September 21, 2024
Hindi Hindi
शौर्यपथ

शौर्यपथ

शराब दुकान पर सोशल डिस्टेंस के लिये चिंतित भाजपा विधायक के बंगले में उमड़ा था जन सैलाब
स्वास्थ व्यवस्था पर चिंतित भाजपा सांसद सुनील सोनी बताये क्यो टांग दिया सरकारी अस्पताल को चौथे माले पर
केंद्र सरकार से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मांगे गयी 30 हजार करोड़ के राहत राशि दिलवाने का प्रयास करेंगे

    रायपुर/ / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विकास तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुनील सोनी और पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल के संयुक्त प्रेस वार्ता पर प्रश्न उठाते कहा कि जहां एक ओर पूरा देश और छत्तीसगढ़ राज्य कोरोना महामारी के वि परीत परिस्थितियो में लड़ाई लड़ रहे है वहीं दूसरी ओर भाजपा सांसद सुनील सोनी और विधायक बृजमोहन अग्रवाल लगातार जनता को गुमराह करने वाला बयान जारी कर रहे हैं।
प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि भाजपा सांसद सुनील सोनी लगातार प्रदेश के स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर सवाल खड़ा कर रहे हैं जबकि हकीकत यह है कि पूरे देश में छत्तीसगढ़ राज्य कोरोना महामारी से लड़ाई लड़ कर सफलता अर्जित करने में सबसे अग्रणी है और मरीजों की संख्या में भी भारतीय जनता पार्टी के शासित राज्यों से कहीं कम है। इसका कारण है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनका पूरा मंत्रिमंडल सहित प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और प्रदेश कांग्रेस की टीम पूरी टीम शिद्दत के साथ इस महामारी का डटकर मुकाबला कर रही है यह बात भाजपा के बयान वीर सांसद को नागवार गुजर रही है और वह प्रदेश के स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रश्न खड़ा कर रहे हैं। जबकि उन्हें बताना चाहिए कि केंद्र सरकार से कोरोना महामारी से उबरने और राज्य की अर्थव्यवथा सुधारने के लिए प्रदेश के मुखिया ने 30 हजार करोड़ की राहत पैकेज की मांग प्रधानमंत्री श्री मोदी से की है उस पर भाजपा के रायपुर सांसद सुनील सोनी यह मांगी गयी राशि दिलवाने के पक्ष में है कि नही है।
तिवारी ने कहा कि पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल शराब दुकान में उमड़ी भीड़ और सोशल डिस्टेंस पर सवाल खड़ा कर रहे हैं लेकिन 1 मई को उनके सरकारी बंगले में इससे ज्यादा भीड़ उमड़ी हुई थी सैकड़ों गाड़ी बंगले के बाहर खड़े हुए थे लोगों का तांता लगा हुआ था और सोशल डिस्टेंस तार-तार हो रही थी कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रश्न किया कि पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को यह बताना चाहिए कि 1 मई के दिन उनके बंगले में सैकड़ों हजारों की तादाद में भीड़ क्यों आयी हुई थी और अगर उनके आरोप निराधार हैं तो क्या पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल 1 मई के सीसीटीवी फुटेज को जनता के समक्ष प्रस्तुत करेंगे ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके और क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जारी देश के 600 से अधिक रेड, ग्रीन, ऑरेंज और ऑरेंज जोन जिलों में हो शराब बिक्री के विरोध में प्रेस वार्ता करेंगे।

कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य निरंतर कर रहे हैं रैन बसेरा का निरीक्षण
लॉकडाउन में दूर का सफर तय कर आने वाले श्रमिकों के लिए राहत भरे छांव की तरह है रैन बसेरा आश्रय स्थल
हमर अपन गाँव जाये के अब्बड़ खुशी लगथे- गोवर्धन


