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मेयर ने कहाँ पौधरोपण सिर्फ फोटो खींचने के लिए न हो,बल्कि वृक्षारोपण के बाद पेड़ की
सेवा देकर उसे बड़ा भी करें:
मेयर ने कहा कि हम सबका दायित्व है कि हम अपने आसपास में लगे वृक्षों की रक्षा करें एवं आने वाली पीढी को स्वच्छ वातावरण में सांस लेने एक पौधे जरूर लगाए:
दुर्ग//शौर्यपथ / नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण एवं शहर को प्रदूषण मुक्त व हराभरा करने नगर निगम के अलावा अन्य संस्थाओं द्वारा भी शहर में वृक्षारोपण किया जा रहा है। इसी कड़ी में रविवार को पुलिस लाइन वार्ड क्रमांक 48 के मैदान में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में मेयर श्रीमती अलका बाघमार ने पौध रोपण किया।इस दौरान मेयर ने मौजूद लोगो से कहाँ कि पौधरोपण सिर्फ फोटो खींचने के लिए न हो,
बल्कि वृक्षारोपण के बाद पेड़ की
सेवा देकर उसे बड़ा भी करें:
मेयर अलका बाघमार के साथ पार्षद लोकेश्वरी ठाकुर के अलावा बड़ी संख्या मे वार्डवासियो ने वार्ड 48 के मैदान मे नीम, बादाम, गुलमोहर, अमलताश, मौलश्री प्रजाति के पौधे लगाए।
महापौर ने कहा कि आज शहर को विकसित करने जिस गति से वृक्षों की कटाई हो रही है, उस गति से पेड़ लगाए नहीं जा रहे है, जिसके कारण पर्यावरण प्रदूषित और आक्सीन की कमी हो रही है।
महापौर ने कहा कि पेड़ न लगाने के कारण पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है और आक्सीन की कमी हो रही है। जिसका परिणाम हमने कोरोना के दूसरी लहर में पूरे देश में आक्सीजन की कमी को देखा है। जिससे अधिकांश लोगों की जाने गई है। पूरा देश इस सदमे से उबर नहीं पाया है। इस बात को ध्यान में रखते हम सबको प्रण लेकर अपने घर एवं उसके आसपास पौधे लगाना है, ताकि भविष्य में आक्सीजन की कमी जैसी स्थिति दोबारा निर्मित न हो। उन्होंने कहा कि हम सबका दायित्व है कि हम अपने आसपास में लगे वृक्षों की रक्षा करें एवं आने वाली पीढी को स्वच्छ वातावरण में सांस लेने एक पौधे जरूर लगाए।
शौर्यपथ न्यूज़ / दुर्ग / दुर्ग शहर में गुरुवार रात घटित एक सनसनीखेज घटना ने पूरे प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों को झकझोर कर रख दिया है। छावनी के एसडीएम हितेश पिस्दा से शराब के नशे में धुत तीन युवकों द्वारा की गई बदसलूकी, धक्कामुक्की और गाली-गलौज की घटना अब एक नए मोड़ पर पहुंच गई है।
सबसे चौंकाने वाला खुलासा: SDM का भी हुआ अल्कोहल टेस्ट
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने निष्पक्षता बनाए रखने के उद्देश्य से एसडीएम हितेश पिस्दा का भी अल्कोहल टेस्ट करवाया। हालांकि, उनकी टेस्ट रिपोर्ट के संबंध में अब तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
इस पूरी घटना में पुलिस की तत्परता दिखी—तीनों आरोपियों राकेश यादव, विपिन चावड़ा और मनोज यादव, जो विद्युत नगर और कसारीडीह क्षेत्र के निवासी हैं और खुद को भाजपा का कार्यकर्ता बताते हैं—को तुरंत हिरासत में लेकर मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें थाने लाकर आगे की कार्यवाही की गई।
तस्वीरें क्यों नहीं जारी हुईं? क्या कोई दबाव था?
इस मामले में एक और गंभीर सवाल उभरकर सामने आया है—आरोपियों की तस्वीरें सार्वजनिक क्यों नहीं की गईं? सूत्रों का कहना है कि पुलिस द्वारा नियमानुसार आरोपियों को जेल भेजने से पहले उनकी तस्वीरें जरूर खींची गई थीं, लेकिन इन्हें मीडिया या जनता के बीच जारी नहीं किया गया।
हालांकि पुलिस की ओर से इस पर कोई अधिकारिक बयान नहीं आया, लेकिन जानकारों का मानना है कि पुलिस प्रशासन की भी कुछ व्यावहारिक और प्रशासनिक मजबूरियां होती हैं, जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। राजनीतिक दबाव इन मजबूरियों का एक बड़ा कारण हो सकता है।
क्या सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता सिस्टम से ऊपर?
