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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश का पालन सुनिश्चित करने परिवहन आयुक्त ने ली वेंडरों की बैठक
छत्तीसगढ़ में मेसर्स रीयल मेजॉन और रोजमेर्टा सेफ्टी एचएसआरपी चिन्ह लगाने अधिकृत
रायपुर/शौर्यपथ /छत्तीसगढ़ राज्य में अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत सभी श्रेणी के मोटर वाहनों पर वाहन स्वामी द्वारा 120 दिवस के भीतर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह (एचएसआरपी) लगवाया जाना अनिवार्य किया गया है। इस संबंध में परिवहन विभाग द्वारा दो वेंडर क्रमशः मेसर्स रीयल मेजॉन इंडिया लिमिटेड और रोसमर्टा सेफ्टी सिस्टम लिमिटेड को निर्धारित दर पर एचएसआरपी चिन्ह लगाने के लिए अधिकृत किया गया है।
परिवहन आयुक्त श्री एस. प्रकाश की अध्यक्षता में आज महानदी मंत्रालय भवन में आयोजित बैठक में अतिरिक्त परिवहन आयुक्त श्री डी. रविशंकर, उक्त परिवहन आयुक्त श्री मनोज ध्रुव, उप परिवहन आयुक्त सुश्री युगेश्वरी वर्मा, एआरटीओ श्री वाय.व्ही. श्रीनिवास, वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री अमित देवांगन, एन.आई.सी कंपनी प्रतिनिधि श्री मुकेश मल्होत्रा चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, मेसर्स रोसमर्टा सेफ्टी सिस्टम लिमि., श्री विश्वजीत मुखर्जी, डायरेक्टर मेसर्स रियल मेजॉन इंडिया लिमि., श्री कौशल नियाज एवं अनुराग चौधरी उपस्थित थे।
परिवहन विभाग द्वारा समस्त आरटीओ कार्यालयों को जोन-ए और जोन-बी में बांटा गया है। जोन-ए के अंतर्गत शामिल आरटीओ कार्यालयों में अप्रैल 2019 से पूर्व पंजीकृत वाहनों में एचएसआरपी चिन्ह लगाने की जिम्मेदारी मेसर्स रियल मेजॉन इंडिया लिमिटेड को दी गई है। जोन-ए के अंतर्गत गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, बलरामपुर, सूरजपुर, कोण्डागांव, मुंगेली, बेमेतरा, कवर्धा, केारबा, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर एवं रायपुर आरटीओ कार्यालय शामिल हैं। इसी तरह जोन-बी के अंतर्गत आरटीओ कार्यालय रायगढ़, गरियाबंद, जशपुर, धमतरी, बलौदाबाजार, महासमुंद, राजनांदगांव, बालोद, दुर्ग, दंतेवाड़ा, कांकेर, अम्बिकापुर, बैकुण्ठपुर, जदलपुर में पंजीकृत वाहनों पर एचएसआरपी चिन्ह लगाने की जिम्मेदारी मेसर्स रोसमर्टा सेफ्टी सिस्टम लिमिटेड को सौंपी गई है। उक्त दोनों कम्पनियां निर्धारित दर पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगाएंगी। टू-व्हीलर मोटर सायकिल, स्कूटर, मोपेड के अलावा ट्रैक्टर, पॉवर टीलर एवं ट्रेलर पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगाने के लिए जीएसटी सहित 365.80 रूपए, 3-व्हीलर के लिए 427.16 रूपए, लाईट मोटर व्हीकल/पैसेंजर कार के लिए 656.08 रूपए एवं 705.64 रूपए की दर निर्धारित की गई है। सभी भुगतान केवल डिजिटल मोड के माध्यम से किए जाएंगे। आटोमोबाइल डीलरों द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य में 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत मोटरवाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह (आवश्यक तीसरी पंजीकरण प्लेट सहित) प्रत्येक इंस्टालेशन हेतु 100/- अतिरिक्त चार्ज के साथ लगाया जावेगा। घर पहुंच सेवा हेतु अतिरिक्त राशि देनी होगी।
गौरतलब है कि सर्वाेच्च न्यायालय, नई दिल्ली द्वारा हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों, केन्द्रीय मोटरयान अधिनियम 1988 एवं केन्द्रीय मोटरयान नियम 1989 के प्रावधानों, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के परिपालन में छत्तीसगढ़ राज्य में अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत प्रत्येक वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगवाए जाने के संबंध में आदेश जारी किया जा चुका है।
हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह हेतु जारी निर्देशों का पालन नहीं होने पर केन्द्रीय मोटरयान अधिनियम एवं नियमों के अनुसार जुर्माना किया जाएगा। मोटरयान अधिनियम 1988 में दिये गये प्रावधान अंतर्गत दिए गए पेनाल्टी से बचने के लिए केन्द्रीय मोटरयान नियम 1989 के नियम 50 के तहत नकली हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह समान दिखने वाली प्लेटे/स्मार्ट नंबर प्लेट जैसे होलोग्राम/इंडिया मार्क/इंडिया शिलालेख आदि से लैस सड़क पर चलने वाले वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह प्लेट से बदलना होगा अनिवार्य होगा। अनाधिकृत रूप से हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह की बिकी और आपूर्ति करते पाए जाने वाले डीलरों या अन्य व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जावेगी। आम नागरिकों की सुविधा हेतु हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह आवेदन की प्रक्रिया वेबसाईट में उपलब्ध होगी।
