October 24, 2025
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बस्तर

बस्तर (1049)

   बस्तर / शौर्यपथ /  उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को किया गया सम्मानित.आज जगदलपुर पुलिस को-आर्डिनेशन सेन्टर स्थित मावा-आलसना में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक झा, अति. पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा एवं नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार के द्वारा वार्ड पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक लिया गया। समीक्षा बैठक में वार्ड अधिकारियों को निगरानी एवं गुण्डा तत्व के व्यक्तियों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु निगरानी रखकर कार्यवाही करने, इसके अलावा शहर में शराब सेवन, नशाखोरी एवं मादक पदार्थो की परिवहन पर प्रभावी कार्यवाही एवं शहर के लोगों से समन्वय स्थापित कर पारदर्शिता पूर्ण कार्यवाही हेतु अवगत कराया गया है।
      साथ ही पुलिस अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्रों में अधिक से अधिक भ्रमण कर नागरिकों की समस्याओं को समाधान करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु निर्देश दिया गया है। साथ ही शहर में किरायादारों की जानकारी संग्रहित करने तथा वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण के संबंध में शासन द्वारा जारी गाईड लाईन को फील्ड में बेहतर तरीकें से लागू करने हेतु निर्देश दिया गया । बैठक में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 10 वार्ड पुलिस अधिकारियों जिनमें प्र0आर0 अभिलाषधर दीवान, उमेश चंदेल, आर0 रवि ठाकुर दिजेन्द्रमणी शुक्ला, अर्जुन गुप्ता, रवि सरदार, गायत्री तारम, भूपेन्द्र नेताम, प्रकाश नायक, सहायक आर0 प्रदीप पीटर को नगद राशि से पुरस्कृत किया गया है।

17 मई को दक्षिण बस्तर में हुई गोलीकांड की निष्पक्ष जांच हो--गोपाल राय
प्रदेश प्रभारी आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ एवं कैबिनेट मंत्री दिल्ली सरकार सुकमा व बीजापुर जिले के सरहद सिलेगर में ग्रामीणों पर गोलीबारी तीन किसानों की मौत की जांच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की निगरानी में हो--कोमल हुपेण्डी

बस्तर / शौर्यपथ / आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेण्डी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष जस्टिस प्रकाश चन्द्र पंत को पत्र लिखा है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी एवं दिल्ली के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने 17 मई को दक्षिण बस्तर में हुए गोलीकांड की निष्पक्ष जांच की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेण्डी ने सिलेगर मामले को आयोग की निगरानी में जांच कराने की मांग की है। दक्षिण बस्तर के सुकमा और बीजापुर जिले के सरहद सिलेगर में सीआरपीएफ कैम्प खोले जाने का तीन दिन से विरोध कर रहे हज़ारों ग्रामीणों की भीड़ पर 17 मई 2021 को पुलिस दुवारा अचानक गोली चलाई गई, आंसू गैस के गोले छोड़े गए , जिसमें तीन स्थानीय ग्रामीण आदिवासियों की मौत हो गई जो पेशे से किसान थे जबकि दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीण आदिवासी घायल हो गए है । पुलिस भी मान रही है- मारे गए तीनों आदिवासी , स्थानीय ग्रामीण हैं । ये नक्सली नहीं है ।
दक्षिण बस्तर वर्षों से इस समस्या से जूझ रहा है, लगातार वहां के खदानों के कॉर्पोरेट के हाथों में दिया जा रहा है, आदिवासियों की जमीन को उद्योग धंधे लगाने के नाम पर उनसे छीना जा रहा है और फिर जमीनों का आपस में बंदरबांट किया जा रहा है। कोमल हुपेण्डी ने कहा कि जब इस तरह के सीआरपीएफ कैम्प खुलते हैं तो ग्रामीण इसका विरोध करते हैं । ग्रामीण दक्षिण बस्तर के अंदर नक्सल से भी परेशान हैं । सीआरपीएफ कैम्प खुलते हैं, तो ग्रामीणों को नक्सल के नाम पर परेशान किया जाता है, इसलिए ग्रामीण इस तरह के कैम्प का विरोध करते हैं ।
सरकार तो खदानों को कॉरपोरेट को देने ,आदिवासियों की जमीन को उद्योग लगाने के नाम पर आपस में बंदरबांट करने में लगी है जिससे दक्षिण बस्तर के आदिवासी अपनी अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं । सरकार को जब भी नए सीआरपीएफ कैम्प लगाना होता है तो स्थानीय जनप्रतिनिधयों , पुलिस और ग्रामीणों के बीच संवाद होना चाहिए, जिससे एक विश्वास का माहौल बन सके , लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है, जिससे आम आदिवासी प्रताड़ित हो रहे हैं और उनको अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ रहा है । उन्होंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष से कहा है,कि इस देश में जब एक आम आदिवासी जो बेवजह पुलिस की गोलीबारी में मारा जाता है , वो नक्सली नहीं है , वो चाहता है- आप इसकी अपनी निगरानी में एक उच्चस्तरीय जांच करवाएं ताकि सच बाहर आये , उसके हिसाब से आप राज्य सरकार को निर्देशित करें।उनको आगे क्या करना है, जिससे दक्षिण बस्तर के आदिवासियों के इन समस्याओं का समाधान हो, नहीं तो इस केस में भी लीपापोती कर दी जाएगी और आम आदिवासी न्याय से महरूम हो जायेगा।

