CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
मनोरंजन /शौर्यपथ / अगर आप 60 से 80 के दशक के बीच के बॉलीवुड फैन रहे हैं तो आप इस चेहरे से खूब वाकिफ होंगे. ये वो एक्ट्रेस हैं जो अपनी खूबसूरती के साथ साथ अपनी एक्टिंग के लिए भी जानी जाती थीं. एक दौर ऐसा भी था जब हर बड़ा हीरो इस हीरोइन के साथ काम करना चाहता था. य़े एक्ट्रेस हैं माला सिन्हा. जो, अपनी बेमिसाल अदाकारी के दम पर माला सिन्हा ने लंबा और हिट दौर देखा है. वो करीब सौ फिल्मों में काम कर चुकी हैं. ये बात अलग है कि उम्र के इस पड़ाव पर अब वो बहुत एक्टिव नहीं हैं. लेकिन उनकी मिसाल अब भी दी जाती है. एक्टिंग के साथ साथ माला सिन्हा अपने उसूलों की भी एकदम पक्की थीं.
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से इंकार
बॉलीवुड में जिसे दादा साहेब फाल्के पुरस्कार मिलता है वो खुद को खुशनसीब समझता है. ये मौका माला सिन्हा को भी मिला था लेकिन माला सिन्हा ने इस अवॉर्ड को लेने से इंकार कर दिया था. माला सिन्हा ने खुद साल 2013 में इस बारे में एक इंटरव्यू में बात की थी. माला सिन्हा का कहना था कि अवॉर्ड के निमंत्रण पत्र पर उनका नाम ही नहीं लिखा था जबकि दूसरे अवॉर्ड विनर्स का नाम लिखा गया था. ये देखकर वो काफी आहत हुई थीं और अवॉर्ड फंक्शन में जाने से इंकार कर दिया. माला सिन्हा ने कहा कि इंविटेशन में नाम न लिखा होना उनके लिए किसी अपमान से कम नहीं था. इससे बेहतर तो मुझे थप्पड़ मार देना होता.
ऐसे रिसीव किया अवॉर्ड
माला सिन्हा की ये नाराजगी फाल्के समिति तक भी पहुंची. बकौल माला सिन्हा उनकी नाराजगी के बारे में जानने के बाद खुद फाल्के समिति के अध्यक्ष और सदस्य उनके घर पहुंचे थे. उन दोनों ने माला सिन्हा से अवॉर्ड लेने की रिक्वेस्ट की. जिसके बाद माला सिन्हा ने उस अवॉर्ड को कबूल किया. माला सिन्हा ने अपने लंबे फिल्मी करियर में चालीस साल तक एक्टिवली काम किया. हालांकि बेटी प्रतिभा सिन्हा की नाकामी के बाद माला सिन्हा टूट गईं और पब्लिक फंक्शन्स में जाना बंद कर दिया.
मनोरंजन /शौर्यपथ /फोटो में दिख रहे इस बंदे को पहचानते हैं आप? ये अपने जमाने की मशहूर कॉमेडियन हैं जिन्होंने अपनी कॉमेडी से लोगों को जी भरकर हंसाया. कहते हैं कि इस एक्टर ने अपनी पूरी जिंदगी में शराब की एक बूंद भी गले के नीचे नहीं उतारी लेकिन कैमरे के सामने आते ही ये बिलकुल पियक्कड़ इंसान बन जाते थे. अगर आप इस कॉमेडियन को पहचान गए हैं तो आपकी बॉलीवुड फैन की बादशाहत कायम है. लेकिन अगर आप नहीं पहचान पा रहे हैं तो हम बताए देते हैं. ये बॉलीवुड के 60 और 70 के दशक के मशहूर कॉमेडियन जॉनी वॉकर हैं. जॉनी वॉकर ने अपने बॉलीवुड करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्मों में काम किया और अपने काम से लोगों का खूब मनोरंजन भी किया.
