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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
गोगो पर छापा… सितार पर खामोशी!
मुख्य बिंदु
गोगो सिगरेट पर छापामारी और कार्रवाई, पर सितार गुटखा पर विभाग की खामोशी
निर्माण फैक्ट्री पर कई बार छापे — मालिक और मजदूर हर बार गायब
गुरमुख जुमनानी का नाम बार-बार, फिर भी अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं
शहर के हर चौक-चौराहे पर बेखौफ बिक्री, युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में
विभाग और जिला प्रशासन की चुप्पी पर जनता में सवाल
दुर्ग। शौर्यपथ /
शहर में अवैध गोगो सिगरेट पर छापामारी कर खाद्य एवं औषधि विभाग ने अपनी पीठ थपथपाई, परंतु इसी शहर में खुलेआम बिक रहे “सितार” नामक जानलेवा गुटखा पर विभाग की चुप्पी सवालों के घेरे में है। स्वास्थ्य मानकों की बात करें तो “सितार” गुटखा कहीं से भी निर्धारित नियमों पर खरा नहीं उतरता, फिर भी इसकी बिक्री बेखौफ जारी है।
पिछले कुछ वर्षों में विभाग ने कई बार “सितार” गुटखा निर्माण फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ किया — राजनांदगांव से लेकर गनियारी तक — लेकिन हर बार नतीजा वही… फैक्ट्री में मालिक, मजदूर और पूरा स्टाफ छापे से पहले ही गायब! और हैरानी की बात, इन फैक्ट्रियों का नाम लगातार एक ही शख्स से जुड़ता रहा — गुरमुख जुमनानी । अखबारों और टीवी चैनलों में कई बार इनका नाम “सितार” गुटखा निर्माता के रूप में सुर्खियों में आया, परंतु अब तक उनके खिलाफ ऐसी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई जो उनके “नशे के साम्राज्य” को तोड़ सके।
नतीजा— शहर के हर चौक-चौराहे, स्कूल-कॉलेज के आसपास तक, यह जहरीला/ अवैधानिक गुटखा खुलेआम बिक रहा है। युवा पीढ़ी इस सस्ते नशे के जाल में फंस रही है, और विभाग की नज़रें मानो इस ओर से मूंद ली गई हों। न रिटेल दुकानों पर छापे, न गोदामों पर कार्रवाई, न ही सप्लाई चेन पर रोक।
आख़िर सवाल ये है—
क्या विभाग “गोगो” पर सख्ती दिखाकर और “सितार” पर खामोशी साधकर किसी अदृश्य दबाव में काम कर रहा है?
क्या जिला प्रशासन इस ढुलमुल रवैये पर संज्ञान लेगा और दोषियों पर ऐसी कार्रवाई करेगा जो पूरे प्रदेश में उदाहरण बने?
या फिर, यह खेल यूं ही चलता रहेगा और शहर का भविष्य नशे की अंधेरी खाई में धंसता जाएगा?
