August 11, 2025
Hindi Hindi
शौर्यपथ

शौर्यपथ

सागर धनकड़ मर्डर केस में दुबई में बैठे इस गैंगस्टर से अब सुशील कुमार को खतरा, जानें वजह
नई दिल्ली / शौर्यपथ / साथी पहलवान सागर धनकड़ की हत्या के मामले में आरोपी ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार और उसके साथी अजय को लेकर दिल्ली पुलिस छत्रसाल स्टेडियम पहुंची. इस मामले में दिल्ली के नामी गैंगस्टरों की भूमिका की जांच भी चल रही है. 4-5 मई की रात छत्रसाल स्टेडियम में क्या हुआ, इसकी सच्चाई का पता लगाने क्राइम ब्रांच की टीम मंगलवार तड़के सुशील और उसके साथी अजय को लेकर छत्रसाल स्टेडियम पहुंची और वहां पहुंचकर क्राइम सीन को रीक्रिएट किया, जिससे पता चला सके कि आखिर पहलवान सागर धनकड़ की हत्या को कैसे अंजाम दिया गया.
इसके बाद पुलिस फोरेंसिक एक्सपर्ट के साथ मॉडल टाउन के उस फ्लैट में पहुंची, जहां सागर धनकड़ आखिर के 15 दिन रहा था. आरोप है कि इसी फ्लैट के बाहर बुलाकर सागर और उसके साथियों को अगवा किया गया. फ्लैट के बाद पुलिस ने उन तीन कारों की भी फोरेंसिक जांच कराई, जिनसे हमलावर आए थे. ये 3 गाड़ियां पुलिस को उस रात छत्रसाल स्टेडियम से बरामद हुई थीं.
पुलिस को जांच में पता चला है कि सुशील कुमार का मेलजोल दिल्ली के बड़े गैंगस्टरों से था, जो विवादित जमीनों पर कब्जे और दिल्ली के टोल नाकों पर टैक्स वसूली का काम करवाते थे.
सुशील के साथ जो स्कोर्पियो कार आई थी, उसमें जेल में बंद गैंगस्टर नीरज बवानिया के गुर्गे थे. वहीं मृतक सागर धनकड़ का साथी सोनू महाल गैंगस्टर संदीप काला का भतीजा है. सुशील के हमले में सोनू भी घायल हुआ और वो चश्मदीद गवाह भी है. सुशील को अब दुबई में बैठे गैंगस्टर संदीप काला से खतरा है.
हालांकि ये अब तक साफ नहीं हुआ है कि हत्या की वजह फ्लैट के किराए को लेकर झगड़ा है या इसके पीछे कोई और वजह है. सागर धनकड़ की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसके शरीर में करीब एक दर्जन चोट के निशान मिले हैं.
दिल्‍ली के मशहूर छत्रसाल स्‍टेडियम में पहलवान सागर धनकड़ की हत्‍या के मामले में पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, सागर के शरीर पर कई जगह चोंट के नीले निशान पड़े हुए थे और उस पर किसी नुकीली/भारी चीज (ब्लंट-ऑब्जेक्ट) से वार किए गए थे. इस खुलासे से मशहूर रेसलर सुशील कुमार की मुश्किलें और बढ़ने की आशंका है. गौरतलब है कि सागर धनकड़ को 5 मई की आधी रात 2 बजकर 52 मिनट पर पहले पास के अस्पताल BJRM हॉस्पिटल ले जाया गया और उसके बाद उसे ट्रामा सेंटर ले जाया गया जहां सुबह 7:15 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. ओेलिंपिक खेलों के पदक विजेता सुशील कुमार और एक अन्‍य अजय को इस मामले में अरेस्‍ट किया गया है.
सागर के शरीर पर कई जगह चोट के नीले निशान पड़े हुए थे. सर से लेकर घुटने तक चोट के निशान पाए गए . पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ है कि किसी ब्लंट-ऑब्जेक्ट से उस पर वार किया गया क्योंकि शरीर और 1 से 4 सेंटीमीटर के गहरे जख्म मौजूद थे. ये ज़ख्म इतने गहरे थे कि हड्डियों तक चोट पहुंची थी. छाती और पीठ पर 5×2 cm और पीठ पर 15x4 cm के ज़ख्म पाये गए. जहांगीरपुरी के BJRMH हॉस्पिटल के डॉक्टर मुनीश वधावन की रिपोर्ट के मुताबिक विसरा और ब्लड सैंपल जांच के लिए सीलबंद कर दिए गए हैं. मौत की वजह सिर पर किसी ब्लंट ऑब्जेक्ट से वार करने की वजह से मौत हुई. डॉक्टरों की राय है कि शरीर पर पाए गए सभी चोंट के निशान मौत से पहले के हैं.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ओलिंपिक पदक विजेता सुशील कुमार (38) और उनके सहयोगी अजय उर्फ सुनील (48) को मुंडका से गिरफ्तार किया गया था. सुशील पर पुलिस ने एक लाख रुपये जबकि उनके साथी अजय पर 50 हजार रुपये के इनाम रखा गया था.सुशील के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी हुआ था. रेसलर सुशील कुमार 4 मई के बाद से ही एक पहलवान की कथित हत्या के मामले में फरार चल रहे थे. आरोप है कि सुशील कुमार और कुछ अन्य पहलवानों द्वारा चार मई की रात को दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम कैंपस में की गई मारपीट में सागर की मौत हो गई थी.

