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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
भिलाईनगर/शौर्यपथ / नगर निगम भिलाई क्षेत्र में बड़े श्रद्वा एवं भक्ति के साथ छठ पर्व मनाया गया। त्योहार के पूर्व नगर निगम भिलाई द्वारा सभी तालाबो की साफ-सफाई, रंगरोगन के साथ प्रकाश व्यवस्था बेहतर किया गया था। सभी जगहो पर नगर निगम की सुरक्षा टीम मुस्तैद रही, जिससे किसी प्रकार का दुर्घटना न होने पाये। श्रद्वालूओ को समझाते भी रहे कि ज्यादा गहरे पानी के अंदर न जाये, जहां तक बेरीकेट लगा हुआ है।
त्योहार के पश्चात नगर निगम भिलाई का स्वास्थ्य विभाग का दल जोन अनुसार फिर से सफाई व्यवस्था हेतु लग गये। सभी घाटो पर विशेष दल के माध्यम से सफाई करवाया जा रहा है। इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है जो भी पूॅजा सामग्री तालाबो पर एकत्रित हुए है उसे गड्ढा करके मिटटी में डाल दिया जा रहा है। जिससे वह खाद बन जाए, एक निश्चित रासायनिक प्रक्रिया के बाद पूॅजा सामग्री खाद बन जाता है। उसको उपयोग नगर निगम भिलाई के विभिन्न उद्यानों किया जाता है।
लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की चेतावनी दी,बस स्टैंड में बेतरतीब खड़ी बसों को हटाने कहा:
दुर्ग/ शौर्यपथ /नगर पालिक निगम आयुक्त सुमित अग्रवाल ने शुक्रवार को शहर के नये बस स्टैंड सहित आसपास के क्षेत्र का आकस्मिक निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने बस स्टैंड के मुख्य मार्ग एव निगम पीछे मार्ग पर अव्यस्थित खड़ी बसों व वाहनों पर भी कार्रवाई को कहा।कार्रवाही की बात सुनते ही बस स्टैंड में हड़कम मच गया. वाहन चालक वाहनों को हटाते दिखे। उन्होंने बस स्टैंड में खड़े बेतरतीब वाहनों को हटाने के निर्देश दिए साथ ही दुकानों के सामने खादी वाहनों को भी सही तरीके से लगाने के दुकानदारों को निर्देशित किया,आयुक्त ने बस स्टैंड में होटल,पान ठेले व अन्य दुकानदार द्वारा लगाए जा रहे पिकअप वाहनों को भी हटाने के सख्त निर्देश दिए साथ ही कपड़ा दुकान के सामने खड़े करने वाले वाहन को भी हटाने को कहा इस दौरान उन्होंने बस के कंडक्टरों एजेंटो को भी हिदायत देते हुए बसों को सही तरीके से लगाने के भी निर्देशित किया।उन्होंने कहा कि बस स्टेंण्ड पर लोगों को असुविधाएं न हों।आयुक्त ने अधिकारियों के साथ न्यू बस स्टेंण्ड का जायजा लेते हुए नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत नये बस स्टैंड की व्याप्त अव्यवस्थाओं को सुधारने सुबह आयुक्त सुमित अग्रवाल ने यातायात डीएसपी सतीश ठाकुर, निगम के स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा,अतिक्रमण अधिकारी दुर्गेश गुप्ता,बाजार अधिकारी थानसिंह यादव सहित अमला के साथ नये बस स्टैंड का निरीक्षण किया और समस्याओं को देखा।आयुक्त सुमित अग्रवाल ने मौके पर निगम अधिकारियों को नये बस स्टैंड की समस्याओं के त्वरित निदान के निर्देश दिये।उन्होंने कहा कि सड़क किनारे सीमा से अधिक क्षेत्र में पोस्टर व साइन बोर्ड को जब्त करें।
आयुक्त द्वारा रैन बसेरा भवन का भी मुआयना अधिकारियों के साथ किया। वहाँ रहने वाले लोगों से बातचीत कर व्यवस्था की जानकारी भी ली।पूरे नये बस स्टैंड को साफ सुधरा रखने कहा गया. लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गयी है।बस स्टैंड में बेतरतीब खड़ी बसों को बस मालिकों से हटाने के लिए कहा गया।उन्होंने कार्रवाही के दौरान कहा कि बस खड़ी कर बसों की धुलाई कर बस स्टैंड में गंदगी न फैलाएं।
रायपुर में जुटेंगे सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा से जुड़े देशभर के विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, अभियंता और अधिकारी
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज तकनीकी प्रदर्शनी का किया उद्घाटन
सड़क निर्माण और रखरखाव से संबंधित आधुनिक मशीनरी और उपकरणों की लगाई गई है प्रदर्शनी
