CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
खेल / शौर्यपथ / वनडे इंटरनैशनल क्रिकेट 12 साल से अधिक समय गुजार चुके भारतीय कप्तान और रन मशीन विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे इंटरनैशनल सीरीज में सबसे तेज 12,000 रन बना सकते हैं और क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। विराट के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 27 नवंबर से शुरू होने वाला दौरा कई मायनों में निजी तौर पर अहम साबित होने वाला है। भारत को इस दौरे में तीन वनडे, तीन टी-20 इंटरनैशनल और चार टेस्ट खेलने हैं। हालांकि विराट टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेलकर पैटरनिटी लीव पर स्वदेश लौट जाएंगे।
भारतीय कप्तान को सचिन के रिकॉर्ड तोड़ने के लिए सबसे प्रबल दावेदार माना जाता है। विराट के पास वनडे सीरीज में सबसे तेज 12 हजारी बनने का मौका रहेगा। वह अभी इस उपलब्धि से महज 133 रन दूर हैं। तीन मैचों की इस सीरीज में विराट इस उपलब्धि को हासिल कर सकते हैं। सीरीज में 133 रन बनाते ही विराट वनडे में 12 हजार रनों के शिखर पर पहुंचने वाले दुनिया के छठे खिलाड़ी बन जाएंगे। विराट के पास वनडे में सबसे तेज 12 हजारी बनने का भी मौका रहेगा और इस मामले में वह मास्टर ब्लास्टर सचिन का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। सचिन ने 12,000 रनों तक पहुंचने के लिए 300 पारियां खेली थीं और 13 साल 73 दिन का समय लगाया था।
विराट के अभी 248 मैचों से 11,867 रन हैं और उन्होंने 239 पारियां खेली हैं। विराट ने अपने वनडे करियर की शुरुआत 18 अगस्त 2008 को की थी और वनडे क्रिकेट में उन्हें अभी 12 साल से कुछ अधिक समय हुआ है। इस आधार पर वह सचिन के पारियों और समय के दोनों रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। वनडे में अब तक पांच खिलाड़ियों ने 12,000 रन पूरे किए हैं। सचिन ने 463 मैचों में 18,426 रन, श्रीलंका के कुमार संगकारा ने 404 मैचों में 14,234 रन, ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग ने 375 मैचों में 13,704 रन, श्रीलंका के सनत जयसूर्या ने 445 मैचों में 13,430 रन और श्रीलंका के महेला जयवर्धने ने 448 मैचों में 11,867 रन बनाए हैं।
धोनी, युवी, तेंदुलकर की इस मामले में बराबरी कर सकते हैं विराट
इस महीने 5 नवम्बर को अपना 32वां जन्मदिन मनाने वाले विराट इस सीरीज का दूसरा मैच खेलते ही वनडे में 250 मैच भी पूरे कर लेंगे और यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह आठवें भारतीय खिलाड़ी बन जाएंगे। भारत में अब तक सचिन, महेंद्र सिंह धोनी, राहुल द्रविड़, मोहम्मद अजहरुद्दीन, सौरव गांगुली, युवराज सिंह और अनिल कुंबले ने 250 या उससे अधिक वनडे खेले हैं। विराट के पास इस दौरे में तीनों फॉर्मैट में 22,000 रन पूरे करने का भी मौका रहेगा। विराट के अभी तीनों फॉर्मैट में कुल 416 मैचों से 21,901 रन हैं। उन्हें इस उपलब्धि तक पहुंचने के लिए 99 रनों की जरूरत है। तीनों फॉर्मैट में कुल सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड सचिन के नाम है, जिन्होंने 664 मैचों में 34,357 रन बनाए हैं। विराट इस मामले में वेस्ट इंडीज के ब्रायन लारा को पीछे छोड़ सकते हैं जिनके नाम 22,358 रन हैं।
पोंटिंग को छोड़ सकते हैं पीछे