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या राजनीतिक पहचान, विशेषकर सत्ताधारी दल से जुड़ाव, व्यक्ति को कानून से ऊपर कर देती है?जब छोटे झगड़ों में भी आरोपियों की फोटो व नाम सार्वजनिक किए जाते हैं, तो इस संवेदनशील और गंभीर मामले में तस्वीरों को रोकना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है।
कुछ दिन पहले शहर के प्रभावशाली परिवारों के युवकों की जुआ खेलते हुए तस्वीरें सार्वजनिक की गई थीं, तो फिर अब संवैधानिक पद पर बैठे अधिकारी से मारपीट करने वालों की पहचान छिपाना किस नीति के तहत आता है?
निष्कर्ष:यह मामला केवल एक सड़क दुर्घटना या व्यक्तिगत बहसबाजी भर नहीं है। यह प्रशासनिक गरिमा, राजनीतिक हस्तक्षेप और कानून के समक्ष समानता के सिद्धांत की अग्निपरीक्षा बन चुका है। पुलिस प्रशासन की स्थिति कठिन है—जहां उन्हें कानून का पालन करना है, वहीं राजनीतिक परिस्थितियां भी उन्हें विवश कर सकती हैं। अब सवाल यह है कि क्या इस मामले में वास्तविक दोषियों को सजा मिलेगी या फिर यह प्रकरण भी दबावों और “समझौतों” के बीच धीरे-धीरे ठंडे बस्ते में चला जाएगा?
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ के दुर्गम और नक्सल प्रभावित इलाकों में अब डिजिटल क्रांति की नई लहर दौड़ने वाली है। केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं दूरसंचार राज्यमंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्र शेखर ने आज रायपुर में जानकारी दी कि केंद्र सरकार 400 नए बीएसएनएल टावर लगाने जा रही है, जिससे इन क्षेत्रों में भी तेज, सुरक्षित और सुलभ 4G इंटरनेट सेवा उपलब्ध हो सकेगी।
राजधानी रायपुर में आयोजित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में डॉ. शेखर ने कहा कि ये टावर चरणबद्ध तरीके से स्थापित किए जाएंगे और इसके लिए सुरक्षा बलों और वन विभाग से आवश्यक अनुमतियाँ ली जा रही हैं।
डिजिटल इंडिया के मिशन को मिलेगा बल
डॉ. शेखर ने बताया, “बीएसएनएल देश के कोने-कोने में उच्च गुणवत्ता की 4G सेवाएं प्रदान कर रहा है। ये 400 टावर ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन को नक्सल क्षेत्र जैसे दूरस्थ इलाकों तक ले जाने की दिशा में बड़ा कदम हैं।”
ग्रामीण विकास योजनाओं की समीक्षा में दिखा संतोष
बैठक में ग्रामीण विकास, डाक, और दूरसंचार विभाग सहित BSNL के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। डॉ. शेखर ने प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY), प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) जैसे कार्यक्रमों के प्रभावशाली क्रियान्वयन पर संतोष जताया और कहा कि यह योजनाएं गांवों में बदलाव की मजबूत बुनियाद रख रही हैं।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में ‘पिंक ऑटो’ जैसी पहल
राज्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों (SHGs) की भूमिका को सराहते हुए बताया कि राज्य में ‘पिंक ऑटो’ योजना के तहत महिलाओं को ऑटो उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
“SHGs को वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण और विपणन अवसर देकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई सार्थक प्रयास हो रहे हैं। ये पहल देश के अन्य राज्यों के लिए **मॉडल बन सकती है।”
नक्सल क्षेत्रों में 'मिशन मोड' पर विकास
डॉ. शेखर ने स्पष्ट किया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सरकार मिशन मोड में काम कर रही है:
विद्यालयों का डिजिटलीकरण, जिससे छात्र JEE, NEET जैसी परीक्षाओं की तैयारी कर पा रहे हैं
दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष सुविधाएं, ताकि कोई भी पीछे न रह जाए
सेवाओं की घर-घर पहुंच से वंचित क्षेत्रों में विकास की रफ्तार तेज
"अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे विकास" — यही है संकल्प
