CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
रायपुर /शौर्यपथ/
बोरवेल में फंसे राहुल को आखिरकार 105 घण्टे रेस्क्यू के पश्चात सकुशल बाहर निकाल लिया गया। ऑपरेशन राहुल-हम होंगे कामयाब के साथ राहुल के बचाव के लिए लगभग 65 फीट नीचे गड्ढे में उतरी रेस्क्यू दल ने कड़ी मशक्कत के बाद राहुल को सुरक्षित बाहर निकाला। राहुल जैसे ही सुरंग से बाहर आया। उसने आँखे खोली और एक बार फिर दुनिया को देखा। यह क्षण सबके लिए खुशी का एक बड़ा पल था। पूरा इलाका राहुलमय हो गया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा बोरवेल में फंसे राहुल को सुरक्षित निकालने के लिए जिला प्रशासन को विशेष निर्देश दिए गए थे। आखिरकार देश के सबसे बड़े रेस्क्यू अभियान को कलेक्टर श्री जितेंद्र कुमार शुक्ला के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। सुरंग बनाने के रास्ते में बार-बार मजबूत चट्टान आ जाने से 4 दिन तक चले इस अभियान को रेस्क्यू दल ने अंजाम देकर मासूम राहुल को एक नई जिंदगी दी है। इस रेस्क्यू के सफल होने से देशभर में एक खुशी का माहौल बन गया।
राहुल को बाहर निकाले जाने के बाद मौके पर मौजूद चिकित्सा दल द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य जांच की गई। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहुल को तत्काल ही बेहतर उपचार के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अपोलो अस्पताल बिलासपुर भेज गया। बहरहाल राहुल साहू के सकुशल बाहर निकाल लिए जाने से सभी ने राहत की सांस ली है।
जांजगीर-चाम्पा जिले के अंतर्गत मालखरौदा ब्लॉक के ग्राम पिहरीद में 11 वर्षीय बालक राहुल साहू अपने घर के पास खुले हुए बोरवेल में गिरकर फंस गया था। 10 जून को दोपहर लगभग 2 बजे अचानक घटी इस घटना की खबर मिलते ही जिला प्रशासन की टीम कलेक्टर श्री जितेंद्र कुमार शुक्ला के नेतृत्व में तैनात हो गई। समय रहते ही ऑक्सीजन की व्यवस्था कर बच्चे तक पहंुचाई गई। कैमरा लगाकर बच्चे की गतिविधियों पर नज़र रखने के साथ उनके परिजनों के माध्यम से बोरवेल में फंसे राहुल पर नजर रखने के साथ उनका मनोबल बढ़ाया जा रहा था। उसे जूस, केला और अन्य खाद्य सामग्रियां भी दी जा रही थी। विशेष कैमरे से पल-पल की निगरानी रखने के साथ ऑक्सीजन की सप्लाई भी की जा रही थी। आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था और एम्बुलेंस भी तैनात किए गए थे। राज्य आपदा प्रबंधन टीम के अलावा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन (एनडीआरएफ) की टीम ओडिशा के कटक और भिलाई से आकर रेस्क्यू में जुटी थी। भारतीय सेना के कर्नल चिन्मय पारीक अपने टीम के साथ इस मिशन में जुटे थे। रेस्क्यू से बच्चे को सकुशल निकालने के लिए हर सम्भव कोशिश की गई।
देश के सबसे बड़े रेस्क्यू के पहले दिन 10 जून की रात में ही राहुल को मैनुअल क्रेन के माध्यम से रस्सी से बाहर लाने की कोशिश की गई। राहुल द्वारा रस्सी को पकड़ने जैसी कोई प्रतिक्रिया नहीं दिए जाने के बाद परिजनों की सहमति और एनडीआरएफ के निर्णय के पश्चात तय किया गया कि बोरवेल के किनारे तक खुदाई कर रेस्क्यू किया जाए। रात लगभग 12 बजे से पुनः अलग-अलग मशीनों से खुदाई प्रारंभ की गई। लगभग 60 फीट की खुदाई किए जाने के पश्चात पहले रास्ता तैयार किया गया। एनडीआरएफ और सेना के साथ जिला प्रशासन की टीम ने ड्रीलिंग करके बोरवेल तक पहुंचने सुरंग बनाया। सुरंग बनाने के दौरान कई बार मजबूत चट्टान आने से इस अभियान