समाज के स्वास्थ्य और आने वाली पीढ़ी के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों पर नकेल कसने का समय अब आ चुका है। यदि आज भी प्रशासनिक और विभागीय कार्रवाई में साहस और निष्पक्षता नहीं दिखाई गई, तो कल इतिहास यह दर्ज करेगा कि दुर्ग के युवाओं को नशे में धकेलने में केवल व्यापारी ही नहीं, बल्कि व्यवस्था भी बराबर की दोषी रही।
जगदलपुर, शौर्यपथ। देश की आजादी पर्व स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में हर घर तिरंगा अभियान के तहत जिले में निरन्तर जनजागरूकता निर्मित करने सहित देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जागरूकता रैली, बाइक रैली इत्यादि का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को कलेक्टर हरिस एस एवं पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने स्थानीय लालबाग परेड ग्राउंड के गणतंत्र द्वार से पुलिस विभाग के अधिकारी और जवानों की तिरंगा रैली को रवाना किया। इस मौके पर पुलिस के अधिकारी और जवानों ने बाईक रैली के माध्यम से तिरंगा लहराते हुए नागरिकों को देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले सभी सच्चे शहीदों के प्रति कृतज्ञता और सम्मान देने के लिए प्रेरक सन्देश दिया। उक्त तिरंगा रैली लालबाग परेड ग्राउंड से महाराणा प्रताप चैक, एनएमडीसी चैक, माड़िया चैक से सिटी कोतवाली चैक होकर पुनः लालबाग परेड ग्राउंड में समाप्त हुई। इससे पहले कलेक्टर एवं एसपी ने ने लालबाग स्थित शहीद स्मारक के तिरंगा झंडा में शुरू की गई लाइटिंग व्यवस्था का भी जायजा लिया।
जगदलपुर, शौर्यपथ। कलेक्टर हरिस एस और पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने लालबाग मैदान में आयोजित स्वतंत्रता दिवस के अंतिम रिहर्सल कार्यक्रम के उपरांत एनसीसी कैडेट और स्काउण्ट गाइड के तिरंगा रैली में शामिल हुए। रैली को उन्होंने तिरंगा झंडा लहराकर रवाना किया । उत्साहित एनसीसी कैडेट और स्काउण्ट गाइड ने भारत माता की जयघोष करते हुए तिरंगा यात्रा निकाली । इस दौरान आईपीएस सुमित कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश्वर नाग, एनसीसी विंग के अधिकारी भी उपस्थित रहे ।
*अपर कलेक्टर ने निभाई मुख्य अतिथि की भूमिका*
*स्वतंत्रता दिवस में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू होंगे मुख्य अतिथि*
जगदलपुर, शौर्यपथ। स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह की तैयारियों के लिए अंतिम रिहर्सल लालबाग मैदान में किया गया। मुख्य अतिथि की भूमिका में अपर कलेक्टर सीपी बघेल रहे, उन्होंने परेड की सलामी ली। साथ में कलेक्टर हरिस एस, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने भी परेड की सलामी ली।
कलेक्टर श्री हरिस ने तैयारियों का जायजा लेकर समय पर सभी व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इस परेड का नेतृत्व डीएसपी संगम राम, सेकंड कमांड निरीक्षक गणेश राम यादव कर रहें है। परेड में 16 टुकडियां शामिल हो रही है जिसमें सीआरपीएफ 241 वीं बटालियन, सीआरपीएफ 80 वीं बटालियन, 5 वीं बटालियन छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल, 19वीं पोखरण वाहिनी, जिला पुलिस बल, जिला पुलिस बल महिला, वन विभाग, नगर सेना,एनसीसी और स्काउट गाइड के जवान है।
जगदलपुर के लालबाग मैदान में आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस के मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू होंगे।
रिहर्सल में स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी अवलोकन किया गया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर ऋषिकेश तिवारी, आईपीएस सुमित कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश्वर नाग सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ /
छत्तीसगढ़ में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है और इसके पीछे सरकार की प्रोत्साहन योजनाएं बड़ा कारण बन रही हैं। केंद्र सरकार की दो प्रमुख योजनाओं—फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ (हाइब्रिड) एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स फेज-2 (FAME-II) और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम 2024 (EMPS-2024)—के तहत पिछले तीन वर्षों में राज्य के खरीदारों को 138 करोड़ रुपये से अधिक की सब्सिडी मिली है।
केंद्रीय भारी उद्योग राज्य मंत्री भूपतिराजु श्रीनिवास वर्मा ने मंगलवार को लोकसभा में यह जानकारी रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल के प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
