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नई दिल्ली / एजेंसी / रिजर्व बैंक ने वैश्विक चुनौतियों के बावजूद देश की आर्थिक मजबूती की संभावना व्यक्त की है। बैंक ने कल जारी अपने मई 2025 बुलेटिन में औद्योगिक और सेवा क्षेत्रों में निरंतर वृद्धि, वित्तीय बाजार में सुधार और रबी की अच्छी फसल तथा अनुकूल मानसून पूर्वानुमानों के कारण कृषि के लिए आशाजनक परिदृश्य का उल्लेख किया है। खाद्य मूल्यों में कमी के कारण जुलाई 2019 के बाद मुद्रास्फीति सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। वैश्विक व्यापार चुनौती के बावजूद, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में बना हुआ है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज राष्ट्रपति भवन में वीरता पुरस्कार प्रदान किए
नई दिल्ली / एजेंसी / राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज राष्ट्रपति भवन में रक्षा अलंकरण समारोह के पहले चरण में सशस्त्र बलों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और राज्य तथा केंद्रशासित प्रदेश पुलिस के कर्मियों को वीरता पुरस्कार प्रदान किए। इनमें छह कीर्ति चक्र और 33 शौर्य चक्र शामिल हैं। वीरता पुरस्कार कर्मियों को कर्तव्य के दौरान अदम्य साहस और अद्वितीय बहादुरी के लिए दिए गए। राइफलमैन रवि कुमार, कर्नल मनप्रीत सिंह, उप पुलिस अधीक्षक हिमायुन मुजम्मिल भट और नायक दिलवर खान को मरणोपरांत कीर्ति चक्र प्रदान किए गए। मराठा लाइट इन्फैंट्री के मेजर मल्ला राम गोपाल नायडू और पंजाब रेजिमेंट के मेजर मंजीत को कीर्ति चक्र प्रदान किया गया।
मेजर आशीष धोंचक, सिपाही प्रदीप सिंह, हवलदार रोहित कुमार, कांस्टेबल पवन कुमार, कांस्टेबल देवन सी, विजयन कुट्टी जी और कैप्टन दीपक सिंह सहित सात बहादुर कर्मियों को उनके असाधारण साहस और कर्तव्य के दौरान बलिदान के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र प्रदान किए गए।
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
सुशासन तिहार: मुख्यमंत्री ने सरगुजा संभाग के तीन जिलों की समीक्षा की, अधिकारियों को दी सख्त हिदायत
पेशियों की न दें बार-बार तारीख, फील्ड में दिखे सक्रियता
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज सुशासन तिहार के अंतर्गत अम्बिकापुर में सरगुजा, बलरामपुर-रामानुजगंज और जशपुर जिलों में योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि जनहितकारी शासकीय योजनाओं को बेहतर तरीके से अमलीजामा पहनाने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अधिकारियों से टीम भावना से कार्य करते हुए वर्ष 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि सुशासन तिहार के पहले चरण में प्रदेशभर से लगभग 40 लाख आवेदन प्राप्त हुए, जिनका समाधान दूसरे चरण में किया गया। अब तीसरे चरण में वे स्वयं जिलों का दौरा कर आम जनता से सीधा संवाद कर रहे हैं।
जनता के प्रति जवाबदेह बनें अधिकारी
मुख्यमंत्री ने तीनों जिलों के कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों और अन्य अधिकारियों से कहा कि वे जनता के सेवक हैं, उनकी जिम्मेदारी है कि समस्याओं का समयबद्ध तरीके से समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से फील्ड का दौरा करें, जनता के सुख-दुख में शामिल हों और शिकायतों के निपटारे में पेशियों की अनावश्यक तारीखें देना बंद करें। उन्होंने कहा कि राजस्व से संबंधित प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण सुनिश्चित किया जाए। साथ ही अवैध रेत खनन के मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाए।
