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मनोरंजन /शौर्यपथ /बॉलीवुड फिल्मों के कुछ अनकहे किस्से फैंस के बीच चर्चा में रहते हैं. वहीं बात अगर किसी हिट फिल्म के बारे में हो तो लोगों को जानने की इच्छा ज्यादा होती है. लेकिन क्या आपने साल 1951 में आई फिल्म आवारा के बारे में पता है कि पृथ्वीराज कपूर बेटे राज कपूर के फिल्म को डायरेक्ट और एक्ट करने के लिए राजी नहीं थे. वहीं फिर कुछ ऐसा हुआ कि उन्हें यह सोच बदलनी पड़ी. कपूर फैमिली का यह किस्सा बेहद कम लोग जानते हैं. आइए आपको बताते हैं पूरी बात...
आवारा फिल्म के लिए पृथ्वीराज कपूर ने अपने बेटे राज कपूर को कम आंका था, जिन्होंने इस फिल्म के जरिए खुद को साबित किया. दरअसल, राज कपूर ने लेखक अब्बास और साठे को अपने पिता पृथ्वीराज कपूर को कहानी सुनाने के लिए कहा क्योंकि वह बेहद घबराए हुए थे इसलिए ऐसा नहीं कर सकते थे. वहीं उन्हें यह भी पता था कि उनके पिता मना कर देंगे और अगर ऐसा हुआ तो फिल्म नहीं बनेगी. हालांकि पृथ्वीराज कपूर को कहानी पसंद आई और वे इसमें एक्टिंग करने के लिए भी तैयार हो गये.
इसी को लेकर जब उन्होंने लेखकों से निर्देशक और नायक कौन है के बारे में जानना चाहा तो अब्बास ने बताया कि उनके बेटे राज कपूर आवारा के निर्माता और एक्टर हैं. इसे सुनते ही पृथ्वीराज कपूर ने फिल्म करने से इनकार कर दिया और लेखकों से कहा कि वे राज कपूर को आवारा क्यों बनाने दे रहे हैं, राज को फिल्म बनाना नहीं आता और वह फिल्म को खराब कर देंगे और उनके जैसे महान लेखक राज के लिए क्यों लिख रहे हैं. उस वक्त राज को पता था, अब फिल्म नहीं बनेगी. लेकिन राइटर्स ने पृथ्वीराज कपूर से बात की और उनसे फिल्म में काम करने का अनुरोध किया कि वह परिणाम देखेंगे. इसके कुछ समय बाद अनिच्छा से वह सहमत हुए. हालांकि राज कपूर को अपने पिता को निर्देशित करने में कठिनाई भी हुई. वहीं आज सब जानते हैं कि फिल्म इतिहास रच चुकी है और शोमैन राज कपूर दुनिया के टॉप फिल्म निर्माताओं में गिने जाते हैं.
बता दें, साल 1951 में आई आवारा रुस में काफी फेमस हुई थी. वहीं इसके पॉपुलैरिटी के चलते आज भी राज कपूर के फैंस वहां दीवाने हैं. जबकि फिल्म ने भारत में 1.3 करोड़ और दुनियाभर में 2.4 करोड़ की कमाई कर चुकी है. जबकि फिल्म का बजट लगभग 0.45 करोड़ था.
मनोरंजन/शौर्यपथ जैकी श्रॉफ साफ दिल और बेबाकी से बोलने के लिए जाने जाते हैं. जब भी किसी से मिलते हैं तो इतनी गर्मजोशी से मिलते हैं कि सामने वाला उनके उस ऑरा से इंप्रेस हुए बिना रह पाता. जैकी आज जिंदगी में अच्छा कर रहे हैं. उनका बेटा टाइगर श्रॉफ बड़ा स्टार बन चुका है और बेटी कृष्णा भी करियर में अपने कदम जमा रही है. बड़ा घर है गाड़ियां हैं लेकिन जैकी के दिल में आज भी एक कमी है. वह आज भी अपनी मां को बहुत मिस करते हैं और बड़े घर की दीवारों को रिश्ते के बीच की दूरी समझते हैं.