   राजनांदगांव / शौर्यपथ / हाथों में सामान लिए निकल पड़े हैं श्रमिक, घर वापसी के लिए। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के आह्वान पर अन्य राज्यों एवं दूर-दराज क्षेत्रों में फंसे श्रमिक आने लगे। कोविड-19 के कारण हुए लॉकडाउन के कारण श्रमिक अन्य राज्यों में फंसे हुए थे। राजनांदगाँव जिला बागनदी बॉर्डर से लगा हुआ है, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 6 आवागमन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। जिले में महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, राजस्थान एवं अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूरों के साथ ही अन्य राज्य के मजदूर भी अपने राज्यों को जाने के लिए निरंतर आने लगे। उनका आश्रय स्थल बना रैन बसेरा।
कलेक्टर मौर्य लगातार रैन बसेरा जाकर निरीक्षण कर रहे हैं और सुरक्षा के दृष्टिकोण से इस अतिसंवेदनशील क्षेत्र को निरंतर सेनेटाइज करने के लिए निर्देश दे रहे हैं। कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य एवं उनकी टीम चौकस है। देर रात तक श्रमिकों की आवाजाही बनी हुई है। रैन बसेरा में आते ही श्रमिकों के लिए पानी और नाश्ते की व्यवस्था की गई है। उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जा रहा है। यहाँ ड्यूटी पर तैनात प्रतिबद्ध टीम 24x7 अपनी सेवायें दे रहे हैं। दूर का सफर तय कर आने वाले राज्य के श्रमिकों एवं अन्य राज्यों के श्रमिकों के लिए अभी रैन बसेरा राहत भरे छांव की तरह है।
हैदराबाद से आये श्रमिक श्री गोवर्धन एवं उनकी पत्नी संतोषी की बातों से खुशी साफ झलक रही थी। उन्होंने कहा कि हमर अपन गाँव जाये के अब्बड़ खुशी लगथे। उहाँ के सरकार भी मदद करत रहिस, लेकिन हमन उहाँ बइठे बइठे अकबका गे रहेन। अब जाके बने लागिस। इंहा बढिय़ा खाये बर नाश्ता अउ खाना मिल गिस। काली हमन अपन गाँव विचारपुर चल देबो, मुंगेली जिला पड़थे। हैदराबाद से आये श्रमिक श्री देवराज कोशले ने कहा कि अब जब वापस छत्तीसगढ़ आ गए हैं, तब जान में जान आई है। यहाँ आने को लेकर दिल में बहुत खुशी है।
जैसे ही जानकारी मिली कि लॉकडाउन में वापस घर जा सकते हैं, अपनी पत्नी श्रीमती दृष्टि कोशले एवं अपनी नन्हीं बच्ची नीतू कोशले को लेकर निकल पड़े। उन्होंने कहा कि यहाँ रैन बसेरा में अच्छा भोजन एवं नाश्ता मिल रहा है। अब वे यहाँ कुछ समय रूककर अपने ग्राम बेड़ापारा जिला मुंगेली चले जायेंगे। हैदराबाद से आये तीरथराम ने कहा कि रोजी मजूरी बर गए रहेन, अब वापस आ गेन तो बने लगथे। अब हमन अपन गाँव मोंगरा, विकासखंड खैरागढ़ चल देबो। उनके साथ उनकी पत्नी श्रीमती संतोषी और बेटा शिव थे। हैदराबाद से योगेश्वरी यादव अपने पति एवं नन्ही बच्ची पूर्वी यादव के साथ आ रही थी। उन्होंने बताया कि वे कुछ समय रैन बसेरा में रूककर अपने गाँव तुलसीपुर, जिला खैरागढ़ चले जायेंगे। कलेक्टर श्री मौर्य के साथ निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री मिथलेश चौधरी, एसडीएम श्री मुकेश रावटे, ईडीएम श्री सौरभ मिश्रा सहित अन्य अधिकारी एवं टीम के अन्य सदस्य मौजूद थे।

     कृष्णा टंडन की रिपोर्ट 

   जांजगीर-चाम्पा / शौर्यपथ / महात्मा गांधी नरेगा के तहत 7 मई गुरूवार को जिले की ग्राम पंचायतों में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए रोजगार दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान निजी भूमि पर आजीविका संवर्धन के लिए डबरी, कुआं, बकरी शेड, पशु आश्रय, मुर्गी शेड, सुअर पालन शेड, अंजोला टैंक, नाडेप जैसे निर्माण कार्यों के बारे में ग्रामीणों को अवगत कराया गया। तो वहीं वर्तमान में कोरोना वायरस महामारी से बचाव एवं नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए मजदूरों से कार्य करने कहा गया।
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तीर्थराज अग्रवाल ने बताया कि जिले की सभी ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस आयोजन करते समय फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क लगाकर कार्य करने, कार्यस्थल पर हेंडवाश, सैनिटाइजर से हाथ धोने के निर्देश सभी मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी, तकनीकी सहायक को दिए गए थे। गुरूवार को जिले की 657 ग्राम पंचायतों में से 539 ग्राम पंचायतों में 1 हजार 204 कार्यों में 1 लाख 39 हजार 347 मजदूरों ने काम किया।
गुरूवार को जनपद पंचायत नवागढ़ की ग्राम पंचायत पचेड़ा में गोठान के पास सामुदायिक डबरी निर्माण कार्य के दौरान आयोजित रोजगा दिवस में सहायक प्रचार-प्रसार अधिकारी श्री देवेन्द्र कुमार यादव ने कार्यस्थल पर मनरेगा के दिशा निर्देशों से मजदूरों को अवगत कराया। इस दौरान तकनीकी सहायक अब्दुल कामिल सिद्दीकी, सरपंच श्री कृष्णा कश्यप, रोजगार सहायक श्रीमती चित्रावती कश्यप ने मजदूरों को मास्क का वितरण किया। इसके अलावा जनपद पंचायत नवागढ़ की ग्राम पंचायत गोधना, करमंदी, पाली, बोड़सरा, सक्ती जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत किरारी, लिमतारा, कुरदा, चिखलरौंदा, बरपाली कला में रोजगार दिवस के माध्यम से ग्रामीणों को वर्तमान कोरोना वायरस के संबंध में बचाव एवं नियंत्रण के साथ ही कार्यस्थल पर आने का कहा है।
मालखरौदा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत किरारी, डभरा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत दर्री, लटेसरा, पामगढ़ जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत भिलौनी, मेउ, कोसला, बलौदा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत खोहा, बछौद, अकलतरा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत अकलतरी, बरपाली, बम्हनीडीह जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत रिसदा आदि में रोजगार दिवस मनाया गया।

