April 18, 2024
Hindi Hindi
भारत

भारत (687)

रायपुर / शौर्यपथ / इंडियन चैंम्बर ऑफ बिजनेस एंड कॉमर्स द्वारा वार्षिक ग्लोबल समिट का आयोजन कल शनिवार को नई दिल्ली के जनपद रोड स्थित डॉ अंबेडकर ऑडिटोरियम में किया गया। वार्षिक ग्लोबल समिट ग्रामीण इकोनामिक फोरम और भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया था। छत्तीसगढ़ राज्य के वाणिज्य उद्योग और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन प्रतिनिधि मंडल के साथ उक्त कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर मंत्री देवांगन ने कहा कि देश के किसानों को यदि हम आत्मनिर्भर बनाएंगे तो निश्चित रूप से हमको कृषि पर आधारित उद्योगों पर फोकस करना होगा। छत्तीसगढ़ राज्य एक कृषि आधारित प्रदेश है इसीलिए इसे धान का कटोरा कहते है। छत्तीसगढ़ राज्य 44ः वनों से पूर्ण है और निश्चित रूप से ग्रामीण अर्थव्यवस्था  को विकसित करने के लिए कृषि एवं वन की प्रमुखता से भागीदारी रहेगी।
  मंत्री देवांगन ने कहा की  छत्तीसगढ़ राज्य के नई औद्योगिक नीति में निश्चित रूप से कृषि उद्यानिकी एवं वनों पर आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नीति रखी जाएगी, जिससे प्रदेश के किसानों को और आदिवासी अंचल में रहने वाले लोगों कोे इसका सीधा लाभ मिल सके। इससे प्रदेश के कृषि उत्पादन का मूल्य संवर्धन मे वृद्धि हो सकेगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नारायण राणे मंत्री सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम भारत सरकार भी शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि आने वाला समय डेवलपमेंट का समय है और इसे ध्यान में रखकर नीति बनानी होगी। इंडियन चैंम्बर ऑफ बिजनेस एंड कॉमर्स की यह पहल निश्चित रूप से अहम रोल अदा करेगी।

इस अवसर पर मंत्री श्री लखन लाल देवांगन के साथ अन्य प्रतिनिधि कोरबा नगर निगम के पार्षद श्री नरेंद्र देवांगन, के अलावा प्रफुल्ल तिवारी, नरेंद्र पाटनवार, महाप्रबंधक सीएसआईडीसी ओ पी बंजारे भी उपस्थित रहे।

 मुंबई । मनोरंजन जगत से बुरी खबर सामने आ रही है. आमिर खान की सुपरहिट फिल्म दंगल मं छोटी बबीता फोगाट का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस का 19 साल की उम्र में निधन हो गया है. जूनियर बबीता फोगाट बनने वली एक्ट्रेस का असली नाम सुहानी भटनागर था. जो पिछले कुछ समय से बीमार थीं. इस चलते एम्स में भी उनका इलाज चल रहा था. मगर तमाम कोशिशों के बावजूद डॉक्टर उन्हें बचा न सके और 17 फरवरी 2024 को सुहानी भटनागर का निधन हो गया.
सुहानी भटनागर के निधन से उनका परिवार सदमे में हैं.एक्ट्रेस के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है.शुरुआती जानकारी के मुताबिक, सुहानी परिवार के साथ फरीदाबाद में ही रहती थीं. शनिवार की सुबह उन्होंने अंतिम सांसें ली. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार अजरोंदा स्वर्ग आश्रम में किया जाएगा.
सुहानी भटनागर ने साल 2016 में आमिर खान की फिल्म दंगल से बॉलीवुड डेब्यू किया था. उन्हें सिंगिंग और डांसिंग का काफी शौक था. उनकी मां का नाम पूजा भटनागर है. डेब्यू से पहले उन्होंनेकई ऐड्स में भी काम किया था. फिल्म दंगल में भी उनके काम को काफी पसंद किया गया था जिनके डायलॉग पर लोगों ने खूब ठहाके मारे थे. अब छोटी सी उम्र में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है.
दंगल की बात करें तो ये फिल्म नितेश तिवारी ने बनाई थी जो कि साल 2016 में रिलीज हुई थी. आमिर खान ने फिल्म में पहलवान महावीर सिंह फोगाट का रोल निभाया था तो साक्षी तंवर ने उनकी पत्नी का. वहीं फातिमा सना शेख बड़ी बेटी गीता फोगाट बनती हैं तो सुहानी फोगाट बड़ी होकर सान्या मल्होत्रा में बदल जाती हैं जिन्होंने यंग बबीता का रोल प्ले किया था.