भूपेश सरकार को लोगों की जान की कोई परवाह नहीं- तरुणा साबे बेदरकर आम आदमी पार्टी जिला बस्तर अध्यक्ष तरुणा साबे बेदरकर प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि कोरोना वैक्सीन की किल्लत के मुद्दे के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से वैक्सीन की बर्बादी पर आई खबर ने आम जनता को भय व आतंकित कर दिया है। छत्तीसगढ़ में 30.2 फ़ीसदी डोज़ बर्बाद किए गए यानी हर तीसरे डोज़ बर्बाद किया गया जबकि वैक्सीन की बर्बादी का राष्ट्रीय अवसत 6.3 है। छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्र सरकार के आंकड़ों को भी फर्जी बता दिया है हैरानी इस बात से है कि इतना गंभीर मसला और स्वस्थ विभाग और सरकार दोनो ही सोये हुए है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वैक्सीन उचित मात्रा में राज्य को देने में आनाकानी बर्ती है , वहीं राज्य सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है, इसलिए कोरोना वैक्सीन बर्बाद हुई है। आम आदमी पार्टी राज्य शासन से पुनः अनुरोध करती है कि राज्य स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाते हुए टीकाकरण जल्द से जल्द कराने की व्यवस्था करें जिससे जनता को कोरोना से राहत मिल सके। केंद्र और राज्य सरकार कोरोना टीकाकरण को लेकर नूरा कुश्ती करती नजर आती है जनता की चिंता किए बगैर दोनों सरकारें आपस में आरोप-प्रत्यारोप कर समय व्यतीत कर रही हैं। प्रदेश की जनता कोरोना महामारी से लगातार जूझ रही है लेकिन पिछले 1 साल में ना केंद्र सरकार ने सुध ली और ना ही राज्य सरकार ने जनता को बेहतर टीकाकरण की व्यवस्था करवा कर राहत पहुंचाई है

कोविड 19 के गाइडलाइन व दिशा निर्देशों का पालन करते हुए बस्तर जिला कांग्रेस (कमेटी) शहर के द्वारा स्थानीय कांग्रेस भवन में स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर कांग्रेसियों ने उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण कर विनम्र श्रद्धांजलि दी जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इंसान के कार्य उसको कभी मरने नहीं देते इतिहास के पन्नों में दर्ज कई महानायक जो आज भी वह अपने काम की वजह से ही याद किए जाते हैं भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय में भी ऐसे कई लोग थे जो आज भी हमारी यादों में बसे हुए हैं आज हमारे स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरु जी की पुण्यतिथि है भारत के प्रथम प्रधानमंत्री और देश के अग्रणी स्वतंत्रता सेनानी पंडित नेहरू की जिंदगी पश्चिमी सभ्यता से जरूर प्रभावित थी पर साथ ही वह अपने देश से भी जुड़े हुए थे पंडित नेहरू कश्मीरी ब्राह्मण परिवार के थे जो अपने प्रशासनिक क्षमताओं तथा विद्वता के लिए विख्यात थे पंडित नेहरू की प्रारंभिक शिक्षा घर पर ही हुई 14 वर्ष की आयु में नेहरू ने अपने घर पर ही कई अंग्रेज अध्यापिकाओं और शिक्षकों से शिक्षा प्राप्त की उन्होंने राजनीति को अपना क्षेत्र चुना और गांधी जी ने उनकी क्षमताओं को समझा और उन्हें युवा कांग्रेसी कमान दे दी। महापौर सफिरा साहू ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू जी ने भी गांधीजी की राह पर चलते हुए नरमपंथी और सत्याग्रह जैसे हथियारों का प्रयोग करते हुए स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी जब भारत आजाद हुआ तो उन्हें स्वतंत्र भारत का पहला प्रधानमंत्री बनाया गया उन्होंने अपने राजनीतिक कैरियर में भारत को कई उपलब्धियां दिलाई कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कांग्रेसी सतपाल शर्मा ने किया। यह रहे मौजूद..... कौशल नागवंशी,योगेश पाणिग्राही,नरेंद्र तिवारी, रणजीत बक्शी,राधा बाई, महेश ठाकुर,रतन कश्यप सहित अन्य कांग्रेसजन उपस्थित थे।

