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मुंबई/एजेंसी /कोरोना महामारी के बाद पढ़ाई के लिए ऑनलाइन क्लास बच्चों के लिए घातक साबित हो रही है. ऑनलाइन क्लास से बढ़े स्क्रीन टाइम के कारण बच्चों में आंख की बीमारी बढ़ रही है. ऑनलाइन क्लास, मोबाइल, टीवी से बच्चों की आंखों को नुकसान पहुंच रहा है और बच्चे ‘मायोपिया' के शिकार हो रहे हैं. मायोपिया आंखों का ऐसा दोष है जिसमें निकट की चीजें तो साफ-साफ दिखतीं हैं, लेकिन दूर की रोशनी धुंधली हो जाती है. चाहे बच्चे हों या बड़ें, सभी का अधिकांश समय ऑनलाइन बीत रहा है.
सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले 12 साल के छात्र आदी चंद्रा ने बताया, ''पैंडेमिक के पहले मैं करीब 2 घंटा स्क्रीन पर रहता था, कोविड में ऑनलाइन क्लासेस शुरू होने के बाद करीब 12 घंटे स्क्रीन पर रहता था. जिससे मेरी आंखें दुखती थीं, सर दुखता था, चक्कर आता था, उल्टी जैसा फील होता था.''
फोर्टिस हीरानंदानी अस्पताल में के डॉ. हर्षवर्धन घोरपड़े ने बताया, ''बच्चों में ड्राई आइज़ बहुत कॉमन हो चुका है. आइ इन्फ़ेक्शन भी कॉमन हो चुका है. सबसे जरूरी है मयोपिया माइनस पॉवर बढ़ना. आगे चलकर ये बड़ा प्रॉब्लम हो सकता है, बहुत सारे बच्चे माईनस 1-2 से लेकर सीधे माइनस 4-5 तक जा रहे हैं और सबसे कॉमन एज ग्रुप है 6-10 साल. ये ग्रोइंग एज है, इसमें मायोपिया बढ़ने का चांस ज़्यादा रहता है और ऑनलाइन की वजह से ये बहुत बढ़ गया है.''
आई स्पेशलिस्ट डॉ ऊषा जौहारी बताती हैं कि वो एक दिन में ऐसे 10 बच्चों का इलाज कर रही हैं. उन्होंने कहा, ''दो साल पहले हफ़्ते में हम क़रीब 15 मरीज़ देखते थे, लेकिन अब हर रोज़ क़रीब 10 बच्चे आंख की शिकायत के साथ आ रहे हैं. बच्चों का स्क्रीनटाईम बढ़ने से ये हुआ है. मोबाइल 1 फ़ीट दूर, लैपटॉप देख रहे हैं तो 2 फ़ीट दूर हो और टीवी 10 फ़ीट दूर से देखें.''
डॉ.संदीप कटारिया , Opthalmologist, Wockhardt Hospital ने कहा, ''बीते दो साल में काफ़ी पेरेंट्स अपने बच्चों के साथ कम्प्लेंट लेकर आ रहे हैं की आंख से ठीक से दिखायी नहीं दे रहा है, आंख लाल हो रही है. बड़ों को भी ये दिक्कत आ रही है. जब आप स्क्रीन के ऊपर देखते हो तो ब्लिंक किया करो, ताकि वो मॉईस्ट रहे, ब्लिंक करना बहुत ज़रूरी है. नहीं तो आंख ड्राई रहती है. ये कुछ सावधानियां आप खुद बरत सकते हैं.''
पटना / एजेंसी / बिहार में बच्चों के बीच वायरल फीवर के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र राज्य सरकार ने अलर्ट जारी किया हैं. राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा यह अलर्ट जारी किया गया है. बुखार के बढ़ रहे इस प्रकोप के चलते कई स्कूल अब पांचवीं तक क्लास फिर ऑनलाइन करने जा रहे हैं. पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के शिशु वार्ड में गुरुवार को सभी बेड भरे हुए थे. छपरा से आई नीता देवी पिछले शुक्रवार से यहां अपने बच्चे का इलाज करा रही हैं. बच्चों पहले वहां के अस्पताल में था लेकिन स्थिति में सुधार न होने पर यहां रेफ़र कर दिया था. नीता कहती हैं, 'मेरे बच्चे को फ़ीवर हुआ फिर जॉंडिस. अभी भी स्थिति में सुधार नहीं है.
