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नई दिल्ली / एजेंसी / प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के विकास के लिए महायुति सरकार ने अथक प्रयास किए हैं। श्री मोदी ने नांदेड़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले ढाई वर्ष में मराठवाड़ा क्षेत्र में 80 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश देखा गया है। उन्होंने क्षेत्र में 11 सिंचाई परियोजनाओं का उल्लेख किया और कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि समेत विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत नांदेड़ के पांच लाख से अधिक किसानों को डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक मिले हैं। उन्होंने दिल्ली-मुम्बई औद्योगिक गलियारे, रेल कोच फैक्टरी, लॉजिस्टिक पार्क, समृद्धि हाइवे, शक्ति पीठ एक्सप्रेस-वे और नांदेड़ से दिल्ली तथा आदमपुर के लिए नई विमान सेवा जैसे विकास कार्यक्रमों पर जोर देते हुए कहा कि इनसे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसरों का सृजन हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में रिकॉर्ड बहुमत के साथ सरकार का गठन किया है। विधानसभा चुनाव के साथ ही नांदेड़ लोकसभा सीट का उपचुनाव भी 20 नवम्बर को होगा।
नई दिल्ली / एजेंसी / भारत और पाकिस्तान के बीच बने करतारपुर साहिब गलियारे को आज पांच वर्ष पूरे हो गए हैं। ये गलियारा पाकिस्तान के नारोवाल जिले के श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारे तक जाता है, जहां पहले सिक्ख गुरु गुरुनानक देवजी ने 18 वर्ष बिताए थे। इस गलियारे का उदघाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश दिवस पर 9 नवम्बर 2019 को गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक में किया था। बीते पांच वर्षों में लाखों श्रद्धालुओं ने इस गुरुद्वारे के दर्शन किए हैं। भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण के सूत्रों ने आकाशवाणी को बताया कि पिछले पांच वर्ष में तीन लाख 42 हजार भारतीयों ने गुरुद्वारे के दर्शन किए हैं। आज चार सौ 17 लोग गुरुद्वारे की यात्रा पर गए हैं, जो अब तक इस साल की सबसे बडी संख्या है। भारत और पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारे को संचालित करने और भारत से करतापुर साहिब गुरुद्वारे जाने वाले लोगों को यात्रा की सुविधा प्रदान करने के लिए समझौते को इस साल अक्टूबर में अगले पांच वर्षों के लिए बढा दिया।
84,000 वर्ग फीट की रंगोली, 2024 प्रकार की मिठाईयों का गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड
भोपाल / शौर्यपथ / गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड बनाने की दिशा में अखिल भारतीय बटुक भैरव भक्त मंडल, राष्ट्र संत डॉ. वसंत विजय जी महाराज, जो कि पाश्र्व पद्मावती शक्ति पीठ धाम, कृष्णगिरि, तमिलनाडु के पीठाधीश्वर हैं, के नेतृत्व में 15 नवंबर से 23 नवंबर तक नौ दिवसीय भव्य भैरव अष्टमी महोत्सव का आयोजन कर रहा है। यह आयोजन मध्य प्रदेश के नीमच स्थित दशहरा मैदान में होगा और भक्ति तथा सांस्कृतिक धरोहर का अनूठा संगम प्रस्तुत करेगा।
डॉ. वसंत विजय जी महाराज के अनुसार भैरव अष्टमी पर आयोजित कष्ट हरण महायज्ञ और कथा साधना का विशेष महत्व है। इसका उद्देश्य देश को संभावित आर्थिक संकट और महामारी से बचाना है। यह यज्ञ न केवल देश की सुख-समृद्धि और शांति के लिए किया जाएगा, बल्कि भक्तों के लिए भक्ति और आस्था का प्रकाश भी प्रसारित करेगा।