ओमान एम्बैसी से लगातार संपर्क कर की गई कार्रवाई, उपमुख्यमंत्री शर्मा ने फोन पर महिला से की बातचीत, कहा कि आपके आने की व्यवस्था हम करेंगे
   रायपुर / शौर्यपथ / परित्राणाय साधुनाम, गीता के इस वाक्य को छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपना ध्येय वाक्य रखा है। उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा छत्तीसगढ़ में ही नहीं, छत्तीसगढ़ के बाहर विदेशों में भी फंसे लोगों की मदद के लिए पहल कर इस वाक्य को चरितार्थ कर रहे हैं। मस्कट में बंधक बनाई गई खुर्सीपार निवासी जोगी दीपिका के मामले में ओमान स्थित इंडियन एम्बैसी से उप मुख्यमंत्री शर्मा ने लगातार संपर्क किया। त्वरित की गई कार्रवाई के पश्चात दीपिका को सुरक्षित एम्बैसी लाया गया। ओमान में इंडियन एम्बैसडर से उपमुख्यमंत्री लगातार संपर्क में रहे। विधानसभा से भी वे लगातार इस मामले पर अपडेट लेते रहे। उन्होंने बंधक बनाई गई महिला से बातचीत भी की। उन्होंने दीपिका से सबसे पहले हालचाल पूछा। दीपिका ने बताया कि अभी बिल्कुल सुरक्षित हूँ। मस्कट की एम्बैसी में आ गई हूँ। श्री शर्मा ने कहा कि आप बिल्कुल चिंता मत करिये। आपके आने की व्यवस्था हम करेंगे। आप मेरा नंबर रख लीजिए। आप छत्तीसगढ़ आने के बाद मुझे फोन करिये और आप अपने साथ मस्कट में हुए वाकये के बारे में बताइये। आपको जिन लोगों ने धोखा दिया, उस मामले की तह में जाकर कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले की निवासी जे. मुकेश ने पुलिस को आवेदन दिया कि उनकी पत्नी खुर्सीपार निवासी जोगी दीपिका नामक महिला को घरेलू काम दिलाने के बहाने हैदराबाद निवासी अब्दुल्ला नामक व्यक्ति ने ओमान देश की राजधानी मस्कट निवासी हाफिजा के घर गत वर्ष मई 2023 में भेजा था जहां जोगी दीपिका को बंधक बनाकर रखा गया था तथा दीपिका का पासपोर्ट , वीजा संबंधित सारे दस्तावेज़ भी रख लिए गए थे तथा उसे भारत वापस भेजने रकम की भी मांग की जा रही थी।
यह विषय जैसे ही उपमुख्यमंत्री शर्मा के संज्ञान में आया। उन्होंने स्वतः पहल करते हुए पुलिस को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

