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रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कठपुतली कला मंच की संस्थापिका श्रीमती नीलिमा मोइत्रा के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री बघेल ने अपने शोक संदेश में कहा है कि छत्तीसगढ़ में कठपुतली कला की सूत्रधार रहीं श्रीमती नीलिमा मोइत्रा का निधन एक अध्याय के समाप्त होने जैसा है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। मुख्यमंत्री ने श्रीमती नीलिमा मोइत्रा के शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है।
नगरी के पेंशनर भवन में आयोजित भारतीय जनता पार्टी की बैठक में धमतरी जिले के जिला संगठन प्रभारी नीलू शर्मा ने कार्यकताओं को संबोधित करते हुये कहां कि भारतीय जनता पार्टी सभी वर्गों के उन्नति के लिए कार्य करने के लिए संकल्पित है । 15 वर्ष के शासनकाल में भाजपा सरकार डॉ रमन सिंह के नेतृत्व में सुदूर वनांचल से लेकर शहरी क्षेत्र, चाहे गांव ,गरीब, किसान के उन्नती ,पेयजल, उद्योग, कृषि स्वास्थ्य के विकास के लिए कार्य किया।
कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव में लोकलुभावन वादे कर,
सत्ता हासिल करने में सफल रही, पर अब तक वादे पूरा नहीं कर पाई ।
चाहे वह कृषि क्षेत्र में हो ₹2500 में धान खरीदी ,बेरोजगारी भत्ता, महिला स्वा सहायता समूह के लोन माफी जैसे तमाम घोषणाए पूरा करने में असमर्थ रही।
कांग्रेस एवं कुछ अन्य पार्टियां , मोदी विरोध के नाम पर किसानों को भड़का रहे है। देश विरोधी तत्वों की सहायता से देश में अराजकता फैलाने का प्रयास कर रही है।
पर मोदी सरकार उनके इरादों को सफल होने नहीं देगी।
उन्होंने कहा बूथ स्तर के कार्यकर्ता हो,चाहे, जिला स्तर का भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है ।संगठन से सत्ता हासिल कर सकतें है, पर सत्ता से संगठन नहीं ।
बैठक में जिला संगठन प्रभारी *मा. नीलू शर्मा जी* के अलावा धमतरी जिला अध्यक्ष शशि पवार
पूर्व विधायक श्रीमती पिंकी शिवराज शाह ,पूर्व विधायक श्रवण मरकाम ,जिला महामंत्री कविंद्र जैन ,जिला महामंत्री प्रकाश बैस जी, जिला उपाध्यक्ष नागेन्द्र शुक्ला, जनपद अध्यक्ष श्रीमती दिनेशवरी नेताम, नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आराधना शुक्ला, नगरी मंडल के अध्यक्ष मोहन नाहटा व बडी संख्या में भाजपा पदाधिकारीगण व कार्यकर्ता उपस्थित थे
वन मंत्री ने अरण्य भवन में वनोत्पाद आउटलेट का किया शुभारंभ
रायपुर / शौर्यपथ / वन मंत्री अकबर ने नवा रायपुर अटल नगर स्थित अरण्य भवन में वन प्रबंधक समितियों द्वारा वनोपज से निर्मित उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने एवं व्यापक प्रचार-प्रसार से लिए ऑउटलेट का भी शुभारंभ किया। इस आउटलेट के माध्यम से न केवल वनोपज से निर्मित उत्पादों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा, बल्कि यहां बिक्री की भी व्यवस्था होगी। वन मंत्री ने आउटलेट का शुभारंभ करते हुए कहा कि इस आउटलेट में रखे गए सभी उत्पाद प्राकृतिक शुद्धता के साथ नैसर्गिक गुणों से भरपूर है, जो लोगों के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से फायदेमंद है।