FAME-II योजना (अप्रैल 2019 – मार्च 2024) के तहत अप्रैल 2022 से मार्च 2024 के बीच छत्तीसगढ़ में 33,552 इलेक्ट्रिक वाहन बिके। इस अवधि में खरीदारों को 121.26 करोड़ रुपये की सब्सिडी का लाभ दिया गया।
वहीं, EMPS-2024 योजना, जो सिर्फ छह महीने (अप्रैल–सितंबर 2024) के लिए प्रभावी रही, के दौरान 13,091 इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया वाहन बिके और खरीदारों को 16.74 करोड़ रुपये की राहत दी गई।
अधिकारियों के अनुसार, इन योजनाओं के तहत खरीदारों को अलग से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होती। सब्सिडी सीधे वाहन की खरीद कीमत से घटा दी जाती है और बाद में यह राशि भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा मूल उपकरण निर्माता कंपनियों (OEMs) को भुगतान कर दी जाती है। इस कारण राज्य में कोई भी भुगतान लंबित नहीं है।
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि बैटरी चालित स्कूटर, तिपहिया और कारों की बढ़ती बिक्री न सिर्फ ईंधन पर निर्भरता कम करेगी, बल्कि प्रदूषण घटाने में भी मददगार साबित होगी। सरकार के सतत सहयोग के साथ, छत्तीसगढ़ में स्वच्छ और हरित परिवहन की ओर बदलाव अब और तेज़ी पकड़ रहा है।
कोंडागांव / शौर्यपथ /
कोंडागांव जिला मुख्यालय से महज 7–8 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत ककोडी में स्थित दंतेश्वरी मक्का प्लांट इन दिनों ग्रामीणों के लिए काल साबित हो रहा है। मंगलवार सुबह ग्रामवासियों ने प्लांट परिसर में घुसकर जोरदार प्रदर्शन किया और तत्काल इसे बंद करने की मांग की। मौके पर पहुंची प्रशासनिक टीम ने समझाइश देकर स्थिति को काबू में किया, लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा और भय अभी भी बरकरार है।
ग्रामीणों का आरोप है कि जो प्लांट किसानों और पशुपालकों के हित में लगाया गया था, वही अब ज़हर उगल रहा है। वेटकेक सड़ने से दुर्गंध फैल रही है, मवेशियों की मौत हो रही है, पेड़ सूख रहे हैं और खेत बर्बाद हो रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि लोगों का सांस लेना तक मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों का कहना है—"आज मवेशी मर रहे हैं, कल हमारी बारी होगी।"
आंतरिक सूत्रों के अनुसार, यह स्थिति प्लांट में लगा डायर मशीन बंद होने के कारण बनी है। मजदूरों ने बताया कि डायर चालू होता तो वेटकेक को पशु और पक्षियों के उत्तम आहार में बदल दिया जाता—मुर्गी, मछली, कछुआ और मवेशियों के लिए चारा तैयार होता। लेकिन मशीन के ठप होने से वेटकेक सड़ रहा है, जिससे कीटाणु और जहरीली बदबू फैल रही है।
मामले में कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं—
डायर चालू क्यों नहीं किया गया?
मक्का से एथनॉल बनाने का दावा कर चावल (कनकी) से उत्पादन क्यों हो रहा है?
पानी निकासी की व्यवस्था क्यों नहीं की गई?
क्या यह प्लांट प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का पालन कर रहा है?
ग्रामीणों की जान-माल की सुरक्षा के लिए प्रशासनिक कदम कब उठेंगे?
ग्रामीणों की मांग है कि जब तक समस्या का स्थायी समाधान नहीं होता, तब तक प्लांट को बंद किया जाए। वहीं, प्रशासन ने जांच का भरोसा दिया है, लेकिन अब देखना यह है कि ज़िला प्रशासन इस लापरवाही पर क्या ठोस कार्रवाई करता है, क्योंकि मामला सीधे-सीधे पर्यावरण, पशुधन और मानव जीवन की सुरक्षा से जुड़ा है।
बड़ेकनेरा के स्वास्थ्य केंद्र की एम्बुलेंस जून 2024 से सीएमएचओ दफ्तर में खड़ी, कागजों में फंसी जनसेवा
ग्रामीणों ने विधायक, कलेक्टर से लेकर सीएमएचओ तक लगाई गुहार, लेकिन ‘सुधार’ के नाम पर मिली सिर्फ तारीखें
स्वास्थ्य मंत्री के दावे हकीकत से कोसों दूर, मरीज अब भी खुद का ‘रोगी वाहन’ बनने को मजबूर
कोंडागांव / शौर्यपथ / एक तरफ प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल बड़े गर्व से कह रहे हैं कि “स्वास्थ्य सुविधाओं में तेजी से सुधार हो रहा है”, वहीं हकीकत यह है कि ग्राम पंचायत बड़ेकनेरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डेढ़ साल से एम्बुलेंस नाम की कोई चीज नहीं है।
2019-20 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय रूर्बन मिशन योजना के तहत बड़ेकनेरा को मिली एम्बुलेंस जून 2024 में आरटीओ, इंश्योरेंस और सर्विसिंग के नाम पर सीएमएचओ कार्यालय कोंडागांव में जमा कर दी गई। तब से अब तक यह "कागजों की गाड़ी" वहीं अटकी पड़ी है।
ग्रामीण और पंचायत प्रतिनिधि थक-हारकर कभी विधायक से, कभी सीएमएचओ से और कभी कलेक्टर से गुहार लगाते रहे, लेकिन फाइलें आगे बढ़ने की रफ्तार घोंघे की चाल से भी धीमी रही। आखिरकार बड़ेकनेरा के सरपंच प्रकाश चुरगियां और प्रतिनिधि मंडल ने सीएमएचओ कार्यालय पहुंचकर सीधे पूछा—
अगर आरटीओ, इंश्योरेंस और फिटनेस पूरी है तो एम्बुलेंस क्यों नहीं लौटा रहे?