विराट तीनों फॉर्मैट में कुल शतकों के मामले में ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग की बराबरी कर सकते हैं या उन्हें पीछे छोड़ सकते हैं। इस मामले में पोंटिंग के कुल 560 मैचों से 71 शतक हैं, जबकि विराट के 416 मैचों से 70 शतक हैं। विराट ने टेस्ट में 27 और वनडे में 43 शतक बनाए हैं। विराट का टी-20 में कोई इंटरनैशनल शतक नहीं है और इस फॉर्मैट में उनका बेस्ट स्कोर नॉटआउट 94 रन है। भारतीय कप्तान के पास टी-20 सीरीज में रोहित शर्मा से अपनी बढ़त आगे करने का मौका रहेगा। टी-20 इंटरनैशनल क्रिकेट में विराट और रोहित में लगातार नजदीकी होड़ चल रही है। विराट ने इस फॉर्मैट में 82 मैचों में 2794 रन बनाए हैं, जबकि रोहित ने 108 मैचों में 2773 रन बनाए हैं। रोहित को उनकी हैमस्ट्रिंग चोट के कारण ऑस्ट्रेलिया में वनडे और टी-20 सीरीज से आराम दिया गया है और वह चार टेस्टों की सीरीज के लिए भारतीय टीम में लौटेंगे। टी-20 सीरीज में रोहित की अनुपस्थिति से विराट इस फॉर्मैट में अपने रनों की संख्या को आगे ले जा सकते हैं और रोहित से फासला बढ़ा सकते हैं।
खेल /शौर्यपथ / टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने बताया है कि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के किस खिलाड़ी ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन में सबसे ज्यादा निराश किया। विराट कोहली की कप्तानी वाली आरसीबी टीम प्लेऑफ में तो पहुंची, लेकिन पहले ही एलिमिटेर मैच में सनराइजर्स हैदराबाद से हारकर बाहर हो गई। इस सीजन में आरसीबी की ओर से ऑस्ट्रेलियाई लिमिटेड ओवर कप्तान आरोन फिंच खेले, लेकिन वह कुछ खास नहीं कर सके।
फिंच को आरसीबी ने 4.4 करोड़ रुपये में खरीदा था, लेकिन वह अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके। फिंच आरसीबी की ओर से 12 मैचों में 22.33 के मामूली औसत से 268 रन ही बना सके। फेसबुक पर अपलोड किए गए एक वीडियो में आकाश चोपड़ा ने कहा, 'आरोन फिंच आरसीबी के लिए इस सीजन में सबसे बड़ी निराशा रहे। आरसीबी को उनसे काफी भरोसा था, और इसीलिए टीम मैनेजमेंट उन पर भरोसा दिखाता गया। उन्हें बल्लेबाजी के काफी मौके मिले। कोई यह नहीं कह सकता कि उन्हें मौका नहीं मिला। आप ऐसा मोइन अली के लिए कह सकते हैं कि वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे, लेकिन फिंच ने काफी मैच खेले।'
आकाश चोपड़ा ने कहा, 'लेकिन वह फॉर्म में बिल्कुल नजर नहीं आए। ना ही फॉर्म दिखी और ना ही रन दिखे। उन्हें ड्रॉप किया गया, लेकिन फिर से उन्हें वापस लाया गया क्योंकि जोशुआ फिलिप भी कुछ खास नहीं कर पाए। आपको फिंच से अपेक्षाएं रहती हैं, क्योंकि सोचिए देवदत्त पडीक्कल अच्छी फॉर्म में थे और अगर फिंच भी अच्छा खेलते तो विराट कोहली और एबी डिविलियर्स पर दबाव काफी कम रहता।
खेल / शौर्यपथ / इंडियन प्रीमियर लीग का 13वां सीजन समाप्त हो चुका है। मुंबई इंडियंस की टीम ने फाइनल मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स को 5 विकेट से हराकर आईपीएल के खिताब को पांचवीं दफा अपने नाम कर लिया है। मुंबई अपने टाइटल को इस साल डिफेंड करने में भी कामयाब रही है। टूर्नामेंट के खत्म होने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के स्टार बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने आईपीएल 2020 की अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम का नाम बताया है।
दिल्ली के खिलाफ मुंबई इंडियंस को मिली जीत के बाद एबी डिविलियर्स ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'शाबाश मुंबई इंडियंस, बिना किसी संदेह के इस साल की बेस्ट टीम' डिविलियर्स ने अपने ट्वीट के जरिए मुंबई इंडियंस को आईपीएल 2020 की सबसे बेहतरीन टीम बताया है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम इस सीजन आईपीएल के प्लेऑफ में जगह बनाने में कामयाब रही थी, लेकिन टीम को एलिमिनेटर मैच में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
