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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
बालोद/शौर्यपथ /राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन एवं प्रचार-प्रसार तथा छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के द्वारा जारी स्टेट प्लॉन ऑफ एक्शन के अनुसार प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री श्यामलाल नवरत्न के मार्गदर्शन में 07 अप्रैल अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जिला न्यायालय परिसर बालोद में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के द्वारा अपने व्याख्यान में सभी को अपने कार्य के साथ स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने का सुझाव दिया गया। उन्होंने बताया कि साथ ही स्वास्थ्य ही संपदा है एवं अपनी संपदा को बनाये रखना अति आवश्यक है। आज रोजमर्रा की जिंदगी में गलत खान-पान व फोन के दुष्प्रभाव में लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ना बताया तथा प्रतिदिन प्रत्येक व्यक्ति को 01 घंटे व्यायाम योग की सलाह दी। उक्त कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा समस्त न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्तागण, न्यायालयीन कर्मचारीगण एवं उपस्थित पक्षकारों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। कार्यक्रम में परिवार न्यायालय बालोद के न्यायाधीश योगेश पारीक, किरण कुमार जांगड़े, प्रथम जिला न्यायाधीश बालोद, कृष्ण कुमार सूर्यवंशी, अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (विशेष न्यायाधीश) पॉक्सो कोर्ट बालोद, ताजुद्दीन आसिफ, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश (एफ.टी.सी.), श्रीमती श्वेता उपाध्याय गौर, द्वितीय जिला न्यायाधीश बालोद, संजय कुमार सोनी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बालोद, भारती कुलदीप, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बालोद व जिला अधिवक्ता संघ बालोद के अध्यक्ष अजय साहू एवं सदस्यगण, महेश सूर्यवंशी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बालोद व समस्त न्यायालयीन कर्मचारीगण तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बालोद के कर्मचारीगण तथा समस्त पैरालिगल वालिटियर्सं उपस्थित थे।
ग्राम पंचायत, नगरीय निकाय, हाट-बाजार, ब्लॉक और जिला मुख्यालय में लेंगे आवेदन
मोहला /शौर्यपथ /जिले में सुशासन तिहार 2025 के सफल आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इसी संबंध में आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति की अध्यक्षता में सभी विभागों के अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार जिले में सुशासन तिहार 2025 का आयोजन पूरी गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ किया जाए। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम आम जनता तक शासन की योजनाओं, सेवाओं और जनकल्याणकारी प्रयासों को पहुँचाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
कलेक्टर श्रीमती प्रजापति ने बताया कि सुशासन तिहार 2025 तीन चरणों में संपन्न होगा और सभी चरणों में विभागीय समन्वय, सजगता एवं संवेदनशीलता की आवश्यकता होगी। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ करें, ताकि आम जनता को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ मिल सके। बैठक में सुशासन तिहार 2025 को सफल बनाने के लिए आवश्यक तैयारियों पर चर्चा की गई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ सुश्री भारती चन्द्राकर, एसडीएम मानपुर श्री अमित नाथ योगी सहित सभी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
सुशासन तिहार 2025 का प्रथम चरण आवेदन प्राप्ति 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक
सुशासन तिहार 2025 का प्रथम चरण 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा। इस दौरान सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ग्राम पंचायत मुख्यालयों, हाट-बाजारों और विकासखंड मुख्यालयों में आमजन से उनकी समस्याओं से जुड़े आवेदन प्राप्त किए जाएंगे। आवेदन ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से भी जमा किए जा सकेंगे, जिसकी सुविधा कॉमन सर्विस सेंटर सीएससी में भी उपलब्ध होगी। प्रत्येक आवेदन को एक विशिष्ट कोड दिया जाएगा, जिसकी जानकारी पोर्टल पर रहेगी।
सुशासन तिहार 2025 के दूसरे चरण में होगा आवेदनों का डिजिटल निराकरण
सुशासन तिहार 2025 के द्वितीय चरण में सभी प्राप्त आवेदनों को स्कैन कर सॉफ्टवेयर में अपलोड किया जाएगा। ये आवेदन संबंधित विभागों को ऑनलाइन और भौतिक रूप से भेजे जाएंगे। विभागीय अधिकारी लगभग एक माह के भीतर समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करेंगे। आवेदनों के निराकरण की गुणवत्ता का विश्लेषण जिला एवं राज्य स्तर पर किया जाएगा।
सुशासन तिहार 2025 के तीसरे चरण में लगेगा समाधान शिविर, आवेदकों को मिलेगी सीधी जानकारी
सुशासन तिहार 2025 के तृतीय चरण में 5 से 31 मई तक समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा। प्रत्येक शिविर 8 से 15 पंचायतों के मध्य आयोजित होंगे, जहाँ आवेदकों को उनके आवेदन की स्थिति की जानकारी दी जाएगी। नगरीय निकायों में भी आवश्यकतानुसार शिविर लगाए जाएंगे। शिविर की तिथि की सूचना आवेदकों को एसएमएस और आवेदन पोर्टल के माध्यम से दी जाएगी। शिविरों में विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी और पात्र हितग्राहियों को आवेदन प्रपत्र भी उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रत्येक शिविर की निगरानी के लिए खंड स्तरीय अधिकारी प्रभारी बनाए गए हैं।
जशपुर जिला प्रशासन और बालको मेडिकल सेंटर द्वारा निःशुल्क रोग परामर्श शिविर का किया जा रहा आयोजन
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार जशपुर जिला प्रशासन और बालको मेडिकल सेंटर, रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा 07 एवं 08 अप्रैल 2025 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुनकुरी में निःशुल्क रक्त एवं कैंसर रोग परामर्श शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज सीएम कैंप कार्यालय बगिया से मोबाइल कैंसर डिटेक्शन वैन को झंडी दिखाकर रवाना किया गया। कैंसर डिटेक्शन वैन के माध्यम से जशपुर जिले में कैंसर सम्भावित मरीजों का जाँच एवं उपचार 7 एवं 8 अप्रैल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुनकुरी में नि:शुल्क उपलब्ध रहेगा। इस स्वास्थ्य शिविर का उद्देश्य कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को शुरुआती स्तर पर ही पकड़ना है जिसे इसका प्रभावी एवं सुगम इलाज हो सके । शिविर में स्तन कैंसर, बच्चेदानी का कैंसर, मुंह का कैंसर, रक्त संबंधी कैंसर व रक्त विकारो की नि:शुल्क जांच की जाएगी।
धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय के साथ कन्याओं को कराया भोजन, प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज जशपुर जिले के बगिया ग्राम में स्थित दुर्गा मंदिर में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की। इस शुभ अवसर पर उन्होंने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय एवं परिवारजनों के साथ देवी माँ का विधिवत पूजन कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की मंगल कामना की।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और श्रीमती कौशल्या साय ने इस अवसर पर पारंपरिक श्रद्धा और स्नेहभाव के साथ नन्हीं कन्याओं को आदरपूर्वक भोजन कराकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि रामनवमी के अवसर पर कन्याओं का पूजन एवं सम्मान, हमारी सांस्कृतिक जड़ों को संजोने के साथ-साथ ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसे राष्ट्रीय अभियान को भी जीवंत करता है। यह संदेश देता है कि बालिकाएँ केवल परिवार की नहीं, बल्कि राष्ट्र के विकास की भी आधारशिला हैं। उनका सम्मान, संरक्षण और सशक्तिकरण ही राष्ट्र के विकास के संकल्प को पूर्णता प्रदान करता है।
