August 03, 2025
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शौर्यपथ

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मुख्यमंत्री की ग्रामीण व्यवसायियों को बड़ी सौगात, ग्रामीण क्षेत्रों में बाजार टैक्स पसरा शुल्क होगा समाप्त

मण्ड़ियों और बाजारों में पसरा आंबटन में मरार समाज के लोगों को मिलेगी प्राथमिकता

शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष को केबिनेट मंत्री का दर्जा देने का ऐलान

मरार समाज के सामुदायिक भवन के लिए रियायती दर पर मिलेगी शासकीय भूमि

मरार पटेल समाज का एकीकरण ऐतिहासिक: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मरार समाज की तीन बिरादरियां सामाजिक रूप से एक हुई

रायपुर /शौर्यपथ /

मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने शाकम्भरी जयंती-छेर-छेरा

पुन्नी के अवसर पर राज्य में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने शाकम्भरी जयंती-छेर-छेरा पुन्नी के अवसर पर राज्य में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ मरार पटेल महासंघ के पदाधिकारियों की मांग पर राज्य के ग्रामीण अंचल के बाजारों में पसरा शुल्क समाप्त करने, शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष को केबिनेट मंत्री का दर्जा देने, मरार पटेल समाज के लोगों की बहुलता वाले इलाकों में सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए रियायती दर पर भूमि एवं शासन की ओर से राशि स्वीकृत किए जाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज रायपुर के बूढ़ा तालाब स्थित स्वर्गीय बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में छत्तीसगढ़ मरार पटेल महासंघ द्वारा आयोजित सामाजिक एकीकरण, शपथ ग्रहण एवं सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ मरार पटेल महासंघ के पदाधिकारियों

की मांग पर राज्य के ग्रामीण अंचल के बाजारों में पसरा शुल्क समाप्त करने, शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष को केबिनेट मंत्री का दर्जा देने, मरार पटेल समाज के लोगों की बहुलता वाले इलाकों में सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए

मुख्यमंत्री ने राज्य के ग्रामीण अंचल में नाले के किनारे स्थित शासकीय भूमि को मरार समाज की महिला स्व-सहायता समूहों को सामुदायिक बाड़ी के लिए उपलब्ध कराए जाने, मंडी एवं बाजारों में दुकान एवं पसरा आबंटन में मरार समाज को प्राथमिकता देने की भी घोषणा की। छत्तीसगढ़ राज्य के मरार पटेल समाज की तीन बड़ी बिरादरियों के एकीकरण पर खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन मरार पटेल समाज के लिए ऐतिहासिक दिन है। उन्होंने समाज के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले छत्तीसगढ़ मरार (पटेल) महासंघ के पदाधिकारियों, समाज के सभी वरिष्ठ जनों, युवाओं, माताओं और बहनों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में मरार पटेल समाज की तीन प्रमुख बिरादरियां हरदिया, कोसरिया एवं भोयरा बिरादरी के लोगों ने सामाजिक एकीकरण का संकल्प लिया।

इस समारोह में पूरे प्रदेश के कोने-कोने से मरार पटेल समाज के पदाधिकारी एवं सामाजिक बन्धु हजारों की संख्या में शामिल हुए। कार्यक्रम में कृषि एवं जल संसाधन मंत्री  रविन्द्र चौबे, रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष  राम कुमार पटेल, छत्तीसगढ़ मरार पटेल महासंघ के अध्यक्ष  देवचरण पटेल, कार्यकारी अध्यक्ष प्रेम पटेल, महा सचिव श्री विजय पाटिल, संयोजक  पवन पटेल,  आत्मा राम पटेल, राजेन्द्र नायक पटेल सहित अन्य पदाधिकारी कार्यक्रम में मंचस्थ थे।

मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि मरार पटेल समाज के लोग स्वाभिमानी एवं मेहनतकश माटी पुत्र है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरार पटेल समाज, महिलाओं को उनका हक और सम्मान देने के मामले में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार समाज के सभी वर्गाें के सम्मान और भलाई के लिए काम कर रही है। कुपोषण दूर करना, शिक्षा और स्वास्थ्य को बेहतर बनाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्हांने कहा कि सुराजी गांव योजना के अंतर्गत शामिल बाड़ी विकास कार्यक्रम वास्तव में मरार पटेल समाज की तरक्की के लिए है। बाड़ी विकास कार्यक्रम के तहत फल, फूल और सब्जी की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किश्त की राशि एक नवम्बर राज्योत्सव के अवसर पर जारी की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने समारोह में शाकम्भरी बोर्ड तथा कृषक कल्याण परिषद के मरार समाज के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को छत्तीसगढ़ मरार पटेल महासंघ की ओर से सम्मानित किया। कृषि एवं जल संसाधन मंत्री  रविन्द्र चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल राज्य की जनता से किए अपने एक-एक वायदे को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने किसानों की कर्जमाफी, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, सिंचाई कर की माफी का उल्लेख करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार समाज के सभी वर्ग के लोगों का ध्यान रख रही है। कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ मरार पटेल महासंघ के पदाधिकारियों ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में छत्तीसगढ़ मरार पटेल महासंघ के पदाधिकारियों एवं समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का अभूतपूर्व स्वागत और अभिनंदन पत्र भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में शाकम्भरी बोर्ड के सदस्य  दुखवा पटेल, हरी पटेल एवं किसान कल्याण परिषद के सदस्यगण सहित मरार पटेल समाज के सभी जिलों एवं मण्डलों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शाम 24 अक्टूबर से 2 नवंबर तक आयोजित 10 दिवसीय छत्तीसगढ़ हर्बल्स दीवाली मेला का शुभारंभ किया। राजधानी के पंडरी स्थित छत्तीसगढ़ हाट परिसर में लगाए गए विभिन्न स्टॉलों में छत्तीसगढ़ हर्बल्स के 130 से अधिक उत्पाद 15 प्रतिशत की छूट पर उपलब्ध है। इस अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर, महापौर नगरपालिक निगम एजाज ढेबर, छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष एवं विधायक कुलदीप जुनेजा, राज्य लघु वनोपज संघ के अध्यक्ष भरत साय उपस्थित थे।
   राजधानी के पंडरी स्थित छत्तीसगढ़ हाट परिसर में लगाए गए विभिन्न स्टॉलों में छत्तीसगढ़ हर्बल्स के 130 से अधिक उत्पाद 15 प्रतिशत की छूट पर उपलब्ध है। इस अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, महापौर नगरपालिक निगम एजाज ढेबर, छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष एवं विधायक कुलदीप जुनेजा, राज्य लघु वनोपज संघ के अध्यक्ष भरत साय उपस्थित थे।


  मुख्यमंत्री बघेल ने इसका शुभारंभ करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी-वनवासी परिवारों के जीवन को बेहतर बनाने में लघु वनोपजों के उत्पाद का महत्वपूर्ण स्थान है। इस पर हमें गर्व है कि लघु वनोपज संघ वन विभाग के सतत् प्रयत्नों से राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्र तथा वनांचल के निवासियों का सतत् उत्थान हो रहा है। मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ हर्बल्स दीवाली मेला में लगाए गए आयुष स्टॉल और घरेलू उत्पाद स्टॉल, कोदो-कुटकी उत्पाद स्टॉल, आयुर्वेदिक चिकित्सालय, गढ़कलेवा खाद्य उत्पाद स्टॉल और हथकरघा एवं माटी कला बोर्ड तथा शबरी एम्पोरियम आदि हर एक स्टॉल का अवलोकन कर उन्हें प्रोत्साहित किया।
 उन्होंने इस दौरान जिला यूनियन धमतरी द्वारा वनोपज ‘तिखुर’ से बने उत्पाद जलेबी, बर्फी तथा हलवा का भी स्वाद लिया और इसे छत्तीसगढ़ के स्वादिष्ट पकवान बताते हुए सराहना की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के तिखुर से बने पकवान का प्रचार-प्रसार के लिए नगर निगम से भी दुकान आवंटन हेतु आवश्यक पहल करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने इस दौरान माटी कला बोर्ड के स्टॉल में इलेक्ट्रिक चाक से मिट्टी का दीया बनाकर परम्परागत व्यावसायियों को प्रोत्साहित भी किया।