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि हरियाली से स्थानीय लोगों को रोजगार देने के साथ-साथ वन प्रबंधन समितियों द्वारा वनोपज से नवनिर्मित उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए पारिस्थितिकीय सेवा परियोजना के तहत वनोत्पादों को बाजार से जोड़ने के लिए ऑउटलेट विकसित किया जा रहा है। इस ऑउटलेट में वन प्रबंधन समितियों से निर्मित समाग्रियों का विपणन छत्तीसगढ़ हर्बल के बैनर तले किया जा रहा है। लगभग 120 प्रकार के वन उत्पाद, प्रसंस्कृत उत्पाद उपलब्ध है। इनमें प्रमुख रूप से मरवाही की सीताफल आईस्क्रीम, कटघोरा का जैविक चावल, कवर्धा का ऑर्गेनिक गुड, बलरामपुर का मुनगा पावडर, कोटबाहल की रबड़ी सहित विभिन्न प्रकार के दुग्ध उत्पाद, धमतरी का मुसली लड्डू, बज्रदंती हर्बल दंत चूर्ण, बस्तर का काजू ईमली, बस्तर लड्डू, बलौदाबाजार का लेमन ग्रास आयल और बालोद का एलोविरा साबून सहित दानकुण्डी मरवाही के लाख की चुड़ी व अबरबत्ती तथा गोबर धूप कण्डा सहित अनेक प्रकार के उत्पाद लोगों के लिए उपलब्ध है।
आउटलेट के शुभारंभ अवसर पर संसदीय सचिव शिशुपाल सौरी, प्रबंध संचालक (तेन्दूपत्ता) संजय शुक्ला, पीसीसीएफ (वन्यप्राणी) पी. व्ही. नरसिंग राव, प्रबंध संचालक (वन विकास निगम) पी. सी. पाण्डे, संयुक्त वन प्रबंधन शाखा के के. मुरगन सहित अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
आयोग की सुनवाई में अनुपस्थिति पड़ेगी भारी, पुलिस के माध्यम से होंगे पेश
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने आज विभिन्न जिलों की महिलाओं द्वारा दिए गए आवेदनों की रायपुर के जल विहार स्थित आयोग कक्ष में जन सुनवाई की। प्रस्तुत प्रकरण शारीरिक शोषण, मानसिक प्रताड़ना, दहेज प्रताड़ना, सम्पत्ति विवाद आदि से संबंधित थे।
प्रकरण की सुनवाई करते हुए डॉ. नायक ने कहा कि शासकीय कार्य नियमों के तहत संचालित होते है। इन कार्यो में किसी तरह का व्यवधान बर्दाश्त नही किया जा सकता। ऐसा एक मामला आज राज्य महिला आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस प्रकरण में जिला स्तरीय अधिकारी को दूरभाष पर कार्य करने हेतु अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा था। काम नही किये जाने पर तबादला करवा देने की भी बात कही जाती थी। इस पर गंभीर नाराजगी व्यक्त करते हुए अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने अनावेदक पक्षकार को संबंधित अधिकारी के शासकीय कार्य मे दखल नही देने की समझाइश दी। व्यक्ति ने अपनी गलती स्वीकार की और महिला अधिकारी से क्षमा मांगते हुए भविष्य में इस प्रकार की गलती नही दोहराने की बात कही।
एक महिला ने आयोग के समक्ष शिकायत की कि अमेरिका में रहने वाले उसके पति द्वारा उसे कई तरह से मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी जाती थी। अमेरिका में उस पर अत्याचार कर असहाय स्थिति में छोड़ दिया था। अभी पति अमेरिका में ही कार्यरत है। पत्नि ने आयोग के समक्ष न्याय के लिए आवेदन किया। प्रकरण की सुनवाई में पति और उसके परिजन अनुपस्थित रहे। इस पर अध्यक्ष डॉ नायक ने पत्नि को पति से संबंधित वीजा, पासपोर्ट तथा अन्य आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने कहा ताकि यू.एस. दूतावास को पति का वीजा निरस्त करने पत्र प्रेषित किया जा सके। सुनवाई के दौरान एक अन्य प्रकरण में महिला प्रधान पाठिका को परेशान करने वाले अधीनस्थ शिक्षक के प्रकरण में बीईओ उपस्थित हुए तथा अध्यक्ष के निर्देशानुसार संबंधित शिक्षक को स्कूल से अन्यत्र किसी अन्य स्कूल में संलग्न करने एक माह का समय मांगा। अधीनस्थ शिक्षक ने प्रधानपाठिका से की गई गलतियों के लिए क्षमा भी मांगा तथा भविष्य में पुनः गलती नही करने की बात कही। इसी प्रकार अन्य प्रकरण मे एक करोड़ रूपये