October 24, 2025
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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।

जगदलपुर, शौर्यपथ। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित श्रीरामलला दर्शन (अयोध्या धाम) योजना के तहत 30 सितंबर की शाम को बस्तर जिले के कुल 87 तीर्थ यात्रियों को टाउन हॉल के सामने बस से रवाना किया गया। सांसद महेश कश्यप, नगर निगम महापौर संजय पांडे, वेद प्रकाश पांडे, रामाश्रय सिंह ने श्रीरामलला दर्शन योजना के यात्रियों को पुष्प भेंट कर सुखद यात्रा की शुभकामनाएं दी। यात्रा के प्रारम्भ होने से पूर्व सभी यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया। जिले में श्रीरामलला दर्शन योजना समिति के सदस्य रामाश्रय सिंह एवं अन्य अधिकारियों के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया गया है। जिले से विगत वर्ष से अब तक 873 तीर्थ यात्रियों को अयोध्या धाम यात्रा से लाभान्वित किया जा चुका है। इस अवसर पर जिला पंचायत अति. मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं नोडल अधिकारी बीरेंद्र बहादुर सहित जिला पंचायत कार्यालय के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

मृणेन्द्र चौबे राजनांदगांव/शौर्यपथ/ केयरिंग फॉर कम्युनिटी अभियान के अंतर्गत भारत रत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं संबद्ध चिकित्सालय द्वारा "स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार" अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन नर्सिंग कॉलेज, राजनांदगांव में किया गया। यह कार्यक्रम दिनांक 30 सितंबर 2025 को दोपहर 12:30 से 1:30 बजे तक संपन्न हुआ। कार्यक्रम के सह-समर्थनकर्ता डॉ. लक्की नेताम एवं डॉ. सौम्या चेलक रहे।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अतुल मनोहरराव देशकर, अधीक्षक शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय पेंड्री उपस्थित रहे। सहायक प्राध्यापक डॉ. प्रकाश खुंटे एवं नर्सिंग कॉलेज प्रिंसिपल ममता नायक भी विशेष रूप से उपस्थित हुए। दीप प्रज्वलन एवं अतिथियों के स्वागत से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

वक्ता डॉ. प्रकाश खुंटे (एमडी मेडिसिन) ने "बुनियादी जीवन समर्थन (Basic Life Support)" विषय पर मार्गदर्शन दिया। उन्होंने बताया कि हृदयगति रुकने या सांस थमने की स्थिति में सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) और कृत्रिम सांस द्वारा व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने मैनिकिन पर सीपीआर का लाइव प्रदर्शन किया, जिसमें डॉ. सौम्या चेलक ने सहयोग किया।

डॉ. अतुल मनोहरराव देशकर ने स्वास्थ्य पर दिनचर्या के प्रभावों की चर्चा करते हुए संतुलित आहार, गहरी नींद और योग के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि योग और पर्याप्त नींद से तनाव, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और मोटापा जैसी जीवनशैली संबंधी बीमारियों को रोका जा सकता है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि मेडिकल कॉलेज में योगनिद्रा सेंटर की शुरुआत पायलट आधार पर की गई है, जिसका संचालन नर्सिंग सिस्टर द्वारा किया जा रहा है।

यह आयोजन राष्ट्रीय पोषण माह और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत हुआ। कार्यक्रम का मुख्य संदेश रहा – "स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार और सशक्त भारत की नींव है।"

 