27 राज्यों और 12 देशों से आने वाले भक्तों की उपस्थिति में इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण 84,000 वर्ग फीट की रंगोली होगी, जो लगभग 2 एकड़ में फैली होगी। यह रंगोली प्रमुख आध्यात्मिक गुरुओं और राष्ट्रीय नायकों के चित्रों से सजी होगी, जो भारत की सामाजिक समरसता, एकता, और आतंकवाद के खिलाफ अडिग संकल्प का प्रतीक होगी। यह आयोजन भारतीय कला और संस्कृति की समृद्धि को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करेगा और 50 से अधिक प्रतिष्ठित विश्व रिकॉर्ड संस्थानों में दर्ज होने का प्रयास करेगा। इस महत्वाकांक्षी पहल का उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक समृद्धि को उजागर करना और देश की वैश्विक पहचान को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाना है।
इस कार्यक्रम की एक और विशेषता रहेगी, भैरव देव को अर्पित की जाने वाली 2024 प्रकार की दिव्य मिठाइयाँ। पूरे कार्यक्रम के दौरान अष्ट कुंडीय महायज्ञ, कथा, और भक्तों के लिए भोजन की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। यज्ञ में 46 विद्वान पंडित हिस्सा लेंगे, जिनमें मुख्य कुंड में 11 पंडित और शेष सात कुंडों में 5-5 पंडित 9 दिन तक निरंतर यज्ञ करेंगे। भक्तजन निरूशुल्क पंजीकरण कर इस आयोजन का हिस्सा बन सकते हैं।
इस महोत्सव में मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, सांसद सी. पी. जोशी और सुधीर गुप्ता, राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर, और विभिन्न राज्य विधायकों व अधिकारियों की भागीदारी भी रहेगी।
देश-विदेश से 50 से अधिक विविध संस्थाएं 2024 प्रकार की मिठाइयों के अर्पण और रंगोली के विश्व रिकॉर्ड में भाग लेंगी। डॉ. वसंत विजय जी महाराज के पावन सानिध्य और उनके मुखारविंद से कथा के साथ इस अद्वितीय आयोजन का समापन होगा। यह महोत्सव भक्ति और आराधना का अप्रतिम उदाहरण बनेगा।
यह ऐतिहासिक आयोजन भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, एकता और अखंडता को दर्शाएगा और दुनिया भर से भक्तों को इस अद्वितीय भक्ति और उत्सव के अनुभव का हिस्सा बनने के लिए आकर्षित करेगा। कार्यक्रम के दौरान सभी भक्तों के लिए भोजन और अन्य सेवाओं की निरूशुल्क व्यवस्था की जाएगी।
24 माह में तैयार होगा 100 बिस्तरों का केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान
200 करोड़ रूपए की लागत से तैयार हुआ है सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल सिम्स, 240 बिस्तरों का है अस्पताल
मुख्यमंत्री साय बिलासपुर एवं स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल रायपुर में रहेंगे उपस्थित
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के चतुर्मुखी विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं। राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में सर्वोपरि कार्य हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के पहले डिटिजल बजट में भी राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के सुदृढिकरण की बडी झलक दिखी थी जो वास्तविकता का रूप लेती जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए प्रयोग और राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों को खोलने के लिए केंद्रीय स्तर पर लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में 29 अक्टूबर को राज्य के बिलासपुर में 200 करोड़ रूपए की लागत से तैयार सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल सिम्स का लोकार्पण होने जा रहा है।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वचुअल माध्यम से इस अस्पताल का लोकार्पण करेंगे। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी उपस्थित रहेंगे। यह अस्पताल तीन चरणों में प्रारंभ होगा। पहले चरण में ओपीडी, दूसरे चरण में वार्ड और आईसीसीयू, डायलिसिस यूनिट व लैब तीसरे चरण में कैथ लैब, ओटी, हार्ट व लंब की मशीनें शुरू होंगी और चौथे चरण में अस्पताल पूरी तरह से काम करने लगेगा। बिलासपुर में इस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के शुरू हो जाने से सरगुजा और बिलासपुर संभाग के मरीजों को रायपुर आने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और उन्हें पास में ही इलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी।