रायपुर/शौर्यपथ / केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी 8 नवम्बर से रायपुर में आयोजित भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ करेंगे। रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में 8 नवम्बर से 11 नवम्बर तक इसका आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव भी 8 नवम्बर को शाम साढ़े चार बजे आयोजित अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होंगे। चार दिनों तक चलने वाले भारतीय सड़क कांग्रेस के अधिवेशन में सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा से जुड़े देशभर के दो हजार से अधिक विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, अभियंता और अधिकारी शामिल होंगे। अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में सड़क निर्माण तकनीक और सामग्री से संबंधित तीन गाइडलाइन्स और एक मैनुअल भी जारी किए जाएंगे।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज शाम साइंस कॉलेज परिसर में भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन के तहत आयोजित तकनीकी प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदर्शनी का भ्रमण कर सड़क निर्माण, सड़क सुरक्षा, निर्माण सामग्री और सड़कों के रखरखाव से जुड़ी मशीनरी व उपकरणों की निर्माता तथा आपूर्तिकर्ता कंपनियों के प्रतिनिधियों से इनकी जानकारी ली। विभिन्न कंपनियों द्वारा यहां लगाए गए स्टॉल्स मंर सड़क निर्माण से संबंधित तकनीकी मटेरियल्स, डिजाइन, टेक्नोलॉजी इत्यादि का प्रदर्शन आगामी चार दिनों तक किया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने आज आयोजन स्थल पर प्रेस-कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) सड़क एवं सेतु निर्माण से संबंधित मानक एवं गाइडलाइन्स निर्धारित करने वाली देश की सर्वोच्च संस्था है। आईआरसी में भारत सरकार, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, एन.एच.ए.आई.डी.सी.एल., बी.आर.ओ., मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस, एन.आर. आई.डी.ए., ग्रामीण विकास मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय, सभी राज्यों के लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण सड़क निर्माण विभाग, पब्लिक सेक्टर, प्राइवेट सेक्टर, रिसर्च आर्गेनाइजेशन्स के इंजीनियर्स की सोसायटी आदि शामिल हैं।
श्री साव ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस में बताया कि आईआरसी का मुख्य उद्देश्य सड़क निर्माण, सेतु निर्माण एवं यातायात से संबंधित मानकों का निर्धारण करना तथा निर्माण संबंधी गाइडलाइन्स एवं मैन्युअल तैयार करना, समय-समय पर उनका पुनरीक्षण करना, देश-विदेश में आ रही सड़क निर्माण की नई तकनीकों एवं सामग्रियों का अध्ययन कर देश में लागू करने के लिए मानक तैयार करना है। आईआरसी द्वारा जारी किए गए मानकों एवं गाइडलाइन्स के अनुसार ही भारत सरकार एवं अन्य सड़क निर्माण विभाग सड़क निर्माण करते हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद पहली बार यहां आईआरसी का वार्षिक अधिवेशन हो रहा है जो कि प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता श्री के.के. पीपरी और भारतीय सड़क कांग्रेस के महासचिव श्री एस.के. निर्मल ने भी प्रेस-कॉन्फ्रेंस में अधिवेशन के बारे में जानकारी दी। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह भी इस दौरान मौजूद थे।
