June 30, 2025
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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।

दुर्ग। शौर्यपथ विशेष रिपोर्ट धर्म का मार्ग सत्य और सेवा से होकर गुजरता है, किंतु दुर्ग शहर में "राम रसोई" नामक संस्था के संचालन को लेकर जो तस्वीरें सामने आ…

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुक्त बिजली योजना से ओम सिंह राजपूत का  घर हुआ रोशन
  मोहला/शौर्यपथ /वनांचल क्षेत्र के लिए बिजली से घर रोशन होना एक चमत्कार से कम नहीं है। पूरी दुनिया आज जहां बिजली से जगमगा रही है, वहीं वनांचल क्षेत्र के लिए बिजली से घर रोशन होना एक सपने जैसा प्रतीत होता है। वनाच्छादित क्षेत्र के लिए बिजली पहुंचाना आसान नहीं होता है, पहुँचविहीन रास्ते एक बड़ी चुनौती होता है। ऐसे में वनांचल क्षेत्र मानपुर के लिए प्रधानमंत्री सूर्य घर मुक्त बिजली योजना सपने को साकार कर रहा है। मानपुर के श्री ओम सिंह राजपूत के लिए उनके घर में प्रधानमंत्री सूर्य घर मुक्त बिजली  योजना ने उनके जीवन में उजाला लाने का काम किया है।  श्री ओम सिंह राजपूत ने बताया कि योजना की जानकारी होने पर उन्होंने विद्युत विभाग से संपर्क कर अपने घर में प्रधानमंत्री सूर्य घर मुक्त बिजली योजना अंतर्गत 3 किलो वाट का कनेक्शन लिया है। इससे उनके पूरे घर रोशन होने के साथ ही अंधेरे की गुलामी से निजात दिलाने में मददगार साबित हुआ है। उन्होंने बताया कि हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध हो रहा है। योजना के तहत, 3 किलोवाट के लिए उन्हें 40% सब्सिडी मिला है। उन्होंने आगे बताया कि सालाना उन्हें  लगभग 15000 की बचत हुई है। उन्होंने इस अति महत्वाकांक्षी योजना के लिए प्रधानमंत्री   नरेंद्र मोदी के प्रति आभार प्रकट किया है।