  इस अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री अकबर ने कहा कि छत्तीसगढ़ हर्बल्स दीवाली मेला का प्रमुख उद्देश्य प्रदेश के निवासियों को उनके अपने ब्रांड छत्तीसगढ़ हर्बल्स से परिचय कराना है। उन्हें उस स्नेह एवं लगन की शुद्धता से भी परिचय कराना है, जो स्व-सहायता समूह की महिलाएं छत्तीसगढ़ हर्बल्स के इन उत्पादों में डालती हैं। मेला में इस दीवाली खरीदा गया हर छत्तीसगढ़ हर्बल्स उत्पाद किसी आदिवासी अथवा वनवासी परिवार का जीवन रोशन करेगा।
 इस अवसर पर प्रमुख सचिव वन मनोज कुमार पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी, प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ संजय शुक्ला, प्रधान मुख्य वन संरक्षक  पी.सी. पांडेय, के.मुरूगन, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील मिश्रा, अपर प्रबंध संचालक द्वय  एस.एस. बजाज एवं आनंद बाबू आदि विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
  गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ हर्बल्स दीवाली मेला में छत्तीसगढ़ हर्बल्स के आयुर्वेदिक उत्पाद, खाद्य उत्पाद और विभिन्न प्रकार के घरेलू उत्पाद की खरीदी कर सकते हैं। यह उत्पाद 6 हजार से अधिक स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए हैं, जो दुर्गम क्षेत्रों में स्थित 50 से अधिक वनधन विकास केन्द्रों में कार्यरत हैं। छत्तीसगढ़ हर्बल्स दीवाली मेला में इसके अतिरिक्त 11 अन्य स्व-सहायता समूहों और कृषक समितियों के 60 से अधिक उत्पाद भी प्रदर्शनी में शामिल है। मेला में लोगों की सेहत का ध्यान रखने के लिए परम्परागत वैद्य भी हैं। इस अवसर पर आदिवासी नृत्य समूह द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी जाएगी। मेले में अन्य आकर्षण बांस शिल्प, छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध झिटकू-मिटकी कला तथा हैण्डलूम उत्पाद के स्टाल भी हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के पारम्परिक व्यंजनों का स्वाद वहां गढ़कलेवा के स्टॉल में ले सकते हैं।


   इस अवसर पर प्रमुख सचिव वन श्री मनोज कुमार पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी, प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ श्री संजय शुक्ला, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री पी.सी. पांडेय, श्री के.मुरूगन, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री सुनील मिश्रा, अपर प्रबंध संचालक द्वय श्री एस.एस. बजाज एवं श्री आनंद बाबू आदि विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

जेआरडी स्कूल के पीछे पुरानी जगहों पर ही लगेगी पटाखे की दुकाने
कहां होगी पार्किंग व्यवस्था उसके लिए भी लिया गया निर्णय