जैकी ने एक इंटरव्यू में कहा था, जब हम छोटे थे तो एक ही कमरे में सब साथ सोते थे. मुझे खांसी होती थी तो अम्मी उठ जाती थी...तू ठीक तो है ना ? अम्मी खांसती थी तो डैडी उठ जाते थे...भाई उठ जाते थे कि पानी-वानी दूं ? अब बड़ा घर है...अम्मी को अलग रूम दिया...खुशी हुई कि उनको एक अलग कमरा दिया लेकिन बीच में दीवारें आ गईं. उनको हार्ट अटैक आया और उन्होंने रात में ही जान गंवा दी...हम एक कमरे में होते तो ऐसा नहीं होता...मैं उठाके उनको अस्पताल ले जाता...लेकिन दीवारें बीच में आ गईं.
जैकी श्रॉफ ने बताया कि जब फीस के लिए पैसे नहीं होते थे तो मां अपनी साड़ी बेच देती थी. बर्तन बेचकर भी पढ़ाया है उन्होंने मुझे. हमेशा कहती थी दूसरों की इज्जत कर...लेकिन ज्यादा भी मत झुक कि कोई तुझे पायदान बना ले...बस इतना झुक कि तेरी पगड़ी ना गिरे. बोलती थी सबको इज्जत दे बेटा. घर का चूल्हा हमेशा गर्म रखा...जिसको भी खाना खिलाने का मौका मिले खिलाना. पैसे हों ना हों...किसी से लेले मगर खिला लोगों को.
मनोरंजन /शौर्यपथ /बॉलीवुड के किंग कहे जाने वाले शाहरुख खान की मचअवेटेड एक्शन एंटरटेनर 'जवान' दर्शकों के उत्साह को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तैयार है. जहां रोमांचक प्रीव्यू और गंजे अवतार में शाहरुख के शानदार पोस्टर और उसके बाद नयनतारा के जबरदस्त पोस्टर ने फैंस की रातों की नींद उड़ा दी थी तो वहीं निर्माताओं ने अब फिल्म से एक और दिलचस्प किरदार की क्लोज-अप झलक दिखा दी है, जिसे फैंस पहचान नहीं पाएंगे.
'जवान' के निर्माताओं ने बातचीत का दौर शुरू कर दिया है. गुस्सैल और तेज़ आंखों की एक झलक के साथ, निर्माताओं ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा है.. “वह तुम्हें करीब से देख रहा है! उससे सावधान रहें” तस्वीर में दिख रहे किरदार कौन है इस बात का जिक्र तो मेकर्स ने नहीं किया है. लेकिन इस पोस्टर को देख फैंस को फिल्म फर्स्ट डे फर्स्ट शो देखने को बेताब कर दिया है. वहीं कुछ फैंस ने इस किरदार को टेलेंटेड एक्टर विजय सेतुपति का कहा है.
बता दें कि रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट की प्रस्तुति जवान एटली द्वारा निर्देशित की गई है. जबकि गौरी खान द्वारा निर्मित और गौरव वर्मा द्वारा सह-निर्मित है. इस फिल्म में शाहरुख खान और नयनतारा के अलावा विजय सेतुपति भी अहम किरदार में नजर आ रहे हैं. वहीं फिल्म 7 सितंबर 2023 को दुनिया भर के सिनेमाघरों में हिंदी, तमिल और तेलुगु भाषाओं में रिलीज होने वाली है, जिसका फैंस को बेसब्री से इंतजार है.
मनोरंजन /शौर्यपथ /पुष्पा 2 इस वक्त मच अवेटेड फिल्मों में से एक है. असल में अल्लू अर्जुन की पुष्पा-2: द रूल ऑरमैक्स मीडिया की जारी की गई मोस्ट अवेटेड हिंदी फिल्मों की लिस्ट में टॉप पर है. अल्लू अर्जुन...सलमान खान, प्रभास और अन्य को पीछे छोड़कर टॉप पर पहुंचने में कामयाब रहे. फैन्स को इंतजार है कि कब बेहतरीन वन-लाइनर्स और रॉ एक्शन सीन्स के साथ अल्लू अर्जुन की वापसी होगी...लेकिन रिलीज से बहुत पहले ही अल्लू अर्जुन ने पुष्पा-2: द रूल का एक डायलॉग लीक कर दिया है. यह डायलॉग फैन्स के लिए टीजर से कम नहीं.