मोहला /शौर्यपथ/ धरती आबा ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत गतदिवस प्रधानमंत्री सेजेश हायर सेकंडरी विद्यालय मोहला में विविध शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इन गतिविधियों का उद्देश्य महान जननायक एवं स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के जीवन, संघर्ष एवं योगदान को समझना और छात्रों में जनजातीय संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम के अंतर्गत विविध गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इनमें भाषण प्रतियोगिता में छात्र छात्राओं ने बिरसा मुंडा के जीवन, उनके संघर्षों एवं जनजातीय समाज के उत्थान में उनके योगदान पर प्रभावशाली भाषण प्रस्तुत किए। इसी प्रकार मुंडा जनजाति पर प्रदर्शनी आयोजित किया गया। विद्यार्थियों द्वारा मुंडा जनजाति की जीवनशैली, पारंपरिक वस्तुएं, सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाने वाली एक प्रदर्शनी प्रस्तुत की गई।
इसी तरह पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित किया गया। इसमें छात्र छात्राओं ने बिरसा मुंडा एवं जनजातीय विरासत से जुड़े विषयों पर रचनात्मक और संदेशपूर्ण पोस्टर तैयार किए।
साथ ही रंगोली प्रतियोगिता आयोजित किया गया। विद्यार्थियों ने जनजातीय कला, प्रकृति और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े विषयों पर आकर्षक रंगोलियों का निर्माण किया, जिससे विद्यालय परिसर जीवंत हो उठा।
इन सभी गतिविधियों में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उनकी मेहनत और रचनात्मकता की सभी अन्य विद्यार्थियों और शिक्षकों ने सराहना की।
कार्यक्रम प्रभारी शिक्षकों ने सभी कार्यक्रमों का कुशल संचालन किया और निर्धारित योजना के अनुसार सम्पूर्ण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराया।विद्यालय के प्राचार्य महोदय ने सभी प्रतिभागियों और आयोजन समिति को बधाई दी एवं ऐसे आयोजनों के माध्यम से जनजातीय नायकों के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुनी  'मन की बात' की 123वीं कड़ी
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ को सुना और इसे प्रेरणादायी बताया।
मुख्यमंत्री  साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'मन की बात' कार्यक्रम के माध्यम से देश के कोने-कोने में हो रहे नवाचारों, जन-भागीदारी और सकारात्मक प्रयासों की चर्चा करते हैं, जिससे राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित लोगों को पहचान और सम्मान मिलता है।
      मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के विचारों से प्रेरणा लेकर छत्तीसगढ़ में जनभागीदारी के साथ स्वास्थ्य और प्रकृति की रक्षा के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज के ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी ने उपयोगी जानकारियां साझा की। प्रधानमंत्री ने स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए फिटनेस और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में चल रहे नवाचारों के बारे में बताया है।
मुख्यमंत्री  साय ने कहा कि जीवन में छोटे-छोटे प्रयास बड़े बदलाव का आधार बनते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी का यह दृष्टिकोण हम सभी को प्रेरित करता है और यदि हम नियमित रूप से छोटे लेकिन सार्थक कदम उठाएं, तो समाज और देश में व्यापक सकारात्मक परिवर्तन संभव है।
        मुख्यमंत्री  साय ने कहा कि प्रधानमंत्री देश की छोटी-छोटी से लेकर बड़ी उपलब्धियों पर भी अपनी बात साझा करते हैं और उसकी सराहना करते हैं। श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने योग दिवस की भव्यता, पर्यावरण संरक्षण में जनभागीदारी, महिला सशक्तिकरण, भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की उपलब्धि, 1975 के आपातकाल और भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों की वियतनाम यात्रा और भारत के ट्रेकोमा मुक्त होने जैसे विषयों पर अपने विचार साझा किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत हम सभी का संकल्प है और राष्ट्र को आगे ले जाने के लिए छत्तीसगढ़ हर मोर्चे पर दृढ़ संकल्प के साथ खड़ा है।
  इस अवसर पर निरंजन पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशनंद गिरी जी महाराज,  केंद्रीय राज्य मंत्री महिला एवं बाल विकास श्रीमती सावित्री ठाकुर, कैबिनेट मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक श्री राजेश मूणत, विधायक श्री अनुज शर्मा, विधायक श्री राजेश अग्रवाल, विधायक श्री संपत अग्रवाल, विधायक श्री प्रबोध मिंज, राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा, सीजीएमएससी के चेयरमैन श्री  दीपक म्हस्के, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री अमरजीत छाबड़ा, वन विकास निगम के अध्यक्ष श्री रामसेवक पैंकरा, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती शालिनी राजपूत सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

नक्सल क्षेत्रों में 159 आंगनबाड़ी केंद्र, 70 लाख महिलाओं को ₹10,431 करोड़ – सशक्तिकरण की नई मिसाल
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में केंद्रीय राज्य मंत्री महिला एवं बाल विकास श्रीमती सावित्री ठाकुर ने सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री  साय ने श्रीमती ठाकुर के साथ प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास के संकल्प के तहत विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाने पर ध्यान दे रही है। उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित बीजापुर, सुकमा, कांकेर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिलों में नियद नेल्लानार योजना के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 159 आंगनबाड़ी केंद्रों का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। यह पहल उन दुर्गम क्षेत्रों में शासन की योजनाओं को सीधे अंतिम पंक्ति तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
मुख्यमंत्री  साय ने यह भी अवगत कराया कि महतारी वंदन योजना अंतर्गत मार्च 2024 से जून 2025 की अवधि में 70 लाख से अधिक महिलाओं को ₹10,431.30 करोड़ की राशि सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की गई है। इससे महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता को मजबूत आधार मिला है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीमती ठाकुर को शॉल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। मुलाकात के दौरान प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े और राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा उपस्थित थीं।