निम्न दाब बिजली उपभोक्ताओं को 31 मई तक नही लगेगा अधिभार
प्रदेश के उद्योग एवं वाणिज्य जगत को सरकार के इन निर्णयों से मिली बड़ी राहत
प्रभार की राशि को समान मासिक किश्तों में आगामी छह माह के विद्युत देयकों के साथ ली जाएगी

   रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश के निम्नदाब, गैर घरेलू (व्यवसायिक), कृषि आधारित उद्योग समेत अन्य औद्योगिक उपभोक्ताओं के हित में कई बड़े फैसले लिए गए है।
कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु भारत सरकार द्वारा लागू लॉकडाउन अवधि में विभिन्न औद्योगिक संगठनों एवं संस्थानों सहित गैर घरेलू उपभोक्ताओं द्वारा सरकार से रियायत दिए जाने की मांग लगातार की जा रही थी। जिस पर विचारोपरांत मुख्यमंत्री बघेल द्वारा उनके हित में अनेक निर्णय लिए गए।
उपभोक्ताओं के हित में लिए गए निर्णय के अनुसार प्रदेश के गैर घरेलू (व्यवसायिक), कृषि आधारित उद्योग समेत अन्य औद्योगिक विद्युत कनेक्शन के अप्रैल,मई एवं जून 2020 के बिलों पर डिमांड चार्जेज़ भुगतान को जून 2020 तक स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। स्थगन अवधि (मॉरिटोरियम पीरियड) के पश्चात उक्त प्रभार की राशि को समान मासिक किश्तों में आगामी छह माह के विद्युत देयकों के साथ ली जाएगी।
उक्त अवधि अर्थात अप्रेल,मई एवं जून 2020 के बिलों पर “ डिलेड पेमेंट सरचार्ज ” 1.5 प्रतिशत के बजाए एक प्रतिशत ही लिया जाएगा।
कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु प्रदेश भर के सभी नगद बिल संग्रहण केंद्रों को अस्थाई रूप से बंद किया गया था। इसे दृष्टिगत रखते हुए लिए गए निर्णय के मुताबिक ऐसे सभी निम्नदाब विद्युत उपभोक्ता जिन्हें 23 मार्च से 3 मई 20 की अवधि में विद्युत देयक का भुगतान करना था उन्हें अब 31 मई 2020 तक बिना अधिभार के विद्युत देयक भुगतान करने की सुविधा दी जाएगी। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग भी इस पर सहमत है।
छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी द्वारा 23 मार्च से 30 जून 2020 के बीच प्रदेश में क्रय की जाने वाली विद्युत एवं पारेषण हेतु देयकों के विलंब से भुगतान पर वर्तमान में लागू “ डिलेड पेमेंट सरचार्ज ” की दर में पचास प्रतिशत की कमी की गई है। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग भी इस पर सहमत है।
कोरोना वायरस कोविड -19 के कारण विविध संकट से जूझ रहे प्रदेश के उद्योग एवं वाणिज्य जगत को सरकार के इन निर्णयों से बड़ी राहत मिल सकेगी।

कृष्णा टंडन की रिपोर्ट
जांजगीर चाम्पा (बम्हनीडीह)/ शौर्यपथ / शासन ने ग्राम पंचायत गोविंदा में ग्रामीणों के लिए सरकारी हैण्डपंप पंचायत के तरफ से लगाया गया है। हैण्डपंप में गांव के व्यक्ति तुलसी पटेल ने अपना प्राइवेट सबमर्सिबल पंप फिट कर दिया और पंप स्टार्ट करने का बटन अपने घर के अंदर में लगा दिया है।ग्राम पंचायत गोविंदा के वार्ड क्रंमाक 01 में सड़क किनारे सार्वाजनिक निस्तार के लिए सरकारी हैण्डपंप का उत्खनन 7 - 8 साल पहले कराया गया है। हैण्डपंप से मोहल्लेवासी सहित ग्रामीणों को पानी मिलता था। लेकिन गांव के तुलसी पटेल पिता सत्रूहन पटेल ने शासकीय हैंडपंप में अपना प्राइवेट सबमर्सिबल पंप फिटकर स्टार्ट बटन घर के अंदर लगाया दिया है। हैण्डपंप के पानी का मोटर से खेती किसानी के लिए उपयोग किया जा रहा है।   

