January 05, 2025
Hindi Hindi
Uncategorised

Uncategorised (31975)

अन्य ख़बर

अन्य ख़बर (5811)

धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।

कांगेर वैली अकादमी के 18वें वार्षिक उत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री
  रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए शिक्षा जरूरी है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। मुख्यमंत्री श्री साय ने राजधानी रायपुर के कांगेर वैली अकादमी के 18वें वार्षिक उत्सव को संबोधित करते हुए यह बात कही।
     मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी डबल इंजन सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व निर्णय लिए हैं। हमने प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया है। हमने स्कूलों में शिक्षक-पालक मीटिंग और न्यौता भोज जैसे अभिनव पहल शुरू की है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों के पोषण को बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 341 स्कूलों का चयन पीएमश्री स्कूल के रूप में किया गया है। यह शिक्षा के लिए अच्छी अधोसंरचना तथा स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्तर के सभी प्रमुख शैक्षणिक संस्थान संचालित किए जा रहे हैं।
         मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हुई कि इस विद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद को अहमियत दी जा रही है। यहां बच्चों को मेडिटेशन भी कराया जाता है। उन्होंने बच्चों को यह संदेश भी दिया कि पढ़ाई के साथ खेलकूद तथा सह-शैक्षणिक गतिविधियां उनके समग्र विकास के लिए आवश्यक हैं।
        विधायक पद्मश्री श्री अनुज शर्मा ने कहा कि इस विद्यालय में विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देने का कार्य भी हो रहा है। व्यक्तित्व के निर्माण में शिक्षा की बड़ी भूमिका होती है। यह भविष्य की सफलताओं का आधार होती है।
       मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर अकादमी के छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई पेंटिग और फाईन आर्ट की कलाकृतियों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

कांगेर वैली अकादमी के 18वें वार्षिक उत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री
  रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए शिक्षा जरूरी है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। मुख्यमंत्री श्री साय ने राजधानी रायपुर के कांगेर वैली अकादमी के 18वें वार्षिक उत्सव को संबोधित करते हुए यह बात कही।
          मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी डबल इंजन सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व निर्णय लिए हैं। हमने प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया है। हमने स्कूलों में शिक्षक-पालक मीटिंग और न्यौता भोज जैसे अभिनव पहल शुरू की है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों के पोषण को बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 341 स्कूलों का चयन पीएमश्री स्कूल के रूप में किया गया है। यह शिक्षा के लिए अच्छी अधोसंरचना तथा स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्तर के सभी प्रमुख शैक्षणिक संस्थान संचालित किए जा रहे हैं।
         मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हुई कि इस विद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद को अहमियत दी जा रही है। यहां बच्चों को मेडिटेशन भी कराया जाता है। उन्होंने बच्चों को यह संदेश भी दिया कि पढ़ाई के साथ खेलकूद तथा सह-शैक्षणिक गतिविधियां उनके समग्र विकास के लिए आवश्यक हैं।
        विधायक पद्मश्री श्री अनुज शर्मा ने कहा कि इस विद्यालय में विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देने का कार्य भी हो रहा है। व्यक्तित्व के निर्माण में शिक्षा की बड़ी भूमिका होती है। यह भविष्य की सफलताओं का आधार होती है।
       मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर अकादमी के छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई पेंटिग और फाईन आर्ट की कलाकृतियों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

रायपुर/शौर्यपथ / केन्द्रीय जेल रायपुर में आज प्रथम अंतरराष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर ध्यान एवं योग शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का…
शौर्यपथ /हर कोई अमीर बनना चाहता है, लेकिन अच्छी आदतें पालने और हार्ड वर्क करने के लिए बहुत कम लोग तैयार रहते हैं. अमीर बनने…
आस्था /शौर्यपथ / मंदिर आस्था और भक्ति का स्थान होते हैं और इनकी पवित्रता का हमेशा ध्यान रखा जाना चाहिए. यही कारण है कि देश…
व्रत त्यौहार /शौर्यपथ / हिंदू धर्म में भानु सप्तमी की अत्यधिक धार्मिक मान्यता होती है. माना जाता है कि भानु सप्तमी पर सूर्य देव की…
व्रत त्यौहार /शौर्यपथ/सनातन धर्म के सबसे बड़े समागम के तौर पर प्रसिद्ध महाकुंभ मेला 13 जनवरी से आरंभ होने जा रहा है. 12 सालों में…
व्रत त्यौहार /शौर्यपथ /हर माह मनाई जाने वाली कालाष्टमी को मासिक कालाष्टमी कहा जाता है. पंचांग के अनुसार, मासिक कालाष्टमी का व्रत हर महीने के…

   रायपुर /शौर्यपथ /महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े रायपुर के एक निजी स्कूल के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं और विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न परीक्षाओं में उत्तीर्ण मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज के बच्चे कल के भविष्य हैं। ऐसे आयोजन से बच्चों का उत्साहवर्धन होता है। इस तरह का आयोजन विद्यार्थियों के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास में सहायक सिद्ध होता है। मंच पर सबके सामने प्रस्तुति देने से बच्चों के अंदर की झिझक दूर होती है व रचनात्मकता एवं आत्मविश्वास बढ़ता है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हमें ज्ञान, कौशल और आत्मविश्वास प्रदान करती है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है, क्योंकि यह हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और अपने सपनों को साकार करने में मदद करती है। शिक्षा से हमें न केवल ज्ञान प्राप्त होता है बल्कि यह हमें सोंच, समझ और विश्लेषण करने की क्षमता को भी बढ़ाती है। यह हमें अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मदद करती है। इस अवसर पर विद्यार्थीगण, उनके अभिभावक और विद्यालय परिवार के सदस्यगण उपस्थित थे।

   रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने विश्व के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की 22 दिसंबर को जयंती पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने श्री रामानुजन को याद करते हुए कहा कि रामानुजन जी आधुनिक काल में न केवल भारत बल्कि विश्व के महानतम गणितज्ञों में से एक थे, जिन्होंने गणित के विभिन्न क्षेत्रों में  अपना योगदान दिया। उनके जन्मदिन को ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’  के रूप में मनाया जाता है। श्री साय ने कहा कि गणित के महान जादूगर श्रीनिवास रामानुजन को गणित के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा ।

हमारा शौर्य

हमारे बारे मे

whatsapp-image-2020-06-03-at-11.08.16-pm.jpeg
 
CHIEF EDITOR -  SHARAD PANSARI
CONTECT NO.  -  8962936808
EMAIL ID         -  shouryapath12@gmail.com
Address           -  SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)