CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
खेल /शौर्यपथ / भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच गुलाबी गेंद से खेला गया दूसरा तीन दिवसीय अभ्यास मैच रविवार को यहां ड्रॉ रहा जिसमें कई चीजें मेहमान टीम के लिए सकारात्मक रहीं। भारतीय टीम इसलिए भी खुश होगी क्योंकि उसके पास चयन के लिए काफी दावेदार मौजूद होंगे जिससे वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दिन-रात्रि टेस्ट में काफी सकारात्मक होकर मैदान में उतरेगी। 4 टेस्ट मैचों की श्रृंखला 17 दिसंबर से एडीलेड में शुरू होगी।
ऑस्ट्रेलिया ए ने तीसरे दिन 25 रन पर 3 विकेट गंवा दिए थे लेकिन बेन मैकडर्मोट और जैक विल्डरमुथ के शतकों की बदौलत उसने 4 विकेट पर 305 रन बना लिए थे। दोनों बल्लेबाजों ने दूधिया रोशनी में भारतीय तेज गेंदबाजों के बाउंसर का डटकर सामना किया। मैकडर्मोट (167 गेंद में 107 रन) ने अपने कप्तान एलेक्स कैरी (58 रन, 111 गेंद) के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 117 रन की भागीदारी निभाकर मैच को बचाने में अहम भूमिका अदा की।
वहीं विल्डरमुथ (119 गेंद में 111 रन) ने भी अपना शतक पूरा करने के अलावा मैकडर्मोट के साथ 165 रन जोड़े लेकिन डग आउट में बैठकर मैच देख रहे विराट कोहली और रवि शास्त्री इस बात से खुश होंगे कि मैच ने उन्हें चयन के लिए कई विकल्प दे दिए हैं।
पहले घंटे में ही पहले टेस्ट के लिए जो बर्न्स (01) और मार्कस हैरिस (05) की संभावित सलामी बल्लेबाजी जोड़ी को मोहम्मद शमी ने पैवेलियन भेज दिया। शमी ने 13 ओवर में 58 रन देकर दो विकेट चटकाए। दोनों सलामी बल्लेबाजों के रन नहीं जुटाने से ऑस्ट्रेलियाई टीम की चिंता निश्चित रूप से बढ़ जाएगी।
जहां तक भारतीय टीम की बात की जाए तो पृथ्वी साव की मैच में दो पारियों के दौरान ढीली बल्लेबाजी की तुलना में शुभमन गिल का संयम और पारी का आगाज करने की तकनीक ने ध्यान आकर्षित किया। इसी तरह हनुमा विहारी ने भी संयम से खेले गए शतक से खुद को दावेदारी में मजबूत रखा है। वे ऑफ ब्रेक गेंदबाजी कर सकते हैं, उनकी इसी गेंद ने कैरी को आउट किया जिससे वे टीम में छठे विशेषज्ञ बल्लेबाज के स्थान के लिए अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
लेकिन फिर लोकेश राहुल भी मौजूद हैं जो अपने कप्तान के सामने पसीना बहा रहे हैं। राहुल सलामी बल्लेबाज और मध्यक्रम बल्लेबाज के तौर पर कई विकल्प देते हैं। उन्हें 36 टेस्ट मैचों का अनुभव है तो जब एडीलेड के लिए अंतिम एकादश का चयन किया जायेगा तो उनके अनुभव की अनदेखी नहीं की जा सकती।
अगर दिन-रात्रि अभ्यास मैच से कुछ संकेत मिले हैं तो ऋषभ पंत 73 गेंद में शतकीय पारी खेलने के बाद विकेटकीपिंग के लिये मुख्य दावेदार हैं। चयन पूर्ण रूप से पंत की अपनी बल्लेबाजी से एक सत्र में मैच का रुख बदलने की काबिलियत पर होगा जिसमें दुर्भाग्य से उनके सीनियर विकेटकीपर रिद्धिमान साहा सक्षम नहीं हैं। जहां तक गेंदबाजी का संबंध है तो जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, उमेश यादव और आर अश्विन टेस्ट मैच में शुरुआत करने को तैयार हैं।