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कांसाबेल विकास खंड के ग्राम बगिया में 72 लाख 30 हजार की लागत से निर्मित हेलीपेड लाउन्ज का लोकार्पण किया। सर्व सुविधायुक्त युक्त लाउन्ज में दो कमरा ,एक हाल एक किचन और स्टडी रूम की भी सुविधा दी है। इसमें पायलट एवं उनके टेक्निकल स्टाफ के लिए रुकने की सुविधा की गई है।
इस अवसर पर सरगुजा आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और विधायक पत्थलगांव श्रीमती गोमती साय, जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय, सरपंच बगिया श्रीमती राजकुमारी साय, पीसीसीएफ अरुण पांडेय, कमिश्नर नरेंद्र दुग्गा, आईजी अंकित गर्ग, कलेक्टर रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह, वनमंडलाधिकारी जितेन्द्र उपाध्यक्ष, आईएफएस निखिल अग्रवाल, सर्वश्री रामप्रताप सिंह, भरत सिंह, सुनील गुप्ता सहित अधिकारीगण और जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।
खूबसूरत प्राकृतिक परिवेश में निर्मित वाटिका में औषधीय पौधे, एडवेंचर जोन, तितली जोन बनाए गए हैं
28 हेक्टेयर में 53 लाख रूपए की लागत से बनाई गई है पर्यावरण वाटिका
रायपुर/शौर्यपथ / अगर आप प्रकृति के बीच स्वच्छ वातावरण में अपने परिवार के साथ समय बिताने आना चाहें तो बगिया में बनी पर्यावरण वाटिका आपका इंतजार कर रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर जिले में स्थित अपने गृहग्राम बगिया में पर्यावरण वाटिका का लोकार्पण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वाटिका परिसर में नारियल, सुपाड़ी और सीता अशोक का पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
सुरम्य प्राकृतिक परिवेश में 53 लाख रुपए की लागत से 28 हेक्टेयर में निर्मित पर्यावरण वाटिका में एडवेंचर जोन, औषधीय गुणों से भरपूर पौधे, चिल्ड्रन पार्क, वाटर फॉल, मेडिटेशन हट, तितलियों के जीवन चक्र को प्रदर्शित करता तितली जोन और कई निर्माण कराए गए हैं, जो लोगों को प्रकृति के और भी करीब ले जाकर आनंदमय अनुभव कराती है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद ग्रामीणों से कहा कि इसके बन जाने से यहां पर रोजगार के अवसर निर्मित होंगे।
वाटिका में लगाये गए हैं औषधीय गुणों से भरपूर पौधे
पर्यावरण वाटिका में जंगल ट्रेल का निर्माण किया गया है। जहां योग जोन, आरोग्य वन पथ, जंगल जिम, तितली जोन, मोगली एडवेंचर जोन, ऑक्सीजन बूथ, पैगोडा, गजराज जोन, तालाब, नेचुरल झूले, किड्स प्ले जोन बनाया गया है। यहां पर औषधीय गुणों से भरपूर हर्रा, गिलोय, बेली बांस, सर्पगंधा, अश्वगंधा, बारबाडोस लिली, पुदीना, लेमन ग्रास, पत्थरचट्टा, आंवला आदि अनेक प्रजातियों के पौधे लगाए गए हैं।
वाटिका में निर्मित तितली जोन में तितली के पर्यावरण में योगदान को प्रदर्शित करते हुए तितली के सम्पूर्ण जीवन चक्र को दर्शाया गया है। यहां पर जशपुर में पाई जाने वाली सभी तितलियों की प्रजातियों को भी प्रदर्शित किया गया है। इस प्रदर्शन का उद्देश्य तितलियों के बारे में लोगों को जानकारी देने के साथ उनके संरक्षण के महत्व के बारे में भी बताना है।
मोगली एडवेंचर जोन में बच्चों के लिए हैं विभिन्न साहसिक खेल
वाटिका में बने किड्स प्ले जोन में बच्चों के लिए आकर्षक झूले लगाए गए हैं। जिसमें प्राकृतिक झूले भी बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त बच्चों के मनोरंजन के लिए मोगली एडवेंचर जोन बनाया गया है। जहां कमांडो नेट, टायर वॉक, बैलेंस ब्रिज, टायर क्लाइम्बिंग, रोप वॉक, इंक्लाइंड लॉग, कार्गाे नेट, सिंगल लाइन ब्रिज, बर्मा ब्रिज आदि बनाये गए हैं।
वाटिका में सरई छांव प्राकृतिक पैगोडा का निर्माण किया गया है। जहां परिवार के साथ प्रकृति का आनंद लिया जा सकता है। यहां पर आदिम कलाकारों द्वारा आदिम संस्कृति को प्रदर्शित करती कास्ट मूर्तियां भी लगाई गई हैं। इस वाटिका में पर्यावरण के प्रति जागृति दिखाते हुए बांस के बने आकर्षक डस्टबिन भी लगाए गए हैं।