में बाधा आई। बिलासपुर से अधिक क्षमता वाली ड्रिलिंग मशीन मंगाए जाने के बाद बहुत ही एहतियात बरतते हुए काफी मशक्कत के साथ राहुल तक पहुचा गया। आज सेना,एनडीआरएफ के जवानों द्वारा रेस्क्यू कर राहुल को बाहर निकाला गया। मौके पर ही चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण की गई और बेहतर उपचार के लिए उसे ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अपोलो अस्पताल ले जाया गया। बहरहाल 104 से अधिक घण्टे तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन में राहुल साहू के जीवित बाहर निकाल लिए जाने से सभी ने राहत की सांस ली। पिता श्री लाला साहू, माता गीता साहू सहित परिजनों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल सहित कलेक्टर, जिला प्रशासन के अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और एनडीआरएफ, सेना, एसडीआरएफ सहित सभी का विशेष धन्यवाद दिया।
कलेक्टर सहित सभी अफसर दिन रात रहे मुस्तैद
राहुल के सलामती के लिए जहाँ दिन-रात पर दुआओं का दौर चला। वहीं घटनास्थल पर इस ऑपरेशन के पूरा होने तक कलेक्टर श्री जितेंद्र कुमार शुक्ला, पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल सहित तमाम अफसर रात भर घटनास्थल पर रेस्क्यू पर निगरानी रखे हुए थे।
लगभग 105 घण्टे से अधिक समय तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन में राहुल के सकुशल बाहर आने की घटना किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं थी। कलेक्टर श्री शुक्ला ने कहा कि बोरवेल में फँसे होने की वजह से बालक का रेस्क्यू बहुत ही आसान काम नहीं था। सभी की कोशिश थी कि उन्हें सुरक्षित निकाला जाए। विपरीत परिस्थितियों के कारण जो भी संभव था वह फ़ैसला एनडीआरएफ और परिजनों के साथ मिलकर लिए गए। कलेक्टर ने इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए जिले के अधिकारियों सहित आम नागरिकों से भी अपील की है कि किसी भी स्थान पर बोरवेल को खुला न रखे। अपने छोटे बच्चों को ऐसे स्थानों पर कतई न जाने दें और स्वयं भी अपने बच्चों को निगरानी में रखे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बच्चे के परिजनों से वीडियो कॉल कर ढांढस बंधाया और कहा था सकुशल आयेगा राहुल।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जांजगीर में बोरवेल में गिरे बच्चे के लिए बेहद चिंतित रहे। यही वजह है कि वे लगातार रेस्क्यू का अपडेट लेते रहे। उन्होंने राहुल को सकुशल बाहर निकालने के निर्देश दिए थे। उन्होंने वीडियो कॉल कर राहुल के पिता और माता से भी बात की थी। उन्होंने राहुल को बाहर निकालने के लिए हरसंभव मदद का आवश्वासन दिया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही राज्य स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सम्पूर्ण घटनाक्रम की निगरानी रखी जा रही थी।
चट्टानों से न हौसला डिगा, न राहुल
बोरवेल में फंसे राहुल को बचाने के लिए रेस्क्यू दल ने हर बार कड़ी चुनातियों का सामना किया। राहुल के रेस्क्यू में बड़े-बड़े चट्टान बाधा बनकर रोड़ा अटकाते रहे, इस बीच रेस्क्यू टीम को हर बार अपना प्लान बदलने के साथ नई-नई चुनौतियों से जूझना पड़ा। मशीनें बदलनी पड़ी। 65 फीट नीचे गहराई में जाकर होरिजेंटल सुरंग तैयार करने और राहुल तक पहुँचने में सिर्फ चट्टानों की वजह से ही 4 दिन लग गए। रेस्क्यू टीम को भारी गर्मी और उमस के बीच झुककर, लेटकर टार्च की रोशनी में भी काम करना पड़ा। इसके बावजूद अभियान न तो खत्म हुआ और न ही जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहे राहुल ने हार मानी।
