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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
‘लोक मंथन’ के राष्ट्रीय आयोजन में अपने समूह के साथ हैदराबाद बुलाए गए रिखी
दुर्ग / शौर्यपथ / गैर सरकारी पहल ‘लोकमंथन’ की ओर से छत्तीसगढ़ ग्रीन समिट का आयोजन 3 से 5 अक्टूबर तक राजधानी रायपुर में किया गया। इस दौरान इस्पात नगरी भिलाई निवासी व प्रख्यात लोकवाद्य संग्राहक रिखी क्षत्रिय ने अपनी प्रस्तुति दी। वहीं उन्होंने अपने संग्रहित लोकवाद्यों की प्रदर्शनी लगाई। जिसे देखने पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित देश भर के कला संस्कृति से जुड़े लोगों भरपूर तारीफ की। इस दौरान रिखी क्षत्रिय की कला व उनके वाद्ययंत्रों का संग्रह देख कर प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय संयोजक जे नंदकुमार मुक्त कंठ से सराहना की और अगले माह हैदराबाद में 21 से 24 नवंबर तक होने वाले ‘लोकमंथन’ के चौथे संस्करण में शामिल होने का न्यौता भी दे दिया। वहां रिखी देश भर के आदिवासी लोक कला मर्मज्ञों और आदिवासी समुदाय के कलाकारों के बीच अपना संग्रह प्रस्तुत करेंगे और अपने समूह के साथ सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगे।
रायपुर में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन शनिवार 5 अक्टूबर को हुआ। यहां रिखी क्षत्रिय का लोक वाद्य संग्रह देखने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी पहुंचे। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन केदार कश्यप चूंकि रिखी के संग्रह से पहले से परिचित हैं, इसलिए उन्होंने यहां रखे ज्यादातर वाद्य यंत्रों का परिचय खुद होकर मुख्यमंत्री साय को दिया। इस दौरान रिखी क्षत्रिय ने घुमरा बाजा से शेर की आवाज निकाल कर दिखाई तो मुख्यमंत्री साय सहित सभी अतिथि हैरान रह गए। इसी तरह रिखी क्षत्रिय ने कुहुकी, चरहे, तोडी, सिसरी,चिकारा,भेर और हुलकी आदि वाद्य भी बजाकर दिखाए। अतिथियों ने रिखी की इस प्रस्तुति की मुक्त कंठ से सराहना की। रिखी ने अपनी तरफ से मुख्यमंत्री साय को तंबूरा भेंट किया।
इस आयोजन में डॉ. एनवी रमण राव निदेशक एनआईटी रायपुर, प्रो. राजीव प्रकाश निदेशक आईआईटी भिलाई, प्रो. पीयूष कांत पांडे कुलपति एमिटी विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़, गोपाल आर्य अखिल भारतीय संयोजक पर्यावरण संरक्षण गतिविधि, वी. श्रीनिवास राव आई.एफ.एस. प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख छत्तीसगढ़, विनय दीक्षित फील्ड समन्वयक प्रज्ञा प्रवाह, प्रो. सच्चिदानंद शुक्ला कुलपति, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय और शंखदीप चौधरी अध्यक्ष, विबग्योर एनई फाउंडेशन सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
मोहरी की धुन लाइव बजती रही, भित्ती चित्र की लाइव पेंटिंग भी
यह आयोजन पूरी तरह आदिवासी लोक कला व संस्कृति को समर्पित था। यहां मंचीय प्रस्तुति के दौरान रिखी क्षत्रिय ने अपने 108 वाद्य यंत्रों के साथ अद्भुत कार्यक्रम दिया। उन्होंने अपनी टीम के साथ परब, बैगा करमा, गौर माड़िया और माड़ी करमा की प्रस्तुति दी।
आयोजन स्थल में रिखी द्वारा संग्रहित मोहरी की धुन लाइव प्रस्तुत की जा रही थी वहीं बांस, रुंझु देवार और चिकारा की धुन सुन कर भी लोग चकित रह गए। यहां आदिवासी समुदाय के भित्ति चित्र बनाने का लाइव प्रस्तुतिकरण शशि प्रिया क्षत्रिय उपाध्याय ने किया। पारंपरिक गोदना शैली का प्रदर्शन यहां किया गया। रिखी के समूह में नृत्य पक्ष में पारस रजक,प्रदीप ठाकुर, संजीव कुमार बैस, भीमेश,प्रमोद ठाकुर,सुनील कुमार,वेदप्रकाश देवांगन, रंजीत ठाकुर,वेन कुमार,नवीन साहू,नेहा विश्वकर्मा,जया ठाकुर,जागेश्वरी यादव,शशि साहू, लीना ध्रुव, हेमा डौंडे, प्रियंका साहू, सीमा, तुलेश्वरी डोंडे, रामकुमार पाटिल, कमल पटेल, राजेश, अजीत, गीतांजलि, दिनेश वर्मा और उग्रसेन का योगदान रहा।