एबी डिविलियर्स ने इस सीजन 15 मैचों में 158.74 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 454 रन बनाए, इस दौरान स्टार बल्लेबाज ने 5 हाफसेंचुरी भी लगा। डिविलियर्स ने एलिमिनेटर मैच में भी सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेलते हुए बैंगलोर की टीम की तरफ से सबसे अधिक 56 रन बनाए थे, लेकिन इसके बावजूद टीम 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 131 रन ही बना सकी थी।
खेल / शौर्यपथ /कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम को आईपीएल का दो बार खिताब जिताने वाले पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर अपनी पुरानी फ्रेंचाइजी पर जमकर बरसे हैं। गौतम गंभीर की कप्तानी में केकेआर की टीम ने साल 2012 और 2014 में आईपीएल की ट्रॉफी को अपने नाम किया था। इसके बाद, अगले छह सालों में टीम एक बार भी फाइनल तक नहीं पहुंच सकी है। आईपीएल 2020 में भी कोलकाता का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और टीम प्लेऑफ में पहुंचने में नाकाम रही थी।
गौतम गंभीर केकेआर की टीम पर सूर्यकुमार यादव को साल 2018 में रिलीज किए जाने को लेकर जमकर बरसे हैं और उन्होंने इसे टीम की सबसे बड़ी गलती बताया है। गंभीर ने ईसपीएन क्रिकइंफो के साथ बात करते हुए कहा, 'सूर्यकुमार यादव को मुंबई इंडियंस ने आसानी से हासिल नहीं किया है। केकेआर का यह पिछले 13 सालों में सबसे बड़ा नुकसान है। कोई जो युवा है, वो केकेआर की टीम में आाता है, चार साल खेलता है, बिल्कुल, हमारी उस समय की बल्लेबाजी को देखते हुए उनको वो बल्लेबाजी नंबर नहीं मिला, जहां उनको खेलना चाहिए था। मनीष पांडे तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते थे, लेकिन सूर्यकुमार नंबर 6 या 7 पर बल्लेबाजी कर रहे थे। केकेआर आसानी के साथ सूर्यकुमार के आसपास बन सकती थी।'
बता दें कि सूर्यकुमार यादव मुंबई इंडियंस की टीम में शामिल होने से पहले केकेआर की टीम का हिस्सा थे और वो इस टीम की तरफ से चार साल आईपीएल में खेले थे। हालांकि, बल्लेबाजी क्रम के चलते सूर्यकुमार का प्रदर्शन कोलकाता के लिए इतना अच्छा नहीं रहा था और 2018 में उनको टीम ने रिलीज कर दिया था। 2018 में सूर्यकुमार यादव मुंबई इंडियंस की टीम में शामिल हुए थे और उसके बाद से तीनों ही सीजन में उनका बल्ला जमकर बोला है।
खेल /शौर्यपथ / इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन खत्म हो चुका है। मुंबई इंडियंस की टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए दिल्ली कैपिटल्स को 5 विकेट से हराकर रिकॉर्ड पांचवीं बार आईपीएल के खिताब को अपने नाम कर लिया है। आईपीएल 2020 के समाप्त होने के बाद अब अगले साल होने वाले सीजन की तैयारियां शुरू होने लगी है। आईपीएल 2021 के लिए इस साल दिसंबर में ऑक्शन भी होना है, जहां टीमों में काफी फेरबदल देखने को मिल सकता है। इसी बीच, बीसीसीआई आईपीएल 2021 में 9वीं टीम को जोड़ने की तैयारी में है।
आईपीएल का ऑक्शन आमतौर पर दिसंबर में होता है, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, कोरोना वायरल के चलते ऑक्शन में इस बार थोड़ी देरी हो सकती है। बीसीसीआई के प्रेसिडेंट सौरव गांगुली इस बात को पहले ही कह चुके हैं कि आईपीएल 2021 का सीजन मार्च और अप्रैल में खेला जाएगा और इसको देखते हुए अब ज्यादा समय नहीं बचा है। द हिंदू की खबर के मुताबिक, आईपीएल ऑक्शन को साल 2021 की शुरुआत में करवाया जाएगा और आईपीएल का 14वां सीजन भारत में खेला जाएगा। कोरोना वायरस के चलते आईपीएल का यह सीजन यूएई में खेला गया था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, बीसीसीआई अगले साल होने