     हैण्डपंप में मोटर लगने से पंप हैण्डल चलाने में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।मोहल्लेवासियों का कहना है कि हैण्डपंप में सबमर्सिबल लगने से उन्हें पानी निकालने में परेशानी हो रही है हैंड पंप से सबमर्सिबल पंप निकाला जाए। ताकि ग्रामीणों को पानी के लिए किसी प्रकार की परेशानियों का सामना करना न पड़े। इस संबंध में पंप लगाने वाले तुलसी पटेल का कहना है कि हैण्डपंप में पंप लगाने के लिए सरपंच से पूछा गया था। सरपंच का कहना है कि तुलसी पटेल ने हैंडपंप में सबमर्सिबल पंप डालने से पहले बोला था कि मोहल्ले वाले सभी चाह रहे है कि हैंड पंप में सबमर्सिबल पंप डाला जाए साथ ही अगर किसी ग्रामीण को पीने के पानी के लिए परेशानी होगी तो पंप को निकाल दिया जाएगा मौके पर मोहल्ले वाले तुलसी पटेल के द्वारा सबमर्सिबल लगाने का विरोध कर रहे है उसे सबमर्सिबल पंप को निकालने के लिए बोला गया है शाम तक निकाल दिया जाएगा।   

हैंड पंप में सबमर्सिबल पंप लगाने वाले को अपना सबमर्सिबल पंप निकाले के लिए बोला गया है।

आशा राम डडसेना
सरपंच गोविंदा

 

      विशाखापट्टनम / शौर्यपथ / आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक मल्टीनेशनल कंपनी के केमिकल प्लांट में जहरीली गैस लीक होने की वजह से एक बच्चे समेत 11 लोगों की जान चली गई. यह जानकारी न्यूज एजेंसी एएनआई ने दी. करीब 200 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. अधिकारियों ने कहा कि जिले के गांव आरआर वेंकटपुरम में एलजी पॉलिमर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के कैमिकल गैस प्लांट के पास के निवासियों की आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई होने लगी. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया. एएनआई ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही एंबुलेंस, दमकल और पुलिसकर्मी केमिकल प्लांट में मौके पर पहुंच गए.
लाइव अपडेट
आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम में एलजी पॉलीमर फैक्ट्री से रिसी स्टाइरीन गैस के असर को खत्म करने या उसे निष्प्रभावी बनाने के लिए गुजरात के वापी शहर से तुरंत एक विशेष रसायन पीटीबीसी मौके पर रवाना किया जा रहा है.

आंध्र के सीएम गैस रिसाव पीड़ितों से मिलने अस्पताल पहुंचे
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने विशाखापत्तनम में गैस रिसाव के कारण किंग जॉर्ज अस्पताल में भर्ती लोगों से मुलाकात की.

सुरक्षा मानकों को लेकर जांच की मांग
आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में केमिकल प्लांट में गैस लीक की दुर्घटना के बाद अब इस मामले में सुरक्षा मानकों को लेकर जांच किए जाने की मांग की जा रही है. साथ ही इस बात पर भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस केमिकल यूनिट को दोबारा शुरू किए जाने से पहले एहतियात बरती गई थी.

चंद्रबाबू नायडू ने विशाखापत्तनम जाने की अनुमति मांगी
TDP प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से उन्हें विमान के जरिए हैदराबाद से विशाखापत्तनम जाने की अनुमति देने का निवेदन किया है, ताकि वह रासायनिक संयंत्र से गैस लीक होने से प्रभावित लोगों की सहायता कर सकें.

गैस रिसाव की घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की सहायता राशि
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने विशाखापत्तनम में गैस रिसाव की घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये बतौर राहत देने की घोषणा की; घायलों को नकद सहायता प्रदान किये जाने का ऐलान

विशाखापत्तनम में हालात अब नियंत्रण में
सरकार ने बताया कि विशाखापत्तनम में फैक्ट्री के आसपास के इलाकों में रह रहे 200-250 परिवारों को निकाला गया. एनडीआरएफ के डीजी एस एन प्रधान ने कहा कि विशाखापत्तनम में हालात अब नियंत्रण में हैं. एनडीआरएफ डीजी एस एन प्रधान ने कहा, ''फैक्ट्री से रिसाव अब बहुत कम है, इसके पूरी तरह से बंद होने तक एनडीआरएफ वहां रहेगी.''