संविधान दिवस पदयात्रा में मुख्यमंत्री सहित मंत्रीगण और विधायक हुए शामिल
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज प्रातः संविधान दिवस पदयात्रा कार्यक्रम में शामिल हुए। संविधान दिवस पदयात्रा पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय सभागृह से प्रारंभ होकर अंबेडकर चौक पर समाप्त हुई। मुख्यमंत्री ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस पदयात्रा में उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक, विधायकगण श्री इंद्र कुमार साहू, गुरु खुशवंत साहेब, श्री अनुज शर्मा, महिला आयोग की सदस्य श्रीमती लक्ष्मी वर्मा और युवा आयोग के अध्यक्ष श्री विश्वजीत तोमर शामिल थे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय सभागृह में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा संविधान भारत की सदियों पुरानी संस्कृति, इतिहास और परंपराओं का आइना है। यह संविधान हमारे सदियों के संघर्ष, अनुभव और उपलब्धियों का प्रतिफल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज के दिन 26 नवंबर से संविधान दिवस 2024 के आयोजन की शुरूआत हुई है। आज भारत के संविधान को आत्मसात किए 75 वर्ष पूरे हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने जहां पर मौलिक अधिकारों की बात लिखी है, वहां भगवान श्रीराम, माता सीता और भइया लक्ष्मण की तस्वीर अंकित की है। उन्होंने कहा कि यह तस्वीर तब की है जब भगवान श्रीराम लंका विजय के बाद अयोध्या लौट रहे थे। हमें इस बात को समझना होगा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने इस तस्वीर के माध्यम से हमें क्या संदेश दिया है। संविधान में ऐसे ही अनेक चित्र और संकेत हैं, जिनके माध्यम से संविधान निर्माताओं ने इंगित किया है कि हमें भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों के साथ लोकतंत्र को आगे बढ़ाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी हमारे संविधान की एक बड़ी विशेषता है कि इसमें परिवर्तनशील समय के अनुरूप आवश्यकता पड़ने पर संशोधन का भी प्रावधान है। हमारे संविधान निर्माताओं ने देश पर अपनी इच्छाओं और विचारों को लादा नहीं, बल्कि अपनी दूरदर्शिता से भावी पीढ़ी के लिए यह गुंजाइश छोड़ी कि वह अपने समय की परिस्थितियों, अपने समय के ज्ञान, अपने समय की आवश्यकताओं के अनुसार इसमें संशोधन कर सकें।
कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि संविधान दिवस के इस गौरवशाली पल में हमें लोगों को संविधान प्रदत्त अधिकारों एवं हमारे मौलिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है। संविधान सभा ने दो वर्ष 11 माह 18 दिन में संविधान का निर्माण किया। भारत का यह संविधान पूरे विश्व के लिए आदर्श है। संविधान केवल किताब ही नही, अपितु लोकतंत्र के जीवन का दर्शन है। संविधान कर्तव्यों और अधिकारों का निर्धारण करता है। यह देश की एकता और अंखडता का सूचक है।
वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि भारत के संविधान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संविधान दिवस मनाने का आह्वान किया है। दुनिया के सबसे बड़े संविधान ने वनांचल की बेटी को देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति के पद पर आसीन होने का अवसर दिया। दलितों को आगे बढ़ाने का यदि कोई साधन है तो वह है भारत का संविधान। लोकतंत्र को मजबूत बनाए रखने के लिए देश के सभी लोगों को संविधान में दिए गए कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहना होगा। भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर को युगों-युगों तक याद रखा जाएगा।
विधायक श्री धरम लाल कौशिक ने कहा कि देश की आजादी के बाद लोकतंत्र को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए संविधान का निर्माण हुआ। संविधान दिवस संविधान निर्माताओं को नमन करने का दिन है। आज के दिन सभी को कर्तव्यों की जवाबदेही पर संकल्प लेना चाहिए।
संविधान के महत्व के प्रति जागरूक करने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है, जो सालभर चलेगा। इसके लिए ’’हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान’’ टैगलाइन तय की गई है।
इस अवसर पर खेल विभाग के सचिव श्री हिमशिखर गुप्ता, रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, निगम आयुक्त श्री अविनाश मिश्रा, जिला पंचायत के सीईओ श्री विश्वदीप, खेल विभाग की संचालक श्रीमती तनुजा सलाम सहित अन्य अधिकारीगण और स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
आपसी प्रेम और सौहाद्रपूर्ण वातावरण में मनाए गुरू घासीदास जी की जयंती: खाद्य मंत्री श्री बघेल