आईआरसी के चार दिवसीय अधिवेशन के दौरान विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, अभियंताओं और अधिकारियों के बीच विभिन्न बैठकों, परिचर्चाओं, तकनीकी सत्रों और दस्तावेजों पर चर्चा होगी। इस दौरान आयोजित हाइवे रिसर्च बोर्ड की बैठक में भारत सरकार, राज्य सरकार, रिसर्च इंस्टीट्यूट एवं शैक्षणिक संस्थानों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों एवं प्राइवेट सेक्टर के प्रतिनिधि सड़क निर्माण से संबंधित अनुसंधान एवं विकास के संबंध में रोड मैप तैयार करेंगे। अधिवेशन के चारों दिन अलग-अलग तकनीकी सत्रों में विभिन्न संस्थानों, शासकीय विभागों और निजी क्षेत्र से आए इंजीनियर्स अपना प्रस्तुतीकरण देंगे। अधिवेशन के दौरान आईआरसी की बिजनेस मीटिंग और काउंसिल मीटिंग भी आयोजित है। 8, 9 एवं 10 नवम्बर को शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। अधिवेशन में शामिल होने आए देशभर के प्रतिनधियों को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक वैभव, पुरातत्व, पर्यटन, पौराणिक और धार्मिक महत्व से जुड़े स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बलौदाबाजार में आयोजित विकास कार्यों के भूमि पूजन और लोकार्पण कार्यक्रम में की घोषणा
मुख्यमंत्री द्वारा 60 करोड़ 20 लाख रूपए की लागत के अनेक विकास कार्यों का किया भूमि पूजन-लोकार्पण
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में विभिन्न विकास कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण करते हुए बलौदाबाजार में बीएड महाविद्यालय खोलने और ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की घोषणा की। उन्होंने कार्यक्रम में बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के लिए 60 करोड़ 20 लाख रूपए की लागत के अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इन कार्यों में से 32 करोड़ 32 लाख रूपए की लागत के 16 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं 27 करोड़ 88 लाख रूपए की लागत के 32 विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े और विधायक गुरू श्री खुशवंत साहेब भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत मकानों में से 2100 हितग्राहियों को आवास के स्वीकृति पत्र एवं 51 हितग्राहियों को घर की चाबी सौंपी। उन्होंने इस जिले में संचालित ’’हम होंगे कामयाब अभियान’’ के अंतर्गत 51 युवाओं को सम्मान पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम में किसानों ने 3100 रूपए प्रति क्विंटल तथा प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी के लिए मुख्यमंत्री श्री साय को धान से भरे टुकनी एवं पर्रा भेंट कर उनके प्रति आभार प्रकट किया।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण प्रति आवास के लिए 1 लाख 20 हजार रूपये के साथ ही मननरेगा से 90 दिनो की मजदूरी 21,870 रूपये एवं स्वच्छ भारत मिशन से शौचालय हेतु 12 हजार रूपये खर्च किए जा रहे है। इस तरह प्रति आवास 1 लाख 53 ’हजार 870 रूपये दिया जा रहा है। आज इस तरह कुल 2100 आवास के लिए कुल 32 करोड़ 31 लाख रूपये का भूमिपूजन किया गया है।
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी भारतीय सड़क कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन का करेंगे शुभारंभ
रायपुर / शौर्यपथ / केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 8 नवम्बर से रायपुर में आयोजित भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ करेंगे। रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में 8 नवम्बर से 11 नवम्बर तक इसका आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री अरुण साव भी 8 नवम्बर को शाम साढ़े चार बजे आयोजित अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होंगे। चार दिनों तक चलने वाले भारतीय सड़क कांग्रेस के अधिवेशन में सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा से जुड़े देशभर के दो हजार से अधिक विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, अभियंता और अधिकारी शामिल होंगे। अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में सड़क निर्माण तकनीक और सामग्री से संबंधित तीन गाइडलाइन्स और एक मैनुअल भी जारी किए जाएंगे।