मुख्यमंत्री बघेल ने विशाखापट्नम गैस रिसाव दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विशाखापट्नम के केमिकल प्लांट में हुए गैस रिसाव हादसे में लोगों की मृत्यु पर गहरा दुख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए इस घटना में प्रभावित लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
मुख्यमंत्री बघेल ने छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के तेतला गांव स्थित एक निजी पेपर मिल में जहरीली गैस के रिसाव से मजदूरों के बीमार होने की घटना पर भी चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि लाॅकडाउन के बाद फिर से शुरू किए जा रहे कारखानों में सुरक्षा संबंधी सभी एहतियाती उपायों का गंभीरतापूर्वक पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने गैस रिसाव से प्रभावित सभी मजदूरों को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए है।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रगट किया दुख
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विशाखापत्तनम के एक रासायनिक संयंत्र में गैस रिसाव की घटना पर गहरा दुख प्रकट किया और पार्टी कार्यकर्ताओं से पीड़ितों की हर संभव मदद करने को कहा. नड्डा ने ट्वीट किया, ''विशाखापत्तनम में गैस रिसाव की त्रासदीपूर्ण घटना से बेहद दुखी हूं. मैं इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं. मैं सभी की कुशलता की कामना करता हूं.'' उन्होंने कहा, ''मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से स्वास्थ्य संबंधी सभी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए प्रशासन के साथ राहत कार्य में हर संभव समन्वय स्थापित करने की अपील करता हूं.''
( साभार - एजेंसी )

अवधेश टंडन की रिपोर्ट ...

      जांजगीर चांपा  / शौर्यपथ / जिले में स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर तो जिले का हाल बेहाल है यहां अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी संसाधनों की कमी तो है लेकिन जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी बखूबी नहीं निभा रहे हैं नतीजा जिले की स्वास्थ्य सुविधा बेहाल है। दरअसल में देश और प्रदेश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। ऐसी स्थिति में सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए तमाम प्रयास कर रहे हैं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जिला अस्पताल में डॉक्टरों को 24 घंटे उपलब्ध कराने की बात कह रहे हैं लेकिन जांजगीर-चांपा जिले के मालखरोदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत फगुरम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जहां की स्वास्थ सुविधा बेहाल है। यहां अस्पताल में तो ठीक से ना डॉक्टर आते हैं ना ही यहां के कर्मचारी इस बात की खबर मीडिया में आई तो सुधार के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होता दिखाई दे रहा है .

     वहीं यहां के लचर सिस्टम को लेकर जब जांजगीर-चांपा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसआर बंजारे को अवगत कराया गया तो उनका भी अजीबो गरीब बयान सुनने को मिला साहब का कहना है कि मीडिया में जो खबर लगी है वह पुरानी खबर है अब यहां पर अस्पताल में चिकित्सक नर्सिंग स्टाफ पूरे समय रहते हैं साथ ही उन्होंने कहा कि कर्मचारी चिकित्सक खाना खाने के लिए गए थे यह उसी दौरान की तस्वीरें हैं साहब यह जवाब भी हमें समझ नहीं आता कि यह एक जांजगीर-चांपा जिले के जिम्मेदार अधिकारी दे रहे हैं हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि मान भी लेते हैं कि वहां के स्टाफ खाना खाने गए थे तो खाना खाने जाने की भी दौरान अस्पताल में एक भी कर्मचारी का ना रहना ऊपर से अस्पताल को खुला छोड़ देना क्या यह लापरवाही नहीं है अस्पताल को खुला छोड़ अगर वह खाना खाने जा रहे हैं तो इस दौरान अस्पताल में चोरी भी हो सकती है आपातकालीन स्थिति में कोई मरीज आए तो भगवान है उसका मालिक है यहां तक की बात ठीक है साहब इस बात को खुद ही मानते हैं कि यह तस्वीर पुरानी है तो उस अस्पताल में कार्यवाही क्या हुआ क्योंकि अब तक उस अस्पताल में कार्यवाही होता नहीं दिखाई दे रहा है।

    कार्यवाही नहीं होने की वजह से लापरवाह चिकित्सक और स्टाफ के हौसले दिनोंदिन बुलंद होंगे जिसका खामियाजा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहां पर पदस्थ चिकित्सक को राजनीतिक और रसूखदार ओं का संरक्षण मिल रहा है शायद यही वजह है कि जिम्मेदार कार्यवाही करने से बच रहे हैं। खैर अब आने वाला वक्त ही बताएगा कि लापरवाह चिकित्सक और उनके स्टाफ के ऊपर जिम्मेदार क्या कार्यवाही करते हैं या फिर मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दर-दर भटकना पड़ेगा।

