
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
नई दिल्ली / शौर्यपथ/ जहां एक तरफ कोरोना के मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ ब्लैक फंगस यानी कि म्यूकोरमाइकोसिस का प्रकोप तेजी से अपने पांव पसार रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा ब्लैक फंगस के मामलों की जानकारी साझा की गई है, जिसके अनुसार 25 मई रात 9.30 बजे तक देश में ब्लैक फंगस के कुल मामले 11 हजार 717 हो चुके हैं. जिनमें सबसे अधिक मामले गुजरात 2859 और महाराष्ट्र के 2770 हैं. इसके अलावा आंध्र प्रदेश में इस फंगस के 768, मध्य प्रदेश में 752 और तेलंगाना में 744 मामले हैं. वहीं उत्तर प्रदेश में ब्लैक फंगस के 701 और राजस्थान में 492 मरीज हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी सूची के अनुसार कर्नाटक में 481 और हरियाणा में 436 मरीजों का इलाज चल रहा है. इसके अलावा तमिलनाडु में 236, बिहार में 215, पंजाब में 141, उत्तराखंड में 124, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 119 और छत्तीसगढ़ में 103 मरीज हैं. जबकि चंडीगढ़ में 83 और गोवा में 10 मरीज हैं. इसके अलावा कई राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे भी हैं, जहां इसका एक भी मामला नहीं है, जैसे कि अंडमान द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, असम, लद्दाख, लक्षद्वीप, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड और सिक्कम. वहीं पश्चिम बंगाल और दमन द्वीव में इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई.
बाकी के राज्यों में ब्लैक फंसग के मरीजों की संख्या दहाई के आंकड़े के नीचे चल रही है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 19 राज्य पहले ही म्यूकोरमाइकोसिस को महामारी अधिनियम के तहत अधिसूचित बीमारी घोषित कर चुके हैं. इसके तहत ऐसे मामलों की जानकारी सरकारी अधिकारियों को देनी होती है. ब्लैक फंसग से पीड़ित पाए जा रहे हैं ज्यादातर पीड़ित, कोरोना संक्रमण या फिर शुगर के मरीज हैं.
नई दिल्ली / शौर्यपथ /ऋषिकेश सरकारी संगठन डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने उत्तराखंड के ऋषिकेश में कोरोना मरीजों के लिए 500 बिस्तरों वाला कोविड केयर सेंटर शुरू कर दिया है. COVID-19 के खतरनाक हालात में DRDO ने मात्र 14 दिनों में इस कोविड केयर सेंटर को बना दिया. खासकर, ऐसी मुश्किल स्थिति में DRDO ने काम किया जब देश मे लॉकडाउन हो और कई सरकारी एजेंसियों के बीच तालमेल कर काम को अंजाम देना हो. इसके लिए तकनीशियनों सहित 300 कर्मचारियों को रातों-रात जुटाया गया.
सीसीई (आर एंड डी) वेस्ट के जीआई वाधवा के नेतृत्व में डीआरडीओ टीम के नेतृत्व में सिर्फ 14 दिनों में अस्पताल को तैयार करने के लिए चौबीसों घंटे काम किया. इस अत्याधुनिक कोविड केयर सेंटर में बच्चों के लिए 44 बिस्तरों सहित 400 बिस्तरों वाले आइसोलेशन वार्ड शामिल हैं. इसके अलावा एम्स में 100 आईसीयू बिस्तर उपलब्ध कराए गए हैं.
केअर सुविधा को चलाने के लिए डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ एम्स ऋषिकेश द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा. कोविड अस्पताल में सभी बेड के लिए एमजीपीएस सिस्टम के साथ 24x7 हाई फ्लो ऑक्सीजन और रिजर्व सहित समर्पित 20KL और 13KL मेडिकल ऑक्सीजन स्टोरेज जैसी कई सुविधाएं हैं. कोविड अस्पताल सभी मौसमों के लिए केंद्रीय रूप से वातानुकूलित है.