अपने संबोधन के अंत में डॉ. शेखर ने कहा: “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की योजनाएं अब अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक पहुँच रही हैं। आदिवासी, वंचित और दुर्गम क्षेत्रों में अब तेज़ बदलाव और समावेशी विकास देखने को मिल रहा है।”उन्होंने यह भी जोड़ा कि डिजिटल, भौतिक और सामाजिक ढांचे को एकीकृत करते हुए “सबका साथ, सबका विकास” के विजन को ज़मीन पर उतारने का कार्य किया जा रहा है।
अब जंगलों में भी गूंजेगा नेटवर्क — छत्तीसगढ़ को मिलेगी डिजिटल उड़ान।
राजनांदगांव /शौर्यपथ /कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के निर्देशानुसार जिले के किसानों को लगातार रासायनिक खाद जैसे यूरिया, डीएपी, एनपीके, पोटाश की उपलब्धता सुनिश्चित कराने तथा उर्वरक की कालाबाजारी रोकने एवं संबंधितों पर कार्रवाई के लिए कृषि विभाग द्वारा जिला तथा ब्लॉक स्तरीय दल का गठन किया गया है। उपसंचालक कृषि श्री टीकम सिंह ठाकुर ने बताया कि जिले में दो किराना व्यापारियों द्वारा बिना अनुज्ञप्ति के यूरिया का ज्यादा दामों पर किसानों को विक्रय कर कालाबाजारी करने का प्रकरण सामने आया है। पहला प्रकरण छुरिया विकासखंड के ग्राम कल्लूबंजारी का है, जहां पटेल किराना दुकान के संचालक द्वारा बिना अनुज्ञप्ति यूरिया की बिक्री अधिक दरों पर किसानों को किया जा रहा था। सूचना मिलने पर कृषि, राजस्व एवं पुलिस विभाग के संयुक्त दल द्वारा पटेल किराना दुकान में दबिश दी गई और आवश्यक कार्रवाई की गई। एक अन्य प्रकरण में राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम बरगाही में साहू किराना स्टोर संचालक द्वारा यूरिया की कालाबाजारी करने की सूचना मिलने पर कृषि, राजस्व एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा साहू किराना स्टोर में दबिश दी गई और आवश्यक कार्रवाई की गई। मौके से 61 बोरी यूरिया, 3 बोरी एमओपी, 3 बोरी सागरिका बरामद किया गया। दोनों प्रकरणों में आवश्यक वस्तु अधिनियम के नियमों का उल्लंघन करने पर एफ आईआर दर्ज करने की कार्रवाई की गई है।
उपसंचालक कृषि श्री टीकम सिंह ठाकुर ने बताया है कि जिले में किसानों को लगातार सहकारी समितियों के माध्यम से खाद उपलब्ध कराया जा रहा है। किसानों से अनावश्यक ऊंचे दरों पर खाद बेचने वालों से खाद नहीं खरीदने तथा ज्यादा दरों पर खाद की कालाबाजारी करने वाले की सूचना अपने विकासखंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी अथवा कार्यालय उर्वरक निरीक्षक में शिकायत दर्ज करने की अपील की गई है। शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई में कृषि विभाग से सहायक संचालक कृषि श्रीमती संध्या कोचरे, उर्वरक निरीक्षक श्रीमती रमशिला गौरकर, क्षेत्रीय मैदानी अधिकारी श्रीमती नीलिमा रामटेके, शाखा प्रभारी श्री मिथलेश साहू एवं राजस्व विभाग से क्षेत्रीय पटवारी श्री विकास वासनिक तथा अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्री संतलाल देशलहरे, फर्टिलाईजर इंस्पेक्टर श्री जीपी सहाड़े शामिल थे।
महिला नेतृत्व वाले विकास, डिजिटल सशक्तिकरण और केंद्र सरकार की योजनाओं के पूर्ण क्रियान्वयन पर दिया जोर
पीएम श्री स्कूल में बच्चों से की चर्चा, अटल सुविधा केंद्र पहुंच कर सुविधाओं की ली जानकारी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर का किया निरीक्षण, किया पौधरोपण
पीएम ग्रामीण सड़क का किया निरीक्षण, मिले पीएम आवास के हितग्राही से
लखपति दीदियों से मिलकर बढ़ाया मनोबल
केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर ने मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के मानपुर विकासखंड का किया दौरा
