
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
मुंगेली / शौर्यपथ / मतदाताओं को जागरूक करने कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री राहुल देव के मार्गदर्शन में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं स्वीप नोडल अधिकारी श्री प्रभाकर पाण्डेय ने आज जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में जिला स्तरीय स्वीप कोर कमेटी के सदस्यों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने उन्होंने स्वीप कोर कमेटी के सभी सदस्यों को अपने-अपने कार्यों का गंभीरतापूर्वक निर्वहन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वीप कोर कमेटी का मुख्य उद्देश्य मतदाताओं को जागरूक करते हुए शत-प्रतिशत मतदान के लिए प्रेरित करना है। साथ ही नैतिक एवं गुणवत्तापूर्ण मतदाता सहभागिता सुनिश्चित करना, युवा मतदाताओं विशेषकर 18 से 19 वर्ष के युवाओं का पंजीकरण करना, दिव्यांग एवं वृद्ध मतदाताओं का शत-प्रतिशत पंजीकरण एवं मतदान प्रक्रिया में सहभागिता सुनिश्चित करना आदि शामिल है।
विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम के लिए अधिकारियों को दी गई जिम्मेदारी
लोकसभा निर्वाचन में स्वीप कार्यक्रम के तहत मतदाताओं के लिए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। इसके तहत होली मिलन समारोह, स्वीप प्रीमियर लीग क्रिकेट टूर्नामेंट, दिव्यांगजन, तृतीय लिंग समुदायों व पीवीटीजी समुदायों के लिए कार्यक्रम, स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर, जिला स्तरीय किसान ट्रैक्टर रैली, पुलिस लाईन में कार्यक्रम एवं स्कूटी रैली, साड़ीथोन, पौधा वितरण कार्यक्रम, स्कूलों एवं महाविद्यालयों में नए मतदाताआंे का सम्मान तथा हस्ताक्षर अभियान आदि कार्यक्रमों का आयोजन कर मतदाताओं को शत प्रतिशत मतदान के लिए जागरूक किया जाएगा।
पश्चिम विधान सभा के कार्यकर्ताओ ने रायपुर लोकसभा को जीतने का संकल्प लिया
कार्यकर्ता ही मेरी ताकत है इन्होंने ही मुझे नेता बनाया-विकास उपाध्याय
रायपुर/ शौर्यपथ / रायपुर लोकसभा चुनाव को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ने पश्चिम विधानसभा के कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की बैठक में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज कांग्रेस के रायपुर लोकसभा प्रत्याशी विकास उपाध्याय सहित वरिष्ठ नेतागण, पार्षद,कार्यकर्ता शामिल हुए. बैठक में कार्यकर्ताओं ने रायपुर लोकसभा सीट को ऐतिहासिक मतों के अंतर के साथ जीतने का संकल्प लिया. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि कार्यकर्ताओं का उत्साह देखकर मुझे पूरा विश्वास है रायपुर लोकसभा सीट इस बार कांग्रेस जीतेगी. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने युवा नेता पूर्व विधायक विकास उपाध्याय को प्रत्याशी बनाया है कार्यकर्ताओं का कांग्रेस के प्रति समर्पण और विश्वास हमारी ताकत है इस बार के लोकसभा चुनाव के परिणाम छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद के लोकसभा परिणाम को बदलेगी कांग्रेस बीजेपी से अधिक सीट जीतेगी. केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी कांग्रेस ने महिलाओं, किसानों, युवाआ,ें श्रमिकों, आदिवासियों जो गारंटी दी है वह पूरा होगा. हमें गर्व है. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने 5 साल में जनता से की हर वादे को पूरा किया है हर वर्ग की चिंता की है हर वर्ग के बेहतरी के लिए काम किया। आज भी कांग्रेस के कामों को जनता याद कर रही है और साय सरकार को कांग्रेस सरकार के आगे विफल बता रही है।
लोकसभा प्रत्याशी और पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि यही कार्यकर्ताओं की बदौलत में पश्चिम विधानसभा में तीन बार चुनाव लड़ा हूं और यही कार्यकर्ता मुझे लोकसभा में जीत दिलाकर रायपुर लोकसभा का प्रतिनिधित्व संसद में करने भेजेंगे. राजधानी में कांग्रेस की जीत की गूंज दिल्ली की राजधानी तक सुनाई देगी. केंद्र में बैठे भाजपा की सरकार की विदाई सुनिश्चित हो चुकी है मोदी की गारंटी फेल हो गई है पूरे देश में बदलाव की लहर चल रही है परिवर्तन होगा और जनता के सच्चे दिन आएंगे. आजादी के बाद अमृत काल में जिस प्रकार से भाजपा की सरकार ने देश की जनता की कमर तोड़ दी है हर तरफ महंगाई, बेरोजगारी है किसान हताश और परेशान है और भाजपा मोटी चंदा वसूल कर कमाई कर रही है। भाजपा ने इलेक्ट्रोरल बांड के माध्यम से अवैध उगाही की है. भाजपा का काम कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार करना हैं।