रायपुर/ शौर्यपथ / वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवानी को केंद्र सरकार ने भारतरत्न देने का निर्णय किया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि आडवानी जी को बधाई, शुभकामनाएं। ऐसा लगता है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रायश्चित स्वरूप लालकृष्ण आडवानी को भारतरत्न देने का निर्णय लिया है। अटल बिहारी बाजपेयी के बाद आडवानी भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री पद के स्वाभाविक दावेदार थे लेकिन नरेन्द्र मोदी ने अपने पूंजीपति मित्रों के धन के बल पर आडवानी की दावेदारी को पीछे धकेल दिया था जिसके कारण आडवानी काफी आहत थे तथा गुरू को धोखा देने के कारण मोदी की आलोचना भी होती रही है। आडवानी जी को श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी जाने से रोक दिया गया था, अब उसी सब के प्रायश्चित स्वरूप उनको भारतरत्न से सम्मानित किया जा रहा है।
  प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अभी तक जिन भी महापुरूषों को भारतरत्न दिया गया है आजादी के लड़ाई से लेकर आजादी के बाद देश के नवनिर्माण में उनके योगदान के कारण भारतरत्न दिया गया है, कभी कोई सवाल खड़ा नहीं किया गया। श्रीमती इंदिरा गांधी जी पाकिस्तान के दो टुकड़े करने को लेकर अदम्य बहादुरी का परिचय दिया था इसलिये उनको भारतरत्न दिया गया, स्व. राजीव गांधी जी इस देश में आईटी और नवाचार के कारण भारतरत्न दिया गया। स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी देश में परमाणु संरक्षण और परमाणु विस्फोट के लिये उन्हें भारतरत्न दिया गया। जितने भी महानुभवों को भारतरत्न दिया सबका देश के नवनिर्माण में अभूतपूर्व योगदान रहा है। श्री आडवानी जी को आज भारतरत्न दिया जा रहा है तो केंद्र सरकार को आडवानी जी के द्वारा भारतीय जनता पार्टी के अलावा सार्वजनिक जीवन में किये गये अभूतपूर्व योगदान का भी जनता को बताना चाहिये।

छत्तीसगढ़ के पर्यटन व संस्कृति मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री से की मुलाक़ात
ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण के लिए केंद्रीय बजट से राशि दिये जाने का किया आग्रह
माँ बम्लेश्वरी देवी प्रसाद योजना के उद्घाटन अवसर पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री आएंगे छत्तीसगढ़

रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ के पर्यटन व संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन मंत्री  जी. किशन रेड्डी से मुलाक़ात की। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ की पर्यटन विकास की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण और विकास के लिए केंद्रीय बजट से राशि स्वीकृत करने का आग्रह किया। श्री अग्रवाल ने शक्तिपीठ परियोजना के अंतर्गत प्रदेश के पाँच शक्तिपीठों को जोड़ने एवं विकसित करने, राजिम कॉरीडोर के निर्माण सहित पुरखौती मुक्तांगन में कन्वेन्शन सेंटर बनाने के लिए केंद्र से सहयोग मांगा।
  केंद्रीय मंत्री से उनके कार्यालय में मुलाक़ात के दौरान संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान में कुल 63 राज्य संरक्षित स्मारक हैं। संरक्षित स्मारकों, अवशेषों, पुरास्थलों और संग्रहालयों के अनुरक्षण और विकास कार्य सहित पुरातात्विक गतिविधियों के संचालन के लिए 1965 लाख की राशि का प्रस्ताव तैयार किया गया है। उन्होंने केंद्रीय बजट से स्वीकृत कराने का अनुरोध किया।
  मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने उज्जैन और काशी में बनाये गए भव्य कॉरीडोर की तरह राजिम मंदिर परिसर को विकसित करने, विकास कार्यों व जीर्णोंद्धार की आवश्यकता बताई। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से राजिम मंदिर परिसर को भव्य आकर्षक और गरिमामय ढंग से विकसित करने के लिए कॉरीडोर बनाने हेतु 75 करोड़ की राशि स्वीकृत करने की मांग की।
   मंत्री अग्रवाल ने बताया कि चार धाम के तर्ज पर छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण धार्मिक आस्था के केन्द्रों को शक्तिपीठ परियोजना के तहत विकसित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ के पाँच शक्तिपीठ सूरजपुर के कुदरगढ़, चन्द्रपुर के चन्द्रहासिनी मंदिर, रतनपुर के महामाया मंदिर, डोंगरगढ़ के बम्लेश्वरी मंदिर और दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर में चरणबद्ध ढंग से पर्यटक सुविधाएं विकसित की जाएगी। उन्होंने इसे पर्यटन मंत्रालय की योजना में शामिल कर स्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया।
  मंत्री अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने पुरखौती मुक्तांगन का लोकार्पण किया था। देश-विदेश से आने वाले लोक कलाकारों और अतिथियों के साथ संवाद स्थापित करने के लिए एक कन्वेन्शन सेंटर की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा  रही है। उन्होंने इसके लिए 50 करोड़ की राशि स्वीकृत करने का आग्रह किया।
  इसके साथ ही उन्होंने प्रसाद योजनांतर्गत माँ बाघेश्वरी मंदिर, कुदरगढ़, सिरपुर के विकास कार्यों की स्वीकृति तथा स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के अंतर्गत चयनित जगदलपुर एवं बिलासपुर डेस्टिनेशन के लिए पी.डी.एम.सी. (प्रोजेक्ट डेव्लपमेंट एंड मैनेजमेंट कंसल्टेंट) चयन कर क्रियान्वयन के लिए राशि स्वीकृति का आग्रह किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को मां बम्लेश्वरी देवी प्रसाद योजना के उद्घाटन कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ आने का निमंत्रण भी दिया,  जिस पर उन्होंने 15 फरवरी के बाद छत्तीसगढ़ आने की सहमति दी।