दुर्ग / शौर्यपथ /
सेवा का काम सबसे बड़ा काम है। इसमें निरंतरता हो तो और भी बड़ी उपलब्धि है। यह बात कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने जिला अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम सत्य साईं सेवा समिति की रजत जयंती पर रखा गया था। कलेक्टर ने इस मौके पर अस्पताल के सेवाभावी डाक्टरों का सम्मान किया। साथ ही समिति के सदस्यों का सम्मान भी किया। इस मौके पर कलेक्टर ने अपने संबोधन में कहा कि सेवा का काम सबसे बड़ा काम है। इसमें भी यदि निरंतर रूप से यह काम किया जा रहा हो तो यह उपलब्धि और भी बड़ी हो जाती है। सत्य साईं सेवा समिति के सदस्यों को पिछले दो सालों से यहां काम करता देख रहा हूँ। समिति के सदस्य बड़े मनोयोग से अपना काम करते हैं। चाहे ब्लड डोनेशन हों या मरीजों की मदद हो, समिति के सदस्य हमेशा आगे बढ़कर काम करते हैं। समिति के सदस्यों ने भी कलेक्टर डा. भुरे के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिला अस्पताल में दो साल में काफी अच्छे काम हुए हैं। अभी मुख्यमंत्री जी भी जब हमर लैब के लोकार्पण और सर्जिकल विंग के अवलोकन के लिए जिला अस्पताल पहुँचे तो उन्होंने भी अस्पताल की प्रशंसा की। इस मौके पर समिति के पदाधिकारी श्री उमेश डांग ने अपना उद्बोधन भी दिया और प्रदेश भर में चल रहे समिति के कार्यों के बारे में बताया। इस दौरान समिति के श्री राजेंद्र पारस्कर और रमेश पिल्लै, जीवनदीप समिति के सदस्य श्री दिलीप ठाकुर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
दुर्ग / शौर्यपथ /
पुलिस अधीक्षक, दुर्ग डॉ. अभिषक पल्लव के निर्देश पर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात कविलाश टंडन के मार्ग दर्शन तथा उप पुलिस अधीक्षक यातायात गुरजीत सिंह के नेतृत्व में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने एवं वाहन चालको को यातायात नियमों की जानकारी दिये जाने हेतु चलाये जा रहे यातायात जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत गत दिवस जिले के पटेल चौक, नेहरू नगर चौक, सुपेला कटिंग, चन्द्रामौर्या कटिंग, पावर हाउस कटिंग एवं सिरसा गेट चौक में सांईस कॉलेज के 15 एनसीसी कैडटर्स एवं सुराना कॉलेज के 07 एनसीसी कैडटर्स के द्वारा वाहन चालको से यातायात नियमों का पालन कर वाहन चलाने की अपील की जा रही है साथ ही हाथ में लिये बैनर पोस्टर के माध्यम से लोगो को यातायात नियमों का पालन न करने से होने वाले सडक दुर्घटना के गंभीर परिणाम से अवगत कराया जा रहा है। यह कार्यक्रम आगे निरन्तर जारी रहेगा।
जगदलपुर / शौर्यपथ /
कलेक्टर श्री रजत बंसल की अध्यक्षता में आज स्वास्थ्य तथा महिला व बाल विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई। जिला कार्यालय के प्रेरणा कक्ष में आयोजित बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोहित व्यास भी उपस्थित थे।