इसमें पैथोलॉजी प्रयोगशाला, फार्मेसी, एक्स-रे और ईसीजी आदि सुविधा भी मौजूद हैं. 100% पावर बैकअप के साथ उच्च गुणवत्ता वाली विद्युत वितरण प्रणाली भी है ताकि बिजली से जुड़ी कोई परेशानी ना हो. अग्नि पहचान अलार्म प्रणाली, अग्नि हाइड्रेंट और अग्निशामक उपकरणों के साथ अनिवार्य अग्नि सुरक्षा मानदंड सुनिश्चित किए गए हैं. एक समर्पित सिस्टम सॉफ्टवेयर के माध्यम से उचित निगरानी और अस्पताल प्रबंधन के लिए वाईफाई और सीसीटीवी के साथ एक नियंत्रण केंद्र भी स्थापित किया गया है.
इस कोविड देखभाल केंद्र को भारतीय सेना के जांबाज सैनिक राइफलमैन जसवंत सिंह रावत महावीर चक्र के नाम पर रखा गया है. यह उत्तराखंड के ही थे और अरुणाचल प्रदेश के नूरनांग में 1962 में भारत चीन युद्ध में चीनियों से लड़ते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया था.
राज्य और देश में वर्तमान खतरनाक COVID स्थिति में, यह कोविड देखभाल केंद्र उत्तराखंड सरकार द्वारा COVID के खिलाफ लड़ने और राज्य के मूल निवासियों को आवश्यक समय पर चिकित्सा प्रदान करने के लिए एक क्रांतिकारी कदम के रूप में कार्य करेगा.
नई दिल्ली / शौर्यपथ / लखनऊ उत्तर प्रदेश में कोरोना के टीकों की कमी के बीच स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही का मामला सामने आया है. प्रदेश के सिद्धार्थनगर ज़िले के 20 लोगों को पहली डोज तो कोविड शील्ड की लगी लेकिन दूसरी डोज उन्हें को-वैक्सीन की लगा दी गई. वैक्सीन के इस कॉकटेल के कारण लोगों में दहशत का माहौल है. ज़िले के CMO ने माना कि यह गलती हुई है. दोषियों को पहचान लिया गया है, जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सिद्धार्थनगर के औदहीकलां गांव के रामसूरत ने बताया कि उन्हें और उनके साथियों को ज़िले के बढ़नी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक अप्रैल को कोविशील्ड लगाई गई थी. 14 मई को उन लोगों को टीके की दूसरी डोज लगाई गई.
उनके टीका लगवाने के बाद जब ANM ने और टीका मंगवाया तब टीका जारी करने वाले डॉक्टर ने बताया कि उन लोगों को गलत टीका लग गया है. ग़लत टीका लगवाने वाले ग्रामीण अब किसी अनहोनी से डरे हुए हैं. रामसूरत ने बात करते हुए हा कि ऐसा लगता है कि शरीर के अंदर कुछ गलत हो गया है. राम भरोसे को डर है कि उन्हें कहीं कुछ हो न जाए? सिद्धार्थनगर के CMO संदीप चौधरी ने बताया कि यह चूक हुई है, बड़े डॉक्टरों से इस मामले की की जांच भी कराई थी. जांच रिपोर्ट आ चुकी है और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
इसके पहले अप्रैल के पहले हफ्ते में ऐसा ही एक लापरवाही भरा मामला यूपी के शामली में सामने आया था. जब कुछ गांव वालों को करीना की वैक्सीन के बजाए एन्टी रेबीज़ इंजेक्शन लगा दिए गए थे. इसकी जानकारी तब हुई जब कांदला के कम्युनिटी हेल्थ सेंटर पर 72 साल की अनारकली ने टीका लगवाने के बाद ANM को अपना आधार कार्ड दे कर कहा कि वह उनका आधार नंबर दर्ज कर लें. अनारकली कहती हैं कि इस पर एएनएम ने कहा कि कुत्ता काटने का टीका लगाने पर आधार की ज़रूरत नहीं होतr. तब उन्हें पता चला कि उन्हें कुत्ता काटने पर लगने वाला इंजेक्शन लगा दिया गया है.