दुर्ग / शौर्यपथ / सीएसपी कार्यलाय में रविवार को नगर निगम एवं पुलिस प्रशासन एवं व्यपारियो की संयुक्त बैठक ली गई ।बैठक में निगमायुक्त हरेश मंडावी,एसडीएम विनय पोयम एवं सीएसपी जितेंद्र यादव ने दीपावली त्यौहार को ध्यान में रखते हुए शहर में बेहतर किए जाने हेतु चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं फुटकर व्यापारी संघ की बैठक ली गई । बैठक में व्यापारी संघ का भी सुझाव लिया गया। शहर में बेहतर पार्किंग व्यवस्था हेतु पसरा व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों को गंज मंडी खाली जगह में पसारा लगाने हेतु जगह सुरक्षित करने का निर्णय लिया गया है। इंदिरा मार्केट पार्किंग स्थल को खाली कराया जाएगा जिसमें कुछ पसरा वालों को बैठने की व्यवस्था की जाएगी। इसके अतिरिक्त व्यापारियों के पार्किंग के लिए कस्तूरबा बाल मंदिर महात्मा गांधी स्कूल तथा पुलिस ग्राउंड का चयन किया गया है, आम जनता के पार्किंग के लिए टीवी अस्पताल तकिया पारा ग्राउंड एवं शनिचरी बाजार पुराना निगम कार्यालय में व्यवस्था की जा रही है पार्किंग नि.शुल्क रहेगी व्यापारियों को मार्केट में सामान परिवहन करने हेतु  प्रात: है 10 बजे से पूर्व का समय नियत किया गया है दुकानदारों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है कि कोई भी व्यापारी अपने दुकान के बाहर बरामदे में सामान ना निकाले जिस पर व्यापारी संघ द्वारा निगम प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को पूरा-पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया गया है। आम जनता को परेशानी ना हो इसके लिए निगम प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा बेहतर इंतजाम हो इसका पूरा-पूरा प्रयास किया जा रहा है। व्यापारियों को सीसी कैमरा को भी हमेशा चालू हालत में रखने कहा गया है! यातायात सीएसपी गुरजीत सिंह, प्रभारी सिटी कोतवाली थाना, प्रभारी मोहन नगर थाना,बाजार नोडल अधिकारी प्रकाश थवानी,बाजार अधिकारी थानसिंह यादव,जनसम्पर्क अधिकारी और अतिक्रमण अधिकारी दुर्गेश गुप्ता एवम ईश्वर वर्मा,चेम्बर्स आफ कॉमर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश साखंला मंत्री अशोक राठी चेयरमैन पवन बड़ज्यात्या दुर्ग जिला ईकाई अघ्यक्ष प्रहलाद रूंगटा उघोग चेम्बर्स प्रदेश अध्यक्ष संजय चौबे, मोहम्मद अली हिरानी,राजू उजाला,अजय शर्मा,राजीव अग्रवाल,जितेन्द्र कश्यप, बहादुर अली थरानी, मेहंदी भाई,,पियुश देशलहरा, आदि मौजूद थे।

दुर्ग / शौर्यपथ /  पीएचई मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने आज सोमनी भिलाई-3 में सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया। यह भवन 28 लाख रुपए की लागत से बना है। इस मौके पर अपने संबोधन में मंत्री ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में सामाजिक जनों की जरूरत के अनुरूप भवन का निर्माण होने से लोगों को काफी राहत पहुंचती है। हमारी कोशिश रही है कि नागरिक जरूरतों के मुताबिक बुनियादी सुविधाओं सहित मनोरंजन आदि की अधोसंरचना भी तैयार हो सके। मंत्री ने कहा कि कोविड-19 शहर की आशंका अभी बनी हुई है ऐसे में स्वास्थ्य अधोसंरचना को लेकर हमारी तैयारियां मजबूत है तथा इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। मंत्री ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में लगातार लोगों से फीडबैक लेते रहते हैं और उसके मुताबिक अधोसंरचना के क्षेत्र में काम किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य के ढांचे को भी मजबूत करने की कोशिश की गई है और लगातार इस क्षेत्र में स्वास्थ्य अधोसंरचना को बेहतर करने के लिए कार्य किए जा रहे हैं अपने दौरों में मैं हमेशा लोगों से मिलकर उनकी अपेक्षाएं जानता हूं और उसके मुताबिक विकास कार्य किए आरंभ किए जाते जाते हैं। मंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी जल जीवन मिशन के माध्यम से पहली बार सभी को पर्याप्त मात्रा में शुद्ध जल सबको सुनिश्चित कराने की दिशा में बड़ा काम हो रहा है। इसके साथ ही नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना के माध्यम से ग्रामीण विकास की ठोस पहल की गई है।