नई दिल्ली /शौर्यपथ / कोरोना महामारी की दूसरी लहर में तेजी से फैले ब्लैक फंगस के मामले अब डराने लगे हैं. दिल्ली में कोरोना महामारी की रफ्तार धीमी पड़ी तो यहां ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमाइकोसिस के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. दिल्ली के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल दिल्ली के लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में इन दिनों कोरोना से ज्यादा ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती हो रहे हैं. 2000 बेड्स की क्षमता वाले लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में इन दिनों करीब 30 मरीज रोजाना भर्ती हो रहे हैं, जिनमें से 15 से 20 मामले ब्लैक फंगस के होते हैं और 10 से 12 मामले कोरोना के होते हैं.
बातचीत में अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया, ''ब्लैक फंगस के मामले बहुत तेजी से सामने आ रहे हैं. 3 से 4 दिन पहले हमारे अस्पताल में 13 ब्लैक फंगस के मरीज एडमिट थे, जबकि आज यह बढ़कर 64 हो चुके हैं. इतने मरीज तो कोरोना के एडमिट नहीं हो रहे जितने ब्लैक फंगस के एडमिट हो रहे हैं''
बीते सप्ताह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया था कि दिल्ली में ब्लैक फंगस के इलाज के लिए दिल्ली के लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में विशेष सेंटर बनाए जाएंगे. लोकनायक अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर ने बताया कि उन्होंने अपने अस्पताल में ब्लैक फंगस के इलाज के लिए 2 वार्ड बनाए थे, जिनमें 30-30 मरीजों की क्षमता थी, यह दोनों वार्ड अब भर चुके हैं और तीसरा तैयार हो रहा है.
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को जानकारी दी थी कि दिल्ली में इस समय 500 से ज्यादा ब्लैक फंगस के मामले सामने आ चुके हैं. जबकि शुक्रवार को भी जब मुख्यमंत्री से पूछा गया था तो उन्होंने बताया था कि करीब 200 ब्लैक फंगस के मामले सामने आए थे. लोकनायक अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर ने अपने अस्पताल में एडमिट हुए 64 ब्लैक फंगस के मरीजों का आकलन किया और बताया कि इन मरीजों में केवल दो ही लोकनायक में इलाज करवाने वाले मरीज थे जबकि बाकी सभी मरीज प्राइवेट अस्पतालों से आए हैं या NCR और अन्य जगहों से आए हैं.
मरीजों के ट्रेंड के बारे में डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि 61 मरीजों का आकलन किया गया. इनमें से 35 मरीजों को अनकंट्रोल्ड डायबिटीज है. इन 35 में से भी पांच वह लोग हैं जिनको पिछले एक हफ्ते में ही पता चला कि उनको डायबिटीज है. इसका कारण कोविड के ट्रीटमेंट में स्टेराइड लेना हो सकता है. ज्यादा स्टेराइड के बाद डायबिटीज की वजह से उनको ब्लैक फंगस ने चपेट में ले लिया.
यह भी देखने को मिला है कि नमी वाले इलाके में रहने वाले लोग इससे ज्यादा ग्रसित हो रहे हैं. जिन लोगों के घरों में सूरज की रोशनी नहीं आती और उन्होंने कोविड का इलाज होम आइसोलेशन में रहकर किया है, साथ ही गीले कपड़े और गंदे मास्क का इस्तेमाल किया है.. ऐसे में लोगों ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ जाता है. इसमें सावधानी बरतने की जरूरत होती है मास्क को लगातार 3-4 दिन तक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. मास्क धोने के बाद सूरज की रोशनी में सुखाना चाहिए. डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि ब्लैक फंगस के 4 मरीज ऐसे हैं जिन्होंने होम केयर में रहकर कोरोना का इलाज किया और स्टेरॉयड का भी इस्तेमाल किया है.