मुख्यमंत्री बच्चों से पूरी आत्मीयता से मिले, दिए फल और ड्राई फ्रूट्स
मुख्यमंत्री जब भी बच्चों से मिलते है पूरे वात्सल्य भाव से मिलते हैं। आज जब मुख्यमंत्री पर्यावरण वाटिका का अवलोकन कर रहे थे, तब उन्होंने वहां खेल रहे बच्चों को अपने पास बुलाया और उनसे प्रेम भाव से बात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें फल और ड्राय फ्रूट्स भेंट किए। प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाले दीपांशु यादव, नीतू देवार, भीम विश्वकर्मा, रितेश राम सहित अन्य बच्चे मुख्यमंत्री से मिलने के बाद काफी खुश नजर आए।
इस अवसर पर विधायक और सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष श्रीमती गोमती साय, जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय, पीसीसीएफ अरुण पांडेय, कमिश्नर नरेंद्र दुग्गा, आईजी अंकित गर्ग, कलेक्टर रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह, वनमंडलाधिकारी जितेन्द्र उपाध्याय, आईएफएस निखिल अग्रवाल, सर्वश्री रामप्रताप सिंह, भरत सिंह, सुनील गुप्ता सहित अधिकारीगण और जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कांसाबेल विकास खंड के ग्राम बगिया में 72 लाख 30 हजार की लागत से निर्मित हेलीपेड लाउन्ज का लोकार्पण किया। सर्व सुविधायुक्त युक्त लाउन्ज में दो कमरा ,एक हाल एक किचन और स्टडी रूम की भी सुविधा दी है। इसमें पायलट एवं उनके टेक्निकल स्टाफ के लिए रुकने की सुविधा की गई है।
इस अवसर पर सरगुजा आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और विधायक पत्थलगांव श्रीमती गोमती साय, जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय, सरपंच बगिया श्रीमती राजकुमारी साय, पीसीसीएफ अरुण पांडेय, कमिश्नर नरेंद्र दुग्गा, आईजी अंकित गर्ग, कलेक्टर रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह, वनमंडलाधिकारी जितेन्द्र उपाध्यक्ष, आईएफएस निखिल अग्रवाल, सर्वश्री रामप्रताप सिंह, भरत सिंह, सुनील गुप्ता सहित अधिकारीगण और जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।
धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय के साथ कन्याओं को कराया भोजन, प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज जशपुर जिले के बगिया ग्राम में स्थित दुर्गा मंदिर में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की। इस शुभ अवसर पर उन्होंने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय एवं परिवारजनों के साथ देवी माँ का विधिवत पूजन कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की मंगल कामना की।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और श्रीमती कौशल्या साय ने इस अवसर पर पारंपरिक श्रद्धा और स्नेहभाव के साथ नन्हीं कन्याओं को आदरपूर्वक भोजन कराकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि रामनवमी के अवसर पर कन्याओं का पूजन एवं सम्मान, हमारी सांस्कृतिक जड़ों को संजोने के साथ-साथ ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसे राष्ट्रीय अभियान को भी जीवंत करता है। यह संदेश देता है कि बालिकाएँ केवल परिवार की नहीं, बल्कि राष्ट्र के विकास की भी आधारशिला हैं। उनका सम्मान, संरक्षण और सशक्तिकरण ही राष्ट्र के विकास के संकल्प को पूर्णता प्रदान करता है।
वाटर शेड रथ यात्रा ने ग्रामीणों में जल संरक्षण की अलख जगाई
मोहला/शौर्यपथ /भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग द्वारा जल और भूमि संसाधनों के संरक्षण और सतत उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 5 अप्रैल 2025 को जिला-मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के अंबागढ़ चौकी विकासखंड ग्राम चिल्हाटी में जल ग्रहण परियोजना के अंतर्गत माइक्रोवॉटर शेड क्षेत्र में वाटर शेड रथ यात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य जलग्रहण क्षेत्रों में जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देना था। यात्रा का स्वागत स्थानीय ग्रामीणों, महिला स्व सहायता समूहों, बच्चों और किसानों ने बड़ी खुशी से किया और इस अभियान को लेकर उनके बीच गहरी जागरूकता देखी गई।