संभाग के नक्सल प्रभावित जिलों में भी लोगों की पहुंच में हैं स्वास्थ्य सुविधाएं
चिकित्सक स्टाफ की नियुक्ति से बस्तर संभाग में मजबूत हुई है व्यवस्था
बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की दिशा में ठोस प्रयास लगातार जारीः स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल
रायपुर /शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सुशासन और स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से न केवल सामान्य क्षेत्रों में, बल्कि नक्सल प्रभावित जिलों में भी स्वास्थ्य सुविधाएं लोगों की पहुंच में आ रही हैं। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिल रहा है। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक , राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन अभियान और मलेरिया मुक्त अभियान जैसे कार्यक्रमों ने इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को नया आयाम दिया है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार हमारी सरकार की जन-केंद्रित सोच और समर्पित प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि बस्तर जैसे क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों, मितानिनों तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मेहनत से बेहतर परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि सरकार का लक्ष्य पूरे छत्तीसगढ़ में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है और इस दिशा में ठोस प्रयास लगातार जारी हैं। बस्तर में घर-घर जाकर जांच, त्वरित उपचार और जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से मलेरिया के प्रसार को नियंत्रित किया गया है। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत बस्तर सहित पूरे छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य संस्थानों ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।
राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत उल्लेखनीय उपलब्धि
1 जनवरी 2024 से 16 जून 2025 तक बस्तर संभाग में कुल 130 स्वास्थ्य संस्थाओं को क्वालिटी सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है। इनमें 1 जिला अस्पताल, 16 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 113 उप स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। इसके अलावा, 65 अन्य संस्थाओं का सर्टिफिकेशन कार्य प्रक्रियाधीन है। विशेष रूप से नक्सल प्रभावित जिलों—कांकेर (8), बीजापुर (2), सुकमा (3) और दंतेवाड़ा (1)—में 14 संस्थानों को गुणवत्ता प्रमाणपत्र प्रदान किया गया है, जो क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार का प्रमाण है।
नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत बस्तर संभाग में 62,466 राशन कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जबकि एक वर्ष में ही 36,231 आयुष्मान कार्ड पंजीकृत किए जा चुके हैं। इसके अंतर्गत अब तक 52.6 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड का कवरेज इन पांच जिलों में हो चुका है, जिसमें 6,816 लोगों को लाभ मिला है और इन पर 8 करोड़ 22 लाख रुपये की राशि क्लेम की गई है।
चिकित्सक स्टाफ की नियुक्ति से मजबूत हुई व्यवस्था
पिछले डेढ़ वर्षों में बस्तर संभाग में स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ़ करने के लिए 33 मेडिकल स्पेशलिस्ट, 117 मेडिकल ऑफिसर और 1 डेंटल सर्जन की नियुक्ति की गई है। इसके साथ ही राज्य स्तर से 75 तथा जिला स्तर से 307 स्टाफ एवं प्रबंधकीय पदों पर भर्ती की गई है, जबकि 291 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। यह कदम क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित हो रहा है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच

नक्सल प्रभावित जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार सरकार की प्राथमिकता रहा है। कांकेर, बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जैसे क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ अब आम लोगों तक पहुंच रहा है। यह विष्णु देव साय के सुशासन का परिणाम है, जिसने बस्तर संभाग में स्वास्थ्य सेवाओं की तस्वीर को पूरी तरह बदल दिया है।

बस्तर संभाग में स्वास्थ्य क्षेत्र में हो रहे ये सुधार न केवल स्थानीय निवासियों के जीवन स्तर को ऊंचा उठा रहे हैं, बल्कि यह भी साबित कर रहे हैं कि सुशासन और समर्पित प्रयासों से सबसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में भी सकारात्मक बदलाव संभव है।

*अवैध कब्जाधारियों की दोबारा कोशिश पर प्रशासन सख्त, यातायात व्यवस्था सुधारने की दिशा में एक कदम और*