इसी तरह कानपुर देहात में भी स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही का मामला सामने आया है. कानपुर देहात में स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक एएनएम मोबाइल पर बात करने में इतनी मश्ग़ूल थी कि उसने एक ही महिला को दो बार टीका लगा दिया. जब महिला ने एएनएम से पूछा कि "क्या अब दोनों डोज़ एक ही दिन लग रही है. तब एएनएम ने महिला से नाराजगी के साथ कहा कि तुम टीका लगवाने के बाद यहां से हटीं क्यों नहीं? तुम्हारी ग़लती के कारण दो बार टीका लग गया. तब कानपुर देहात के CMO ने कहा था कि वह इसके बाद टीका लगाए जाने वाली जगह पर मोबाइल ले जाने पर रोक लगा देंगे.
नई दिल्ली/ शौर्यपथ / बीजेपी ने मोदी सरकार के सात साल पूरे होने के मौके पर एक लाख गांवों में कोविड मदद पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने सभी राज्य इकाइयों से कहा है कि 30 मई को जब मोदी सरकार के सात साल पूरे हों, उस अवसर पर कोई भी कार्यक्रम नहीं होना चाहिए. सोमवार को देश भर के पार्टी पदाधिकारियों और राज्य इकाइयों से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बैठक में नड्डा ने कहा कि कार्यकर्ताओं को एक लाख गांवों तक पहुंचना है. इनमें उन गांवों का खासतौर से चयन किया जाए जहां कोरोना के मामले मिले हों. इन गांवों में पार्टी कार्यकर्ता कोविड से जुड़ी राहत सामग्री का वितरण करेंगे. इसमें सूखा राशन, सैनेटाइजर, मास्क और ऑक्सीमीटर शामिल है. इसके अलावा देश भर में 50,000 रक्तदान शिविर भी लगाने का निर्देश दिया गया है.
नड्डा ने दो टूक कहा कि इस अभियान के दौरान कोविड प्रोटोकाल का खासतौर से ध्यान रखा जाए। किसी तरह की भीड़ नहीं लगनी चाहिए। दो गज की दूरी और मास्क पहनना सुनिश्चित किया जाए. अगर किसी कारण कोविड प्रोटोकाल का पालन करना संभव न हो तो, फिर वीडियो कांफ्रेंस के जरिए उपस्थिति सुनिश्चित की जाए. सभी मंत्रियों को खासतौर से गांवों में जाने का निर्देश दिया गया है। वे चाहे केंद्रीय मंत्री हों या फिर राज्यों के मंत्री, हर मंत्री को दो गांवों में जा कर कोविड राहत सामग्री का वितरण करना अनिवार्य किया गया है.
गौरतलब है कि नड्डा पहले ही राज्य इकाइयों को पत्र लिख कर निर्देश दे चुके हैं कि 30 मई को मोदी सरकार के सात साल पूरे होने के मौके पर कोई कार्यक्रम न हो. बल्कि उस दिन दूसरी लहर के कारण अनाथ हुए बच्चों के पुनर्वास के लिए बीजेपी शासित राज्य एक विशेष योजना का ऐलान करेगी जिसकी रुपरेखा केंद्रीय इकाई जल्दी ही उन तक भेज रही है. विपक्षी पार्टियां यह आरोप लगा रही हैं कि कोविड आपदा के दौरान बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकारों ने लोगों को मदद देने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए। लेकिन पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप में पड़ने के बजाए जमीन पर जाकर लोगों की मदद करें। इसीलिए एक लाख गांवों में जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
नई दिल्ली/ शौर्यपथ / दिल्ली में कोरोना के मामलों में गिरावट देखी जा रही है, बुधवार को संक्रमण दर 2 फीसदी से कम दर्ज की गई. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 1.93 फीसदी रही. यह 27 मार्च के बाद सबसे कम दर है. ताजा आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में 1491 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 130 मरीजों की मौत हुई है. मौत का आंकड़ा भी 15 अप्रैल के बाद सबसे कम दर्ज किया गया है, मृत्यु दर घटकर 1.67 फीसदी पर आ गई है.