बुनियादी जरूरतों पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीने के पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यदि कहीं पेयजल संकट की स्थिति बनती है, तो इसका तत्काल समाधान किया जाए। उन्होंने कहा कि तालाबों को सूखने से बचाने और ग्रामीण क्षेत्रों में जलस्रोतों की सुरक्षा की व्यवस्था की जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि बारिश शुरू होने से पहले किसानों को खाद-बीज की कमी न हो, इसके लिए विशेष निगरानी रखी जाए। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत बनने वाली सड़कों, पीएम आवासों तथा जिलों में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यो की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने और उनकी नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों के निर्देश
गर्मी और बरसात के मौसम में मौसमी बीमारियों और सांप काटने की घटनाओं की संभावना को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में दवाइयों और एंटी-स्नेक वेनम की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा।
वनाधिकार और अतिक्रमण के मामलों में सख्त कार्रवाई के निर्देश
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वनाधिकार पट्टों की समीक्षा राजस्व, आदिवासी विकास और वन विभाग संयुक्त रूप से करें और केवल पात्र हितग्राहियों को ही पट्टा प्रदान किया जाए। उन्होंने अवैध पट्टा धारकों और अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही सीमावर्ती जिलों में अवैध रूप से निवास कर रहे लोगों की पहचान कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने को कहा।
समीक्षा बैठक में कृषि मंत्री राम विचार नेताम, वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सरगुज़ा सांसद चिंतामणि महाराज, विधायक राजेश अग्रवाल, प्रबोध मिंज, राम कुमार टोप्पो, भैयालाल राजवाड़े, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, सरगुजा कमिश्नर नरेंद्र दुग्गा, सरगुजा आईजी दीपक झा सहित सरगुज़ा, बलरामपुर-रामानुजगंज एवं जशपुर जिले के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
नेटवर्क एवं सर्वर की समस्या के बावजूद एक ही दिन में बने 36 हजार 800 से अधिक कार्ड
महाभियान अब 23 मई तक
मुंगेली /शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशानुरूप जिले के लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आज आयुष्मान महाभियान चलाया गया। इस दौरान नेटवर्क एवं सर्वर संबंधी समस्या के बावजूद भी 36 हजार 800 से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए। महाभियान को 01 लाख का लक्ष्य हासिल करने दो दिन और बढ़ाया गया है, ताकि स्वास्थ्य सुरक्षा की इस महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना से शतप्रतिशत लोगों को आच्छादित किया जा सके। अब यह महाभियान 22 और 23 मई को और चलेगा। कलेक्टर कुन्दन कुमार ने महाभियान में लोगों को बढ़चढ़कर हिस्सा लेने और जिनका आयुष्मान कार्ड नहीं बना है, उन्हें अपना कार्ड बनवाने की अपील की है।
गौरतलब है आयुष्मान कार्ड में बीपीएल परिवार को 05 लाख तक निःशुल्क ईलाज और एपीएल राशन कार्डधारियों को 50 हजार रुपए तक निःशुल्क उपचार की सुविधा देश के पंजीकृत स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध है। इसी तहर आयुष्मान वय वंदना कार्ड के तहत 70 वर्ष प्लस वरिष्ठ नागरिकों के लिए 05 लाख रुपए तक निःशुल्क उपचार की सुविधा दी जाती है। आयुष्मान महाभियान के तहत स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में एक सशक्त कदम बढ़ाने वनांचल सहित जिले के सभी गांव में आयुष्मान कार्ड बनाने खासा उत्साह देखा जा रहा है। अधिकारी-कर्मचारी घर-घर जाकर, शिविर व स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से चिन्हित लोगों के आयुष्मान कार्ड बना रहे हैं। ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए मुनादी भी कराया जा रहा है। इसके अलावा कलेक्टर सहित वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सतत मानिटरिंग भी की जा रही है। इसके साथ ही कॉल सेंटर एवं कंट्रोल रूम के माध्यम से इसकी सतत निगरानी की जा रही है।