पटना से दूर मोतिहारी के ज़िला अस्पताल के पिकु वार्ड में भी लोग अपने बच्चों के साथ इलाज करा रहे हैं. हालाँकि विशेषज्ञ डॉक्टरों का यह भी कहना है कि इस बार हर जगह बढ़ी हुई संख्या के पीछे कोरोना के कारण डर भी है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर निगम प्रकाश नारायण कहते हैं, ‘इस मर्तबा बहुत लोग अधिक जागरूक हैं. कोविड के कारण जागरूकता बहुत अधिक हैं. इसलिए लोग जल्द से जल्द रिपोर्ट करते हैं. लोगों ने कोविड के अनुरूप व्यवहार छोड़ दिया है.' हालांकि बिहार सरकार ने सतर्कता बरतने का सभी ज़िला और सरकारी मेडिकल कॉलेज को अलर्ट भेजा हैं साथ ही यह भी दावा किया है कि मरीज़ भले बढ़ रहे हो लेकिन चिंता की बात नहीं है. राज्य के हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडे ने कहा, 'जो छोटे बच्चे हैं, उनका अस्पताल आना ज़्यादा हुआ हैं लेकिन कई डॉक्टर्स से बात की हैं और सभी का कहना हैं ये वायरल फीवर है.' वैसे, राज्य सरकार अब विद्यालयों को इस बढ़ती बीमारी के मद्देनज़र फिर से ऑनलाइन क्लास पर वापस जाने को सलाह दे रही है.
नई दिल्ली / एजेंसी / सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश की वयस्क आबादी में 58 प्रतिशत को कोविड-19 टीकों की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है, वहीं 18 प्रतिशत को दोनों खुराकें दी गयी है. इसके साथ ही सरकार ने कहा कि देश में अब तक 72 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं. अधिकारियों ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अब भी कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहा है और यह अभी खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि देश के 35 जिलों में साप्ताहिक कोविड संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक है जबकि 30 जिलों में यह दर 5 से 10 प्रतिशत के बीच है. उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों से सामने आ रहे नए मामलों का ब्योरा उपलब्ध कराते हुए कहा कि पिछले हफ्ते सामने आए कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में से 68.59 प्रतिशत केरल से थे.
टीकाकरण अभियान के संदर्भ में अधिकारियों ने कहा कि सिक्किम, दादरा एवं नगर हवेली, हिमाचल प्रदेश में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को कोविड टीकों की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है. एक अधिकारी ने बताया कि भारत में बृहस्पतिवार तक कोविड टीकों की कुल 72 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं.
स्कूलों को नियमित रूप से पुन: खोले जाने के बारे में अधिकारियों ने कहा कि किसी वैज्ञानिक संस्था या साक्ष्य में यह नहीं कहा गया है कि स्कूलों को फिर से खोलने के लिए बच्चों का टीकाकरण पूर्व शर्त होनी चाहिए. उन्होंने हालांकि कहा कि शिक्षकों, कर्मचारियों और अभिभावकों का टीकाकरण वांछनीय है.
नई दिल्ली /एजेंसी / तालिबान के काबुल पर कब्जा करने के बाद पहली बार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. अफगानिस्तान में बदलते हालात के साथ कश्मीर घाटी में बढ़ते कट्टरपंथ को लेकर चिंता है. आज की बैठक में सेना प्रमुख एमएम नरवणे, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सचिव रॉ सामंत गोयल और जम्मू कश्मीर के अन्य हितधारकों ने भाग लिया. अर्धसैनिक सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख पंकज सिंह और सीआरपीएफ के कुलदीप सिंह भी मौजूद थे.
नॉर्थ ब्लॉक में सबसे पहले पहुंचने वाले मनोज सिन्हा ने एनडीटीवी को बताया कि वे केंद्र शासित प्रदेश के विकास और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे. बढ़ते कट्टरपंथ की खबरों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सुरक्षा स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है.
उन्होंने एनडीटीवी से कहा, "सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद कुछ प्रतिबंध लगाए गए थे, लेकिन अब उन्हें हटा लिया गया है और गिलानी की मौत के बाद का पहला शुक्रवार भी शांतिपूर्वक बीत गया है."