बस्तर की आदिम जनसंसद मुरिया दरबार पर आधारित थी छत्तीसगढ़ की झांकी
देशभर के झांकी और लोक-कलाकारों के प्रदर्शन की हुई सराहना

रायपुर / शौर्यपथ / राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में आज राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से छत्तीसगढ़ की झांकी बस्तर के आदिम जनसंसद मुरिया दरबार में शामिल लोक कलाकारों ने मुलाकात की। राष्ट्रपति ने प्रदेश की झांकी और सभी कलाकारों के प्रदर्शन की सराहना की। राष्ट्रपति से मुलाकात करने राष्ट्रपति भवन पहुंचे कलाकारों ने भी इस खास मौके पर अपनी खुशी जाहिर की। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपनी शुभकामनाओं के साथ झांकी में शामिल कलाकारों को छत्तीसगढ़ से नई दिल्ली रवाना किया था।
  राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने सभी राज्यों से आए कलाकारों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार गणतंत्र दिवस की परेड देश की नारी शक्ति को समर्पित है। देश के विभिन्न राज्यों की झांकियों में विकसित और सशक्त भारत की झलक दिखी। छत्तीसगढ़ की झांकी में लोकतंत्र की जननी विषय पर जनजातियों की आदिम संसद का प्रदर्शन किया गया था। इससे देश के अन्य राज्यों को भी जनजाति समाज की परंपराओं और लोकतांत्रिक मूल्यों की जानकारी मिली होगी। लोकतंत्र की आदिम व्यवस्था में महिलाओं की भूमिका को भी इस झांकी में प्रमुखता से दिखाया गया था।
  राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह में भारत की अनेकता में एकता का दर्शन देश-दुनिया ने किया है। देश के विभिन्न हिस्सों से आए कलाकार एक-दूसरे राज्यों के रीति-रिवाज और वहां के सांस्कृतिक वैभव से परिचित हुए होंगे। छत्तीसगढ़ की अपनी अलग पहचान और विशिष्ट परंपराएं हैं जिसके बारे में देश के अन्य हिस्सों में रहने वाले लोगों को भी जानकारियां मिली होंगी। आप सब कलाकारों ने अन्य राज्यों से आए सांस्कृतिक दलों से बहुत कुछ सीखा होगा। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कलाकारों से कहा कि भारत की संस्कृति दुनिया के लिए एक मिसाल बने इसके लिए हमें सांस्कृतिक विरासत को भावी पीढ़ी को सौंपना होगा, यह दायित्व आप सब पर है।