जिला प्रशासन द्वारा इस अभियान को सफल बनाने व्यापक रूपरेखा तैयार की गई है। गांव-गांव में सर्वे टीम भेज कर आयुष्मान कार्ड से छूटे हुए पात्र लोगों को चिन्हांकित किया गया है। तत्पश्चात कार्य योजना बनाकर इस मुहिम को अंजाम दिया जा रहा है। वनांचल के गांव में भी शत प्रतिशत आयुष्मान कवरेज देने के लिए भी व्यापक पहल की गई। छूटे हुए पात्र लोगों को आयुष्मान योजना से लाभान्वित करने के लिए 10 गांवों का क्लस्टर बनाया गया। आयुष्मान कार्ड पंजीयन के लिए 03 हजार से अधिक कर्मचारियों को लगाया गया है, जिसमें आरएचओ, सीएचओ, सहायक ग्रेड 03, रोजगार सहायक, शिक्षक एवं वीएलई शामिल है। कर्मचारी घर-घर जाकर छूटे हुए पात्र लोगों का आधार कार्ड या राशन कार्ड अद्यतन करते हुए आयुष्मान कार्ड बना रहे हैं। अभियान शुरू होने के पूर्व सर्वे के दौरान ही महज दो दिन में 08 हजार 600 से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके थे। जिसे मिलाकर अब तक 45 हजार से अधिक कार्ड बनाए जा चुके हैं। तेज गर्मी और फिर लोरमी के कुछ क्षेत्रों मे बारिश के वजह से आयुष्मान कार्ड बनाने में बाधा आई। जिला प्रशासन ने आयुष्मान कार्ड बनाने लोरमी क्षेत्र के अचानकमार टाईगर राजर्व क्षेत्र मे रहने वाले हितग्राहियों को खुड़िया, लोरमी, केंवची और बिलासपुर के शिवतराई में शिविर लगाकर वहां तक पहुंचने हेतु विशेष बसों और वाहनो की भी व्यवस्था की थी। शिविर स्थलों पर आगंतुको हेतु भोजन, नाश्ता और पेयजल की भी व्यवस्था पंचायतों और विभागों के माध्यम से जिला प्रशासन द्वारा रखी गयी थी । सभी गांवों में आयुष्मान कार्ड बनाने वाले टीम के लोग गावों मे सुबह 06 बजे से ही पहुंच कर कार्ड बनाना शुरू कर लिये थे। जिला प्रशासन ने जिले में शत प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु इस पूरे सप्ताह को आयुष्मान सप्ताह मनाने का निर्णय लिया है।
दुर्ग/शौर्यपथ/ अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती पर संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन घनश्याम सिंह आर्य कन्या महाविद्यालय में किया गया था इस कार्यक्रम में नगर पालिका निगम दुर्ग से उपायुक्त महेंद्र कुमार साहू नारायण यादव राजस्व निरीक्षक थान सिंह यादव पर प्रभारी राजस्व उपनिरीक्षक शामिल हुए थे!इस कार्यक्रम में कन्या महाविद्यालय के छात्राओं ने संगोष्ठी कार्यक्रम में भाग लेकर देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवनी पर अपने विचार व्यक्त किया कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती श्रीमती नीतू सिंह एवं महाविद्यालय के अन्य प्रोफेसर तथा छात्राएं इस संगोष्ठी कार्यक्रम में भाग लिया कार्यक्रम के उद्बोधन में उपायुक्त द्वारा वीरांगना देवी अहिल्याबाई की 300 वीं जयंती मनाने के शासन के आदेश से अवगत कराया एवं वर्तमान परिपेक्ष में शासन की मनसा अनुरूप महिलाओं के उत्थान एवं सशक्तिकरण हेतु शासन की योजनाओं एवं क्रियाकलाप से अवगत कराते हुए देवी वीरांगना अहिल्याबाई के जीवनी के संबंध में परिचय कराया वीरांगना देवी अहिल्याबाई के जीवन जीवन पर व्याख्यान देते हुए बताया गया