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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
रायपुर/शौर्यपथ / राज्य की शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में तृतीय श्रेणी के प्रशिक्षण अधिकारियों, छात्रावास अधीक्षक एवं छात्रावास अधीक्षिका की भर्ती हेतु अगले चरण का दस्तावेज सत्यापन 21 से 24 अक्टूबर तक किया जाएगा। दस्तावेज सत्यापन शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था, सड्डू रायपुर जिला-रायपुर में होगा।
संचालक रोजगार एवं प्रशिक्षण से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रशिक्षण अधिकारी के वर्कशॉप कैल्कुलेशन एण्ड साइंस एंड इंजीनियरिंग ड्राइंग, मैकेनिक डीजल एवं इलेक्ट्रिशियन ट्रेड के लिए 21 अक्टूबर को दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा। इसी तरह प्रशिक्षण अधिकारी के वेल्डर, वायरमैन, फिटर ट्रेड के लिए 22 अक्टूबर, प्रशिक्षण अधिकारी के कम्प्युटर ऑपरेटर एण्ड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट, कारपेंटर, टर्नर ट्रेड के लिए 23 अक्टूबर तथा प्रशिक्षण अधिकारी के ड्राईवर कम मैकेनिक, सिविंग टेक्नोलॉजी, हॉस्पिटल हाउस कीपिंग, मशीनिष्ट, मैकेनिक मोटर व्हीकल, शीट मेटल वर्कर, सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस (अंग्रेजी) ट्रेड एवं छात्रावास अधीक्षक/ छात्रावास अधीक्षिका के अभ्यर्थियों का 24 अक्टूबर को दस्तावेज सत्यापन हेतु उपस्थित होना होगा।
अभ्यर्थी दस्तावेज सत्यापन उपरांत अगले दिन दोपहर 12 बजे तक दस्तावेज सत्यापन स्थल पर पंजीयन प्रभारी के पास अपना दावा तथा आपत्ति प्रस्तुत कर सकते हैं। इस चरण हेतु रिक्त और संभावित रिक्त पदों के विरूद्ध लगभग तीन से पॉच गुना अभ्यर्थियों को दस्तावेज सत्यापन हेतु बुलाया जा रहा है। अभ्यर्थी उक्त चरण के दस्तावेज सत्यापन हेतु अपने अध्यापकीय अनुभव के दौरान प्राप्त किए गए वेतन का बैंक द्वारा सत्यापित स्टेटमेंट सहित अपने समस्त दस्तावेज तैयार रखें। दस्तावेज सत्यापन में बुलाये जाने वाले विभिन्न व्यवसायों के अभ्यर्थियों के कटऑफ अंक व्यापम द्वारा जारी मेरिट के आधार पर पृथक से जारी किया जा रहा है। अभ्यर्थी इस संबंध में अद्यतन जानकारी के लिए संचालनालय की वेबसाइट http://cgiticgstate.gov.in तथा अपने लॉगिन आईडी का नियमित अवलोकन कर सकते हैं।
भिलाईनगर/शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना में से एक मोर संगवारी सेवा योजना की शुरूवात की गई है। नागरिक पहले कोई भी दस्तावेज या प्रमाण पत्र बनाने इधर-उधर घूमते रहते थे। जिससे उनका किमती समय बर्बाद होता था। मोर संगवारी सेवा योजना लागू होने से नागरिको को आफिसो तक जाने की आवश्यकता नहीं है। कागज को इकट्ठा करना क्या कागज लगेगा क्या नहीं लगेगा इसकी जानकारी देना इस सब की परेशानी से अब बचाव हो रहा है। आप संगवारी को बुलाए वह सब जानकारी देगा। नागरिक अपना कागज तैयार तैयार करके रखेंगे वह घर आकर ले जाएगा। सब प्रकार के प्रमाण पत्र घर में लाकर देगा। इसका सर्विस शुल्क मात्र ₹50 है। नागरिक घर बैठे मोर संगवारी सेवा योजना के टोल फ्री नम्बर 14545 पर काॅल कर अपनी सुविधा के अनुरूप प्रमाण पत्र बनवा सकते है।
नगर निगम भिलाई में मोर संगवारी सेवा योजना संचालित की जा रही है। इस योजना में 27 प्रकार की सेवाओं का लाभ दिया जाता है, जिसमें प्रमुख रूप से जन्म पंजीयन, जन्म प्रमाण पत्र सुधार, मृत्यु पंजीयन, मृत्यु प्रमाण पत्र सुधार, विवाह पंजीयन एवं प्रमाण पत्र, विवाह प्रमाण पत्र सुधार, आय प्रमाण पत्र, मूल निवासी प्रमाण पत्र, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जन जाति प्रमाण पत्र, अन्य पिछड़ा वर्ग प्रमाण पत्र, दुकान एवं स्थापना पंजीयन, आधार कार्ड में मोबाईल नम्बर जोड़ना या सुधार, शिशु आधार पंजीयन (5 वर्ष तक के बच्चों का), भूमिसूचना (भूमि उपयोग), नवीन पैन कार्ड में सुधार, डुप्लीकेट पैन कार्ड, दस्तावेज के नकल, गैर डिजिटल (भूमि रिकार्ड आदि की प्रति), श्रम कार्ड, राशन कार्ड को सम्मिलित किया गया है।