नॉर्थ ब्लॉक तक पहुंचने वाली रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में कट्टरता बढ़ रही है, खासकर सोपोर, शोपियां और श्रीनगर शहर में. कश्मीर घाटी के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया, "अफगानिस्तान की स्थिति ने कश्मीर में कट्टरपंथी तत्वों के लिए एक बड़े प्रोत्साहन के रूप में काम किया है और हम लगातार निगरानी कर रहे हैं." उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान हिंसा के स्तर को बढ़ाने के प्रयासों को आगे बढ़ाने जा रहा है, इसलिए हमें अपनी सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत करने की जरूरत है."
जमीनी स्तर पर मौजूद अधिकारी यह भी दावा करते हैं कि स्थानीय लोग उन मानवाधिकारों के उल्लंघन पर ध्यान दे रहे हैं जो अफगानिस्तान से रिपोर्ट किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, "हमें डर है कि यह एक प्रेरक (कट्टरपंथ के लिए) के रूप में कार्य कर सकता है."
एक अधिकारी ने कहा, "पिछली सरकारों और वर्तमान प्रशासन के बीच तुलना की जाए तो, रोजगार या विकास के मामले में बहुत कुछ दिखाई नहीं दे रहा है, जिससे अलगाव की भावना पैदा हो रही है." उन्होंने कहा कि विकास परियोजनाओं पर जोर देना समय की मांग है.
गृह मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि अब तक 82 लोग अपने घरों से लापता हो गए हैं और रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि वे आतंकी समूहों में शामिल हो गए हैं. एक और बात जो चिंता का कारण है, वह यह है कि इस साल पहले 8 महीनों के बीच मारे गए 120 आतंकवादियों में से केवल 10 प्रतिशत विदेशी आतंकवादी थे और बाकी सभी स्थानीय थे.
गृह मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि कश्मीर घाटी में अब भी करीब 200 आतंकवादी सक्रिय हैं. उनमें से ज्यादातर जैश और लश्कर के हैं और कुछ अल बद्र के हैं.
नई दिल्ली / एजेंसी / सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति ने आज भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए मैसर्स एयरबस डिफेंस एंड स्पेस एस.ए स्पेन की 56 C-295MW परिवहन विमान की खरीद को मंजूरी दी. C-295MW विमान समकालीन तकनीक के साथ 5-10 टन क्षमता का एक परिवहन विमान है जो IAF के पुराने एवरो विमान की जगह लेगा. त्वरित प्रतिक्रिया और सैनिकों और कार्गो के पैरा ड्रॉपिंग के लिए विमान में एक रियर रैंप दरवाजा है. अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के 48 महीनों के भीतर स्पेन से सोलह विमानों की डिलीवरी की जाएगी और अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के दस वर्षों के भीतर टाटा कंसोर्टियम द्वारा भारत में 40 विमानों का निर्माण किया जाएगा.
यह अपनी तरह की पहली परियोजना है जिसमें एक निजी कंपनी द्वारा भारत में एक सैन्य विमान का निर्माण किया जाएगा. सभी 56 विमानों को स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट के साथ स्थापित किया जाएगा. यह परियोजना भारत में एयरोस्पेस पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देगी, जिसमें देश भर में फैले कई एमएसएमई विमान के कुछ हिस्सों के निर्माण में शामिल होंगे.
यह कार्यक्रम भारत सरकार के ''आत्मनिर्भर भारत'' अभियान को बड़ा बढ़ावा देगा, क्योंकि यह भारतीय निजी क्षेत्र को प्रौद्योगिकी गहन और अत्यधिक प्रतिस्पर्धी विमानन उद्योग में प्रवेश करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा. यह परियोजना घरेलू विमानन निर्माण को बढ़ावा देगी, जिसके परिणामस्वरूप आयात पर निर्भरता कम होगी और निर्यात में अपेक्षित वृद्धि होगी.