कि उन्होंने विकट परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करते हुए मालवा राज्य की बागडोर संभाली एवं इंदौर शहर की स्थापना के साथ साथ महेश्वर को विकसित कर अपना राजधानी बनाया वीरांगना देवी अहिल्याबाई ने सन 1767 से मालवा साम्राज्य मालवा राज्य की बागडोर अपने पुत्र के माध्यम से शासन संचालित किया तथा निरंतर 28 वर्षों तक शासन किया और अपने राज्य को युद्ध से दूर रखकर शांति और न्याय व्यवस्था को व्यवस्था को अपने राज्य में कायम रखा न्याय व्यवस्था को कायम रखने के लिए उन्होंने अपने पुत्र की कुर्बानी भी दे दी उद्बोधन में उपायुक्त द्वारा बताया गया कि इतिहास के पन्नों में देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवनी से हमें सामाजिक परिवर्तन एवं सामाजिक व्यवस्था से प्रेरणा लेते हुए वर्तमान समय में सामाजिक बदलाव हेतु योगदान किया जाने हेतु प्रेरित किया आर्य कन्या महाविद्यालय की की छात्रा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए अपने उद्बोधन में देवी अहिल्याबाई होलकर के द्वारा मुगल और अन्य बाहरी आक्रमण से स्वस्थ हुए वास्तविक शिव मंदिरों के पुनर्निर्माण पर बल देते हुए धार्मिक पक्ष के साथ साथ सांस्कृतिक पशुओं का भी उल्लेख किया छात्र ने अपने उद्बोधन में बताया कि हमारा समाज जो है नारी शक्ति के माध्यम से सशक्त और समृद्ध हो सकता है एक अन्य छात्र ने अपने उद्बोधन में कविता के माध्यम से देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवनी को सुंदर रूप में प्रस्तुत किया महाविद्यालय की प्रोफ़ेसर श्रीमती श्रीवास्तव ने भी नारी शक्ति के संबंध में व्याख्यान देते हुए बताया!
-तकनीक आदान-प्रदान से छत्तीसगढ़ को होगा लगभग तीन करोड़ का लाभ
रायपुर/शौर्यपथ /छत्तीसगढ़ स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी का तकनीकी ज्ञान अब मध्यप्रदेश के विद्युत विस्तार में योगदान देगा। छत्तीसगढ़ 400 केवी के टॉवर की डिजाइन मध्यप्रदेश को देगा और मध्यप्रदेश के 220 केवी और 132 केवी के टॉवर की डिजाइन लेगा। इस तकनीक व कौशल के आदान-प्रदान से दोनों प्रदेश की पॉवर कंपनी का लाभ होगा। इस नई तकनीक से ट्रांसमिशन कंपनी के विशाल टावरों के स्थापना में कम भूमि की जरूरत पड़ेगी। छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर ट्रांसमिशन कंपनी के अध्यक्ष श्री सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि प्रौद्योगिकियों के परस्पर विनियम से सभी पक्षों की दक्षता बढ़ती है । इसका लाभ दोनों राज्यों को मिलना सुखद है । प्रौद्योगिकीय उन्नयन से ही भावी चुनौतियों का सामना किया जा सकेगा । एमडी श्री राजेश कुमार शुक्ला ने कहा कि दोनों कंपनी के आपसी सहयोग व तकनीक साझेदारी का लाभ दोनों राज्यों को मिलेगा। इससे अत्याधुनिक पारेषण प्रणाली, तकनीक और प्रशिक्षण का आदान-प्रदान हो सकेगा।
छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी और मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के बीच जबलपुर के शक्ति भवन में अनुबंध हुआ। इसमें छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के कार्यपालक निदेशक (योजना, वाणिज्यिक एवं विनियामक मामले) के. एस. मनोठिया और मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के कार्यपालक निदेशक श्री समीर नगोटिया (वाणिज्यिक एवं विनियामक मामले) ने हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर एमपीपीटीसीएल के प्रबंध निदेशक इंजी. सुनील तिवारी विशेष रूप से उपस्थित थे। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी को 400 केवी अति उच्च दाब टॉवर खड़ा करने में विशेष दक्षता हासिल है। इसकी डिजाइन को छत्तीसगढ़ ने केंद्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान (सीपीआरआई) बैंगलोर को भेजा था, जहां वेटिंग, चेकिंग और स्क्रूटनी के पश्चात् टॉवर स्ट्रक्चर की डिजाइन को बेहतर माना गया।