नारायपुर। सुरक्षा बलों लगातार नक्सल विरोधी अभियान चला रहा है। इसी तारतम्य में बुधवार को प्रातः कैम्प कड़ेमेटा से डीआरजी की पुलिस पार्टी एम्बुशिंग पर ग्राम बेचा की ओर रवाना हुई थी। एरिया डाॅमिनेशन करते हुए पार्टी वापस आ रही थी कि बेचा मोड़ (कैम्प कड़ेमेटा से करीबन 1 किमी, थाना छोटेडोंगर क्षेत्र) के पास रोड से करीबन 10 मीटर अंदर जंगल में 1 प्रेशर कुकर आईईडी (करीबन 5 किग्रा) बरामद किया। इसे बीडीएस टीम नारायणपुर मौके पर विस्फोट कर नष्ट किया। इसी तरह कैम्प कड़ेनार से जिला बल एवं आईटीबीपी की संयुक्त पुलिस पार्टी आरओपी ड्यूटी पर बुरगुम की ओर रवाना की गई थी। रोड ओपनिंग पार्टी ने ग्राम चिकपाल (थाना छोटेडोंगर क्षेत्र) के पास रोड से करीबन 40 मीटर अंदर जंगल में 2 प्रेशर कुकर आईईडी (करीबन 3-3 किग्रा) बरामद किया। इसे भी बीडीएस टीम नष्ट किया।

छत्तीसगढ़ जगदलपुर बस्तर में आज भी ऐसे लोग जिंदा हैं जिनकी ईमानदारी के लोग गुण गाते हैं ऐसा ही मामला आज जगदलपुर में देखने को मिला जहां एक ऑटो चालक ने ऑटो में छुटा मोबाइल को कोतवाली लाकर जमा कराया ऑटो चालक मुकेश शर्मा ने जगदलपुर - सिटी कोतवाली एमन साहू को मोबाइल लौटया ,TI कोतवाली एमन साहू ने भी इस ईमानदारी को देखते हुए ऑटो चालक को कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए मास्क और सैनिटाइजर देकर सम्मानित किया वहीं जिन महिलाओं का मोबाइल ऑटो में छूटा था वह थाने पहुंची उससे पहले ही उनका मोबाइल ऑटो चालक ने TI एमन साहू को लाकर सौप दिया था मोबाईल के बारे में पतासाजी कर जानकारी लेने के बाद TI एमन साहू ने महिला जमुना सुलेमान को और उनकी बेटी को उनका गुम हुआ मोबाइल तुरंत ही लौटा दिया ऑटो वाले की ईमानदारी और बस्तर कोतवाली पुलिस की पहल से महिला को गुम हुआ मोबाइल मिला , मोबाइल मिलते ही महिला रोने लगी ऑटो वाले को बहुत-बहुत धन्यवाद किया और जो भी कठिनाई होगी उनका साथ हमेशा देने का वादा भी किया वहीं ऑटो वाले ने बताया कि मैं 2 महिलाओं को मेन रोड से शांति नगर छोड़ने गया था लगभग 1 घंटे बाद मेरी नजर सीट पर पड़ी तो देखा 1 एक मोबाइल था जिसे मैंने लाकर जगदलपुर TI एमन साहू जी को लाकर दिया ,उन्होंने मेरा सम्मान किया बहुत अच्छा लगा सभी से मैं यह कहूंगा कि ईमानदारी रहेगी तभी देश आगे बढ़ेगा वही महिला ने ऑटो चालक और बस्तर पुलिस अधीक्षक दीपक झा और सिटी कोतवाली एमन साहू का तहे दिल से धन्यवाद भी किया है।

देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर मार्च-अप्रैल में चरम सीमा में थी,कोरोना महामारी के दौरान मोदी सरकार की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी थी...लेकिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी के इस विषम परिस्थितियों में बेहत्तर प्रबंधन से छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य व्यवस्था बेहत्तर स्थिति में छत्तीसगढ़ एवं बस्तर संभाग के जिले जगदलपुर,कोंडागांव,नारायणपुर, दंतेवाडा,सुकमा व बीजापुर भी कोरोना से अछूते नही रहे है। इस भयावह परिस्थितियों को देखते हुये हमने कोरोना वालिंटियरों की टीम गठित करने का निर्णय लिया। जिसमें लोगो को 24 घंटे बैड,ऑक्सीजन,दवा, एंबुलेंस वाहन एवं अन्य चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराने हेतु स्वयं एवं टीम के सदस्यों के निजी मोबाईल नम्बरों को सोशल मिडिया,वाट्सअप,फेसबुक आदि के माध्यम से सार्वजनिक किया गया। और इसके साथ ही लॉकडाउन में मरीजों के परिजनों को अधिक सरलता से सहायता उपलब्ध कराने डिमरापाल मेडिकल के सामने अस्थायी कार्यालय“सांसद कोविड जन सहायता केन्द्र"के नाम से दिनांक 26/04/2021को शुरू किया गया। कोरोना महामारी के संकट काल में कोविड पाजीटीव व अन्य मरीजों के परिजनों तथा चिकित्सको के मध्य संवाद नहीं हो पाने से परिजनों को मरीजों की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।हमारे उक्त केन्द्र के द्वारा चिकित्सको से संवाद करते हुये परिजनों के साथ समन्वय बनाते हुये सेतु के रूप में कार्य किया जिससे कोरोना के मरीजों एवं परिजनों को कोरोना से जंग जीतने में मनोबल बढ़ाने का काम किया प्रदेश एवं जिलों में कम होते कोरोना संक्रमण दरों एवं अनलॉक की स्थिति को देखते हुये "सांसद कोविड जन सहायता केन्द्र" को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिये.....लेकिन हम यही रूकेगें नही, हर जरूरतमंदों को निरंतर मदद करने का कार्य जारी रहेगा। स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर जिला स्तरीय समीक्षा बैठक बस्तर जिले में संचालित मेडिकल कॉलेज डिमरापाल, महारानी जिला पाताळ एवं निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट तैयारियों वेंटिलेटर बेड,ऑक्सीजन एवं रेमडिसीवर दवा टेस्टिंग कार्य,सी.टी.स्कैन व अन्य उपकरणों की स्थिति एवं सामान्य वार्ड में सुविधाओं के साथ ही मानव संसाधनों को बढ़ाने आदि विषयों पर सासंद बस्तर के नेतृत्व में समस्त विधायकों एवं जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य अमला के साथ दिनांक 29/04/2021 को मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में समीक्षा बैठक की एवं छोटे-छोटे समस्याओं का निराकरण करते हुये छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री मान0 श्री भूपेश बघेल जी के निर्देशानुसार DMFT मद से आवश्यक राशि उपलब्ध कराते हुये किसी प्रकार पैसे की कमी नही होने का स्वास्थ्य प्रबंधन को भरोसा दिलायें। " सांसद कोविड जनसहायता केन्द्र " कोरोना महामारी के संकट काल में "सांसद कोविड जनसहायता केन्द्र " की शुरूआत दिनांक 26/04/2021 से लेकर 26/05/2021 तक लगभग 30 दिनों में कुल 300 से अधिक मरीजों को राहत पहुंचाने की प्रयास किये हैं। जिसमें प्रमुख रूप से अस्पताल से संबधित समस्या, निःशुल्क एंबुलेंस,शव वाहन व्यवस्था ,ब्लड़ व्यवस्था आर्थिक,सहायता तथा अन्य व्यवस्थायें शामिल है। उक्त कार्यों के साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों से फोन के माध्यम से सूचना मिलने पर सहायता पहुंचाने का कार्य भी किये। जैसे:बिलासपुर के गुजरात में फंसे परिवार को वापस लाने में मदद ,बिलाईगढ के बच्चों को मदद जिनके माता-पिता कोरोना से जंग हार गये, बस्तर क्षेत्र के 25 नर्सिंग छात्राओं परिवार को उडीसा अस्पताल में आर्थिक सहायता,कुरूद में को राजनांदगांव से घर वापसी जगदलपुर लाने में मदद किये। इसके अलावा रायपुर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य भी किया गया निःशुल्क एंबुलेंस व वाहन उपलब्ध कराना जिला प्रशासन के द्वारा बस्तर को संपूर्ण कंटेनमेंट जोन घोषित होने के कारण आवागमन बंद होने से अस्पताल से डिस्चार्ज हुये बस्तर,दंतेवाडा,सुकमा,कोंडागांव व अन्य जिले के कोविड व सामान्य मरीजों एवं उनके परिजनों को घर वापसी में हो रही असुविधाओं को देखते हुये " सांसद कोविड जनसहायता केन्द्र " में निःशुल्क वाहन व्यवस्था की गई,जो कि प्रतिदिन 130 किमी से अधिक औसत से लगभग 30 दिनों में कुल 3,900 किमी से अधिक दूरी तक चली हैं। बस्तर सांसद के टीम की सराहनीय भूमिकाः- जनता के सुख-दुख में काम आना सभी जनप्रतिनिधियों का प्रथम कर्तव्य होता है,कोरोना के इस संकट काल में एक जनप्रतिनिधि होने के नाते लोगो को ज्यादा से ज्यादा राहत पहुंचाने के उद्देश्य से हमने 50 से अधिक वालिटियर्स की टीम गठित किये,जो 26/04/2021 से प्रतिदिन सुबह 10 बजे से रात्रि 10 बजे तक 12 घंटे के हिसाब से लगातार 30 दिनों तक कुल 360 घंटे तक कोविड सेंटर में उपस्थित होकर राहत पहुंचाने का कार्य करते मुख्य वालिटियर्स-: मलकीत सिंह गैदू,सुशील मौर्य,श्रीमती कमल झज्ज, सहदेव नाग,अनुराग महतो,सौरभ तिवारी सहायक वालिटियर्स-: महादेव नाग,केदार ढेक,आशीष मिश्रा,दुर्गेश राय,शेख जाहिद हुसैन,शाहनवाज खान,रोजविन दास,मनोज यादव,श्रीमती अनिता पोयाम,आदित्य बिसेन,हकीम खान,अंकित सिंह,सामेल नाग,माज लिल्लाह, फैसल नवी,लोकेश दुबे, पंकज केंवट,धवज जैन,लाला कर्मा,महेन्द्र बघेल,अभिषेक डेविड,कृष्णा कश्यप,संतोष कश्यप,संस्कार श्रीवास्तव,भंवर,सदन कश्यप,सुरेन्द्र बघेल,राम दुग्गे,नुरेंद्र अयाज खान,अक्षय अग्रवाल,मुन्ना बघेल,जयमन मौर्य,राजेन्द्र बघेल,मोती राजे त्रिपाठी रेहान खान,शादाब अहमद, बस्तर के सभी विधायकगण,महापौर जगदलपुर,जिला कांग्रेस अध्यक्ष(ग्रामीण) नगर निगम सभापति, जनपद अध्यक्ष, पार्षदगण, जनपद सदस्यगण व सरपंचगण एवं जिला महिला कांग्रेस,यूथ कांग्रेस एवं एन.एस.यू.वाई व समस्त कार्यकर्तागण जिन्होने "सांसद कोविड जनसहायता केन्द्र "में उपस्थित होकर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप में अपना बहुमूल्य समय एवं योगदान देकर जनसेवा में सहभागीता निभाई। विशेष आभार ;-अस्पतालों के चिकित्सको, स्वास्थ्य कर्मचारी,जो कोरोना काल में अपने दायित्वो के साथ'सांसद कोविड जनसहायता केन्द्र'को सहयोग प्रदाय करने के लिए विशेष आभार!साथ ही सहयोग व कवरेज करने के लिए समस्त सोशल मिडिया,प्रिंट मिडिया,इलेक्ट्रानिक मिडिया तथा वेब पोर्टल के साथियों का भी दिल से आभार! विनम्र श्रद्वांजलि :-इस कोरोना काल में कई लोगो ने अपनों को खोया है। बडे किलेपाल की घटना जैसे कई हृदय विदारक घटनायें भी सामने आई है। हम उन सभी शोकाकुल परिवार जिन्होने अपने बच्चों,युवा व बडे-बुजुर्गो को खोया है। उनके प्रति संवेदना व्यक्त करते हुये मृत आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना करते हुये विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते है।