अल्लू अर्जुन ने लीक किया पुष्पा 2 डायलॉग
दरअसल अल्लू अर्जुन, आनंद देवरकोंडा की फिल्म बेबी की सक्सेस मीट में शामिल हुए थे. अच्छा माहौल था और वो भी काफी खुश नजर आ रहे थे. स्टेज पर एंट्री ली तो फैन्स पुष्पा-2 को लेकर चीयर करने लगे बस इसी एक्साइटमेंट में उन्होंने एक डायलॉग मार दिया. उनका डायलॉग था...यहां सब कुछ एक ही रूल से चलेगा...वो है पुष्पा रूल. वहां मौजूद फैन्स ने खूब सीटियां बजाईं लेकिन इवेंट का वीडियो वायरल हो गया है अल्लू की तरफ से दिया गया ये टीजर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. अब इससे आप हिसाब लगा सकते हैं कि इस फिल्म के लिए माहौल कितना सेट है.
अप्रैल में पुष्पा-2 के मेकर्स ने एक टीजर जारी किया था. यह अल्लू अर्जुन के जन्मदिन के मौके पर उनके फैन्स को खुश करने के लिए था. पुष्पा-2 के टीजर की शुरुआत अल्लू अर्जुन के किरदार के जेल से भागने के सीन से हुई और कोई नहीं जानता कि वह कहां है. पुष्पा-2 की कहानी उनकी सफलता और फहाद फासिल के किरदार भंवर सिंह के साथ उनके झगड़े के इर्द-गिर्द घूमेगी. पुष्पा: द राइज की एंडिंग एसपी भवर सिंह के पुष्पा से बहुत नाराज होने और उसके खिलाफ युद्ध छेड़ने के साथ हुई थी.
पुष्पा-2: द रूल का डायरेक्शन भी सुकुमार ने किया है. इसमें फिल्म की लीड हीरोइन रश्मिका मंदाना हैं. पहले पार्ट में सामंथा रुथ प्रभु ने एक आइटम नंबर 'ऊ अंतवा' किया था. अब यह देखना बाकी है कि वह पुष्पा 2 के लिए वापसी करेंगी या नहीं.
मनोरंजन /शौर्यपथ /बॉलीवुड एक्ट्रेस शेफाली शाह सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव रहती हैं और अक्सर फैमिली फोटोज शेयर करते हुए देखी जाती हैं. हाल ही में शेफाली ने अपने बेटे आर्यमन शाह की फोटो शेयर कर बताया कि उन्होंने अपना ग्रेजुएशन कंप्लीट कर लिया है. हाल ही में शेफाली बेटे आर्यन की ग्रेजुएशन सेरेमनी में अपने पति और फिल्म प्रोड्यूसर विपुल शाह के साथ पहुंची थीं. शेफाली ने बेटे के लिए एक इमोशनल पोस्ट सोशल मीडिया पर साझा कर बताया कि वे कितना प्राउड फील कर रही हैं.
शेफाली शाह ने अपने इंस्टा पर एक लंबा-चौड़ा भावुक कर देने वाला पोस्ट लिखा. एक्ट्रेस ने आर्यन की ग्रेजुएशन सेरेमनी से कई तस्वीरें शेयर कीं. इन तस्वीरों में शेफाली बड़े ही गर्व के साथ अपने बेटे और पति संग पोज देती नजर आईं. इस दौरान एक्ट्रेस के चेहरे पर खुशी साफ देखी जा सकती है. एक्ट्रेस पोस्ट शेयर करते हुए लिखती हैं, "जब मेरे बच्चे बच्चे थे, तो हर पल एक नई उपलब्धि थी. उनके पेट पर पहली बार पलटी, पहली बार जब वे रेंगते थे, उनके पहले कदम, पहले शब्द. पहली बार उन्होंने अपने जूते के फीते बांधे. कई पहले और हर एक दूसरे के समान स्पेशल. फिर बच्चों के स्कूल का पहला दिन आया, उनके और मेरे लिए आंसुओं के माध्यम से बहने का डर, फिर रंग, अक्षर, कविताएं, दोस्त...उनके साथ मैं बड़ी हुई".