वाले आईपीएल में एक नई टीम को शामिल करने वाली है, यही वजह है कि बीसीसीआई एक पूर्ण ऑक्शन करवाना चाहती है। अभी तक आईपीएल में कुल 8 टीमें खेलती हैं और अगर टूर्नामेंट में एक नई टीम को जगह मिलती है, तो इस फटाफट लीग में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं और टूर्नामेंट में मैचों की संख्या भी बढ़ सकती है। रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुंबई इंडियंस ने लगातार दूसरी बार आईपीएल की ट्रॉफी को अपने नाम किया, पिछले साल टीम ने चेन्नई सुपर किंग्स को हराकर चौथी बार आईपीएल का खिताब जीता था।
खेल / शौर्यपथ / इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन के फाइनल मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स की टीम का आमना-सामना चार बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस से होगा। दिल्ली दूसरे क्वॉलिफायर मैच में सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर आईपीएल के फाइनल में पहली बार अपनी जगह बनाने में कामयाब रही है। वहीं, मुंबई इंडियंस ने पहले क्वॉलिफायर में दिल्ली को ही करारी शिकस्त देकर छठी बार फाइनल का अपना टिकट कटवाया है। मुंबई भले ही पांचवीं बार इस ट्रॉफी को अपने नाम करने के लिए फेवरेट टीम मानी जा रही हो, लेकिन दिल्ली ने जिस तरह का प्रदर्शन हैदराबाद के खिलाफ किया है, उसको देखते हुए अगर श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली टीम इस खिताब को पहली बार अपने नाम करने में सफल होती है तो कोई हैरत वाली बात नहीं होगी। आइए एक नजर डालते है उन पांच कारणों पर जिनके दम पर दिल्ली कैपिटल्स की टीम रोहित एंड कंपनी का पांचवीं बार इस खिताब को अपने नाम करने का सपना चकनाचूर कर सकती है।
1. धवन अकेले बिगाड़ सकते हैं मुंबई का खेल
दिल्ली कैपिटल्स के लिए इस सीजन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले शिखर धवन पर फाइनल मुकाबले में काफी बड़ा दरोमदार होगा। धवन वो बल्लेबाज हैं, जिनका बल्ला अगर फाइनल में चला तो मुंबई का हर दांव उल्टा पड़ सकता है। दिल्ली के लिए अच्छी खबर यही है कि गब्बर हैदराबाद के खिलाफ शानदार पारी खेलकर आ रहे हैं और उनकी हालिया फॉर्म मुंबई के गेंदबाजों की नींद जरूर उड़ा रही होगी। धवन इस सीजन अबतक 16 मैचों में 145.65 के स्ट्राइक रेट से 603 रन बना चुके हैं।
2. स्टोयनिस का ऑल-राउंड खेल दिला सकता है दिल्ली को पहला खिताब
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ बल्ले और गेंद दोनों से ही धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले मार्कस स्टोयनिस बेहद शानदार फॉर्म में हैं। हैदराबाद के खिलाफ उनसे ओपनिंग करवाने का टीम का फैसला भी एकदम सही साबित हुआ था। स्टोयनिस के पास पावरप्ले के अंदर बड़े शॉट्स लगाने की काबिलियत है, इसके साथ वो पारी को चलना भी बखूबी जानते हैं। ऑस्ट्रेलिया का यह ऑल-राउंडर बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी कारगर साबित हो सकता है। स्टोयनिस ने इस सीजन अबतक 16 मैचों में 352 रन बनाने के साथ 12 विकेट भी चटकाए हैं। यानी अगर फाइनल में दिल्ली के इस ऑलराउंडर का दिन रहा, तो दिल्ली को पहली बार चैंपियन बनने में ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
3. रबाडा और नॉर्टजे की जोड़ी कर सकती है कमाल
कगीसो रबाडा और एनरिच नॉर्टजे ने दिल्ली कैपिटल्स के लिए इस सीजन कई बेहतरीन स्पेल डाले हैं और टीम को एकतरफा जीत दिलाई है। हैदराबाद के खिलाफ रबाडा ने अपने चार ओवर में सिर्फ 29 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किए थे। दोनों ही गेंदबाजों के पास वो गति और लाइन लैंथ मौजूद है, जिसके दम पर वो मुंबई इंडियंस के टॉप ऑर्डर को तहस-नहस कर सकते हैं। रबाडा डेथ ओवरों में सटीक यॉर्कर फेंकने की अपनी काबिलियत से मुंबई के बल्लेबाजों के लिए मुश्किल पैदा कर सकते हैं, जबकि नॉर्टजे अपनी गति के दम रनों पर अंकुश लगा सकते हैं।