रायपुर/शौर्यपथ / परम पूज्य गुरूघासी दास बाबाजी के जयंती के उपलक्ष्य में आगामी माह दिसंबर मेें तीन दिवसीय राज्य स्तरीय पंथी नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन बेमेतरा जिले के नवागढ़ में होगा। खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल की अध्यक्षता में गुरू घासीदास जी की जयंती और राज्य स्तरीय पंथी नृत्य प्रतियोगिता को आपसी प्रेम और सौहाद्रपूर्ण वातावरण में मनाने का निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि पहले भी राज्य स्तरीय पंथी नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन नवागढ़ में किया जा चुका है, इस पंथी नृत्य को देखने छत्तीसगढ़ से ही नहीं देश के विभिन्न हिस्सों से लोग आते हैं।
श्री बघेल ने राज्य स्तरीय पंथी नृत्य प्रतियोगिता को लेकर आयोजित बैठक में कहा कि यह प्रतियोगिता तीन दिनों तक आयोजित की जाएगी। अभी से प्रदेश के पंथी नृत्यक दलों को आमंत्रण देने का कार्य प्रारंभ कर देना चाहिए। बैठक में प्रतियोगिता का स्वरूप, एवं आयोजन समिति, सुरक्षा समिति सहित अन्य व्यवस्था को लेकर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। श्री बघेल ने कहा कि कार्यक्रमों में समाज के प्रतिष्ठित लोगों के साथ-साथ अन्य समाज के प्रतिष्ठित लोगों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने आगामी माह दिसंबर में होने वाले पंथी प्रतियोगिता को भव्य स्वरूप में करने सबकी सहभागिता पर जोर दिया।
बैठक में समाज के प्रमुख जन श्री ज्ञानदास रात्रे, विजय बघेल, श्रीमती मंजुलता रात्रे, प्रकाश भारती, टी.आर जनार्दन, राकेश चतुर्वेदी, सुरेश बंजारे, अलेन दास, लोकनाथ पांडे, धनलाल धु्रव, कुमार मारकंडे, हेमलाल, गोकुल बंजारे, तरूण घृतलहरे सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।
दुर्ग/ /शौर्यपथ /नगर निगम।मंगलवार को संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा अधिकारी/कर्मचारियो को नगर निगम के प्रार्थना स्थल में संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ दिलाई गई।निगम परिसर में अधिकारी-कर्मचारियों ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पठन कर शपथ ली.इस अवसर एमआईसी सदस्य संजय कोहले कार्यपालन अभियंता दिनेश नेताम,मोहन पूरी गोस्वामी,मनीष कुमार गायकवाड़,आरके बोरकर,मोहित मरकाम, दुर्गेश गुप्ता,संजय मिश्रा,अनिल सिंह,ईश्वर वर्मा,पंकज चंद्रवंशी,पूर्व पार्षद विल्सन डिसूजा,स्वच्छता एम्बेसडर विश्वनाथ पाणिग्रही सहित अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
महापौर धीरज बाकलीवाल ने अधिकारी/कर्मचारियो को शपथ दिलाई भारत का संविधान उद्देशिका...हम, भारत के लोग, भारत को एक 'संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य] बनाने के लिए, तथा उसके समस्त नागरिकों को:सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास,धर्म
और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता
प्राप्त कराने के लिए, तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता] सुनिश्चित करने वाली बंधुता,बढ़ाने के लिए, दृढ़संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवम्बर, 1949 ई मिति मार्गशीर्ष शुक्ला सप्तमी, संवत् दो हजार छह विक्रमी को एतद्द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं।
रायपुर /शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका ने नई दिल्ली के भारत मण्डपम में आयोजित 43वें भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में छत्तीसगढ़ पवेलियन का भ्रमण कर प्रदर्शित वस्तुओं और उत्पादों की जानकारी ली। राज्यपाल ने पवेलियन में उपस्थित शिल्पकारों और उद्यमियों से बातचीत की एवं उन्हें प्रोत्साहित किया। राज्यपाल ने कहा कि व्यापार मेला छत्तीसगढ़ की पहचान को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का एक बेहतरीन मंच है। उन्होंने राज्य की कला और स्थानीय हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति और विकास की झलक इस पवेलियन में देखने को मिलती है।
छत्तीसगढ़ पवेलियन में राज्य की सांस्कृतिक विरासत, हस्तशिल्प, और औद्योगिक विकास को प्रदर्शित किया गया है। छत्तीसगढ़ के शिल्पकार एवं कलाकारों द्वारा बेलमेटल शिल्प, कोसा सिल्क व जैविक उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं। पवेलियन में राज्य की नई औद्योगिक योजनाओं और निवेश की संभावनाओं को भी यहां दिखाया गया। इस दौरान नई दिल्ली में पदस्थ छत्तीसगढ़ की इन्वेस्टमेंट कमिश्नर श्रीमती ऋतु सैन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़ में अब तेज रफ्तार से विकास की रेल चल रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कल रायपुर से बिलासपुर तक की अपनी ट्रेन यात्रा के दौरान छत्तीसगढ़ के तेजी से विकास के संकल्प को पुनः दोहराया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि पिछले 10 सालों में रेलवे के क्षेत्र में जो सकारात्मक बदलाव हुए, इसने न केवल यात्री सुविधाएं बढ़ी हैं, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था को भी गति मिली है। उन्होंने कहा रेलवे के आधुनिकीकरण से रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं। रेलवे नेटवर्क के विस्तार से ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों को बड़े शहरों से जोड़ा जा रहा है, जिससे व्यापार और पर्यटन को प्रोत्साहन मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वंदे भारत, तेजस और गतिमान जैसी हाई-स्पीड ट्रेनों ने यात्रा समय को काफी घटा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि आधुनिक ट्रेनों में वातानुकूलित डिब्बे, आरामदायक सीटें, वाई-फाई, ऑनबोर्ड कैटरिंग सुविधा मिल रही है। स्टेशन अब आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हैं, जिसने यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाया है। उन्होंने कहा कि ई-टिकटिंग और डिजिटल भुगतान ने बुकिंग प्रक्रिया को सरल और तेज बना दिया है। सौर ऊर्जा और बायो-टॉयलेट जैसी पहल पर्यावरण को संरक्षित करने में मदद कर रही हैं। भारतीय रेलवे अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स और ऑटोमेशन जैसे आधुनिक तकनीकी उपायों के उपयोग की ओर आगे बढ़ रहा है, ताकि दक्षता और सेवा की गुणवत्ता में सुधार हो सके।
इस चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार की मंशा है कि प्रदेश की आर्थिक तरक्की के लिए रेल परिवहन के समुचित उपयोग की ओर तेजी से आगे बढ़ा जाए। इसी क्रम में केंद्र सरकार के सहयोग से कई रेल परियोजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है और कई ऐसी परियोजनाएं हैं, जिनको विस्तार दिए जाने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा है कि डोंगरगढ़-कवर्धा-कटघोरा रेल लाइन परियोजना के लिए रेल मंत्रालय से मंजूरी मिल चुकी है। यह परियोजना लगभग 295 किलोमीटर लंबी होगी और इसकी अनुमानित लागत 4021 करोड़ रुपये है। इस रेल लाइन का निर्माण छत्तीसगढ़ रेलवे कॉरपोरेशन द्वारा किया जाएगा। वर्तमान में भूमि अधिग्रहण और प्रारंभिक निर्माण कार्यों के लिए 300 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इस रेल लाइन में डोंगरगढ़ से कवर्धा के बीच 12 और कवर्धा से कटघोरा के बीच 15 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। यह परियोजना न केवल क्षेत्र में यात्री सुविधा बढ़ाएगी बल्कि खनिजों के परिवहन और रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत सरकार और रेल मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ में कई नई रेल परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनका उद्देश्य राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और कनेक्टिविटी बढ़ाना है। कोरबा-अंबिकापुर नई रेल लाइन 180 किलोमीटर लंबी परियोजना है, जिसके सर्वेक्षण और डीपीआर के लिए 16.75 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। यह परियोजना सरगुजा क्षेत्र में विकास को गति देगी। उसी प्रकार गढ़चिरौली-बीजापुर-बचेली तक 490 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के सर्वेक्षण के लिए 12.25 करोड़ रुपये मंजूर हुए हैं। यह परियोजना सुदूर क्षेत्रों को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों से जोड़ने में मदद करेगी। सरडेगा-भालुमुडा डबल लाइन 37 किलोमीटर लंबी परियोजना ओडिशा और छत्तीसगढ़ के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी। इस परियोजना के लिए 1360 करोड़ रुपये का प्रावधान है।छत्तीसगढ़ में अम्बिकापुर-बरवाडीह, खरसिया-नया रायपुर-परमलकसा, रावघाट-जगदलपुर और धरमजयगढ़-पत्थलगांव-लोहरदगा रेल परियोजनाओं का डीपीआर तैयार हो रहा है। धरमजयगढ़-लोहरदगा परियोजना के लिए रेलवे द्वारा किए जा रहे सर्वेक्षण का काम अंतिम चरण में है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये परियोजनाएं न केवल यात्री कनेक्टिविटी को बढ़ाएंगी, बल्कि औद्योगिक और खनिज संसाधनों के परिवहन को भी सुगम बनाएंगी। इनके अलावा, राज्य में कई अन्य छोटी रेल लाइन और मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाएं भी योजना में हैं, जो क्षेत्रीय विकास और आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करेंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में जहां-जहां रेल परिवहन की आवश्यकता महसूस की जाएगी, उस दिशा में तेजी से पहल की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस यात्रा से मुझे बहुत कुछ जानने समझने का सुंदर अवसर मिला था। हम यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने और उनके समस्याओं के समाधान की दिशा में केंद्र सरकार के सहयोग से आवश्यक कदम उठाएंगे।
योजना से मालखरौदा की उर्मिला का हो रहा है कैंसर का नि:शुल्क इलाज
9 माह में 1211 मामलों में मिली सहायता, 43 करोड़ 16 लाख रूपए की आर्थिक सहायता की स्वीकृती