 

**दुर्ग | शौर्यपथ।** शहर की सबसे व्यस्त और प्रमुख बाजारों में शुमार इंदिरा मार्केट एक बार फिर निगम प्रशासन की सख्त निगरानी में आया। बीते दिनों यहां से हटाए गए अतिक्रमणकारी एक बार फिर लौटकर कब्जा जमाने की फिराक में थे, जिसे लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया। शनिवार को नगर पालिका निगम ने पुलिस बल की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया, जिसमें **डीएसपी ममता अली शर्मा** ने मोर्चा संभालते हुए पूरी कार्रवाई की निगरानी की।

कार्रवाई के दौरान पुलिस बल की सघन उपस्थिति रही, जिससे अव्यवस्था या विरोध की कोई स्थिति उत्पन्न नहीं हुई। अभियान को पूरी तरह **शांतिपूर्ण और व्यवस्थित** तरीके से अंजाम दिया गया। इस दौरान जो दुकानदार दोबारा अतिक्रमण करने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें स्पष्ट चेतावनी दी गई कि दोबारा उल्लंघन की स्थिति में कठोर कार्रवाई की जाएगी।

**डीएसपी ममता अली शर्मा** ने कहा, *"यातायात व्यवस्था में सुधार और आमजन की सुविधा के लिए हम पूरी तत्परता से कार्य कर रहे हैं। शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने और अवैध गतिविधियों पर लगाम कसने की दिशा में प्रशासन लगातार सक्रिय है।"*

इस कार्रवाई के बाद **शहर की यातायात व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार** की उम्मीद की जा रही है। प्रशासन का अगला लक्ष्य है कि शहर के सभी प्रमुख मार्गों को अतिक्रमण मुक्त कर सुगम यातायात और नागरिक सुविधा सुनिश्चित की जाए।

नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि यह केवल एक स्थान विशेष की कार्रवाई नहीं है, बल्कि पूरे शहर में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ एक व्यापक अभियान की शुरुआत है। नागरिकों को भी अब उम्मीद है कि शहर के अन्य व्यस्त क्षेत्रों जैसे * में भी इसी प्रकार की सख्ती अपनाई जाएगी।

 

भिलाई। शौर्यपथ /
भिलाई नगर इस वर्ष भगवान श्रीजगन्नाथ की रथ यात्रा के ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बना। श्रद्धा, उल्लास और आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर यह आयोजन नगर की सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना का जीवंत प्रमाण बना। सेक्टर-6 और सेक्टर-4 स्थित जगन्नाथ मंदिरों से प्रारंभ हुई रथ यात्रा में हजारों श्रद्धालु जनसैलाब के रूप में शामिल हुए। मार्गभर "जय जगन्नाथ" के जयघोष से वातावरण भक्तिमय हो गया।
  रथ यात्रा में नगर के जनप्रतिनिधि भी भावपूर्वक सम्मिलित हुए। भिलाई नगर विधायक माननीय देवेंद्र यादव पारंपरिक धोती-कुर्ता में रथ यात्रा में पहुंचे और भगवान श्रीजगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की विधिवत पूजा-अर्चना की। उन्होंने महापौर नीरज पाल के साथ मिलकर रथ खींचा और नगरवासियों की सुख-समृद्धि के लिए प्रभु से कामना की।
समर्पण और सेवा से सज्जित रहा आयोजन
   इस रथ यात्रा का आयोजन युवा खेल एवं सांस्कृतिक मंडल द्वारा किया गया, जिसने पूरे समर्पण और योजनाबद्ध तरीके से तैयारियां की थीं। आयोजन में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, छाया, प्राथमिक उपचार और सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की गई थी। स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन और नगर निगम का योगदान सराहनीय रहा।
झांकियों और भक्ति संगीत ने बांधा समां
  यात्रा में रंग-बिरंगी झांकियाँ, लोकनृत्य, भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ सभी को मंत्रमुग्ध करती रहीं। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने जगह-जगह भंडारा, शीतल पेय, प्रसाद वितरण और स्वागत द्वार की व्यवस्था की, जिससे श्रद्धालुओं को सहूलियत मिली और यात्रा में उत्साह बना रहा। फूलों की वर्षा से सजा यात्रा मार्ग श्रद्धा और सौंदर्य का अनुपम दृश्य प्रस्तुत कर रहा था।
धार्मिकता के साथ सामाजिक समरसता का संदेश
  विधायक देवेंद्र यादव ने कहा, "यह आयोजन न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह सामाजिक एकता, सहयोग और भाईचारे का प्रतीक भी है। रथ यात्रा जैसी परंपराएं समाज में सेवा, श्रद्धा और समर्पण की भावना को प्रबल करती हैं।"