मनोरंजन / शौर्यपथ / पॉपुलर सिंगिंग रिएलिटी शो 'इंडियन आइडल 12' इन दिनों सुर्खियों में हैं। इस शो को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। अब शो के होस्ट और सिंगर आदित्य नारायण एक बार फिर शो के कंटेस्टेंट्स का बचाव करते हैरान करने वाला बयान दिया है। उन्होंने एक इंटव्यू में ट्रोलर्स पर भड़कते हुए कहा है कि अपनी बात को साबित करने की कोशिश करना आपकी अपनी बुद्धि और अनुभव का अपमान होता है।
कंटेस्टेंट शनमुख प्रिया का किया बचाव
दरअसल, इस वीकेंड एपिसोड में इस बार कुमार सानू, अनुराधा पौडवाल और रूप कुमार राठौर गेस्ट बनकर पहुंचे। इन मेहमानों के सामने कंटेस्टेंट शनमुख प्रिया कंटेस्टेंट आशीष कुलकर्णी के साथ कुमार सानू का फेमस गाना 'हमको सिर्फ तुमसे प्यार है' गाया जो दर्शकों को पसंद नहीं आया। सोशल मीडिया पर ट्रोल करते हुए शनमुख प्रिया को शो से बाहर निकालने की मांग होने लगी।
दुनिया की कड़वी सच्चाई के बारे में सीख रहे हैं
अब शनमुख का बचाव करते हुए आदित्य नारायण ने स्पॉटबॉय के साथ बातचीत करते हुए कहा कि, '' इंडियन आइडल 12' के कंटेस्टेंट्स सबसे अच्छे कलेक्शन में से एक हैं और यह अच्छा है कि वो इस शो में रहते हुए दुनिया की कड़वी सच्चाई के बारे में सीख रहे हैं।'' इंटरव्यू के दौरान वह ट्रोलर्स को जवाब देते हुए कहते हैं कि जो लोग मुझे ट्रोल कर रहे हैं और मुझे कोड़े मार रहे हैं, मैं उन्हें शष्टांग प्रणाम कर रहा हूं और यही प्रार्थना कर रहा हूं कि भगवान आपका भला करें।
बुद्धि और अनुभव का अपमान होता
वह आगे कहते हैं कि मैं उस चीता की तरह महसूस करता हूं जो यह साबित करने के लिए नहीं हिलेगा कि वह कुत्ते की दौड़ में सबसे तेज है। कभी-कभी अपनी बात को साबित करने की कोशिश करना आपकी अपनी बुद्धि और अनुभव का अपमान होता है। एक रियलिटी शो का बचाव करते हुए वह आगे कहते हैं कि मुझे ऐसा ही लगता है कि इंडियन आइडल 26 सप्ताह तक चलने वाला नंबर 1 रियलिटी शो है। क्या मुझे इसका बचाव करने की ज़रूरत है?
इन वजहों से खबरों में है यह शो
सुर्खियों में रहा अमित कुमार का बयान
इस शो लेकर बीते कुछ दिनों से विवाह हो रहा है। दर्शक शो का सोशल मीडिया पर बहिस्कार कर रहे हैं। क्योंकि हाल के वीकेंड एपिसोड किशोर कुमार को श्रद्धांजलि देने के लिए फिल्माया गया था, जिसमें स्पेशल गेस्ट के तौर पर किशोर के कुमार के बेटे अमित कुमार शामिल हुए। अमित कुमार शो में शामिल होने के बाद एक बयान में कहा कि मुझे कंटेस्टेंट्स की तारीफ करने के लिए पैसे दिये गये थे। इसके बाद उन्होंने शो के मेकर्स की आलोचना भी की।
सुर्खियों में रहा अभिजीत सावंत का बयान
अमित कुमार के हाल ही मे शो में इंडियन आइडल सीजन-1 के विजेता अभिजीत सावंत ने शो को लेकर कहा कि शो में टैलेंट से ज्यादा किसी और चीज को तवज्जो दी जाती। इतना ही नहीं अभिजीत ने शो के मेकर्स की पोल खोलते हुए कहा था, 'आजकल मेकर्स शो में आए टैलेंटेड कंटेस्टेंट्स को तवज्जो ने देकर उनकी गरीबी में दिलचस्पी दिखाते हैं। उन्हें ये जानने में ज्यादा रुचि है कि कंटेस्टेंट जूते पॉलिश कर पाता है या नहीं?'