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राज्य के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत जरूरतमंद लोगों के लिए आर्थिक सहायता की स्वीकृति दे रहे हैं। गंभीर तथा दुर्लभ बीमारियों के इलाज में होने वाले खर्च से बचाने के लिए संजीवनी सहायता कोष का विस्तार करते हुये मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना संचालित की जा रही है । इस योजना से प्रदेश के नागरिक लाभान्वित हो रहे है।
9 माह के भीतर योजना के अंतर्गत 1211 मामलों में जरूरतमंदों को सहायता मिली है और इस दौरान उन्हें 43 करोड़ 16 लाख रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गयी है।
इसी योजना के अंतर्गत सक्ती जिले के मालखरौदा विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम परसा निवासी श्रीमती उर्मिला देवी सिदार पति स्व. श्री केदारनाथ सिदार का नि:शुल्क कैंसर का इलाज चल रहा है। श्रीमती उर्मिला ने बताया कि उनके पति के मृत्यु हो जाने के बाद घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण वह अपनी इस गंभीर बीमारी का इलाज नहीं करा पा रही थी। एक तरह से उन्होंने भी जीने की उम्मीद छोड़ दी थी। शुरुआती दौर में उन्होंने आयुष्मान कार्ड योजना से प्राप्त राशि से अपना इलाज कराया। लेकिन उन्हें कैंसर की बीमारी के इलाज के लिए और भी अधिक राशि की आवश्यकता थी। फिर उन्हें मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना की जानकारी मिली। जिस पर उन्होंने मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया और जुलाई 2024 में सहायता राशि स्वीकृत हुई।
वर्तमान मे योजना के अंतर्गत उनका इलाज मेकाहारा हॉस्पिटल, रायपुर में निःशुल्क किया जा रहा है। श्रीमती उर्मिला देवी सिदार ने बताया कि उनके कैंसर के इलाज के लिए प्रत्येक 21 दिनों में कीमोथेरेपी किया जा रहा है साथ ही अन्य दवाईयां भी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि यदि उन्हें मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना का लाभ नहीं मिल पाता तो शायद ही वह अपनी इस गंभीर बीमारी का इलाज करा पाती।
श्रीमती उर्मिला ने उनके जीवन में आए इस कठिन समय में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उन्हें इस योजना के माध्यम से सहयोग प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का हृदय से आभार व्यक्त किया है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत चिन्हित दुर्लभ बीमारियों के ईलाज के लिए राज्य के पात्र परिवारों को अधिकतम 25 लाख रूपए तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। छत्तीसगढ़ ऐसा पहला राज्य है, जो इतनी बड़ी राशि राज्य के नागरिकों के इलाज हेतु प्रदान कर रही है, जिससे नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं तथा स्वस्थ और बेहतर छत्तीसगढ़ का निर्माण किया जा रहा है।
आर्थिक बचत के साथ ही पर्यावरण संरक्षण को मिल रहा है बढ़ावा
रायपुर/शौर्यपथ /प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत देश के एक करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल स्थापना का लक्ष्य रखा गया है। योजना के अंतर्गत बलौदाबाजार भाटापारा जिले में भी लोगों को पीएम सूर्य घर योजना का लाभ मिल रहा है। इस योजना से न सिर्फ हितग्राहियों को घर रौशन हो रहे हैं बल्कि आर्थिक बचत के साथ ही पर्यावरण का संरक्षण भी हो रहा है। भाटापारा शहर के गोकुल नगर निवासी ऋषि अग्रवाल की मानें तो पीएम सूर्य घर योजना से उन्हें तिहरा लाभ मिल रहा है। ऋषि के अनुसार एक ओर जहां सौर ऊर्जा से घर रोशन हो रहा है वहीं दूसरी और आर्थिक बचत भी हो रही है।इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिल रहा है। पीएम सूर्यघर योजना के तहत लोगों के घरों में 3 किलोवाट का सोलर चलित बिजली कनेक्शन लग रहा है और इससे लोगों को बिजली बिल भरने से छुटकारा मिल रहा है। ऋषि का कहना है कि मुझे गर्व होता है कि मैं बिना पर्यावरण को प्रदूषित करे बिजली का उपयोग कर रहा हूं। मैं इस योजना के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी का धन्यवाद करता हूं। साथ ही सभी ने अपील करता हूं कि अपने घर में पीएम सूर्यघर योजना के तहत कनेक्शन लगवाएं और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में योगदान दें।
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत हितग्राहियों को प्रतिमाह मिल रहा है 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली का लाभ
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही 78 हजार रूपए तक की अधिकतम सब्सिडी तथा सस्ते ब्याज पर लोन भी प्रदान किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत शहरी स्थानीय निकायों और पंचायतों को भी अपने अधिकार क्षेत्र में छत पर सौर प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है । प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से अधिक आय, कम बिजली बिल और नवीन रोजगारों का सृजन होगा तथा नवीनीकृत ऊर्जा स्त्रोत के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