* फ़ोर्स कैंप हटाने को सिलगेर ग्रामीण कर रहे हैं पिछले 16 दिनों से आंदोलन व 16 दिनों में 5 बार हुवा गंभीर लाठीचार्ज एवं एक बार स्तेमाल हुवा आशु का गोला गंभीर सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण आखिर कौन जवाबदार जवाब दें सरकार - जनता कांग्रेस
* फ़ोर्स द्वारा बैगेर बातचीत कर सीधे गोली चलाना 5 से 6 बार गंभीर लाठीचार्ज करना, ग्रामीणों की पट्टे की जमीन पे कब्ज़ा कर कैंप लगाना सवाल करने पर गुंडा गर्दी दिखाना कहा कानून इसकी इजाजत देती हैं जवाब दें राज्य सरकार - जनता कांग्रेस

जगदलपुर / शौर्यपथ / मांमले में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के बस्तर कोर कमेटी अध्यक्ष टंकेश्वर भारद्वाज एवं संभागीय सयुंक्त महासचिव नरेंद्र भवानी ने मामले में जानकारी देते हुए एवं राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की आज दिनांक 26/05/2021 मई दिन बुधवार को पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अमित जोगी के आदेशानुसार ब्लाक उसूर के ग्राम सिरगेल में कैंप हटाने को लेके ग्रामीणों का आंदोलन चल रहा हैं, जिसके कारण फ़ोर्स द्वारा 17 मई को आंदोलन कारी ग्रामीणों पे सीधे गोली दाग दी थी, जिसके बाद 3 ग्रामीणों की मृत्यु हो गई जिसका जानकारी प्राप्त होने के बाद से ही घटना की जानकारी लेने हेतु पार्टी द्वारा जांच समिति समूह बनाया गया था लेकिन पिछले तीन दिनों तक प्रयास करने के बाद भी घटना स्थल जाने से रोका जा रहा था लेकिन आज 26 मई को हमारी जांच दल का समूह बड़ी कठिनाइयों के साथ घटना स्थल आखिरकार पहुँच गए और हजारो की संख्या में ग्रामीणों से हुई मुलाक़ात लगभग एक घंटा के बातचीत के बाद हुवा यह सब मामले में हुवा खुलासा !
सबसे पहले तो जो ग्रामीणों की गोली लगने से हुई हैं मृत्यु वें हैं वास्तव में ग्रामीण लेकिन बस्तर आई जी आंदोलन में उपस्थित आंदोलनकारी ग्रामीणों एवं घायल हुए ग्रामीणों और मृत हुए ग्रामीणों को लेकर कहते हैं की सभी हैं नकसली आखिर क्यूँ दोषियों को बचाने में तुले हैं प्रशासन समझ से परे ! अगर मरने वाले नक्सली थे तो हजारो की भीड़ में सिर्फ उन तीनो को ही गोली कैसे लगी बताये बस्तर आई जी आखिर सुरक्षा बल के जवान जो घटना में उपस्थित थे उन्हें फायरिंग करने किसने बोला, जबकि मौके में जांच उपरान्त ग्रामीणों का कहना हैं की हम नारे बाजी एवं शान्ति के साथ आंदोलन कर रहे थे अचानक फायरिंग कैसे हुवा समझ में नहीं आया बावजूद जिम्मेदार पद में बैठ सभी निर्दोष ग्रामीणों को नक्सली कहना बस्तर आई जी को शोभा नहीं देता !
अगर मृत 3 निर्दोष ग्रामीण बस्तर आई जी के कहे अनुसार नक्सली थे तो क्यूँ प्रशासन तीनो के अंतिम संस्कार हेतु 10 हजार की राशि ग्रामीणों को देने गए आखिर नक्सलियों से ऐसा प्यार कब से, अगर वाहा उपस्थित सभी ग्रामीण जो आंदोलन कर रहे हैं, एवं घायल हुए हैं, और जान भी दिए हैं ऐसे सभी लोग नक्सली हैं तो वाहा वास्तव में ग्रामीण कहा हैं !