मुंबई की बस में कंडक्टरी करते थे जॉनी वॉकर
1925 में मध्य प्रदेश के शहर इंदौर में जॉनी वॉकर का जन्म हुआ. तब उनका नाम बदरुद्दीन जमालुद्दीन काजी रखा गया. उनके पिता कपड़ा मिल में मजदूर थे और किन्हीं कारणों से जब मिल में काम बंद हुआ तो उनका परिवार रोजी रोटी कमाने के लिए मुंबई आ गया. यहां बड़ा होने पर परिवार का पेट भरने के लिए जॉनी वाकर ने मुंबई में ही बस कंडक्टर की नौकरी शुरू कर दी. अपने जबरदस्त कॉमिक अंदाज और अजीबोगरीब किस्से सुनाने के तरीके के चलते बस के लोग उनसे काफी खुश रहते थे.
बस में मिला काम
इसी दौरान एक्टर बलराज साहनी ने बस में ही जॉनी वॉकर की प्रतिभा को पहचान लिया. उस वक्त बलराज साहनी गुरुदत्त के लिए बाजी फिल्म की पटकथा लिख रहे थे. उन्होंने जॉनी वॉकर का काम देखा तो गुरुदत्त के पास जाकर ऑडिशन देने को कहा. बलराज साहनी के कहने पर जॉनी वॉकर स्टूडियो पहुंचे. वो शराब नहीं पीते थे लेकिन जब गुरुदत्त ने ऑडिशन में उनको शराबी का रोल करने के लिए कहा तो जॉनी वॉकर ने इतने शानदार तरीके से शराबी का रोल किया कि गुरुदत्त ने तुरंत उनको अपने फेवरेट व्हिस्की ब्रांड जॉनी वॉकर का नाम देते हुए फिल्म के लिए सेलेक्ट कर लिया. 1951 में बाजी सुपरहिट साबित हुई और इसी के साथ जॉनी वॉकर के करियर की रेल भी चल निकली.
जाने कहां मेरा जिगर गया जी...आज भी किया जाता है याद
जॉनी वाकर ने अपने दौर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्मों में काम किया. इसमें बाजी के साथ साथ प्यासा, जाल, बरसात, टैक्सी ड्राइवर, मिस्टर एंड मिसेज 55, श्रीमती 420, आंधियां,मधुमती, कागज के फूल जैसी फिल्में शामिल हैं. इन फिल्मों में हीरो के साथ साथ कॉमेडियन के तौर पर जॉनी वॉकर जनता के दिलों पर छा गए. उन पर फिल्माए गए गाने काफी हिट हुए. जाने कहां मेरा जिगर गया जी, दिल जो तेरा घबराए, ऐ दिल है मुश्किल जीना यहां जैसे गाने आज भी लोगों के दिलों को गुदगुदा देते हैं.
मनोरंजन /शौर्यपथ /आज हम आपके लिए लेकर आए हैं बॉलीवुड की एक बेहद खूबसूरत अभिनेत्री के बचपन की तस्वीर जिन्हें पहचानने में आप के पसीने छूट जाएंगे. ब्लैक एंड वाइट तस्वीर में मुस्कुराती हुई बच्ची को देखकर इतना अंदाजा तो आपने लगा लिया होगा कि इन्हें कुदरत ने बेतहाशा खूबसूरती से नवाजा है. अपने जमाने के मशहूर अभिनेता राजकुमार इनकी खूबसूरती को देख डायलॉग भूल जाया करते थे.अगर इस बच्चे को पहचानने में मुश्किल हो रही है तो हिंट के लिए आपको बता देते हैं कि इन्होंने ज्यादातर फिल्मों में दुख भरे किरदार निभाए हैं, जिसकी वजह से उन्हें बॉलीवुड की ट्रेजडी क्वीन भी कहा जाता था. अब तक तो आपने पहचान लिया होगा कि आखिर ये छोटी सी बच्ची है कौन.
