध कालोनाइजर की समस्या से आखिर में जनता ही पिसती है। अवैध प्लाटिंग पर कार्रवाई के मामले में यदि नगर निगम के अफसर खसरा नंबर पर अटक जाते हैं, तो राजस्व विभाग व पटवारी को उसे उपलब्ध कराने का निर्देश कौन देगा? खेतों के छोटे छोटे प्लॉट काट काट कर बेचने के लिए यदि दलाल, अवैध कालोनाइजर किसान से एग्रीमेंट कर कमाई कर रहे हैं, तो उनकी जमीन की रजिस्ट्री क्यों हो रही है? इन सब पर रोक लगाने के लिए रजिस्ट्री,नगर तथा ग्राम निवेश विभाग, नगर निगम और राजस्व विभाग के बीच जब तक समन्वय नहीं होगा, रसूखदार अवैध कालोनाइजर, अवैध प्लाट बेचने वालों पर कार्रवाई नहीं हो पाएगी। इनके बीच समन्वय स्थापित करने के लिए कलेक्टर एवं निगमायुक्त ही पहल कर सकते हैं। निगम से मकान नक्शा पास कराए बिना लोग मकान इसीलिए बना रहे हैं,क्योंकि आर्किटेक्ट, इंजीनियरों का पंजीयन करने वाले निगम के अधिकारियों का उन पर दबाव नहीं है। मकान नक्शे के विपरीत निर्माण पर कार्रवाई नहीं हो रही है, तो इसके लिए निगम के इंजीनियर, सेनेटरी इंस्पेक्टर सब पर कार्रवाई होनी चाहिए,मकान निर्माण के बाद उसका पूर्णता प्रमाण पत्र लेना जब तक अनिवार्य नहीं होगा ,कोई निगम से दखलकारी अनुज्ञा लेने नही आएगा...

कोण्डागांव / शौर्यपथ /

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के द्वारा गोठानों को मल्टी एक्टीविटी सेंटर तथा ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करने एवं इसके द्वारा गांवों की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से 25 समूहों की महिलाओं को क्षमतावर्धन कार्यक्रम के तहत् क्षेत्रीय भ्रमण कराया गया। इसके तहत् इन महिलाओं को जिले के मल्टी एक्टीविटी गोठानों में विभिन्न गतिविधियों के संचालन एवं उनके विपणन के संबंध में जानकारी देते हुए उन्हें इन गतिविधियों को अपने गांव के गोठानों में संचालित करने हेतु आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया साथ ही इन सफल गोठानों के संचालन के तरीकों के संबंध में भी विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। इसके तहत् इन महिलाओं को मुरनार, कोंगेरा, बोलबोला, कनेरा आदि गोठानों का भ्रमण कराया गया। जिसमें उन्हें डेयरी, सब्जी उत्पादन, मशरूम उत्पादन, मुर्गीपालन, बटेर पालन, सुकर पालन, बकरी पालन आदि की जानकारी दी गई।

जिले में 06 ग्रामीण औद्योगिक पार्कों की होगी स्थापना

छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार जिले में 06 स्थलों पर ग्रामीण औद्योगिक पार्कों की स्थापना की जायेगी। जिसके तहत् ग्राम करनपुर में बेलमेटल से बनी सामग्रियों के लिए, ग्राम चुरेगांव में दुग्ध उत्पादन एवं उसके प्रसंस्करण हेतु, बोरगांव में रेशम बुनकरों हेतु, मसोरा में रेशम उत्पादन केन्द्र में रेशम उत्पादन एवं उसके प्रसंस्करण हेतु, माकड़ी में जैविक चावल उत्पादन एवं प्रसंस्करण हेतु तथा राजागांव में सुगंधित तेल के उत्पादन एवं उनके प्रसंस्करण हेतु ग्रामीण औद्योगिक पार्क स्थापित किये जायेंगे। इन ग्रामीण औद्योगिक पार्कों की सहायता से राज्य शासन द्वारा अधिक से अधिक लोगों एवं बिहान समूहों को इससे जोड़कर रोजगार देने का लक्ष्य बनाया गया है। इसके माध्यम से जिले में हजारों की संख्या में रोजगार उत्पन्न होंगे।