अगर पूरी नहीं है तो जिम्मेदार कौन है?
और उन पर कार्रवाई कब होगी, जिन्होंने लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया?
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं ‘तेजी से सुधार’ के दावे कर रही हैं, लेकिन कोंडागांव में यह ‘तेज रफ्तार’ इतनी धीमी हो गई कि डेढ़ साल में भी एक एम्बुलेंस बड़ेकनेरा वापस नहीं पहुंच पाई।
अब सवाल सीधा है—क्या यह स्वास्थ्य विभाग का सुधार है या लोगों की जान को भगवान भरोसे छोड़ देने की नई सरकारी नीति?
"लगता है स्वास्थ्य विभाग के लिए एम्बुलेंस भी ‘आपातकालीन’ नहीं, बस एक लंबी दूरी की सरकारी कहानी है—जिसका गंतव्य कभी आता ही नहीं!"
मौके पर पहुंचे जिला कलेक्टर एवं सीईओ
घटनाक्रम की ली जानकारी, बच्चों के बेहतर प्राथमिक उपचार के दिए निर्देश
जर्जर भवन में कक्षा संचालन शासन के निर्देशों का उल्लंघन,बी.ई.ओ., बी.आर.सी. प्रधान पाठक को नोटिस जारी करने दिए निर्देश
मुंगेली/शौर्यपथ/मुंगेली विकासखंड के ग्राम बरदुली में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में छत का प्लास्टर गिरने से बच्चों के घायल होने की सूचना मिली। जानकारी मिलने पर तत्काल कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार और जिला पंचायत सीईओ श्री प्रभाकर पांडेय ने विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने मौजूद शिक्षकों से घटनाक्रम के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। प्रधान पाठक श्री अखिलेश शर्मा ने बताया कि शाला भवन के छत का प्लास्टर गिरने से कक्षा तीसरी के साथ छात्र हिमांशु दिवाकर और अंशिका दिवाकर को सिर और हाथ में चोट आई। उनका प्राथमिक उपचार किया गया, अभी बच्चे ठीक हैं। जिला प्रशासन एवं स्वस्थ आमले की मौजूदगी में बच्चों का जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार किया गया। सी.एम.एच.ओ ने बताया कि कोई भी गंभीर स्थिति नहीं है बच्चे खतरे से बाहर है।कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को बच्चों का बेहतर इलाज करने एवं अन्य आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
घटना को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि जर्जर भवनों में किसी भी परिस्थिति में कक्षाओं का संचालन नहीं होना चाहिए। निर्देशों की अवहेलना करते हुए कक्षाओं का संचालन किया जाना गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। उन्होंने विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री जितेंद्र बावरे, बी.आर.सी. सूर्यकांत उपाध्याय, संकुल समन्वयक शत्रुघ्न साहू और प्रधान पाठक अखिलेश शर्मा को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी और डीएमसी समग्र शिक्षा को फटकार लगाते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले में कहीं भी इस प्रकार की घटना नहीं होनी चाहिए अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर ने बच्चों से बातचीत कर बढ़ाया उत्साह
विद्यालय निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कक्षा में मौजूद बच्चों से बातचीत की। विद्यालय में शिक्षण सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने बच्चों से पहाड़ पूछा और उन्हें चॉकलेट एवं बिस्किट प्रदान कर प्रोत्साहित किया।
कलेक्टर को अपने बीच पाकर बच्चे आश्चर्यचकित