अगर दिमाग पर जोर देने के बावजूद आप इन्हें पहचान नहीं पाए हैं तो हम आपको बता दें ये कोई और नहीं बल्कि बॉलीवुड की बेहद खूबसूरत अभिनेत्री मीना कुमारी हैं, जिन्हें लोग ट्रेजेडी क्वीन के नाम से भी जानते हैं. 1 अगस्त 1972 में जन्मी मीना कुमारी का असली नाम महजबीं था. परिवार चलाने के लिए इनके पिता ने महज चार साल की उम्र में ही उन्हें कैमरे के सामने खड़ा कर दिया था. कहते हैं मीना कुमारी ने बड़े पर्दे पर जितनी शोहरत कमाई पर्दे के पीछे उनकी निजी जिंदगी उतनी ही दुख भरी रही. प्यार पाने के लिए वो हमेशा तरसती रहीं लेकिन सच्चे प्यार की उनकी चाहत कभी पूरी नहीं हो पाई. उनकी जिंदगी में कई स्टार आए लेकिन वो हमेशा उस प्यार को पूरा करने में नाकामयाब रहीं.
मीना कुमारी की फिल्में बैजू बावरा, पाकीजा, साहिब बीवी और गुलाम,फूल और पत्थर, दिल एक मंदिर, काजल, मैं चुप रहूंगी, एक ही रास्ता, दिल अपना और प्रीत पराई, जैसी कई फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर जमकर तहलका मचाया. उनकी राज कुमार और दिलीप कुमार के साथ जोड़ी बहुत ही हिट रही. कहते हैं कि राजकुमार मीना कुमारी की हुस्न के दीवाने थे. कई बार तो उनकी खूबसूरती में खोकर डायलॉग ही भूल जाया करते थे.अपनी कुल जमा 38 साल की उम्र में बतौर एक्ट्रेस मीना कुमारी ने 90 से ज्यादा शानदार फिल्मों में काम किया और उनको साइन करने के लिए प्रोड्यूसरों की लाइन उनके घर के बाहर लगी रहती थी.
मीना कुमारी ने महज 18 साल की उम्र में फिल्म निर्देशक और दो बार शादी कर चुके कमाल अमरोही से निकाह किया था. बहुत ही कम उम्र में मीना कुमारी कमाल अमरोही को दिल दे बैठी थीं, लेकिन कहा जाता है कि कमाल अमरोही ने उनको हमेशा नजरअंदाज किया. एक बार तो कमाल अमरोही ने गुस्से में उनको तलाक भी दे दिया था. कहते है बाहरी दुनिया में लोगों से घिरी रहने वाली मीना कुमारी अंदर से बिलकुल अकेली थीं. मायूसी में धीरे धीरे उन्होंने शराब को अपना बना लिया था जिसकी वजह से महज 38 साल की उम्र में लिवर खराब होने की वजह से मीना कुमारी इस दुनिया से रुखसत हो गईं.
मनोरंजन /शौर्यपथ /हिंदी फिल्मों की जान होता है उसका हीरो. हीरो का एक्शन, उसकी एक्टिंग, उसका स्टाइल- सब उस दौर के युवाओं के सिर चढ़ कर बोलता है. और अगर हीरो मेल फैंस और फीमेल फैंस में बराबरी से हिट हो तो कहना ही क्या. वो बॉक्स ऑफिस पर फिल्म हिट होने की गारंटी भी बन जाता है. यही फेवरेट हीरो अगर फिल्म के आखिर में दम तोड़ देता है तो समझिए कि फिल्म को बंपर हिट होना ही है. हीरो का फिल्म में दम तोड़ना यानी टिकट खिड़की पर फिल्म को मजबूत सांसे मिलने का इशारा है. ये कोई बेमानी बात नहीं है. ऐसी बहुत सी फिल्में हैं जिसमें लास्ट में हीरो की डेथ ने उसकी कामयाबी को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया.