वैशालीनगर विधायक रिकेश सेन एवं महापौर नीरज पाल ने नागरिको से अनुरोध किये है कि छत्तीसगढ़ शासन की मोर संगवानी योजना की बहुत ही अच्छी योजना है। बस आपको 14545 पर कॉल करना है घर बैठे सुविधा मिलेगी कहीं जाना नहीं है जो काम निगम में जाकर करवाते वह काम घर बैठे करवा सकते हैं इसका लाभ क्षेत्र के हर नागरिको को लेनी चाहिए। इस योजना से सभी नगरिको का काम आसान हो रहा है। इधर-उधर आने-जाने से समय की बर्बादी से बचें।
रायपुर/शौर्यपथ / समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन कुमार गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगातार हत्याएं हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ में गुंडों का राज चल रहा है। अपराधियों के मन में कानून का कोई डर नहीं है । भाजपा सरकार गुंडों, अपराधियों को पूर्ण बहुमत वाली एवं विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का पूरा सपोर्ट है। और जब तक भाजपा सरकार रहेगे , तो अपराधी और गुंडे इनके संरक्षण में फूलते फलते रहेंगे, अपराधी और गुंडे को भाजपा सरकार ने पाल के रखे हैं। भाजपा सरकार में सूरजपुर जिले में प्रधान आरक्षक की पत्नी और उसकी बच्ची को मार डाला बहुत दुःख की बात है। इतना बड़ा घटना हो गया है। गृह मंत्री विजय शर्मा से कानून व्यवस्था सम्हाल नहीं पा रहे हैं। तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे। प्रदेश में जब से भाजपा सरकार आई हैं। तब से ऐसा लग रहा हैं। जैसे कि गुंडों ,अपराधियों, चाकूबाजो ,बलात्कारियों को साय सरकार के तरफ से खुली छूट और प्रदेश में अपराध को बढ़ाने के लिए ऑफर दे रखे हैं। ऐसी गूंगी, भैरी,अंधी, सरकार को चूल्लू भर पानी में डूब के मर जाना चाहिए। और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे। जब पुलिस वाले के परिवार सुरक्षित नहीं हैं । तो आम जनता कैसे सुरक्षित रहेंगे। छत्तीसगढ़ में अब आम जनता की सुरक्षा का सवाल है। लगातार हत्याएं चाकू, बाजी हो रहे है। छत्तीसगढ़ में जब से भाजपा की सरकार आया है। तब से बलात्कार,आगजनी, लोगो की हत्या एवं गुंडागर्दी, चाकू बाजी, और अपराध बढ़ रहे है। और छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था पूरा फैल है। यह सरकार गुंडो की सरकार है। छत्तीसगढ़ को अपराधियों का गढ़ बना दिया गया है। और साय सरकार कानून व्यवस्था को संभाल नहीं पा रहे है। तो अपने पद से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।
भारतीय क्रिकेट स्टार सूर्यकुमार यादव ने छत्तीसगढ़ में वन संरक्षण के प्रयासों को सराहा
अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का भव्य आतिशबाजी के साथ हुआ आगाज
देशभर से 2920 से अधिक खिलाड़ी ले रहे हिस्सा
खिलाड़ियों के दलों ने किया आकर्षक मार्च पार्स्ट