भारत में बड़ी संख्या में डिटेल पार्ट्स, सब-असेंबली और एयरो स्ट्रक्चर के प्रमुख कंपोनेंट असेंबलियों का निर्माण किया जाना है. यह कार्यक्रम देश के एयरोस्पेस पारिस्थितिकी तंत्र में रोजगार सृजन में उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा और उम्मीद है कि 600 उच्च कुशल रोजगार सीधे, 3000 से अधिक अप्रत्यक्ष रोजगार और अतिरिक्त 3000 मध्यम कौशल रोजगार के अवसर के साथ ही भारत के एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में कई रोजगार के अवसर सृजित करेगा.
इसमें हैंगर, भवन, एप्रन और टैक्सीवे के रूप में विशेष बुनियादी ढांचे का विकास शामिल होगा. भारत में निर्माण की प्रक्रिया के दौरान, यह उम्मीद की जाती है कि टाटा कंसोर्टियम के सभी आपूर्तिकर्ता जो विशेष प्रक्रियाओं में शामिल होंगे, वे विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एयरोस्पेस और रक्षा ठेकेदार प्रत्यायन कार्यक्रम (एनएडीसीएपी) मान्यता प्राप्त करेंगे और इसे जारी रखेंगे.
डिलीवरी के पूरा होने से पहले, भारत में C295MW विमानों के लिए 'D' लेवल सर्विसिंग सुविधा (MRO) स्थापित करने की योजना है. उम्मीद है कि यह सुविधा सी-295 विमान के विभिन्न रूपों के लिए एक क्षेत्रीय एमआरओ हब के रूप में कार्य करेगी. इसके अलावा, ओईएम भारतीय ऑफसेट पार्टनर्स से योग्य उत्पादों और सेवाओं की सीधी खरीद के माध्यम से अपने ऑफसेट दायित्वों का निर्वहन भी करेगा, जिससे अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा मिलेगा.
यह कार्यक्रम स्वदेशी क्षमताओं को मजबूत करने और 'मेक इन इंडिया' को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की एक अनूठी पहल है.
रायपुर / शौर्यपथ / उत्तरी अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन (नाचा) को अमेरिका में 10वें वार्षिक ग्लोबल कम्युनिटी ऑस्कर अवार्ड समारोह में 'ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ द ईयरÓ से नवाजा गया है। यह कार्यक्रम 28 अगस्त को शिकागो में कई वैश्विक समुदाय के नेताओं और यूएसए राजनेताओं की उपस्थिति में आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्लोबल कम्यूनिटी ऑस्कर अवार्ड से सम्मानित किये जाने पर नाचा के सभी सदस्यों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ समृद्ध संस्कृति और लोक परम्पराओं में रचा-बसा प्रदेश है, जिसकी खूबियों को देश-दुनिया तक पहुंचाना हर छत्तीसगढिय़ा का गौरव है। नाचा विश्व में छत्तीसगढ़ का सांस्कृतिक वाहक बन रहा है, यह छत्तीसगढ़ के लिए खुशी की बात है।
अमेरिका के वरिष्ठ सांसद (हाउस ऑफ़ रिप्रेंज़ेटेटिव्स) डैनी डेविस ने अंतर्राष्ट्रीय संगठन अमेरिकन मल्टी एथनिक कोएलिशन और मल्टी एथनिक अमेरिकन टास्क फोर्स के साथ सामुदायिक वैश्विक पुरस्कारों को प्रायोजित किया।
छत्तीसगढ़ी एनआरआई एसोसिएशन ऑफ द ईयर के तेज विकास को देखते हुए इसका चयन किया है। भारत के बाहर छत्तीसगढ़ विरासत और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए नाचा की शुरुआत 2017 में शिकागो में हुई थी, और अब यह एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड है और राज्य को बढ़ावा देने और वैश्विक स्तर पर छत्तीसगढ़ समुदाय का समर्थन करने के लिए कई कार्यक्रमों की मेजबानी करता है।