जगदलपुर, शौर्यपथ। वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक आलोक कुमार तिवारी के निर्देशानुसार वनमण्डलाधिकारी उत्तम कुमार गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन में वन विभाग लगातार अवैध अतिक्रमण, अवैध कटाई के खिलाफ लगातार एक्शन मोड में है और कार्यवाही कर रही है। इसी दौरान गुप्तसूत्रों के द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि भानपुरी परिक्षेत्र के जामगांव सर्किल के ग्राम बोरीगांव में कुछ लोगों द्वारा राजकीय वृक्ष साल की अवैध कटाई कर घर में चिरान रखने की सूचना प्राप्त हुई। जिस पर उपवनमंडलाधिकारी बस्तर आई पी बंजारे के नेतृत्व में वन परिक्षेत्र अधिकारी डॉ प्रीतेश पाण्डेय ने एक टीम का गठन किया गया। 27 सितंबर को कुलमन पिता सुक्लो के घर 25 नग(0.76 घन मीटर) Por no 15487/11 के तहत साल लकड़ी चिरान किया गया उनके द्वारा घर बाड़ी एवं खेत छुपा रखा था फिर 28 सितंबर को कृषक बुधराम पिता गुड्डी के घर से 15 नग साल चिरान (0.39घन मीटर )por नॉ 15487/12 के तहत बरामद की एवं भारत पिता हिड़मा के घर से 11नग साल चिरान (0.213घन मीटर )POR ना 15487/13 के तहत कार्यवाही की गई जिसे अभियुक्तों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि आरक्षित वनखंड के कक्ष क्रमांक 1007 से काटी गई है। इस पर वन परिक्षेत्र अधिकारी डॉ प्रीतेश पाण्डेय ने तत्काल कार्यवाही करते हुए भारतीय वन अधिनियम 1927 एवं चिरान अधिनियम के तरह प्राथमिकी दर्ज की साथ ही ग्रामीणों को हिदायत दी की वनों की अवैध कटाई और अतिक्रमण गैर कानूनी है और ऐसा किए जाने पर अपराधी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।इस कार्रवाई में सहायक परिक्षेत्र अधिकारी डोमू राम नेताम, जयदेव मौर्य,ओमप्रकाश सिंह, बुद्रुरु राम कश्यप साथ ही परिसर रक्षक श्रीमती मुन्नी मौर्य छेंदु राम, हेमंत मोर्य, अरुण नाग, योगेश रामटेक, नृपेंद्र गौतम एवं वन चौकीदारों का पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ

नरेश देवांगन की खास रिपोर्ट 

जगदलपुर, शौर्यपथ। जगदलपुर के राजमहल परिसर मे लगे मीना बजार में शौचालय व्यवस्था पूरी तरह मजाक बन चुकी है। जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते यहाँ महिला और पुरुष दोनों के लिए एक ही रास्ते से जाने की व्यवस्था की गई है। शौचालय के नाम पर सिर्फ़ त्रिपाल की झिल्ली के साथ ग्रीन पर्दा टांग दी गई है, जिसमें न दरवाज़ा है और न कोई प्राइवेसी।

स्थिति इतनी बदतर है कि वहाँ न पानी की सुविधा है, न सफाई की व्यवस्था। टॉयलेट सीट भी नाम मात्र की लगाई गई है। महिलाएँ और पुरुष दोनों को एक ही ओर से जाना पड़ता है, जिससे शर्मिंदगी और असुरक्षा की स्थिति बनी रहती है।

लाखों की भीड़ जुटने वाले मीना बाजार में इस तरह की अव्यवस्था स्वास्थ्य और सुरक्षा दोनों के लिए खतरा है। सवाल यह उठता है कि आखिर इतने बड़े आयोजन में जिम्मेदार अधिकारी और आयोजक किस आधार पर जनता को ऐसी घटिया सुविधा दे रहे हैं?

मीना बाजार की व्यवस्थाओं को लेकर समाजसेवी करमजीत कौर ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मीना बाजार में महिलाओं के लिए शौचालय की समुचित व्यवस्था नहीं है। वहां किसी प्रकार की चारदीवारी या दरवाजे नहीं बनाए गए हैं, केवल पर्दों के सहारे ही महिला और पुरुषों के लिए जगह विभाजित की गई है।

करमजीत कौर ने आगे कहा कि मीना बाजार प्रबंधन की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह महिलाओं की निजता और सुरक्षा का ध्यान रखे। उन्होंने बताया कि उन्होंने स्वयं देखा है कि बाजार में कार्य कर रही बच्चियां लगभग 18 वर्ष की आयु की हैं और उनकी सुरक्षा का दायित्व सीधे तौर पर बाजार संचालकों पर है। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ पर्दों के सहारे शौचालय की व्यवस्था करना बेहद असुविधाजनक और असुरक्षित है। यह न केवल महिलाओं बल्कि बालिकाओं की गरिमा के लिए भी खतरा है। अंत में उन्होंने उम्मीद जताई कि खबर के प्रकाशन के बाद मीना बाजार प्रबंधन महिलाओं और बालिकाओं के शौच के लिए उचित व सुरक्षित व्यवस्था करने की ठोस पहल करेगा।