बैठक में शासन के महत्वपूर्ण योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा की गई, जिनमें प्रमुख तौर पर हाट-बाजार क्लीनिक योजना, आयुष्मान कार्ड, गर्भवती जांच, पोषण पुनर्वास केन्द्र संचालन, कुपोषण मुक्ति, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना सहित विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं की धीमी गति पर नाराजगी जाहिर करते हुए बस्तर, लोहण्डीगुड़ा व बास्तानार के खण्ड चिकित्सा अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगते हुए एक सप्ताह के भीतर कार्य में अपेक्षित गति नहीं लाए जाने पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी गई। पोषण पुनर्वास केन्द्रों में उपलब्ध बिस्तरों में शत-प्रतिशत भर्ती नहीं पाए जाने के कारण बाल विकास परियोजना बकावण्ड - 01 एवं 02 के परियोजना अधिकारी व समस्त सेक्टर पर्यवेक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया। नोनी सुरक्षा योजना के तहत 1090 आवेदनों के लंबित रहने के कारण बाल विकास परियोजना तोकापाल जगदलपुर ग्रामीण, जगदलपुर शहरी, लोहण्डीगुड़ा बस्तर एवं बकावण्ड - 01, 02 के परियोजना अधिकारी तथा सेक्टर पर्यवेक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया।
बैठक में हाट-बाजार क्लीनिक योजना के तहत निर्धारित स्थलों में पहुंचकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए गए। इस योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए दीवार लेखन जैसे माध्यमों का अधिक से अधिक उपयोग करने के निर्देश दिए गए। बस्तर जिले के सभी हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए गांव-गांव में शिविर का आयोजन करने के साथ ही जनसेवा केन्द्रों में प्रतिदिन न्यूनतम 50 आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश भी दिए गए। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य के साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी आयुष्मान कार्ड योजना के तहत लोगों को नि:शुल्क उपचार की सुविधा प्रदान करने के निर्देश भी दिए गए। रानसरगीपाल में आयुष्मान योजना के तहत चिकित्सा प्रदान करने में रुचि नहीं लेने पर ऑपरेटर के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए गए। इस दौरान कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए कोरोना जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए गए।
कुपोषण को एक अत्यंत गंभीर समस्या बताते हुए इस पर नियंत्रण के लिए पूरी लगन के साथ कार्य करने की आवश्यकता बताई गई। जिन केन्द्रों में कुपोषण को दूर करने के लिए अच्छा कार्य हो रहा है, उन केन्द्रों के कार्यकर्ता व सहायिका का सम्मान करने के साथ ही उनके संबंध में अन्य केन्द्रों में चर्चा करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही कुपोषण को दूर करने के लिए प्राप्त राशि का सही उपयोग नहीं किए जाने पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी भी दी गई। आंगनबाड़ी केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करने के साथ ही निरीक्षण पंजी पर टीप अंकित करने के निर्देश भी दिए गए।
दुर्ग / शौर्यपथ /
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय द्वारा बी.कॉम. बी.सी.ए., बी.बी.ए, बी.ए.एवं एम.एस.सी कम्प्यूटर विज्ञान, एम.एस.सी. माइक्रोबायोलॉजी, एम.ए. अंग्रेजी), एम.एड. की प्रावीण्य सूची घोषित की गयी। उक्त सूची में श्री शंकराचार्य महाविद्यालय, भिलाई नगर के विद्यार्थियों ने उत्कृष्ट स्थान बनाया। घोषित प्रावीण्य सूची में बी.काम. में नेहा होतवानी ने नवम् स्थान, बी.सी.ए. में मेघा जैन में प्रथम स्थान, सबा हाफिज ने दसवां स्थान, बी.बी.ए. में फरजान खान अष्ठम् स्थान, बी.ए. में सागर साहू ने द्वितीय स्थान एवं सोनम छतिजा ने नवम् स्थान, एम.एस.सी. अंतिम कम्प्यूटर विज्ञान की छात्रा दिव्या यादव ने चतुर्थ स्थान, अन्नू कुमारी पंचम स्थान, एम.एस.सी. माइक्रोबायोलॉजी जसमीन रजा द्वितीय स्थान, संध्या जाधव पंचम स्थान, एम.ए. अंग्रेजी में सरीन साजी ने दसवां स्थान तथा एम.एड. बबीता ने सातवां स्थान प्राप्त कर महाविद्यालय के गौरव को बढ़ाया।