वहीं 6 अप्रैल के बाद पहली बार एक्टिव मरीजों की संख्या 20 हजार से कम हुई है. राष्ट्रीय राजधानी में इस वक्त 19,148 मरीज उपचाराधीन हैं, यानी कि इन मरीजों का इलाज या तो अस्पताल में चल रहा है या फिर डॉक्टरों के दिशा-निर्देशों के तहत होम आइसोलेशन में हैं. दिल्ली में कोरोना के एक्टिव मरीजों की दर 1.34 फीसदी दर्ज की गई है.
दैनिक स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में संक्रमण के कुल मामले 14,21,477 हो गए हैं, वहीं मृतकों की कुल संख्या 23,695 हो गई है. पिछले 24 घंटों में 3952 संक्रमण मुक्त होने में कामयाब रहे हैं, जिसके बाद रिकवरी रेट 96.98 फीसदी हो गई है, वहीं इस खतरनाक वायरस के प्रकोप से मुक्त होने वालों की कुल तादाद 13.78 लाख हो चुकी है.
नई दिल्ली / शौर्यपथ / सोशल मीडिया और दूसरे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लागू किए जा रहे सरकार के नए डिजिटल कानूनों को लेकर पर तेज बहस चल रही है. फेसबुक, ट्विटर जैसी बड़ी कंपनियां इन कानूनों के दायरे में सरकार के निशाने पर हैं. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस इसको लेकर लगातार हमलावर है. बुधवार को सोशल मीडिया को लेकर नए नियमों पर कांग्रेस की ब्रीफिंग हुई, जिसमें पार्टी नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि सोशल मीडिया को लेकर सरकार का अप्रोच नार्थ कोरिया की तरह है.
उन्होंने कहा कि 'IT एक्ट, 2021 के तहत नए नियम सरकार की बेरहमी और बेशर्मी को दर्शाते हैं. अभिव्यक्ति की आज़ादी और निजता के प्रति सरकार के निष्टुर और निर्लज्ज रवैये को दिखाते हैं. ये तानाशाही और सत्ता लोलुपता को दर्शाते हैं.
'तमाम संस्थाओं के बाद अब सोशल मीडिया का नंबर'
उन्होंने कहा कि 'ये कानून 25 अप्रैल को लागू होने के बाद के 3 महीनों में अनेकों बार मांग की गई कि इसे बदला जाए लेकिन सरकार के कान पर जूं नहीं रेंगा. सरकार हर संस्थान को डरा-धमका कर दबोचना चाहती है और ये प्रक्रिया लंबे समय से जारी है.' उन्होंने आरोप लगाया कि 'सीबीआई, चुनाव आयोग आदि समेत तमाम संस्थनों और गोदी मीडिया पर दबाव बनाने के बाद अब उनका ध्यान सोशल मीडिया पर गया है.'
कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील सिंघवी ने कहा कि 'इसके नियम- 4 के अंतर्गत किसी मैसेज के फर्स्ट़ ओरिजिनेटर की ढ़ूंढने का प्रावधान है. हवाला दिया गया देश की एकता अखंडता सुरक्षा आदि का. इन शब्दों में गड़बड़ी नहीं है, गड़बड़ी ये है कि इस शब्दों को नया संदर्भ दे दिया गया है पुलिस अख़्तियार देकर. एंड टू एंड एन्क्रिप्शन निजता के लिहाज से अहम है, ऐसे में फर्स्ट ओरिजिनेटर का पता लगाने की मंशा समझी जा सकती है.'