अपनी बात जारी रखते हुए शेफाली आगे लिखती हैं, "लेकिन जैसे-जैसे वे बड़े होते गए, उनमें बहुत अधिक प्रथम स्थान नहीं आए, फिर भी हर ग्रेड, हर गोल, जीता गया हर मेडल, उनका बनाया हुआ खाना, उनके द्वारा किए गए प्रत्येक कपड़े धोने का काम उतना ही जरूरी था. अपने दम पर आगे बढ़ने की दिशा में एक और कदम". इस पोस्ट में शेफाली ने बताया कि उन्हें इस पल का कब से इंतजार था. वहीं फैन्स भी आर्यमन को ग्रेजुएशन पूरा होने पर बधाई दे रहे हैं.
मनोरंजन /शौर्यपथ /भारत के सिनेमाई इतिहास में दर्ज शोले एक ऐसी फिल्म है जिसका एक एक किरदार हिट है. और, हर किरदार के डायलोग भी फेमस हैं. फिल्म के लिए छोटे बड़े कई एक्टर्स को एक अलग किरदार दिया गया. कुल 18 किरदार ऐसे रहे जो दर्शकों के दिल में आज तक बसे हुए हैं. इन किरदारों को लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचाने का जिम्मा संभाला दो राइटर्स ने नाम थे सलीम खान और जावेद अख्तर. जिनकी कलम से निकले एक एक डायलॉग ने जमकर धमाल मचाया और जो आज भी दोहराए जाते हैं. लेकिन इस फिल्म के लिए स्टार कास्ट करना इतना आसान नहीं था. हर किरदार के लिए देख परख कर आर्टिस्ट का चयन किया गया.
विलेन के लिए पहली पसंद
इस फिल्म में गब्बर का रोल करने वाले अमजद खान घर घर में मशहूर हो गए थे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमजद खान इस रोल के लिए राइटर जावेद अख्तर की पसंद नहीं थे. आईएमडीबी ट्रिविया के मुताबिक जावेद अख्तर का सोचना था कि गब्बर के रोल के लिए अमजद खान की आवाज बहुत पतली है. इस रोल के लिए डैनी डेनजोंगपा पहली पसंद थे. जिस वक्त उन्हें ये रोल ऑफर हुआ वो अफ्गानिस्तान में फिल्म धर्मात्मा की शूटिंग में व्यस्त थे. जिसकी वजह से ये ऑफर एक्सेप्ट नहीं कर सके. और, अमजद खान को ही ये यादगार रोल निभाने का मौका मिला.
धर्मेंद्र की ख्वाहिश
इस फिल्म में वीरू के लिए धर्मेंद्र ही पहली पसंद थे. लेकिन धर्मेंद्र ठाकुर बलदेव सिंह का किरदार अदा करना चाहते थे. धर्मेंद्र की शौहरत देख मेकर्स उन्हें एकदम इंकार नहीं कर सकते थे. इसलिए एक नई जुगत लगाई गई. धर्मेंद्र को ये जानकारी दी गई कि वीरू का किरदार ही एक्ट्रेस को लेकर जाएगा. जबकि ठाकुर बलदेव सिंह का रोल करने वाले को हीरोइन नहीं मिलेगी. उस वक्त सिचुएशन कुछ ऐसी थी कि संजीव कुमार भी धर्मेंद्र की तरह हेमा मालिनी को चाहते थे और शादी करना चाहते थे. धर्मेंद्र को जैसे ही ये समझ आया कि वो ठाकुर बने तो संजीव कुमार वीरू बनेंगे और हेमा मालिनी उनकी हो जाएंगी. इतना समझ में आते ही धर्मेंद्र वीरू बनने को तैयार हो गए.