शोले
शुरुआत करते हैं शोले मूवी से. मूवी ने किस कदर बॉक्स ऑफिस पर रौनकें देखी हैं ये किसी से छिपा नहीं है. फिल्म के आखिर में जय बने अमिताभ बच्चन अपने दोस्त वीरू की गोद में सिर रख कर दम तोड़ देते हैं. इसके बाद अमिताभ बच्चन की पॉपुलैरिटी तो और बढ़ी ही, साथ ही फिल्म भी कई महीनों तक सिनेमाघरों से नहीं उतरी.
दीवार
दीवार मूवी तक अमिताभ बच्चन मेल फैन्स के बीच एंग्री यंग मैन के रूप में फेमस हो चुके थे और फीमेल फैन्स के हार्टथ्रोब थे. ऐसे में दीवार मूवी में जब फिल्म के अंत में जब उनका डेथ सीन आता है तो हर फैन की आंख नम हो जाती है. बस यही नमी बॉक्स ऑफिस पर सफलता की गारंटी भी बन जाती है.
देवदास
रोमांस किंग जब अपने प्यार के इंतजार में एक एक सांस गिनता है तो फैन्स का हाल भी बुरा हो जाता है. देवदास मूवी में शाहरूख खान का जाना भी दर्शकों को जज्बाती बना गया. संजय लीला भंसाली की इस एपिक मूवी ने बॉक्स ऑफिस पर खूब कामयाबी बटोरी,
मोहरा
फिल्म के गाने और स्टोरी खूब एंटरटेन करती है लेकिन जब सुनील शेट्टी की मौत का सीन आता है तो दर्शक हंसना भूल जाते हैं और आंखें आंसुओं से नम हो जाती हैं.
कल हो ना हो
इस फिल्म में शाहरुख खान प्यार की परिभाषा सिखाते हैं और लास्ट में खुद मौत की गिरफ्त में आ जाते हैं. अपने फेवरेट हीरो का ये हाल देखकर फैन्स खूब जज्बाती हुए और फिल्म भी खूब चली.
रांझणा
पूरी फिल्म भर दर्शकों ने धनुष के निर्दोष प्यार का अहसास किया. इसी प्यार को मिस करते-करते धनुष फिल्म में खत्म हो गए. उनके डेथ सीन के बाद तक दर्शकों को ये उम्मीद थी कि अब शायद धनुष उठेंगे और फिल्म पूरी होगी.
मनोरंजन/शौर्यपथ / पर्दे पर मीना कुमारी के आंसू इस कदर गिरे कि उनका नाम ही ट्रेजेडी क्वीन हो गया. दर्द में डूबी मीना कुमारी की आंखें ये बयां करने के लिए काफी थीं कि उनके जीवन में दर्द सिर्फ पर्दे पर ही नहीं बल्कि असली जीवन में भी है. मीना कुमारी को फिल्मों में बेतहाशा कामयाबी मिली. यही कामयाबी उनकी जिंदगी, उनके प्यार और उनके सुकून की दुश्मन बन गई. मीना कुमारी ने सीनियर एक्ट्रेस नरगिस दत्त को अपनी बड़ी बहन का दर्जा दिया. मीना कुमारी की जिंदगी का हाल देखकर नरगिस ने भी मीना कुमारी को मौत की बधाई दी और ये भी कहा कि ये दुनिया तुम्हारे जैसे लोगों के लिए नहीं है.
नरगिस दत्त ने क्यों कहा- मौत मुबारक हो!