उन्होंने सवाल उठाया कि 'आपत्तिजनक' क्या होगा? जिस पर सरकार को आपत्ति होगा और ऐसे कथित आपत्तिजनक कंटेट के फर्स्ट ओरिजीनेटर का पता लगाने की जिम्मेदारी उस सोशल मीडिया की होगी जिसे आदेश दिया जाएगा और नहीं पता करने पर वो खुद दोषी करार दिया जाएगा, जबकि सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता. एंड टू एंड एन्क्रिप्शन निजता की तकनीकी निशानी है. इसको भंग करने पर निजता भंग होगी.'
'इस ऑक्सीजन को कम मत कीजिए'
सिंघवी ने कहा कि सरकार हर असहमति को देशद्रोही और राष्ट्रविरोधी करार दे सकती है. कोरोना संकट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 'अगर किसी ने ऑक्सीजन के विषय में किसी ने सवाल उठा दिए तो जेल में डालने की बात होती है. कोरोना की बात कहते हैं तो गिरफ्तारी होती है. स्वतंत्र सोचना और बोलना जीवन का ऑक्सीजन है, दूसरे क्षेत्र में ऑक्सीजन आपने वैसे ही कम कर दिए हैं, इस ऑक्सीजन को कम मत कीजिए ये मेरा अनुरोध है. इस तरह का कानून बना कर देश को नार्थ कोरिया नहीं बनाना चाहिए.'
उन्होंने दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की ओर से ट्विटर के ऑफिस पर जाने को लेकर कहा कि ट्विटर को एक नोटिस सर्व करने के लिए 12 पुलिसवाले को क्यों भेजा? क्योंकि ये सरकार डराना चाहती है. नोटिस सर्व करने के लिए एक आदमी को साइकिल-मोटरसाइकिल से भेजा जा सकता था लेकिन इतने पुलिसवाले को भेजा क्योंकि सरकार डराना चाहती है.'
नई दिल्ली/शौर्यपथ / झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बातचीत में कहा, 'हमारा राज्य कोरोनावायरस से पूरी मजबूती से लड़ रहा है. देश में सबसे कम केस हमारे राज्य में हैं. मौजूदा हालात मुश्किल हैं.' सोरेन ने झारखंड में टीके की बर्बादी के सवाल पर कहा कि उनके राज्य में वैक्सीन बर्बाद होने की बात गलत है. अभी तक सिर्फ 4.6 प्रतिशत बर्बादी हुई है. झारखंड को कुल 48 लाख टीके मिले हैं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोरोना की वैक्सीन खरीदने के सवाल पर कहा कि बांग्लादेश समेत दूसरे देशों से वैक्सीन आयात करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लॉकडाउन आखिरी ऑप्शन वाली बात न मानकर सही किया, क्योंकि लॉकडाउन के कारण ही चीजें अब नॉर्मल होने की ओर बढ़ रही हैं.
हेमंत सोरेन के कहा, 'हमारे पास वैक्सीन लगभग खत्म हो चुकी है, सिर्फ एक दिन का स्टॉक बचा है. आज ही हमारा स्टॉक खत्म हो सकता है. ये भी नहीं पता कि वैक्सीन की दूसरी खेप कब आएगी. राज्य सरकार खुद तो वैक्सीन बना नहीं सकती, दूसरे देशों से वैक्सीन आयात करने की बात चल रही है. केंद्र से तो हम लगातार मांग कर ही रहे हैं. मौजूदा हालात हमारे लिए बहुत मुश्किल हैं. वैक्सीन वेस्ट होने की खबरें गलत हैं.'
कफन मुफ्त देने वाली बात पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधियों ने शब्दों का जाल बुना. दरअसल, कपड़ों की भी दुकानें बंद हैं. लोगों को कफन लेने में भी दिक्कत थी तो हमारी सरकार ने संज्ञान लेने की बात की थी.