रायपुर / शौर्यपथ / लोकसभा आम निर्वाचन-2024 के दौरान विभिन्न माध्यमों से प्राप्त निर्वाचन संबंधी शिकायतों का त्वरित निराकरण सुनिश्चित करने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा ‘कंप्लेंट मॉनिटरिंग सिस्टम’ सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले के दिशा-निर्देशों के अनुरूप अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री नीलेशकुमार महादेव क्षीरसागर और संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री पी.एस. ध्रुव ने आज प्रशिक्षण आयोजित कर विभागीय नोडल अधिकारियों को शिकायतों के त्वरित निराकरण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। 'कंप्लेंट मॉनिटरिंग साफ्टवेयर' के माध्यम से निर्वाचन संबंधी शिकायतों के प्रभावी निराकरण के संबंध में आईटी विभाग के अधिकारियों ने नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया।
बैठक में एनआईसी से श्री असीम थवाईत ने जानकारी दी कि निर्वाचन संबंधी शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा ‘कंप्लेंट मॉनिटरिंग सिस्टम’ (सीएमएस) तैयार किया गया है। इस सिस्टम के माध्यम से संबंधित विभाग के नोडल अधिकारी को डिजिटाइज्ड शिकायत भेजकर त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया जाता है।
विभागीय नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि निर्वाचन के दौरान विभिन्न माध्यमों से मैन्युअली प्राप्त शिकायतों को डिजिटाइज्ड किया जाएगा। साथ ही सी-विजिल अथवा सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त शिकायतों को भी प्रिन्ट निकालकर डिजिटाइज्ड कर संबंधित विभाग के नोडल अधिकारियों को शिकायतों के त्वरित निराकरण हेतु प्रेषित किया जाएगा। नोडल अधिकारी अपने-अपने विभाग से संबंधित शिकायतों का निर्धारित समय-सीमा में त्वरित निराकरण करेंगे और इसकी जानकारी तत्काल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को देंगे। प्रशिक्षण में अधिकारियों को निर्वाचन से संबंधित शिकायतों का प्राथमिकता से निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। प्रशिक्षण के दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने लोकसभा आम निर्वाचन के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्यवाही किए जाने के संबंध में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन दिशा-निर्देशों के परिपालन में राज्य में विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के माध्यम से धन और वस्तुओं के अवैध परिवहन तथा संग्रहण पर कड़ी नजर रखी जा रही है। प्रदेश में लागू आदर्श आचार संहिता के अंतर्गत निगरानी दलों द्वारा सघन जाँच की कार्यवाही लगातार जारी है।
राज्य में लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए आदर्श आचार संहिता प्रभावशील होने के बाद से अब तक दो करोड़ रुपए से अधिक की अवैध धनराशि तथा वस्तुएं जब्त की गई हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रवर्तन एजेंसियों (इन्फोर्समेंट एजेंसीज) द्वारा निगरानी के दौरान 19 मार्च तक 47 लाख 55 हजार रुपए की नगद धन राशि जब्त की गई हैं। इस दौरान 3896 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है, जिसकी कीमत आठ लाख 87 हजार रुपए है। सघन जाँच अभियान के दौरान 73 लाख 17 हजार रुपए कीमत के 195 किलोग्राम मादक पदार्थ तथा 51 लाख 90 हजार रुपए कीमत के 840 ग्राम कीमती आभूषण तथा रत्न भी जब्त किए गए हैं। इनके अतिरिक्त 21 लाख 71 हजार रुपए से अधिक की अन्य सामग्री जब्त की गई हैं।