मोहला/शौर्यपथ / केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्र शेखर ने आज आदिवासी बाहुल्य मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के मानपुर विकासखंड का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि “दूरस्थ जनजातीय क्षेत्रों का डिजिटल रूप से सशक्त, आत्मनिर्भर समुदायों में रूपांतरण भारत की जमीनी प्रगति का सजीव प्रमाण है।”
केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. चंद्र शेखर निरीक्षण के दौरान सर्वप्रथम स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट हिंदी एवं अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, मानपुर पहुंचे। यहां उन्होंने स्मार्ट कक्षा एवं डिजिटल शिक्षण उपकरणों का अवलोकन करते हुए मंत्री ने कहा कि डीएमएफ और पीएम-श्री जैसी योजनाओं के माध्यम से यह विद्यालय आदिवासी क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का आदर्श बन रहा है। मौके पर उन्होंने बच्चों से प्रश्नोत्तर भी किया जिसका सही जवाब पर उन्होंने बच्चों का उत्साहवर्धन भी किया। उन्होंने अटल डिजिटल सेवा केंद्र का दौरा कर नागरिकों को डिजिटल सेवाओं का लाभ उठाते देखा और इसे डिजिटल साक्षरता, वित्तीय समावेशन और लोकतांत्रिक विश्वास को सशक्त करने वाला माध्यम बताया।
मौके पर उन्होंने हितग्राहियों से चर्चा की और कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के मंशानुरूप ग्रामीण भी डिजिटल साक्षरता की ओर अग्रसर हो रहे हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. चंद्र शेखर मानपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। डॉक्टर होने के नाते डॉ. चंद्र शेखर ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओ के विस्तार की सराहना की। मौके पर उन्होंने एक पेड़ मां के नाम पौध रोपण भी किया।
केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. चंद्र शेखर ने कहा कि सरकार के आकांक्षी जिलों कार्यक्रम के अंतर्गत हुई इस दौरा का उद्देश्य विकासात्मक सूचकांकों की समीक्षा करना, नागरिकों से संवाद करना और शासन की अंतिम छोर तक पहुंच सुनिश्चित करना था। उन्होंने डिजिटल साक्षरता, महिला नेतृत्व वाले विकास और केंद्र की योजनाओं की प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में ठोस प्रगति की सराहना की।
इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति, डीएफओ श्री दिनेश पटेल, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती भारती चंद्राकर, अपर कलेक्टर श्री विजेंद्र सिंह पाटले, एसडीएम मोहला हेमेंद्र भुआर्य, एसडीएम मानपुर श्री अमित नाथ योगी सहित सभी विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
- जन कल्याणकारी योजनाओं की जमीनी समीक्षा
मानपुर के तुमड़ीकसा में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़क का निरीक्षण करते हुए उन्होंने कहा कि ग्रामीण संपर्क से सुरक्षा और आजीविका दोनों में सुधार हो रहा है। इस दौरान उन्होंने ग्राम अड़जाल में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थी ईश्वरलाल/बिदेराम के घर जाकर मिलें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना सभी के लिए आवास आज साकार हो रही हैं।
- ग्रामीण विकास की रीढ़ बनी महिलाएं, लखपति दीदियों का बढ़ाया मनोबल
डॉ. चंद्रशेखर ने दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के तहत स्व– सहायता समूहों की महिलाओं से संवाद किया और उनके आत्मविश्वास, नवाचार और वित्तीय अनुशासन की प्रशंसा की। इस दौरान स्व सहायता समूह की सदस्य श्रीमती नागेश्वरी सिन्हा द्वारा उन्हें राखी बांधना एक भावनात्मक और विश्वास से भरा क्षण बना दिया। उन्होंने पशु सखी और ‘लखपति दीदी’ श्रीमती महंतीन कावलिया के घर पहुंचकर उनके कार्यों को महिला-नेतृत्व वाले ग्रामीण आर्थिक परिवर्तन का प्रेरक उदाहरण बताया एवं उनका मनोबल बढ़ाया।
- जिला स्तरीय अधिकारियों की ली बैठक, कहा योजनाओं का मॉनिटरिंग कर समयबद्ध करें पूर्ण