गणतंत्र दिवस के परेड में आकर्षण का केंद्र बनी छत्तीसगढ़ की झांकी
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी उत्सुकता से निहारा, तालियां बजाई
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री सहित केंद्रीय मंत्रियों ने भी किया उत्साहवर्धन

   नई दिल्ली / शौर्यपथ /  आज 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर तालियों की गड़गड़ाहट के बीच बस्तर की आदिम जनसंसद विषय पर केंद्रित छत्तीसगढ़ की झांकी ने लोगों का मन मोह लिया। मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उत्सुकता के साथ झांकी का अवलोकन किया।  देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने तालियां बजाकर उत्साहवर्धन  किया। झांकी में जगदलपुर के मुरिया दरबार और बड़े डोंगर के लिमऊ राजा को मुख्य रूप से प्रदर्शित किया गया था।
  कर्तव्य पथ पर राज्यों की झांकियों की परेड में छत्तीसगढ़ की झांकी छठवें क्रम पर थी। उद्घोषणा में जनजातीय समाज मे आदिम काल से उपस्थित लोकतांत्रिक चेतना और विषय वस्तु की प्राचीनता के बारे में जब बताया गया तो दर्शकों  का कौतुहल बढ़ गया। उन्होंने तालियां बजाकर सराहना की।  झांकी के समक्ष छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों ने मांदर की थाप और बांसुरी की धुन पर परब नृत्य का प्रदर्शन किया।
  छत्तीसगढ़ की झांकी भारत सरकार की थीम 'भारत लोकतंत्र की जननी' पर आधारित है। 'बस्तर की आदिम जनसंसद मुरिया दरबार' विषय पर बनी झांकी में जनजातीय समाज के सांस्कृतिक सौंदर्य और कलाधर्मिता को भी दर्शाया गया था।
  मुरिया दरबार विश्व-प्रसिद्ध बस्तर दशहरे की एक परंपरा है,  जो 600 सालों से निरंतर जारी है। कोंडागांव जिले के बड़े-डोंगर के लिमऊ-राजा नामक स्थान पर भी आदिम लोकतांत्रिक चेतना के प्रमाण मिलते हैं। इस स्थान से जुड़ी लोककथा के अनुसार आदिम-काल में जब कोई राजा नहीं था, तब आदिम-समाज एक नीबू को राजा का प्रतीक मानकर आपस में ही निर्णय ले लिया करता था।
साभार -जनसंपर्क विभाग रायपुर

•    राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित दर्शक-दीर्घा में अनेक विशिष्ट-जन होंगे उपस्थित
•    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति की विशिष्टता और सुंदरता को दुनिया के सामने लाने का महत्वपूर्ण अवसर

रायपुर / शौर्यपथ / अपने अनूठे विषय को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हो रही छत्तीसगढ़ की झांकी "बस्तर की आदिम जनसंसद : मुरिया दरबार" कल 26 जनवरी को नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में प्रदर्शित होगी। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के शीर्षस्थ लोगों, विशिष्ट अतिथियों तथा आम-नागरिकों की दर्शक-दीर्घा में उपस्थिति होगी। अनेक देशों के अतिथिगण भी गणतंत्र-दिवस की परेड में आमंत्रित होते हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति की विशिष्टता और सुंदरता को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का यह महत्वपूर्ण अवसर होगा।
   देश के 28 राज्यों के बीच कड़ी प्रतियोगिता के बाद छत्तीसगढ़ की झांकी को इस साल नई दिल्ली में होने वाली गणतंत्र-दिवस परेड में प्रदर्शन के लिए चुना गया है। परेड के लिए स्पर्धा में शामिल 28 में से 16 राज्यों की झांकियों का चयन किया गया है। झांकी का रोचक विषय और डिजाइन रक्षा मंत्रालय की विशेषज्ञ समिति को रिझाने में कामयाब रहा। छत्तीसगढ़ की झांकी भारत सरकार की थीम 'भारत लोकतंत्र की जननी' पर आधारित है। यह झांकी जनजातीय समाज में आदि-काल से उपस्थित लोकतांत्रिक चेतना और परंपराओं को दर्शाती है, जो आजादी के 75 साल बाद भी राज्य के बस्तर संभाग में जीवंत और प्रचलित है। इस झांकी में केंद्रीय विषय "आदिम जन-संसद" के अंतर्गत जगदलपुर के "मुरिया दरबार" और कोंडागांव जिले के बड़े डोंगर में स्थित "लिमऊ-राजा" को दर्शाया गया है।
 हाल ही में नई-दिल्ली की रंगशाला में प्रेस-रिव्यू के दौरान प्रदेश की झांकी ने नेशनल-मीडिया से जमकर तारीफें बटोरी हैं।