 

खेल /शौर्यपथ /इस साल के अंत में भारत में आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप खेला जाना है। इस टूर्नामेंट से पहले इस बात को लेकर काफी चर्चा हो रही है कि क्या भारत की ओर से कप्तान विराट कोहली और उप-कप्तान रोहित शर्मा साथ में पारी का आगाज करेंगे। हाल में भारत और इंग्लैंड के बीच टी20 सीरीज खेली गई थी, जिसमें विराट कोहली ने खुद को बैटिंग ऑर्डर में प्रमोट करते हुए पारी का आगाज किया था। भारत ने सीरीज 3-2 से अपने नाम की थी। पारी का आगाज करते हुए विराट कोहली ने इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाए थे। विराट ने पांच मैचों में 147.13 के स्ट्राइक रेट और 115.50 के औसत से कुल 231 रन बनाए। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट ने इसको लेकर अपनी बात रखी है कि क्या टी20 वर्ल्ड कप में विराट को रोहित के साथ पारी का आगाज करना चाहिए।
विराट इसके अलावा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की अपनी फ्रेंचाइजी टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के लिए भी पारी का आगाज कर चुके हैं। सलमान बट से जब पूछा गया कि क्या विराट कोहली आने वाले टी20 वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा के साथ पारी का आगाज करते नजर आएंगे, तो उन्होंने कहा, 'यह देखना होगा और ऐसा हो सकता है। रोहित और विराट भारत के बेस्ट खिलाड़ी हैं। विराट अपनी फ्रेंचाइजी टीम आरसीबी के लिए भी पारी का आगाज कर चुके हैं। भारत के पास शिखर धवन के रूप में राइट और लेफ्ट हैंड कॉम्बिनेशन है और इसके अलावा केएल राहुल भी हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'उनके पास काफी सारे ऑप्शन्स हैं। आपके पास पृथ्वी शॉ हैं और भी ऐसे खिलाड़ी हैं, जो आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं। तो विराट के पास यह विकल्प रहेगा कि वह किस नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरते हैं। विराट और रोहित बेस्ट खिलाड़ी हैं और अगर दोनों को पूरे ओवर खेलने का मौका मिलता है तो भारत के लिए कोई भी टारगेट बड़ा नहीं होगा। अगर वह बैटिंग ऑर्डर में नीचे आते हैं, तो टीम को बैलेंस देना चाहेंगे। यह सब उनकी सोच पर निर्भर करेगा।'

 

मनोरंजन /शौर्यपथ / बॉलीवुड के जाने-माने फिल्ममेकर करण जौहर का आज (25 मई) बर्थडे है। करण की लाइफ से जुड़ी ज्यादातर बातें लोगों को पता हैं। काफी कुछ वह अपनी किताब 'द अनसूटेबल बॉय' में बता चुके हैं। करण सिंगल पेरेंट हैं। सरॉगसी से पिता बने हैं। उन्होंने शादी नहीं की है हालांकि वह कई बार बता चुके हैं कि बचपन में उनका दिल ट्विंकल खन्ना पर आ गया था। करण जौहर का नाम एक और सिलेब से जुड़ चुका है और वो हैं एकता कपूर। एक वक्त था जब दोनों की शादी की खबरें सुर्खियों में थीं।
दोनों सरॉगसी से बने पेरेंट्स
करण जौहर और एकता कपूर अपनी फील्ड में बेहद सक्सेसफुल हैं। दोनों के बीच कई ऐसी सिमलैरिटीज हैं, जिन्हें जानकर आपको हैरानी होगी। एकता भी सिंगल पेरेंट हैं। वह करण की तरह सरॉगसी से मां बनी हैं। करण के बच्चे यश और रूही हैं। वहीं एकता के बेटे का नाम रवी है।
पिता के नाम पर बेटे का नाम
बच्चों की सरॉगसी से लेकर उनके नाम रखने तक में भी एक चीज कॉमन है। एकता ने अपने पिता के नाम पर बेटे का नाम रखा है। वहीं करण ने भी अपने पिता यश जौहर के नाम पर बेटे का नाम यश रखा है। उनकी बेटी का नाम रूही है जो कि उनकी मां के नाम का उल्टा है। करण की मां का नाम हीरू है।
दोनों को 'क' अक्षर से लगाव
करण जौहर की फिल्मों का नाम ज्यादातर 'क' अक्षर से शुरू होता है। वहीं एकता कपूर अपने सीरियल्स के नाम भी 'क' अक्षर से रखने के लिए जानी जाती हैं। कम लोग जानते हैं कि एकता कपूर और करण जौहर दोनों जर्नलिस्ट बनना चाहते थे। करण जौहर और एकता कपूर के बीच इतनी चीजें कॉमन हैं कि कोई भी हैरान हो सकता है। यहां तक कि दोनों के डर भी एक जैसे हैं। करण और एकता दोनों को फ्लाइट से डर लगता है।
शादी की खबरों पर करण का रिऐक्शन
काफी समय पहले एकता कपूर और करण जौहर की शादी की खबरें आई थीं। इन खबरों पर करण ने कहा था कि एकता से शादी हुई तो उनकी मां बहुत खुश हो जाएंगी। करण ने इसके पीछे इंट्रेस्टिंग वजह बताई थी। उन्होंने कहा था, मेरी मां मेरी शादी से नहीं बल्कि इसलिए खुश होंगी क्योंकि सीरियल्स में क्या होने वाला है, ये उन्हें पहले से पता चल जाएगा।
एकता ने कहा था, प्रपोजल का है इंतजार
वहीं जब एकता से पूछा गया था कि क्या वह करण जौहर से शादी करने वाली हैं? इस पर उन्होंने मजाक में कहा था कि वह इंतजार कर रही हैं कि करण उन्हें प्रपोज करें। हालांकि करण ने एक इंटरव्यू के दौरान लोगों की मिसअंडरस्टैंडिंग क्लियर कर दी थी। उन्होंने बताया था कि उनकी और एकता की शादी की खबरें उतनी ही सही हैं जितना कि सलमान खान का वर्जिन होना।