 कोंडागांव / शौर्यपथ /

देश के 112 आकांक्षी जिलों में शामिल कोण्डागांव एक जनजातीय बहुल जिला है। जहां 80 फिसदी से अधिक आबादी गांवों में निवास करती है। जहां जनजातीय गांवों में सभी रोगों एवं व्याधियों के उपचार के लिए ग्रामीणों द्वारा झाडफ़ूक एवं परम्परागत चिकित्सा पद्धतियों के द्वारा उपचार किया जाता है। ऐसे में इन क्षेत्रों में मोतियाबिंद जैसी नेत्र व्याधियों को सामान्य वृद्धावस्था की समस्या मानकर अनदेखा कर दिया जाता है। ऐसे में अपने आंखों की रौशनी को जाता देखकर भी व्यक्ति इसके संबंध में कुछ नहीं कर पाता और धीरे-धीरे उसे कुछ भी दिखना बंद हो जाता है। इस स्थिति को देखकर राज्य शासन के निर्देश पर जिले में सीएमएचओ डॉ0 टीआर कुंवर के मार्गदर्शन में अंधत्व निवारण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

इस संबंध में सहायक नोडल अंधत्व निवारण एवं नेत्र सहायक अधिकारी अनिल बैध ने बताया कि अंधत्व निवारण कार्यक्रम के समक्ष आधुनिक संसाधनों एवं विशेषज्ञों की कमी एक बड़ी बाधा थी। ऐसे में कलेक्टर के द्वारा डीएमएफ फण्ड से नेत्र चिकित्सा के आधुनिक उपकरणों एवं ऑपरेशन थियेटर के निर्माण जिले के लोगों के उपचार हेतु कराया गया। इसके पश्चात् नेत्र सर्जन डॉ0 कल्पना मीणा की नियुक्ति के पश्चात् अंधत्व निवारण कार्यक्रम को नई उड़ान मिल गई। पहले जहां 2017 में केवल 210, 2018 में 40, 2019 में 482 एवं 2020 में 41 ही मोतियाबिंद के ऑपरेशन हुए थे। वहीं 2021-22 में यह आंकड़ा सीधे 1144 पहुंच गया। अंधत्व निवारण कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए एवं जिले के प्रत्येक व्यक्ति की नेत्र जांच कर नेत्र विकारों एवं मोतियाबिंद से लोगों को निजात दिलाने के लिए मितानिन एवं स्वास्थ्य संयोजकों द्वारा सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में शिविर लगाकर सहायक नेत्र अधिकारियों द्वारा नेत्र रोगियों की पहचान कर उन्हें जिला अस्पताल में भेजा जाता है। जहां नेत्र सर्जन डॉ0 कल्पना मीणा द्वारा प्रत्येक मरीज की जांच कर उनका उपचार किया जाता है।
इस संबंध में डॉ0 कल्पना मीणा ने बताया कि जिले में लोगों के बीच फैली भ्रांतियों जैसे ठण्ड में नेत्र ऑपरेशन के बेहतर होने, ऑपरेशन से देवताओं के नाराज होने आदि कारणों से लोग ऑपरेशन से बचते थे। ऐसे में लोगों को जागरूक कर ऑपरेशन हेतु जिला अस्पताल तक लाना पहली चुनौती हुआ करती है। जिले में इन भ्रांतियों के कारण कई लोग जन्मजात मोतियाबिंद से पीडि़त होने के बावजूद भी ऑपरेशन कराने से डरते थे। जागरूकता अभियान के साथ आधुनिक उपकरणों के जिला अस्पताल में लग जाने एवं सहयोगी विशेषज्ञों की उपलब्धता से अब मरीजों के उपचार की गति में वृद्धि हुई है। इसी का परिणाम है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में अप्रैल से मार्च के मध्य कुल 1333 सर्जरी हो पायी है। जिनमें 1144 प्रकरण मोतियाबिंद के थे। इसके लिए मैं अपने सभी ऑपरेशन में सहायक स्टॉफ का भी धन्यवाद करती हूं। जिनका मुझे पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ है।