मामले में ज्यादा जानकारी देते हुए ग्रामीणों ने बताया की
(1)= 11 मई रात 3 बजे ग्राम पंचायत सिलगेर में तीन परिवारों का लगभग 25 - 30 एकड़ जमीन पर जबरन फ़ोर्स ने रातो रात कब्ज़ा कर लिया, वहीं जब दूसरे दिन 12 मई को लगभग 25 - 30 ग्रामीण कब्ज़ा किये गए स्थल में पहुंचे और पूछे की गांव की पट्टे का जमीन पे कब्ज़ा क्यूँ किया जा रहा हैं का बात कहा गया तो पहला मार पित उसी दिन हुवा जहां सुरक्षा बलो द्वारा जबरन ताबड़तोड़ लाठी चार्ज कर गंभीर चोटें ग्रामीणों को दे दिए अगर यह ग्रामीण नक्सली हैं तो सुरक्षा बलो के पास आखिर क्यूँ जाते !
(2) = 13 मई को दोबारा ग्रामीणों द्वारा इस घटना का विरोध करते हुए लगभग 1 हजार से ज्यादा की संख्या में सिरगेल गांव कैंप से दूर इकठे हुए और पहले दिन के मारपीट एवं कब्ज़ा किया पट्टे की जमीन जैसे मामले में आंदोलन किया जा रहा था लेकिन फिर सुरक्षाबलों द्वारा जबरन ग्रामीणों के ऊपर गंभीर चोट पहुंचाने के उद्देशय से लाठी चार्ज किया गया एवं आंसू गैस तक का भी ईस्तमाल किया जो बेहद निराशाजनक बात हैं की किस कदर से हमारे ग्रामीण आदिवासी भाई बहनो पे ऐसा अत्याचार किया जा रहा हैं और स्थानीय कांग्रेस के विधायक हैं शांत पूरा राज्य कांग्रेस का सरकार हैं शांत आखिर क्यूँ निर्दोष आदिवासियों को सुरक्षा बलो के हाथो मरने छोड़ दिया गया हैं जवाब दें जिम्मेदार
(3) = 14 मई को फिर से यह आंदोलन बड़ा रूप लिया और आंदोलन करने धरना में बैठे और दोबारा सुरक्षा बलो द्वारा गंभीर रूप से मारपीट किया गया कई सैकड़ो लोग घायल हुए जबकि कई लोग अपने गांव के घरो में अपन इलाज कर रहे हैं
(4) = 17 मई को दोबारा लगभग 5000 से 7000 हजार की भीड़ ने आंदोलन करते हुए कैंप पास मोर्चा खोल दिया आखिर जब सुरक्षा बल लगातार 12 मई से 17 मई तक मारपीट करते रहेंगे तो क्या ग्रामीण शांत रहेंगे और इसी वजह से 17 मई को हजारो के संख्या में फिर से भीड़ एकत्रित हुई लेकिन सविंधान के तहत वें अपनी मांगे रख रहे थे बावजूद अचानक से पहले हवाई फायरिंग हुई और फिर निचे खड़े सुरक्षा बल द्वारा सीधे गोली दाग दी गई और घटना स्थल में ही 3 ग्रामीणों की मृत्यु हो गई वहीं सभी तरफ अचानक भगदड़ मच गया और भीड़ में शामिल एक गर्भवती महिला भी उपस्थित थी उसे भी भीड़ के भगदड़ का शिकार होना पड़ा और तभी वें अपना इलाज घर पे ही कर रहे थे और कल 25 मई को वह महिला का भी मृत्यु हो गया आखिर ऐसा अत्याचार निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों के साथ क्यूँ जवाब दें राज्य सरकार ! और इन ग्रामीणों को नक्सली कहना सरकार का कायराना शब्द हैं जो अपनी गलती छुपाने के लिए सभी निर्दोष ग्रामीणों को नकसली बोल रहे हैं जबकि हैं पूरा मामला उल्टा हुई हैं घटना जांच होना ही चाहिए !
(5) = 17 मई की घटना के बाद भगदड़ में लगभग 6 लोग हुए थे लापता जिसके कुछ दिन बाद ग्रामीणों को पता चला की यह सभी 6 लोग जेल में हैं और लगभग 7 दिन जेल में रहने के बाद पट्टे से एस.डी.एम.कोर्ट से जमानत लेके सभी 6 ग्रामीणों को वापस गांव लाया गया आखिर क्यूँ इन 6 ग्रामीणों ले ऊपर मामला बनाके जेल भेजा गया जवाब दें राज्य सरकार ! वहीं लाठी चार्ज के दवरान पुरूष सुरक्षा बल महिलाओ को भी लाठियों से गंभीर चोटें पहुंचाते हुए मारे जो गैर सवैधानिक हैं,