विधवा महिला से लूटने वाले व्यक्ति को बार-बार आयोग के समक्ष उपस्थिति से बचने के लिए झूठा आवेदन दिया जाना भारी पड़ा। अध्यक्ष ने इस तरह आयोग की कार्रवाई को नजरअंदाज करने को गंभीर माना तथा अगली सुनवाई में पुलिस के माध्यम से आयोग के समक्ष उपस्थित करने कहा। एक अन्य प्रकरण में अपने अधीनस्थ महिला चिकित्सा अधिकारी को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने पर अध्यक्ष ने जांच समिति गठन करने की बात कही। चिकित्सकीय कार्य और उससे संबंधित प्रताड़ना के कारण इस समिति में वरिष्ठ चिकित्सकों को शामिल किया गया है। आयोग में कोरोना संक्रमण से बचाव के दिशा-निर्देश, सोशल डिस्टेंसिंग व फिजीकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कार्यवाही की गई।
छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम में प्रावधानित नियमों के तहत
जिला शिक्षा अधिकारी से अभद्रतापूर्वक व्यवहार करने के मद्देनजर
धमतरी / शौर्यपथ / कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने धमतरी के विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी संजीव कश्यप को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी नगरी नियत किया गया है तथा नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी। दरअसल एक फरवरी को जिला शिक्षा अधिकारी ने विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय धमतरी का औचक निरीक्षण किया।
इस दौरान उक्त सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के साथ अभद्रतापूर्वक व्यवहार किया गया। महिला जिला शिक्षा अधिकारी के साथ अमर्यादित एवं अभद्रतापूर्वक व्यवहार करना छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम-03 में प्रावधानित नियमों के प्रतिकूल है, इसके मद्देनजर कलेक्टर ने उक्त सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है।
आम जनता से मिलने का वर्ल्ड रिकॉर्ड राज्यपाल सुश्री उइके के नाम
डेढ़ साल में दस हजार लोगों से मिलकर सुनी समस्या
राज्यपाल छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के स्थापना दिवस समारोह में हुई शामिल
रायपुर / शौर्यपथ / निजी विश्वविद्यालय ऐसी शिक्षा प्रदान करे कि यहां से निकलने वाले विद्यार्थी देश के बाहर जाकर भी यह कहें कि छत्तीसगढ़ में शिक्षा प्राप्त की है। कोरोनाकाल में निजी विश्वविद्यालयों ने ऑनलाइन शिक्षा तथा अन्य माध्यमों से विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देने का प्रयास किया है, यह सराहनीय है। यह बात राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कल राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के 16वें स्थापना दिवस समारोह में कही। राज्यपाल सुश्री उइके का नाम आम जनता से मुलाकात करने के लिए वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया। इस समारोह में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड संस्था द्वारा राज्यपाल को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया। यह सम्मान उन्हें 29 जुलाई 2019 से 06 जनवरी 2021 तक एक राज्यपाल के रूप में 10 हजार 849 लोगों से मुलाकात करने एवं उनकी समस्या सुनने के लिए दिया गया। राज्यपाल को उपस्थित सभी निजी विश्वविद्यालयों ने अभिनंदन पत्र प्रदान कर सम्मान किया। छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग ने भी राज्यपाल को विशेष अभिनंदन पत्र प्रदान किया। सभी निजी विश्वविद्यालयों ने राज्यपाल के समक्ष उनके