लिवर सिरोसिस के चलते मीना कुमारी की महज 38 साल की उम्र में मौत हो गई. उनके दर्द को इस दुनिया में उनके पति और डायरेक्टर कमाल अमरोही ने भी नहीं समझा. लेकिन नरगिस अपनी मुंह बोली छोटी बहन के हर दर्द को खूब समझती थीं. शादी के बाद मीना कुमारी किस दर्द से गुजर रही हैं और क्या-क्या झेल रही हैं, ये सिर्फ नरगिस जानती थीं. यही वजह थी कि जब मीना कुमारी मौत की नींद सोईं, तब नरगिस ने उन्हें मौत की बधाई दी और ये भी कहा कि अब इस दुनिया में कभी मत आना. एक चिट्ठी में नरगिस ने मीना कुमारी के लिए ये बात कही. ये चिट्ठी ‘ये उन दिनों की बात है- उर्दु मेमोर ऑफ सिनेमा लिजेंड' किताब में दर्ज है.
इस खत में नरगिस ने लिखा है कि तुम्हारी बाजी तुम्हें मौत पर मुबारकबाद दे रही है. नरगिस ने उनके दर्द को बयां करते हुए बताया है कि एक रात उन्हें मीना कुमारी के कमरे से खूब मारपीट की आवाजें आ रही थीं. एक रात उन्होंने मीना कुमारी को होटल के बाहर बुरी तरह हांफते हुए भी देखा. इन घटनाओं को देखने के बाद नरगिस ने कमाल अमरोही के सेक्रेटरी से पूछा भी कि क्या वो मीना कुमारी को मार देना चाहते हैं. उन्हें जवाब मिला कि मीना कुमारी को सही वक्त पर आराम दे दिया जाएगा. इन घटनाओं को याद कर नरगिस का दिल दर्द से भर गया और वो ये चिट्ठी लिखने पर मजबूर हो गईं.
मनोरंजन /शौर्यपथ / मुस्कुराती हुई ये बच्ची आज बॉलीवुड के लेजेंड्री स्टार्स में शामिल हैं, जिनकी एक्टिंग की कसमें खाई जाती हैं. वैसे तो इस एक्ट्रेस का जन्म एक नामी परिवार में ही हुआ, उसके बावजूद फिल्म इंड्स्ट्री में जगह बनाना उनके लिए बहुत आसान नहीं था. लेकिन जब मौका मिला तो खुद को साबित करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी और वो मुकाम हासिल किया कि अपने करियर में एक नेशनल अवॉर्ड जीता. इतना ही नहीं, ये भारत सरकार के दो नागरिक सम्मान पद्मश्री और पद्म भूषण भी हासिल कर चुकी हैं. क्या आप पहचान पाएं कौन है ये एक्ट्रेस.
ये बच्ची कोई और नहीं दिग्गज एक्ट्रेस शबाना आजमी हैं, जो कैफी आजमी और शौकत आजमी की बेटी हैं. उनकी मम्मी शौकत आजमी ने अपनी ऑटोबायोग्राफी कैफ एंड आई मेमॉयर में बताया है कि शबाना आजमी ने दो बार आत्महत्या की कोशिश की थी. किताब के मुताबिक शबाना आजमी को लगता था कि उनकी मम्मी उनसे कम और भाई से ज्यादा प्यार करती हैं. जिसके चलते वो कभी कभी बहुत दुखी हो जाती थीं. इसी कशमकश में शबाना आजमी ने एक बार लैब में कॉपर सल्फेट खा लिया था. और एक बार ट्रेन के आगे आकर जान देने की कोशिश की. एक बार उनकी जान सहेली ने बचाई और एक बार स्कूल के चौकीदार ने.
शबाना आजमी अपने कुछ इंटरव्यूज में अपनी लव लाइफ और क्रश के बारे में बात कर चुकी हैं. शबाना आजमी के मुताबिक वो डायरेक्टर शेखर कपूर के साथ रिलेशन में रही हैं. दोनों में कुछ समय बाद ब्रेकअप हुआ लेकिन दोनों ने फिर भी साथ काम किया. शेखर कपूर के अलावा शबाना आजमी को शशि कपूर पर हमेशा क्रश रहा. इसके बाद उनकी नजदीकी जावेद अख्तर से बढ़ी, जो अक्सर उनके पिता कैफी आजमी के पास अपने पोएट्री लेकर आया करते थे. जावेद अख्तर शादीशुदा हैं, ये जानने के बाद दोनों ने ब्रेकअप करने की कोशिश भी की, लेकिन कामयाब नहीं हो सके. जावेद अख्तर के तलाक के बाद दोनों ने शादी कर ली. हालांकि इस शादी से दोनों को कोई संतान नहीं है.