मनोरंजन/शौर्यपथ /बॉलीवुड के कई दोस्त कब दुश्मन बन जाते हैं यह किसी को नहीं पता होता है. लेकिन क्या आपको ऐसी फिल्म के बारे में पता है, जिसके बजट और बॉक्स ऑफिस कलेक्शन से हटकर फिल्म से जुड़ी बातें चर्चा में हैं. इतना ही नहीं 1979 में आई 18 एक्टर्स से बनी इस फिल्म को आज भी काफी पसंद किया जाता है. तो क्या आप तस्वीर से फिल्म का नाम बता पाएंगे.
यह कोई और नहीं बल्कि साल 1979 में आई फिल्म काला पत्थर है, जिसने अमिताभ बच्चन के किरदार को फेमस कर दिया. इस फिल्म में उनके अलावा शत्रुघ्न सिन्हा भी नजर आए थे, जो कि महानायक के एक समय में अच्छे दोस्त हुआ करते थे. हालांकि इस फिल्म के दौरान अमिताभ बच्चन उनके इस फिल्म के किए चुने जाने के लिए खिलाफ थे. इतना ही नहीं काला पत्थर की शूटिंग के दौरान, शत्रुघ्न सिन्हा का कहना था कि अमिताभ बच्चन ने उनसे दूरी बनाए रखी, भले ही वे बॉलीवुड में अपने शुरुआती वर्षों के दौरान "अच्छे दोस्त" थे.
गौरतलब है कि काला पत्थर रियल कोयला खदान आपदा से प्रेरित थी, जिसे चासनाला खनन आपदा के नाम से जाना जाता है. दरअसल, 27 दिसंबर 1975 को धनबाद, झारखंड के पास हुई थी, जिसमें 372 माइन में काम करने वाले मारे गए थे. वहीं इस फिल्म में शत्रुघ्न सिन्हा का एक डायलॉग तीसरे बादशाह हम हैं काफी फेमस हुआ था. वहीं 2.50 करोड़ की इस फिल्म ने 6 करोड़ की कमाई की थी, जो आज की डेट में लगभग 135 करोड़ तक होगी.
मनोरंजन /शौर्यपथ /19 जुलाई साल 2021 में राज कुंद्रा को पॉर्न कंटेंट के प्रोडक्शन और डिस्ट्रिब्यूशन मामले में हिरासत में लिया गया था. उन पर आरोप थे कि वो हॉटशॉट नाम की एक ऐप पर कंटेंट सप्लाई करने वालों के साथ मिले हुए हैं. इस घटना को दो साल हो चुके हैं और अब इस पर फिल्म बनने जा रही है. इस फिल्म में उन काले दिनों की हकीकत दिखाई जाएगी तो राज कुंद्रा ने जेल में बिताए. राज करीब 63 दिन जेल में रहे थे. इस बात को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी जमकर ट्रोलिंग हुई थी लेकिन राज कभी भी इससे निराश नहीं हुए.
साल 2022 में 21 सितंबर को उन्होंने वो दिन याद किया जब उन्हें जेल से रिहा किया गया था. उन्होंने एक तस्वीर भी शेयर की थी. इस पर लिखा था, अगर आपको पूरा सच नहीं पता तो चुप हो जाइए. उन्होंने लिखा, आर्थर जेल से रिहा हुए आज एक साल हो गया. कुछ समय की बात है. इंसाफ होगा. सच बाहर आएगा. मेरे सभी शुभ चिंतकों का शुक्रिया और ट्रोलर्स को भी बहुत शुक्रिया जिन्होंने मुझे स्ट्रॉन्ग बनाया.