जिला अधिकारियों की समीक्षा बैठक में डॉ. चंद्र शेखर ने सामाजिक-आर्थिक व पर्यावरणीय चुनौतियों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने अमृत सरोवर, पीएमएवाई-जी, मनरेगा, पीएमजीएसवाई जैसी विभिन्न योजनाओं के शत –प्रतिशत संतृप्ति की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने योजनाओं की नियमित निगरानी और समयबद्ध क्रियान्वयन कर पूर्ण करने के निर्देश दिया।
पाटन/शौर्यपथ — सावन मास के तीसरे सोमवार को भगवान शिव की भक्ति में लीन हजारों शिवभक्तों का कारवां बोल बम के जयघोष के साथ 28 जुलाई को पाटन से टोलाघाट की ओर भव्य कांवड़ यात्रा में शामिल होने जा रहा है। यह आध्यात्मिक यात्रा बोल बम कांवड़ यात्रा समिति के संयोजक शिवभक्त जितेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में निकाली जाएगी, जो इस बार पहले से अधिक भव्य, अनुशासित और सामाजिक समरसता से परिपूर्ण होगी।
यात्रा की शुरुआत:यात्रा की शुरुआत सुबह 8 बजे पाटन के ओग्गर तालाब में भगवान शंकर की पूजा-अर्चना और पवित्र जल संग्रह के साथ होगी। तत्पश्चात शिवभक्त कांवड़ लेकर पैदल टोलाघाट के लिए प्रस्थान करेंगे।
यात्रा की विशेषताएं:
धार्मिक आस्था के साथ सांस्कृतिक और सामाजिक समरसता का संगम
मार्ग में आध्यात्मिक झांकियां, भजन-कीर्तन, सेवा शिविर
भगवान शिव को जल अर्पण के साथ "जल संरक्षण" और "सर्वे भवन्तु सुखिनः" का संदेश
प. कृष्ण कुमार तिवारी जी के सानिध्य में रुद्राभिषेक व जलाभिषेक
"एक मुठ्ठी दान, भगवान शंकर के नाम": इस वर्ष समिति द्वारा एक अनूठी पहल — “एक मुठ्ठी दान भगवान शंकर के नाम” के तहत श्रद्धालुओं से चावल संग्रह कर महाप्रसाद तैयार किया जाएगा। यह प्रसाद हजारों शिवभक्तों को टोलाघाट में वितरित किया जाएगा, जिससे वे पुण्यलाभ अर्जित करेंगे।
विशेष प्रस्तुति:टोलाघाट को शिवमय करने हेतु छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध लोकगायिका पायल साहु अपनी भक्ति संगीतमय प्रस्तुति के माध्यम से भगवान शिव की महिमा का गायन करेंगी।
समिति की अपील:संयोजक जितेन्द्र वर्मा ने समस्त शिवभक्तों, युवा साथियों, सामाजिक संगठनों, माताओं-बहनों और ग्रामवासियों से आग्रह किया है कि इस पुण्य यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में भाग लें और शिव आराधना के इस दिव्य संगम को आत्मसात करें।
"बोल बम के जयकारों के साथ जब हजारों कांवड़िए पग-पग बढ़ाएंगे, तब टोलाघाट शिवमय हो उठेगा। यह यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान होगी, बल्कि सेवा, समर्पण और संस्कृति का जीता-जागता उदाहरण भी बनेगी।"
भारत स्काउट्स एवं गाइड्स मे छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाया-कुमुद सिन्हा को मिला राष्ट्रपति पुरस्कार:
महापौर अलका बाघमार ने निवास जाकर किया सम्मान, दी बधाई:
दुर्ग/शौर्यपथ / दुर्ग नगर की प्रतिभावान बेटी कुसुम सिन्हा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि लगन, मेहनत और मार्गदर्शन के साथ कोई भी सपना साकार किया जा सकता है। देश के सर्वोच्च स्काउट-गाइड सम्मान ‘राष्ट्रपति गाइड प्रमाणपत्र’ को प्राप्त कर कुसुम ने न केवल अपने परिवार, विद्यालय और नगर का नाम रोशन किया, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य का भी गौरव बढ़ाया।
राष्ट्रपति भवन में हुआ सम्मान समारोह
दिनांक 22 जुलाई 2025, स्थान राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली — गोदावरी हॉल में आयोजित एक गरिमामय समारोह में माननीय महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा देशभर से चयनित सीमित स्काउट-गाइड प्रतिभाओं को राष्ट्रपति प्रमाणपत्र प्रदान किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ से चुनी गई केवल तीन प्रतिभाओं में से एक रहीं दुर्ग की कुसुम सिन्हा।