उमेश और अश्विन हालांकि दूसरे अभ्यास मैच में नहीं खेले थे, लेकिन ऐसा अन्य तेज गेंदबाजों को देखने तथा बुमराह और शमी को अभ्यास देने के लिए किया गया। तीसरे दिन दोनों ने 13-13 ओवर गेंदबाजी की जबकि बैकअप तेज गेंदबाज नवदीप सैनी (16 ओवर में 87 रन) और मोहम्मद सिराज (17 ओवर में 54 रन देकर एक विकेट) ने लंबे स्पैल डाले।
खेल/ शौर्यपथ / भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन टी20 सीरीज का आखिरी मुकाबला सिडनी में खेला गया। भारत को सीरीज के आखिरी मुकाबले में 12 रनों से हार का सामान करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मैथ्यू वेड ने 53 गेंदों पर 80 रनों की पारी खेली है। मैच के दौरान एक समय ऐसा आया जब कप्तान कोहली ने मैथ्यू वेड के खिलाफ डीआरएस लिया लेकिन अंपायर ने उसे नामंजूर कर दिया। कोहली ने इसके लिए प्रोडक्शन टीम को जिम्मेदार ठहराया।
कप्तान विराट कोहली ने कहा, 'हम अभी चर्चा ही कर रहे थे और रिप्ले को बड़े स्क्रीन पर चला दिया गया। जब हमने डीआरएस लेने का फैसला किया तो अंपायर ने यह कहते हुए मना कर दिया कि अब आप अपील नहीं कर सकते हैं।' इस फैसले से कोहली काफी नाखुश थे। इस पूरे प्रकरण पर भारत के पूर्व बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने भी अंपायर का समर्थन किया और कहा,'बड़ी स्क्रीन पर डिस्प्ले देखने के बाद रिव्यू नहीं ले सकते। पहले ही डीआरएस ले लेना चाहिए था।'
क्या है पूरा मामला
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज के तीसरे और आखिरी टी20 मैच में 11 वें ओवर में नटराजन की चौथी गेंद पर मैथ्यू वेड एलबीडब्ल्यू आउट थे। लेकिन अंपायर ने नाॅट-ऑउट करार दिया। जिसके बाद कोहली अन्य खिलाड़ियों से डीआरएस लेने पर विचार कर रहे थे इसी दौरान रिप्ले को बड़े स्क्रीन पर चला दिया गया। कोहली ने डीआरएस लिया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। और अंपायर ने कोहली की अपील को नहीं माना।
मैथ्यू वेड ने 53 गेंदो पर 80 रन बनाए। जिनकी पारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने भारत को तीसरे और आखिरी टी ट्वेंटी मैच में 12 रनों से हराया और सीरीज क्लीन स्वीप होने से बचा लिया।
खेल /शौर्यपथ / भारत और आस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच 17 दिसंबर को खेला जाएगा। लेकिन उससे पहले दोनों देशों के बीच दो अभ्यास मैच होंगे। इंडिया ए और आस्ट्रेलिया ए के बीच होने वाले तीन दिवसीय अभ्यास मैच से पहले आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने भारतीय बोलिंग लाइन की तारीफ की। ट्रेविस हेड आस्ट्रेलिया ए टीम के कप्तान है। पहला मैच रविवार को खेला जाएगा।
प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए 26 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा,'भारतीय गेंदबाजी आक्रामण काफी शानदार है। सभी गेंदबाज एक दूसरे का बखूबी साथ निभाते हैं। आपका सामान मोहम्मद समी जैसे गेंदबाजों से होगा। जिनके खिलाफ आप ढिलाई नहीं कर सकते। आपको हर एक भारतीय गेंदबाज के सामने सतर्क रहना होगा। उनके खिलाफ आपको हमेशा 100 प्रतिशत देना होगा।'