वहीं मध्यप्रदेश में 220 केवी और 132 केवी के अतिउच्च दाब टॉवर की नेरो बेस डिजाइन बेहतर मानी जाती है, जिसमें कम जमीन का उपयोग करते हुए सकरे फाउंडेशन में विशाल टॉवर खड़े किये जाते हैं। खासकर शहर में जमीन की उपलब्धता कम होने पर इस डिजाइन की अधिक आवश्यकता थी। इस डिजाइन में जहां सामान्य टॉवर के लिए जो जगह फाउंडेशन में लगती थी उससे अब लगभग आधी लगेगी। इससे टॉवर खड़ा करने में लगने वाली किसानों की कम जमीन प्रभावित होगी। मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने इन दोनों टॉवर की डिजाइन देने के एवज में 2.89 करोड़ रूपए का शुल्क मांगा गया था। अब छत्तीसगढ़ के 400 केवी टॉवर की डिजाइन के बदले मध्यप्रदेश 220 केवी और 132 केवी नैरो बेस डिजाइन साझा कर रहा है, इससे छत्तीसगढ़ को 2.89 करोड़ रुपए का सीधा लाभ हो रहा है।
छत्तीसगढ़ ट्रांसको के प्रबंध निदेशक राजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि यह साझेदारी दोनों राज्यों की ऊर्जा अवसंरचना को और अधिक सक्षम बनाएगी तथा टेक्नो कमर्शियल क्षेत्र मे बड़ा नवाचार होगा। यह एक *"मील का पत्थर"* साबित होगा, जो भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक सिद्ध होगा। यह समझौता न केवल दोनों राज्यों के तकनीकी विकास को गति देगा, बल्कि क्षेत्रीय ऊर्जा सहयोग को भी नई दिशा प्रदान करेगा। इस अवसर पर मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्य अभियंता देवाशीष चक्रवर्ती, अधीक्षण अभियंता सुधीर नेमा तथा छत्तीसगढ़ ट्रांस्को से कार्यपालन अभियंता टी. के. कुंभज उपस्थित थे। इस सहयोग का प्रमुख उद्देश्य विद्युत आपूर्ति की विश्वसनीयता को बढ़ाना, तकनीकी दक्षता में सुधार लाना तथा संचालन और रखरखाव की लागत को न्यूनतम करना है।
- नालंदा परिसर 24 घंटे रहेगा खुला
- विधानसभा अध्यक्ष ने नगर पालिक निगम राजनांदगांव अंतर्गत लगभग 25 करोड़ रूपए की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का किया भूमिपूजन एवं लोकार्पण
राजनांदगांव/शौर्यपथ / विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अपने राजनांदगांव प्रवास के दौरान आज ऊर्जा पार्क में नगर विकास के अंतर्गत लगभग 25 करोड़ रूपए की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने आज लगभग 30 लाख रूपए लागत के पुष्पवाटिका में निर्मित फिश एक्वेरियम का लोकार्पण किया। इसके साथ लगभग 12 करोड़ रूपए लागत के नालंदा परिसर तथा लगभग 12 करोड़ रूपए की लागत से मूलभूत सुविधा के तहत रोड, नाली, सामुदायिक भवन, मंच, उद्यान, प्रवेश द्वार, शेड निर्माण सहित विभिन्न कार्यों का भूमिपूजन किया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि विकास के नये आयाम और नई दरवाजे खुल रहे हैं। नई पीढ़ी के निर्माण के लिए नालंदा परिसर बड़ा कारगर सेंटर बनेंगा। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि नालंदा परिसर जब किसी शहर में आ जाए तो हजारों युवकों में परिवर्तन लाता है। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव के विकास के बड़े कार्यों में मेडिकल कॉलेज, स्टेडियम के साथ अब नालंदा परिसर जुड़ जाएगा। नालंदा परिसर बनने से युवा पीढ़ी के निर्माण का कार्य होगा। नालंदा परिसर 24 घंटे खुला रहेगा। यहां हजारों बच्चे रजिस्ट्रेशन कराएंगे। इस नालंदा परिसर से हजारों बच्चे सीजीपीएससी, यूपीएससी, पुलिस, शिक्षक, आईआरएस जैसी विभिन्न भर्ती एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे। इस नालंदा परिसर में इंटरनेट से कनेक्ट 50 कम्प्यूटर और लैपटॉप रहेंगे और दुनिया की सारी जानकारी यहां से ले सकेंगे। यह रायपुर के नालंदा परिसर जैसे होगा। वहां के हजारों बच्चे अलग-अलग परीक्षाओं में पास हो चुके है। आने वाली पीढिय़ों के लिए नालंदा परिसर बहुत महत्वपूर्ण सौगात होगी।
सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि नालंदा परिसर राजनांदगांव के लिए ऐतिहासिक होगा। उन्होंने कहा कि नालंदा परिसर छत्तीसगढ़ के कुछ ही जगहों पर है। उन्होंने कहा कि 500 बच्चे एक साथ बैठकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। महापौर श्री मधुसूदन यादव ने कहा कि दंतेवाड़ा और रायपुर के तर्ज पर छात्र-छात्राओं को नालंदा परिसर की सौगात मिलेगी। यह परिसर 24 घंटे चलने वाला परिसर होगा। इसमें 500 बच्चे अध्ययन कर सकेंगे। सीजीपीएससी, यूपीएससी, व्यापम और बहुत सारे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने स्वागत उद्बोधन देते हुए बताया कि लगभग 25 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया गया। उन्होंने बताया कि शहर में लगभग 12 करोड़ रूपए की लागत से नालंदा परिसर बनेगा। इसमें 500 बच्चे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयार कर सकेंगे। यह 24 घंटे संचालित होगी। यहां 2 लेक्चर हॉल का निर्माण किया जाएगा। 10 हजार किताबों की लायब्रेरी होगी। 50 सीटर इंटरनेट सहित कम्प्यूटर होंगे जिससे बच्चें ऑनलाईन पढ़ाई कर सकेंगे। यह भवन पूर्ण रूप से वातानुकुलित होगी। उन्होंने बताया कि पुष्पवाटिका में निर्मित फिश एक्वेरियम का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सचिन बघेल, अध्यक्ष पर्यटन मंडल नीलू शर्मा, कोमल सिंह राजपूत, पूर्व सांसद प्रदीप गांधी, खूबचंद पारख, रमेश पटेल, दिनेश गांधी, राजेन्द्र गोलछा, संतोष अग्रवाल, नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा सहित बड़ी संख्या में पार्षदगण, जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी-कर्मचारी एवं नगरवासी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने ग्राम दोकड़ा में भगवान जगन्नाथ मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए
मुख्यमंत्री ने 24 लाख से अधिक की राशि से बनने वाले महतारी सदन भवन का भूमि पूजन किया
जशपुरनगर /शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने बुधवार को कांसाबेल विकास खंड के ग्राम दोकड़ा के प्राचीन श्री जगन्नाथ मंदिर का जीर्णोद्धार पश्चात प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुई उन्होंने भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की मुख्यमंत्री ने दोकड़ा में 24 लाख 74 हजार की लागत से बनने वाले महतारी सदन का भूमि पूजन किया मुख्यमंत्री ने दोकड़ा के श्री जगन्नाथ मंदिर समिति के सदस्यों धन्यवाद देते हुए उनके कार्यों की सराहना की ग्रामवासी धर्म कर्म के कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि दोकड़ा में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 1942 से निकाली जा रही है। रथ यात्रा की शुरुआत दोकड़ा गांव के पंडित स्व सुदर्शन सतपथी और उनकी धर्मपत्नी श्री सुशीला सतपथी के द्वारा शुरू किया गया था।
मंदिर का निर्माण 1968 में किया गया था। मंदिर के जर्जर होने के कारण मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने विगत वर्ष में संकल्प लिया गया था कि मंदिर का जिर्णोद्धार करने भगवान जगन्नाथ मंदिर को नव निर्मित भवन बनाएंगे और मुख्यमंत्री का संकल्प पूरा हुआ उन्होंने ग्रामवासियों को सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया है।