दुर्ग / शौर्यपथ / शासकीय हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के बाद अब शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय बस्तर में भी आंचलिक साहित्यकार दुर्गा प्रसाद पारकर लिखित छत्तीसगढ़ी उपन्यास ‘बहू हाथ के पानी’ को विद्यार्थी पढ़ेंगे। इसके अलावा श्री पारकर के रचनात्मक अवदान पर हाल ही में एक शोधार्थी ने अपनी पीएचडी पूरी की है।
श्री पारकर ने बताया कि उन्हें शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय बस्तर की ओर से जानकारी भेजी गई है कि एम ए हिंदी के द्वितीय सेमेस्टर के पाठ्यक्रम ‘जनपदीय भाषा और छत्तीसगढ़ी साहित्य’ में इस साल दूसरे सेमेस्टर से उनका लिखा छत्तीसगढ़ी उपन्यास ‘बहू हाथ के पानी’ पढ़ाने के लिए शामिल किया गया है। इसी तरह दुर्ग विश्वविद्यालय में 8 वें सेमेस्टर में उनका यह उपन्यास शामिल किया गया है।
एक अन्य जानकारी में उन्होंने बताया कि कलिंगा विश्वविद्यालय कला एवं मानविकी विभाग ने गणेश राम कौशिक को उनके शोध कार्य पर पी.एच.डी. की उपाधि प्रदान की है। कौशिक ने अपना शोध प्रबंध डॉ. अजय शुक्ला के निर्देशन में पूर्ण किया एवं उनके शोध प्रबंध का विषय “छत्तीसगढी लोक साहित्य के सन्दर्भ में श्री दुर्गा प्रसाद पारकर जी का रचनात्मक अवदान“ था। पीएचडी पूरी होने के बाद देवतरा तखतपुर निवासी गणेश राम कौशिक ने अपना शोध ग्रंथ दुर्गा प्रसाद पारकर को भेंट किया।
उल्लेखनीय है कि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर में एम.ए. छत्तीसगढ़ी पाठ्यक्रम में हरिशंकर परसाई के हिन्दी व्यंग्य का पारकर द्वारा छत्तीसगढ़ी अनुवाद 'सुदामा के चाउर' व्यंग्य संग्रह शामिल किया गया है। पारकर के रचनात्मक योगदान पर हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग और अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर से भी पी.एच.डी. हो रही है। उन्होंने मुंशी प्रेमचंद के चर्चित उपन्यास 'प्रतिज्ञा' का छत्तीसगढ़ी अनुवाद किया है। वहीं उनकी रचनाओं में छत्तीसगढ़ी बाल कविता संग्रह 'गोरसी' और छत्तीसगढ़ी कहानी संग्रह. 'चकबंदी' प्रसिद्ध है।
- एबिस ग्रुप सी एस आर मद से सवरेगा बचपन , भविष्य होगा सुदृढ़
मोहला/शौर्यपथ /जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में अति गंभीर कुपोषित बच्चों को हमर स्वस्थ्य लईका कार्यक्रम अंतर्गत सामान्य श्रेणी में लाने की दिशा में एबीस ग्रुप, सी एस आर मद एवं यूनिसेफ के सहयोग से संवर्धित टेक होम राशन वितरण का आज शुभारंभ किया गया। जिले में कुपोषण को जड़ से खत्म करने में एबिस ग्रुप सी एस आर मद से बच्चों का भविष्य संवारने और सुदृढ़ करने में अहम योगदान साबित होगा। उल्लेखनीय है कि एबिस ग्रुप, सी एस आर मद से पहले भी जिले में गर्भवती माताओं के लिए पोषक युक्त ममता किट का वितरण किया जा रहा है। साथ ही कुपोषण को दूर करने के लिए उल्लेखनीय योगदान देते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के लिए टी एच आर संवर्धित टेक होम राशन वितरण का शुभारंभ किया गया है। एबिस ग्रुप , सी एस आर मद से सामाजिक सहभागिता की दिशा में किया जा रहा यह प्रयास प्रदेश में पहला प्रयोग साबित होने जा रहा है। एबिस ग्रुप सीएसआर मद से प्रदेश में पहली बार ऐसे हितकारी कार्य किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास बाल विभाग के सचिव श्रीमती शम्मी आबीदी ने इस अनूठे प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा है कि एबिस ग्रुप, सी एस आर मद द्वारा किया गया यह प्रयास जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी में सफल होने पर प्रदेश के अन्य जिलों में भी इस अनुकरणीय पहल को अमल में लाया जाएगा।