   राजनांदगांव / शौर्यपथ / सेवा पखवाड़ा अंतर्गत समाज कल्याण विभाग द्वारा गांधी सभागृह राजनांदगांव में दिव्यांगजनों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम पुरस्कार वितरण, सहायक उपकरण वितरण एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती जागृति साहू, श्रीमती देवकुमारी साहू व श्रीमती किरण बारले, पूर्व जनपद सदस्य श्रीमती मीना पुरेरी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह, नगर निगम पार्षद व चेयरमेन स्वास्थ्य विभाग श्री शैंकी बग्गा, नियामत हुद्दा एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव शासन द्वारा दिव्यांगजनों के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए इस तरह के कार्यक्रम एवं शिविरों का आयोजन होते रहना चाहिए। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिए समाज कल्याण विभाग की सराहना की। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने सेवा पखवाड़ा अन्तर्गत समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांग एवं बुजुर्गों के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की।
कार्यक्रम में भगवान महावीर समता वृद्धाश्रम में लाभान्वित वृद्धजनों का सम्मान तिलक लगाकर पुष्पहार पहना कर एवं शाल भेंट कर किया गया। दिव्यांग शालेय बच्चों, आस्था अभिलाषा, मनोकामना एवं शासकीय बौद्धिक मंदता के विशेष बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनोहर प्रस्तुति दी। बच्चों ने नशामुक्ति, स्वच्छता अभियान, नारी सशक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। एकल एवं समूह नृत्य में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। दिव्यांगजनों के लिए दीर्घकालीन सेवा भावना के लिए अभिलाषा संस्था के सचिव श्री सीए रूपम सोनछत्रा, आस्था के संस्थापक अध्यक्ष श्री हेमंत तिवारी एवं वर्तमान अध्यक्ष महेन्द्र सुराना, मनोकामना मनोविकास शाला के संस्थापक अध्यक्ष श्री रत्ना ओस्तवाल, भगवान महावीर समता वृद्धाश्रम के संस्थापक श्री गौतम पारख एवं नगर में संचालित समता जनकल्याण के निदेशक एवं तृतीय लिंग के लिए सक्रियता से कार्यरत श्री शिशुपाल खोब्रागढ़े को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार पूर्व में खेल कूद प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में शिविर के माध्यम से दिव्यांगजनों के लिए सहायक उपकरण वितरण किया गया। साथ ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र नवीनीकरण, यूडीआईडी, बसपास भी बनाये गए। उप संचालक समाज कल्याण श्रीमती वैशाली मरडवार ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन आस्था की संयुक्त सचिव एवं मीडिया प्रभारी सुश्री निखत परवीन खान ने किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में अभिलाषा संस्था की सचिव एवं चाटर्ड एकाउन्टेंट श्रीमती रूपम सोनछत्रा, सर्व शिक्षा अभियान के बीआरपी श्रीमती देवकी सिंह रेड्डी उपस्थित थे। स्वास्थ्य परीक्षण में डॉ. महाकालकर सहित उनकी टीम का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, दिव्यांग व वृद्धजन, नगरवासी उपस्थित थे।

 मोहला / शौर्यपथ / जिले के विकासखण्ड के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत जेरियाट्रिक मेगा कैंप का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस विशेष स्वास्थ्य शिविर में क्षेत्र के बुजुर्ग नागरिकों, विशेषकर वरिष्ठ महिलाओं और पुरुषों के लिए रक्तचाप, शुगर टेस्ट, नेत्र परीक्षण एवं मानसिक स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग की गई।
       मोहला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नम्रता सिंह की उपस्थिति विशेष रही। इस अवसर पर उन्होंने चलने में असमर्थ माताओं को वॉकर तथा जरूरतमंद बुजुर्गों को वॉकिंग स्टिक प्रदान की। इसके साथ ही कार्यक्रम में 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के आयुष्मान वय वंदन कार्ड भी बनाए गए, जिससे उन्हें सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं का सीधा लाभ मिल सके। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विजय खोब्रागडे, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ.सीमा ठाकुर, डीपीएम डॉ.राकेश वर्मा, बीईटीओ श्री नेताम सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
       स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित इस जेरियाट्रिक कैंप का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य की समुचित देखभाल करना, उन्हें सहायक उपकरण उपलब्ध कराना एवं आयुष्मान कार्ड के माध्यम से नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ना रहा। इस तरह के आयोजन से ग्रामीण अंचलों में रहने वाले बुजुर्गों को स्वास्थ्य सेवाओं का प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होता है और उन्हें सशक्त एवं आत्मनिर्भर जीवन जीने का अवसर मिलता है।