शौर्यपथ /कोविड से निजात पाने के बाद कई लोगों के खून में गाढ़ापन की समस्या सामने आ रही है। इस आशंका की जांच के लिए डॉक्टर डी डायमर टेस्ट कराने की सलाह दे रहे हैं। साथ ही खून पतला करने की दवाएं भी दे रहे हैं। इन दवाओं के साथ हम कुछ आयुर्वेदिक तरीके से भी खून के गाढ़ेपन को कम कर सकते हैं। आइए जानते हैं क्या हैं ये आयुर्वेदिक तरीके
फाइबर युक्त भोजन
फाइबर युक्त भोजन खून को शुद्ध रखने के लिए एक कारगर तरीका है। हमें रोजाना इसका प्रयोग करना चाहिए। इससे हमारे शरीर की पाचन शक्ति तो अच्छी रहती ही है साथ ही खून भी साफ रहता है। गाजर, ब्रोकली, मूली, शलजम आदि को हमें अपने भोजन में नियमित रूप से शामिल करना चाहिए। हमें विटामिन सी युक्त फलों को भी ज्यादा से ज्यादा उपयोग में लाना चाहिए। यह खून में पैदा होने वाले थक्कों को रोकता है और खून को पतला बनाए रखता है। इसके अलावा साबुत अनाज, अलसी के बीज, जई, ओट्स और नट्स भी खून को पतला रखने में काफी मददगार हैं।
हल्दी, अदरक, लहसुन हैं कारगर
हल्दी में औषधीय गुण खूब होते हैं। इसमें कुरकुमिन नामक तत्व पाया जाता है जो खून के थक्कों को बनने से रोकने का काम करता है। इसके अलावा अदरक के सेवन से भी बहुत फायदा मिलता है। अदरक में शरीर की सूजन कम करके मांसपेशियों को आराम दिलाने का गुण होता है। इसी कारण अदरक को भी खून को पतला करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। दालचीनी में भी ये गुण होता है। अदरक और दालचीनी का सेवन एक साथ करने का सबसे अच्छा तरीका ये है कि आप उसे चाय में डाल लें। लहसुन भी खून को पतला करने में मदद करता है। आप चाहें तो सुबह के समय लहसुन की एक या दो कली कच्ची चबाकर खा जाएं। अगर ऐसे नहीं खा पा रहे हैं तो फिर खाने के साथ खा सकते हैं।
मछली भी उपयोगी
मछली में प्रचुर मात्रा में ओमेगा-3, फैटी एसिड और डीएचए पाया जाता है। जिसमें खून को पतला करने के साथ ही साफ रखने के गुण भी पाए जाते हैं। मछली के तेल का सेवन कैप्सूल के रूप में किया जाता है। इसलिए मछली का तेल भी खून को पतला करने में अपना योगदान करता है।
लौंग और मशरूम करे समाधान
लौंग में अत्यधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो रक्त में बनने वाले थक्कों को हटाने में मदद करता है। लौंग एस्प्रिन की तरह काम करती है। लौंग में मौजूद यूजीनोल नामक पदार्थ खून को पतला करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। कुकुरमुत्ता अर्थात काला मशरूम भी हमारे शरीर में खून को गाढ़ा होने से रोकता है। काले मशरूम में एपस्थित एडिनोसिन के साथ ही अन्य पदार्थ भी पाए जाते हैं जो खून को पतला करने का कार्य करते हैं। जिन्हें खून के गाढ़े होने की शिकायत रहती हैं उन्हें काले मशरूम का सेवन अवश्य करना चाहिए।
क्या है डी डायमर टेस्ट
ब्लड में माइक्रो क्लॉट्स से बनने वाला एक प्रोटीन होता है। जिसे फिबरिन डी जनरेशन प्रोडक्ट भी कहते हैं। यही डी डायमर है। यह शरीर के अंदर सामान्य ब्लड को थक्का बनाने की क्रिया का एक भाग होता है। शरीर में संक्रमण के कारण कई पैथोलॉजिकल कंडीशन में यह मात्रा बढ़ जाती है। ब्लड में इसी माइक्रो क्लॉट प्रोटीन की मात्रा मापने के लिए टेस्ट किया जाता है जिसे डी डायमर टेस्ट कहते हैं।
जहां तक ब्लड क्लॉटिंग की बात है तो इसका इलाज भी आयुर्वेद से संभव है। चिकित्सीय देखरेख में प्रतिदिन मृदु शोधन के साथ-साथ द्रच्छादि काढ़ा अन्य दवाओं के साथ लिया जा सकता है। आयुष मंत्रालय ने भी अभी हाल में आयुष 64 नाम से एक दवा जारी की है जो रक्त शुद्धि के लिए बहुत ही लाभप्रद है।