पिकविला में छपी रिपोर्ट के मुताबिक राज कुंद्रा के अरेस्ट और जेल में बिताए समय पर फिल्म बनने जा रही है. फिलहाल इस पर काम चल रहा है और जल्द ही अनाउंसमेंट की जाएगी. केवल इतना ही नहीं राज कुंद्रा इस फिल्म में लीड रोल में होंगे. मतलब ये कि अपनी कहानी वो खुद सुनाने वाले हैं. इस फिल्म में राज कुंद्रा के जेल में बिताए समय के बारे बताया जाएगा कि किस तरह राज ने कैपैसिटी से ज्यादा कैदियों वाली उस जेल में समय बिताया. राज ने बताया कि इस फिल्म में पूरा सफर दिखाया जाएगा. किस तरह आरोप लगे, मीडिया इन्वॉल्व हुआ, जेल में बिताया हुआ समय और फिर रिहाई. यह फिल्म कुंद्र परिवार का पॉइंट ऑफ व्यू पेश करेगी.
मनोरंजन /शौर्यपथ /शाहरुख खान और प्रीति जिंटा पर फिल्माई गई फिल्म वीर जारा की कहानी ने लोगों को जितना छुआ, फिल्म के गाने भी उतने ही ज्यादा पसंद किए गए. एक नहीं बल्कि वीर जारा के सभी गाने सुपरहिट साबित हुए. पर क्या आप जानते हैं कि फिल्म बनने से 30 साल पहले ही इस फिल्म के गानों का म्यूजिक बन गया था. यकीनन सुनकर आपको भी ताज्जुब हो रहा होगा, तो आपको बता दें कि ये कमाल किसी और का नहीं बल्कि जाने-माने संगीतकार मदन मोहन का है, जिन्होंने उस जमाने में ऐसी धुनें तैयार कीं जो आज की जनरेशन की पसंदीदा बन गईं.
यूं तो मदन मोहन ने बॉलीवुड के नाम कई अनमोल नगमे किए हैं लेकिन उनकी कुछ ऐसी भी कॉम्पोजिशन थीं जिन्हें उन्होंने संजोया जरूर था लेकिन इस्तेमाल नहीं हुई थीं. तो चलिए आपको बताते हैं मदन मोहन की अनटच्ड कंपोजिशन कैसे बनीं वीर जारा के सुपर हिट गानों की धुन.
आपको बता दें कि शाहरुख खान औऱ प्रीति जिंटा पर बनी सुपरहिट फिल्म वीर जारा के साउंडट्रेक के लगभग सभी गाने में स्वर्गीय मदन मोहन की पुरानी और अनछुई कॉम्पोजिशन पर बनाए गए हैं. ये सुरमई गाने कानों में रस घोल देते हैं, आंखें नम कर देते हैं सीधा दिल में उतर जाते हैं. दरअसल मदन मोहन की कुछ म्यूज़िक कॉम्पोजिशन पर उस वक्त गाने नहीं बनाए गए तो उन्होंने उसे आर्काइव कर लिया. उनके निधन के बाद उनके बेटे संजीव कोहली को ये धुनें जब मिली तो वो खुद को इन्हें दुनिया के सामने लाने से रोक नहीं पाए.
फेमस सिंगर सोनू निगम ने इस बात का खुलासा खुद एक इंटरव्यू में किया था. उन्होंने बताया कि कैसे यश चोपड़ा और मदन मोहन के बेटे ने मिलकर उनकी अनछुई दोनों को फिल्म वीर जारा के खूबसूरत गानों में तब्दील कर दिया.
मदन मोहन के निधन के तीस साल बाद 1975 में संजीव कोहली को ये धुनें मिली और इसके बाद इनको एडिट करके वीर जारा के साउंडट्रेक को तैयार किया गया. है ना अनोखा संयोग. वीर जारा के साउंडट्रेक के गानों में इन्हीं कॉम्पजिशन्स को इस्तेमाल किया गया है और गाने के बोल फिल्म के हिसाब से रखे गए हैं. तेरे लिए...मैं यहां हूं, दो पल का..जैसे गाने स्वर्गीय मदन मोहन के वो शानदार नगमे हैं, जिन्हें सुनकर सुनने वाला खो जाता है.