रायपुर / शौर्यपथ / कोरोना संकट ने अच्छे अच्छे लोगो की कमर तोड़ दी . एक ओर जहाँ गरीबो के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार आगे बढ़ कर हर तरह से मदद कर रही है वही अमीरों व्यापार मंदा होने का डर है . उच्च वर्ग की जिन्दगी में सागर से कुछ बुँदे ( धन ) कम होने की चिंता है वही गरीबो को दो वक्त की रोटी की . गरीबो की मदद सरकार व संस्थाए कर रही अमीर वर्ग व्यापार खुलने का इंतज़ार कर रहे है लेकिन इन सबके बीच माध्यम निम्न वर्ग ऐसा है जिसे अपनी जरूरते पूरी करने के लिए कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा ना तो इनके पास जनधन खाता है ना ही गैस सब्सिडी ना ही आर्थिक सहायता के लिए कोई संस्था या सरकार कार्य कर रही है अपनी ऐसी ही वेदना को फेसबुक के जरिये रायपुर निवासी मुकेश बुराद ने जाहिर की और सरकार से इच्छा मृत्यु तक की मांग कर ली .
मुकेश बुराद ने ६ मई को फेसबुक में एक पोस्ट की और इच्छा मृत्यु की मांग प्रधानमंत्री मोदी से कर दी . मुकेश बुराद ने क्या कहा जानिये उन्ही के शब्दों में ..

प्रति,
माननीय
श्रीमान नरेंद्र मोदी जी ,
#प्रधानमंत्री,
भारत सरकार,
7-एकात्म मार्ग ,लोक कल्याण मार्ग ,
नई दिल्ली
पिन -110011

विषय:- इच्छा मृत्यु हेतु आवेदन ।

महोदय,
जबसे से कोरोना महामारी का उदय हुआ है तब से मैं यह देख पा रहा हूं उच्च वर्ग एवं निम्न वर्ग के लिए सरकारी योजनाएं लगातार बनाई जा रही है और इन योजनाओं से दोनों वर्ग लाभ प्राप्त कर रहे हैं ।

महोदय, मैं एक #मध्यम श्रेणी का व्यक्ति हूं जो प्रतिदिन अपनी रोजी रोटी कमाने के लिए बाजार में फिरता हूं।

चूंकि में कंप्यूटर एवं ज़मीन संबंधित का छोटा-मोटा कार्य करता हूं लेकिन #कोरोना #महामारी के कारण अपने #घर में निवासरथ हूं जैसा आपके द्वारा आदेश किया गया है ।

महोदय , मैं अब #आर्थिक रूप से बदहाल हो गया हूं बातें मुझे अब अपनी रोजी रोटी के लिए बाजार में जाना अनिवार्य हो गया है ।

अत : कृपया आप ऐसी कोई नियम पारित करें ताकि रोज #प्रतिदिन कमाने वाले व्यक्ति यदि #बाजार में जाना है तो उससे शपथ पत्र लिखवा लीजिए वह व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो तो उसका #सरकारी #ईलाज न कर उसे जहर देकर मारने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है ।।

महोदय, यदि इस तरह उचित कार्य नहीं किया गया तो हम जैसे लोगों को एक नियम बना कर इच्छा #मृत्यु के लिए आवेदन पत्र #भारत #सरकार जारी करें ।।

महोदय ,आप जमीन से जुड़े व्यक्ति है मैं ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं हूं अता मेरा मर्म समझ कर मध्य श्रेणी लोगों के लिए आप विचार जरूर करें ।।

सादर धन्यवाद।
भवदीय
मुकेश बुरड़
पता:-Mig, B-96,शंकर नगर,
रायपुर, छ :ग
मो -9826112227