मनोरंजन /शौर्यपथ / इस मासूम सी शक्ल को देखकर ये भला कौन अंदाजा लगा सकता है कि उम्र की एक दहलीज बाद इस बच्ची ने ढेरों संघर्ष देखे हैं. सिर्फ देखे ही नहीं जीते भी हैं. पहले जंग लड़ी ब्यूटी क्वीन का ताज जीतने के लिए और उसमें सफल भी हुईं. जब बात शादी की आई तो उसमें भी प्यार से ज्यादा ससुराल वालों से पंगे होते रहे. लेकिन उस जंग में भी इसे हरा पाना लोगों के लिए आसान नहीं था. उसके बाद फिल्मी पर्दे और राजनीति में किस्मत आजमाई. हर जगह संघर्ष के बाद आखिर में कैंसर ने इस बच्ची को अपनी गिरफ्त में ले लिया. लेकिन वो भी इस बच्ची के जिद्द को डिगा नहीं सका. क्या आपने पहचाना कौन है ये मासूम सी बच्ची, जो आज के समय में नामी स्टार हैं.
ये तस्वीर नफीसा अली के बचपन की तस्वीर है. नफीसा अली को आपने कई फिल्मों में देखा होगा. वो शशि कपूर के साथ जुनून मूवी में दिखाई दीं. अमिताभ बच्चन के साथ मेजर साब में नजर आईं. इसके अलावा लाइफ इन ए मेट्रो और यमला, पगला, दीवाना जैसी फिल्में भी नफीसा अली ने की. नफीसा अली ने फिल्मों में तो देर से मुकद्दर आजमाया. लेकिन उससे पहले वो साल 1972 से लेकर 1976 तक स्विमिंग चैंपियन रहीं.
इसके बाद उन्होंने खूबसूरती का ताज भी जीता. 1976 में वो फेमिना मिस इंडिया का कंटेस्ट अपने नाम करने में कामयाब रहीं. इसके बाद वो मिस इंटरनेशनल कंटेस्ट में भी गईं, जहां वो सेकंड रनर अप रहीं. नफीसा अली की ये उपलब्धियां देख ये कहा ही जा सकता है कि वो ब्यूटी विद ब्रेन रही हैं.
बंगाली मुस्लिम परिवार में जन्मी नफीसा अली को जिंदगी में सच्चा प्यार तो मिला लेकिन उस प्यार का साथ आसानी से नहीं मिला. उन्होंने घर वालों की मर्जी के खिलाफ पोलो खिलाड़ी रविंद्र सिंह सोढ़ी से शादी की. बताते हैं कि उनकी शादी से उनकी सास खुश नहीं थी. नाराजगी के चलते उन्होंने नफीसा अली को अपने घर में घुसने तक नहीं दिया. हालांकि बाद में सबसे रिश्ते खुश गंवार हो गए. कुछ ही साल पहले उन्हें पता चला कि वो कैंसर जैसे मर्ज की शिकार हो चुकी हैं. हालांकि फाइटर स्पिरिट वाली नफीसा ने कैंसर से भी हार नहीं मानी.
मनोरंजन/शौर्यपथ / प्रिया प्रकाश वारियर को सोशल मीडिया सेंसेशन कहा जाता है. वह जितना एक्टिव फिल्मों और अन्य प्रोजेक्ट में रहती हैं, उतना ही इंस्टाग्राम पर भी एक्टिव हैं. वह अकसर अपनी जिंदगी के कई अहम पलों को सोशल मीडिया पर शेयर करती हैं. लेकिन उनकी लेटेस्ट फोटो ने फैन्स के होश उड़ाकर रख दिए हैं. प्रिया प्रकाश ने इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर की है, जिसमें उनका लुक एकदम बदला हुआ नजर आ रहा है, यही नहीं उन्हें पहचानना भी मुश्किल हो रहा है.