इसी तरह से 29 अक्टूबर को ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअल माध्यम से रायपुर में 100 बिस्तरों वाले केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (CRIYN) का शिलान्यास करेंगे। इस बारे में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया है कि 90 करोड़ रूपए की लागत से इस संस्थान का निर्माण 24 माह में पूरा होगा। राज्य सरकार ने इस संस्थान के लिए 10 एकड़ की भूमि आयुष विभाग को उपलब्ध करा दी है।
यह छत्तीसगढ़ का पहला योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र और अस्पताल होगा जो गैर संचारी रोगों के उपचार की सुविधा प्रदान करेगा। केंद्र में वेलनेस थिरेपी में प्रशिक्षण प्रमाणन पाठ्यक्रम और अनुसंधान में फेलोशिप पाठ्यक्रम का भी संचालन होगा। इस संस्थान के शुरू होने से योग और प्राकृतिक चिकित्सा के प्रभावों के बारे में नए ज्ञान और अंतदृष्टि का विकास होगा।
नई दिल्ली / एजेंसी / महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन उठापटक शुरू हो गई है. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति में सबकुछ ठीक है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का कहना है कि ‘महायुति' महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए तैयार... लेकिन क्या वाकई ऐसा है? दरअसल, अजित पवार हाल ही में मंत्रिमंडल की बैठक से जल्दी चले गए. इसके बाद ये सवाल उठने लगे कि क्या महायुति में सबकुछ ठीक है? महाराष्ट्र की राजनीति के जानकार कहते हैं कि राज्य में शक्ति प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया है. वोटरों को यह बताने का समय आ गया है कि किसमें कितना दम है, क्योंकि चुनावी दंगल में जिसका जितना बढ़ा कद होगा, उतना ही उसे फायदा होगा.
क्या महाराष्ट्र में शुरू हो गया प्रेशर गेम
अजित पवार एक बार पहले बीजेपी के साथ खेला कर चुके हैं. बीजेपी के साथ उन्होंने सरकार बना ली थी, लेकिन फिर अलग हो गए थे. लेकिन बीजेपी ने एक बार फिर चांस लिया और शिवसेना के साथ-साथ राकांपा को भी अपने साथ जोड़ा और महायुति बनाया. महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा सीटों के चुनाव अगले महीने हो सकते हैं. इसलिए अब प्रेशर गेम शुरू हो गया है, जो महायुति के बीच सीटों के बंटवारे तक चलेगा. अजित पवार ने अभी तक कुछ कहा, तो नहीं है... लेकिन बृहस्पतिवार को मुंबई में हुई महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक में पवार की कुछ देर की उपस्थिति ने लोगों को चौंका दिया, खासकर इसलिए क्योंकि उनकी अनुपस्थिति में वित्तीय रूप से महत्वपूर्ण कई निर्णय लिए गए थे. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अजित पवार की अनुपस्थिति में महत्वपूर्ण निर्णय लेकर अपने इरादे साफ कर दिये हैं. अब अजित पवार इसका क्या जवाब देते हैं, ये देखना दिलचस्प होगा.
अजित पवार को लेकर बढ़ता जा रहा अटकलों का बाजार
महाराष्ट्र चुनाव से पहले अजित पवार राजनीतिक माहौल को गर्म कर सकते हैं. वह लगातार अपना कुनबा बड़ा रहे हैं. अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ ‘महायुति' गठबंधन में मौजूदगी और उनकी पार्टी द्वारा कुछ भाजपा नेताओं के मुस्लिम विरोधी प्रचार का विरोध करने के बाद मतभेद पैदा हो गए थे. इसके बाद लगातार महाराष्ट्र की राजनीति में अटकलें लग रही हैं. इस बीच अजित पवार का मंजिमंडल की बैठक को बीच में छोड़कर चले जाने पर कयासों का बाजार और गर्म हो गया.
अजित पवार बोले सबकुछ ठीक, लेकिन...!