नाचा के कार्यकारी अध्यक्ष गणेश कर ने कहा कि यह पुरस्कार प्राप्त करना हमारे लिए गर्व की बात है। संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों में छत्तीसगढ़ को बढ़ावा देने के लिए सभी सदस्य अथक प्रयास कर रहे हैं। यह पहला पुरस्कार है जो नाचा को यूएसए के वरिष्ठ राजनीतिक नेता से प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार सभी स्वयंसेवकों को समर्पित है, जो संगठन की मदद कर रहे हैं और छत्तीसगढ़ संस्कृति को भारत से बाहर ला रहे हैं। छत्तीसगढ़ के अंतर्राष्ट्रीय पहचान से राज्य में निवेशकों और पर्यटकों को आकर्षित करने में भी मदद मिलेगी।
नाचा के शिकागो कार्यकारी अध्यक्ष सुश्री दीपाली सरावगी, उपाध्यक्ष सुश्री सोनू जोशी और सुश्री वंदना दडसेना, कोषाध्यक्ष सुश्री रागिनी साहू, संयुक्त सचिव सुश्री शशि साहू, सांस्कृतिक प्रमुख सुश्री खुशबू बंसल, सलाहकार और कार्यकारी अभिजीत जोशी, मुनीश कैस्थ, शंकर फतवानी, सुश्री गीता खेतपाल ब्रजेश साहू प्रशांत गुप्ता, और नाचा के कार्यकारी उपाध्यक्ष तिजेंद्र साहू ने वरिष्ठ राजनेता डैनी के डेविस और एमेक्स लीडरशिप से यह पुरस्कार प्राप्त किया।
हरदा / शौर्यपथ /ये वीडियो एमपी के हरदा का जिले का है, जिसमें रेलवे स्टेशन के पास की लाइनअप ट्रैक पर काम होने के कारण टावर वैगन खड़ी थी। उसमें तकनीकी गड़बड़ी आ जाने के कारण बैगन रिवर्स नहीं जा पा रही थी।
मध्य प्रदेश से एक गजब का वीडियो सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए लोग अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। दरअसल, वीडियो में कुछ लोग किसी बस या कार को नहीं बल्कि ट्रेन को धक्का लगाते हुए दिख रहे हैं। ये वीडियो एमपी के हरदा का जिले का है, जिसमें रेलवे स्टेशन के पास की लाइनअप ट्रैक पर काम होने के कारण टावर वैगन खड़ी थी।
उसमें तकनीकी गड़बड़ी आ जाने के कारण बैगन रिवर्स नहीं जा पा रही थी। इसी बीच इटारसी से पवन एक्सप्रेस ट्रेन आ गई, लेकिन टावर वैगन खड़ी होने से उसे कुछ दूर पहले ही रोक लिया गया। जिसके बाद कुछ मजदूरों को बुलाकर ट्रेन को धक्का दिया जाने लगा। इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए लोग जमकर मजे ले रहे हैं। एक टि्वटर यूजर ने यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि कार में धक्का लगाते लोग अक्सर मिल जाते हैं, लेकिन ट्रेन में धक्का लगाते हुए लोग शायद पहली बार देखे होंगे आपने। वीडियो मध्य प्रदेश के हरदा जिले के टिमरनी स्टेशन क्षेत्र का है।
अभिनव पांडे नाम के ट्वीटर यूजर ने इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि डीजल से चलती है क्या? एक टि्वटर यूजर ने लिखा कि चाचा अब इससे ज्यादा विकास तो होने से रहा? @kgias2468 से लिखा गया कि यह नया भारत है, क्योंकि पिछले 70 साल से भी या नहीं हुआ था। एक टि्वटर हैंडल से हंसने वाली इमोजी के साथ कमेंट किया गया कि लगता है 2021 में ही बुलेट ट्रेन स्टार्ट हो जाएगी।
मेनिका चौधरी नाम की ट्विटर यूजर मजा लेते हुए लिखती हैं कि हौसले बुलंद होने चाहिए। ट्रेन में क्या प्लेन में भी धक्का लगा दे हम। एक ट्विटर हैंडल से कमेंट किया गया कि इस तरह का आलम रहा तो एक दिन हवाई जहाज को भी पतंग की तरह उड़ाते हुए लोग नजर आएंगे। @hemantkumarnews ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि लो अब ट्रेन को भी धक्के मारो… देश की इस रेल को यहां तक पहुंचाने के लिए धन्यवाद मोदी।
एक टि्वटर यूजर ने लिखा कि कभी आपने किसी ट्रेन को धक्का लगाया है या फिर ट्रेन को धक्का लगाते देखा है? नहीं देखा है तो यह वीडियो देख लो।@sachin_31sagar टि्वटर हैंडल से मजा लेते हुए लिखा गया कि कितने तेजस्वी लोग हैं हमारे देश में?
