CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
कांगेर वैली अकादमी के 18वें वार्षिक उत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए शिक्षा जरूरी है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। मुख्यमंत्री श्री साय ने राजधानी रायपुर के कांगेर वैली अकादमी के 18वें वार्षिक उत्सव को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी डबल इंजन सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व निर्णय लिए हैं। हमने प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया है। हमने स्कूलों में शिक्षक-पालक मीटिंग और न्यौता भोज जैसे अभिनव पहल शुरू की है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों के पोषण को बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 341 स्कूलों का चयन पीएमश्री स्कूल के रूप में किया गया है। यह शिक्षा के लिए अच्छी अधोसंरचना तथा स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्तर के सभी प्रमुख शैक्षणिक संस्थान संचालित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हुई कि इस विद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद को अहमियत दी जा रही है। यहां बच्चों को मेडिटेशन भी कराया जाता है। उन्होंने बच्चों को यह संदेश भी दिया कि पढ़ाई के साथ खेलकूद तथा सह-शैक्षणिक गतिविधियां उनके समग्र विकास के लिए आवश्यक हैं।
विधायक पद्मश्री श्री अनुज शर्मा ने कहा कि इस विद्यालय में विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देने का कार्य भी हो रहा है। व्यक्तित्व के निर्माण में शिक्षा की बड़ी भूमिका होती है। यह भविष्य की सफलताओं का आधार होती है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर अकादमी के छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई पेंटिग और फाईन आर्ट की कलाकृतियों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
रायपुर /शौर्यपथ /महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े रायपुर के एक निजी स्कूल के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं और विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न परीक्षाओं में उत्तीर्ण मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज के बच्चे कल के भविष्य हैं। ऐसे आयोजन से बच्चों का उत्साहवर्धन होता है। इस तरह का आयोजन विद्यार्थियों के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास में सहायक सिद्ध होता है। मंच पर सबके सामने प्रस्तुति देने से बच्चों के अंदर की झिझक दूर होती है व रचनात्मकता एवं आत्मविश्वास बढ़ता है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हमें ज्ञान, कौशल और आत्मविश्वास प्रदान करती है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है, क्योंकि यह हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और अपने सपनों को साकार करने में मदद करती है। शिक्षा से हमें न केवल ज्ञान प्राप्त होता है बल्कि यह हमें सोंच, समझ और विश्लेषण करने की क्षमता को भी बढ़ाती है। यह हमें अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मदद करती है। इस अवसर पर विद्यार्थीगण, उनके अभिभावक और विद्यालय परिवार के सदस्यगण उपस्थित थे।
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने विश्व के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की 22 दिसंबर को जयंती पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने श्री रामानुजन को याद करते हुए कहा कि रामानुजन जी आधुनिक काल में न केवल भारत बल्कि विश्व के महानतम गणितज्ञों में से एक थे, जिन्होंने गणित के विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान दिया। उनके जन्मदिन को ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। श्री साय ने कहा कि गणित के महान जादूगर श्रीनिवास रामानुजन को गणित के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा ।
उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव नेशनल होम्योपैथी सेमिनार में शामिल हुए
तात्कालिक और लम्बे समय तक मिल सकता है होम्योपैथी का लाभ: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल
रायपुर /शौर्यपथ /सैकड़ो किताबें पढ़ने से जो ज्ञान नहीं मिल पाता वो विशेषज्ञों के वक्तव्य से मिल जाता है। जिन्होंने अपनी पूरी ज़िंदगी चिकित्सा के क्षेत्र को समर्पित कर दिया, रोगों को समझने में अपना बहुमूल्य समय दिया और रोगियों के उपचार में जिनका जीवन व्यतीत हुआ, सेमिनार के जरिए उनका अनुभव सुनने को मिलता है। लोगों के बीच भ्रांति है कि होम्योपैथी जल्दी असर नहीं करती, लेकिन ऐसा नहीं है। होम्योपैथी लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर रोगों को ठीक करने में सक्षम है। होम्योपैथी में बिना साइड इफेक्ट के सस्ते में अच्छा इलाज उपलब्ध है। बस हमें इसे प्रचारित करने की आवश्यकता है। उक्त बाते मेडिकल स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने राजधानी रायपुर के सिंधु पैलेस में होम्योपैथी रिसर्च एवं डेवलपमेंट एसोसिएशन द्वारा आयोजित नेशनल होम्योपैथी सेमिनार में कही। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की धरती और भगवान राम का ननिहाल है। यहां की संस्कृति और परंपरा की अलग पहचान है और सांस्कृतिक, पौराणिक और ऐतिहासिक रूप से छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति का उल्लेख मिलता है। श्री साव ने कहा कि देश के अच्छे रिसर्च एवं मेडिकल संस्थान का अध्ययन करके हम छत्तीसगढ़ में भी होम्योपैथी का एक अच्छा मेडिकल कॉलेज और रिसर्च सेंटर छत्तीसगढ़ में स्थापित करने का मजबूत प्रयास करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सेमिनार को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास और विस्तार हमारा उद्देश्य है। होम्योपैथी चिकित्सा के बारे में लोगों के मन में एक धारणा बनी हुई है, लोग जान एलोपैथी के इलाज से थक जाते हैं तब वह होम्योपैथी की ओर आते हैं। होम्योपैथी, नैचुरोपैथी, एलोपैथी सभी के बीच होम्योपैथी का अपना महत्व है। हमें होम्योपैथी का तात्कालिक और लम्बे समय तक लाभ मिल सकता है। इस अवसर पर श्री पवन साय, डॉ सुनील कुमार दास, डॉ विजय शंकर मिश्रा, डॉ संजय शुक्ला, आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रदीप के. पात्रा, डॉ. जेपी शर्मा, डॉ. सुशील हरीरमानी, डॉ. धीरेंद्र तिवारी सहित एशोसिएसन के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे।
श्री साव डागा महाविद्यालय के वार्षिक उत्सव में हुए शामिल
रायपुर/शौर्यपथ /अपनी मंजिल तय करते वक्त खुद को किसी सीमा में न बांधें, आत्मविश्वास के साथ शत प्रतिशत मेहनत करें। जो युवा आत्मविश्वास और उत्साह से भरा होता है वही सफल होता है और इतिहास बनाता है। असफलता से कभी निराश नहीं होना चाहिए, प्रयत्न करने से सफलता अवश्य मिलती है। उक्त बातें उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने डागा कन्या महाविद्यालय के वार्षिक उत्सव में कही।
उप मुख्यमंत्री श्री साव आज राजधानी रायपुर के कचहरी चौक स्थित श्रीमती प्रमिला गोकुलदास डागा कन्या महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव समारोह में शामिल हुए। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शैक्षणिक संस्थानों के लिए वार्षिक उत्सव का विशेष महत्व होता है। कार्यक्रम के आयोजन से विद्यार्थियों के अंदर छुपी हुई विभिन्न प्रकार की प्रतिभाओं के प्रदर्शन का अवसर मिलता है एवं उनमें आत्मविश्वास की वृद्वि होती है।
इस दौरान कार्यकम की अध्यक्षता राष्ट्रीय विद्यालय समिति के अध्यक्ष श्री अजय तिवारी ने की। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. संगीता घई के द्वारा वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिये छात्राओं के द्वारा एक से बढ़कर एक नृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में उपाध्यक्ष श्री गोवर्धन दास डागा मदन लाल तालेडा, सचिव श्री अनिल कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष श्री राज किशोर नत्थानी, श्री देवीचंद श्रीमाल, श्री रूपचंद श्रीमाल, श्री सुरेश शुक्ला, डागा महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. संगीता घई के साथ अन्य प्राध्यापकगण के अलावा कॉलेज की छात्राएं उपस्थित थी।
दुर्ग / शौर्यपथ / नगरीय निकाय चुनाव का आगाज हो चूका है पार्षद आरक्षण के बाद दुर्ग निगम के कई वरिष्ठ पार्षद इस आरक्षण के बाद राजनितिक सफ़र के एक ऐसे रास्ते पर पहुँच गए जो उनके लिए डेड एंड साबित हो सकता है वही कुछ पार्षद महापौर की रेस में शामिल होने के लिए अग्रसर है तो कुछ अन्य वार्डो की तलाश किन्तु वर्तमान स्थिति में अगर देखा जाए तो एक बार फिर राजनीती घमासान दोनों ही दलों में देखने को मिलेगी . कुछ सफल भी होंगे तो कुछ के लिए राजनितिक सफ़र 05 साल या अधिक समय के लिए बंद हो जायेगा . राजनितिक पड़ाव का आखिरी सफ़र कांग्रेस में ज्यादा देखने को मिलेगा भाजपा के पार्षदों को एल्डरमैन के रूप में पुनः सक्रियता निभाने का मौका मील सकता है .