21 मई से प्रतिदिन विशाल मीना बाजार का भी होगा आयोजन हो रहा है
इस दौरान 21 से 27 मई तक अनेक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
आयोजित धार्मिक कार्यक्रम अनुसार 21 मई को मैनी नदी बगिया से मंदिर प्रांगण तक कलश यात्रा निकाली गई
22 मई को सुबह 7 बजे से सूर्य पूजन, गौ पूजन, मंदिर प्रवेश, पार्श्व विग्रह, नेत्र उनिजन, 23 मई को प्रातः 7 बजे से सूर्य पूजन, मंडल पूजन, शिखर कलश, एवं नीलचक्र स्थापना, पार्श्व विग्रह महास्नान, 24 मई को प्रातः 7 बजे से सूर्य पूजन, मंडल पूजन, यज्ञ हवन, 25 मई को श्री जगन्नाथ स्वामी जी, बलभ्रद्र जी, सुभद्रा जी का मंदिर प्रवेश एवं संध्या भव्य कलश यात्रा अधिवास तथा 27 मई को प्रातः 8 बजे पूर्णाहूति, दधीभंजन एवं नगर भ्रमण जिसमें ओडिशा के कीर्तन मंडली द्वारा ओड़िसा भजन की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके पश्चात् महाप्रसाद वितरण एवं समापन होगा।
भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की
मुख्यमंत्री ने महतारी सदन का किया भूमि पूजन
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय बुधवार को कांसाबेल विकास खंड के ग्राम दोकड़ा के प्राचीन जगन्नाथ मंदिर के जीर्णाेद्धार पश्चात प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दोकड़ा में 24 लाख 74 हजार की लागत से बनने वाले महतारी सदन का भूमि पूजन किया। मुख्यमंत्री ने दोकड़ा के जगन्नाथ मंदिर समिति के सदस्यों को धन्यवाद देते हुए उनके कार्यों की सराहना की।
उल्लेखनीय है कि दोकड़ा में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 1942 से निकाली जा रही है। रथ यात्रा की शुरुआत दोकड़ा गांव के पंडित स्व सुदर्शन सतपथी और उनकी धर्मपत्नी सुशीला सतपथी के द्वारा शुरू किया गया था। मंदिर का निर्माण 1968 में किया गया था। मंदिर के जर्जर होने के कारण मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने मंदिर का जीर्णाेद्धार करने का संकल्प लिया था। उन्होंने इस कार्य में सहयोग के लिए ग्रामवासियों का धन्यवाद भी दिया है।
अमृत स्टेशनों में दिखेगी विकसित भारत की झलक: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
6 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित किया गया अम्बिकापुर में अमृत स्टेशन
छत्तीसगढ़ को मिली 5 अमृत स्टेशनों की सौगात
रायपुर/शौर्यपथ /प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आज देशभर के 103 स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन किया। इनमें छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर सहित 5 रेल्वे स्टेशन शामिल हैं। इन रेल्वे स्टेशनों को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस किया गया है। यह भारतीय रेलवे के विकास की नई संस्कृति है, जिसमें चुनिंदा रेल्वे स्टेशनों को पुनर्विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय इस वर्चुअल कार्यक्रम में अम्बिकापुर रेल्वे स्टेशन से जुड़े।
गौरतलब है कि भारतीय रेल और देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी की दूरदृष्टि का परिणाम रहा है कि इन विकास कार्यों से स्थानीय यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी और क्षेत्र में पर्यटन एवं आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी। भारतीय रेलवे द्वारा 1337 स्टेशनों के कायाकल्प की शुरुआत की है, इनमें 103 स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य पूर्ण हो चुका है। उनमें छत्तीसगढ़ राज्य के पांच स्टेशन बिलासपुर मंडल का अम्बिकापुर, रायपुर