जिले में महिला बाल विकास विभाग अंतर्गत तीन परियोजना संचालित है। जिले में 890 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है। जिसमें 27707 हितग्राही दर्ज है। इनमें 169 अति गंभीर कुपोषित बच्चे दर्ज है। बच्चों को एबिस ग्रुप सी एस आर मद एवं यूनिसेफ के द्वारा संवर्धित टेक होम राशन प्रदाय किया जाएगा।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक मोहला-मानपुर श्री इंद्रशाह मंडावी ने संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को स्वस्थ्य और सुपोषित रखने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी मां की होती है। मां की जिम्मेदारी है कि बच्चों को कुपोषण से कैसे मुक्त रखा जाए। उन्होंने कहा कि एबिस ग्रुप , सी एस आर मद व यूनिसेफ द्वारा कुपोषण को जड़ से खत्म करने की दिशा में किया गया यह पहल जिले के लिए कुपोषण को खत्म करने की दिशा में कारगार साबित होगा।
इस अवसर पर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती गीता घासी साहू ने कहा कि नवीन जिला होने के उपरांत भी जिले में लगातार नये-नये प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने कुपोषण को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि एबीस ग्रुप द्वारा कुपोषण को खत्म करने के लिए बढ़ाया गया यह कदम समाज के लिए प्रेरितकारी कदम है। एबीस ग्रुप, सीएसआर मद से समाज के लिए सबसे बड़े अभिशाप को खत्म करने में मदद मिलेगा।
इस अवसर पर महिला बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी ने कहा कि कुपोषण राज्य की सबसे बड़ी समस्या है। बच्चों में मृत्यु होने मुख्य कारण कुपोषण है। जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए एबिस ग्रुप द्वारा किया गया यह प्रयास कुपोषित बच्चों का भविष्य संवारने का काम करेगा।
इस अवसर पर महिला बाल विकास विभाग की संचालक श्रीमती तूलिका प्रजापति ने कहा कि सभी के समन्वित प्रयास से कुपोषण को खत्म करने में मदद मिलेगा। बच्चों के पोषण के लिए एबिस ग्रुप द्वारा शुरू किये गये इस अभियान की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों में सुपोषण और स्वास्थ्य को सुधार करने के लिए सार्थक कदम साबित होगा।
इस अवसर पर यूनिसेफ राज्य प्रमुख विल्यम हेनलोन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एबिस ग्रुप द्वारा शुरू किया गया यह अभियान हजारों कुपोषित बच्चों का भविष्य संवारने का काम करेगा। इस अवसर पर एबिस ग्रुप से डाक्टर पालोमी ने कहा कि कुपोषण छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी समस्या है। इस समस्या को देखते हुए एबिस ग्रुप ने कुपोषण को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया है। बच्चों को कुपोषण से दूर करने के लिए संवर्धित टेक होम राशन अभियान का शुभारंभ किया जा रहा है। आने वाले समय में निश्चित रूप से बच्चे इस संवर्धित पोषण आहार से कुपोषण से मुक्त होंगे।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री एस जयवर्धन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एबिस ग्रुप, सीएसआर मद और यूनिसेफ व जिला प्रशासन द्वारा अति गंभीर कुपोषित बच्चों की चिंता करते हुए उन्हें सामान्य श्रेणी में लाने के लिए संवर्धित टेक होम राशन का शुभारंभ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रयास से बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाया जाकर उनका भविष्य संवारा जाएगा।
कार्यक्रम के तहत जिले के अति गंभीर कुपोषित बच्चों को जिसमें 6 माह से लेकर 5 साल तक के बच्चों को संवर्धित पौष्टिक आहार प्रदाय किया जाएगा। इससे बच्चों में कुपोषण को खत्म करने में मदद मिलेगा। इस अवसर पर प्रतीक स्वरूप अति गंभीर कुपोषित बच्चों को संवर्धित टेक होम राशन किट वितरण किया गया। साथ ही गर्भवती माताओं को ममता किट भी वितरित किया गया। इस अवसर पर जनपद पंचायत मानपुर के अध्यक्ष श्री दिनेश शाह मण्डावी, जिला पंचायत सदस्य श्रीमति राधिका अंधारे, जनपद पंचायत सदस्य श्री हरीश लाटिया, जनपद पंचायत सदस्य श्रीमति रेणु टांडिया, अर्पणादेश पाण्डे यूनिसेफ, एसडीएम मानपुर श्री अमित नाथ योगी, महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी श्री चन्द्रशेखर मिश्रा, संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका उपस्थित थे।