       मामले राज्य सरकार के बस्तर आई जी का शर्मनाक बयान की सभी ग्रामीण नक्सली हैं, मरे हुए ग्रामीण नक्सली हैं उपस्थित ग्रामीण नक्सली हैं जैसा शब्द कहना बेहद निराशाजनक हैं इसका जांच होना चाहिए नहीं तो अंदुरुनी इलाके के आदिवासी भाई बहनो को नक्सली बता गुलामी का जीवन जीने मजबूर कर देंगे राज्य सरकार आखिर स्वतंत्र राष्ट्रीय में स्वतन्त्रता से जीवन जीने का हैं अधिकार ग्रामीणों को भी ! आगामी दिनों में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी इस लाखो ग्रामीणों का मांग अगर पूरा नहीं होता हम स्वयं उस आंदोलन में समर्थन देके आंदोलन में बैठेंगे और न्याय की लड़ाई लड़ेंगे !
घटना स्थल के जांच दल में शामिल बस्तर कोर कमेटी अध्यक्ष टंकेश्वर भारद्वाज जी, संभाग सयुंक्त महासचिव नरेंद्र भवानी, अजित जोगी युवा मोर्चा संभागीय अध्यक्ष संतोष सिंह , दंतेवाड़ा जिलाध्यक्ष सुजीत कर्मा, ग्राम पंचायत पदेडा सरपंच गुड्डू एवं अन्य मौजूद रहे !

जगदलपुर / शौर्यपथ / मामले में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के अजित जोगी युवा मोर्चा के संभागीय अध्यक्ष श्री संतोष सिंह ने बयान जारी करते हुए काहा की कांग्रेस सरकार युवाओ से किये वादे और अपनी नाकामी छुपाने संस्थाओं के नाम बदल रही कांग्रेस की भुपेश सरकार
बस्तर विश्विद्यालय का नाम बदलकर भुपेश सरकार स्व महेंद्र कर्मा के शहादत का कही ना कही अपमान कर रही है। हमारा विरोध बिलकुल भी स्व शहीद महेंद्र कर्मा जी के नाम का नहीं हैं बल्कि वें हमारे सम्मानीय रहे हैं लेकिन बस्तर की पहचान जो बस्तर विश्विधालय के नाम से पूरी दुनिया जानती हैं उसका नाम बदलना कही से भी ठीक कदम नहीं सरकार का, यदि सरकार शहीदों के नाम पर कुछ अच्छा करना चाहती हैं तो जनहित की योजनाएं बनाकर उनके नाम करें और बस्तर में नए उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थान खोलकर उनके नाम पर रखे लेकिन अपने चुनावी वादे और नाकामियों को छुपाने के प्रयास से बस्तर विश्विद्यालय का नाम बदल रही है कांग्रेस सरकार इससे शहीदों का सम्मान नही अपमान होगा।
अजित जोगी युवा मोर्चा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी कांग्रेस सरकार को नसीयत देते हुए निवेदन करता हैं कम से कम बस्तर पहचान को समाप्त करने का ना सोचे यह सही कदम नहीं, इसका निर्णय बदला जाए नहीं तो आगामी दिनों में विद्यार्थियों के साथ हस्ताक्षर अभियान चला करूँगा उग्रआन्दोलन जिसका सम्पूर्ण जवाबदारी कांग्रेस सरकार जिला प्रशासन होगा

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