ओडि़सा के भी 100 से अधिक लोगों की हुई सर्जरी

इस संबंध में अंधत्व निवारण नोडल डॉ0 हरेन्द्र बघेल ने बताया कि जिले में नेत्र ऑपरेशन के आधुनिक उपकरण एवं विशेषज्ञ सर्जन के आने से मोतियाबिंद के मरीजों के उपचार में तेजी से वृद्धि हुई है। जहां वर्ष 2017 से 2020 तक जिला अस्पताल में कुल 773 मरीजों के मोतियाबिंद का उपचार हुआ था। वहीं वर्ष 2020-21 में कोरोना महामारी के कारण नेत्र ऑपरेशन रूक से गये थे। वहीं कोरोना महामारी के प्रसार के कम होते ही वर्ष 2021-22 में नेत्र चिकित्सा की रफ्तार बढ़ा दी गई है। जिससे एक वर्ष में 7934 ओपीडी एवं 1333 सर्जरी निस्पादित की गई है। जिसमें 1144 मोतियाबिंद तथा 189 अन्य ऑपरेशन किये गये हैं। जो कि शायद इस वर्ष राज्य में किसी नेत्र सर्जन द्वारा व्यक्तिगत रूप से किये गये ऑपरेशनों में सर्वाधिक होगा। इस वर्ष जिसमें छोटे नाबालिक बच्चों, जन्मजात मोतियाबिंद से पीडि़तों, गंभीर बीमारियों से पीडि़त मरीजों से लेकर अत्यंत वृद्ध व्यक्तियों को भी उपचारित किया गया है। जिला अस्पताल में नेत्र चिकित्सा की उत्तम व्यवस्था को देखते हुए न सिर्फ आस-पास के जिलों अपितु पड़ोसी राज्य ओडि़सा के सीमावर्ती जिलों से भी मरीज गंभीर रोगों उपचार हेतु जिला अस्पताल आ रहे हैं। अब तक ओडि़सा से आये 454 लोगों की स्वास्थ्य जांच एवं 100 से अधिक लोगों की सर्जरी की गई है।

 

रायपुर /शौर्यपथ/ 

मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने  साहित्यकार और वरिष्ठ पत्रकार  परितोष चक्रवर्ती के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है।  परितोष चक्रवर्ती का आज सवेरे रायपुर में निधन हो गया। मुख्यमंत्री  बघेल ने  चक्रवर्ती के शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि  परितोष चक्रवर्ती ने आजीवन पत्रकारिता और साहित्य की सेवा की। वे अंतिम समय तक सक्रिय रहे, उनका निधन पत्रकारिता और साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।

रायपुर /शौर्यपथ/

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कल 2 अप्रैल को दुर्ग और बस्तर जिले के प्रवास पर रहेंगे और वहां विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। निर्धारित दौरा कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री सुबह 11 बजे पुलिस लाईन हेलीपेड रायपुर से प्रस्थान कर भिलाई-3 पहुंचेंगे। वे दोपहर 12 बजे गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके पश्चात वे हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर 12.50 बजे पाटन विकासखण्ड के ग्राम अचानकपुर पहुंचेंगे और वहां पाटनराज झेरिया धोबी समाज के वार्षिक सम्मेलन में शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री दोपहर 1.30 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर 2.30 बजे जगदलपुर के ग्राम बस्तर पहुंचेंगे और पुजारी पारा के मां गंगा देई देवी मंदिर में पूजा-अर्चना में शामिल होंगे। इसके बाद वे दोपहर 3 बजे विकासखण्ड मुख्यालय बस्तर के लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम में आयोजित सिरहा गुनिया सम्मेलन में शामिल होंगे। इसके पश्चात शाम 6.35 बजे जगदलपुर के नेहरू मंच में विभिन्न कार्यों का अवलोकन एवं लोकार्पण करेंगे।