खाना खजाना /शौर्यपथ /शाम के समय अगर आपका मन भी कुछ चटपटा तीखा खाने का करता है लेकिन कोरोना की वजह से बाहर से कुछ भी मंगवाने से डर रहे हैं तो टेंशन छोड़ ट्राई कीजिए ये टेस्टी आटा मोमोज रेसिपी। आमतौर पर मोमोज मैदे से बनाए जाते हैं। लेकिन जरूरत से ज्यादा मैदे का सेवन आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में आटा मोमोज स्वाद के साथ सेहत बनाए रखने के लिए स्ट्रीट फूड का एक हेल्दी ऑप्शन है। आइए जानते हैं कैसे बनाए जाते हैं टेस्टी आटा मोमोज।
आटा मोमोज बनाने के लिए सामग्री--2 कप गेहूं का आटा
-2 टी स्पून तेल
-स्वादानुसार नमक
-पानी (गूंधने के लिए)
-2 टी स्पून तेल
-2 लहसुन , बारीक कटा हुआ
-1 प्याज, बारीक कटा हुआ
-2 कप बंद गोभी, गुच्छा
-1 गाजर, कद्दूकस
-1 टेबल स्पून सिरका
-1/2 टी स्पून काली मिर्च (कुटी हुई)
-1 टेबल स्पून सोया सॉस
-1 टेबल स्पून चिल्ली सॉस
आटा मोमोज बनाने की वि?धि-
सबसे पहले आटा गूंधकर उसे 30 मिनट के लिए एक बर्तन में अलग रख दें। अब एक कड़ाही में तेल गर्म करके उसमें लहसुन और प्याज डाल दें। अब कड़ाही में गाजर और बंद गोभी भी डालकर उन्हें हल्का भून लें। अब सिरका, सोया सॉस, चिली सॉस, काली मिर्च और नमक कड़ाही में डालकर सभी चीजों को अच्छी तरह मिला लें। आपकी मोमोज की स्टफिंग बनकर तैयार है।
अब गुंथे हुए आटे को एक मिनट के लिए दोबारा मल लें। अब मोमोज का बाहरी कवर बनाने के लिए आटे का छोटा सा टुकड़ा लेकर उसे पतला गोल बेल लें। इसकी गोलाई 4 से 5 इंच की होनी चाहिए। अब पहले से तैयार फिलिंग्स को इसके बीच में रखकर बंद कर दें। आटे को बंद करते हुए उसे मोमोज की शेप दें। 10 से 12 मिनट तक आटे को मोमोज को भांप में पकाएं। पकने पर आटे के मोमोज को गर्मागरम रेड चिली सॉस के साथ सर्व करें।

टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ / भागदौड़ भरी जिंदगी और खानपान की अनदेखी की वजह से आज लोगों के बीच मोटापा एक आम समस्या बन चुका है। अधिक मोटापा न सिर्फ व्यक्ति की पर्सनालिटी खराब करके उसके आत्मविश्वास को कम करता है बल्कि उसे कई गंभीर रोगों का शिकार भी बना देता है। अगर आप भी अपने बढ़ते मोटापे या वजन से परेशान हैं तो अपनी डेली रूटीन डाइट में थोड़ा सा बदलाव करके देखिए। अक्सर लोग नाश्ते या लंच में गेंहू के आटे से बनी रोटियों का सेवन करते हैं, लेकिन जो लोग वेट लॉस करना चाहते हैं उन्हें अपनी डाइट में गेंहू की जगह दूसरे अनाज के आटे से बनी रोटियों का सेवन करना चाहिए। आइए जानते हैं वेट लॉस की इच्छा रखने वाले लोगों को अपनी डाइट में शामिल करने चाहिए कौन से 5 आनाज के आटे की रोटियां।
ओट्स का आटा-
ओट्स का आटा कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होने के साथ शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करके दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। ओट्स के आटे से बनी रोटियों का सेवन करने से पेट लंबे समय तक भरा हुआ रहता है और व्यक्ति को बार-बार भूख नहीं लगती है। इससे वजन घटाने में आसानी होती है।
​रागी का आटा-
रागी शरीर को आयरन, कैल्शियम और फाइबर जैसे पोषक तत्व प्रदान करने के साथ व्यक्ति के बढ़े हुए वजन को घटाने के लिए भी एक बेहतरीन अनाज माना जाता है। रागी में मौजूद ट्राइफोटोफेन नाम का एमिनो एसिड भूख को कम कर वेटलॉस में मदद करता है। विटामिन-सी से भरपूर रागी आयरन और फाइबर का भी एक बेहतरीन स्रोत है जो डायजेशन में मदद करता है।
बाजरे का आटा-
बाजरे का आटा ग्लूटेन फ्री होने के साथ फाइबर,मैग्नीशियम और अन्य आवश्यक विटामिनों से भरपूर होता है। जो भूख को कंट्रोल करके व्यक्ति को अतिरिक्त कैलोरी नहीं लेने देता। जिसकी वजह से व्यक्ति को वजन घटाने में आसानी होती है।
​ज्वार का आटा-
बाजरे की ही तरह ज्वार का आटा भी ग्लूटेन फ्री होता है। इसमें मौजूद प्रोटीन, मिनरल्स और विटामिन न सिर्फ वेट लॉस करने में मदद करते हैं बल्कि डायबिटीज को भी कंट्रोल रखते हैं। ज्वार के आटे से बनी रोटियों का सेवन करने से यह व्यक्ति की भूख पर कंट्रोल कर उसे अनहेल्दी या जंक फूड खाने से बचाता है।
बादाम का आटा-
बादाम के आटे से बनी रोटियों को कीटो डाइट फॉलो करने वाले लोग भी अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। बादाम के आटे में फाइबर, कार्ब्स की मात्रा कम होती है, जबकि इसमें मौजूद हेल्दी फैट्स और प्रोटीन शरीर को पोषण देने के साथ व्यक्ति के पेट को देर तक भरा हुआ रखते हैं।