उन्होंने कहा कि पीएम ने लॉकडाउन नहीं लगाने या आखिरी हथियार को लेकर बात कही थी लेकिन हालात भयावह हो गए और इस घातक संक्रमण से पूरे देश में लोगों की जान गई. 90 फीसदी राज्यों ने लॉकडाउन लगाया. भले ही वो पूर्ण लॉकडाउन हो या पाबंदियां हों, तब जाकर हालात सुधरते दिखाई दे रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारे विरोधी शब्दों का खेल खेलकर लोगों की भावनाओं से खेल रहे हैं. फिलहाल कपड़े-लत्ते की दुकानें भी बंद हैं. हमें पता चला कि कपड़े की दुकानें बंद होने से कफन खरीदने में दिक्कत हो रही है इसलिए हमने कहा कि कफन की दिक्कत न हो और सरकार संज्ञान ले.
खेल /शौर्यपथ /भारत के तेज गेंदबाज दीपक चाहर को लगता है कि महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल 2021 के बचे सीजन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं। आईपीएल 2021 के स्थगित होने से पहले सीएसके ने इस सीजन में धमाकेदार वापसी की थी। साल 2020 में प्लेऑफ तक नहीं पहुंच सकने वाली चेन्नई आईपीएल 2021 के स्थगित होने से पहले प्वॉइंट टेबल में दूसरे नंबर पर थी। गौरतलब है कि धोनी के इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद
फैंस को आईपीएल में उन्हें देखने का बेसब्री से इंतजार रहता है।
महेंद्र सिंह धोनी पिछले सीजन से ही बल्लेबाजी में संघर्ष करते दिख रहे हैं। आईपीएल 2020 में धोनी ने 14 मैचों में 200 रन बनाए। ये धोनी का सबसे खराब सीजन रहा था। इस साल वो कप्तानी से तो कमाल कर रहे हैं लेकिन बल्ले से अब तक कमाल नहीं कर सके हैं। स्पोर्ट्स कीड़ा के साथ इंटरव्यू में सीएसके की तरफ से खेलने वाले दीपक चाहर ने कहा, "एक बल्लेबाज एक ही तरीके से 15-20 सालों तक बैटिंग नहीं कर सकता है। अगर किसी भी बल्लेबाज ने पहले रेगुलर क्रिकेट नहीं खेला है तो फिर आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में आकर परफॉर्म करना आसान नहीं होता है। उसे अपने आपको ढालने के लिए थोड़ा समय लगता है।"
चाहर ने आगे कहा कि उन्होंने(धोनी) ने हमेशा फिनिशर का रोल निभाया है लेकिन जब आप रेगुलर क्रिकेट ना खेल रहे हों तो फिर और काफी मुश्किल हो जाता है। यहां तक कि 2018 और 2019 के सीजन में भी धोनी भाई ने धीमी शुरुआत की थी लेकिन जैसे-जैसे सीजन आगे बढ़ता गया वो लय में आते चले गए। इसलिए शायद आईपीएल 2021 के दूसरे हाफ में आपको धोनी का सर्वश्रेष्ठ देखने को मिले। धोनी की कप्तानीक की तारीफ करते हुए चहर ने कहा कि खेल को पढ़ने की उनकी क्षमता ही उन्हें एक सफल कप्तान बनाती है।
जब 'India Idol' में सोनू निगम ने लगाई राहुल वैद्य की डांट, बोले थे- तुम बद से बदतर...