प्रतिलिपि ,श्री भूपेश बघेल जी माननीय मुख्यमंत्री ।

      दुर्ग / शौर्यपथ / प्रदेश में वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है . कांग्रेस की सरकार के कई चुनावी वादों में एक वादा पूर्ण शराब बंदी का भी है जिसे लेकर विपक्ष लगातार वार करती रहती है . गंगाजल का वास्ता देकर हिन्दू धर्म के अपमान की भी बात करती है . प्रदेश में दुर्ग लोकसभा से भाजपा सांसद विजय बघेल ने शराब बंदी पर भूपेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए भूपेश सरकार पर झूठे चुनावी वादे के आरोप लगाये . एक हद तक यह सही भी है भाजपा सांसद ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार को संकट की इस घडी में शराब दूकान खोलने की जल्दी क्यों है जबकि स्वामी शंकराचार्य भी इसका विरोध कर चुके है स्वयं भूपेश बघेल द्वारा 2017 में शराब बंदी की बात का समर्थन करते हुए 2018 के चुनावी मैदान में कदम रखा और भारी मतों से जीत कर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी .
      भाजपा सांसद का आरोप सही है भूपेश सरकार ने शराब बंदी के वादे को अभी तक पूरा नहीं किया किन्तु भाजपा सांसद ने कभी यह नहीं सोंचा कि भूपेश सरकार ने कभी भी ऐसा नहीं कहा कि शराब बंदी नहीं होगी . भूपेश सरकार ने सत्ता सँभालते ही कई चुनावी वादे पुरे किये और शराबबंदी के लिए भी समिति बना कर पूरा आंकलन कर शराब बंदी की बात कर रही है . भाजपा सांसद विजय बघेल आरोप लगाते समय यह क्यों नहीं कह रहे है कि कोरोना लॉक डाउन के तीसरे चरण में शराब दूकान स्थिति अनुसार शराब दूकान खोलने की अनुमति केंद्र सरकार द्वारा जारी की गयी . भूपेश सरकार द्वारा द्वितीय लॉक डाउन के समय भी शराब दूकान खोलने की तैयारी की थी किन्तु केंद्र सरकार के नियमो का पालन करते हुए शराब दूकान नहीं खोला गया .
     शराब समाज को बुराई के रास्ते पर ले जाती है और शौर्यपथ शराब बंदी का पूर्ण समर्थन करता है किन्तु कोरोना संकट के समय एक ओर जहा देश के ऐसे कई राज्य जहां भाजपा की सत्ता है वह भी शराब बिक्री हो रही है किन्तु भाजपा के नेता उन राज्यों के बारे में मौन क्यों है . भाजपा नेताओ द्वारा शराब बंदी का राग सिर्फ एक राजनितिक प्रक्रिया ही है सिर्फ जनता को गुमराह करने का एक सरल रास्ता .
जनता भी चाहती है कि शराब बंदी हो और अगर भूपेश सरकार ने विधान सभा चुनाव के पहले शराब बंदी का कदम नहीं उठाया तो जनता स्वयं तय कर लेगी कि किस ओर जाए किन्तु भाजपा सांसद विजय बघेल ये क्यों भूल जाते है कि प्रदेश में शराब बेचने का कार्य सरकार ने अपने हांथो लिया तब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तब विजय बघेल क्यों मौन रहे क्यों नहीं तब उन्हें छत्तीसगढ़ की जनता के स्वास्थ्य और स्वक्ष समाज का याद आया .
सांसद बघेल तब क्यों मौन रहे जब प्रदेश की आर्थिक राजधानी में एक भी कोरोना मरीज समाज से नहीं मिला तब भी केंद्र द्वारा रायपुर को रेड जोन में रखकर प्रदेश को आर्थिक हानि से बचाने की पहल करते . वैसे तो भूपेश बघेल दुर्ग लोकसभा के सांसद है किन्तु दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के लिए प्रदेश सरकार के सहायता कोष में मदद की पहल क्यों नहीं की . छत्तीसगढ़ और दुर्ग लोकसभा की जनता के वोट से विजय बघेल की जीत हुई तो क्या दुर्ग लोकसभा की जनता के लिए कोई दायित्व नहीं बनता सांसद जी का .
     एक ओर जहाँ जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र के नागरिको की समस्या से अवगत होने भ्रमण कर रहे वही संकट की इस घडी में सांसद विजय बघेल सिर्फ आरोप प्रत्यारोप कर राजनितिक रोटी सकने की कोशिश तो नहीं कर रहे है ? एक समय प्रदेश में अध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदार माने जाने वाले सांसद बघेल कोरोना संक्रमण के समय आम जनता से दूर क्यों है .
    आज प्रदेश की समस्त ऐसी जनता जो शराब से दूर रहती है चाहती है कि प्रदेश में शराब बंदी हो . शराब से कई परिवार बर्बाद हो चुके है और आम जनता को आछे से याद है कि भूपेश सरकार ने शराबबंदी का वादा किया था अगर अगले विधान सभा चुनाव तक प्रदेश में शराबबंदी ना हुई तो इसका नुक्सान भूपेश सरकार को उठाना पड़ेगा और इतनी समझ तो प्रदेश के मुखिया को होगी ही कि चुनाव के समय इन सवालों का जनता को जवाब भी देना होगा किन्तु भाजपा के सांसद जिस तरह आरोप लगा रहे है वह सिर्फ एक कोरी राजनीति ही है क्योकि यही वो भाजपा है जिसने प्रदेश में 15 साल राज किये जिसमे छत्तीसगढ़ की जनता को किये अनगिनत वादे पूर्व की सरकार ने पूरा नहीं किये जिसके कारण जनता ने भाजपा का साथ छोड़ा किन्तु देश में भाजपा सरकार के लिए समर्थन भी किया . विजय बघेल बड़े सदन के सदस्य है लोकसभा के निर्वाचित सदस्य है अगर आज सांसद पुरे देश में शराब बंदी की बात करते तो जनता उनके बात का समर्थन भी करती किन्तु सिर्फ एक प्रदेश में शराब बंदी की बात कर सिर्फ राजनीती करना अब जनता के भी समझ में आ रहा होगा . कौन सही है कौन गलत इसका फैसला जनता सिर्फ मतदान के समय ही करती है और अब मतदान के समय ही फैसला होगा कि जनता सांसद विजय बघेल के साथ है या मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ जिसके लिए अभी समय है .