शौर्यपथ /साल का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई 2021, दिन बुधवार को लगेगा। जबकि साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021 को लगेगा। सूर्य ग्रहण की तरह ही चंद्र ग्रहण में भी सूतक काल का विचार किया जाता है। साल का दूसरा चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार दोपहर करीब 11.30 बजे लगेगा, जो कि शाम 05 बजकर 33 मिनट पर समाप्त होगा। यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण को अशुभ घटना के तौर पर देखा जाता है। इस दौरान शुभ व मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ आदि की भी मनाही होती है। ग्रहण काल में देवी-देवताओं की मूर्ति या प्रतिमा को स्पर्श नहीं किया जाता है। मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं।
कहां दिखेगा साल का दूसरा चंद्र ग्रहण-
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण भारत, अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में दिखाई पड़ेगा।
क्या होता है आंशिक चंद्र ग्रहण-
चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन होता है। जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है यानी सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में आ जाते हैं तो इस घटना को चंद्र ग्रहण कहते हैं। जब पूरा चंद्रमा पृथ्वी की छाया में होता है तब पूर्ण चंद्र ग्रहण होता है। जब चंद्रमा का केवल एक भाग पृथ्वी की छाया में आता है तो आंशिक चंद्र ग्रहण होता है।
चंद्र ग्रहण को लेकर प्रचलित पौराणिक कथा-
समुद्र मंथन के दौरान स्वर्भानु नामक एक दैत्य ने छल से अमृत पान करने की कोशिश की थी। तब चंद्रमा और सूर्य की इस पर नजर पड़ गई थी। इसके बाद दैत्य की हरकत के बारे में चंद्रमा और सूर्य ने भगवान विष्णु को जानकारी दे दी। भगवान विष्णु ने अपने सुर्दशन चक्र से इस दैत्य का सिर धड़ से अलग कर दिया। अमृत की कुछ बंदू गले से नीचे उतरने के कारण ये दो दैत्य बन गए और अमर हो गए।
सिर वाला हिस्सा राहु और धड़ केतु के नाम से जाना गया। माना जाता है कि राहु और केतु इसी बात का बदला लेने के लिए समय-समय पर चंद्रमा और सूर्य पर हमला करते हैं। जब ये दोनों क्रूर ग्रह चंद्रमा और सूर्य को जकड़ते लेते है तो ग्रहण लगता है और इस दौरान नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है और दोनों ही ग्रह कमजोर पड़ जाते हैं। इसलिए ग्रहण के दौरान शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है।

सेहत /शौर्यपथ /आज दुनियाभर में विश्‍व थाइरॉइड दिवस मनाया जा रहा है। यह खास दिन हर साल 25 मई को थायरॉयड रोग के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, थायरॉइड हार्मोन शरीर के अंगों के सामान्य कामकाज के लिए जरूरी होते हैं । थायरॉइड ग्रंथि के ज्यादा या कम मात्रा में हार्मोन बनाने पर थायरॉइड की समस्या उत्पन्न होती है। जिसकी वजह से शरीर की प्रत्येक कोशिका प्रभावित होने लगती है। थायरॉयड के प्रति बरती गई लापरवाही व्यक्ति के लिए खतरनाक भी हो सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं इस रोग से पीड़ित लोगों को अपनी सेहत बनाए रखने के लिए डाइट में शामिल करनी चाहिए कौन सी 5 चीजें।
केला-
केला एक सुपरफूड माना जाता है, जो पोटेशियम, विटामिन बी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। रोजाना एक केले का सेवन थायरॉयड की समस्या को दूर रखने में मदद कर सकता है।
अदरक-
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व, पोटेशियम और मैग्नीश्यिम पाए जाते हैं, जो थायरॉयड को न केवल नियंत्रित करते हैं, बल्कि इसके लेवल को संतुलित भी रखते हैं।
आयोडीन-
थायरॉयड को ठीक बनाए रखने के लिए आप समुद्री फिश का सहारा ले सकते हैं। डॉक्टर हमेशा से मरीजों को सी फिश खाने की सलाह देते हैं। इसमें आयोडीन की अधिकता होती है।
चने की दाल
चने की दाल में मौजूद प्रोटीन, आयरन, जिंक थायरॉयड को नियंत्रित करने का बहुत अच्छा साधन है। इसका सेवन आमतौर पर दक्षिण भारत, बिहार, छत्तीसगढ़ में रसम, दाल और सूप के रूप में किया जाता है।
केसर-
केसर को रात भर भिगोकर रख दें और सुबह उठने के बाद इसका सेवन करें। ऐसा करने से थायरॉयड की समस्या से काफी हद तक राहत मिलती है। अगर आप मासिक धर्म या पीएमएस की वजह से ऐंठन का अनुभव कर रहे हैं तो भी यह उपाय आपको राहत देगा। केसर का सेवन दूध के साथ करने से शरीर को कैल्शियम और प्रोटीन दोनों मिलते हैं।
थायराइड रोगी न खाएं ये चीजें-
-ब्रोकली और फूलगोभी जैसी सब्जियां।
-ब्रेड, पास्ता और चावल में पाया जाने वाला ग्लूटेन ।
-चॉकलेट चीजकेक जैसे शुगरी फूड्स।
-कैफीन।

हमारा शौर्य

हमारे बारे मे

whatsapp-image-2020-06-03-at-11.08.16-pm.jpeg
 
CHIEF EDITOR -  SHARAD PANSARI
CONTECT NO.  -  8962936808
EMAIL ID         -  shouryapath12@gmail.com
Address           -  SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)