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मंत्रिमंडल की बैठक से जल्दी चले जाने के बाद शुरू हुईं अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश करते हुए शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति में सबकुछ ठीक है. उन्होंने कहा, 'मुझे मराठवाड़ा क्षेत्र के अहमदपुर में एक निर्धारित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जल्दी रवाना होना था. कल लिए गए सभी निर्णयों को मेरी मंजूरी प्राप्त है.' पवार ने कहा, 'सब कुछ ठीक है और राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में किसी भी विवाद की अटकलें निराधार हैं.' अजित पवार के जाने के बाद ढाई घंटे तक चली बैठक में 38 निर्णय लिए गए, जिनमें से कई निर्णय वित्तीय रूप से काफी महत्वपूर्ण थे.
कांग्रेस का आरोप- दरकिनार किये जा रहे अजित पवार
इस बीच कांग्रेस ने महायुति में सेंध लगाने की कोशिश शुरू कर दी है. कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा कि अजित पवार को दरकिनार करने की कोशिश हो रही है. यह भी देखने को मिल रहा है कि लगभग हर कैबिनेट की बैठक में विवाद देखने को मिल रहा है. सत्तारूढ़ पार्टियों के बीच ये विवाद राज्य की जनता के हित में नहीं है. वडेट्टीवार ने आरोप लगाए कि महायुति में कुछ ऐसे फैसले लिये जा रहे हैं, जो अजित पवार को मंजूर नहीं हैं. इसलिए उन्होंने कैबिनेट की बैठक से दूरी बनाई, ताकि ठीकरा उन पर न फोड़ा जा सके.
क्या अजित पवार करेंगे कोई उलटफेर
महाराष्ट्र की राजनीति में इस समय सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या अजित पवार कोई बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं. क्या अजित पवार के अगले कदम से महाराष्ट्र का सियासी समीकरण बदल जाएगा. अगर ऐसा होता है, तो महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव बेहद दिलचस्प हो जाएंगे. क्योंकि महाराष्ट्र में इस समय शिवसेना और राकांपा ऐसी पार्टियां हैं, जो दो भागों में बंट चुकी हैं. अब महाराष्ट्र की जनता इन निर्णयों को कैसे देख रही है, इसका पता भी चल जाएगा. ऐसे में अजित पवार जो कदम उठाएंगे, वो उनका भविष्य तय करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
रायपुर / शौर्यपथ / उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री अरुण साव ने भारत सरकार द्वारा आठ सड़क खंडों के लिए 892 करोड़ 36 लाख रुपए स्वीकृत करने पर छत्तीसगढ़ के तीन करोड़ लोगों की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के प्रति आभार व्यक्त किया है। राज्य शासन के लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रदेश के छह जिलों में कुल 323.9 किलोमीटर सड़क खंडों के विकास के लिए इस साल 9 सितम्बर को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया था। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने विगत 30 सितम्बर को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव के साथ नई दिल्ली में हुई बैठक में इस प्रस्ताव पर सैद्धांतिक सहमति दी थी।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को अपने ‘एक्स’ हैंडल पर भारत सरकार द्वारा इन प्रस्तावों को मंजूर किए जाने की जानकारी साझा की है। उन्होंने लिखा है कि छत्तीसगढ़ के बेमेतरा, मुंगेली, राजनांदगांव, जशपुर, बिलासपुर और खैरागढ़ जिलों में आठ राज्य सड़क खंडों के विकास के लिए सीआरआईएफ (Central Road Infrastructure Fund) से वित्तीय वर्ष 2024-25 में 892 करोड़ 36 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया कि भारत सरकार द्वारा सीआरआईएफ से मंजूर की गई इस राशि से बेमेतरा और मुंगेली जिले में नांदघाट-मुंगेली सड़क खंड और बेमेतरा-नवागढ़-मुंगेली सड़क खंड का चौड़ीकरण एवं मजबूतीतकण किया जाएगा। राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव-चौकी-मोहला मानपुर सड़क खंड, जशपुर जिले के बागबहार-कोतबा सड़क खंड, लुड़ेंग-तपकरा-लावाकेरा सड़क खंड और जशपुर-आस्टा-कुसमी सड़क खंड के मजबूतीकरण का कार्य भी इनमें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिले के सिरगिट्टी-सरवानी-पसीद-अमलडिहा-बरतोरी-दगोरी सड़क खंड तथा राजनांदगांव और खैरागढ़ जिले के राजनांदगांव-कवर्धा-पोंडी सड़क खंड के चौड़ीकरण और मजबूतीकरण का कार्य भी इस राशि से किया जाएगा। श्री साव ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का चहुंमुखी विकास हमारी प्राथमिकता है। राज्य में सड़कों के निर्माण में केंद्र सरकार का लगातार सहयोग मिल रहा है।