द्वारा कोरोना काल में किए गए कार्यों से संबंधित प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र गुणवत्ता बनाएं रखें। पहले की अपेक्षा विश्वविद्यालयों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है परन्तु आवश्यकता है कि मानकों के अनुरूप अपने आप को ढालें तथा यह प्रयास करें कि सभी वर्गों तक उच्च शिक्षा की पहुंच हो। मेरा मानना है कि शिक्षा प्रदान करने का काम सबसे पुण्य का कार्य है। इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होना चाहिए। शिक्षण संस्थाओं को किसी भी प्रकार की राजनीति से मुक्त रखना चाहिए ताकि विद्यार्थियों की संस्थाओं के प्रति विश्वसनीयता बनी रहे। राज्यपाल ने निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग और सभी निजी विश्वविद्यालयों को स्थापना दिवस की बधाई दी। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल द्वारा पहली बार राजभवन में सभी निजी विश्वविद्यालयों की बैठक ली गई और समीक्षा की गई। इस बैठक में कुलाधिपति, कुलपति एवं कुल सचिव उपस्थित थे। इस अवसर पर सभी निजी विश्वविद्यालयों ने कहा कि यह पहला अवसर है जब राज्यपाल द्वारा उन्हें राजभवन बुलाकर बैठक ली गई और हमें अपनी बात रखने का मौका दिया। इसके लिए हम सब उन्हें धन्यवाद देते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि आप लोगों ने जो मुझे यह सम्मान दिया उसके लिए मैं आपको धन्यवाद देती हूं। मुझे जो गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड संस्था ने सम्मानित किया, उनके प्रति मैं आभारी हूं। मैं जब भी किसी व्यक्ति से मिलती हूं तो मेरे मन में यह विचार रहता है कि उसके लिए मैं क्या कर सकती हूं और उसकी समस्याओं का कैसे समाधान कर सकती हूं। मैंने जीवन में कोई भी कार्य या किसी की मदद बिना किसी अपेक्षा के की। यदि जीवन में कोई भी व्यक्ति बिना किसी अपेक्षा के किसी की मदद करता है तो उसे जो संतुष्टि मिलती है वह किसी भी अन्य कार्य में नहीं मिलती। ऐसे कार्यों से भी उन्हें सबसे बड़ा पुण्य मिलता है। छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. शिववरण शुक्ल को इस कार्यक्रम के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि इस उम्र में भी इतने ऊर्जावान है और कार्य करते हैं, यह तारिफ के काबिल है। इससे यह प्रदर्शित होता है कि यदि किसी व्यक्ति के मन में काम करने की प्रबल इच्छा हो तो कभी भी बुढ़ापा या उम्र बाधा नहीं बनता और वह अवश्य लक्ष्य की प्राप्ति करता है।
डॉ. शिववरण शुक्ल ने कहा कि राजभवन के दरबार हॉल में इस कार्यक्रम के आयोजन से ऐसा महसूस हो रहा है कि हम सब परिवार के लोग एक साथ एकत्रित हुए हैं। सभी निजी विश्वविद्यालय प्रयास करें कि छत्तीसगढ़ को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सबसे सर्वोत्तम बनाएं। श्री शुक्ल ने बताया कि इस अवसर पर दरबार हॉल घोषणा पत्र जारी कर रहे हैं, जिसके अनुसार सभी निजी विश्वविद्यालय अपने पाठ्यक्रम में नैतिक मूल्य से संबंधित 100 नंबर का एक विषय प्रारंभ करें और उसमें उत्तीर्ण होना अनिवार्य करें। इसके नंबर को श्रेणी निर्धारण में शामिल न करें। साथ ही हर विश्वविद्यालय संस्कृत से जुड़ा पाठ्यक्रम प्रारंभ करें क्योंकि संस्कृत हमारे देश की प्राचीन संस्कृति की पहचान है। विश्वविद्यालयों में छत्तीसगढ़ी भाषा और संस्कृति से जुड़े पाठ्यक्रम भी प्रारंभ करें।