उक्त गौरवमयी सफलता के लिए श्री गंगाजली शिक्षण समिति के चेयरमेन श्री आई.पी. मिश्रा एवं अध्यक्ष श्रीमती जया मिश्रा तथा महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य एवं अतिरिक्त निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव, उप प्राचार्य डॉ. अर्चना झा ने हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रेषित की है। महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों एवं महाविद्यालय के अन्य सदस्यों ने भी बधाई दी है।
कवर्धा / शौर्यपथ /
कोविड का प्रकरण छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्यों में बढने की खबर के बीच राज्य शासन ने समस्त जिलों के सभी शासकीय व निजी अस्पतालों में कोविड जांच बढाने के निर्देश दिए हैं। कबीरधाम में कोविड जांच के साथ-साथ कोविड टीकाकरण मुहिम को भी तेज करते हुए कार्ययोजना तैयार कर लिया गया है। दरअसल यहां यह बताना लाजमी होगा कि कोविड के पिछले तीनों लहर में कोरोना संक्रमितों की आपातकालीन स्थितियों अथवा दुखद निधन में उन लोगों की संख्या सर्वाधिक थी जिन्होंने कोविड का टीका या तो लगवाया ही नही था या अपना सभी डोज पूरा नही करवाया था। अत: सही अंतराल में कोविड टीका का सभी डोज़ अवश्य लगवाएं इसके लिए हेल्थ डिपार्टमेंट लगातार मुहिम चलाकर जनजागरूकता भी कर रहा है और डोर टू डोर टीम भी भेज रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुजॉय मुखर्जी ने इस सम्बन्ध में बताया कि जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा के दिशा-निर्देशन में जिले भर में कोविड जांच व टीकाकरण मुहिम को रफ्तार दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व मितानिन की संयुक्त टीम बनाकर वार्ड वार डोर टू डोर सर्वे करके छूटे हुए लोगों का कोविड टीकाकरण व लक्षण वाले लोगों का कोविड जांच करवाया जा रहा है। डॉ मुखर्जी ने बताया कि टीम द्वारा समस्त महिलाओं व शून्य से 5 वर्ष तक के समस्त बालक-बालिकाओं का हीमोग्लोबिन जांच व लक्ष्य दम्पत्तियों का माहवारी सर्विलेंस का कार्य भी किया जा रहा है।
कवर्धा के इन वार्डों में डोर टू डोर सर्वे जारी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुजॉय मुखर्जी ने बताया कि पुन: टीम गठित कर मुहिम को 12 जून से डोर टू डोर सघन सर्वे करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि 12 जून को वार्ड क्रमांक 3 कैलाश नगर में आर एच ओ अश्वनी श्रीवास्तव औ छबिलाल व प्रिया साहू द्वारा सर्वे किया जाएगा। इसी प्रकार वार्ड 9 में कीर्ति डिंडोरे, अनिल मरावी और ज्योति सिन्हा, वार्ड 13 में झरोखा कौशिक, गोविंद वर्मा और भारती साहू सेवा देंगे। वार्ड 17 में उषा पात्रे , मुकेश चन्द्रवंशी, सोनम चंदेल, वार्ड 21 में शाहिदा खान,राजेन्द्र वर्मा, संतोषी चन्द्रवंशी, वार्ड 26 में सत्यभामा, रिमन जोशी और प्रियंका चन्द्रवंशी ,अमलीडीह क्षेत्र में गायत्री कुम्भकार और दीना पनागर, रेंगाखार खुर्द क्षेत्र में कुसुमलता और भंगेज द्वारा सर्वे कार्य किया जाएगा। यह सर्वे 12 जून से 30 जून तक वार्डवार जारी रहेगा।
18 से 59 वर्ष आयु वर्ग के आमजन निजी चिकित्सालयों में लगवा सकते हैं बूस्टर डोज़