कुसुम की सफलता का सफर
गयानगर, वार्ड क्रमांक 10 निवासी कुसुम सिन्हा ने वर्ष 2018 में स्काउट गाइड के राष्ट्रपति अवॉर्ड के लिए आवेदन किया था। इसके बाद उन्होंने चरणबद्ध तरीके से सभी आवश्यक ट्रेनिंग, सामाजिक सेवा गतिविधियाँ, शिविर, प्रैक्टिकल परीक्षाएं, और मूल्यांकन सफलतापूर्वक पूरे किए। उनके उत्कृष्ट कार्य, अनुशासन और सेवा भावना के चलते उन्हें यह गौरव प्राप्त हुआ।यह सम्मान उन प्रतिभागियों को प्रदान किया गया, जिन्होंने 2018, 2019, 2020 और 2021 के चार बैचों की संयुक्त राष्ट्रीय परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त की। इस परीक्षा में कुल 480 प्रतिभागियों ने उत्तीर्णता प्राप्त की, जिनमें से हर वर्ष की प्रत्येक श्रेणी (स्काउट, गाइड, रोवर और रेंजर) से एक-एक चयनित श्रेष्ठ प्रतिभागी, कुल 16 श्रेष्ठ प्रतिभागियों को राष्ट्र स्तर पर राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कुसुम के पिता श्री रामखिलावन सिन्हा और माता श्रीमती देवकी सिन्हा ने हमेशा उन्हें प्रोत्साहित किया। उनके साथ-साथ शासकीय आदर्श कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, दुर्ग की प्राचार्य डॉ. कृष्णा अग्रवाल और यूनिट लीडर श्रीमती देविका रानी वर्मा (सेवानिवृत्त शिक्षिका) ने उनके प्रशिक्षण और मार्गदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
महापौर स्वयं पहुंचीं बधाई देने
इस अभूतपूर्व सफलता पर दुर्ग नगर निगम की महापौर श्रीमती अलका बाघमार ने कुसुम सिन्हा के निवास पर पहुँचकर उन्हें शाल, श्रीफल और पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। उनके साथ एमआईसी सदस्य देवनारायण चंद्राकर और पार्षद/एमआईसी सदस्य लीना दिनेश देवांगन भी मौजूद रहीं।
महापौर ने इस अवसर पर कहा:
> "कुसुम की यह उपलब्धि केवल उनके व्यक्तिगत परिश्रम की कहानी नहीं है, यह दुर्ग शहर की सामूहिक प्रेरणा और हमारी बेटियों की क्षमताओं का प्रमाण है। एक सामान्य परिवार से निकलकर, इतने कठिन प्रशिक्षण और चयन प्रक्रिया को पार करते हुए राष्ट्रपति से सम्मान प्राप्त करना अत्यंत गौरव की बात है। कुसुम ने यह साबित किया है कि यदि नीयत और मेहनत सच्ची हो तो सफलता निश्चित है। नगर निगम परिवार की ओर से मैं उन्हें ढेरों शुभकामनाएँ देती हूँ।"
नगर के लिए प्रेरणा बनीं कुसुम
कुसुम सिन्हा की यह उपलब्धि न केवल उनके समर्पण की मिसाल है, बल्कि शहर की अन्य बालिकाओं और युवाओं को प्रेरित करने वाला उदाहरण भी है। स्काउट गाइड जैसी रचनात्मक और सेवा-प्रधान गतिविधियों में भाग लेकर बच्चों को अनुशासन, नेतृत्व और सेवा का पाठ मिलता है.और कुसुम ने इस यात्रा को सफलता के चरम तक पहुँचाया।
दुर्ग / शौर्यपथ / ऑपरेशन विश्वास अभियान के तहत थाना पद्मनाथपुर पुलिस ने एक बार फिर नशे के कारोबार पर कड़ा प्रहार किया है। गुप्त सूचना के आधार पर पोटिया चौक दुर्ग स्थित शिव मंदिर गार्डन के पास दबिश देकर एक आरोपी को गांजा बेचते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान शेष नारायण वर्मा उर्फ जुगनू (उम्र 52 वर्ष, निवासी वार्ड 54, पोटियाकला, आबादीपारा, दुर्ग) के रूप में हुई है।
? जब्त सामग्री का विवरण:
गांजा (1.100 किग्रा) — मूल्य ₹5,500
बिक्री की नगदी — ₹500
मोबाइल फोन (Vivo) — मूल्य ₹15,000
कुल जब्ती राशि — ₹21,000
पुलिस ने मादक पदार्थ को चिन्हांकित कर शीलबंद किया है। आरोपी के खिलाफ धारा 20(ख), 27(क) एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह अपराध अजमानतीय श्रेणी में आता है, इसलिए आरोपी को न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
दुर्ग पुलिस ने कहा है कि ऑपरेशन विश्वास के अंतर्गत नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत इस तरह की कार्रवाई आगे भी निरंतर जारी रहेगी।
"नशे के सौदागरों पर कसेगा शिकंजा, विश्वास दिलाएगी पुलिस!"