भोपाल में आयोजित राज्य खनन मंत्री सम्मेलन में केन्द्रीय कोयला एवं खान मंत्री ने दिया अवार्ड
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खनिज विभाग के अधिकारियों को दी बधाई और शुभकामनाएं

रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ राज्य को गैर कोयला मुख्य खनिज ब्लॉकों की नीलामी के लिए एक और राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। केन्द्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रहलाद जोशी ने आज मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित राज्य खनन मंत्री सम्मेलन में गैर कोयला मुख्य खनिज ब्लॉकों की सफलतापूर्वक नीलामी के लिए छत्तीसगढ़ को देशभर में द्वितीय बेस्ट परफॉर्मेंस अवार्ड से नवाजा है। यह पुरस्कार भारत सरकार के खनन मंत्रालय द्वारा दिया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि के लिए खनिज विभाग के सभी अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
  मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय खनन मंत्री सम्मेलन में केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी से छत्तीसगढ़ राज्य की ओर से अनुराग दीवान, संयुक्त संचालक (खनिज प्रशासन) एवं इंचार्ज ऑक्शन तथा संजय कनकने संयुक्त संचालक (भौमिकी) द्वारा अवार्ड प्राप्त किया गया।
  गौरतलब है कि प्रदेश में वर्ष 2015 उपरांत राज्य में ईऑक्शन के माध्यम से कुल 35 आबंटित गैर कोयला मुख्य खनिज ब्लॉकों में से 20 खनिज ब्लॉकों का आबंटन वर्ष 2022-23 में किया गया है। इनमें 02 चूनापत्थर, 09 लौह अयस्क, 05 बाक्साइट ब्लॉक्स एवं 02 निकल-क्रोमियम-प्लेटिनम-गु्रप ऑफ एलीमेंट एवं 02 ग्रेफाइट खनिज सहित कुल 20 ब्लॉक्स का ई-ऑक्शन के माध्यम से खनिज पट्टा-कांपोजिट लायसेंस आबंटन किया गया। प्रदेश में बहुमूल्य एवं सामरिक महत्व के खनिजों के अन्वेषण एवं दोहन सुनिश्चित कराने के उद्देेश्य से सितंबर, 2022 में राष्ट्रीय स्तर का स्टेकहोल्डर्स कॉन्फ्रेंस कराया गया था।
  खनिज अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य निकल-क्रोमियम-प्लेटिनम-गु्रप ऑफ एलीमेंट खनिज ब्लॉक का आंबटन करने वाला देश का पहला राज्य है। इसी प्रकार राज्य में प्रथम बार लौह अयस्क, बॉक्साइड एवं ग्रेफाईट ब्लॉक्स का आबंटन भी सफलतापूर्वक किया गया है। उन्होंने बताया कि 20 खनिज ब्लॉकों के सफल आबंटन से रायल्टी, डीएमएफ, एनएमईटी, पर्यावरण एवं अधोसंरचना उपकर के अतिरिक्त लगभग 43,700 करोड़ रूपए की आय बतौर प्रीमियम राज्य को होगी।

 

हमारा शौर्य

हमारे बारे मे

whatsapp-image-2020-06-03-at-11.08.16-pm.jpeg
 
CHIEF EDITOR -  SHARAD PANSARI
CONTECT NO.  -  8962936808
EMAIL ID         -  shouryapath12@gmail.com
Address           -  SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)