मुख्यमंत्री ग्राम आसना में शाम 7.10 बजे बादल पत्रिका के विमोचन, स्थानीय माटी त्यौहार की प्रतिकात्मक बीज पोटली का समाज प्रमुखों को वितरण, आधुनिक स्टूडियो का लोकार्पण, वन अधिकार पत्र का वितरण तथा नाट्य मंचन कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद बघेल रात्रि 8 बजे से 9 बजे तक समाज प्रमुखों के साथ भोज कार्यक्रम में शामिल होंगे। बघेल रात्रि विश्राम जगदलपुर में करेंगे।

रायपुर /शौर्यपथ/

निषाद समाज कर्मठ व परिश्रमी समाज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दुर्ग जिले में ‘‘छत्तीसगढ़ क्षेत्रीय निषाद समाज परसुलीडिह केसरा‘‘ द्वारा बोरेन्दा में आयोजित महासभा में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए थे। महासभा के कार्यक्रम की शुरुआत इष्ट देव भक्त गुहा निषाद एवं रामचंद्र जी की पूजा अर्चना के साथ शुरू हुई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का समाज के लोगों ने फूल-मालाओं से स्वागत किया और बूंदी के लड्डूओं से मुख्यमंत्री को तौलकर अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निषाद समाज को एक कर्मठ व परिश्रमी समाज के रूप में संबोधित किया। उन्होंने भक्त गुहा निषाद का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा कि भगवान  रामचंद्र जी ने सबसे ज्यादा प्रेम व स्नेह भक्त गुहा निषाद से किया। भक्त गुहा निषाद सौम्य और सरल स्वभाव के कारण भगवान के हृदय में वास करते थे और यही कारण है कि निषाद समाज को भगवान श्रीराम ने अपने हृदय में स्थान दिया है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निषाद समाज को सामाजिक, शैक्षणिक व आर्थिक दृष्टि से विकास की ओर अग्रसर कहा। निषाद समाज एक ऐसा समाज है जो समाज सेवा के लिए हर समय प्रथम पंक्ति में खड़ा रहता है। यह समाज समूचे मानव समाज के लिए एक उदाहरण है। उन्होंने आगे कहा समाज की प्रगति और चिंतन मनन के लिए ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए। इससे समाज के लोगों के बीच में आपसी समन्वय स्थापित होता है और समाज विकास की ओर अग्रसर रहता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि शासन निषाद समाज के उत्थान के लिए लगातार कार्य कर रही है। शिक्षा, रोजगार से लेकर समाज के परंपरागत मत्स्य व्यवसाय के लिए शून्य प्रतिशत में ऋण मत्स्य विभाग के द्वारा मुहैया करा रही है। उन्होंने समाज के लोगों को इस दिशा में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए और इस अवसर का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने समाज के लोगों को बताया शासन की योजनाओं का लाभ लेकर कृषक खेती की जमीन को मनरेगा से लोग तालाब में परिवर्तित कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा आज छत्तीसगढ़ में मछली पालन में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है मत्स्य बीज उत्पादन में 13 प्रतिशत की। उन्होंने समाज के लोगों को कहा आप भी मत्स्य बीज उत्पादन के कार्य से जुड़े इसके विक्रय की व्यवस्था शासन कराएगी।

विधायक गुंडरदेही कुंवर सिंह निषाद ने निषाद समाज के उपस्थित लोगों को शासन की मत्स्य विभाग की योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को मत्स्य पालन को कृषि का दर्जा देने के लिए और समाज के लोगों के उत्थान के लिए धन्यवाद कहा।

इस अवसर पर अशोक साहू उपाध्यक्ष जिला पंचायत, घनश्याम निषाद अध्यक्ष जिला निषाद समाज, देवकुमार निषाद अध्यक्ष पाटन तहसील व सदस्य महुआ कल्याण बोर्ड, बी.आर. निषाद उपाध्यक्ष जिला संगठन निषाद समाज, देवनाथ निषाद उपसंगठन सचिव जिला संगठन निषाद समाज, ईश्वर निषाद अन्य पिछड़ा वर्ग ब्लाक अध्यक्ष जामगॉव, सुरेश निषाद जनपद सदस्य सभापति पाटन, रमन टिकरिया जनपद पंचायत सभापति पाटन, राजेश ठाकुर ब्लाक अध्यक्ष जामगांव, कमलेश ठाकुर सरपंच ग्राम पंचायत बोरेंदा, योगेश्वरी साहू जनपद सदस्य पाटन, बहुर निषाद सोसायटी सदस्य, तेजराम सिन्हा सेक्टर प्रभारी, चोवाराम निषाद अध्यक्ष परसुलीडिह-केसरा परिक्षेत्र, तिहारू राम निषाद अध्यक्ष परसुलीडिह पाली, कृष्ण कुमार निषाद अध्यक्ष केसरा पाली सहित जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी, अन्य जनप्रतिनिधि और ग्रामवासी उपस्थित थे।