ट्रेविस हेड 2018 में भारत के खिलाफ खेली गई सीरीज़ का हिस्सा थे। तब ट्रेविस हेड ने दो अर्द्धशतक लगाए थे। ट्रेविस ने कहा, 'इन अभ्यास मैचों का फायद आस्ट्रेलिया ए टीम को मिलेगा। खिलाड़ियों के लिए यह शानदार मौका है। और वह पूरी तरह से तैयार हैं। पिछले 12 से 18 महीने हमारे लिए काफी शानदार रहे हैं। खिलाड़ी काफी उत्साहित हैं हम पहले दिन से ही दबाव बनाने की कोशिश करेंगे।'
पिछली भारत और आस्ट्रेलिया सीरीज़ का हिस्सा रहे ट्रेविस कहते हैं, 'उस सीरीज की यादें काफी अच्छी थी। उसका फायदा हमें मिलेगा। तब से अब तक मेरे खेल में भी काफी सुधार आया है।' इंडिया ए और आस्ट्रेलिया ए के बीच पहला तीन दिवसीय अभ्यास मैच रविवार को रेड बाल से खेला जाएगा जबकि दूसरा मैच 11 दिसंबर से पिंक बाल से खेला जाना है। वहीं पहला टेस्ट मैच 17 दिसंबर से शुरु होगा। वन-डे सीरीज गंवाने के बाद भारत ने पहला टी-ट्वेंटी मैच जीत लिया है।
खेल /शौर्यपथ / कोविड-19 महामारी के चलते दुनिया के तमाम क्रिकेट इवेंट्स स्थगित या रद्द करने पड़े थे। इसमें एशिया कप 2020 भी शामिल था, जिसे स्थगित कर दिया गया था। एशियाई क्रिकेट परिषद की नई बैठक में यह फैसला हुआ है कि पाकिस्तान 2022 में एशिया कप आयोजन करेगा, जबकि 2021 में श्रीलंका को टूर्नामेंट की मेजबानी का मौका मिला है।
पीटीआई से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के सीईओ वसीम खान ने कहा, '2021 में होने वाले एशिया कप का आयोजन श्रीलंका में होगा जबकि 2022 में पाकिस्तान को मेजबानी का मौका मिलेगा।' पहले एशिया कप इस साल अगस्त और सिंतबर के बीच पाकिस्तान में होना था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण टूर्नामेंट आयोजित नहीं किया जा सका। अब इसे 2021 जून में श्रीलंका में आयोजित किया जाएगा।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के लिए आसान नहीं होगी राह
2022 में भी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को टूर्नामेंट को पाकिस्तान में आयोजित करवाना आसान नहीं होगा। 2009 में श्रीलंका टीम पर हुए आतंकी हमले के बाद से ही दुनिया भर की क्रिकेट टीमें पाकिस्तान जानें से कतराती हैं, हालांकि पिछले एक साल के दौरान जिम्बाब्वे, श्रीलंका और बांग्लादेश की टीमों ने पाकिस्तान का दौरा किया है।
इन सबके बावजूद बहुत कुछ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के रुख पर निर्भर करेगा। अगर भारत अपनी आपत्ति जताता है तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड बोर्ड को दिक्कतों का समाना करना पड़ सकता है। पिछले कई सालों से पाकिस्तान का होम ग्राउंड यूएई बना हुआ था। टीमों के दौरा न करने से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को काफी नुकसान उठाना पड़ता था।
समस्याएं दूर करने के साथ ही दूंगा आवश्यक सामग्री- विधायक यादव
भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई नगर के युवा विधायक व महापौर देवेंद्र यादव गुरूवार की सुबह 7.30 बजे सायकल पोलो ग्राउड पहुंचे। जहां महापौर यादव खिलाडयि़ों से मिले और उनका हालचाल जाना। इसके बाद महापौर श्री यादव ने खुद भी सायकल पोलो खिलाडियों के साथ खेल का प्रैक्टिस किए और सभी खिलाडयि़ों का हौसला बढ़ाया। बात चीत के दौरान छ.ग. सायकल पोलो एसोसिएशन सचिव चीन्नावर ने महापौर श्री यादव को बताया कि जितने भी खिलाड़ी है। सभी सामान्य और गरीब परिवार से है। दूर दराज से प्रैक्टिस करने आते हैं। मैदान में लगे ग्रील टूट गए हैं। मैदान में भी कई जगह गडढे हो गए है। इस पर महापौर श्री यादव ने खिलाडियों को आश्वान देते हुए कहा कि आप सभी निश्चिंत रहे। जल्द ही मैदान का मरम्मत कराया जाएगा और भी जो छोटी बड़ी समस्याए है। सभी का दूर करेंगे। इसके बाद महापौर श्री यादव ने खिलाडयि़ों से कहा कि उन्हें सुरक्षा किट के लिए जो भी जरूरी सुविधाएं चाहिए होंगी वह उन्हें उपलब्ध कराएंगे।
खिलाडियों का हौसला बढ़ाते हुए महापौर यादव से कहा कि आप सब अच्छे से प्रैक्टिस करें और भिलाई व प्रदेश का नाम रौशन करें। हम आपसभी के साथ है और जो भी सुविधाएं जरूरी होगी हम उपलब्ध कराएंगे। इसके बाद मेयर खुद खिलाडयि़ों के साथ मैदान में उतरे और 3 गोल भी किए। महापौर ने कहा कि यह काफी कठिन खेल है। साथ ही आगे उन्होंने कहा कि पिछले साल जब सीएम भूपेश बघेल ने सीएम टॉफ्री का इनाम छ.ग. सायकल पोलो एसोसिएशन को सम्मान मिला तब आप सभी ने हमें भी सम्मान प्राप्त करने मंच पर बुलाए औैर गौरवानवित किए। साथ ही महापौर यादव ने मैदान में उपस्थित सीनियर खिलाडयि़ों से भी मिले और उनका भी हालचाल जाने। इस अवसर पर छ.ग. सायकल पोलो एसोसिएशन के सचिव चिन्नावर, ख्वाजा अहमद छ.ग. कांग्रेस स्पोर्टस प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष, राजेंद्र प्रसाद अर्जुन अवार्डेड, सुनिल कुमार, बीएसपी सायकल पोलो सचिव, कलपना स्वामी असीसटेंस डायरेक्टर एजुकेशन दुर्ग सहित सभी खिलाड़ी उपस्थित रहे।
खेल /शौर्यपथ / मोहम्मद कैफ का नाम आते ही, जो सबसे पहली याद भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को आती है, वो है लॉर्डस का मैदान. जहां सचिन तेंदुलकर के आउट होने के बाद फैन्स को लगा था कि नेटवेस्ट सीरीज का फाइनल टीम इंडिया अब हार गई, मगर 2002 में उन दिन चमत्कार हुआ और यह चमत्कार मोहम्मद कैफ ने किया. कैफ के इसी चमत्कार ने सौरव गांगुली को लॉर्ड्स की बालकनी में शर्ट उतारने के लिए मजबूर कर दिया था. आज यानी 1 दिसंबर को मोहम्मद कैफ अपना 40वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं.
प्रयागराज (तब इलाहाबाद) में जन्में कैफ ने मेवा लाल अयोध्या प्रसाद इंटरमीडिएट कॉलेज सोरांव से 12वीं तक की पढ़ाई की है. इसके बाद वे क्रिकेट की दुनिया में ही रच बस गए. बचपन से ही उनका मन क्रिकेट में बसता था और वे प्रयागराज से कानपुर आ गए. यहां पर वे ग्रीन पार्क स्टेडियम के हॉस्टल में रहने लगे. यहीं से उनका सफर भारतीय क्रिकेट टीम तक पहुंचा.