सोलर पैनल स्थापना हेतु हितग्राहियों को रूफटाप सोलर प्लांट की क्षमता 01 से 02 किलोवाट तथा 0 से 150 यूनिट विद्युत खपत होने पर 30 हजार से 60 हजार रूपये की राशि का अनुदान प्रदान की जाएगी। इसी तरह रूफटाप सोलर प्लांट की क्षमता 2 से 3 किलोवाट तथा 150 से 300 यूनिट विद्युत खपत होने पर 60 हजार से 78 हजार रूपये की अनुदान प्रदान की जाएगी। यदि रूफटाप सोलर प्लांट की क्षमता 03 किलोवाट है तथा 300 यूनिट से अधिक विद्युत खपतहै तो 78 हजार रूपये की अनुदान प्रदान की जाएगी। इसके लिए लाभार्थियों के बैंक खाते में सीधे अनुदान राशि का अंतरण किया जाएगा।
योजना का लाभ लेने हेतु हितग्राही प्रधानमंत्री सूर्य घर डाट जीओवी डाट इन या मोबाइल में प्रधानमंत्री सूर्य घर ऐप डाउनलोड कर पंजीयन कर सकते हैं। योजना का लाभ लेने के इच्छुक हितग्राही बिजली ऑफिस अथवा क्रेड़ा जिला कार्यालय में उपस्थित होकर योजना से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के साथ अपना पंजीयन करा सकते हैं।
खरीदी में शिकायत मिलने पर होगी कड़ी कार्रवाईः श्री श्याम बिहारी जायसवाल
समितियों से किसानों का 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदने के दिए निर्देश
रायपुर/शौर्यपथ /प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और मनेंद्रगढ़ के स्थानीय विधायक श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज मनेंद्रगढ़ के विभिन्न धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया। श्री जायसवाल ने धान खरीदी केंद्र रतनपुर, बरदर, खड़गंवा और बड़ाबाजार केंद्रों का निरीक्षण करते हुए धान खरीदी का जायजा लिया। श्री जायसवाल ने धान खरीदी केंद्रों में किसानों को मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लेते हुए समितियों में धान खरीदी प्रक्रिया का भी जायजा लिया। इस दौरान श्री जायसवाल ने समितियों में धान बेचने आए किसानों को माला पहनाकर और श्रीफल देकर सम्मानित भी किया। स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने केंद्रों का निरीक्षण करने के साथ ही समिति प्रभारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से ही धान खरीदी की जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर सभी जिलों में धान खरीदी का कार्य सुगमतापूर्वक चल रहा है। उन्होंने कहा कि 21 क्विंटल प्रति एकड़ से कम धान खरीदी की शिकायत मिलने पर समितियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
योजना से मालखरौदा की उर्मिला का हो रहा है कैंसर का नि:शुल्क इलाज
9 माह में 1211 मामलों में मिली सहायता, 43 करोड़ 16 लाख रूपए की आर्थिक सहायता की स्वीकृती
रायपुर /शौर्यपथ/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय राज्य के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत जरूरतमंद लोगों के लिए आर्थिक सहायता की स्वीकृति दे रहे हैं। गंभीर तथा दुर्लभ बीमारियों के इलाज में होने वाले खर्च से बचाने के लिए संजीवनी सहायता कोष का विस्तार करते हुये मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना संचालित की जा रही है । इस योजना से प्रदेश के नागरिक लाभान्वित हो रहे है।
9 माह के भीतर योजना के अंतर्गत 1211 मामलों में जरूरतमंदों को सहायता मिली है और इस दौरान उन्हें 43 करोड़ 16 लाख रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गयी है।
इसी योजना के अंतर्गत सक्ती जिले के मालखरौदा विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम परसा निवासी श्रीमती उर्मिला देवी सिदार पति स्व. श्री केदारनाथ सिदार का नि:शुल्क कैंसर का इलाज चल रहा है। श्रीमती उर्मिला ने बताया कि उनके पति के मृत्यु हो जाने के बाद घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण वह अपनी इस गंभीर बीमारी का इलाज नहीं करा पा रही थी। एक तरह से उन्होंने भी जीने की उम्मीद छोड़ दी थी। शुरुआती दौर में उन्होंने आयुष्मान कार्ड योजना से प्राप्त राशि से अपना इलाज कराया। लेकिन उन्हें कैंसर की बीमारी के इलाज के लिए और भी अधिक राशि की आवश्यकता थी। फिर उन्हें मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना की जानकारी मिली। जिस पर उन्होंने मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया और जुलाई 2024 में सहायता राशि स्वीकृत हुई।
वर्तमान मे योजना के अंतर्गत उनका इलाज मेकाहारा हॉस्पिटल, रायपुर में निःशुल्क किया जा रहा है। श्रीमती उर्मिला देवी सिदार ने बताया कि उनके कैंसर के इलाज के लिए प्रत्येक 21 दिनों में कीमोथेरेपी किया जा रहा है साथ ही अन्य दवाईयां भी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि यदि उन्हें मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना का लाभ नहीं मिल पाता तो शायद ही वह अपनी इस गंभीर बीमारी का इलाज करा पाती।