रायपुर / शौर्यपथ /

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार दो अप्रैल को बस्तर प्रवास के दौरान बस्तरवासियों को 104 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की सौगात देंगे। वे नगर पंचायत बस्तर के लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम में आयोजित सिरहा-गुनिया सम्मेलन में 70 करोड़ रुपए के 17 कार्यों का करेंगे लोकार्पण और लगभग 34 करोड़ 33 लाख रुपए के विकास कार्यों का करेंगे भूमिपूजन करेंगे। इसके साथ ही बस्तर नगर पंचायत क्षेत्र के 11 हितग्राहियों को व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र प्रदान करेंगे तथा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत यहां 151 नवविवाहित जोड़ों आर्शीवाद प्रदान करेंगे।

मुख्यमंत्री  बघेल यहां लगभग 3 करोड़ 4 लाख रुपए की लागत से कचनार से चोलनार तक निर्मित 4.9 किलोमीटर लंबी सड़क, लगभग 2 करोड़ 18 लाख रुपए की लागत से पाहुरबेल से उडिय़ापाल तक निर्मित 4.5 किलोमीटर लंबी सड़क, लगभग 2 करोड़ 63 लाख रुपए की लागत से मंगनार से तोंगकोंगेरा तक डामरीकृत 4 किलोमीटर लंबी सड़क, लगभग 2 करोड़ 22 लाख रुपए की गुडिय़ा से कालागुड़ा तक निर्मित 6.2 किलोमीटर लंबी सड़क, लगभग 2 करोड़ 18 लाख रुपए की लागत से नगरनार से नदीबोडऩा तक निर्मित 5 किलोमीटर लंबी सड़क, लगभग 1 करोड़ 67 लाख रुपए की लागत से रायकोट से सोढ़ीपारा तक निर्मित 4.5 किलोमीटर लंबी सड़क, एक करोड़ 4 लाख रुपए की लागत से नानगुर मे निर्मित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन, 55 लाख रुपए की लागत से घाट धनोरा मे निर्मित शासकीय हाईस्कूल भवनका लोकार्पण करेंगे।

मुख्यमंत्री कार्यक्रम में 55 लाख रुपए की लागत से बाबू सेमरा मे निर्मित शासकीय हाईस्कूल भवन, एक करोड़ 67 लाख रुपए की लागत से कोलचूर से घाट कवाली तक निर्मित 5.5 किलोमीटर लंबी सड़क, 5 करोड़ 37 लाख रुपए की लागत से नारायणपाल से कोरमेल तक निर्मित 13.5 किलोमीटर लंबी सड़क, एक करोड़ 56 लाख रुपए की लागत से बागमोहलई से राजा डोंगरी तक निर्मित 4.1 किलोमीटर लंबी सड़क, 20 करोड़ 67 लाख रुपए की लागत से डिलमिली से पखनार तक निर्मित 20.8 किलोमीटर लंबी सड़क के साथ ही 2 करोड़ 49 लाख रुपए की लागत के बस्तर विश्वविद्यालय में निर्मित ट्रांजिस्ट हॉस्टल व माता रुक्मणी सेवा संस्थान में एक करोड़ 29 लाख रुपए की लागत से निर्मित हॉस्टल, 5 करोड़ 81 लाख रुपए की लागत से फरसागुड़ा से पखना कोंगेरा तक निर्मित 21 किलोमीटर लंबी सड़क, 15 करोड़ 10 लाख रुपए की लागत से बस्तर से कुम्हली तक निर्मित 23.28 किलोमीटर लंबी सड़क का लोकार्पण करेंगे।
मुख्यमंत्री कार्यक्रम में जिन कार्यो का भूमिपूजन करेंगे, उनमें 2 करोड़ 10 लाख रुपए की लागत केे जैतगिरी से डुरकाबेड़ा तक 4 किलोमीटर लंबी सड़क, एक करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से सोनपुर से बनियागांव तक 3 किलोमीटर लंबी सड़क, 2 करोड़ 33 लाख रुपए की लागत के बस्तर विश्वविद्यालय के अतिथि भवन, 5 करोड़ 47 लाख रुपए की लागत के सोरगांव से जामगांव तक 5.5 किलोमीटर लंबी सड़क, एक करोड़ 97 लाख रुपए की लागत के टेमरा से पुरुषपाल तक 1.7 किलोमीटर लंबी सड़क, 2 करोड़ 99 लाख रुपए की लागत के बोदरा से चोंडीघाट तक 4 किलोमीटर लंबी सड़क शामिल है।