शासकीय संस्थानों में 12 से अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों को प्रथम व द्वितीय डोज़ नि:शुल्क लगाया जा रहा है। इसके बाद जिन्हें सेकेंड डोज़ लगवाए 9 माह हो चुके हैं वे लोग चिन्हांकित निजी चिकित्सालयों में बूस्टर ( प्रिकॉशन ) डोज़ लगवा सकते हैं। सीएमएचओ डॉ मुखर्जी ने फ्रंट लाइन वर्कर्स समेत सभी से अपना समस्त कोविड टीका का डोज़ अवश्य लगवाने की अपील की है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सही समय पर टीकाकरण करवाएं और कोविड से होने वाले आपातकाल से बचें।
दुर्ग / शौर्यपथ /
आज अल सुबह 6:00 बजे कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने निगम एवं बीएसपी के अधिकारियों के साथ शहर के नाला सफाई का निरीक्षण किया। उन्होंने सेक्टर 6 के पास के मुख्य नाला, गौतम नगर एवं बापू नगर के मध्य तेल्हा नाला, करुणा अस्पताल के सामने के नाला, तथा छोटी नालियों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बीएसपी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नाला से जलकुंभी हटाने के लिए संसाधन बढ़ाकर शीघ्र अति शीघ्र नाला की सफाई कराएं। उन्होंने बीएसपी क्षेत्र में बैक लाइन की सफाई भी देखी, अभियान चलाकर बेक लाइन की सफाई करने के निर्देश उन्होंने अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने बीएसपी एवं निगम के अधिकारियों के साथ सेक्टर 7 तथा सेक्टर 8 सहित अन्य क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति की स्थिति की जानकारी ली तथा रहवासियों से फीडबैक भी लिया। रहवासियों ने बताया कि अभी भी शुरुआती दौर में पानी अशुद्ध आ रहा है और स्टार्टिंग टाइम में गंदे पानी की समस्या बरकरार है, कलेक्टर ने बीएसपी के अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए हर संभव प्रयास करें, पानी की समस्याओं को गंभीरता से लेकर समाधान का प्रयास करें तथा पानी टंकियों की सफाई भी करावे। इस दौरान घरों से पानी के सैंपल भी लैब में परीक्षण के लिए एकत्र किए गए। कलेक्टर श्री भुरे ने नेशनल हाईवे के समीप नाली निर्माण का निरीक्षण किया, उन्होंने एनएच के अधिकारियों को नाली निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने तथा नाली को ढकने और सुरक्षित करने के साथ ही पानी निकासी की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
पावर हाउस बस स्टैंड की ओर से पानी निकासी के लिए प्रगति मार्केट की ओर पाइप लाइन बिछाने के कार्य की जानकारी अधिकारियों से ली। पावर हाउस ओवर ब्रिज के संधारण एवं ब्यूटीफिकेशन कार्य का निरीक्षण भी कलेक्टर ने किया, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य की प्रगति बढ़ाएं तथा गुणवत्तापूर्ण कार्य करते हुए शीघ्र अति शीघ्र कार्य पूर्ण करें। निरीक्षण के दौरान निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे, जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा एवं एनआर रत्नेश, कार्यपालन अभियंता संजय शर्मा एवं संजय बागड़े, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा, बीएसपी के अधिकारी, एनएच के अधिकारी तथा पीडब्ल्यूडी के अधिकारी आदि मौजूद रहे।
दुर्ग / शौर्यपथ /
जिला चिकित्सालय में संचालित हमर लैब में बीपीएल कार्डधारी मरीजों के लिए एक्सरे एवं अन्य जांच पूरी तरह से नि:शुल्क होंगी। जीवनदीप समिति के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों के मानदेय में पांच प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी। यह निर्णय कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। बैठक में जिला चिकित्सालय परिसर में अतिक्रमण को हटाने संबंधी निर्णय भी लिया गया। साथ ही परिसर में अवैध रूप से खड़ी की जाने वाली प्राइवेट एंबुलेंस भी हटाये जाने का निर्णय लिया गया। अस्पताल के जिन डाटा एंट्री आपरेटर का कार्य संतोषजनक नहीं है उन्हें हटाये जाने की कार्रवाई की जाएगी। बैठक में जीवनदीप समिति के सदस्यों ने जिला अस्पताल परिसर में पुलिस चौकी स्थापित करने का सुझाव दिया। सदस्यों ने कहा कि कुछ बड़े शहरों के जिला अस्पतालों में चौकी अस्पताल परिसर में ही है जिससे पुलिस से संपर्क करने की काफी दिक्कतें दूर हो जाती हैं। बैठक में ईसीजी की सुविधा लोगों को देने प्रशिक्षित स्टाफ नर्स के माध्यम से अथवा जीवनदीप समिति में किसी कर्मचारी को मानदेय पर रखने का निर्णय लिया गया।
बैठक में सदस्यों ने अस्पताल की जरूरतों के मुताबिक अत्याधुनिक उपकरणों की माँग रखी। कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल की जरूरतों को पूरा करने के लिए जीवनदीप समिति को निरंतर अपने आर्थिक संसाधनों को मजबूत करना होगा। उन्होंने कहा कि जितनी पंचिंग बढ़ेगी, अस्पताल की आय उतनी ही बढ़ेगी। इसके लिए अस्पताल प्रशासन को निरंतर ध्यान देना होगा कि इंडोर बढ़े। उन्होंने कहा कि इसकी निरंतर मानिटरिंग किये जाने से अस्पताल की आय में अच्छा खासा इजाफा होगा और इससे अस्पताल में नवाचार किये जा सकेंगे। कलेक्टर ने पिछली बैठक के निर्णयों पर हुई कार्रवाई की जानकारी भी ली। उन्होंने एमसीएच बिल्डिंग में पानी की दिक्कत के बारे में पूछा। अधिकारियों ने बताया कि पानी की दिक्कत दूर हो गई है। अमृत मिशन के अंतर्गत मुख्य टंकी को पाइप लाइन से जोड़ दिया गया है जिससे 24 घंटे पानी की आपूर्ति हो रही है। लिफ्ट भी चाली कर दी गई है और काऊ कैचर का निर्माण भी कर दिया गया है। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल में जहां जहां पर मरम्मत की जरूरत है वहां मरम्मत का कार्य आरंभ कर लिया जाए। बैठक में जीवनदीप समिति से श्री दिलीप ठाकुर, श्री दुष्यंत यादव, श्री पुरुषोत्तम कश्यप, श्री प्रशांत डोनगांवकर, श्री सतीश सुराना उपस्थित थे। बैठक में सीएमएचओ डा. जेपी मेश्राम, सिविल सर्जन डा. वाय के शर्मा, आरएमओ डा. अखिलेश यादव, नगर निगम आयुक्त हरेश मंडावी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
दुर्ग / शौर्यपथ /
थैलेसीमिया से पीडि़त दंपतियों की आवश्यकताओं को देखते हुए सेवक जन फाउंडेशन ने इनके लिए ब्लड टेस्ट को 12 जून से फ्री कर दिया है। साथ ही आशीर्वाद ब्लड बैंक द्वारा थैलेसीमिया से पीडि़त बच्चों को मुफ्त में रक्त प्रदान किया जायेगा । अपने पांचवे स्थापना दिवस पर इसकी घोषणा करते हुए आशीर्वाद ब्लड बैंक तथा सेवक डायग्नोस्टिक (सेवक जन फाउंडेशन) के संचालक विकास जायसवाल ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि थैलेसीमिया के मरीजों को निश्चित अंतराल में बार-बार रक्त की जरूरत पड़ती है।