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में भारत सरकार के केंद्रीय संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. चन्द्रशेखर पेम्मासानी ने सौजन्य भेंट की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच ग्रामीण विकास, केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं के समन्वित क्रियान्वयन, आदिवासी अंचलों में संचार सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण और माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्यों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकासोन्मुखी दृष्टिकोण को धरातल पर साकार करने हेतु राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हमारी सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में 18 लाख पक्के मकानों की स्वीकृति दी जा चुकी है, जिससे प्रदेश के गरीब परिवारों के आवास का सपना पूरा हो रहा है। उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए 1,460 ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र आरंभ किए गए हैं, जिससे ग्रामीण जनसंख्या को सहज और सुलभ बैंकिंग सुविधा मिल रही है।
मुख्यमंत्री साय ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में उठाए गए कदमों की चर्चा करते हुए बताया कि राज्य सरकार द्वारा कौशल विकास एवं नवाचार को प्रोत्साहित किया जा रहा है। ग्रामीण अंचलों में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा किए जा रहे कार्यों ने आत्मनिर्भरता की नई मिसाल कायम की है।
केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. चन्द्रशेखर पेम्मासानी ने मुख्यमंत्री श्री साय को अपने नारायणपुर तथा मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिलों के दौरे की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में केंद्र सरकार की योजनाएं प्रभावी ढंग से क्रियान्वित हो रही हैं और स्थानीय जनता को इनका सीधा लाभ मिल रहा है। डॉ. पेम्मासानी ने माओवादी क्षेत्रों में तीव्र गति से हो रहे सकारात्मक बदलाव की सराहना करते हुए इसे छत्तीसगढ़ के उज्ज्वल भविष्य का संकेत बताया। उन्होंने ‘बिहान’ योजना के अंतर्गत महिला स्व-सहायता समूहों की ओर से आयोजित प्रदर्शनी का उल्लेख करते हुए कहा कि समूह की दीदियों द्वारा तैयार किए गए बेलमेटल, मिलेट्स और घरेलू उत्पादों की गुणवत्ता अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने कहा कि इन समूहों की महिलाएँ 15 से 20 हजार रुपये मासिक आय अर्जित कर रही हैं, जो ग्रामीण महिलाओं की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।
डॉ. पेम्मासानी ने जनजातीय समुदाय के पारंपरिक स्वागत का स्मरण करते हुए कहा कि उनके साथ नृत्य करना और स्थानीय संस्कृति से आत्मिक रूप से जुड़ने का अनुभव अविस्मरणीय रहा। उन्होंने परीयना दिव्यांग आवासीय विद्यालय के दौरे का भी विशेष उल्लेख किया और वहाँ बच्चों से हुई आत्मीय बातचीत को अत्यंत भावुक क्षण बताया। उन्होंने शासन द्वारा दिव्यांग बच्चों के लिए किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद उपस्थित थे।
रायपुर/शौर्यपथ/छत्तीसगढ़ की नगर पंचायत बिल्हा ने स्वच्छता के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए स्वच्छता सर्वेक्षण 2024–25 में 20,000 से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में पूरे भारतवर्ष में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि के लिए दिनांक 17 जुलाई 2025 को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित भव्य पुरस्कार समारोह में भारत की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा बिल्हा नगर पंचायत को सम्मानित किया गया था। आज इस गौरवशाली उपलब्धि की प्रतिध्वनि ‘मन की बात’ के राष्ट्रीय मंच तक पहुँची, जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 124वें संस्करण में बिल्हा नगर पंचायत की महिलाओं द्वारा किए गए नवाचार और श्रम का उल्लेख करते हुए सराहना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिल्हा की महिलाओं को वेस्ट मैनेजमेंट की ट्रेनिंग दी गई और उन्होंने मिलकर शहर की तस्वीर बदल डाली। यह उल्लेख पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का क्षण है, जिसने स्वच्छता को न केवल शासकीय योजना के रूप में, बल्कि सामुदायिक आंदोलन के रूप में अपनाया है।