भारत को बनाया पहली बार अंडर-19 वर्ल्ड कप चैंपियन
घरेलू क्रिकेट की कड़ी मेहनत से उन्हें भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम में जगह मिल गई. साल 2000 में श्रीलंका में हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में उन्हें कप्तानी सौंपी गई और उन्होंने टीम इंडिया को इस कैटेगरी में वर्ल्ड चैंपियन बना दिया. उनके नेतृत्व में भारत ने पहली बार अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था. इसी साल उन्हें दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भारतीय टेस्ट टीम में शामिल कर लिया गया. दो साल बाद ही वे वनडे टीम का हिस्सा बन गए और उन्होंने 2003 के वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया. उस समय वे युवराज सिंह के साथ मिलकर भारतीय टीम के मिडिल ऑर्डर की रीढ़ हुआ करते थे.
2002 में दादा को लॉर्ड्स की बालकनी में शर्ट उतारने को किया मजबूर
इंग्लैंड के खिलाफ 2002 में नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में खेली गई उनकी पारी को भारतीय क्रिकेट की सबसे यादगार पारियों में गिना जाता है. कैफ ने लॉर्ड्स के मैदान पर खेले गए इस मैच में नाबाद 87 रनों की पारी खेलकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई थी. कैफ ने नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल मैच में 325 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए लड़खड़ाई भारतीय पारी को युवराज सिंह के साथ संभाला था और छठे विकेट के लिए 121 रनों की साझेदारी कर भारत को जीत दिलाई थी. इस जीत के बाद कप्तान सौरव गांगुली ने लॉर्ड्स की बालकनी में अपनी शर्ट उतारकर जश्न मनाया था.
सचिन के आउट होने के बाद कैफ का परिवार फिल्म देखने चला गया था
मोहम्मद कैफ ने कुछ साल पहले एक इंटरव्यू में बताया था कि नेटवेस्ट सीरीज 2002 में सचिन तेंदुलकर के आउट होने के बाद हर किसी को लग रहा था कि मैच खत्म हो गया है. इलाहाबाद में रह रहे कैफ के परिवार को भी यही लगा था. इसीलिए उनके पिता भी परिवार के साथ देवदास फिल्म देखने के लिए चले गए थे. लेकिन पीछे से उनके बेटे ने देश को यह जीत दिला दी थी.
स्लेजिंग कर नासिर ने तोड़ने की कोशिश की
मोहम्मद कैफ ने बताया था कि जब वह बल्लेबाजी करने आए तो नासिर हुसैन ने स्लेज किया और उन्हें यह समझने में समय लगा. दरअसल नासिर ने कैफ को बस ड्राइवर कहा था. जिसके बाद कैफ ने कहा कि यह बस ड्राइवर के लिए बुरा नहीं है. कैफ ने कहा कि टीम को 326 रन का बड़ा लक्ष्य हासिल करना था और बल्लेबाजी पर आने से पहले हमारा मूड सही नहीं था. युवराज और मैं यूथ टीम में ही साथ थे और हम दोनों एक-दूसरे को बेहतर समझते थे. युवी अपने शॉट्स खेल रहे थे और मैंने भी रन निकालने शुरू किए. मैच धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगा.
मोहम्मद कैफ का क्रिकेट करियर
कैफ ने भारत के लिए 125 वनडे मैच खेले जिनमें 32.01 की औसत से 2753 रन बनाए. उनका सर्वोच्च स्कोर 111 रहा. उन्होंने अपने वनडे करियर में दो शतक और 17 अर्धशतक लगाए. कैफ ने भारत के लिए 13 टेस्ट मैच भी खेले. खेल के लंबे प्रारूप में कैफ का औसत 32.84 का रहा जिसकी मदद से उन्होंने 22 पारियों में 624 रन बनाए हैं. टेस्ट में कैफ के नाम एक शतक और तीन अर्धशतक हैं. उनका सर्वोच्च स्कोर 148 है. कैफ को भारतीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ फील्डर्स में से एक माना जाता है. वह 2003 में विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे. कैफ ने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच 2006 में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर खेला था. वह अभी आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की कोचिंग टीम का हिस्सा हैं.