स्कूल में उस समय भावुक एवं आश्चर्य जनक माहौल बन गया जब जिला पंचायत सीईओ ने बच्चों से जिले के कलेक्टर का नाम पूछा। बच्चों ने पूरी तत्परता से कलेक्टर का नाम बताया और भविष्य में उनसे मिलने की इच्छा जताई। लेकिन जब सामने बैठे व्यक्ति ने कलेक्टर के रूप में अपना परिचय दिया तो बच्चे आश्चर्य से उत्साहित हो उठे। उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
दुर्ग/शौर्यपथ /प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा रक्षाबंधन के पावन पर्व पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी बहनो ने महापौर श्रीमती अलका बाघमार के बगले में पहुँचकर राखी बांधी।
रक्षाबंधन का संदेश देते हुए महापौर अलका बाघमार ने कहा वैसे तो भारत को त्योहारों व पर्वों का देश कहा जाता है जब भी कोई पर्व या त्यौहार आता है तो सभी के मन में खुशी, उमंग, उत्साह व रिश्तो में एक नई मिठास घुल सी जाती है। रक्षाबंधन का यह पर्व वैसे तो भाई-बहन के स्नेह, सुरक्षा और सम्मान के पर्व के रूप में मनाया जाता है। बहनें, भाई को तिलक लगाती है। राखी बांधती है व मुँह मीठा करती है एवं भाई, बहन को गिप्ट देते हैं व उनके रक्षा का संकल्प लेते हैं।इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज के भाई-बहनों ने अपनी सहभागिता दी।
वोटर लिस्ट को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के द्वारा प्रस्तुत साक्ष्य गंभीर और चिंताजनक
चुनाव आयोग राहुल गांधी के उठाए गए सवालों का जवाब दें
रायपुर/शौर्यपथ / प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों ने चुनावी गड़बड़ियों को लेकर की गयी नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के प्रेस कॉन्फ्रेंस की रिकार्डिंग को फिर से देखा तथा राहुल गांधी के द्वारा दिये गये तथ्यों को तार्किक और गंभीर बताते हुए कहा कि राहुल गांधी के द्वारा दिये गये साक्ष्यों से साफ हो रहा है कि देश की चुनाव प्रणाली में गड़बड़ियां की जा रही है। चुनाव आयोग द्वारा इसका जवाब देश की जनता को देना चाहिए।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव श्री केसी वेणुगोपाल के निर्देश पर प्रदेश मुख्यालय में राहुल गांधी के प्रेस कॉन्फ्रेंस की रिकार्डिंग फिर से दिखाई गई। 11 अगस्त को प्रदेश के सभी जिला कांग्रेस कार्यालयों में भी कांग्रेसजनों एवं बुद्धिजीवियों तथा मीडिया के समक्ष राहुल गांधी की 7 अगस्त की प्रेस कॉन्फ्रेंस की रिकार्डिंग दिखाई जायेगी।
कांग्रेस की मांग है कि चुनाव आयोग यदि अपनी निष्पक्षता को प्रमाणित करना और अपनी विश्वसनीयता को पुनःस्थापित करना चाहता है, तो उसे दो स्पष्ट माँगों पर तत्काल कार्रवाई करनी होगीः-
1. चुनाव आयोग को मशीन-पठनीय मतदाता डेटा तत्काल सार्वजनिक करना चाहिए।
2. चुनावी प्रक्रिया से जुड़ी सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
साथ ही चुनाव आयोग राहुल गांधी के उठाये सवालों का जवाब दे।
आज के कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, पूर्व मंत्री अमितेश शुक्ल, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, पूर्व सांसद छाया वर्मा, महामंत्री सकलेन कामदार, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, महेंद्र छाबड़ा, प्रमोद दुबे, पंकज शर्मा, प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, रायपुर ग्रामीण जिला अध्यक्ष उधो वर्मा, पूर्व महापौर एजाज ढेबर, राजेश चौबे, कन्हैया अग्रवाल, युवा कांग्रेस अध्यक्ष, आकाश शर्मा, कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष अरूण ताम्रकार, डॉ. राकेश गुप्ता, डॉ. अजय साहू, श्रीकुमार मेनन, मो. सिद्दीक, सारिक रईस खान, दिलीप चौहान, शब्बीर खान, बबीता नत्थानी, प्रमोद चौबे, नंदलाल देवांगन, रियाज अहमद, योगेन्द्र सोलंकी, इकराम भाई, देवेन्द्र यादव, अरूण जंघेल, सुनील कुकरेजा, सौरभ साहू, डॉ. कमलनयन पटेल, देवकुमार साहू, पल्लवी सिंह, मुकेश चंद्राकर उपस्थित थे।