कार्यक्रम के दौरान रंगोली, श्रमदान, जल संरक्षण पर सांस्कृतिक नृत्य, रैली और पानी की पाठशाला जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने जल संरक्षण के महत्व को समझाते हुए जल बचाने के उपायों पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य श्रीमती शांति बाई त्रिपुरे, जनपद पंचायत अंबागढ़ चौकी के अध्यक्ष पूनऊराम फूलकैरे, जनपद सदस्य श्यामलाल चंद्रवशी, पवन तुलावी, ग्राम पंचायत चिल्हाटी की सरपंच सुश्री डिम्पल मंडावी, सरपंच कन्हैया नेताम, टिकम सिंह ठाकुर, सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी, श्री संत लाल देशलहरे, परियोजना अधिकारी, पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। साथ ही जल ग्रहण समिति के सदस्य और क्षेत्र के जल ग्रहण परियोजना, अम्बागढ़ चौकी के 10 ग्रामो के कृषक भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में 50 महिला स्व सहायता समूहों की महिलाओं ने जल संरक्षण के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता दिखाई और कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी निभाई। यह आयोजन जल संरक्षण को लेकर सामूहिक जिम्मेदारी और जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ, जो न केवल वर्तमान बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी जल के महत्व को समझाने में सहायक साबित होगा।
- मिशन जल रक्षा में जुड़ रहे ग्रामीण, जनभागीदारी के साथ करेंगे जल संचय
- नाले में बोरी बंधान करके जलस्तर बढ़ाने का प्रयास
राजनांदगांव/शौर्यपथ /कलेक्टर संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में जल संकट की स्थिति को ध्यान में रखते हुए विकासखंड छुरिया के ग्राम पंचायत मासूल में प्रशासन तथा ग्रामीणों ने श्रमदान करके जल संरक्षण हेतु प्रभावशाली कदम उठाया है। ग्राम मासूल अंतर्गत नाले पर मासूल- बुचाटोला मार्ग के नाले पर कलेक्टर संजय अग्रवाल एवं जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरुचि सिंह, ग्रामवासियों, सरपंच, पंच, स्वच्छता दीदी, हरियाली दीदी एवं जनपद पंचायत के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा सामूहिक रूप से श्रमदान करके नाला में बोरी बंधान किया गया, जिससे भविष्य में वर्षा जल नाले में एकत्रित होगा तथा भू-जल स्तर में वृद्धि होगी। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत मासूल - बुचाटोला जनसहयोग से नाले में बोरी बंधान कार्य करने वाला पहला पंचायत है, इसी तर्ज पर पूरे जिले में इसी तरह से नालों में जनसहयोग से नाला बंधान कार्य किया जाएगा।
पद्मश्री फूलबासन यादव की पहल से गांव-गांव में जल संरक्षण को लेकर माँ बम्लेश्वरी फाउंडेशन से जुड़ी दीदीयों ने, बिहान की दीदीयों और हरियाली दीदियों द्वारा जल यात्रा निकली जा रही है। जल यात्रा के माध्यम से लोगों में जल संरक्षण हेतु जागरूकता फैलाई जा रही है। मासूल तथा बुचाटोला में जल यात्रा का कार्यक्रम आयोजन किया गया, जिसे कलेक्टर तथा सीईओ जिला पंचायत द्वारा भ्रमण के लिए रवाना किया गया। इस अभियान का उद्देश्य आने वाले समय में जल संकट से निपटने के लिए पानी की हर एक बूंद को संजोना और आमजन को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। जल के संग्रहण से भूजल स्तर को बढ़ावा मिलेगा तथा कृषि एवं पेयजल की आवश्यकता की पूर्ति में सहयोग मिलेगा। ग्रामवासियों ने इस पहल में उत्साहपूर्वक श्रमदान किया और जल संरक्षण को जन आंदोलन बनाने का संकल्प लिया। इस अभियान के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि जल ही जीवन है और इसका संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है। यह प्रयास अन्य ग्राम पंचायतों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगा। इस अवसर पर जनपद सीईओ होरीलाल साहू, एसडीओ गिरधर लारिया, एडीईओ हुमेश भंडारी, कार्यक्रम अधिकारी मोहित पटौती, सरपंच, पंच सहित जनपद पंचायत के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