भिलाईनगर/शौर्यपथ / शरद नवरात्रि में डोंगरगढ़ बम्लेश्वरी माता के लिए पदयात्री पैदल ही निकलते है। उसको देखते हुए वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन, महापौर नीरज पाल एवं आयुक्त बजरंग दुबे के निर्देशानुसार जिस मार्ग से पदयात्रि जा रहे है। वहां पर सफाई व्यवस्था को व्यवस्थित की जा रही है। रोज वहां पर नियमित झाडू लग रहा है, आवश्यकतानुसार पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है। जिससे पदयात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। सब आराम से दर्शन कर सके।
इसके साथ ही नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र के सभी दुर्गा पंडालो की साफ-सफाई एवं आवश्यकतानुसार घुलाई के लिए अलग से कर्मचारी नियुक्त किये है। जो प्रतिदिन जाकर साफ-सफाई करते है। आवश्यकतानुसार पंडाल की चारो तरफ घुलाई भी की जा रही है। विधायक एवं महापौर ने सभी श्रद्वालूओ से अपील की है कि स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए आप अपनी पदयात्रा पूर्ण करें। नगर निगम का पूरा प्रयास है, आप को किसी प्रकार की तकलीफ न हो। शहर में भी दर्शन करने वाले लोग यातायात नियमो का पालन करें। नगर निगम भिलाई के द्वारा डबरा पारा खुर्सीपार, चंद्रा मोर्या टाकिज, सुपेला घड़ी चैंक, नेहरू नगर चैंक होते हुए बटालियन तक सफाई व्यवस्था सुदृड़ किया गया है। डस्ट बिन की भी व्यवस्था किया गया है, उसी में कचरा फेकना है, इधर-उधर न फेंके।
इस कार्यवाही में जोन के स्वास्थ्य अधिकारी हेमंत मांझी, विरेन्द्र बंजारे, अंकित शक्सेना की डयूटी लगाई गई है। जिन्हे अपने अपने क्षेत्र में सफाई व्यवस्था करवानी है। इसक उददेश्य यही है कि नवरात्रि पर्व पर किसी प्रकार का असुविधा न हो।
-नोटिस को अनदेखी करने वाले करदाताओं को पड़ सकता है भारी,नल कनेक्शन काटने की तैयारी में निगम
दुर्ग/शौर्यपथ / नगर निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत नोटिस एक्शन पर नगर निगम राजस्व विभाग का शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने निगम की आर्थिक स्थिति को सुधार करने 120 कर्मचारियों को मैदान में उतार दिया है।यह वसूली अभियान पूरा अक्टूबर माह तक चलेगा।इस अभियान का क्रियान्वयन हेतु दुर्गेश गुप्ता राजस्व अधिकारी को नोडल बनाया गया है।
अभियान में नया मोड़ की शुरुवात सहायक राजस्व अधिकारी शुभम गोईर द्वारा 7500 करदाताओ को नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 की धारा 173 के तहत नोटिस जारी करने से हुई। जिसके तहत 7 दिवस के भीतर टैक्स जमा करने नोटिस जारी हुआ है।
अगर नोटिस के बाद भी टैक्स का भुगतान नही होता है तो,नगर निगम द्वारा 10 पलम्बरों की टीम बनाने की योजना बनाई है जो नल कनेक्शन काटने का कार्य करेगे।बता दे कि निगम में इस बात की बड़ी हल्ला है कि इतनी बड़ी मात्रा में नोटिस बाटने का कार्य निगम में पहली बार हो रहा है।आने वाले समय पर बहुत सारे त्योहार आने वाले है, अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए टैक्स भुगतान करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नही है।आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने अक्टूबर माह में 10 करोड़ राजस्व वसूली का लक्ष्य दिया है।जिसके तहत सभी प्रकार की कार्यवाही के लिए टीम को नियमानुसार अधिकृत किया गया है।
डामरीकरण कार्य से हॉस्पिटल परिसर में आने वाले नागरिको को मिलेगा सुगम सड़क:
दुर्ग/शौर्यपथ /अक्टूबर।नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत जिला हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों को सुगम सड़क मिलेगा। सड़क डामरीकरण पुराने व जगह-जगह गड्ढे होने से डॉक्टर व हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों को परेशानी हो रही थी जिसे संज्ञान लेते हुए विधायक गजेंद्र यादव एवं महापौर धीरज बाकलीवाल की पहल से जिला हॉस्पिटल परिसर में 15वे वित्त मद से बारह लाख तिरपन हजार रूपये लागत से सड़क को डामरीकरण करने शनिवार को भूमिपूजन किया गया. भूमिपूजन पश्चात डामरीकरण का कार्य तत्काल शुरू भी कराया गया।
जिला हॉस्पिटल की सड़क काफ़ी खऱाब हो गईं है जिला हॉस्पिटल परिसर में लोगो का आना जाना लगा रहता है।शहर और जिले क्षेत्र के नागरिकों को जिला हॉस्पिटल में ईलाज के लिए आने वाले मरीज के वाहन तथा एम्बुलेंस को आने में समस्या हो जाती थी।
जिसे देखते हुए सड़क बनाने राशि स्वीकृति कराया गया और आज विधायक गजेंद्र यादव, महापौर धीरज बाकलीवाल,सभापति राजेश यादव, वार्ड पार्षद श्रीमती बबिता गुड्डू यादव,पार्षद विजेंद्र भारद्वाज,कार्यपालन अभियंता दिनेश नेताम,उपअभियंता करण यादव,उपअभियंता हरिशंकर साहू सहित हॉस्पिटल स्टॉप एवं नागरिकों की उपस्थिति में वार्ड क.29 हास्पिटल ओ.पी.डी. बिल्डिंग से आपातकाल बिल्डिंग तक डामरीकरण कार्य बारह लाख तिरपन हजार रूपये लागत से सड़क का डामरीकरण करने भूमिपूजन किया गया।
इस दौरान उपस्थित वार्ड के पार्षद व हॉस्पिटल सिविल सर्जन डॉ हेमंत साहू,आरएमओ डॉ अखिलेश यादव, हॉस्पिटल प्रबंधन डॉ ओपी वर्मा,जीवन दीप समिति मुख्य लिपिक जीपी उपाध्याय दिलीप ठाकुर व नागरिकों ने विधायक एवं महापौर का आभार व्यक्त किये शीघ्र ही सड़क बन जाने के बाद जिला हॉस्पिटल जाने मरीजों को आने जाने में सहूलियत होगी।जन संपर्क विभाग/राजू बक्शी
दुर्ग/शौर्यपथ /नगर निगम द्वारा टैक्स वसूली अभियान तेज कर दिया है। इसके लिए जोन के अलावा वार्ड स्तर पर भी टेबल लगाकर राजस्व के कर्मचारी टैक्स वसूली करेंगे। निगमायुक्त लोकेश चन्द्राकर ने बताया कि नगर निगम राजस्व वसूली के लिए सुनियोजित अभियान चलाया जा रहा है।
निगम आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने बकाया राजस्व वसूली के लिए पूरी राजस्व टीम को वार्डवार शिविर के संबंध में कार्यक्रम निर्धारित कर लक्ष्य के अनुरूप वसूली कार्य सम्पादित करने के निर्देश दिये हैं। निर्देश के अनुक्रम में नगर पालिक निगम द्वारा राजस्व वसुली अभियान के तहत् दिनांक 06 अक्टूबर को प्रातः 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक वार्ड क्रमांक वार्ड-55लक्ष्मी कपड़ा मार्केट पुलगांव,वार्ड-56 एसटीएफ कॉलोनी, बघेरा,वार्ड-49,50,बोरसी जोन कार्यालय के अलावा वार्ड-60 विद्या विहार कॉलोनी एवं वार्ड-45,46 विवेकानंद भवन सहित इंदिरा मार्केट पार्किंग स्थल में शिविर का आयोजन कर दुकानों का किराया वसुली करने हेतु कर्मचारियों की ड्यूटी में शिविर आयोजित किया गया है.जिसमे शिविर लगाकर शत प्रतिशत टैक्स वसूली करने के निर्देश दिए गए है।
शिविर में सम्पत्तिकर के साथ साथ जलकर, समेकितकर, दुकान किराया / गुमटी एवं यूजर चार्ज की वसूली की जाएगी। संबंधित भवन स्वामियों के द्वारा सम्पत्तिकर निर्धारण के अंतर्गत नियम 10 (1) तहत हस्ताक्षर करना होगा, जिन वार्डो में शिविर आयोजित न हो उन्हें भी विशेष रूप से वसूली कार्य इस अवधि में संपादित करना अनिर्वाय होगा। साथ ही शिविर के उपरांत कार्यालय में उपस्थित होकर वसूली की जानकारी दर्ज कराया जाना अनिर्वाय है।
- कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव में दिखाया गया कार्यक्रम का सीधा प्रसारण
- जिले में 119853 कृषकों को 25 करोड़ 85 लाख रूपए की राशि से किया गया लाभान्वित