रायपुर / शौर्यपथ / लोकसभा निर्वाचन 2024 के प्रथम चरण के लिए 20 मार्च को अधिसूचना जारी होगी। राज्य में लोकसभा निर्वाचन 2024 अंतर्गत प्रथम चरण में बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को मतदान होगा। श्रीमती कंगाले ने बताया कि प्रथम चरण अंतर्गत बस्तर लोकसभा क्षेत्र में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन के लिए समस्त आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित की जा रही है । बस्तर लोकसभा क्षेत्र में निर्वाचन के लिए 4 सहायक मतदान केंद्र सहित कुल 1961 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि अधिसूचना जारी होने के साथ ही प्रथम चरण में बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। प्रथम चरण के लिए प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र शासकीय अवकाश दिवस को छोड़कर कार्यालयीन दिवस में प्रातः 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक दाखिल कर सकते हैं। प्रथम चरण लोकसभा निर्वाचन अंतर्गत नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 27 मार्च 2024 है। नामांकन पत्रों की संवीक्षा 28 मार्च 2024 को होगी। नाम वापसी की तिथि 30 मार्च 2024 है।
लोकसभा आम निर्वाचन के लिए आदर्श आचार संहिता, निर्वाचन व्यय और भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों की दी जानकारी
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने आज प्रदेश के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक ली। उन्होंने बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को आदर्श आचरण संहिता और निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में आयोजित बैठक में लोकसभा आम निर्वाचन के दौरान अभ्यर्थियों द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
बैठक में बताया गया कि निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही सम्पूर्ण प्रदेश में आदर्श आचार संहिता प्रभावशील हो गई है और निर्वाचन प्रक्रिया समाप्त होने तक यह प्रभावशील रहेगी। राज्य में निर्वाचक नामावलियों के अंतिम प्रकाशन के पश्चात भी सतत अद्यतीकरण में मतदाताओं के नाम जोड़े जाने की कार्यवाही निरंतर प्रक्रियाधीन है। राज्य के सभी मतदान केन्द्रों में सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएं जैसे-रैंप, पेयजल, विद्युत प्रकाश, शौचालय इत्यादि की व्यवस्था कर ली गई है। प्रत्येक मतदान केन्द्र में मतदाता सहायता केन्द्र का निर्माण किया जाएगा।
बैठक में बताया गया कि सभी मतदान केन्द्रों में बुजुर्गजनों एवं दिव्यांग मतदाताओं की सहायता हेतु मतदाता मित्र आवश्यक सहयोग हेतु उपस्थित रहेंगे। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 85 वर्ष से अधिक आयु वाले वृद्धजन, 40 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांगता रखने वाले दिव्यांगजन एवं कोविड-19 के संदिग्ध अथवा संक्रमित मतदाता भी निर्धारित प्रारूप के माध्यम से निर्वाचन की अधिसूचना दिनांक के 5 दिवस के अन्दर सम्बंधित रिटर्निंग अधिकारी को आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं, जिससे वह डाक मतपत्र के माध्यम से घर पर ही वोटिंग कर सकेंगे।
बैठक में राजनीतिक दलों एवं अभ्यर्थियों द्वारा निर्वाचन के दौरान व्यय किए जाने की सीमा तथा व्यय लेखों के संधारण के संबंध में आयोग के निर्देशों की जानकारी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को दी गई। बैठक में निर्वाचन अवधि के दौरान वाहनों व रैलियों की अनुमति की प्रक्रिया तथा इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों से भी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री नीलेश कुमार महादेव क्षीरसागर, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री पी.एस. ध्रुव सहित मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सार समाचार
भाजपा ने मान लिया कि वो राजनांदगांव सीट हार रही है इसीलिए
राजनीति से प्रेरित एफ़आईआर दर्ज की गई - भूपेश बघेल
एफ़आईआर के विवरण में ही मेरा ज़िक्र नहीं, जबरन नाम डाला गया
अपराधियों के जिन बयानों को ईडी ने आधार बनाया है उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है
जो भाजपा छापे डलवा कर चंदा लेती है वह भ्रष्टाचार की बात किस मुंह से कर रही है?