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज शाम साइंस कॉलेज परिसर में भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन के तहत आयोजित तकनीकी प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदर्शनी का भ्रमण कर सड़क निर्माण, सड़क सुरक्षा, निर्माण सामग्री और सड़कों के रखरखाव से जुड़ी मशीनरी व उपकरणों की निर्माता तथा आपूर्तिकर्ता कंपनियों के प्रतिनिधियों से इनकी जानकारी ली। विभिन्न कंपनियों द्वारा यहां लगाए गए स्टॉल्स मंर सड़क निर्माण से संबंधित तकनीकी मटेरियल्स, डिजाइन, टेक्नोलॉजी इत्यादि का प्रदर्शन आगामी चार दिनों तक किया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री साव ने आज आयोजन स्थल पर प्रेस-कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) सड़क एवं सेतु निर्माण से संबंधित मानक एवं गाइडलाइन्स निर्धारित करने वाली देश की सर्वोच्च संस्था है। आईआरसी में भारत सरकार, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, एन.एच.ए.आई.डी.सी.एल., बी.आर.ओ., मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस, एन.आर. आई.डी.ए., ग्रामीण विकास मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय, सभी राज्यों के लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण सड़क निर्माण विभाग, पब्लिक सेक्टर, प्राइवेट सेक्टर, रिसर्च आर्गेनाइजेशन्स के इंजीनियर्स की सोसायटी आदि शामिल हैं।
श्री साव ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस में बताया कि आईआरसी का मुख्य उद्देश्य सड़क निर्माण, सेतु निर्माण एवं यातायात से संबंधित मानकों का निर्धारण करना तथा निर्माण संबंधी गाइडलाइन्स एवं मैन्युअल तैयार करना, समय-समय पर उनका पुनरीक्षण करना, देश-विदेश में आ रही सड़क निर्माण की नई तकनीकों एवं सामग्रियों का अध्ययन कर देश में लागू करने के लिए मानक तैयार करना है। आईआरसी द्वारा जारी किए गए मानकों एवं गाइडलाइन्स के अनुसार ही भारत सरकार एवं अन्य सड़क निर्माण विभाग सड़क निर्माण करते हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद पहली बार यहां आईआरसी का वार्षिक अधिवेशन हो रहा है जो कि प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता के.के. पीपरी और भारतीय सड़क कांग्रेस के महासचिव एस.के. निर्मल ने भी प्रेस-कॉन्फ्रेंस में अधिवेशन के बारे में जानकारी दी। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह भी इस दौरान मौजूद थे।
आईआरसी के चार दिवसीय अधिवेशन के दौरान विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, अभियंताओं और अधिकारियों के बीच विभिन्न बैठकों, परिचर्चाओं, तकनीकी सत्रों और दस्तावेजों पर चर्चा होगी। इस दौरान आयोजित हाइवे रिसर्च बोर्ड की बैठक में भारत सरकार, राज्य सरकार, रिसर्च इंस्टीट्यूट एवं शैक्षणिक संस्थानों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों एवं प्राइवेट सेक्टर के प्रतिनिधि सड़क निर्माण से संबंधित अनुसंधान एवं विकास के संबंध में रोड मैप तैयार करेंगे। अधिवेशन के चारों दिन अलग-अलग तकनीकी सत्रों में विभिन्न संस्थानों, शासकीय विभागों और निजी क्षेत्र से आए इंजीनियर्स अपना प्रस्तुतीकरण देंगे। अधिवेशन के दौरान आईआरसी की बिजनेस मीटिंग और काउंसिल मीटिंग भी आयोजित है। 8, 9 एवं 10 नवम्बर को शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। अधिवेशन में शामिल होने आए देशभर के प्रतिनधियों को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक वैभव, पुरातत्व, पर्यटन, पौराणिक और धार्मिक महत्व से जुड़े स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा।
जलस्रोतों के संरक्षण व संवर्द्धन का संकल्प लेने मुख्यमंत्री ने किया आह्वान