रायपुर/शौर्यपथ / राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एथलेटिक स्टेडियम कोटा में छत्तीसगढ़ की मेजबानी में आयोजित अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आगाज पारंपरिक वेशभूषा एवं परिधानों के साथ विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों ने मार्च पार्स्ट से किया। प्रतियोगिता का शुभारंभ अवसर पर केंद्रीय वन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने अपने वर्चुअल शुभकामना संदेश में कहा कि वनों के संरक्षण में वनकर्मियों की अहम भूमिका होती है। अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में वनबल के कर्मचारी हिस्सा लेते है। इसके लिए वन कर्मियों का शारीरिक रूप से चुस्त-दूरूस्त रहना जरूरी है। वनकर्मियों के लिए खेल का विशेष महत्व है, खेल से एकाग्रता, साहस और टीम भावना से कार्य करने में मदद मिलती है। मैं उम्मीद करता हूं इस प्रतियोगिता में सभी खिलाड़ी खेल भावना से खेलते हुए अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने सभी खिलाड़ियों को शुभकामना एवं बधाई दी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने माता कौशल्या की धरती में देश के विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस आयोजन के लिए वन विभाग की मेहनत काबिले तारीफ है। अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता की शुरूआत वर्ष 1992 में हुई थी। धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता बढ़ती गई। इस खेल में कश्मीर से कन्याकुमारी ही नहीं अपितु केंद्र शासित प्रदेश के खिलाड़ी प्रतियोगिता में शामिल हो रहे हैं। हमारा भारत देश विविधताओं का देश है, राजधानी रायपुर का यह स्टेडियम लघु भारत के रूप में नजर आ रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश मे खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए अनेक कदम उठाये हैं। छत्तीसगढ़ की सरकार खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों से छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा है। वनरक्षक से लेकर विभाग के अधिकारी भी शामिल हो रहे खिलाड़ी का वन और वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए अहम भूमिका होगी।
बिहार के वन मंत्री डॉ. प्रेमकुमार ने कहा कि वनों एवं वन्य प्राणियों के संरक्षण एवं जागरूकता लाने के लिए हमे आगे आना होगा। अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता की शुरूआत आंध्रप्रदेश के हैदराबाद से हुई थी। इस बार यह आयोजन प्राकृतिक खनिज संपदा से भरपूर छत्तीसगढ़ में हो रहा है। डॉ. कुमार ने सभी खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकानाएं दी।
छत्तीसगढ़ के वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि वर्ष 2023 में हरियाणा में आयोजित अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ ने प्रथम स्थान प्राप्त किया था। छत्तीसगढ़ की सरकार खेल प्रातिभाओं का बढ़ाने के साथ-साथ उनका सम्मान भी कर रही है। छत्तीसगढ़ में 44 प्रतिशत वन है, जो पूरे भारत में तीसरा स्थान रखता है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पांच दिन तक चलने वाला यह आयोजन वनों के संरक्षण पर आधारित है। अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन छत्तीसगढ़ में तीसरी बार हो रहा है। उन्होंने स्टेडियम में उपस्थित खिलाड़ियों के साथ-साथ उपस्थित जनसमुदाय को पेड़ और वन्यप्राणी के सरंक्षण के लिए प्रेरित किया। आने वाली पीढ़ी को जागरूक करने का कार्य न केवल सरकार का है अपितु सभी की नैतिक जवाबदारी है।
अंतर्राष्ट्रीय टी-20 के भारतीय कप्तान श्री सूर्य कुमार यादव ने जय जोहर के उद्बोधन से अपनी बात रखी। उन्होंने छत्तीसगढ़ में वनों के संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि छत्तीसगढ़ में चारों ओर हरियाली है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के कैरियर में अनुशासन महत्वपूर्ण है। उन्होंने आने वाली पीढ़ी के लिए वनों को हराभरा रखने और खेल को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की सराहना करते हुए इस आयोजन के लिए बधाई दी।