कलेक्टर ने जिले के विभिन्न स्थानों में पहुँचकर किया स्थल निरीक्षण
बालोद/शौर्यपथ /राज्य शासन के गौधाम योजना के अंतर्गत बालोद जिले में भी गौधाम बनाकर निराश्रित एवं घुमन्तू एवं जप्त किए गए गौवंश पशुओं का समुचित देखभाल के अलावा संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य किया जाएगा। इसके अंतर्गत कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश ने अधिकारियों के साथ जिले के अलग-अलग स्थानों में पहुँचकर गौवंश पशुओं के लिए जरूरी सुविधाओं से युक्त गौधाम निर्माण कार्य के लिए स्थल चयन हेतु मौके पर पहुँचकर जगह का मुआयना किया। जिससे कि गौधाम निर्माण कार्य को शीघ्र प्रारंभ किया जा सके। इसके अलावा कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने गौवंश पशुओं के देखरेख, पंजीकृत संस्थाओं द्वारा संचालित गौशालाओं का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने आज जिला मुख्यालय बालोद के आमापारा स्थित महावीर गौशाला के अलावा तांदुला जलाशय के समीप नगर पालिका बालोद द्वारा संचालित गौठान तथा गुरूर विकासखण्ड के ग्राम चुल्हापथरा में संचालित कृष्णगोपाल गौशाला के अलावा गुरूर विकासखण्ड के चिटौद में राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप स्थित चारागाह में पहुँचकर इसे गौधाम निर्माण हेतु चयनित किया गया। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुनील चंद्रवंशी, एसडीएम गुरूर श्री रामकुमार सोनकर सहित पंचायत एवं पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालकों के अलावा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने आमापारा बालोद में संचालित महावीर गौशाला में वहाँ के व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने मौके पर उपस्थित गौशाला संचालन समिति के पदाधिकारियों से वर्तमान में गौठान में रह रहे गौवंश पशुओं की संख्या, उनके लिए चारा, दवाइयां, इलाज एवं देखरेख आदि की व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने गौशाला के पशुओं को गुड़ भी खिलाया। इसके अलावा श्रीमती मिश्रा ने जिला मुख्यालय बालोद में तांदुला जलाशय के समीप नगर पालिका परिषद द्वारा संचालित गौठान का भी अवलोकन किया। इस स्थान पर गौधाम निर्माण के लिए पर्याप्त रकबा एवं आवागमन हेतु मार्ग आदि की उपलब्धता को देखते हुए अधिकारियों ने इसे गौधाम निर्माण के लिए चयनित किया। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने यहाँ पर गौधाम निर्माण कार्य प्रारंभ करने हेतु तहसीलदार एवं मौके पर उपस्थित अधिकारियों सभी प्रक्रियाओं को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। इसके पश्चात कलेक्टर श्रीमती मिश्रा एवं अधिकारियों ने गुरूर विकासखण्ड ग्राम चुल्हापथरा में पहुँचकर कृष्णगोपाल गौशाला का भी अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने गौशाला का देखरेख कर रहे लोगों की गौशाला में दुध उत्पादन, गोबर एवं गौमूत्र के उपयोग के संबंध में जानकारी ली।