प्रिया प्रकाश वारियर इस समय दुबई में हैं और वहां से लगातार फोटो और वीडियो शेयर कर रही हैं. प्रिया ने अपनी एक लेटेस्ट फोटो शेयर की है, जिसमें वह काफी ग्लैमरस अंदाज में नजर आ रही हैं. लेकिन खास बात उनका लुक है, जो पहले से एकदम बदला हुए दिख रहा है. इस फोटो के साथ प्रिया ने सिर्फ एक इमोजी शेयर की है, कोई कैप्शन नहीं लिखा है. लेकिन फैन्स लगातार कमेंट और लाइक कर रहे हैं. फैन्स उनके नए लुक की खूब तारीफ कर रहे हैं.
बता दें कि प्रिया प्रकाश वारियर 2019 में तब सुर्खियों में आई थीं जब उनकी फिल्म 'ओरू अदार लव' का ट्रेलर रिलीज हुआ था. इसमें प्रिया प्रकाश के आंख के इशारे वाला वीडियो खूब वायरल हुआ था. वहीं एक्ट्रेस को आखिरी बार फिल्म 'चेक' में देखा गाया था. चंद्रशेखर येलेती ने इसे डायरेक्ट किया था. फिल्म में उनके साथ नितिन और रकुल प्रीत सिंह ने मुख्य भूमिका अदा की.
मनोरंजन /शौर्यपथ /बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहे जाने वाले आमिर खान कि एक मुस्कुराहट पर लोग आज भी फ़िदा हैं. अब आमिर की बात निकली ही है तो सुपरहिट फिल्म 'हम हैं राही प्यार के' को कोई कैसे भूल सकता है. 1993 में रिलीज हुई इस फिल्म ने हाल ही में अपने 30 साल पूरे किए हैं. वैसे तो यह फिल्म आमिर और जूही के इर्द-गिर्द घूमती है लेकिन इस फिल्म का एक और दिलचस्प किरदार है तो यकीनन आपको याद होगा. हम बात कर रहे हैं फिल्म में वैंप का रोल निभाने वाली सेठ बिजलानी की नकचढ़ी बेटी माया की. माया का रोल एक्ट्रेस नवनीत निशान ने किया था. तो चलिए जानेंगे यह पूरा किस्सा और ये भी देखेंगे कि आमिर कि इस एक्ट्रेस का आखिर कितना बदल गया लुक.
हाल ही में नवनीत निशान ने फिल्म से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा साझा किया जिसे सुनकर यकीनन आपके चेहरे पर बड़ी सी स्माइल आ जाएगी. महेश भट्ट निर्देशित इस फिल्म का ही एक रोचक किस्सा शेयर करते हुए नवनीत ने कहा कि माया का किरदार निभाकर उनको काफी मजा आया. आमिर खान एक परफेक्शनिस्ट के तौर पर हर एक सीन को बड़ी शिद्दत से पूरा करते थे. ऐसा ही एक सीन था आमिर के गाल पर किस करने का.
आपको बता दें कि हाल ही में फिल्म के 30 साल पूरे करने पर सुर्खियों में आई नवनीत निशान टीवी सीरियल तारा के किरदार से काफी फेमस हुईं. इसके बाद उन्होंने चाणक्य, दास्तां, हिटलर दीदी, कसौटी जिंदगी की जैसे कई सीरियल किए. हालांकि वेब सीरीज कोल्ड लस्सी और चिकन मसाला करने के बाद नवनीत निशान ने शोबिज की दुनिया से दूरी बना ली.