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ की मेजबानी में चार साल बाद 27वीं ऑल इंडिया फॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट में 26 खेल की 300 विधाओं में प्रतियोगिताएं होगी। यह प्रतियोगिता 16 से 20 अक्टूबर तक राजधानी के 16 अलग-अलग खेले मैदानों में होगा। इसमें देशभर से 2920 खिलाड़ी भाग लेंगे। जिसमें 2331 पुरुष और 585 महिला खिलाड़ी शामिल हैं। मेजबान छत्तीसगढ़ के 268 खिलाड़ी 12वीं बार ओवरऑल चैम्पियनशिप के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगे। हमारी टीम अब तक 11 बार ओवरऑल चैम्पियनशिप का खिताब जीत चुकी है। प्रतियोगिता प्रारंभ के पूर्व विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों द्वारा किए गए मार्च पार्स्ट में छत्तीसगढ़ प्रथम, हिमाचल प्रदेश द्वितीय और तृतीय स्थान पर तमिलनाडु तथा असम और गुजरात के दल को सांत्वना पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री द्वय श्री अरूण साव और श्री विजय शर्मा, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, उद्योग एवं श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री रामप्रसाद, विधायकगण श्री राजेश मूणत, श्री मोतीलाल साहू, पद्मश्री श्री अनुज शर्मा, सचिव (वन) भारत सरकार की श्रीमती लीना नंदन, वन महानिदेशक भारत सरकार श्री जितेन्द्र कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव (वन) श्रीमती ऋचा शर्मा, प्रधान मुख्य वनसंरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री व्ही. श्रीनिवास राव, मुख्य वन संरक्षक एवं प्रतियोगिता के नोडल अधिकारी श्रीमती शालिनी रैना सहित बड़ी संख्या में खिलाड़ी और आम लोग उपस्थित थे।
सर्व समाज मंगल भवन के लिए की 50 लाख रूपये की घोषणा
रामचंडी गढ़ फुलझर क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा
उड़ीसा और छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाली सड़क का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा
रामचंडी दिवस और शरद पूर्णिमा की दी बधाई
महासमुंद/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज बसना विकासखंड के गढ़फुलझर में बाबा बिसाशहे कुल कोलता समाज द्वारा आयोजित बाबा बिसाशहे कुल कोलता समाज वार्षिक स्नेह सम्मेलन व बंधु मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय रामचंडी मंदिर पहुंच कर पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। साथ में छत्तीसगढ़ शासन के कैबिनेट मंत्री श्री दयाल दास बघेल, श्री ओ.पी. चौधरी, सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, बसना विधायक श्री सम्पत अग्रवाल, महासमुंद विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा, सरायपाली विधायक श्रीमती चातुरी नंद मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि कोलता समाज द्वारा आयोजित गरिमामय कार्यक्रम मे शामिल होना सौभाग्य की बात है। सौभाग्य है कि आप सबका दर्शन लाभ लेने आए है। उन्होंने कोलता समाज को रामचंडी दिवस और शरद पूर्णिमा की बधाई दी। कोलता समाज द्वारा मुख्यमंत्री का हुलहुली बजाकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह समाज बड़ा शिक्षित, समृद्ध है। यह समाज भारतीय समाज, संस्कृति एवं परंपरा को लेकर चलने वाला समाज है, जो दूसरे समाज को प्रेरणा देने वाला समाज है, कृषक समाज है। उन्होंने कहा कि ओडिशा की संस्कृति प्राचीन संस्कृति है और छत्तीसगढ़ मुख्य रूप से सामाजिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक रूप से इस राज्य से जुड़ा है। दोनों प्रदेश के लोगों का रोटी-बेटी का संबंध है। दोनों के अचार-विचार मिलते हैं।