4. काम आएगी अश्विन की चतुराई
मुंबई के खिलाफ आईपीएल 2020 के फाइनल मैच में रविचंद्रन अश्विन पर काफी कुछ निर्भर करेगा। पहले क्वॉलिफायर मैच में दिल्ली को भले ही मुंबई के हाथों हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन अश्विन ने उस मैच में भी मुंबई के बल्लेबाजों को अपनी घूमती गेंदों पर खूब नचाया था। कप्तान श्रेयस अय्यर अश्विन का इस्तेमाल पावरप्ले में करते हैं और अश्विन हर बार कप्तान को विकेट निकाल कर देते हैं। इसके साथ ही, अश्विन बीच के ओेवरों में रनगति पर भी लगाम लगा सका सकते हैं, जो मुंबई के बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ा सकता है।
5. एक्स फैक्टर साबित हो सकते है शिमरॉन हेटमायर और पंत
हैदराबाद के खिलाफ शिमरॉन हेटमायर काफी अच्छे टच में दिखाई दिए थे और उन्होंने 22 गेंदों में 42 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी। हेटमायर का बल्ला अगर फाइनल में मुंबई के खिलाफ चला, तो इस कैरेबियाई बल्लेबाज को रोकना रोहित शर्मा के लिए आसान नहीं होगा। ऋषभ पंत का बल्ला भले ही इस पूरे टूर्नामेंट में खामोश रहा हो, लेकिन अपना दिन होने पर पंत किसी भी गेंदबाजी अटैक की धज्जियां उड़ा सकते हैं और रोहित खुद इस बात को अच्छे से जानते हैं। पंत का ओवरऑल रिकॉर्ड वैसे भी मुंबई के खिलाफ काफी अच्छा रहा है और इसी टीम के खिलाफ पंत ने अपने आईपीएल करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी भी खेली है।
खेल / शौर्यपथ / ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और वर्तमान में सनराइजर्स हैदराबाद के हेड कोच टॉम मूडी को लगता है कि दिल्ली कैपिटल्स ने पिछले साल तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट का मुंबई इंडियंस के लिए ट्रेड करना सबसे बड़ी 'गलती' है। दिल्ली ने पिछली साल ट्रेंट बोल्ट और अन्य खिलाड़ियों की जगह आर अश्विन और अजिंक्य रहाणे को अपनी टीम में शामिल किया था। बोल्ट के आने के बाद मुंबई की बॉलिंग लाइनअप काफी मजबूत हो गई है और टीम बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है।
बोल्ट इस सीजन शानदार फॉर्म में हैं और जसप्रीत बुमराह के साथ टीम की सफलता का एक अहम कारण भी हैं। मुंबई ने आईपीएल 2020 के फाइनल में जगह बना ली है और वो अपने पांचवें आईपीएल खिताब से सिर्फ एक कदम दूर है। बोल्ट ने अभी तक 14 मैचों में 22 विकेट लिए हैं। ईएसपीएनक्रिकइंफो से बात करते हुए टॉम मूडी ने कहा कि एक वक्त पर दिल्ली कैपिटल्स शायद यह नहीं जानते थे कि टूर्नामेंट यूएई में खेला जाएगा। बोल्ट मुंबई की तरफ से खेलते हुए बेहद खतरनाक साबित हुए, क्योंकि यूएई में ऐसा वेन्यू था जहां गेंद बहुत ज्यादा स्विंग करती है।
मूडी ने बोल्ट को पावरप्ले का बेस्ट बॉलर करार दिया। मूडी ने कहा कि बोल्ट आईपीएल में सबसे अच्छे पावरप्ले गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने अपने बेहतर प्रदर्शन से मुंबई को पूरे टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीम बना दिया है। बोल्ट ने पहली क्वालीफायर में दिल्ली को हराने में अहम भूमिका निभाई थी। दिल्ली और मुंबई के बीच आईपीएल का फाइनल मुकाबला मंगलवार को दुबई में खेला जाएगा। मुंबई ने छठी बार फाइनल में जगह बनाई है जबकि दिल्ली पहली बार फाइनल में पहुंची है।