मनोरंजन / शौर्यपथ / राहुल वैद्य इंडियन आइडल के पहले सीजन में हिस्सा ले चुके हैं। 'बिग बॉस 14' के दौरान उनके इस सिंगिंग रिऐलिटी शो के कई वीडियोज सामने आए थे। अब एक और वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में राहुल के परफॉर्मेंस से जजेज सोनू निगम और अनु मलिक नाखुश दिख रहे हैं। दोनों उनको डांटते दिख रहे हैं। राहुल इस पर सॉरी भी बोलते हैं।
'इंडियन आइडल' में भी जीता था दिल
राहुल वैद्य 'बिग बॉस 14' में लोगों का दिल जीत चुके हैं। इससे पहले वह 'इंडियन आइडल' का हिस्सा रहे हैं। इस शो के दौरान भी उनको दर्शकों का खूब प्यार मिला था। राहुल शो के विनर नहीं बन पाए थे बल्कि Indian Idol 1 के सेकेंड रनरअप थे। उन्होंने शो में जजेज को भी इम्प्रेस किया था हालांकि कई बार उन्हें अच्छा परफॉर्म ना कर पाने पर डांट भी सुननी पड़ी थी। राहुल वैद्य का ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
सोनू निगम का हुआ मूड खराब
इस वीडियो में राहुल 'कल हो ना हो' का गाना 'प्रिटी वुमन' गाते हैं। वह गाना शुरू ही करते हैं कि सोनू निगम का अजीब सा रिऐक्शन दिखता है। राहुल जब गाना खत्म कर लेते हैं तो सोनू निगम उनसे कहते हैं, मैं आपसे एक बात करना चाहता हूं राहुल आप हर परफॉर्मेंस के साथ बद से बदतर होते जा रहे हैं।
सोनू निगम बोले, बहुत खराब गाया
सोनू आगे बोलते हैं, जो आपने सबसे पहले गाया था वो इतना अच्छा गया था कि अनु जी ने कहा था, तू आ गया रे और मैंने आपसे कहा था कि जो लास्ट में 3 बचेंगे आप उनमें होंगे। इसके बाद आपने जो गाया वो खराब गाया, इसके बाद जो आपने कल गाया वो भी आपने इतना अच्छा नहीं गाया। आज आपने बहुत ही खराब गाया।
अनु मलिक को दिखा था ऐटिट्यूड
अनु मलिक राहुल वैद्य से कहते हैं, इतना ऐटिट्यूड है आपमें। आंखों में, चेहरे में एक ऐटिट्यूड में कि कोई एग्जिस्ट ही नहीं करता, सिर्फ मैं हूं, ये आपकी आवाज में नजर आता है। पहले तुम्हारी भूख नजर आती थी। आज तुम यहां आए हो, हमें तुम्हारी भूख नजर ही नहीं आ रही। तुम्हें लगता है, हां मैं आ गया हूं। ये ऐटिट्यूड है। इस पर राहुल कहते हैं सॉरी सर।
मनोरंजन /शौर्यपथ / अभिनेता सुनील शेट्टी हाल ही में सोनी टीवी के रियलिटी डांसिंग शो 'सुपर डांसर चैप्टर 4' में बतौर गेस्ट शामिल हुए। इस दौरान एक कंटेस्टेंट का परफॉर्मेंस देखकर वह इमोशनल हो गए हैं। इस शो एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सुनील को आंसू पोंछते हुए दिखा जा सकता है।
'संदेशे आते हैं' पर परफॉर्म देख हुए इमोशनल
दरअसल, सोनी टीवी ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट से शो का एक प्रोमो शेयर किया है, जिसमें पहले देखा जा सकता है कि सुनील शेट्टी, एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के साथ एंट्री करते हैं। इस दौरान वह पहले शिल्पा और कंटेस्टेंट्स के मस्ती और डांस करते हैं।
हालांकि, वीडियो के अंत में देखा गया कि जब एक कंटेस्टेंट उनकी फिल्म 'बॉडर' के फेमस गाना 'संदेशे आते हैं' पर परफॉर्म करता है तो वह काफी इमोशल हो जाते हैं। उनकी आंखें नम हो जाती हैं और वह भावुक होते हुए कहते हैं कि मैं जब भी गाना सुनता हूं, रोने लगता हूं।
शिल्पा शेट्टी हुईं कमबैक
शिल्पा इस शो को बतौर जज बनकर कमबैक कर चुकी हैं। 5 मई को ख़बर आयी थी कि शिल्पा ने पारिवारिक कारणों से कुछ दिनों का ब्रेक लिया है और उनकी जगह शो को मलायका अरोड़ा जज करेंगी।
जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही के दिनों में शिल्पा का परिवार पूरा परिवार कोविड-19 संक्रमित हो गया था, जिसकी वजह से उन्होंने लम्बा ब्रेक लिया था। हालांकि, अब शिल्पा का शानदार कमबैक हो गया है।