 बिजली बिल से राहत के साथ पर्यावरण संरक्षण को मिल रहा प्रोत्साहन       
 मोहला / शौर्यपथ / प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना आज उपभोक्ताओं को राहत देने का कार्य कर रही है। योजना अंतर्गत आमजन को रियायती दरों पर घर की छतों पर सोलर पैनल लगाने की सुविधा प्रदान की जा रही है, जिससे वे स्वयं बिजली की जरूरतें पूरी कर सकते है और बिजली बिल से राहत पा सकते हैं।
 ग्राम मुरेठीटोला निवासी श्रीमती उर्मिला बाई भुआर्य ने बताया कि सीएससी सेंटर संचालक श्री जसपाल सिंह से योजना की जानकारी मिली। जिसके पश्चात उन्होंने भी घर की छत पर सोलर रूफटॉप सिस्टम लगवाया है। पहले जहां हर माह उन्हें एक हजार से दो हजार रुपए बिजली बिल का भुगतान करना पड़ता था, लेकिन अब मासिक बिजली बिल लगभग शून्य हो गया है, जिससे श्रीमती उर्मिला बिजली बिल के भुगतान की राशि से अच्छी खासी बचत कर पा रही है।
 श्रीमती उर्मिला ने कहा कि यह योजना हमारे जैसे मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए बहुत फायदेमंद है। स्वच्छ ऊर्जा अपनाकर न केवल पर्यावरण की रक्षा कर रहे हैं, बल्कि हर माह की बचत से भविष्य की योजनाओं को पूरा करने में आसानी होगी। उन्होंने बताया कि एक वर्ष पूर्व उनके द्वारा योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया गया था। कुछ ही दिनों में विभागीय स्वीकृति पश्चात उनकी छत पर 1 लाख 20 हजार रुपए की लागत से 2 किलोवाट का सोलर पैनल लग गया। इसके लिए उन्हें केंद्र सरकार द्वारा 60 हजार की सब्सिडी भी प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि यह केवल आर्थिक राहत नहीं है, बल्कि बिजली जैसी महत्वपूर्ण ऊर्जा उत्पादन में अपना अहम योगदान दे रही हैं। सौर ऊर्जा पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से भी लाभदायक है। इससे किसी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता और न ही प्रकृति को हानि पहुंचती है।

By - नरेश देवांगन 

जगदलपुर, शौर्यपथ। बस्तर जिले के राजमहल परिसर में आयोजित मीना बाजार में प्रवेश के लिए आम जनता से ₹30 टिकट वसूला जा रहा है। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इन टिकटों पर न तो मूल्य अंकित है और न ही GST का कोई उल्लेख। ऐसा लग रहा है जैसे आयोजकों ने नियमों को चुटकियों में उड़ा दिया हो।

जानकारों का कहना है कि किसी भी टिकट पर उसका मूल्य स्पष्ट रूप से लिखा होना अनिवार्य है। GST रजिस्टर्ड आयोजक को तो GST दर, राशि और GSTIN नंबर भी टिकट पर अंकित करना होता है। बिना मूल्य और GST का उल्लेख करना सिर्फ उपभोक्ता अधिकारों की अनदेखी ही नहीं बल्कि टैक्स चोरी का ताज़ा नमूना है।

स्थानीय नागरिकों ने मजाकिया अंदाज़ में कहा, "टिकट तो लिया, पर रसीद और हिसाब-किताब कहां है? लगता है मेले में भी 'चुपके-चुपके' खेल खेला जा रहा है।" जनता की इस प्रतिक्रिया से साफ है कि आयोजकों की यह चालाकी सबको पसंद नहीं आई।

उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम और GST नियमों के अनुसार यह स्पष्ट अवैध और अनुचित है। नागरिकों और विशेषज्ञों ने आयोजकों पर कड़ी कार्रवाई और जिम्मेदारियों का हिसाब-किताब रखने की मांग की है।

अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन और GST विभाग इस मामले में कितनी सख्ती दिखाते हैं और क्या मेले की इस 'टिकट ट्रिक' पर लगाम लगाई जाएगी या नहीं। जनता की नजरें अब प्रशासन पर टिकी हैं।

मैत्री महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री:उत्कृष्ट कार्य करने वालों को किया सम्मानित, आचार्य विद्यासागर कल्याण सेवा संस्था के लोगो का किया विमोचन

      रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर में सकल दिगम्बर जैन समाज द्वारा आयोजित मैत्री महोत्सव में शामिल हुए। पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में पूज्य आर्यिकारत्न 105 अंतर्मति माताजी ससंघ के मंगल सान्निध्य में आयोजित गुरु शरणम् – मैत्री महोत्सव – क्षमादान उत्सव में विधायक श्री राजेश मूणत, जैन समाज के पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने मंच पर पूज्य आर्यिकारत्न 105 अंतर्मति माताजी ससंघ को श्रीफल भेंटकर आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में जैन समाज की पारंपरिक पगड़ी और गमछा पहनाकर मुख्यमंत्री का सम्मान किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया तथा आचार्य विद्यासागर कल्याण सेवा संस्था के लोगो का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि मैत्री महोत्सव केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि आत्मिक जागृति और शुद्धिकरण का पावन अवसर है। भारत की पुण्यभूमि केवल सभ्यता और संस्कृति की जननी ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिकता की जीवंत प्रयोगशाला भी रही है। यहाँ धर्म केवल पूजा तक सीमित नहीं है, बल्कि जीवन जीने की कला है।
उन्होंने कहा कि भगवान महावीर स्वामी ने ‘जियो और जीने दो’ का संदेश दिया। हाल ही में मनाए गए क्षमादान पर्व का सार यही है कि ‘उत्तम क्षमा, सबसे क्षमा और सबको क्षमा’—यही बड़प्पन है और यही वसुधैव कुटुम्बकम का वास्तविक संदेश है। जैन धर्म ने इस भावना को सबसे सुंदर और गहन रूप में प्रस्तुत किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जैन समाज परोपकारी समाज है और इसके सेवा भाव का लाभ छत्तीसगढ़ को निरंतर मिलता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अहिंसा, अपरिग्रह और अनेकांत के सिद्धांत समरस समाज की आधारशिला हैं। मैं पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के पावन स्मरण और पूज्य आर्यिकारत्न 105 अंतर्मति माताजी ससंघ के मंगल सान्निध्य में उन सभी संतों को नमन करता हूँ, जिन्होंने अपने संयम, तप और साधना से समाज को दिशा दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर जी का जीवन-दर्शन हम सबके लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने सिखाया कि सच्चा धर्म त्याग, सेवा और आत्मसंयम में है। यह छत्तीसगढ़ का सौभाग्य है कि आचार्य जी ने अपने कठोर साधना के अनेक वर्ष यहाँ व्यतीत किए और चंद्रगिरी तीर्थ पर समाधि ली।
श्री साय ने कहा कि जैन धर्म के तीर्थंकरों के दिए आदर्श—अहिंसा परमो धर्मः, अनेकांतवाद, सत्य और संयम—केवल जैन समाज की धरोहर नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र की आत्मा हैं।
कार्यक्रम में सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष श्री विनोद बड़जात्या ने आचार्य विद्यासागर कल्याण सेवा संस्था द्वारा संचालित आचार्य विद्यासागर कल्याण योजना की जानकारी दी और समाज के सभी लोगों से इस योजना से जुड़ने की अपील की। सीआईआई के अध्यक्ष श्री संजय बड़जात्या ने भी सभा को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने जैन तीर्थों के निर्माण और संरक्षण के लिए श्री मनीष जैन, आयुर्वेद सेवा के लिए श्री विजय गोधा तथा समाज सेवा के लिए श्री सुनील संगोलिया को सम्मानित किया। उन्होंने चांदी पर उत्कीर्ण गुरु-स्मृति तथा आचार्य श्री विद्यासागर द्वारा रचित हाइकू, जिसे चांदी पर उत्कीर्ण किया गया है, का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर जैन समाज के अनेक पदाधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। इनमें सर्वश्री नरेन्द्र जैन, यशवंत जैन, रतनलाल बड़जात्या, सुधीर बाकलीवाल सहित अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तित्व शामिल थे।

मुख्यमंत्री जीएसटी 2.0 रिफॉर्म्स "धन्यवाद मोदी जी" कार्यक्रम में हुए शामिल, पद्मश्री प्राप्त विभूतियों और राष्ट्रीय खिलाड़ियों को किया सम्मानितरायपुर / शौर्यपथ / राजधानी रायपुर के मेडिकल कॉलेज सभागार में…

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