खेल / शौर्यपथ / टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दूसरे वनडे इंटरनैशनल मैच में हार का सामना करना पड़ा। रविवार को खेले गए मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 51 रनों से जीत दर्ज की और साथ ही तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त भी हासिल कर ली। सीरीज के पहले दोनों मैचों में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने काफी निराश किया है। रविवार को ऑस्ट्रेलिया ने 389 रन बनाए, जिसमें स्टीव स्मिथ की सेंचुरी के अलावा डेविड वॉर्नर, आरोन फिंच, मार्नस लाबूशेन और ग्लेन मैक्सवेल की हाफसेंचुरी शामिल थी। यह लगातार दूसरा मैच था, जिसमें टीम इंडिया को 370+ लक्ष्य मिला था। पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर इस दौरान विराट कोहली की कप्तानी से कुछ खास खुश नहीं दिखे। उन्होंने विराट की कप्तानी की आलोचना की है।
गंभीर ने कहा कि वह इस बात को नहीं समझ पा रहे हैं कि विराट ने नई गेंद के साथ जसप्रीत बुमराह को महज दो ओवर ही क्यों दिए। गंभीर ने ईएसपीएन क्रिकइंफो के पोस्ट मैच शो में कहा, 'सच कहूं तो मुझे उनकी कप्तानी समझ में नहीं आई। हम लगाता इस बारे में बात कर चुके हैं कि शुरुआत में विकेट लेना कितना अहम है अगर हमें इस तरह के बैटिंग लाइन-अप को रोकना है, फिर आप अपने मुख्य गेंदबाज से दो ओवर करवाते हैं। वनडे में ज्यादार गेंद 4, 3, 3 ओवर के तीन स्पेल करते हैं या फिर चार-चार ओवर के स्पेल।'
उन्होंने कहा, 'लेकिन अगर आप अपने मुख्य तेज गेंदबाज को महज दो ओवर करवाते हैं, तो इस तरह की कप्तानी मुझे समझ नहीं आती। इस तरह की कप्तानी को मैं एक्सप्लेन भी नहीं कर सकती हूं। यह टी20 क्रिकेट नहीं है। मुझे यह फैसला समझ नहीं आया और इसका कोई कारण नजर नहीं आता, यह खराब कप्तानी थी।' गंभीर ने साथ ही कहा कि भारत वॉशिंगटन सुंदर या शिवम दुबे जैसे क्रिकेटरों का इस्तेमाल कर सकता है, जो छठे गेंदबाज का रोल अदा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, 'अगले मैच में वॉशिंगटन सुंदर या शिवम दुबे या ऐसे किसी खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में जगह दी जा सकती है, जिससे समझ आए कि वह वनडे फॉर्मैट में कैसा करते हैं, लेकिन अगर आपके पास ऑस्ट्रेलिया में ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं है, तो यह सिलेक्टर्स की गलती है।'
खेल /शौर्यपथ / भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेल जा रहे पहले वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है। सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और आरोन फिंच ने टीम को बेहतरीन शुरुआत दी है और ऑस्ट्रेलिया ने बिना कोई विकेट गंवाए 70 रन बना लिए हैं। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे इस मैच में कमेंट्री के दौरान एडम गिलक्रिस्ट से बड़ी चूक हो गई, उन्होंने पिता के निधन के लिए सिराज की जगह नवदीप सैनी का नाम ले लिया, गिलक्रिस्ट ने हालांकि अपनी इस गलती के लिए थोड़ी देर बाद ही मोहम्मद सिराज और नवदीप सैनी दोनों से माफी मांगी।