रायपुर / शौर्यपथ / भारत में लोकसभा चुनाव का आगाज हो चुका है लोकसभा चुनाव के तहत आदर्श आचार संहिता १६ मार्च २०२४ को भारत निर्वाचन आयोग के प्रेस कांफ्रेंस के बाद तत्काल प्रभाव से लागु हो गई . आदर्श आचार संहिता लगते ही लोकसभा चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो गई और राजनितिक पार्टियों द्वारा आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है . इसी आरोप प्रत्यारोप के कड़ी में भाजपा द्वारा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ऊपर हुए एफआईआर की कॉपी ( एफआईआर 04 मार्च ) विरल होने लगी जिसके जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री और राजनांदगांव सीट से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी भूपेश बघेल ने भाजपा के आरोपों और महादेव एप्प के सम्बन्ध में हुए एफआईआर पर जमकर विरोधियो पर निशाना साधा .प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुये पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी ने स्वीकार कर लिया कि वो राजनांदगांव संसदीय सीट हार रही है इसीलिए ईओडब्लू ने मेरे ख़लिफ़ महादेव ऐप मामले में नामजद रिपोर्ट दर्ज की है। भाजपा मान रही है कि मेरी वजह से छत्तीसगढ़ की बाक़ी सीटों पर भी चुनाव परिणामों पर असर पड़ेगा इसीलिए मुझे बेवजह बदनाम करने का षडयंत्र रच रही है. इसके लिए भाजपा अपने चरित्र के अनुरूप केंद्रीय एजेंसी ईडी और राज्य की एजेंसी ईओडब्लू का हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है.पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एफ़आईआर में मेरा नाम जिस तरह से शामिल किया गया है वह क़ानूनी रूप से ग़लत है और यह दर्शाता है कि मेरा नाम सिर्फ़ राजनीतिक कारणों से शामिल किया गया है. मेरे मुख्यमंत्रित्व काल में ही महादेव ऐप की जांच शुरु हुई थी और गिरफ़्तारियों का सिलसिला शुरु हुआ था. महादेव ऐप की तरह की सट्टेबाज़ी को रोकने के लिए 2022 में हमने जुआ और सट्टा अधिनियम में परिवर्तन भी किया था. हमने ही महादेव ऐप के संचालकों सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ एलओसी यानी लुक आउट सर्कुलर जारी किया थाएवं गूगल को पत्र लिख इसे प्ले स्टोर से हटाया था.
भाजपा पर प्रहार करते पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस सरकार ने कार्यवाही शुरू की उस पर आरोप लगाना न केवल हास्यास्पद है बल्कि यह भाजपा के चरित्र को भी दिखाता है.यह आरोप वह भाजपा लगा रही है जिसने ‘चंदा दो धंधा लो’ और ‘हफ़्ता वसूली अभियान’ के तहत हज़ारों करोड़ का चुनावी बॉण्ड अपने खाते में जमा करवाए. यह वही भाजपा है कि जिसमें देश के सबसे बड़े लॉटरी का धंधा करने वाली कंपनी फ़्यूचर गेमिंग से 1368 करोड़ रुपए चुनावी चंदे के रूप में लिए हैं.
एक बड़ा सवाल यह है कि पहले को मेरी सरकार पर महादेव ऐप को संरक्षण देने का आरोप था. पर महादेव ऐप तो अभी भी चल रहा है तो सवाल यह है कि हमारी सरकार हटने के बाद इसे कौन संरक्षण देता रहा, नरेंद्र मोदी की सरकार या विष्णुदेव साय की सरकार?
एफ़आईआर में जबरन नाम डाला गया
एफ़आईआर की जो कॉपी मुझे मिली है उसके अनुसार यह एफ़आईआर चार मार्च को रायपुर में दर्ज की गई है. लेकिन इसे जारी किया गया दिल्ली में आज यानी 17 मार्च को. जिससे यह स्पष्ट होता है कि राजनीतिक उद्देश्य से ही यह एफ़आईआर की गई है. जिस समय एफ़आईआर दर्ज की गई वह वही समय था जब मेरा नाम राजनांदगांव से कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी के रूप में अख़बारों और टेलीविज़न चैनलों में आ रहा था.ज़ाहिर है कि इसी से डरकर भाजपा ने आनन फ़ानन में एफ़आईआर में मेरा नाम डालने की साज़िश रची. मैं कह रहा हूं कि मेरा नाम एफ़आईआर में जबरन डाला गया क्योंकि एफ़आईआर के साथ जो विवरण दिए गए हैं, उसमें मेरा नाम कहीं नहीं है. ऐसा कोई विवरण एफ़आईआर में नहीं है जिससे यह साबित हो कि महादेव ऐप के संचालकों को संरक्षण देने में मेरी कोई भूमिका थी.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा इस एफ़आईआर में कहा गया है कि ‘वैधानिक कार्रवाई को रोकने के लिए विभिन्न पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों तथा प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तियों का संरक्षण प्राप्त किया गया’. अब सवाल यह है कि जब इन विभिन्न लोगों में किसी का नाम नहीं है तो छत्तीसगढ़ पुलिस को मेरा ही नाम दर्ज करने की क्यों सूझी? अगर ईओडब्लू के पास इन विभिन्न लोगों के नाम थे तो उनके नाम एफ़आईआर में क्यों नहीं हैं? और अगर मेरा नाम है तो विभिन्न लोगों के नाम क्यों नहीं हैं?