दुर्ग / शौर्यपथ / प्रदेश के बहुचर्चित खुड़मुड़ा हत्याकांड के पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों के खिलाफ अदालत ने आरोप तय कर दिए। इस मामले के पांच आरोपियों के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र रचने, हत्या व जानलेवा हमले की धाराओं के तहत आरोप तय किए गए हैं। जिन पर अदालत विचारण करेगी। वहीं अभियोजन पक्ष की ओर लोक अभियोजक बालमुकुंद चंद्राकर द्वारा आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य सूची भी पेश कर दी है। प्रकरण पर विचारण जिला सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव की अदालत में विचारण किया जाएगा।
   बता दें कि अमलेश्वर थाना अंतर्गत ग्राम खुड़मुड़ा में सोनकर परिवार के चार लोगों की 20-21 दिसंबर की दरम्यानी रात निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। 21 दिसंबर को पुलिस ने शव बरामद किए थे। आरोपियों ने बालाराम सोनकर, रोहित सोनकर, दुलारी बाई, कीर्तन बाई की सिर फोडकर और पानी में डुबोकर हत्या कर दी थी। वहीं परिवार का बालक दुर्गेश (11 वर्ष) को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इस अंधे कत्ल को सुलझाने में पुलिस को नाको चने चबाने पड़े थे। इस घटना में पुलिस के लिए एकमात्र सहारा हत्याकांड के दौरान गंभीर रूप से घायल दुर्गेश था, लेकिन उससे पूछताछ में पुलिस को विशेष सफलता नहीं मिली। आरोपियों की पतासाजी के लिए संदेहियों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया गया। जिसके बाद हत्याकांड पर से पर्दा उठा। हत्या में मृतक सोनकर परिवार के सदस्य की ही मुख्य भूमिका होने तथा हत्या का कारण जमीन विवाद सामने आया था।
   इस मामले में पुलिस घटना के तीन माह के बाद 18 मार्च को चार आरोपी रोहित सोनकर उर्फ रोहित मौसा, गंगा प्रसाद सोनकर उर्फ बिट्ठल, नरेश सोनकर तथा योगेश सोनकर उर्फ महाकाल को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं महिला आरोपी निर्मला बाई सोनकर को 26 मई को गिरफ्तार किया था। प्रकरण को पुलिस ने विवेचना पश्चात विचारण के लिए 13 जून को अदालत के समक्ष पेश किया था।
18 जनवरी से प्रारंभ होगा विचारण
   प्रकरण पर जिला सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव की अदालत में विचारण किया जाएगा। सभी अभियुक्तों के खिलाफ दफा 120 बी, 201, 307 के साथ दफा 302 (चार बार) के तहत आरोप अदालत द्वारा तय किए गए हैं। अभियोजन पक्ष की ओर से लोक अभियोजक बालमुकुंद चंद्राकर ने 33 गवाहों की साक्ष्य सूची अदालत के समक्ष पेश की है। जिसमें 5 विषय विशेषज्ञ साक्षी है। इसके साथ ही ट्रायल प्रोग्राम भी तय कर पेश किया गया है। जिसके अनुसार अदालत में विचारण 18 जनवरी से प्रारंभ होगा, जो लगातार 6 दिनों तक चलेगा।

कांकेर / शौर्यपथ / पुलिस अधीक्षक कांकेर  शलभ कुमार सिन्हा के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एन बघेल अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्रीमती चित्रा वर्मा के पर्यवेक्षण में थाना कांकेर पुलिस द्वारा शहर में संचालित पूल एवं कैरम क्लब में छापामार कार्यवाही कर चेकिंग की गई । हालांकि जांच के दौरान किसी भी क्लब में आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली। पुलिस ने पूल क्लब संचालकों को क्लब आने-जाने वाले लोगों के संबंध में रजिस्टर संधारित करने एवं पुलिस को जानकारी देने हेतु समझाइश दी। तथा रात्रि 10 बजे तक अनिवार्य रूप से क्लब बंद करने की हिदायत दिया गया कैरम/पूल क्लब में अनावश्यक लोगों का जमावड़ा लगा कर नहीं रखने के संबंध में हिदायत दिया गया तथा पुलिस द्वारा कैरम/पूल क्लब संचालकों को चेतावनी दी गई नियम विरुद्ध कैरम/पूल क्लब का संचालन करने पर संचालकों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।