मंडल का उरकुरा, भिलाई, भानुप्रतापपुर तथा नागपुर मंडल का डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा कि सम्माननीय लरंग साय जी के प्रयासों के कारण ही अम्बिकापुर में रेलवे स्टेशन की स्थापना हुई है। देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी 140 करोड़ देशवासियों को अपना परिवार मानते हुए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले 2047 तक छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाना है। अमृत काल के तहत रेलवे स्टेशन का लगातार विकास किया जा रहा है। आज प्रदेश के जिन पांच स्थानों का लोकार्पण हुआ है, वह विकसित हो रहे भारत की झलक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जशपुर जिले को भी रेल कनेक्टिविटी से जोड़ने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वित्तमंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, सांसद श्री चिंतामणि महाराज, विधायक श्री राजेश अग्रवाल, श्रीमती शकुंतला पोर्ते, श्रीमती उद्देश्वरी पैकरा, श्री राम कुमार टोप्पो, श्री प्रबोध मिंज, छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष श्री विश्व विजय सिंह तोमर, महापौर श्री मंजूषा भगत मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में सरगुजा अंचल के नागरिक शामिल हुए।
अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन
छत्तीसगढ़ की आदिवासी सांस्कृतिक विरासत का केंद्र रहा अम्बिकापुर का रेलवे स्टेशन देश की जीवनरेखा भारतीय रेल का एक अभिन्न अंग है। इस रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। यात्रियों को पूरी तरह से सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से इस नए स्टेशन भवन में कई नए प्रावधान भी किए गए हैं। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन में 6 करोड़ 29 लाख रुपए की लागत से उन्नयन तथा आधुनिकीकरण के कार्य किए गये हैं, जिसमें सर्कुलेटिंग क्षेत्र को बेहतर बनाते हुए रोड का चौड़ीकरण, यात्रियों के स्वागत के लिए सुसज्जित प्रवेशद्वार, 3900 वर्गमीटर सड़क, 3677 वर्गमीटर पर दोपहिया, तिपहिया एवं चारपहिया वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था भी की गई है।
अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन में उन्नत व आधुनिक सुविधाओं से युक्त द्वितीय श्रेणी, उच्च श्रेणी प्रतीक्षालय एवं वीआईपी कक्ष, 6 नए आधुनिक छायादार प्लेटफार्म शेड, महिलाओं, पुरुषों और दिव्यांगजनों हेतु आधुनिक शौचालय, वॉटर फाउंटेन, ट्रेन/कोच डिस्प्ले बोर्ड, सीसीटीवी कैमरे, रैम्प एवं टैक्टाइल टाइल्स, 300 मीटर स्टेनलेस स्टील रेलिंग, 58 स्ट्रीट लाइट्स, बेहतर प्रकाश व्यवस्था हेतु हाई मास्ट लाइट, नवीनतम पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम का लाभ यहाँ के यात्रियों को मिलेगा।
रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर एक बड़ा तिरंगा झंडा लगाया गया है साथ ही स्टेशन में यात्रियों के लिए सरगुजा की प्रसिद्ध सीताबेंगरा गुफा की तर्ज पर सेल्फी पॉइंट भी बनाया गया है। अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन पर भव्य प्रवेश द्वार, आकर्षक फसाड, हाई मास्ट लाइटिंग, आधुनिक प्रतीक्षालय, टिकट काउंटर, मॉर्डन टॉयलेट और दिव्यांगजन के लिए सुगम रैंप जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं। प्लेटफॉर्म पर शेल्टर, कोच इंडिकेशन सिस्टम और सूचना के लिए डिजिटल डिस्प्ले लगाए गए हैं। सभी सुविधाओं को दिव्यांगजन अनुकूल बनाया गया है। वहीं, हर स्टेशन पर स्थानीय लोक कला, संस्कृति और परंपराओं की झलक भी देखने को मिलेगी।