अभी कुछ दिन पहले मोहम्मद सिराज के पिता का निधन हो गया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में होने के चलते सिराज अपने पिता के अंतिम संस्कार में नहीं गए थे और उन्होंने बीसीसीआई को भी अपना फैसला बता दिया था। मोहम्मद सिराज ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया की टेस्ट टीम का हिस्सा है। सिडनी में खेले जा रहे पहले वनडे मैच में एडम गिलक्रिस्ट इस बात को लेकर कंफ्यूज हो गए और उन्होंने पिता के निधन होने की बात करते हुए मोहम्मद सिराज की जगह नवदीप सैनी का नाम ले लिया। हालांकि, गिलक्रिस्ट ने अपने ट्विटर पर इस बात के लिए इन दोनों ही भारतीय तेज गेंदबाजों ने तुरंत माफी भी मांगी है।
सीरीज के पहले वनडे मैच में भारतीय टीम ने बतौर ओपनर मयंक अग्रवाल को मौका दिया है, जबकि नवदीप सैनी को तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर टीम में शामिल किया गया है। केएल राहुल इस मैच में नंबर चार पर बल्लेबाजी करते दिखाई देंगे। कुलदीप यादव पहले वनडे मैच में अपनी जगह बनाने में नाकाम रहे हैं और आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले रविंद्र जडेजा को प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई है।
खेल /शौर्यपथ / दुनिया के महानतम फुटबॉल खिलाड़ियों में शुमार 1986 विश्व कप में अर्जेंटीना की जीत के नायक डिएगो माराडोना का बुधवार को निधन हो गया। पेले की ही तरह 10 नंबर की जर्सी पहनने वाले दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलरों में गिने जाने वाले माराडोना 60 वर्ष के थे। पिछले लंबे समय से वे कोकीन की लत और मोटापे से जुड़ी कई परेशानियों से जूझ रहे थे। माराडोना का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। दो सप्ताह पहले ही उनके दिमाग का ऑपरेशन हुआ था।
अर्जेंटीना में 3 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा कर दी गई है। दुनियाभर के फुटबॉलप्रेमियों में इस खबर से शोक की लहर दौड़ गई है और सोशल मीडिया पर इस महान फुटबॉलर को श्रृद्धांजलि दी जा रही है। फीफा ने उन्हें 2001 में ब्राजील के पेले के साथ खेल के इतिहास के दो महानतम खिलाड़ियों में शामिल किया था। दो सप्ताह पहले ही दिमाग के ऑपरेशन के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई थी।
विश्व कप 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में ‘खुदा का हाथ’ वाले गोल के कारण फुटबॉल की किवदंतियों में अपना नाम शुमार कराने वाले माराडोना दो दशक से लंबे अपने कैरियर में फुटबालप्रेमियों के नूरे नजर रहे। माराडोना ने बरसों बाद स्वीकार किया था कि उन्होंने जान-बूझकर गेंद को हाथ लगाया था। उसी मैच में चार मिनट बाद हालांकि उन्होंने ऐसा शानदार गोल दागा था जिसे फीफा ने विश्व कप के इतिहास का महानतम गोल करार दिया।
अर्जेंटीना ने उस जीत को 1982 के युद्ध में ब्रिटेन के हाथों मिली हार का बदला करार दिया था। माराडोना ने 2000 में आई अपनी आत्मकथा ‘ आई एम डिएगो’ में लिखा था- वे मैच जीतने की कोशिश से बढ़कर कुछ था। हमने कहा था कि इस मैच का जंग से कोई सरोकार नहीं है लेकिन हमें पता था कि वहां अर्जेंटीनाइयों ने अपनी जानें गंवाई थीं। यह हमारा बदला था। हम अपने देश के लिये खेल रहे थे और यह हमसे बड़ा कुछ था।