भाजपा के शिवेंद्र परिहार , देव नारायण चंद्राकर , अरुण सिंह , मीना सिंह ओम,प्रकाश सेन ऐसे पार्षद रहे है जिन्होंने अपने वार्ड में लगातार सक्रीय भूमिका निभाई और संगठन में भी अपनी स्थिति मजबूत बनाए हुए है किन्तु आरक्षण की मार से अब नै भूमिका की तलाश में है ऐसे में महापौर के आरक्षण का भी इन्हें इंतज़ार है . प्रदेश में भाजपा की सत्ता होने से इनके लिए एल्डरमैन के रूप में एक मार्ग और खुला हुआ है वही महापौर आरक्षण के बाद बनी स्थिति में ए महापौर दावेदार के रूप में भी सामने आ सकते है . भाजपा के ये चार शिवेंद्र परिहार , देव नारायण चंद्राकर , अरुण सिंह,ओम प्रकाश सेन चेहरे अपने राजनितिक गुरुओ के सहारे इस रेस में शामिल है जो वार्ड में लोकप्रिय भी है इसमें से ओम प्रकाश सेन अपने वार्ड में महिला आरक्षित होने से परिवार के महिला सदस्य के साथ मैदान में उतर सकते है और जीत दर्ज कर सकते है वही देव नारायण चंद्राकर बगल के वार्ड में कुच कर अपना निगम का राजनीती सफ़र जारी करे तो भी कोई आश्चर्य नहीं होगा वही एल्डरमैन के लिए भी मार्ग प्रशस्त है .
वही अगर कांग्रेस की बात कही जाए तो ऋषभ जैन किसी अन्य वार्ड से टिकिट की उम्मीद तो कर सकते है किन्तु विधान सभा चुनाव के बाद बनी स्थिति और आरक्षण की मार से इनका आगे का मार्ग लम्बे समय के लिए विराम की दिशा में संकेत कर रहा है . कुछ ऐसी ही स्थिति मनदीप भाटिया की भी है प्रथम बार निगम चुनाव लड़ कर पार्षद और फिर बाद में एमआई सी सदस्य बने किन्तु आरक्षण की ऐसी हवा चली की आगे का मार्ग वर्तमान परिदृश्य में बंद ही नजर आ रहा है . कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद टाइगर अभि जिन्दा है के संबोधन को सार्थक करते हुए एक बार फिर चुनावी मैदान में उअतारने की तैयारी में है ऐसी भी चर्चा है कि वार्ड 39 से ए चुनावी मैदान में उतर सकते है जहाँ से वर्तमान में पुष्पा गुलाब वर्मा मैदान में है इस बार यह वाद सामान्य होने से और पूर्व में कांग्रेस का वार्ड होने से कांग्रेस इस वार्ड को एक बार फिर अपने खेमे में लाने की कोशिश करेगी वही भाजपा के संभावित प्रत्याशी गुलाब वर्मा से मुकाबला करने में मदन जैन ही उपयुक्त हो सकते है . दुर्ग निगम महापौर धीरज बाकलीवाल का वार्ड ओबीसी महिला होने से अब अपने निवास वार्ड 45 जो कि सामान्य है पर निगाह है किन्तु इस वार्ड में कांग्रेस के लिए प्रत्याशी के रूप में पूर्व विधायक अरुण वोरा की पहली पसंद राजेश शर्मा ही हो सकते है . दुर्ग कांग्रेस में राजेश शर्मा ही एक ऐसे कांग्रेसी है जो कही से भी कांग्रेस के लिए सक्रीय नहीं रहे है सिर्फ वोरा परिवार के करीबी होने से इस परिवार के लिए पूर्व विधायक अरुण वोरा सभी नियमो को दरकिनार कर देते है और अपनी कही बातो से भी मुकर जाते है जैसा कि पिछले कार्यकाल में देखने को मिला वार्ड 45 से पार्षद रहे किन्तु सक्रिय के लिहाज से और हार की संभावना से इमके वार्ड को परिवर्तित कर 46 नंबर से श्रीमती कमला शर्मा को टिकिट मिला जिसके कारण कांग्रेस ने अपने मजबूत कार्यकर्ता लीला पाल को भी खो दिया किन्तु सत्ता की ताकत के आगे सब जायज का किस्सा यहाँ भी चला वही एल्डरमैन के लिए राजेश शर्मा के नाम को नामित कर कई कांग्रेसियों से भी नाराजगी मोल ली जो विधान सभा चुनाव में हार का एक प्रमुख कारण रही और अपने ही वार्ड से प्रत्यशी के रूप में अरुण वोरा की हार हुई अब एक बार फिर वार्ड 45 सामान्य सीट के लिए वर्तमान महापौर बाकलीवाल और राजेश शर्मा किसी एक पर मुहर लगाने में बड़ी भूमिका अरुण वोरा की होगी जो उनके आगे की राजनितिक सफ़र के लिए भी काफी अहम् होगी . वही हमीद खोखर जो अपने वार्ड से लगातार तीन बार विजयी हुए है इस बार महिला आरक्षित होने से चुनाव मैदान से हटने की बात कह रहे है किन्तु राजनीती में कब क्या हो कहना संभव नहीं ऐसे में अंतिम समय में परिवार के किसी को चुनावी मैदान में भी उतार सकते है और यह सीट कांग्रेस के खाते में डाल सकते है जो कि आने वाले समय में स्पष्ट हो जायेगा .