श्री साय ने कहा कि मोदी जी की गारंटी के अनुरूप हम काम कर रहे है। तेंदूपत्ता संग्रहण के माध्यम से 13 लाख परिवारों को लाभ पहुंचाया जा रहा है, जिससे आदिवासी और वनवासी समुदायों की आजीविका को बढ़ावा मिल रहा है। रामलला दर्शन योजना से लाखों श्रद्धालुओं को धार्मिक यात्रा और दर्शन की सुविधा दी जा रही है, जिससे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को प्रोत्साहन मिल रहा है। उन्होंने युवाओं से नशा के खिलाफ जागरूक होने की अपील की, जिससे समाज स्वस्थ और प्रगतिशील बन सके। उन्होंने सभी को शासकीय योजना का लाभ लेने आह्वान भी किया और कहा कि समाज के सभी वर्ग सामने आएं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने गढ़फुलझर मे सर्व समाज मंगल भवन के लिए 50 लाख रूपये की घोषणा की। उन्होंने कहा कि रामचंडी गढ़ फुलझर क्षेत्र को पर्यटन के रूप मे विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उड़ीसा और छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाली सड़क को बेहतर और उन्नत बनाया जाएगा, जिससे परिवहन और संपर्क में सुधार होगा, और दोनों राज्यों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध मजबूत होंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री श्री दयाल दास बघेल ने सभी समाज के लिए सर्व मंगल भवन के लिए घोषणा के लिए अनुरोध किया।
इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 21 क्विंटल धान की खरीदी का प्रबंध किया है, साथ ही किसानों को बोनस भी प्रदान किया जा रहा है। 18 लाख गरीब परिवारों को आवास उपलब्ध कराने की योजना है। 9 लाख 25 हजार गरीबों को पहली किश्त वितरित की गई है। 70 लाख महिलाओं (दीदियों) को हर महीने 1,000 रुपये की सहायता दी जा रही है। ऐसे मुख्यमंत्री का अभिनन्दन है।
सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने कहा कि यहां मौजूद होना सौभाग्य की बात है। इस अवसर पर उन्होंने उड़ीसा और छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाली सड़क के उन्नयन की मांग की।
बसना विधायक श्री सम्पत अग्रवाल ने कहा कि रनेश्वर रामचंडी मंदिर सिद्ध मंदिर है। यहाँ जो भी मन्नत मांगी जाती है पूरी होती है। यह क्षेत्र आदिवासी राजा का गढ़ रहा है। उन्होंने इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप मे विकसित करने और कोरिडोर बनाने की मांग की है। पद्मपुर से गढ़फुलझर सड़क को क़ृषि महाविद्यालय खोलने सर्व जन मंगल भवन, 100 बिस्तर अस्पताल, बसना मे ट्रामा सेंटर, अधूरे जोक परियोजना, फुलवारी ग्राम को राजस्व रिकॉर्ड मे दर्ज करने की मांग उनके द्वारा की गई।
कार्यक्रम में पूर्व सांसद श्री चुन्नी लाल साहू, पूर्व राज्य मंत्री श्री पूनम चंद्राकर, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक, अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू सहित समाज के पदाधिकारी, सदस्य और बड़ी संख्या मे श्रद्धांलुगण मौजूद थे।
मान्यता है कि प्रभु श्रीराम जी द्वारा रावण से रण में विजय पाने हेतु देवी की 9 दिन तक देवी की उपासना की गई थी। राम साधक के रूप के कठोर साधना कर चंडी को प्रसन्न किये, उनसे विजयी होने का आशीर्वाद प्राप्त किया। उसी समय से देवी के उस स्वरुप का नाम रनेश्वर रामचंडी पड़ा। माता रनेश्वर रामचंडी बाबा बिशा सहे कोलता समाज की कुल देवी के रूप में फुलझर के गढ़ में प्रतिष्ठित हैं। जहाँ एक और राजा तालाब और एक और रानी तालाब है। यहाँ आदिवासी भैना राजा का राज्य था. जिन्होंने गुरु नानक देव जी को 4 एकड़ भूमि देकर एवं गांव का नाम नानक सागर कर सम्मानित किया। सन 2004 में रनेश्वर रामचंडी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई। तब से प्रत्येक वर्ष रामचंडी दिवस का आयोजन धूमधाम से होता हैं। यह आयोजन का 20वा वर्ष है। छत्तीसगढ़ में 306, गांव में कोलता समाज निवासरत है। जिसे 4 अंचल में विभाजित किया गया है, जिसके अंतर्गत 30 शाखा सभा आते हैं, प्रत्येक 100, व्यक्ति में एक ग्राम प्रतिनिधि होते हैं. कोलता समाज प्रमुख रूप से क़ृषि कार्य करते हैं. सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और परंपरा तथा जड़ से जुड़े रहने वाले होते हैं। शिक्षा के प्रति विशेष आग्रह रखने वाले, धार्मिक तथा सेवाभावी होते हैं।