नशे की लत और राष्ट्रीय टीम के साथ नाकामी ने बाद में माराडोना की साख को ठेस पहुंचाई लेकिन फुटबॉल के दीवानों के लिए वे ‘गोल्डन बॉय’ बने रहे। साहसी, तेजतर्रार और हमेशा अनुमान से परे कुछ करने वाले माराडोना के पैरों का जादू पूरी दुनिया ने फुटबॉल के मैदान पर देखा। विरोधी डिफेंस में सेंध लगाकर बाएं पैर से गोल करना उनकी खासियत थी। उनके साथ इतालवी क्लब नपोली के लिए खेल चुके सल्वाटोर बागनी ने कहा कि वे सब कुछ दिमाग में सोच लेते थे और अपने पैरों से उसे मैदान पर सच कर दिखाते थे।
बढते मोटापे से करियर के आखिर में उनकी वह रफ्तार नहीं रह गई थी, वहीं 1991 में उन्होंने कोकीन का आदी होने की बात स्वीकारी और 1997 में फुटबॉल को अलविदा कहने तक इस लत ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। वे दिल की बीमारी के कारण 2000 और 2004 में अस्पताल में भर्ती हुए। नशे की लत के कारण उनकी सेहत गिरती रही। वे 2007 में हेपेटाइटिस के कारण अस्पताल में भर्ती हुए।
अर्जेंटीना के कोच के रूप में उन्होंने 2008 में फुटबॉल में वापसी की लेकिन दक्षिण अफ्रीका में 2010 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल से टीम के बाहर होने की गाज उन पर गिरी। इसके बाद वे संयुक्त अरब अमीरात के क्लब अल वस्ल के भी कोच रहे।
शोक में डूबा खेल समुदाय : महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना के निधन से भारतीय खेल समुदाय भी शोक में डूब गया और सोशल मीडिया पर इस महानायक को श्रृद्धांजलि दी गई । भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि उन्होंने अपने नायक को खो दिया।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई प्रमुख गांगुली ने लिखा कि मेरा हीरो नहीं रहा। माय मैड जीनियस रेस्ट इन पीस। मैं आपके लिए फुटबॉल देखता था। गांगुली ने 2017 में कोलकाता में माराडोना के साथ एक चैरिटी मैच भी खेला था।
सचिन तेंदुलकर ने कहा कि फुटबॉल और विश्व खेल जगत ने आज महानतम खिलाड़ियों में से एक खो दिया। ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे डिएगो माराडोना। आपकी कमी खलेगी।
भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने ट्वीट किया कि अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना फुटबॉल के मैदान पर एक जादूगर की तरह थे। फुटबॉल ने आज एक नगीना खो दिया। उनका नाम फुटबॉल के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज रहेगा।
स्टायलिश बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने लिखा कि खेल के महानायकों में एक-एक डिएगो माराडोना का निधन। खेल जगत के लिए दु:खद दिन। उनके परिवार, दोस्तों और हितैषियों के प्रति संवेदना।
भारत के पूर्व हॉकी कप्तान वीरेन रासकिन्हा ने लिखा कि तमाम यादों और पागलपन के लिए धन्यवाद। भारत के पूर्व फुटबॉलर आई एम विजयन ने लिखा कि फुटबॉल के भगवान, भगवान आपकी आत्मा को शांति दे।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को महान फुटबाल खिलाड़ी डिएगो माराडोना के निधन पर दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि 'जादूगर' माराडोना ने यह दिखाया कि फुटबाल क्यों खूबसूरत खेल है। उन्होंने ट्वीट किया कि महान खिलाड़ी माराडोना हमें छोड़कर चले गए। वे एक जादूगर थे जिन्होंने हमें दिखाया कि फुटबाल क्यों खूबसूरत खेल है। कांग्रेस नेता ने माराडोना के परिजन, मित्रों और प्रशंसकों के प्रति संवेदना प्रकट की।