नगर पंचायत बिल्हा की आबादी लगभग 15,000 है, जहाँ 28 स्वच्छता दीदियाँ कार्यरत हैं। ये दीदियाँ नगर के 15 वार्डों में घर-घर जाकर ई-रिक्शा के माध्यम से कचरा संग्रहण का कार्य करती हैं और फिर कचरे को SLRM सेंटर में ले जाकर गीला और सूखा कचरा पृथक करती हैं। गीले कचरे से खाद बनाई जाती है और सूखे कचरे को बेचकर ये महिलाएँ आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं। इसके अतिरिक्त बिल्हा नगर में 10 विशेष स्वच्छता कमांडो भी नियुक्त किए गए हैं जो ट्रैक्टर और ऑटो टिपर के माध्यम से पूरे शहर में घूमकर कचरा सफाई और जन-जागरूकता का कार्य कर रहे हैं। बिल्हा नगर पंचायत द्वारा जन-जागरूकता अभियान, मुनादी, और घरों-दुकानों से सीधे कचरा संग्रहण जैसे कदमों से आज नगरवासी कचरे को पृथक कर ई-रिक्शा में देने के लिए प्रेरित हो चुके हैं। मुक्तिधाम, तालाब, गार्डन, सामुदायिक भवन आदि में सामूहिक सफाई अभियान भी समय-समय पर चलाए जाते हैं। इस सफलता का श्रेय सभी सफाई कर्मचारियों, स्वच्छता दीदियों, नगर पंचायत के अधिकारियों, कर्मचारियों और सकारात्मक सोच वाले जनप्रतिनिधियों को जाता है, जो निरंतर निरीक्षण और प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत में 20,000 से कम आबादी वाले 2000 से अधिक नगरीय निकाय हैं। भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय द्वारा स्वतंत्र एजेंसियों के माध्यम से सफाई व्यवस्था का परीक्षण, जिसमें डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन, रोड स्विपिंग, नाइट स्विपिंग, कचरा निपटान, शौचालयों और पार्कों की सफाई व्यवस्था सहित जनता से फीडबैक शामिल था, उसी के आधार पर यह सम्मान मिला है।
इस अवसर पर विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, नगर पंचायत बिल्हा की अध्यक्ष श्रीमती वंदना जेन्ड्रे, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री प्रवीण सिंह गहलोत, उपाध्यक्ष श्री सतीश शर्मा, पीआईसी सदस्य श्री मोहन ढोरिया, तत्कालीन उप अभियंता श्री नरेंद्र दुबे, सफाई दरोगा श्री यशवंत सिंह, स्वच्छता सुपरवाइजर श्री राकेश डागोर, स्वच्छता दीदी श्रीमती पूजा राठौर एवं पीआईयू श्री अंकित दुबे विशेष रूप से उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि बिल्हा नगर पंचायत ने स्वच्छता के क्षेत्र में जो कीर्तिमान स्थापित किया है, वह सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है। भारत सरकार के स्वच्छता सर्वेक्षण 2024–25 में देशभर के 20,000 से कम आबादी वाले शहरों में प्रथम स्थान प्राप्त कर बिल्हा ने न केवल प्रदेश का मान बढ़ाया है, बल्कि यह सिद्ध किया है कि संकल्प, सहभागिता और सेवा भाव से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 'मन की बात' कार्यक्रम में बिल्हा की महिलाओं और उनके स्वच्छता नवाचार की प्रशंसा करना इस उपलब्धि को राष्ट्रीय स्तर पर ऐतिहासिक बना देता है। यह समस्त छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का क्षण है।
उपमुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने कहा कि बिल्हा नगर पंचायत ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2024–25 में पूरे भारत में प्रथम स्थान प्राप्त कर छत्तीसगढ़ का मान पूरे देश में बढ़ाया है। यह सफलता हमारे नगरीय निकायों की प्रतिबद्धता, कार्यशैली और जनभागीदारी का जीवंत उदाहरण है। यह उपलब्धि प्रदेश के अन्य नगर निकायों को भी नई प्रेरणा देगी और हम सब मिलकर स्वच्छता में छत्तीसगढ़ को देश के अग्रणी राज्यों में बनाए रखने के लिए निरंतर कार्य करेंगे।