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के द्वारा आयोजित वेबिनार के स्मारिका का विमोचन किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव अमृत कुमार खलखो, डॉ. सी.व्ही. रमन विश्वविद्यालय, मैट्स विश्वविद्यालय, कलिंगा विश्वविद्यालय, आई.सी.एफ.ए.आई. विश्वविद्यालय, आई.टी.एम. विश्वविद्यालय, एमिटी विश्वविद्यालय, ओ.पी. जिंदल विश्वविद्यालय, आई.एस.बी.एम. विश्वविद्यालय, ए.ए.एफ.टी. यूनिवर्सिटी ऑफ मीडिया आर्टस, श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय, महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, के.के. मोदी यूनिवर्सिटी, देव संस्कृति विश्वविद्यालय, श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, भारती विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, कुलपति एवं कुल सचिव उपस्थित थे।
परिक्षेत्र फरसियां साहू समाज महिला सम्मेलन 31 जनवरी आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में महिलाओं को कपड़ा प्रदान करने , विधवाओं के साथ सामाजिक स्तर पर होने वाले ब्यवहार , महिलाओं के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य , रोटी-बेटी व अन्य विषयों पर विचार मंथन किया गया।
सभा को बबीता साहू अध्यक्ष म.प्र. तहसील नगरी, श्रीमति कौशल देवी साहू उपाध्यक्ष तहसील नगरी, श्रीमती धनेश्वरी साहू, दुर्गा देवी साहू अध्यक्ष फरसियां, सविता सोन, अनुसुइया साहू, ग़ौरी साहू, एकता साहू,ओम साहू, ललीता देवी साहू,मनहरण साहू अध्यक्ष फरसियां टिकेश कुमार साहु सचिव,लिलमबर साहु, बिरेंद्र साहू संरक्षक, नरोत्तम साहु, महेश्वर साहू, उपेन्द्र साहु, विनोद कुमार साहु,सरजू साहू ने
संबोधित किया गया
31जनवरी को पोलियो दिवस के अवसर पर नगर पंचायत नगरी के आंगन बाड़ी केंद्र जंगल पारा में नगर पंचायत नगरी के महिला एवं बाल विकास विभाग के सभापति श्रीमती
ललीता साहु,पार्षद जितेन्द्र साहु,एवं षार्षद श्रीमती सुनीता निर्मलकर ने शुन्य से पांच वर्ष के बच्चों को पोलियो दवा की खुराक पिलाकर इस अभियान की शुरुआत की।तथा उन्होंने बच्चों की सुरक्षा में चुक न हो इसके लिए माताओं को बच्चों को इसकी सभी खुराक अनिवार्य रुप से पिलाने के लिए प्रेरित किया। बाहर से आए हुए अतिथि बच्चों को भी पोलियो दवा की खुराक पिलाई गई।दुसरे दिन भी आंगन बाड़ी कार्यकर्त्ता दवा पीने से बचे हुए बच्चों को घर घर घुमकर पोलियो की दवा का खुराक पिलाकर अपने दायित्व का निर्वहन किए।इस अवसर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती दमयंती साहु, सुशीला गिरी,सहायिका नीरा भरेवा,जानकी साहु, वार्ड की आशा,टुकेश्वरी साहु, गायत्री निषाद,अश्वनी खरे आदि उपस्थित थे।
शासन के निर्देशानुसार संकुल केंद्र सेमरा एवं संकुल केंद्र टांगा पानी के समस्त शिक्षकों का राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर आवश्यक परिचर्चा कार्यशाला का आयोजन किया गया । उक्त कार्यशाला हायर सेकेंडरी स्कूल बिरगुड़ी में आयोजित की गई । कार्यशाला में पूर्व बीआरसी के एल कौशिक संकुल समन्वयक प्रकाश चंद साहू संकुल सेमरा जसपाल खनूजा संकुल टांगा पानी के साथ दोनों स्कूलों के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं शामिल हुई । सभी शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा दी गई बिंदुओं पर बहुत अच्छे ढंग से प्रस्तुतीकरण किया गया । विशेष सहयोग के रूप में आर्यन (अजीम प्रेमजी फाउंडेशन) ने PPT के माध्यम से कार्यशाला में मुख्य बिंदुओं को प्रस्तुत किया ।कार्यशाला का आयोजन सुचारू रूप से किया गया ।
Feb 09, 2021 Rate: 4.00