खारुन नदी तट पर छठी मैया की मंगल आरती में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज शाम यहां राजधानी रायपुर के महादेव घाट पर आयोजित छठ महापर्व कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सभी को छठ पर्व की शुभकामनाएं दी और कहा कि सूर्य आराधना छठ पूजन मानव को प्रकृति से जोड़ने का पर्व है। मुख्यमंत्री श्री साय खारुन नदी तट पर छठी मैया की मंगल आरती में भी शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन छठ पर्व आयोजन समिति महादेव घाट द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छठ महापर्व के इस कार्यक्रम में आकर मैं स्वयं को बहुत सौभाग्यशाली अनुभव कर रहा हूँ। इस भव्य आयोजन के लिए मैं आयोजन समिति को बहुत बहुत बधाई देता हूँ। छठ महापर्व की प्रतीक्षा उपासक वर्ष भर करते हैं। इस महापर्व पर दूर-दूर से लोग चाहे कहीं भी रह कर काम कर रहे हों, वे छठ पूजा में शामिल होने पहुंचते हैं। सरकार के द्वारा भी छठ पर विशेष रेल आदि परिवहन की व्यवस्था की जाती है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सूर्य भगवान की उपासना के इस पर्व में कठिन व्रत रखा जाता है। हमारी माताएं-बहनें निर्जला उपवास रखती हैं। छठ महापर्व हमें प्रकृति से भी जोड़ता है। नदी, तालाब आदि जल-स्त्रोत के करीब घाटों पर छठ की पूजा होती है, इस तरह इस पर्व में हम प्रकृति के समीप पहुंचते हैं। छठ पर्व पर हमें नदी और तालाब जैसे हमारे जल-स्त्रोतों के भी संरक्षण और संवर्धन का संकल्प लेना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आज दिवंगत गायिका श्रीमती शारदा सिन्हा को भी श्रद्धांजलि देना चाहूंगा। उनके छठ गीतों को हमारी पूरी पीढ़ी ने सुना है। मैं छठी मैया और सूर्य भगवान से सभी छत्तीसगढ़ वासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना करता हूँ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि जिन पंचमहाभूतों से हमारे शरीर का निर्माण हुआ है उनकी पूजा इस पर्व में होती है। छठ महापर्व ऐसा पर्व है जिसमें उगते सूर्य के साथ अस्त होते सूर्य को भी अर्घ्य दिया जाता है। सभी के ऊपर छठी माई की कृपा बनी रहे।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पिछले 10-15 सालों से महादेव घाट समिति द्वारा लगातार छठ पूजा का आयोजन किया जा रहा है। छठ में अस्त होते सूर्य की आराधना हमें जीवन जीने का तरीका सिखाती है। इस पर्व का संदेश है कि जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव से हमें कभी परेशान नहीं होना चाहिए। मैं सभी को छठ की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक पुरन्दर मिश्रा, संपत अग्रवाल, अनुज शर्मा, पूर्व सांसद सुनील सोनी, स्वामी राजीवलोचन जी महाराज, रामप्रताप सिंह, संजय श्रीवास्तव, पंकज शर्मा, छठ समिति महादेव घाट के सदस्यगण व बड़ी संख्या में उपासक उपस्थित रहे।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री भारतरत्न श्री लालकृष्ण आडवाणी को उनके जन्मदिन 8 नवंबर के अवसर पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री साय ने देश के लिए श्री आडवाणी जी के योगदान को याद करते हुए कहा है कि आडवाणी जी सशक्त तथा समृद्ध भारत की संकल्पना का अटूट समर्थन करने वाले व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने उपप्रधानमंत्री के पद पर आसीन रहते हुए देश को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।भारतीय संसद में सांसद के रूप में अपनी भूमिका के उत्कृष्ट निर्वहन के लिए उन्हें उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आडवाणी जी ने श्री राममन्दिर आन्दोलन को आगे बढ़ाया और सोमनाथ से अयोध्या के लिए रथयात्रा निकाली। उनके प्रयासों का सुखद परिणाम है कि आज लगभग 500 वर्षों बाद श्रीरामलला अपने मंदिर में विराजमान हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आडवाणी जी के देश हित में उल्लेखनीय योगदान के लिए इस वर्ष उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किया गया है। उन्होंने अपने बधाई संदेश में श्री लालकृष्ण आडवाणी जी के दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना की है।
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज की केंद्रीय क्रीडा एवं कला परिषद, केंद्रीय कार्यालय द्वारा अंतरक्षेत्रीय टेनीकोइट (महिला) प्रतियोगिता का आयोजन 5 नवंबर को किया गया। डंगनिया स्थित बैडमिंटन हॉल में प्रदेश के 5 क्षेत्रों के खिलाड़ियों ने प्रतिस्पर्धा में भाग लिया। जिसमें रायपुर रीजन विजेता एवं रायपुर सेंट्रल की टीम उप-विजेता रही। इसी के साथ-साथ 4 श्रेष्ठ खिलाड़ियों को अखिल भारतीय खेल प्रतियोगिता के लिए चयनित किया गया।