बयानों से खुली ईडी की पोल
विधानसभा चुनाव के दौरान दो बयानों के आधार पर ईडी ने एक प्रेस रिलीज़ जारी की थी और मेरा नाम उसमें घसीट लिया था. इसमें एक नाम असीम दास नाम के व्यक्ति का था और दूसरा नाम शुभम सोनी नाम के किसी व्यक्ति का है.असीम दास के पास से कथित रुप से करोड़ों रुपए बरामद हुए थे और ईडी के अनुसार उसने यह बयान दिया था कि वह पैसा किसी राजनीतिक व्यक्ति के पास जाना था. बाद में इसी असीम दास ने अदालत में ईडी को दिया अपना बयान वापस ले लिया और विवरण दिया कि उसे इस जाल में किस तरह से फंसाया गया. यह भी कम दिलचस्प नहीं है कि पैसों के साथ जो कार पकड़ी गई वह भाजपा नेता अमर अग्रवाल के भाई की थी और उसकी फ़ोटो रमन सिंह और प्रेम प्रकाश पांडे के साथ मिली हैं. दूसरा बयान शुभम सोनी नाम के व्यक्ति का है, जो अपने आपको महादेव ऐप का असली संचालक बताता है. इस शुभम सोनी का एक वीडियो बयान अज्ञात सूत्रों के हवाले से जारी किया गया था. यह बयान किसने दिया यह अब तक स्पष्ट नहीं है पर इसे भाजपा के कार्यालय में चलाकर मीडिया को दिखाया गया था. शुभम सोनी ने कथित तौर पर दुबई के काउंसलेट जनरल के सामने अपना बयान दिया था. लेकिन दिलचस्प बात यह है कि छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के सामने प्रस्तुत एक दस्तावेज़ में काउंसलेट जनरल ने लिख दिया है कि वह इस बयान की कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेता. सवाल यह है कि जब दोनों ही बयान प्रामाणिक नहीं हैं तो किस आधार पर ईडी मेरा नाम इस मामले से जोड़ने की कोशिश कर रही है?
सूप बोले तो बोले छन्नी क्या बोले जिसमें छप्पन छेद
सुप्रीम कोर्ट की फ़टकार के बाद एसबीआई को चुनावी बॉण्ड के विवरण जारी करने पड़े.इस विवरण से पता चलता है कि देश की कम से कम 14 कंपनियां ऐसी हैं जिन पर ईडी, आईटी या सीबीआई के छापे पड़े और इसके बाद कार्रवाई को रोकने के लिए भाजपा ने सैकड़ों करोड़ की राशि चुनावी बॉण्ड के माध्यम से ली. ईडी, आईटी और सीबीआई का डर दिखाकर कितने ही लोगों को भाजपा में शामिल कर लिया गया और भ्रष्टाचार के मामलों को भाजपा ने रफ़ा दफ़ा कर दिया.यह वही भाजपा है जिसने ऑन लाइन सट्टे को क़ानूनी रुप दे दिया है और उस पर बाक़ायदा 28 प्रतिशत जीएसटी और चार प्रतिशत सरचार्ज वसूल रही है. केंद्र में भाजपा की सरकार है और महादेव ऐप के संचालकों को दुबई से गिरफ़्तार करके लाने का काम केंद्र की सरकार ही कर सकती है. तो क्यों वह संचालकों को गिरफ़्तार नहीं कर रही है?यदि शुभम सोनी दुबई के काउंसलेट जनरल के सामने बयान देने हाज़िर हुआ था तो उसे गिरफ़्तार क्यों नहीं किया गया.कहीं भाजपा महादेव ऐप के संचालकों से चुनावी चंदा वसूल करके संचालकों को क्लीन चिट देने के फ़िराक में तो नहीं है?
भूपेश बघेल डरने वाला नहीं है
अगर भाजपा को लगता है कि मेरा नाम एफ़आईआर में डालकर वह मुझे डरा लेगी या मेरी राजनीति को प्रभावित कर लेगी तो उसे भ्रम में नहीं रहना चाहिए.पहले भी भाजपा ऐसा करके देख चुकी है. अगर उसका हश्र भाजपा को याद नहीं है तो कांग्रेस के हमारे सिपाही फिर से याद दिलाने को तैयार हैं.न मैं डरने वाला हूं और न मैदान से हटने वाला हूं.सके लिए जो भी राजनीतिक और क़ानूनी क़दम उठाने हैं वो मैं उठाउंगा.