कलेक्टर एवं अधिकारियों ने गुरूर विकासखण्ड के ग्राम चिटौद में राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप स्थित चारागाह का अवलोकन कर इस स्थान पर पर्याप्त रकबा, सुविधाओं की उपलब्धता एवं पहुँच मार्ग एवं अन्य सभी दृष्टि से उपयुक्त पाए जाने पर इस स्थान को गौधाम निर्माण हेतु चयन किया जाएगा। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने कहा कि इस स्थान पर 05 एकड़ शासकीय भूमि पर पशुओं के लिए जरूरी सुविधाओं से युक्त गौधाम का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गौधाम के सुचारू संचालन हेतु शासन के द्वारा अनुदान भी प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि इस गौधाम में पशुओं के लिए शेड निर्माण तथा चारापानी एवं उनके देखरेख आदि सभी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने मौके पर उपस्थित ग्राम पंचायत के सरंपच को इस स्थान पर गौधाम निर्माण करने हेतु ग्राम पंचायत सचिव को प्रस्ताव पारित कराने एवं अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रदान करने को कहा। इसके अलावा कलेक्टर ने सरपंच एवं मौके पर उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों को समुचित स्थान पर पौधरोपण कर पूरे परिसर को हरा-भरा बनाने के कार्य में सहयोग करने को कहा। कलेक्टर ने कहा कि यहाँ पर गौधाम बनाकर गौवंशीय पशुओं के समुचित देखभाल के अलावा उनके संरक्षण एवं संवर्धन सुनिश्चित करने हेतु इस स्थान को बेहतर तरीके से विकसित किया जाए। श्रीमती मिश्रा ने मौके पर उपस्थित एसडीएम एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को इस संबंध में शीघ्र कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
नासिक / शौर्यपथ / सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन सीबीआईने महाराष्ट्र के नासिक ज़िले के इगतपुरी स्थित रेनफॉरेस्ट रिसॉर्ट में चल रहे अवैध कॉल सेंटर पर बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर ठगी के अंतरराष्ट्रीय रैकेट का भंडाफोड़ किया है। यह कॉल सेंटर अमेरिका, कनाडा समेत कई देशों के नागरिकों को ठगने में लिप्त था।
सीबीआईने 8 अगस्त 2025 को मुंबई निवासी छह निजी आरोपियों और अज्ञात बैंक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोप है कि आरोपी मिलकर अमेज़न सपोर्ट सर्विसेज कॉल सेंटर के नाम पर फर्जी कॉल कर विदेशी नागरिकों को गिफ्ट कार्ड और क्रिप्टोकरेंसी के जरिए ठगते थे।
छापेमारी के दौरान सीबीआई को कॉल सेंटर में काम कर रहे लगभग 60 ऑपरेटर मिले, जिनमें डायलर, वेरिफायर और क्लोज़र शामिल थे। उस समय विदेशी नागरिकों से ठगी की प्रक्रिया लाइव चल रही थी।
कार्रवाई में 44 लैपटॉप, 71 मोबाइल फोन, ₹1.20 करोड़ नकद, 500 ग्राम सोना और ₹1 करोड़ की सात लग्जरी कारें बरामद हुईं। डिजिटल साक्ष्यों के साथ लगभग 5000 USDT (₹5 लाख) की क्रिप्टोकरेंसी और 2000 कनाडाई डॉलर (₹1.26 लाख) के गिफ्ट वाउचर भी पकड़े गए।
अब तक सीबीआईने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है — विशाल यादव, शेबाज़, दुर्गेश, अभय राज उर्फ राजा और समीर उर्फ कालिया उर्फ सोहैल। मामले में अन्य आरोपियों और धन के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
सीबीआई अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय साइबर अपराध नेटवर्क का हिस्सा है, जो भारत से संचालित होकर विदेशी नागरिकों को निशाना बना रहा था।
दुर्ग / शौर्यपथ विशेष