इस अवसर पर प्रबंध निदेशक जनरेशन एस.के. कटियार, प्रबंध निदेशक ट्रांसमिशन राजेश शुक्ला, कार्यपालक निदेशक लाइन एवं अतिरिक्त प्रभार पी.सी एंड आर.ए. के.एस. मनोठिया, कार्यपालक निदेशक वित्त एम.एस. चौहान, कार्यपालक निदेशक प्रोजेक्ट श्रीमती ज्योति नंनौरे एवं छत्तीसगढ़ टेनीकोइट एसोसिएशन के सचिव संजय शर्मा आयोजन में उपस्थित थे। श्री कटियार ने महिला खिलाड़ियों को अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करने की सलाह दी और पॉवर कंपनी का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन करने का आव्हान किया।
केंद्रीय क्रीड़ा एवं कला परिषद के तत्वावधान में वार्षिक खेल गतिविधियां आरंभ हो चुकी हैं जिसके तहत प्रथम बार टेनीकोइट (महिला) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। रायपुर सेंट्रल, रायपुर रीजन, जगदलपुर, मड़वा एवं बिलासपुर की टीमों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। ऑब्जर्वर ऐश्वर्य पाठक द्वारा चयनित खिलाड़ियों की सूची आयोजन समिति को सौंपी गई।
महिला खिलाड़ी में विजेता टीम से यशोदा रावतिया, एलिस मैरी केरकेट्टा एवं उप-विजेता टीम से कल्पना पन्ना, उपासी धांगड़ को अखिल भारतीय खेल प्रतियोगिता के लिए चुना गया। शीघ्र ही यह टीम गुवाहाटी में छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज का प्रतिनिधित्व करेगी।
महिला खेल प्रभारी श्रीमती कंचन ठाकुर द्वारा इस खेल को खेल गतिविधियों में शामिल करने के लिए परिषद को सुझाव दिया गया था। यह ओलिंपिक स्तर का खेल है जिसे पहली बार छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज की महिलाओं ने खेला। आयोजन में रैफरी वरूण पाण्डेय, लाल बहादुर सोनकर, श्रीमती जयालक्ष्मी, लक्ष्मी नारायण साहू, श्रीमती संध्या वर्मा एवं शिवांशु केसरवानी को स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया।
रिसाली / शौर्यपथ / रिसाली निगम के वरिष्ठ स्वच्छता निरीक्षक जगरनाथ कुशवाहा को सेवानिवृत्त होने पर बाजे-गाजे और आतिशबाजी कर बिदाई दी गई। 33 वर्षो तक निष्ठापूर्वक कार्य करने पर उन्हे आयुक्त मोनिका वर्मा ने दीर्घायु होने की कामना करते शुभकामनाए दी। वही महापौर शशि सिन्हा ने सम्मान पूर्वक अपने सरकारी वाहन में बैठाकर निवास स्थान तक पहुंचाया।
नगर पालिक निगम में बेहद सरल और मृदभाषी अधिकारी के रूप पहचान बनाने वाले वरिष्ठ स्वच्छता निरीक्षक को धूम-धाम से विदाई दी गई। विदाई समारोह में सभापति केशव बंछोर ने रूंधे हुए गले से उद्बोधन दिया। वही महापौर ने आने वाली नई पीढ़ी को अनुभव और मार्गदर्शन देने की बात कही। इस अवसर पर समारोह में एमआईसी डाॅ. सीमा साहू, पार्षद धर्मेन्द्र भगत, रमा साहू, कार्यपालन अभियंता एम.पी. देवांगन, प्रभारी उपअभियंता गोपाल सिन्हा, राजस्व विभाग प्रभारी संजय वर्मा, बृजेन्द्र परिहार, किरण वर्मा, चन्द्रपाल हरमुख, स्वायत्तशासी कर्मचारी महासंघ के विष्णु चन्द्राकर, शरद दुबे, सुरेन्द्र सोनबोईर आदि उपस्थित थे।
पहले पगड़ी पहनाया फिर सम्मान
नगर पालिक निगम रिसाली में आयोजित विदाई समारोह में यह पहला अवसर था जब पूरा कार्यालय सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी को घर तक पहुंचाया। दुपहिया और चार पहिया वाहनों का काफिला था। काफिला के आगे ढोल बज रहे थे और आतिशबाजी हो रही थी। विदाई समारोह में स्वायत्तशासी कर्मचारी महासंघ के रिसाली शाखा ने पहले पगड़ी पहनाकर स्मृति चिन्ह प्रदान किया। बाद में महापौर और कार्यपालन अभियंता एम.पी. देवांगन ने निगम की ओर से शाल, श्रीफल, गुलदस्ता और उपहार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर पार्षद धर्मेन्द्र भगत ने भी शाल ओढ़ाकर उज्जवल भविष्य की कामना की।