श्रीमती उर्मिला ने उनके जीवन में आए इस कठिन समय में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उन्हें इस योजना के माध्यम से सहयोग प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का हृदय से आभार व्यक्त किया है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत चिन्हित दुर्लभ बीमारियों के ईलाज के लिए राज्य के पात्र परिवारों को अधिकतम 25 लाख रूपए तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। छत्तीसगढ़ ऐसा पहला राज्य है, जो इतनी बड़ी राशि राज्य के नागरिकों के इलाज हेतु प्रदान कर रही है, जिससे नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं तथा स्वस्थ और बेहतर छत्तीसगढ़ का निर्माण किया जा रहा है।
सुंदर एवं स्वच्छ शहर की परिकल्पना के तहत सफाई व्यवस्था में और बेहतर कार्य करने के दिये निर्देश
दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने मंगलवार की सुबह शहर के अलग-अलग क्षेत्रों का भ्रमण कर सफाई का जायजा लिया।उन्होंने वार्ड नबर 15,18, 20, 31,57 सहित 58 का निरीक्षण कर जायजा लिया।उन्होंने ने वार्ड 57,58 में साफ सफाई व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर नागरिको से रूबरू होकर उनकी समस्या को सुना,उन्होंने नागरिको को जल्द समस्याओं का निराकरण करने की बात कही।
कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने निरीक्षण के दौरान सुपर वाइजर को कार्य पृथक करने दिए निर्देश।वार्ड भ्रमण के दौरान लगाई फटकार,सुपरवाइजरों को समय पर उपस्थिति दर्ज करने, वार्डों में सफाई व्यस्था दुरुस्त करने, दुकानदारों को कचरा बाहर न फेंकने हेतु समझाइश देने एवं मार्केट में कचरा फैलाने वालों पर अर्थदंड की कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।उन्होंने अधिकारी व टीम को सुंदर एवं स्वच्छ शहर की परिकल्पना के तहत सफाई व्यवस्था में और बेहतर कार्य करने के दिये निर्देश है।वार्ड सहित अन्य क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान सुपरवाइजरों को निर्देशित कर कहा कि सफाई कर्मचारियों की हाजिरी निष्ठा में चेक कर सुबह साढ़े छह बजे सभी को काम पर लगाएं और दोपहर दो बजे दूसरी बार हाजिरी लें।उन्होंने कहा सफाई पर लापरवाही करने पर होगी कार्रवाही।
कमिश्नर ने निरीक्षण के मौके पर नाली सफाई कार्य का निरीक्षण करते हुए मौजूद अधिकारी से कहा कि जितनी भी नालियां जाम की स्थिति में बनी हुई है उन सभी नालियों को चिन्हित कर निकासी के लिए बेहतर व्यवस्था बनाये, सफाई व्यवस्था को और भी बेहतर बनाये एवं सड़क किनारे झिल्ली, पन्नी फेकने वाले ठेले- खोमचे पर जुर्माने की कार्रवाही करें, निरीक्षण के दौरान शहर में प्रकाश व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि गली मोहल्ले की स्ट्रीट लाइट जहां भी बंद पड़ी हो चेककर स्ट्रीट लाइट तत्काल सुधारकर प्रकाश व्यवस्था बनाये। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग मौजूद रहें।
दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम सीमाक्षेत्र अंतर्गत कमिश्नर सुमित अग्रवाल के निर्देश एवं शिविर के नोडल अधिकारी एवं स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा के मार्गदर्शन में वार्ड नंबर 13 मोहन नगर में मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना,दाई-दीदी क्लिनिक के माध्यम से विशेष कैम्प के तौर पर घनश्याम सिंह आर्य कन्या महाविधालय में एक दिवसीय विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया जिसमे नगर निगम दुर्ग द्वारा संचालित दाई-दीदी क्लीनिक को विशेष रूप से महाविद्यालय की शिक्षिका एवं छात्राओं के लिए लगाया गया। जहां महिला चिकित्सक एवं महिला स्टाफ द्वारा महाविद्यालय के छात्राओं का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया,शिविर पर महिला चिकित्सक होने से महाविद्यालय की छात्राओं ने निःसंकोच अपनी समस्या बताई. जिस पर उपस्थित डॉ. श्वेता कृपलानी द्वारा परामर्श एवं उपचार किया गया।शिविर में मौजूद रहें ए.पी.एम मनीष यादव डॉक्टर - डॉ. श्वेता कृपलानी,लैब टेक्निशियन राजेश्वरी सिन्हा नर्स- चंद्रकला फार्मासिस्ट विधि साहू
शिविर पर उपस्थित रहे।
इस शिविर के माध्यम से महाविद्याल के कुल 104 छात्राओं एवं शिक्षिकाओं ने स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जिसमे कुल 68 छात्राओं एवं शिक्षिकाओं ने लैब टेस्ट के माध्यम से अपना ब्लड जांच करवाया जिसमे
10 ब्लड ग्रुप एवं 30 हीमोग्लोबिन जांच छात्राओं का किया गया तथा 06 शिक्षकाओं ने थाइरॉइड प्रोफाइल एवं 12 विटामिन, D3 जांच करवाया। कुल 99 छात्राओं को निःशुल्क दवाइयां उपलब्ध करवाई गयी और इस स्वास्थ्य शिविर का लाभ प्राप्त किया ।इस स्वास्थ्य शिविर के आयोजन हेतु महाविद्यालय के उप प्रधानाचार्य श्रीमती नीतू सिंह जी का महत्वपूर्ण योगदान रहा, तथा इसी प्रकार प्रतिमाह स्वास्थ्य शिविर का आयोजन घनश्याम सिंह आर्य कन्या महाविद्यालय में किए जाने हेतु सुनिश्चित किया गया।शिविर के अवसर पर घनश्याम सिंह आर्य कन्या महा विद्यालय में लगा एक दिवसीय विशेष स्वास्थ्य शिविर,99 छात्राओ को निशुल्क दवाइया उपलब्ध करवाई गई।कॉलेज के कर्मचारी व छात्राओं ने स्वास्थ्य परीक्षण कराया। शिविर के दौरान डॉ. श्वेता कृपलानी ने कहा कि हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए एवं नियमित रूप से परीक्षण कराते रहना चाहिए।साथ ही शिविर के माध्यम से विद्यालय के 104 छात्राओं व शिक्षकाओं ने स्वास्थ्य परीक्षण करवाया।