खेल / शौर्यपथ / अमेरिका में लंबे समय के इंतजार के बाद राष्ट्रपति के लिए हुए चुनाव के नतीजे आ गए हैं। जो बाइडेन ने डोनाल्ड ट्रंप को इस चुनाव में हरा दिया है और बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। बाइडेन की इस जीत के बाद ट्विटर पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। क्रिकेट जगत में भी इस चुनाव को लेकर कई दिग्गज खिलाड़ियों ने अपनी राय रखी है। इसी बीच, जो बाइडेन की जीत के बाद इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर का एक छह साल पुराना ट्वीट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
दरअसल, साल 2014 में जोफ्रा आर्चर द्वारा किए गए इस ट्वीट में आर्चर ने एक शब्द लिखा था, 'जो' लोग आर्चर के इस ट्वीट को जो बाइडेन की जीत के साथ जोड़कर देख रहे हैं और आर्चर की 6 साल पहले की गई भविष्षवाणी को सही मान रहे हैं। राजस्थान रॉयल्स की टीम ने आर्चर के इस ट्वीट को अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
जोफ्रा आर्चर का प्रदर्शन इस सीजन आईपीएल में काफी दमदार रहा था, उन्होंने राजस्थान रॉयल्स की तरह से खेले 14 मैचों में 20 विकेट अपने नाम की थी। इस दौरान आर्चर काफी किफायती भी रहे थे और उनका इकॉनमी महज 6.55 का रहा था। हालांकि, आर्चर के बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद भी राजस्थान की टीम प्लेऑफ में पहुंचने में नाकाम रही थी। राजस्थान के बल्लेबाजों का प्रदर्शन इस पूरे टूर्नामेंट में कुछ खास नहीं रहा, कप्तान स्टीव स्मिथ का बल्ला भी शुरुआती मैचों के बाद खामोश ही दिखाई दिया। बेन स्टोक्स ने आखिरी के मैचों में कुछ अच्छी पारियां जरूर खेली, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
खेल /शौर्यपथ / दिल्ली कैपिटल्स की टीम को बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन के चलते मुंबई इंडियंस के खिलाफ आईपीएल 2020 के पहले क्वलिफायर में 57 रनों से हार का सामना करना पड़ा। मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में सूर्यकुमार यादव (51), ईशान किशन (नॉटआउट 55) और हार्दिक पांड्या (नॉटआउट 37) की उम्दा पारियों के दम पर 5 विकेट खोकर 200 रन बनाए। जवाब में दिल्ली की टीम 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 143 रन ही बना सकी। दिल्ली की टीम ने इस मैच में अपने शुरुआती तीन विकेट बिना कोई रन बनाए गंवाए। पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) एक बार अपनी खराब फॉर्म से जूझते नजर आए और अपना खाता तक नहीं खोल सके। शॉ अपनी इस पारी के बाद ट्विटर पर लोगों के निशाने पर रहे।
पृथ्वी शॉ का बल्ला इस पूरे ही टूर्नामेंट में एकदम खामोश नजर आया है। शॉ ने इस सीजन खेले 13 मैचों में 136.52 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ 228 रन बनाए हैं। शॉ का पिछली 8 पारियों में सर्वाधिक स्कोर 19 रन रहा है, जबकि इस दौरान वो तीन दफा जीरो पर आउट हुए हैं। शॉ के लगातार हर मैच में जल्दी आउट होने से टीम के मिडिल ऑर्डर पर काफी प्रेशर बना है, जिसके चलते दिल्ली की बल्लेबाजी पिछले मैचों में बुरी तरह से फ्लॉप रही है। मुंबई के खिलाफ शून्य पर आउट होने के बाद पृथ्वी ट्विटर पर लोगों के निशाने पर रहे और उनको जमकर ट्रोल किया गया। सोशल मीडिया पर लोगों ने पृथ्वी शॉ से जुड़े कई मीम भी शेयर किए।
मुंबई के खिलाफ पहला क्वलिफायर गंवाने के बावजूद दिल्ली की टीम फाइनल में पहुंचने का अभी एक मौका और होगा। दिल्ली कैपिट्ल्स दूसरे क्वलिफायर में एलिमिनेटर मैच जीतने वाली टीम से भिड़ेगी। दिल्ली की टीम ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराकर प्वॉइंट्स टेबल में दूसरे नंबर पर रहते हुए लीग स्टेज को खत्म किया था।