राजनांदगांव /शौर्यपथ /प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महाराष्ट्र के वाशिम में आयोजित किसान सम्मेलन कार्यक्रम से किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त की राशि को सीधे किसानों के बैंक खाते में हस्तांतरित किया गया। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव में दिखाया गया। किसान सम्मान निधि योजना के तहत जिले में 119853 कृषकों को 25 करोड़ 85 लाख रूपए की राशि से लाभान्वित किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता घासी साहू, अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित राजनांदगांव श्री सचिन बघेल, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, सांसद प्रतिनिधि श्री बिसेसर साहू, श्री कोमल सिंह राजपूत, श्री चंद्रकृत साहू, सरपंच सुरगी श्री आनंद साहू उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने जल संरक्षण के महत्व को बताते हुए जल संरक्षण के विभिन्न तरीकों को बताया। उन्होंने वर्तमान में बोर उत्खनन कार्य अधिक होने के कारण पानी के वाटर लेवल को बढ़ाने हेतु बोरवेल रिचार्जिंग के बारे विस्तृत जानकारी दी। साथ ही अधिक से अधिक पौधरोपण, पुराने तालाबों में जल संग्रहण करने एवं ग्रीष्मकाल में धान की जगह कम पानी वाले फसल लगाने के लिए किसानों को प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में ग्रीष्मकालीन धान के बदले दलहन एवं तिलहन फसल लगाने, खेती की लागत को कम करने एवं उत्पादकता बढ़ाने के संबंध में जानकारी दी गई। फसल चक्र परिवर्तन एवं धान खरीदी के बारे में बताया गया। कार्यक्रम को अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित राजनांदगांव श्री सचिन बघेल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा एक पेड़ मां के नाम के तहत वृक्षारोपण किया गया। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं कृषि विज्ञान केन्द्र प्रमुख डॉ. गुंजन झा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर उप संचालक कृषि श्री नागेश्वर लाल पाण्डेय, अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्री विरेन्द्र आनंद, श्री. एसएस देशलहरे, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्रीमती ईश्वरी ठाकुर, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री जेएस खेंगर, कृषि विकास अधिकारी श्रीमती रमशीला बोरकर, श्री याजवेन्द्र कटरे, श्री वैभव मंडावी, श्री चंद्रकांत साहू, श्री जितेन्द्र वर्मा, श्री प्रमोद नाग, श्री भरत उइके, श्रीमती सरिता रामटेके, श्रीमती मोनिका भगत, श्रीमती वंदना यादव सहित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव के वरिष्ठ वैज्ञानिक श्रीमती अंजली घृतलहरे, श्री मनीष सिंह, श्री आशीष शुक्ला, श्री जितेन्द्र मेश्राम, श्रीमती मंजूलता मेरावी एवं कृषक व स्वसहायता समूह की महिलाएं उपस्थित थी।
- 24वीें राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन आज
राजनांदगांव /शौर्यपथ /
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित 24वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2024 का समापन समारोह का आयोजन रविवार 6 अक्टूबर 2024 को दोपहर 1 बजे से अन्तर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम राजनांदगांव में किया जाएगा। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद श्री संतोष पाण्डेय उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता घासी साहू करेंगी। विशिष्ट अतिथि के रूप में महापौर नगर पालिक निगम राजनांदगांव श्रीमती हेमा देशमुख, पूर्व विधायक डोंगरगढ़ श्री रामजी भारती, पूर्व उपाध्यक्ष जनपद पंचायत छुरिया श्री रविन्द वैष्णव, पूर्व चेयरमेन छत्तीसगढ़ स्टेट वेयर हाऊसिंग कार्पोरेशन श्री नीलू शर्मा, समाजसेवी श्री राजेन्द्र गोलछा, समाजसेवी श्री लीलाधर साहू उपस्थित रहेंगे।