राजनीती एक ऐसा मंच है जहन स्थिति निरंतर बदलती है ऐसे में कयासों का बाजार लगातार इस ठण्ड में गर्मी प्रदान कर्ता रहेगा स्थितिया बदलेंगी और चर्चाये भी दोस्त कब दुश्मन बनेगे , दुश्मन कब दोस्त बनेगे यह कहा नहीं जा सकता क्योकि राजनीती में पद महत्तवपूर्ण होता है दोस्ती दुश्मनी राजनीती में लम्बे समय के लिए नहीं होती .
चुनावी विश्लेषण
शरद पंसारी (संपादक शौर्यपथ दैनिक समाचार )
दुर्ग / शौर्यपथ / सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप-3 (एसएमएस-3) द्वारा 19 दिसंबर को सुरक्षा उत्कृष्टता पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम एचआर-एलएंडडी के कोन्फेरेंस हॉल में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (अनुरक्षण एवं उपयोगिताएँ) बी के बेहेरा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष व मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-3) श्री प्रमोद कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया।
मुख्य अतिथि ने पुरस्कृत कार्मिकों को बधाई देते हुए उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन की प्रशंसा की। उन्होंने विभाग द्वारा सुरक्षा के प्रति किये गए प्रयासों की सराहना करते हुए सभी को सुरक्षित कार्यशैली अपनाने की प्रेरणा दी। इस समारोह में मुख्य अतिथि श्री बेहेरा ने सुरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कार्मिकों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर प्रमोद कुमार ने कर्मियों द्वारा सुरक्षित कार्यप्रणाली के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। प्रमोद कुमार ने बड़े ही सरल शब्दों में सुरक्षित एवं उत्कृष्ट कार्य प्रणाली की व्याख्या करते हुए सभी कर्मियों को सुरक्षा के प्रति हमेशा सजग रहने के लिए प्रेरित किया।
इस समारोह में वर्ष 2023 के एच1/एच2 सुरक्षा आंकड़ों के आधार पर, 56 चुनिंदा ठेका कर्मियों को उनके उत्कृष्ट सुरक्षा प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार तीन प्रमुख श्रेणियों - "सुरक्षा सर्वोत्तम", "सुरक्षा अनमोल" और "सुरक्षा दक्ष" में वितरित किए गए। इस अवसर पर पुरस्कार प्राप्त कार्मिकों को उनके परिवारों की उपस्थिति में सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में महाप्रबंधक (एसएमएस-3) व विभागीय सुरक्षा अधिकारी श्रीमती पुष्पा एम्ब्रोस, महाप्रबंधक (एसएमएस-3) टी बैठा, महाप्रबंधक (एसएमएस-3) संजीब कुमार मिश्रा सहित स्टील मेल्टिंग शॉप-3 के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। कर्यक्रम का संचालन उपप्रबंधक (एसएमएस-3) श्रीमती अर्चना अतिका सिंह ने किया और धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक (एसएमएस-3) कमल किशोर द्वारा किया गया।
उल्लेखनीय है कि यह पुरस्कार संयंत्र के अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं में ठेका कर्मियों द्वारा सुरक्षित कार्य प्रणाली अपनाने, सुरक्षा मानदंडों का पालन करने और कार्यस्थल पर सुरक्षा के प्रति सख्त रवैया अपनाने के लिए प्रदान किया जाता है। इस सम्मान से यह स्पष्ट है कि सुरक्षा केवल एक की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि संयंत्र के हर कर्मी की प्राथमिकता है।