राजनीति में कुछ लोग आते हैं, पद पाते हैं और समय के साथ गुमनाम हो जाते हैं। लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जो पद से नहीं, अपने कार्य से पहचाने जाते हैं। दुर्ग भाजपा के निर्वतमान जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ऐसे ही नेता हैं, जिन्होंने संगठन को केवल चलाया नहीं, बल्कि उसमें नई ऊर्जा भर दी। आज, 10 अगस्त, उनका जन्मदिन है—और यह तारीख न केवल उनके जीवन का, बल्कि दुर्ग भाजपा के इतिहास का भी एक अहम दिन है।
जब चुनौती थी पहाड़ जैसी…
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का गृह जिला दुर्ग, और भाजपा की स्थिति—पांच विधानसभा में से एक भी सीट अपने पास नहीं। ऐसे कठिन समय में पार्टी ने पाटन के एक छोटे से गांव से उठाकर जितेंद्र वर्मा को दुर्ग जिले की कमान सौंपी। चुनौती केवल कांग्रेस को टक्कर देने की नहीं थी, बल्कि टूटे-बिखरे संगठन को एकजुट कर नई राह पर ले जाने की थी।
संगठन को दी नई दिशा, कार्यकर्ताओं में जगाई आग
जिला अध्यक्ष बनने के बाद जितेंद्र वर्मा ने हर गुट के कार्यकर्ताओं को बराबरी से महत्व दिया। अपने राजनीतिक गुरुओं के साथ जुड़े कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी और "एक आवाज, एक लक्ष्य" का मंत्र दिया। परिणाम—सड़कों पर आंदोलन की कतारें लंबी हुईं, कार्यकर्ताओं में जोश लौटा, और दुर्ग भाजपा एकजुट होकर मैदान में उतरी।
विधानसभा में रचा जीत का इतिहास
उनकी रणनीति और नेतृत्व में हुए विधानसभा चुनावों में दुर्ग भाजपा ने चमत्कार कर दिखाया—
साजा से ईश्वर साहू
अहिवारा से डोमन लाल कोर्सेवाड़ा
दुर्ग ग्रामीण से ललित चंद्राकर
दुर्ग शहर से गजेंद्र यादव
इन नए चेहरों ने जीत दर्ज की, जबकि सांसद विजय बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उनके गढ़ पाटन में बांधे रखा, जिससे अन्य सीटों पर भाजपा की जीत आसान हुई।
रिकॉर्ड सदस्यता और सामंजस्य की मिसाल
अपने कार्यकाल में जितेंद्र वर्मा ने संगठनात्मक स्तर पर नए आयाम गढ़े। हाल के सदस्यता अभियान में दुर्ग भाजपा ने पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। मंडल अध्यक्षों के चुनाव में जिस सामंजस्य और आपसी तालमेल का प्रदर्शन हुआ, वह कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया।
व्यक्तिगत कठिनाइयों में भी निभाई जिम्मेदारी
नगरीय निकाय चुनाव के दौरान जब उनके प्रिय पिताजी गंभीर रूप से बीमार थे और वे स्वयं स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे, तब भी उन्होंने चुनावी मैदान में डटे रहकर जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। नतीजा—निकाय चुनाव में दुर्ग भाजपा की चारों ओर जीत।
धार्मिक और सांस्कृतिक जुड़ाव
कांवड़ यात्रा जैसे धार्मिक आयोजनों के माध्यम से उन्होंने जिले की धार्मिक भावनाओं को एक सूत्र में पिरोया। इससे न केवल संगठन, बल्कि समाज के हर वर्ग में उनकी स्वीकार्यता बढ़ी।
एक मजबूत विरासत छोड़कर गए
5 जनवरी को नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के साथ वे पद से मुक्त हुए, लेकिन वे संगठन को मजबूती, सामंजस्य और जीत की परंपरा का खजाना सौंप गए—एक ऐसी विरासत जिसे आने वाले वर्षों तक याद रखा जाएगा।
आज उनके जन्मदिन पर मित्र, संगठन के साथी और शुभचिंतक लगातार शुभकामनाएं दे रहे हैं। शौर्यपथ परिवार भी उन्हें जन्मदिन की हार्दिक बधाई और दीर्घायु की शुभकामनाएं देता है।
— शौर्यपथ विशेष संपादकीय टीम