रायपुर/शौर्यपथ /केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दंतेवाड़ा में सुरक्षा बल के जवानों से मुलाकात कर उनका उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि बस्तर अब लाल आतंक से बाहर निकलकर उन्नति की ओर अग्रसर है। यह बदलाव हमारे वीर जवानों की बहादुरी और सतत प्रयासों का परिणाम है।डीआरजी, कोबरा बटालियन, छत्तीसगढ़ पुलिस और पैरा मिलिटरी फोर्सेस की इसमें उल्लेखनीय भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि अंदरूनी क्षेत्रों में सुरक्षा कैम्पों की स्थापना से अनेक गाँव नक्सल मुक्त हो रहे हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सली हिंसा में घायल होने वाले जवानों के बेहतर इलाज के लिए रायपुर और जगदलपुर में विशेष अस्पतालों की स्थापना की भी घोषणा की। इस दौरान उन्होंने जवानों से आत्मीय बातचीत में कहा कि सरकार हर परिस्थिति में आपके साथ खड़ी है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर पण्डूम जैसे सांस्कृतिक आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि यह मंच बस्तर की कला, संस्कृति, खानपान, वेशभूषा, आभूषण, नृत्य-संगीत को देश-विदेश तक पहुँचाने का माध्यम बना है।
भय से विश्वास की ओर बढ़ता बस्तर – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर पण्डुम जैसे सांस्कृतिक आयोजन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति हमारे लिए सौभाग्य की बात है। हर बार उनके आगमन से प्रदेश के वीर जवानों का हौसला बढ़ता है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह संवाद बस्तर के उस परिवर्तन का प्रतीक है जो भय से विश्वास, आतंक से विकास की ओर बढ़ रहा है। केंद्रीय नेतृत्व और जवानों के साहस ने मिलकर बस्तर को एक नई दिशा दी है। उन्होंने जवानों को सफल नक्सल ऑपरेशनों के लिए बधाई दी और उनके योगदान को नमन किया।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि बस्तर की शांति के लिए हमारे सुरक्षा बल के जवान पूरी निष्ठा से कार्य कर रहे हैं। बस्तर को नक्सल मुक्त करना केंद्र और राज्य सरकार की प्राथमिकता है। हम सब मिलकर इस संकल्प को पूर्ण करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार नक्सलवाद के समूल नाश में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है
31 मार्च से पहले ही छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में नक्सलवाद एक इतिहास बन जाएगा
नक्सलवाद के कारण कई पीढ़ियाँ बर्बाद हुई, फिर से नक्सलवाद जड़ न जमाए इसके लिए इसका समूल नाश आवश्यक
छत्तीसगढ़ सरकार ने विकास और सुरक्षा दोनों ही मोर्चों पर संतोषजनक प्रगति की
‘नियद नेल्लानार’ योजना को सुरक्षा बलों के शिविरों के 5 किलोमीटर के दायरे से बढ़ाकर 10 किलोमीटर करें
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की जनता को विकास के समान अवसर मिले, यह सुनिश्चित किया जाए
एक राज्य से दूसरे राज्य में भाग रहे नक्सलियों को पकड़ने के लिए राज्य पुलिस और केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियाँ में समन्वय और बेहतर हो
