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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
रायपुर/शौर्यपथ /शहीद वीर नारायण सिंह श्रम योजना लगभग 94,000 मजदूरों को मासिक आधार पर पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध कराती है, तथा प्रवासी आबादी के बीच भूख और गरीबी की समस्या का समाधान करती है। मनोज की लचीलापन, आशा और सशक्तिकरण की भावनाओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना ने कई प्रवासी श्रमिकों के लिए भूख के चक्र को तोड़ने और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मनोज के लिए, इसने उन्हें अपने बच्चों की शिक्षा के लिए अधिक बचत करने में मदद की है और उन्हें खुशहाल विवाहित जीवन जीने की इच्छा को फिर से जगाया है।
जब मनोज को शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना के तहत 5 रुपए की सब्सिडी वाले भोजन के बारे में पता चला तो उन्होंने राहत की सांस ली। मनोज खुटे की आँखों में दूर की ओर देखने वाला चिंतनशील भाव है। वह ध्यान से अपनी प्लेट में खाना भरता है और खाने के लिए बैठ जाता है, उसे याद है कि पहले उसका परिवार खेती-किसानी करता था और सभी घर पर ही खाना खाते थे। धीरे-धीरे, घटते भूजल स्तर, अचानक जलवायु परिवर्तन और बढ़ती ऊर्जा लागत ने अनुसूचित जाति समुदाय के एक छोटे से भूस्वामी मनोज को खेती से बाहर कर दिया। जैसे-जैसे मनोज के बच्चे बड़े होते गए, उन्हें एहसास हुआ कि उनके पास अपनी दो बेटियों की शिक्षा और बाद में उनकी शादी की योजना बनाने के लिए पर्याप्त बचत नहीं है। उनके सामने एकमात्र समाधान रायपुर, जो कि पास का बड़ा शहर है, में जाकर और एक अच्छी नौकरी ढूँढना था। मनोज ने एक सुरक्षा गार्ड के रूप में काम किया और अपने कृषि उपकरणों के बदले एक वर्दी और सीटी खरीदी।
आजीविका के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी क्षेत्रों में तेजी से हो रहा पलायन आज दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण जनसांख्यिकीय बदलावों में से एक है। दुनिया भर में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आजीविका के लिए पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। एचडीएस (2011-2013) के अनुसार छत्तीसगढ़ में 0.19 मिलियन लोग ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी क्षेत्रों में पलायन कर चुके हैं। अनियंत्रित प्रवास का एक अदृश्य प्रभाव खाद्य असुरक्षा है जो आर्थिक रूप से असुरक्षित प्रवासियों को अस्वास्थ्यकर व्यवहार अपनाने के लिए मजबूर करता है
एक सुरक्षा गार्ड के रूप में, मनोज 12,000 रुपये प्रति माह कमाते थे लेकिन उनकी कमाई का एक बड़ा हिस्सा आवास और भोजन पर खर्च होता था। ऐसे वित्तीय दबाव के दौरान, सब्सिडी वाले भोजन से खाद्य असुरक्षा से निपटने और विषम परिस्थितियों में कार्यरत बड़ी शहरी गरीब आबादी को पौष्टिक भोजन सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण मदद मिल सकती है। जवाब में, यूएनडीपी ने छत्तीसगढ़ में श्रम विभाग के सहयोग से शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न जैसे कार्यक्रमों का समर्थन किया है। सात से अधिक जिलों में योजना के आधार रसोई और 20 से अधिक स्थानों पर भोजन वितरण केंद्र प्रवासी आबादी के बीच भूख और गरीबी को दूर करते हुए हर महीने लगभग 94,000 मजदूरों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराते हैं। औद्योगिक और गैर-औद्योगिक दोनों क्षेत्रों में दिन में एक बार भोजन परोसा जाता है, जहां श्रमिक 5 रुपये की रियायती दर पर भोजन प्राप्त कर सकते हैं।
प्रीति अतिरिक्त आय अर्जित कर रही अपने सपने पूरे
जशपुरनगर/शौर्यपथ / सशक्त महिला सशक्त समाज को गढ़ता है जिससे देश के विकास होने में सहयोग होती है। नारी सशक्तिकरण में ग्रामोद्योग संचालनालय की टसर धागाकरण की योजना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आने वाली पीढ़ी के द्वारा रोजगार हेतु किसी अन्य राज्य में पलायन नही करना पड़ेगा अपने ही राज्य अपने ग्रामों में रहकर स्व-रोजगार प्राप्त कर सकतें है इस उददेश्य से मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मंशानुसार जिले में संचालक रेशम के द्वारा धागाकरण प्रशिक्षण देकर समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा रहा है।
टसर धागाकरण योजनान्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र में कृषि कार्य एवं मजदूरी वनोपज से आय का एक प्रमुख साधन है जो एक निश्चित अवधि के लिए होती है। पुरूष तो काम के तलाश में बाहार जा सकते हैं किन्तु महिलाओं के लिए अपने गांव के आस-पास में रोजगार प्राप्त करने हेतु इधर-उधर भटकना पडता था ऐसे ही कुछ जरूरत मंद महिलाएं शासकीय कोसा बीज केन्द्र सिंगीबहार में चल रहे टसर धागाकरण योजनान्तर्गत संचालित टसर मशीनों को देखने आई एवं धागाकरण कार्य को देखकर स्व-प्रेरित होकर स्वयं भी इस कार्य को करने के लिए इच्छा प्रकट की तथा विभाग द्वारा इसे भी विभाग द्वारा प्रशिक्षण दिया गया ।
कलेक्टर डॉ रवि मित्तल के मार्गदर्शन में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभिषेक कुमार के दिशा-निर्देश में जशपुर जिले के विकासखण्ड फरसाबहार के ग्राम केरसई निवासी कुमारी प्रीति चौहान ने बहुत ही कम उम्र में ही टसर धागाकरण प्रशिक्षण कर धागाकरण कार्य में रूचि ली और आज अपने सपने को साकार कर रही है। जो कि अति गरीब परिवार से आती है एवं अनुसूचित जाति वर्ग से है चूंकि प्रीति चौहान कक्षा 12 वीं तक का शिक्षा प्राप्त कर चुकी है परन्तु सरकारी नौकरी नहीं मिलने कारण धागाकरण कार्य में एकाग्र मन से कार्य कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रही है। आज इनके खाते में लगभग 1 लाख 2 हजार 6 सो 35 रूपये जमा है जोकि अपने भविष्य के लिए जमा पूंजी रखी है। उन्होंने बताया कि इनके पिता मजदूरी का काम करते हैं जो कि सिर्फ परिवार का पेट ही पलता था अब इनके द्वारा माता पिता को आर्थिक सहयोग कर रहे हैं अतिरिक्त पैसे के आमदनी होने से हमारी पुश्तैनी भूमि जो कि कई वर्षाे से खेती नहीं किये थे उसमें खेती कर हमारी साल भर के खाने हेतु अनाज उत्पादन कर लेते हैं। इस प्रकार से रेशम विभाग जशपुर के द्वारा कई गरीब परिवार जो आर्थिक स्थिति से कमजोर ऐसे परिवार को छत्तीसगढ़ शासन का धागाकरण योजना से जोडकर रोजगार दिया जा रहा है।
कुमारी प्रीति चौहान ने बताया की शासकीय कोसा बीज केन्द्र सिंगीबहार के फील्ड-ऑफीसर से मिलकर धागाकरण के बारे में जानकारी ली तथा उन्होने मुझे धागाकरण प्रशिक्षण के बारे में बाताया और उनके द्वारा प्रशिक्षण दिलाया जो कि मेरी जिन्दगी को पूरी तरह से बदल दिया आज मेरे भाई-बहन का पढाई लिखाई रेशम धागाकरण से अर्जित पैसों से करवाती हैं । तथा उनका हर सपना पूरा कर पा रही हैं। उन्होंने बताया कि लगभग 26100 कोसाफल का उपयोग कर लगभग-28.770 किलोग्राम धागा का उत्पादन करती हैं ।जिसकी कीमत राशि - 1 लाख 40 हजार 720 रूपए उनको प्राप्त हुआ। जिसमें कोसाफल का लागत राशि 57195 है जिससे उनको शुद्ध आमदनी 83525 रूपए प्राप्त हुए है। इसी प्रकार हर वर्ष आमदनी अर्जित करती है।
समूह की महिलाएं पहले कॉफी गरीबी में जीवन यापन कर रही थीं, वे इस योजना से जुड़कर अब तक अपनी-अपनी जीवन स्तर में सुधार कर ली हैं इसी योजना से अतिरिक्त आय अर्जित कर अपने कृषि भूमि में खेती का कार्य कर उन्नत किस्म का धान एवं अन्य फसल का उत्पादन कर रहे हैं। कई ऐसे महिलाएं जिनके पास सायकल खरीदने को सपना देखते थे परन्तु आज इसी कार्य से दो पहिया वाहन आसानी से खरीद के चला रहे हैं, अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा हेतु अच्छे स्कूलों में पढ़ाई लिखाई करवा रहें है। समूह 501 महिलाएं हितग्राही जो आज धागाकरण कार्य से स्वावलंबी हो चुके हैं एवं परिवार का भी आर्थिक स्थिति में मजबूत कर रहे हैं जिससे इनका जीवन स्तर और भी उपर की ओर जा रही है जिससे सामाज में इनकी अलग पहचान मिल रही है तथा रेशम विभाग महिला समूह को हर स्तर पर सहयोग कर रही है महिलाओं को कोकून बैंक के माध्यम से कोसा उपलब्ध कराना मशीनों द्वारा उत्पादित धागा को विपणन कराना तथा विक्रय किया गया धागा का राशि उनके खाते में उपलब्ध कराना इत्यादि इस प्रकार महिलाओं एवं गरीब परिवारों को रेशम विभाग द्वारा इनके पूर्ण विकास सकारात्मक आर्थिक विकास की ओर प्रयासरत है जिससे वे अपने क्षमता को समझ सके महिलाओं का सशक्त होना आज की महती आवश्यकता है।
जनपद पंचायत में कर सकते हैं आवेदन
मोहला /शौर्यपथ /कलेक्टर श्री एस जयवर्धन के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में जिले के दिव्यांगजनों का जीवन को संवारने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सहायक उपकरण उपलब्ध कराया जाएगा। इन दिव्यांगजनों को निराश्रित निधि से सहायक उपकरण उपलब्ध कराया जाएगा। ऐसे दिव्यांगजन जिसे सहायक उपकरण की आवश्यकता हो, वह अपने जनपद पंचायत में आवेदन कर सहायता प्राप्त कर सकता है। पात्र एवं निर्धारित शर्त पूर्ण करने वाले दिव्यांगजनों को ट्राईसाइकिल, मोटराइज्ड ट्राइसिकल, कैलीपर, श्रवण यंत्र, व्हील चेयर, वाकर एवं अन्य उपकरण प्रदाय किया जाएगा। पहली बार सहायक उपकरण का लाभ लेने जा रहे दिव्यांगजनों को पात्रता अनुसार सहायता उपलब्ध कराया जाएगा। पूर्व में किसी अन्य योजना के तहत सहायक उपकरण का लाभ ले चुके ऐसे हितग्राहियों को उसके सहायक उपकरण की स्थिति और निर्धारित अवधि समाप्त हो जाने की स्थिति में सहायक उपकरण उपलब्ध कराया जाएगा। जिले के कोई दिव्यांगजन, सहायक उपकरण प्राप्त करने के लिए अपने जनपद पंचायत में आवेदन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त पत्रों को सर्वोच्च प्राथमिकता देवें
मातृ वंदन योजना से छूटे हुए हितग्राहियों को लाभान्वित करें
छात्रावास एवं आश्रमों में निवासरत बच्चों का सिकलसेल एवं एनीमिया जांच करें
मोहला /शौर्यपथ /कलेक्टर श्री एस जयवर्धन ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक लेकर लंबित पत्रों की समीक्षा की। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि समय सीमा के पत्रों का निराकरण निर्धारित समयावधि में करना सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि लंबित पत्रों के निराकरण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। माननीय मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री जनदर्शन एवं मुख्यमंत्री जन चौपाल के माध्यम से प्राप्त पत्रों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए निर्धारित तिथि 21 दिवस के भीतर अनिवार्य रूप से निराकृत करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त पत्रों के निराकरण में अनावश्यक विलंब ना करें। कलेक्टर ने शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश के महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबन बनाने की दिशा में मातृ वंदन योजना संचालित किया जा रहा है, जिले के ऐसी महिलाएं जो पात्रता रखती हो और जिन्होंने पूर्व में पंजीयन कराया हो ऐसे हितग्राहियों को योजना अंतर्गत लाभान्वित करने के निर्देश दिए हैं।
जिले के अंतर्गत सिकलसेल एवं एनीमिया को जड़ से खत्म करने के लिए उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी छात्रावास, आश्रम एवं विद्यालय व महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं में इसकी जांच किया जाए। छात्र-छात्राओं में इसका लक्षण पाये जाने पर समुचित उपचार करने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत विस्तार बढ़ाने के उद्देश्य से रेड क्रॉस सोसाइटी के अंतर्गत सदस्यता अभियान चलाने कहा है। कलेक्टर ने समस्त अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि देयकों के भुगतान निर्धारित टीडीएस कटौती एवं जीएसटी कटौती उपरांत ही करें। निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए समस्त देयकों का भुगतान करने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग प्रमुख अधिकारियों को पारदर्शी भुगतान करने एवं भुगतान पूर्व देयकों की जांच करने कहा गया है। जिले में चल रहे हैं विभागीय निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा है कि संबंधित निर्माण कार्य को निर्धारित गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूर्ण करें। आंगनबाड़ी केंद्रों में रिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका की भर्ती के लिए भर्ती प्रक्रिया शीघ्र करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एवं कौशल विकास योजना के अंतर्गत हितग्राहियों के प्रशिक्षण एवं ऋण स्वीकृति के कार्य को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए गए हैं। आगामी खरीफ सीजन के अंतर्गत धान खरीदी की तैयारी की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि धान खरीदी के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर लिया जाये। धान खरीदी केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में बारदाने की उपलब्धता के साथ ही सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर लेने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं का क्रियान्वयन प्राथमिकता से करें, साथ ही अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभान्वित करें। बैठक में अपर कलेक्टर श्री विजेन्द्र सिंह पाटले, संयुक्त कलेक्टर श्रीमति प्रेमलता चंदेल, एसडीएम मोहला डॉ.हेमेन्द्र भुआर्य, एसडीएम मानपुर श्री अमित नाथ योगी, डिप्टी कलेक्टर श्री अविनाश ठाकुर सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
अस्थायी पार्किंग के लिए मंथन शुरू,जल्द होगी व्यवस्था:
दुर्ग/शौर्यपथ / त्योहारी सीजन में बाजार में होने वाली भीड़ और जाम की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस व निगम के अधिकारियों ने व्यापारियों के साथ बैठकर रणनीति बनाई।नगर निगम व पुलिस ने दुर्ग मार्केट के लिए व्यवस्था बनायेगी। जिसके तहत वाहनों के लिए पार्किंग बनाए गए हैं। साथ ही कुछ मार्गों पर बेरीकेट्स लगना तय किया है।त्योहार के मद्देनजर नगर निगम एवं यातायात पुलिस ने की तैयारी, दुर्ग में तय की पार्किंग त्योहारी सीजन में बाजार में होने वाली भीड़ और जाम की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस व निगम के अधिकारियों ने व्यापारियों के साथ मार्केट क्षेत्र का निरीक्षण कर रणनीति बनाई। अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कर दुर्ग इदिरा मार्केट के लिए व्यवस्था बनाई है। जिसके तहत वाहनों के लिए पार्किंग बनाए जाएंगे।सोमवार को आयुक्त लोकेश चन्द्राकर एसडीएम हरवंश मिरी, ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर,अतिक्रमण अधिकारी दुर्गेश गुप्ता, बाजार अधिकारी थानसिंह यादव, तहसीलदार क्षमा यदु,यातायात पुलिस निरीक्षक यशपाल ध्रुव,कर्मशाला अधीक्षक शोएब अहमद द्वारा छत्तीसगढ़ चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों व व व्यापारियों के साथ मार्केट क्षेत्र निरीक्षण किया। जिसके अंतर्गत इंदिरा व सराफा मार्केट के लिए व्यवस्था बनाई जावेगी। जिसमें व्यापारियों व दुकान में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए पुलिस लाइन, महात्मा गांधी स्कूल एवं मारवाड़ी स्कूल मैदान में पार्किंग बनाई गई है। वहीं आम लोगों के लिए सीएसपी कार्यालय परिसर, पशु चिकित्सालय के सामने और शनिचरी बाजार के पास की खाली जमीन पर पार्किंग बनाई गई है। पसरा लगाकर फूल, दीया, मोमबत्ती आदि बेचने वालों के लिए टीबी हास्पिटल के सामने का मैदान एवं इंदिरा मार्केट पार्किंग स्थल आरक्षित रहेगा।
राजनांदगांव /शौर्यपथ / कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल के निर्देशानुसार कृषि विभाग की टीम द्वारा जिले में उर्वरकों के कालाबाजारी को रोकने के लिए सहकारी एवं निजी उर्वरक विक्रेताओं के विक्रय परिसर का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। कृषि विभाग द्वारा कोरोमण्डल प्राईवेट लिमिटेड काकीनाड़ा आंध्रप्रदेश कंपनी द्वारा निर्मित कॉम्प्लेक्स फर्टिलाइजर उर्वरक नमूने को उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगशाला लाभाण्डी रायपुर से रिपोर्ट प्राप्त होने पर उर्वरक नियंत्रण आदेश के तहत कॉम्प्लेक्स फर्टिलाइजर उर्वरक के भण्डारण एवं वितरण तथा प्रदर्शन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई गई है। रामगोपाल हरिप्रसाद अग्रवाल डोंगरगढ़ निजी उर्वरक विक्रेता से कोरोमण्डल प्राईवेट लिमिटेड काकीनाड़ा आंध्रप्रदेश कंपनी द्वारा निर्मित कॉम्प्लेक्स फर्टिलाइजर उर्वरक नमूने को उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगशाला लाभाण्डी रायपुर भेजा गया था। कृषि विभाग द्वारा प्रयोगशाल से रिपोर्ट प्राप्त होने पर कोरोमण्डल प्राईवेट लिमिटेड काकीनाड़ा आंध्रप्रदेश कंपनी द्वारा निर्मित कॉम्प्लेक्स फर्टिलाइजर उर्वरक को अमानक घोषित किया गया। रिपोर्ट में उर्वरक में 1.5 प्रतिशत नमी होनी चाहिए जबकि जांच में 0.80 प्रतिशत नमी पाई गई। इसी तरह नाईट्रोजन 28 प्रतिशत होना चाहिए जबकि जांच में 24.03 प्रतिशत पाया गया। अमोनिकल नाइट्रोइजन 9 प्रतिशत होना चाहिए जांच में 9.01 प्रतिशत पाया गया। फास्फेट 28 प्रतिशत होना चाहिए जबकि जांच में 23.96 प्रतिशत पाया गया।
राजनांदगांव /शौर्यपथ /इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र राजनांदगाँव द्वारा कुलपति इंदिरा गाँधी कृषि वि.वि. रायपुर डॉ. गिरीश चंदेल एवं जोनल प्रोजेक्ट डायरेक्टर अटारी जबलपुर डॉ. एसआर के सिंह के सफल संरक्षण व निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. एसएस टूटेजा के निर्देशानुसार एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. गुंजन झा के मार्गदर्शन में तिलहन फसलों की उन्नत किस्मों एवं उन्नत फसल उत्पादन तकनीक को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सामूहिक अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन एवं आदर्श तिलहन ग्राम परियोजना के तहत चयनित राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम खपरीकला एवं खैरागढ़ विकासखंड खैरागढ़ जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई ग्राम मदराकुही में 300 एकड़ क्षेत्र में सोयाबीन फसल प्रदर्शन लगाया गया है। फसल प्रदर्शन के निरीक्षण व अवलोकनार्थ निदेशक विस्तार सेवाएं इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा तीन सदस्य सहित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद अटारी जबलपुर से एक वैज्ञानिक का निरीक्षण दल गठित किया गया था। निरीक्षण दल में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर से डॉ. डीपी पटेल, डॉ. मनोज चंद्राकर एवं डॉ. द्विवेदी प्रसाद व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद अटारी जबलपुर से डॉ. रंजीत सिंह थे। निरीक्षण दल द्वारा 5 अक्टूबर को प्रदर्शन सामूहिक अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन एवं आदर्श तिलहन ग्राम परियोजना के तहत चयनित ग्राम मदराकुही विकासखंड खैरागढ़ जिला खैरागढ़-छुईखदान- गंडई) एवं ग्राम खपरीकला राजनांदगाँव में सोयाबीन फसल का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर ग्राम मदराकुही में सोयाबीन फसल प्रक्षेत्र दिवस मनाया गया। इस अवसर पर वैज्ञानिकों ने कृषकों की विभिन्न समस्याओं को जाना व कृषको की आय मे वृद्धि हेतु तिलहन फसलों की नवीन किस्में, उन्नत कृषि तकनीक व यंत्रीकरण को अपनाने को अपनाने की सलाह दी, साथ ही साथ शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला मदराकुही परिसर में एक पेड़ मां के नाम अंतर्गत आम की केसर किस्म के पौधों का वृक्षारोपण भी किया। निरीक्षण दल द्वारा कृषकों के प्रक्षेत्र में लगी सोयाबीन फसल प्रदर्शन की सराहना कर कृषि विज्ञान केंद्र राजनांदगांव के वैज्ञानिकों बधाई दी गई। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र राजनांदगांव की वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. गुंजन झा, वैज्ञानिक डॉ. अतुल डांगे एवं प्रोजेक्ट नोडल अधिकारी के रूप में डॉ. योगेन्द्र श्रीवास उपस्थित थे।
नई दिल्ली। रायपुर । शौर्यपथ । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज दोपहर 3:45 बजे केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से वाणिज्य भवन, दिल्ली में मुलाकात करेंगे। इस बैठक में छत्तीसगढ़ की विकास योजनाओं, नई औद्योगिक नीति और राज्य में व्यापार एवं निवेश के अवसरों पर गहन चर्चा की संभावना है। मुख्यमंत्री साय, राज्य की नयी इंडस्ट्रियल पॉलिसी पर केंद्रीय मंत्री से सुझाव लेंगे और औद्योगिक कॉरिडोर की संभावनाओं पर भी विस्तार से बातचीत करेंगे।
बैठक के दौरान छत्तीसगढ़ में औद्योगिक ढांचे को मजबूती देने के लिए निवेश की संभावनाओं पर भी चर्चा होगी। मुख्यमंत्री साय, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को रायपुर आने का आमंत्रण भी दे सकते हैं, जिससे वे राज्य की औद्योगिक परियोजनाओं का निरीक्षण कर सकें और स्थानीय उद्योगों के साथ संवाद कर सकें। इसके अलावा, राज्य में नई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के निर्माण और उससे संबंधित परियोजनाओं को गति देने पर भी विचार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का यह दिल्ली दौरा काफी महत्वपूर्ण है। कल उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की, जिसमें राज्य की विकास योजनाओं और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रही शांति एवं विकास कार्यों पर विस्तृत चर्चा की गई थी। इस मुलाकात के बाद आज की बैठक में भी राज्य के औद्योगिक विकास को नई दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री के इस दौरे का मुख्य उद्देश्य राज्य में आर्थिक विकास को बढ़ावा देना, औद्योगिक नीतियों में सुधार लाना और केंद्र सरकार के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ को निवेश का आदर्श गंतव्य बनाना है। इस दिशा में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से यह बैठक, राज्य के औद्योगिक और व्यापारिक भविष्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।
नई दिल्ली। शौर्यपथ । हरियाणा विधान सभा चुनाव एवं जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के परिणाम दोपहर बाद आ ही जाएंगे परंतु वर्तमान समय में देश के अलग-अलग न्यूज़ चैनल में जिस तरह से परिणामों मै भिन्नता दिखाई जा रही है वह यकीनन आम जनता के बीच में चर्चा का विषय जरूर होगा कोई चैनल कांग्रेस को बडी पार्टी दिखा रही है तो कोई चैनल भाजपा को आगे दिख रही है डिबेट में भी एंकरों द्वारा पार्टी के प्रवक्ताओं से उनकी राय जान रहे हैं सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं मतगणना को शुरू हुए ढाई घंटे से अधिक का समय बीत चुका है इन ढाई घंटे में जम्मू कश्मीर में तो कांग्रेस एलाइंस की सरकार बनती हुई नजर आ रही है परंतु हरियाणा विधानसभा चुनाव में उलट फेर की उम्मीद बहस का मुद्दा बनी हुई है ऐसे में सटीक चुनाव परिणाम के लिए इलेक्शन कमीशन द्वारा जारी परिणाम आने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी मतगणना के दिन भी अलग-अलग चैनलों द्वारा अलग-अलग चुनाव परिणाम और रुझान से आम जनता के बीच में निजी चैनलों की विशेषता पर भी सवाल उठ रहे हैं परिणाम चाहे किसी के भी पक्ष में आए पर यह परिणाम जनता की जीत होगी क्योंकि जनता ने जिस पर भी भरोसा किया होगा उसे ही मतदान किया और उसे ही जीत मिलेगी लोकतंत्र की यही खूबसूरत तस्वीर पूरी दुनिया में एक अलग ही पहचान बना रखी है
छत्तीसगढ़ के सफल नक्सल ऑपरेशन पर केंद्रीय गृह मंत्री ने की तारीफ
देश के नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की हुई बैठक
हथियार छोड़ मुख्यधारा से जुड़े युवा - केंद्रीय गृह मंत्री शाह
नई दिल्ली / रायपुर / शौर्यपथ / देश के नक्सल प्रभावित राज्यों में जारी नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियानों पर एक अहम बैठक आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की, जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और अन्य नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया।
इस महत्वपूर्ण बैठक का केंद्र बिंदु छत्तीसगढ़ का हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ नक्सल विरोधी ऑपरेशन था, जिसमें राज्य की पुलिस ने 31 नक्सलियों को ढेर किया। इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस की कुशल रणनीति और राज्य सरकार की योजनाओं की सफलता पर विशेष चर्चा की गई। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय तथा छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा भी उपस्थित थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनकी टीम के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष जनवरी से लेकर अब तक छत्तीसगढ़ के सुरक्षा बलों ने लगभग 194 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराए हैं। वहीं 801 नक्सली गिरफ्तार हुए एवं 742 नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है। उन्होंने कहा आज भी जो युवा नक्सलवाद में लिप्त है उनसे आग्रह है कि हथियार छोड़ कर मुख्य धारा से जुड़े। सभी राज्यों ने आपके पुनर्वास के लिए बेहतर योजनाएं बनाई हैं उसका फायदा लीजिए।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बैठक में नक्सल ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे राज्य पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने महीनों की मेहनत और प्लानिंग के बाद इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। ऑपरेशन में करीब 1000 जवान शामिल थे, जिन्होंने 15 किलोमीटर के दायरे में स्थित गवाड़ी पहाड़ को घेरकर 31 नक्सलियों को ढेर किया। इस ऑपरेशन में कई बड़े नक्सली नेता मारे गए, जिनमें 16 पर कुल 1 करोड़ 30 लाख का इनाम घोषित था। मुठभेड़ में 18 पुरुष और 13 महिला नक्सली मारे गए।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने प्रेजेंटेशन में बताया कि कैसे राज्य की पुलिस फोर्स ने सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। मुख्यमंत्री ने बैठक में केवल ऑपरेशन की सफलता पर ही नहीं, बल्कि राज्य में चल रहे विकास कार्यों पर भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों की गति बढ़ाई गई है। हम निरंतर गाँवों तक बुनियादी सुविधाएँ पहुंचा रहे हैं, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, और महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।” श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लगातार मिल रहे मार्गदर्शन में हमने माओवादियों के कोर को तोड़ा। ऐसे एरिया में हमने 32 नये कैम्प स्थापित किये हैं, जिसे वो अपनी राजधानी तक कहते थे। उनकी बटालियन के कमांडर हिड़मा के गाँव में भी हमने कैंप स्थापित किया और उसकी माँ को भी स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराई।
भविष्य की योजनाओं और लक्ष्य की दी जानकारी
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ सरकार की आगे की योजनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का मुख्य लक्ष्य नक्सलियों के बचे हुए गढ़ों को समाप्त करना और इन इलाकों में स्थाई शांति और विकास सुनिश्चित करना है। निकट भविष्य में, दक्षिण बस्तर में 29 नए सुरक्षा कैंपों की स्थापना की जाएगी, ताकि नक्सलियों के प्रभाव को खत्म किया जा सके।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा केंद्र हरसंभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में हुए सफल ऑपरेशन की तारीफ करते हुए अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि वे भी छत्तीसगढ़ की खुफिया तकनीकी और आपसी समन्वय के आधार पर अपने अपने राज्यों में ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ सहित अन्य नक्सल प्रभावित राज्यों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है और राज्य में विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए पूरा समर्थन देगी।
आठ लाख आवास स्वीकृत किये जाने पर सीएम साय ने पीएम मोदी का जताया आभार
नई दिल्ली / रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके निवास पर मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में पिछले नौ महीनों के दौरान हुए विकास कार्यों की जानकारी दी, जिसमें कृषि, कौशल विकास और शिक्षा के क्षेत्र में की गई प्रमुख पहलों को रेखांकित किया गया। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में हाल ही हुए सफल नक्सल ऑपरेशन की जानकारी प्रधानमंत्री से साझा की। प्रधानमत्री ने इस ऑपरेशन की सफलता पर सुरक्षा बलों के साहस की सराहना की। मुलाकात के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आठ लाख आवास स्वीकृत किये जाने पर श्री नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री को माओवाद के खिलाफ राज्य में चल रहे ऑपरेशन और विकास कार्यों की प्रगति पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के हालिया ऑपरेशन का जिक्र करते हुए बताया कि सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया है, जो राज्य में अब तक का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन है। मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ में चल रहे विकास कार्यों का ब्योरा भी प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया राज्य सरकार सड़कों, स्कूलों, अस्पतालों और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। रोजगार सृजन और ग्रामीण विकास के लिए भी विशेष प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लोग मुख्यधारा से जुड़ सकें। प्रधानमंत्री मोदी ने इस सफलता की प्रशंसा की और कहा कि इससे न केवल राज्य में शांति बहाल हो रही है, बल्कि विकास की राह भी आसान हो रही है।
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि बस्तर और आदिवासी अंचलों में युवाओं के कौशल उन्नयन के लिए सरकार विशेष योजनाएँ चला रही है। इन योजनाओं के तहत युवाओं को विभिन्न तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं, जिससे वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त कर सकें। यह पहल राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
कृषि के क्षेत्र में, मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री को बताया कि छत्तीसगढ़ में डिजिटल तकनीक और उन्नत कृषि विधियों का व्यापक प्रयोग हो रहा है। इससे किसानों की उत्पादकता और उनकी आय में वृद्धि हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये प्रयास प्रधानमंत्री के “विकसित भारत 2047” के लक्ष्य के साथ मेल खाते हैं, और छत्तीसगढ़ इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
शिक्षा के क्षेत्र में भी राज्य ने बड़े बदलाव किए हैं। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि आदिवासी अंचलों में बच्चों को उनकी मातृभाषा में शिक्षा प्रदान की जा रही है, जिससे बच्चों की शैक्षणिक प्रगति में सुधार हो रहा है। साथ ही, तकनीकी शिक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि राज्य के बच्चे आधुनिक तकनीकों में प्रशिक्षित हो सकें और भविष्य के लिए तैयार हो सकें।