कांकेर / शौर्यपथ / जिला स्वास्थ्य समिति कांकेर एवं जिला अस्पताल प्रबंधन कांकेर के संयुक्त तत्वावधान में कोविड-19 टीका कर्मियों का सम्मान कर 100 करोड़ कोविड वैक्सीनेशन उत्सव मनाया गया। शनिवार शाम को जिला चिकित्सालय कांकेर में आयोजित इस कार्यक्रम का संचालन करते हुए यूनिसेफ डीएमसी जिला कांकेर रेहाना तबस्सुम ने कार्यक्रम के उद्देश्य बताते हुए कहा कि आज देश ने 100 करोड़ कोविड-19 टीकाकरण हासिल किया है, इस लक्ष्य को पूरा करने में सभी टीका कर्मियों का अतुलनीय योगदान रहा है, उनके विशेष प्रयास के बगैर यह लक्ष्य असंभव सा था सभी स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित कर उनका आत्मबल विकसित करना हम सब के लिए गर्व का विषय है, साथ ही इस आयोजन के माध्यम से टीकाकरण के प्रति जन जागरूकता लाने का भी प्रयास किया जा रहा है, जिससे टीकाकरण से वंचित लोगों में भी टीकाकरण के प्रति रुझान बढ़े। कोविड-19 डेडीकेटेड अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ लोकेश देव ने सभी टीका कर्मियों को उनकी समर्पण एवं लगन की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि कोविड-19 मरीजों के कांटेक्ट ट्रेसिंग, होम आइसोलेशन फॉलोअप निगरानी सेंपलिंग के साथ ही समानांतर क्रम में कोविड-19 टीकाकरण में हमारे ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक की भूमिका उल्लेखनीय रही है इसके लिए आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
कार्यक्रम की शुरुआत 100 करोड़ वैक्सीनेशन को प्रदर्शित करते हुए आकर्षक रंगोली के चारों ओर कैंडल जलाकर की गई, तत्पश्चात कांकेर शहर के विभिन्न उप स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ कोविड-19 टीका कर्मी ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक श्रीमती गायत्री नाग, श्रीमती संगीता सिंह, अशोक कुमार नाग एवं अजीत तारम का सम्मान किया गया। जिला अस्पताल में मरीज के अटेंडर बनकर आए उनके परिजनों को भी कोविड टीकाकरण के दोनों डोज पूर्ण करने पर उन्हें भी  सम्मानित किया गया व दूसरों को भी टीकाकरण के लिए प्रेरित करने कहा गया। इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर देवेंद्र नाग, रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर एस पी एस शांडिल्य, कोविड-19  अस्पताल प्रभारी डॉ लोकेश देव,डॉ किरण ठाकुर, जिला अस्पताल सलाहकार मिथिलेश सोनबेर, डॉ सोम, ,टिकेश जैन सहित जिला अस्पताल के कर्मचारी अधिकारी उपस्थित थे।