शौर्यपथ की खास खबर ..
      दुर्ग / शौर्यपथ / कोटा में पढ़ रहे दुर्ग जिले के बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए आज सुखद दिन रहा। लंबे अरसे बाद वे एक-दूसरे से मिले, यह बहुत भावुक क्षण दोनों के लिए रहा। लाकडाउन पीरिएड में लगातार अपने बच्चों की चिंता वे करते रहे और आज उन्हें सकुशल अपने साथ देखकर वो बहुत भावुक हो गए। आज सभी छात्र-छात्राएं बिलासपुर से बीआईटी परिसर पहुंच गए। इन छात्र-छात्राओं को लेने उनके अभिभावक बीआईटी पहुंचे। बातचीत में छात्र-छात्राओं ने बताया कि हमारे लिए यह बहुत खुशी की बात है कि हम अपने घर वापस आ गए। इसके लिए हम लोग छत्तीसगढ़ शासन को बहुत धन्यवाद देते हैं। इन छात्र-छात्राओं ने कहा कि उन्हें बिलासपुर में क्वारंटीन कर रखा गया था। यहाँ रहने एवं खाने-पीने का अच्छा प्रबंधन जिला प्रशासन ने किया था।
      छात्र-छात्राओं को लेने आए अभिभावकों ने कहा कि कोटा में जब हमारे बच्चे फंसे थे तो हर पल बहुत मुश्किल से गुजरा। फिर जब छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया तो बहुत अच्छा लगा। लाकडाउन के दौरान इतनी लंबी यात्रा से बच्चों को लाना आसान नहीं रहा होगा क्योंकि रास्ते में सब कुछ बंद रहा होगा। इसमें मध्यप्रदेश की सीमा पार कर राजस्थान जाना और आना। हम प्रशासनिक अमले को भी बहुत धन्यवाद देते हैं जो हमारे बच्चों को इतनी दूर से लेकर आए। अभिभावकों ने बताया कि कोविड के खतरे को देखते हुए उनके बच्चे घर में पूरा समय क्वारंटीन में रहेंगे।
      हमें इस बात की खुशी है कि हमारे बच्चे स्वस्थ हैं, घर वापस आकर खुश हैं। कोटा में मेडिकल की तैयारी के लिए गई भारती ध्रुव के भाई हितेंद्र ध्रुव ने बताया कि मुझे बहन के स्वास्थ्य को लेकर बहुत चिंता थी। अब वो वापस आ गई है तो बहुत अच्छा लगा। प्रशासन ने भारती का पूरा ध्यान रखा, हम सब बहुत खुश हैं। इसी तरह मेडिकल की तैयारी के लिए गए आदित्य चंद्राकर ने बताया कि कोटा में फंसे होने की वजह से चिंता के कारण भी पढ़ाई नहीं हो पा रही थी। छत्तीसगढ़ शासन ने हमें लाकडाउन के चलते वहां हो रही परेशानी से भी बचाया और उस चिंता से भी बचाया जो हमें कोटा में रहकर महसूस हो रही थी। जिला शिक्षा अधिकारी एवं इस कार्य के नोडल अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल ने बताया कि सभी अभिभावकों को सूचित कर दिया गया था एवं जिला प्रशासन के निर्देशों से भी अवगत करा दिया गया था।
    पूरी व्यवस्था की मानिटरिंग के लिए टीम का गठन किया गया था। उल्लेखनीय है कि आज ही सूरजपुर जिले के बच्चे भी अपने गृह जिले के लिए रवाना हुए। लड़कियों को विज्ञान विकास केंद्र एवं लड़कों को रूंगटा कालेज में रखा गया था। आज इन बच्चों को भी रवाना किया गया। उल्लेखनीय है कि कोटा से पहुंचते ही सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था एवं इन्हें क्वारंटीन किया गया था। बच्चों को लेने जाने वाले स्टाफ को भी क्वारंटीन किया गया था।

हमारा शौर्य

हमारे बारे मे

whatsapp-image-2020-06-03-at-11.08.16-pm.jpeg
 
CHIEF EDITOR -  SHARAD PANSARI
CONTECT NO.  -  8962936808
EMAIL ID         -  shouryapath12@gmail.com
Address           -  SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)