प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ सरकार के इन प्रयासों की सराहना की और कहा कि राज्य की विकास यात्रा अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा है। उन्होंने मुख्यमंत्री साय को राज्य की प्रगति के लिए और भी अधिक समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बड़ी संख्या में आवास की स्वीकृति के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत लाखों परिवारों को अपने घर का सपना साकार हुआ है, जिससे उनके जीवन में स्थिरता और सुरक्षा का भाव उत्पन्न होगा।
मुंगेली /शौर्यपथ / शासन की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से किसानों को खेती-किसानी मंे काफी सहूलियत मिल रही है, इससे जिले के किसानों के चेहरे में खुशी की लहर है। मुंगेली विकासखण्ड के ग्राम नवापारा के किसान श्री बल्लू साहू ने योजना की सराहना करते हुए बताया कि प्रतिवर्ष 03 किश्तों में मिलने वाली राशि का उपयोग वे अपने खेती-किसानी सहित विभिन्न त्यौहारों में करते हैं। उन्हें पैसे के लिए सेठ-साहूकारों का चक्कर नहीं लगाना पड़ता। योजना से उनका परिवार काफी खुश है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुरूप शासन द्वारा किसानों की आर्थिक सुदृढ़ीकरण एवं खेती-किसानी व छोटी-छोटी जरूरतों जैसे खाद, बीज, दवाई आदि में सहयोग करने के लिए किसान सम्मान निधि योजना का संचालन किया जा रहा है। योजना के तहत छोटे और सीमांत किसानों के बैंक खाते में प्रतिवर्ष 06 हजार रूपए 03 किश्तों में अंतरित किया जाता है। गत दिवस प्रधानमंत्री श्री मोदी ने किसानों को दशहरा एवं दीपावली पर तोहफा देते हुए महाराष्ट्र से योजना के तहत देश के किसानों के खाते में 18वीं किश्त की राशि अंतरित की। इसमें मुंगेली जिले के 93 हजार 212 किसान भी शामिल हैं।
-बोरसी,अवैध रूप से संचालित चिकन,मटन दुकान सहित 75 लोगो पर किया बेदखल कार्रवाई:
दुर्ग /शौर्यपथ / नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश एवं आयुक्त लोकेश चन्द्राकर के मार्गदर्शन में आज जिला प्रशासन एवं निगम प्रशासन की संयुक्त कार्रवाही, सुबह 11 बजे महाराजा चौक में एसडीएम हरवंश मिरी,तहसीलदार पंचराम सलामे,अतिक्रमण अधिकारी दुर्गेश गुप्ता,पद्मनाभपुर थाना प्रभारी,यातायात पुलिस अधिकारी,पुलिस बल और अमले के साथ पहुँचे।लगभग चार घंटे चली अतिक्रमण हटाओ अभियान की कार्रवाही।महाराजा चौक से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाही शुरू किया गया।साहू जलेबी, भारतीय स्टेड बैंक होते हुए
बोरसी चौक क्षेत्र में अवैध कब्जों के खिलाफ अभियान और तेज किया गया।
सोमवार को ताबड़तोड़ कार्रवाई महाराजा चौक से बोरसी मार्ग में की गई। इस दौरान विरोध का प्रयास तो हुआ, लेकिन तोडू दस्ता व पुलिस बल के सामने उनकी एक नही चली।बोरसी चौक तालाब के करीब तोडू दस्ता ने खुल में मांस विक्रय करने वालों पर भी कार्रवाई की। दुकानदारों द्वारा टीनसेट व सड़क सीमा के आगे तक तार फेंसिंग और पक्का चबूतरा बनाया गया था, जिसको निगम के तोडू दस्ता ने सख्ती से कार्रवाही कर हटाया गया। दुकानदारो द्वारा टीन शेड डाल कर किए गए अवैध निर्माण को अतिक्रमण अधिकारी व राजस्व अधिकारी दुर्गेश गुप्ता की उपस्थिति में जेसीबी से ध्वस्त कर दिया।महाराजा चौक से लेकर बोरसी रोड पर लम्बे समय से लगे प्रचार-प्रसार के बोर्ड को हटाकर निगम से अपने कब्जे में ले लिया।अवैध रूप से संचालित चिकन मटन,मछली दुकान सहित विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई करते हुए बेदखल किया,महाराजा चौक व बोरसी चौक क्षेत्र रोड पर विक्रय, के लिए खड़े किए गए गाड़ी को हटवाया गया। प्रचार प्रसार के लिए लोहे के बोर्ड डालकर सड़क में आवागमन में बाधा कर उत्पन्न करने वाले लगभग 75 से अधिक अवैध सामग्री रास्ते से हटाकर जब्त किया गया।कार्रवाही के दौरान पुलिस बल की उपस्थिति में हटाया गया।
महाराजा चौक से लेकर बोरसी चौक तक बेदखल के दौरान अतिक्रमण अधिकारी दुर्गेश गुप्ता ने कहा चौक-चौराहों व सड़क किनारे ठेला, फल और सब्जी बेचने वालों को दुकान नहीं लगाने एवं दुकान के बाहर प्रचार प्रसार के लिए लोहे के बोर्ड डालकर सड़क में नही रखने की सख्त हिदायत दी गई।उन्होंने कहा कि शहर में अवैध कब्जाधारी पर निरन्तर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाही अभियान जारी रहेगी।