नई दिल्ली / शौर्यपथ / कुख्यात अपराधियों के जेल में सभी सुख सुविधाओं की पहले भी कई बार शिकायत मिलती रही है और फोन से लेकर जरूरत की सभी सुविधाएं होने की बात कही जाती रही है. हालांकि अब दिल्ली के दो कुख्यात अपराधियों का एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसकी काफी चर्चा है. इस वीडियो में कुख्यात गैंग के अपराधी शराब पार्टी करते नजर आ रहे हैं और यह वीडियो एक जेल के अंदर का बताया जा रहा है.
दिल्ली के दो खूंखार अपराधियों का वीडियो वायरल हुआ है. यह वीडियो नीरज बवानिया गैंग के राहुल काला और नवीन बाली का है, जो अपने साथियों के साथ जेल के अंदर बैठकर स्नैक्स और मदिरा का सेवन कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक यह वीडियो मंडोली जेल का बताया जा रहा है.
इस मामले में डीजी तिहाड़ के मुताबिक, यह मंडोली जेल का वीडियो लग रहा है. वीडियो सामने आने के बाद इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं. डीजी तिहाड़ का कहना है कि जिस तरह के लॉकअप वीडियो में दिख रहे है उसके देखते हुए ऐसा लग रहा कि ये वीडियो मंडोली जेल का ही है, हालांकि इस बात की जांच की जा रही है.
वीडियो में कुछ अपराधी लाॅकअप में शराब पार्टी करते नजर आ रहे हैं. वहीं कैमरे में दूसरे लाॅकअप भी नजर आ रहे हैं. एक शख्स जिसने वीडियो बनाया है, उन्हीं का साथी लगता है. उसने वीडियो बनाते वक्त चारों ओर कैमरा घुमाकर सभी की तस्वीरों को इसमें कैद करने की कोशिश की है. वहीं उनका एक साथी आराम से फोन पर बात करता भी नजर आ रहा है. ( संकलन ndtv )
केरल / शौर्यपथ / केरल में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में पिछले 24 घंटों में लगभग 30 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. एक दिन में 31,000 से अधिक संक्रमित मिले हैं. राज्य सरकार ने इस बढ़ोत्तरी के लिए 'ओणम' को जिम्मेदार ठहराया है. राज्य में 19.03 प्रतिशत की पॉजीटिविटी रेट के साथ 215 मौतें दर्ज की गई हैं.
राज्य में बुधवार को कोविड के 31,445 नए मामले दर्ज किए गए, जिससे कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 38,83,429 हो गई जबकि कोविड से मौत का आंकड़ा 19,972 हो गया.
एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि एर्नाकुलम जिले में सर्वाधिक 4,048 मामले दर्ज किए गए, इसके बाद त्रिशूर (3,865), कोझीकोड (3,680), मलप्पुरम (3,502), पलक्कड़ (2,562), कोल्लम (2,479), कोट्टायम (2,050), कन्नूर (1,930) अलाप्पुझा (1,874), तिरुवनंतपुरम (1,700), इडुक्की (1,166) पठानमथिट्टा (1,008) और वायनाड (962) हैं.
ये बढ़े हुए मामले तब आए हैं, जब एक दिन पहले ही केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने अगले चार हफ्तों तक "सतर्कता" बढ़ाने का आह्वान किया था. ओणम त्योहार के दौरान सार्वजनिक समारोहों का जोखिम अगले 7-10 दिनों में दिखाई देने की उम्मीद है, खासकर अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वैरिएंट का प्रसार होने का खतरा है. केरल में 21 अगस्त को ओणम मनाया गया था.
राज्य सरकार ने संक्रमण को और बढ़ने से रोकने के लिए सघन स्क्रीनिंग कार्यक्रम की घोषणा की है. स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञों ने पूर्वानुमान व्यक्त किया था कि ओणम त्योहार के बाद राज्य में जांच के मामलों में संक्रमण दर (टीपीआर) 20 प्रतिशत से अधिक हो सकती है तथा संक्रमण के मामले भी बढ़ेंगे.
पिछली बार केरल में 20 मई को एक दिन में संक्रमण के मामले 30,000 के पार चले गये थे और उस दिन 30,491 नये कोविड-19 रोगियों का पता चला था.