रामचंडी दिवस में छत्तीसगढ़ के 8 तथा ओड़िसा के 12 जिले के लोग उपस्थित होते होते हैं. इस कार्यक्रम में कोलता समाज के अलावा अन्य समाज के लोग भी उपस्थित होते हैं। यह पर्व और माता का यह स्वरुप शक्ति और मर्यादा का समन्वित रूप है।
व्यय नियंत्रण हेतु 19 सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति
देवपुरी, भाठागांव, अग्रसेन चौक और सुभाष स्टेडियम में 4 स्थैतिक नाकों की भी स्थापना
रायपुर/शौर्यपथ / भारत निर्वाचन आयोग द्वारा रायपुर नगर (दक्षिण) विधानसभा के लिए उप-निर्वाचन के कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है। निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण अंतर्गत निर्वाचन व्यय की निगरानी के लिए संपूर्ण जिले में 19 सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है। साथ ही नौ उड़नदस्ता दल (एफएसटी), 12 स्थैतिक निगरानी दल (एसएसटी) और दो वीडियो अवलोकन दलों (वीवीटी) का गठन किया गया है। इनके साथ ही निर्वाचन व्यय पर कड़ी निगरानी के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी, रायपुर द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में चार स्थैतिक नाकों की भी स्थापना की गई है। टिकरापारा थाना के अंतर्गत देवपुरी में, पुरानी बस्ती थाना के अंतर्गत भाठागांव में, आजाद चौक थाना के अंतर्गत अग्रसेन चौक में और कोतवाली थाना के अंतर्गत सुभाष स्टेडियम में ये स्थैतिक नाके स्थापित किए गए हैं।
मनोरंजन /शौर्यपथ /अमिताभ बच्चन ने बॉलीवुड को कई यादगार फिल्में दी हैं, फिल्म कुली उन्हीं में से एक है. इस फिल्म के लिए उन्हें दुनिया भर में सराहा गया था. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के बचपन का किरदार निभाने वाला बच्चा तो आपको याद ही होगा. यह बच्चा इंडस्ट्री में मास्टर रवि के नाम से काफी मशहूर हो गया, लेकिन जैसे-जैसे वह बड़ा हुआ, उसे रवि वलेचा के नाम से पहचाना जाने लगा. रवि ने कई सुपरहिट फिल्मों में बाल कलाकार के तौर पर काम किया. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कभी फिल्मों का जाना माना चेहरा रहे मास्टर रवि कहां हैं और क्या करते हैं.
मास्टर रवि ने इन फिल्मों में किया काम
मास्टर रवि, जिन्होंने अब अपना नाम बदलकर रवि वलेचा कर लिया है, ने 1977 में रिलीज़ हुई एक और सुपरहिट फिल्म अमर अकबर एंथोनी में 'बाल अमिताभ' की भूमिका निभाई. विभिन्न भाषाओं की 300 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके रवि अब 46 साल के हैं. उन्होंने शुरुआत फिल्मों में अपना करियर बनाया है. मास्टर रवि ने कुली, अमर अकबर एंथोनी, देश प्रेमी, शक्ति, मिस्टर नटवरलाल और कई अन्य फिल्मों में एक्टिंग की. रवि ने 90 के दशक के लोकप्रिय शो 'शांति' के कुछ एपिसोड में भी काम किया है.
आज कर रहे ये काम
लेकिन आज रवि हॉस्पिटैलिटी में एक लोकप्रिय नाम है. सूत्रों के मुताबिक, वह उन बच्चों को व्यक्तित्व विकास और अन्य कौशल का प्रशिक्षण भी देते हैं जो हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में कुछ बड़ा करने की इच्छा रखते हैं. ग्लेमर की दुनिया को छोड़ रवि आज खुद का बिजनेस चला रहे हैं.