कांकेर / शौर्यपथ / राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण  (नालसा) नई दिल्ली के तत्वावधान एवं छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन में आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत अखिल भारतीय जागरूकता एवं आउटरीच अभियान के अंतर्गत ’मेगा लीगल सर्विस कैम्प’ का आयोजन किया गया। जिला पंचायत कांकेर के सभाकक्ष में प्रातः 10.30 बजे से आयोजित इस शिविर में ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश डी एल कटकवार, कुटुम्ब न्यायालय के न्यायाधीश जितेन्द्र कुमार जैन, पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा, एडीजे निर्मल कुमार मिंज, सीजीएम चित्रलेखा सोनवानी, न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण डायमंड कुमार गिलहरे, न्यायाधीश शंकर कश्यप, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमित अग्रवाल, संयुक्त कलेक्टर गौरीशंकर नाग, एसडीएम कांकेर डॉ. कल्पना ध्रुव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
           छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर के मुख्य न्यायाधीश एवं मुख्य संरक्षक विधिक सेवा प्राधिकरण  अरूप कुमार गोस्वामी के मुख्य आतिथ्य में ई-मेगा विधिक सेवा शिविर का वर्चुअल कार्यक्रम के जरिए शुरुवात की गई। मुख्य न्यायाधीश ने इस मौके पर शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि यह हर्ष की बात है कि वे इस शिविर का हिस्सा बन पाए हैं। उन्होंने संविधान में समान विधिक सेवा सभी नागरिकों को उपलब्ध कराने उल्लेखित अनुच्छेदों का जिक्र किया। निशुल्क विधिक सेवा सभी नागरिकों का अधिकार है और प्रयास है कि सभी नागरिकों को इसकी जानकारी हो। विधिक जागरूकता लाने में यह ई-मेगा विधिक सेवा शिविर काफी सहयोगी साबित हुआ है। उन्होंने इसके लिए सबका धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
        कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यायाधीश गौतम भादुड़ी ने की। उन्होंने इस मौके पर कहा कि ई-मेगा विधिक शिविर से सभी जिलों के काफी संख्या में हितग्राही लाभान्वित हुए हैं । इस जागरूकता शिविर को लगाने का मुख्य उद्देश्य  लोगों को दिए गए हक के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने हर्ष जताया कि विधिक सेवा के जरिये राज्य के आठ लाख से ज्यादा लोग लाभान्वित हुए हैं। इस मौके पर उन्होंने नालसा का हेल्पलाइन नंबर 15100 भी सबके साथ साझा करते हुए सभी जरूरतमंदों को इसका लाभ उठाने का सुझाव दिया।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय के. अग्रवाल और संजय एस.अग्रवाल भी उपस्थित रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में  राज्यव्यापी ई-मेगा विधिक शिविर आयोजित किए जाने पर बधाई देते हुए कहा कि इसके जरिए आम लोगों को विधिक सेवाएं उपलब्ध कराई गई और लोगों को संविधान में उल्लेखित उनके मौलिक अधिकार की जानकारी दिया गया। ई-मेगा विधिक सेवा शिविर में स्वागत भाषण रजिस्ट्रार जनरल संजय कुमार जायसवाल ने दिया। वर्चुअल कार्यक्रम के अंत में छत्तीसगढ़ विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव श्री सिद्धार्थ अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
             ज़िला स्तर पर जिला पंचायत कांकेर में आयोजित मेगा विधिक सेवा शिविर में उपस्थित ज़िला और सत्र न्यायाधीश डी.एल कटकवार ने अपने उद्बोधन में कहा कि लोगो को विधिक अधिकार का जानकारी देने के लिए यह मेगा लीगल सर्विस कैंप का आयोजन किया जा रहा है। विधि के समक्ष हम सब समान है, कोई भी व्यक्ति आर्थिक अक्षमता के कारण न्याय पाने से वंचित न हो, इसलिए उन्हें मदद प्रदान करने के लिए विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन किया गया है। पोस्ट ऑफिस में भी लिफाफे दिये गये है, वहॉ जाकर उसे भरकर निःशुल्क भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि शासन की जो भी योजनाएं बनती है, वह संविधान की व्यवस्था के तहत ही होता है। हम जो भी काम कर रहे हैं, उसे अच्छे ढंग से करें और ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ पहुंचाएं। हम सब अपने संवैधानिक कर्तव्य का पालन करें। अधिकार और कर्तव्य दोनो को समझें और समन्वय बनाकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर 2 अक्टूबर से 14 नवंबर तक अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत आम लोगों को विधिक सेवाओ के प्रति जागरूक करते हुए विभिन्न विधिक और शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। सीजीएम चित्रलेखा सोनवानी द्वारा घरेलू हिंसा से महिलाओं को संरक्षण अधिनियम की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि इसके लिए सबसे पहले महिला संरक्षण अधिकारी के समक्ष शिकायत दर्ज कराना होता है।
               मेगा लीगल सर्विस कैंप को जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमित अग्रवाल, संयुक्त कलेक्टर गौरीशंकर नाग, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी किशन टंण्डन क्रांति, समाज कल्याण विभाग के उप संचालक सिनीवाली गोयल, श्रम पदाधिकारी पी.के. बिजपुरिया, जिला शिक्षा अधिकारी लक्ष्मण कावड़े, जनशिक्षण संस्थान के श्रीमती पूजा पाण्डेय, स्वास्थ्य विभाग से डॉ. उत्तम कुमार तथा अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नरेन्द्र दवे ने भी संबोधित किया और विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। मेगा लीगल सर्विस कैंप में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित छत्तीसगढ़ नोनी सुरक्षा योजना के अंतर्गत 10 हितग्राहियों को एक-एक लाख रूपये का बाण्ड प्रमाण पत्र तथा शिक्षा विभाग द्वारा छात्र सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत ग्राम भैसाकन्हार (डू) के छात्र गौतम गावड़े के पिता मन्नूराम गावड़े एवं ग्राम मारीपारा बारदेवरी के छात्र रोशन राणा के पिता गन्नीराम राणा के लिए एक-एक लाख रूपये का चेक प्रदान किया गया। समाज कल्याण विभाग द्वारा ग्राम पुरियारा के कमिलता यादव एवं ग्राम ठेमा के बसंती विश्वकर्मा को ट्रायसाइकल तथा ग्राम ठेलकाबोड़ के लोमन डडसेना को श्रवण यंत्र प्रदान किया गया। श्रम विभग द्वारा 103 बच्चों को 01 लाख 86 हजार 500 रूपये नवनिहाल छात्रवृत्ति योजना अंतर्गत ऑनलाईन हस्तांतरित किये गये। परिवहन विभाग द्वारा लर्निंग लाईसेंस बनाया गया, स्वास्थ्य एवं  परिवार कल्याण विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।