नई दिल्ली। रायपुर । शौर्यपथ । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज दोपहर 3:45 बजे केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से वाणिज्य भवन, दिल्ली में मुलाकात करेंगे। इस बैठक में छत्तीसगढ़ की विकास योजनाओं, नई औद्योगिक नीति और राज्य में व्यापार एवं निवेश के अवसरों पर गहन चर्चा की संभावना है। मुख्यमंत्री साय, राज्य की नयी इंडस्ट्रियल पॉलिसी पर केंद्रीय मंत्री से सुझाव लेंगे और औद्योगिक कॉरिडोर की संभावनाओं पर भी विस्तार से बातचीत करेंगे।
बैठक के दौरान छत्तीसगढ़ में औद्योगिक ढांचे को मजबूती देने के लिए निवेश की संभावनाओं पर भी चर्चा होगी। मुख्यमंत्री साय, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को रायपुर आने का आमंत्रण भी दे सकते हैं, जिससे वे राज्य की औद्योगिक परियोजनाओं का निरीक्षण कर सकें और स्थानीय उद्योगों के साथ संवाद कर सकें। इसके अलावा, राज्य में नई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के निर्माण और उससे संबंधित परियोजनाओं को गति देने पर भी विचार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का यह दिल्ली दौरा काफी महत्वपूर्ण है। कल उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की, जिसमें राज्य की विकास योजनाओं और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रही शांति एवं विकास कार्यों पर विस्तृत चर्चा की गई थी। इस मुलाकात के बाद आज की बैठक में भी राज्य के औद्योगिक विकास को नई दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री के इस दौरे का मुख्य उद्देश्य राज्य में आर्थिक विकास को बढ़ावा देना, औद्योगिक नीतियों में सुधार लाना और केंद्र सरकार के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ को निवेश का आदर्श गंतव्य बनाना है। इस दिशा में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से यह बैठक, राज्य के औद्योगिक और व्यापारिक भविष्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।
नई दिल्ली। शौर्यपथ । हरियाणा विधान सभा चुनाव एवं जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के परिणाम दोपहर बाद आ ही जाएंगे परंतु वर्तमान समय में देश के अलग-अलग न्यूज़ चैनल में जिस तरह से परिणामों मै भिन्नता दिखाई जा रही है वह यकीनन आम जनता के बीच में चर्चा का विषय जरूर होगा कोई चैनल कांग्रेस को बडी पार्टी दिखा रही है तो कोई चैनल भाजपा को आगे दिख रही है डिबेट में भी एंकरों द्वारा पार्टी के प्रवक्ताओं से उनकी राय जान रहे हैं सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं मतगणना को शुरू हुए ढाई घंटे से अधिक का समय बीत चुका है इन ढाई घंटे में जम्मू कश्मीर में तो कांग्रेस एलाइंस की सरकार बनती हुई नजर आ रही है परंतु हरियाणा विधानसभा चुनाव में उलट फेर की उम्मीद बहस का मुद्दा बनी हुई है ऐसे में सटीक चुनाव परिणाम के लिए इलेक्शन कमीशन द्वारा जारी परिणाम आने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी मतगणना के दिन भी अलग-अलग चैनलों द्वारा अलग-अलग चुनाव परिणाम और रुझान से आम जनता के बीच में निजी चैनलों की विशेषता पर भी सवाल उठ रहे हैं परिणाम चाहे किसी के भी पक्ष में आए पर यह परिणाम जनता की जीत होगी क्योंकि जनता ने जिस पर भी भरोसा किया होगा उसे ही मतदान किया और उसे ही जीत मिलेगी लोकतंत्र की यही खूबसूरत तस्वीर पूरी दुनिया में एक अलग ही पहचान बना रखी है
छत्तीसगढ़ के सफल नक्सल ऑपरेशन पर केंद्रीय गृह मंत्री ने की तारीफ
देश के नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की हुई बैठक
हथियार छोड़ मुख्यधारा से जुड़े युवा - केंद्रीय गृह मंत्री शाह