विधायक कोर्सेवाड़ा ने की डोम शेड निर्माण की घोषणा, शाहिद-आरिफ की कव्वाली ने बांधा समां
भिलाई/शौर्यपथ / जामुल के समीपस्थ ग्राम खेदामारा (नवातरिया) की पाक ज़मीं पर आराम फरमाने वाले वली हजरत गुलाब शाह रहमतुल्लाह अलैह का 59 वाँ उर्स मुबारक धूमधाम से मनाया गया। मोहम्मदिया यंग कमेटी नवातरिया (खेदामारा) के जानिब से इस आयोजन में हजारों की तादाद में मौजूद जायरीनों ने अकीदत के फूल पेश किए। उर्स में सुबह फजर की नमाज के बाद कुल की फातिहा हुई। इसके बाद कुरआन ख्वानी हुई। शाम को नमाजे असर के बाद शाही संदल निकाला गया और संदल
व चादर आस्ताने आलिया में आस्ताने के खादिम सैयद इमान अली की सरपरस्ती में पेश की गई।
इस उर्स मुबारक में मुख्य अतिथि अहिवारा विधानसभा के विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा थे। उन्होंने उर्स के मौके पर मौजूद सर्वधर्म के लोगों को मुबारकबाद दी। उर्स कमेटी की मांग पर उन्होंने मंच के सामने डोम शेड निर्माण की घोषणा की। अध्यक्षता कर रहे वक्फ बोर्ड छत्तीसगढ़ शासन के सदस्य फिरोज खान ने कहा कि वलियों के आस्ताने पर मेलमिलाप और एकजुटता का मंजर पूरी इंसानियत को मजबूत करता है। इस दौरान विशेष अतिथि ग्राम सरपंच मोहिनी पटेल और जनपद सदस्य के प्रतिनिधि अनिल बंजारे सहित पंचों ने भी संबोधित किया। उर्स पाक के व्यवस्थापक शेख अनवर ने सभी मेहमानों का गुलपोशी से इस्तकबाल किया। इस दौरान मुल्क में अमन व सलामती की दुआएं की गईं। वहीं आसपास रहने वाले और दूरदराज से आए अकीदतमंदों ने मजार शरीफ में अकीदत के फूल पेश किए। इस उर्स मुबारक में सभी जायरीनों के लिए लंगर का भी एहतमाम किया गया था और रात में शाहिद-आरिफ का कव्वाली का प्रोग्राम रखा गया। इस उर्स मुबारक में खास तौर पर शेख चाँद,नवाब मियाँ,हमीद अली,सूफी साहब,सोनू बर्मन,शहीद अहमद,खादिम ईमान अली,निजाम अली,खलील अली और सुल्तान मियाँ ने भी शिरकत फरमाई। पूरे आयोजन को सफल बनाने में मस्जिद कमेटी के सलमान अली, सैयद
नौशाद,शेख रसीद और अशफाक अली,शेख ईदू, ईद मोहम्मद, कादिर, शान मोहम्मद (अहिवारा), हमीद खान (सोनू), राजा इस्माईल (कोडिय़ा), जुम्मन खान, डॉ. अहमद कोया, नजीर (कैलाश नगर), अंसारी, युसूफ (नेहरू नगर), सैयद फारुख अली (खेरधा), मोहिनी पटेल (सरपंच), योगिता बंजारे (जनपद) और मनोज कोतवाल सहित
ग्रामवासी खेदामारा का विशेष योगदान रहा। पूरे कार्यक्रम का सफल संचालन कवि इस्माइल आजाद जामुल ने एवं आभार प्रदर्शन खुमान सिन्हा ने किया।
65 वर्षीय बुजुर्ग श्रीमती रेखा ने मुख्यमंत्री को भेंट की श्रीमद्भगवद्गीता
4 वर्षीय समायरा के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने दिया ऑटोग्राफ, छोटी बच्ची को दिया ढेर सारा आशीर्वाद
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की रायपुर से बिलासपुर ट्रेन यात्रा के दौरान उनकी सहजता एवं सरलता ने यात्रियों का दिल जीत लिया। उन्होंने यात्रियों से आत्मीय चर्चा के दौरान कहा कि मेरी यात्रा का उद्देश्य यही है कि मैं आमजन के मन में क्या है, उनकी सरकार से इच्छा और अपेक्षाएं क्या है,यह जान सकूं। हमारी सरकार के काम को लेकर लोग क्या सोचते हैं, इसको जानने का यह यात्रा मुझे अच्छा अवसर देगी, इसीलिए मैंने बिलासपुर जाने के लिए ट्रेन का सफर चुना। बातचीत के दौरान उन्होंने यात्रियों से कुशलक्षेम पूछते हुए सरकार की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से जुड़ी चर्चाएं भी की।
मुख्यमंत्री ने 65 वर्षीय श्रीमती रेखा पाली से बातचीत के दौरान उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और सरकार द्वारा आयुष्मान कार्ड के माध्यम से निःशुल्क इलाज की सुविधा का जिक्र भी किया। इस खास मौके पर श्रीमती रेखा ने मुख्यमंत्री को श्रीमद्भगवद्गीता की प्रति भेंट की। मुख्यमंत्री ने भिलाई से जबलपुर की यात्रा कर रहीं यात्री 45 वर्षीय शिखा से भी बात की। उन्होंने महतारी वंदन योजना से जुड़ी जानकारी उनके साथ साझा की।
मुख्यमंत्री की इस यात्रा का सबसे रोचक संवाद 4 वर्षीय समायरा के साथ हुआ। मुख्यमंत्री ने समायरा को चॉकलेट दिया और उससे ढेर सारी बातें की। उन्होंने समायरा के आग्रह पर ऑटोग्राफ दिया। मुख्यमंत्री ने समायरा को ढेर सारा आशीर्वाद दिया और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री के साथ इस यात्रा में शामिल यात्रियों ने कहा कि हमारी यह यात्रा यादगार बन गई है।