प्रतियोगिता में मेजबान दुर्ग संभाग ने बॉस्केटबॉल बालक व बालिका 17 वर्ष व 19 वर्ष के चारों ही वर्ग में विजेता बनी। वहीं अन्य खेलों में भी उसका प्रदर्शन अच्छा रहा। बेसबॉल 17 वर्ष बालक व बालिका में बिलासपुर जोन विजेता, बस्तर जोन उपविजेता एवं दुर्ग संभाग तीसरे स्थान पर रहा। दिग्विजय स्टेडियम में खेले गये बेसबॉल बालक 17 वर्ष में बिलासपुर जोन ने बस्तर जोन को 4-3 अंकों से हराकर विजेता बनी, बस्तर उपविजेता रही, वहीं दुर्ग संभाग ने रायपुर को 2-1 अंकों से हराकर तीसरा स्थान प्राप्त किया। बालिका वर्ग में भी फायनल में बिलासपुर व बस्तर के मध्य खेला गया। जिसमें बिलासपुर 4-3 अंकों के साथ विजेता रही तथा बस्तर उपविजेता रही दुर्ग जोन ने सरगुजा को पछाड़कर तीसरा स्थान प्राप्त किया। दिग्विजय स्टेडियम के ही इण्डोर स्टेडियम में खेले गये बॉस्केटबॉल 17 वर्ष बालक वर्ग में दुर्ग संभाग ने रायपुर को हराकर विजेता बनी रायपुर उपविजेता व तीसरे स्थान पर बिलासपुर रही। 19 वर्ष बालक वर्ग में दुर्ग ने रायपुर को पराजित कर विजेता बनी। रायपुर उपविजेता व बस्तर तीसरे स्थान पर रही। बॉस्केटबॉल 17 वर्ष बालिका वर्ग में दुर्ग व रायपुर की टीमें फिर एक बार आमने-सामने रही। जिसमें दुर्ग विजेता, रायपुर उपविजेता व सरगुजा तीसरे स्थान पर रही। 19 वर्ष बालिका वर्ग में दुर्ग ने रायपुर को पीछे छोड़ते हुए विजेता बनी। रायपुर उपविजेता व बस्तर तीसरे स्थान पर रही। अन्तर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में खेली जा रही बालक व बालिका प्रतियोगिता के तहत बालिका वर्ग में मेजबान दुर्ग ने बिलासपुर को 5-0 गोल से, सरगुजा व बस्तर के मध्य खेला गया मैच 3-3 गोल की बराबरी पर रहा। बालक वर्ग में दुर्ग ने सरगुजा को 3-1 गोल से व बिलासपुर ने बस्तर को 2-0 गोल से पराजित किया।
सड़क दुर्घटना में एक पैर गंवा चुके नंदकुमार ने सीएम कैंप कार्यालय बगिया से मांगी थी मदद,मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
जशपुरनगर / शौर्यपथ / सड़क दुर्घटना में अपना एक पैर गंवा चुके नंदकुमार के लिए एक नई उम्मीद की किरण तब आई जब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर उन्हें कृत्रिम पैर उपलब्ध कराया गया। इससे नंदकुमार की जिंदगी में फिर से एक नई शुरुआत हुई है और उनके चेहरे पर मुस्कान लौट आई है।
दुर्घटना में एक पैर गंवाने के बाद नंद कुमार राम कई परेशानियों से जूझ रहे थे। मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगिया में जाकर अपनी समस्या बताया और मुख्यमंत्री से कृत्रिम पैर की मांग करते हुए अपनी स्थिति को साझा किया। इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने तत्काल संज्ञान लेते हुए नंदकुमार को जल्द से जल्द कृत्रिम पैर उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद इन्हें रायपुर भेज कर कृत्रिम पैर दिलाया गया। अब वह फिर से बिना परेशानी से अच्छे से चल फिर रहा है और बहुत खुश है।
केरसई निवासी नंद कुमार राम ने बताया कि वे ड्राइवर का काम करते थे। वे कोरबा से रांची बस चलाते थे। वर्ष 2018 में सिसई झारखंड में उनका एक ट्रक के साथ एक्सीडेंट हो गया। उस एक्सीडेंट के कारण उनका एक पैर काटना पड़ा। जिससे उन्हें बहुत समस्या होती थी। उनका ध्यान रखने के लिए घर के एक आदमी को उनके साथ रहना पड़ता था। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पास गए तो उम्मीद जगी। मुख्यमंत्री के प्रयास से रायपुर भेज कर उनका पैर लगवा दिया गया है। अब नंदकुमार राम बिना बैसाखी के चल लेते हैं। पहले बिना बैसाखी के नहीं चल पाते थे। उन्होंने बताया कि अब बहुत अच्छे से चल सकते हैं। नंद कुमार राम और उसकी पत्नी सिलादेवी ने मुख्यमंत्री साय का आभार जताते हुए धन्यवाद दिया है।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 6 अक्टूबर को नई दिल्ली जाएंगे। निर्धारित दौरा कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री साय रात्रि 7 बजे रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से विमान द्वारा रवाना होकर 8.40 बजे नई दिल्ली पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री नई दिल्ली में रात्रि विश्राम करेंगे।