नई दिल्ली / रायपुर / शौर्यपथ / देश के नक्सल प्रभावित राज्यों में जारी नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियानों पर एक अहम बैठक आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की, जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और अन्य नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया।
इस महत्वपूर्ण बैठक का केंद्र बिंदु छत्तीसगढ़ का हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ नक्सल विरोधी ऑपरेशन था, जिसमें राज्य की पुलिस ने 31 नक्सलियों को ढेर किया। इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस की कुशल रणनीति और राज्य सरकार की योजनाओं की सफलता पर विशेष चर्चा की गई। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय तथा छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा भी उपस्थित थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनकी टीम के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष जनवरी से लेकर अब तक छत्तीसगढ़ के सुरक्षा बलों ने लगभग 194 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराए हैं। वहीं 801 नक्सली गिरफ्तार हुए एवं 742 नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है। उन्होंने कहा आज भी जो युवा नक्सलवाद में लिप्त है उनसे आग्रह है कि हथियार छोड़ कर मुख्य धारा से जुड़े। सभी राज्यों ने आपके पुनर्वास के लिए बेहतर योजनाएं बनाई हैं उसका फायदा लीजिए।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बैठक में नक्सल ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे राज्य पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने महीनों की मेहनत और प्लानिंग के बाद इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। ऑपरेशन में करीब 1000 जवान शामिल थे, जिन्होंने 15 किलोमीटर के दायरे में स्थित गवाड़ी पहाड़ को घेरकर 31 नक्सलियों को ढेर किया। इस ऑपरेशन में कई बड़े नक्सली नेता मारे गए, जिनमें 16 पर कुल 1 करोड़ 30 लाख का इनाम घोषित था। मुठभेड़ में 18 पुरुष और 13 महिला नक्सली मारे गए।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने प्रेजेंटेशन में बताया कि कैसे राज्य की पुलिस फोर्स ने सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। मुख्यमंत्री ने बैठक में केवल ऑपरेशन की सफलता पर ही नहीं, बल्कि राज्य में चल रहे विकास कार्यों पर भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों की गति बढ़ाई गई है। हम निरंतर गाँवों तक बुनियादी सुविधाएँ पहुंचा रहे हैं, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, और महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।” श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लगातार मिल रहे मार्गदर्शन में हमने माओवादियों के कोर को तोड़ा। ऐसे एरिया में हमने 32 नये कैम्प स्थापित किये हैं, जिसे वो अपनी राजधानी तक कहते थे। उनकी बटालियन के कमांडर हिड़मा के गाँव में भी हमने कैंप स्थापित किया और उसकी माँ को भी स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराई।
भविष्य की योजनाओं और लक्ष्य की दी जानकारी
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ सरकार की आगे की योजनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का मुख्य लक्ष्य नक्सलियों के बचे हुए गढ़ों को समाप्त करना और इन इलाकों में स्थाई शांति और विकास सुनिश्चित करना है। निकट भविष्य में, दक्षिण बस्तर में 29 नए सुरक्षा कैंपों की स्थापना की जाएगी, ताकि नक्सलियों के प्रभाव को खत्म किया जा सके।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा केंद्र हरसंभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में हुए सफल ऑपरेशन की तारीफ करते हुए अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि वे भी छत्तीसगढ़ की खुफिया तकनीकी और आपसी समन्वय के आधार पर अपने अपने राज्यों में ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ सहित अन्य नक्सल प्रभावित राज्यों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है और राज्य में विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए पूरा समर्थन देगी।