मुख्यमंत्री कार्यक्रम में 2 करोड़ 47 लाख रुपए की लागत के बागमोहलई से जामगुड़ा तक 2.5 किलोमीटर लंबी सड़क, 5 करोड़ 13 लाख रुपए की लागत के बुडग़ीभाटा से चीतापुर तक 7 किलोमीटर लंबी सड़क, 4 करोड़ 59 लाख रुपए की लागत के मंडवा से ढोढरेपाल तक 5 किलोमीटर लंबी सड़क, 3 करोड़ 44 लाख रुपए की लागत के किलेपाल में नवीन आईटीआई भवन, एक करोड़ 65 लाख रुपए की लागत के कोलेंग से ओड़ीसा सीमा तक 8.6 किलोमीटर लंबी सड़क, 25 लाख रुपए की लागत के बेड़ा उमरगांव के कृषक प्रशिक्षण भवन, 15 लाख रुपए की लागत के कुम्हारपारा जगदलपुर के यूनानी औषधालय व 15 लाख रुपए की लागत के साकेत कॉलोनी जगदलपुर के होम्योपैथिक औषधालय का भूमिपूजन करेंगे।

राजनांदगांव / शौर्यपथ /

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी तारन प्रकाश सिन्हा ने बीज निगम कार्यालय पहुंचकर ईव्हीएम मशीनों का कमीशनिंग कार्य का मुआयना किया। कमीशनिंग कार्य में लगे अधिकारियों को उन्होंने आवश्यक सुझाव व मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य के अबाधित एवं सुचारू रूप से संपादन के लिए कमीशनिंग कार्य का पूर्ण गुणवत्तापूर्वक किया जाना आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को कमीशनिंग के दौरान उचित ढंग से सिलिंग करने कहा। खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-73 उप निर्वाचन के अंतर्गत 12 अप्रैल को मतदान कार्य किया जाएगा। इसके लिए उपयोग में आने वाली ईव्हीएम मशीनों का कमीशनिंग कार्य बीज निगम कार्यालय राजनांदगांव में किया गया। इनमें बैलेट यूनिट, कन्ट्रोल यूनिट एवं वीवीपैट मशीन का कमीशनिंग किया गया। उल्लेखनीय है कि खैरागढ़ विधानसभा में 291 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं। निर्धारित मतदान केन्द्र के साथ ही 10 प्रतिशत आरक्षित रखते हुए कमीशनिंग किया गया है। इन मशीनों का उपयोग 12 अप्रैल को होने वाले मतदान दिवस पर किया जाएगा। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ एवं रिटर्निंग अधिकारी श्री लोकेश चंद्राकर, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती निष्ठा पाण्डेय उपस्थित थीं।

छत्तीसगढ़ निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा उप निर्वाचन 2022 के संपादन के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिला कार्यालय के सभाकक्ष में 2 अप्र्रैल को अतिरिक्त मतदान दल के अधिकारियों का प्रथम प्रशिक्षण सुबह 11 बजे से तथा डाक मतपत्र के लिए नियुक्त अधिकारियों को प्रशिक्षण दोपहर 2 बजे से दिया जाएगा।

 

 

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