उन्होंने यह भी कहा कि इस आयोजन में जनसहभागिता ने यह सिद्ध किया है कि भिलाई नगर धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से सजग और जागरूक नगर है।
समापन आरती और महाप्रसाद वितरण के साथ
  रथ यात्रा का समापन भव्य आरती और महाप्रसाद वितरण के साथ हुआ। भक्तों ने पूरे भाव से प्रभु श्रीजगन्नाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया। यह दिन भिलाईवासियों के लिए न केवल भक्ति और आनंद का पर्व रहा, बल्कि सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक गौरव का उत्सव भी बन गया।

दुर्ग / शौर्यपथ विशेष रिपोर्ट।दुर्ग नगर निगम क्षेत्र की सार्वजनिक वितरण प्रणाली (क्कष्ठस्) में एक बार फिर खुली लूट का मामला सामने आया है। दुकान क्रमांक 1051, कसारीडीह में 25…

दुर्ग/शौर्यपथ/27 नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत गंजपारा वार्ड-36 के शताब्दी वर्ष पुराने कुएं की सफाई करवाकर, आसपास सौंदर्याकरण करके शिव वाटिका के रुप में गंजपारा का ऐतिहासिक धरोहर बनाया गया। इसका लोकार्पण दुर्ग महापौर अल्का बाघमार और सभापति श्याम शर्मा,पार्षद प्रतिमा सुरेश गुप्ता और नागरिको की उपस्थित में हुआ। जानकारी में बताया कि गंजपारा में 100 वर्ष से भी अधिक पुराने कुंआ, जानकारी के मुताबिक कभी पूरा गंजपारा पानी भरता था और स्नान भी करता था,जो कि पिछले कई वर्षों से कचरा भर जाने के कारण बंद हो गया था।जिसकी सफाई कई दिनों से जन समर्पण सेवा संस्था दुर्ग बोलबम सेवा समिति एवं गंजपारा वासियों के द्वारा कराई गई।
   इसमें से लगभग कचरा साफ होने के बाद कुंए की सफाई पूरी हुई।उसके बाद कुंआ के आस-पास सौंदर्याकरण कार्य कराया गया।जिसमें दुर्ग नगर निगम पार्षद निधि से रुपए चार लाख की लागत से कुंए के पास नाली निर्माण, कुंए के ऊपर भगवान शिव की विशाल प्रतिमा, आकर्षित साज-सज्जा,आकर्षित पेंटिंग के साथ शिव वाटिका का निर्माण नगर निगम दुर्ग द्वारा कराया गया है। इस अवसर पर एमआईसी सदस्य ज्ञानेश्वर ताम्रकार,शेखऱ चन्द्राकर, नीलेश अग्रवाल, काशीराम कोसरे,पार्षद कुलेश्वर साहू, कमल देवांगन,देवनारायण तांडी, ज्ञानदास बंजारे, मनोज सोनी,प्रकाश गीते, मनीष कोठारी, गुड्डू यादव, जीतू महोबिया, जितेंद्र ताम्रकार,गुलशन साहू,अजय शर्मा,कमल रूंगटा,अशोक राठी,विवेक मिश्रा,रियाज चौहान,राजेश शर्मा सहित आदि मौजूद थे।

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