मुख्यमंत्री ने माता को 108 मीटर लंबी लाल चुनरी भेंटकर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज धमतरी जिले के प्रसिद्ध अंगार मोती दाई मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री ने अंगारमोती माता को 108 मीटर लंबी लाल चुनरी भेंट कर उनसे प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि, और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर मंदिर परिसर में बड़ी संख्या उपस्थित भक्त गण भी मुख्यमंत्री के साथ पूजा-अर्चना में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंगार मोती दाई के प्रति लोगों की अगाध श्रद्धा है। भक्तगण बड़ी श्रद्धा और मनोकामना के साथ दाई के दरबार में आते है। मां अंगारमोती देवी आदिवासी समाज की प्रथम आराध्य देवी है, जो मन्नत के लिए सुविख्यात है।
मुख्यमंत्री साय इस मौके पर मंदिर परिसर स्थित मनकेशरी माता, बूढ़ा देव और भंगाराम बाबा के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। इस अवसर कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप, टंकराम वर्मा, कांकेर सांसद भोजराज नाग, महासमुंद सांसद श्रीमति रूपकुमारी चौधरी, कुरूद विधायक अजय चंद्राकर, कांकेर विधायक आशाराम नेताम सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री द्वारा व्यर्थ बहते पानी के नल को बंद करते ही बड़ी स्क्रीन में दिखी उनकी लाइव तस्वीर
जल संरक्षण का यह मॉडल पूर्णता मेटल स्क्रैप वस्तुओं से निर्मित
जल संरक्षण की दिशा में लोगों को जागरूक करने की नवाचारी मॉडल
जल बर्बादी की समस्या को रोकने के लिए जिम्मेदार नागरिकों को प्रोत्साहित करने वाला मॉडल
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज धमतरी में जल-जगार महोत्सव में जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष प्रकार के नवाचारी मॉडल पीकू द वाटर गार्जियन संरचना का लोकार्पण किया। उन्होंने पीकू मॉडल के नल से व्यर्थ बह रहे पानी के नल को बंद कर लोगों को पानी बचाव का संदेश दिया। नल को बंद करते ही नल के ऊपर लगे कैमरे ने मुख्यमंत्री सहित उनके साथ में मौजूद अन्य जनप्रतिनिधियों की फोटो बड़े एलईडी डिस्प्ले में दिखाई। इससे यह संदेश दिया गया कि पानी के बचाव करने वाले की लाइव फोटो प्रदर्शित कर उनको जल वीर के रूप प्रोत्साहित किया जा रहा है।
दरअसल पीकू मॉडल पूरी तरफ अनुपयोगी धातु तत्वों या स्क्रैप मैटेरियल से निर्मित है। यह मॉडल लोगों को जल के बचाव और जल संरक्षण करने वालो को प्रोसाहित करने की अनूठी पहल है। इसमें स्क्रैप मैटेरियल से मयूर के छोटे बच्चे की आकृति बनाई गई है। आकृति के मुख से पानी बाहर निकल रहा है, जो कि व्यर्थ पानी के बहाव को दर्शाता है। आकृति में 2 कैमरे लगे हुए है, जो पानी के व्यर्थ बहाव को रोकने के लिए नल को बंद करने वाले की लाइव फोटो बाजू में लगे बड़े एलईडी स्क्रीन में दिखाता है। फोटो दिखने से पानी के व्यर्थ बहाव को रोकने वाले को प्रोत्साहित करता है। साथ ही दूसरो को भी जल बचाव के लिए प्रेरित करता है। मुख्यमंत्री श्री साय ने पीकू द वॉटर गार्जियन नामक मॉडल के नल को बंद करके व्यर्थ बहाव को बंद किया। तत्पश्चात मुख्यमंत्री साय की फोटो बगल में लगे एलईडी स्क्रीन में दिखी। मुख्यमंत्री साय ने पीकू मॉडल का लोकार्पण करते हुए जल संरक्षण को प्रेरित करने वाली इस विशेष मॉडल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस पीकू मॉडल से लोगों में जल के बारे में जागरूकता फैलेगी। साथ ही लोग जल बचाव के लिए प्रेरित होंगे।