कांकेर / शौर्यपथ / कांकेर  वनमंडल अन्तर्गत आने वाले गांवो में इन दिनों तेंदुए का आतंक जारी है।शनिवार को तेंदुए के हमले से फिर एक महिला को जान गवानी पड़ी । जिला मुख्यालय कांकेर से करीब 15 किलोमीटर दूर बसे मुजालगोंदी गांव में यह घटना घटी। जिला मुख्यालय के नजदीक 2 महीने में तेंदुए के हमले से यह 5 वी मौत है। इसके पहले  ग्राम पलेवा , भैंसाकट्टा , बनसागर, रिसेवाडा में तेंदुए ने  4 लोगो को अपना शिकार बनाया था ।लगातार हो रहे तेंदुए के हमले से क्षेत्र में दहशत में लोग जीवन जी रहे है ।नरहरपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत रिसेवाडा में बीते 14 अक्टूबर को भी  ऐसी ही घटना हुई थी जिसमे एक महिला की मौत हुई थी। ।
मुजालगोंदी की रहने वाली लालवती मंडावी बीती रात अपने खेत के पास कच्चे मकान में सोई हुई थी तेंदुआ घर मे घुस आया और महिला को खींच कर ले गया। महिला का शव सुबह घर से 100 मीटर दूर झाड़ियों में  दो टुकड़ों में बंटा हुआ मिला।  महिला की गर्दन और धड़ अलग अलग पड़ा हुआ था, सूचना मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीम घटना स्थल पर मुआयना कर जानकारी ली  । इसके पहले पलेवा, भैंसाकट्टा, बनसागर , रिसेवाडा में तेंदुआ लोगो को अपना शिकार बना चुका है। पलेवा और भैंसाकट्टा में तीन तेंदुए को वन विभाग ने पिजड़ा लगा पकड़कर अन्यत्र भेजे  है । लेकिन बनसागर और मुजालगोंदी में लोगो को शिकार बना चुका तेंदुआ अब भी इलाके में विचरण कर रहा है। जिससे लोगो मे भारी दहशत का माहौल है। वन परिक्षेत्र नरहरपुर अंतर्गत ही रिसेवाडा में बीते 14 अक्टूबर को भी ऐसी ही घटना हुई थी जिसमे एक महिला की मौत हुई थी। आतंक का पर्याय बना नरभक्षी तेंदुआ को पिंजड़ा लगा पकड़कर अन्यत्र जंगलों में छोड़ने लोगो की मांग है।

दुर्ग  / शौर्यपथ /  कोरोना संक्रमण को देखते हुए कलेक्टर जनदर्शन स्थगित किया गया था। अब इसे पुनः आरंभ करने का निर्णय लिया गया है। कलेक्टर जनदर्शन सप्ताह के दो दिन सोमवार और मंगलवार को आयोजित किया जाएगा। इसका समय सुबह 10 बजे से दो बजे तक होगा। जिले के नागरिकगण अपनी समस्या से संबंधित आवेदन कलेक्टर जनदर्शन में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे से भेंट कर दे सकते हैं।

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