जायसवाल ने बताया कि बच्चा प्लान कर रहे नवदम्पतियों को थैलेसीमिया और सिकल सेल की जांच अवश्य करवाना चाहिए ताकि बच्चों को इन बीमारियों से बचाया जा सके। इसके लिए हाई परफॉरमेंस लिक्विड क्रोमैटोग्राफी (एचपीएलसी) टेस्ट किया जाता है जिसे नवदंपतियों के लिए नि:शुल्क कर दिया गया है। अधिक जानकारी के लिए फाउंडेशन के नंबर 7404040856 में संपर्क किया जा सकता है, आशीर्वाद ब्लड बैंक रक्तदान दिवस पर अपनी स्थापना के पांच वर्ष पूर्ण कर रहा है। इस अवसर पर प्रदेश भर से आये 80 सामाजिक संस्थाओ और लगभग 200 रक्तवीरों को रक्तवाहिनी सम्मान से सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने इस अवसर पर कहा कि रक्तदान को लेकर बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाए जाने की जरूरत है। रक्तदान को लेकर लोगों में भय है। स्वयं उन्होंने जब पहली बार रक्तदान किया था तो घर वाले डर गए थे। देश में रक्तदान जरूरत के मुकाबले बहुत कम है। दुर्घटना होने पर, प्रसव या बड़ी सर्जरी के दौरान तथा कुछ बीमारियों में रक्त की बहुत ज्यादा जरूरत होती है। रक्तदाताओं की संख्या बढ़ाकर इस कमी को दूर किया जा सकता है। हमें और ज्यादा ब्लड बैंक और ज्यादा डोनर्स की आवश्यकता है। कुछ ही लोग हैं जो बार-बार रक्तदान कर इसकी आपूर्ति को बनाए रखते हैं। कमर्शियल डोनर्स भी होते हैं पर इनसे रक्त लेने में जोखिम होता है। उन्होंने आशीर्वाद ब्लड बैंक द्वारा किए जा रहे उन्नत प्रयासों की प्रशंसा भी की।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स की हीमैटोलॉजिस्ट डॉ सरोज बाला ने बताया कि रक्तदान शिविरों के जरिए देशभर में लगभग 90 लाख यूनिट रक्त का संग्रह किया जाता है जबकि जरूरत 1.4 करोड़ यूनिट की होती है। प्रतिवर्ष 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है। 12 जून को रविवार होने के कारण इसे दो दिन पहले ही मनाया जा रहा है। रक्तदान दिवस का इस वर्ष का थीम है भाईचारे के लिए रक्तदान। रक्तदान कर हम लोगों का जीवन बचा सकते हैं।
इस अवसर पर ईएऩटी विशेषज्ञ डॉ रतन तिवारी, आर्थोपेडिक सर्जन डॉ सौरभ चन्द्राकर, चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स के अजय भसीन, समाजसेवी वीरेन्द्र सतपथी, कांग्रेस नेता तुलसी साहू, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू तथा यूपी-बिहार सांस्कृतिक समूह के अध्यक्ष प्रभुनाथ बैठा भी मंचासीन थे। स्थापना दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में सुबह से ही स्वैच्छिक रक्तदाताओं द्वारा रक्तदान किये जाने का सिलसिला चलता रहा। शाम तक 70 यूनिट से रक्त का संग्रह किया जा चुका था। राज अड़तिया, सूरज साहू, डिकेंद्र कामडे, अभिजीत पारख, सोमेश राव, गोपेश साहू,रूपल गुप्ता,पलक राठौर, सुषमा श्री, अंजली सिंह, खुशी जैन, एव ब्लड बैंक स्टाफ ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
जगदलपुर / शौर्यपथ /
विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर कलेक्टर श्री रजत बंसल ने आज डिमरपाल स्थित शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय से सम्बद्ध अस्पताल में आयोजित रक्तदान शिविर में पहुंचकर रक्तदान किया। उन्होंने इस अवसर पर रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया।
कलेक्टर बंसल ने इस अवसर पर रक्तदाताओं से बातचीत भी की। ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीण रक्तदाताओं को देखकर कलेक्टर ने खुशी जताई। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में पहुंचने वाले गंभीर मरीजों की जरूरत को देखते हुए निश्चित तौर पर यहां रक्त की अधिक आवश्यकता है। रक्तदान के प्रति युवाओं में आ रही जागरूकता के कारण वे यहां उत्साह के साथ पहुंच रहे हैं। डिमरापाल शासकीय मेडिकल कॉलेज और महारानी अस्पताल में रक्तदान शिविर के अयोजन में रेडक्रॉस सोसायटी और युवोदय के स्वयं सेवकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।