रायपुर /शौर्यपथ /केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में वामपंथी उग्रवाद की स्थिति पर विभागीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, आसूचना ब्यूरो (IB) के निदेशक, केन्द्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा), केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), सीमा सुरक्षा बल (BSF) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) के महानिदेशक, छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार नक्सलवाद के समूल नाश में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च से पहले ही छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में नक्सलवाद एक इतिहास बन जाएगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नक्सलवाद के कारण कई पीढ़ियाँ बर्बाद हो गई हैं। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद फिर से जड़ न जमा पाए इसलिए इसका समूल नाश आवश्यक है। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि नक्सलियों के खिलाफ जारी लड़ाई को स्केटर्ड नहीं होने देना है। उन्होंने कहा कि एक राज्य से दूसरे राज्य में भाग रहे नक्सलियों को पकड़ने के लिए राज्य पुलिस और केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियाँ में समन्वय और बेहतर होना चाहिए।
अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विकास और सुरक्षा दोनों ही मोर्चों पर प्रगति संतोषजनक हुई है। उन्होंने छत्तीसगढ़ प्रशासन से नक्सल प्रभावित इलाकों में सरकारी योजनाएं जन-जन तक पहुंचाने के लिए बनाई गई ‘नियद नेल्लानार’ को सुरक्षा बलों के शिविरों के 5 किलोमीटर के दायरे से बढ़ाकर 10 किलोमीटर करने को कहा।शाह ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की जनता को विकास के समान अवसर मिले। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नक्सल विरोधी अभियान का मोमेंटम किसी भी सूरत में कम नहीं होना चाहिए।
जन समस्याओं के निराकरण के लिए तीन चरणों में होगा सुशासन तिहार,
नगर निगम परिसर,बोरसी जोन कार्यालय और आदित्य नगर जोन कार्यालय, में एक-एक समाधान पेटी रखने के निर्देश
दुर्ग /शौर्यपथ /राज्य शासन के निर्देश पर शासकीय कामकाज में पारदर्शिता तथा योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन हेतु सुशासन तिहार का उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का समयबद्ध निराकरण सुनिक्षित करना,शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करना और सीधा जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनो से संवाद स्थापित करना है।तीन चरणों में आयोजित किया जावेगा।
आयुक्त सुमित अग्रवाल द्वारा सुशासन तिहार-2025 के सफल क्रियान्वयन हेतु कार्यपालन अभियंता मोहनपुरी गोस्वामी को नोडल अधिकारी एवं कार्यपालन अभियंता दिनेश नेताम को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त कर सुशासन तिहार की प्रथम चरण दिनांक 8 अप्रैल से 11 अप्रैल 2025 के संपादन हेतु निम्नांकित अधिकारी / कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर जिम्मेदारी सौंपी गई है।
आयुक्त द्वारा अधिकारी/कर्मचारियो को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने शासन की मार्गदर्शी निर्देशों से अधिकारियों को अवगत करते हुए। नगर निगम मुख्यालाय पेटी की स्थापना, बोरसी जोन कार्यालाय और आदित्य नगर जोन कार्यालय में एक-एक समाधान पेटी रखने के निर्देश दिए है, ताकि जो आवेदक प्रत्यक्ष रूप से अपना आवेदन न दे सके वे समाधान पेटी के माध्यम से अपनी समस्या बता सके। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत् ऑपरेटर की भी ड्यूटी लगाई गई एवं तत्काल अभियान के बारे में उन्हे प्रशिक्षण दिया जाए।
8 अप्रैल समाधान शिविर का आयोजन समय 10 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाएगा। शिविरों में से लोगों की समस्याओं से संबंधित आवेदन लिए जाएंगे। सुशासन तिहार का उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करना, शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करना और सीधा संवाद स्थापित करना है।
-सुशासन तिहार का आयोजन तीन चरणों में होगा:
1 ) पहले चरण में 8 से 11 अप्रैल तक लोगों से आवेदन प्राप्त किए जाएंगे।
2) दूसरे चरण में लगभग एक माह के भीतर प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया जाएगा।
3) तीसरे व अंतिम चरण में 5 से 31 मई के बीच समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा।