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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के महान समाजसेवी और दानवीर दाऊ कल्याण सिंह की जयंती (04 अप्रैल) के अवसर पर उन्हें सादर नमन किया है। उन्होंने कहा कि दाऊ कल्याण सिंह न केवल अपनी दानशीलता के लिए प्रसिद्ध थे, बल्कि वे एक ऐसे मनीषी थे जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन जनसेवा और सामाजिक उत्थान के लिए समर्पित कर दिया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि दाऊ कल्याण सिंह ने अस्पताल, पुस्तकालय, कॉलेज और जलाशय जैसे सार्वजनिक हित के कार्यों हेतु भूमि का दान दिया। उनका यह योगदान शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज कल्याण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ, जिससे प्रदेश के प्रत्येक वर्ग को लाभ मिला।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि दाऊ कल्याण सिंह जैसी विभूतियाँ समाज को सेवा, समर्पण और संवेदना के मूल मूल्यों से जोड़ती हैं। उनका जीवन इस बात का उदाहरण है कि कैसे एक व्यक्ति का त्याग और दूरदर्शिता पूरे समाज को दिशा दे सकती है। दाऊ कल्याण सिंह का नाम छत्तीसगढ़ की माटी में सदा-सर्वदा के लिए अंकित है। उनके कार्य और मूल्य आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा-पुंज बने रहेंगे। उनका आदर्श जीवन हमें यह सिखाता है कि सच्चा सम्मान उसी को मिलता है, जो अपना जीवन समाज की सेवा में लगाता है।
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में विभिन्न मंडल एवं निगमों के नव नियुक्त अध्यक्षों ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री साय ने उन्हें उनके नवीन दायित्व के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस दौरान छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी, छत्तीसगढ़ स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन (नागरिक आपूर्ति) अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम अध्यक्ष सौरभ सिंह, छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कार्पोरेशन लिमिटेड अध्यक्ष दीपक महस्के एवं छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल अध्यक्ष अनुराग सिंह देव उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ी अग्रवाल भवन में नवनिर्मित आडिटोरियम का लोकार्पण करते हुए दानदाताओं को किया सम्मानित
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज द्वारा दानशीलता दिवस पर आयोजित सम्मान एवं शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। उन्होंने इस दौरान छत्तीसगढ़ी अग्रवाल भवन में समाज द्वारा नवनिर्मित 200 सीटर ऑडिटोरियम का लोकार्पण और दान दाताओं का सम्मान भी किया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अग्रवाल समाज की दानशीलता के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि मानवता की सेवा और दानशीलता के लिए अग्रवाल समाज हमेशा ही आगे रहा है। छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज का छत्तीसगढ़ से काफी पुराना नाता रहा है। लगभग 400 साल पहले जब से अग्रवाल समाज का छत्तीसगढ़ में पदार्पण हुआ है, तब से छत्तीसगढ़ के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि अग्रवाल समाज व्यापार व्यवसाय से जुड़ा हुआ है जो कठिन परिश्रम तथा लगन से कार्य करते हुए मानवता की सेवा में जुटा रहना वाला समाज है। अग्रवाल समाज के द्वारा कोविड की विषम परिस्थिति में भी मानव सेवा सम्बंधी किए गए कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता।
मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज के दानदाताओं के सहयोग का उल्लेख किया। इनमें उन्होंने डीकेएस अस्पताल, एम्स, शीतलबांधा तालाब सहित अनेक कार्यों का उल्लेख किया। कृषि विश्वविद्यालय के लिए 1900 एकड़ भूमि समाज के दानदाताओं द्वारा दी गई है। अनेक धर्मशाला, तालाब, मंदिर, गौशाला, छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज के द्वारा बनाई गई है। इन कार्यों से समाज का हर वर्ग लाभान्वित है। सामाजिक समरसता का इससे अनूठा उदाहरण और कुछ नहीं हो सकता।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर ही नहीं बल्कि प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज के लोगों ने सेवा के ऐसे काम किए हैं, जो सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, कन्या विवाह, रोजगार जैसे अनेक क्षेत्रों में आप सभी ने जरूरतमंदों की सेवा की है। हमारा प्रदेश छत्तीसगढ़ देश-दुनिया में सामाजिक समरसता के लिए जाना जाता है। इसके पीछे छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज की महत्वपूर्ण भूमिका है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों के अनुरूप 2047 में विकसित भारत के साथ विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य को पाने में अग्रवाल समाज की महत्वपूर्ण भूमिका रहेंगी। इस दौरान उन्होंने समाज के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ भी दिलाई। साथ ही मुख्य मंच से दान देने वाले अग्रणी परिवारों को सम्मानित किया। इस अवसर पर रायपुर दक्षिण विधायक सुनील सोनी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, रायपुर नगर निगम महापौर श्रीमती मीनल चौबे, श्री संजय श्रीवास्तव, श्री दाऊ अनुराग अग्रवाल सहित समाज के गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
राजनांदगांव/शौर्यपथ / गर्मियों का मौसम आते ही तापमान में बढ़ोतरी, धूप की तेज़ी और नमी का असर हमारी सेहत पर भी पड़ने लगता है। गर्मी के साथ कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जो अक्सर हमारी लापरवाही के कारण होती हैं। अचानक ठंडी चीजें खाने या पीने से लेकर पाचन संबंधी समस्याओं तक, कई परेशानियाँ गर्मी में सामने आ सकती हैं। इस मौसम में अपनी सेहत का ध्यान रखना और कुछ सावधानियाँ बरतना बेहद जरूरी है।
मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव के एसोसिएट प्रोफेसर तथा शहर के जाने माने डॉक्टर प्रकाश खुटे ने शौर्यपथ को बताया की अप्रैल के महीने में तापमान में उतार-चढ़ाव देखा जाता है, जो शरीर के लिए आसान नहीं होता। बदलते मौसम में शरीर को नए वातावरण के साथ तालमेल बिठाने में समय लगता है, जिससे इम्यून सिस्टम पर दबाव पड़ता है। इस दौरान शरीर की बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने की क्षमता कमजोर हो जाती है। गर्मियों में हवा में नमी भी बढ़ जाती है, जिससे बैक्टीरिया के पनपने का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। इसके अलावा, इस मौसम में वायरल इन्फेक्शन, जैसे सर्दी, खांसी और फ्लू का खतरा बढ़ जाता है। गर्मियों में भोजन जल्दी खराब होता है, जिससे डायरिया, पेट दर्द और अन्य पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं
O गर्मी में बढ़ जाता है लू का खतरा
डॉ खूंटे ने कहा की बढ़ती गर्मी के साथ सावधानी बरतने की जरूरत है, लापरवाही से 'लू' लगने का ख़तरा होता है। यदि तेज़ बुखार के साथ मुंह सूख रहा हो,सर में भारीपन और दर्द हो,चक्कर,उल्टी ,कमज़ोरी ,तापमान अधिक होने के बाद भी पसीना न आ रहा हो तो ऐसा 'लू' लगने के कारण होता है। कुछ केस में बेहोशी भी आ सकती है। ज्यादा समय तक तेज गर्मी में रहने से शरीर में पानी तथा खनिज की कमी के कारण 'लू' लग जाती है । इससे बचाव हेतु बहुत आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकलें।बाहर जाने की स्थिति में पूरी बाँह के नरम मुलायम सूती कपड़े पहनें, सिर और चेहरे को अच्छी तरह से ढंकें, ठंडा तरल पदार्थ तथा पानी का सेवन करते रहें । भोजन साफ और ताज़ा करें।
O गर्मी में डिहाइड्रेशन और पानी की कमी
डॉ खूंटे ने बताया की गर्मी में शरीर को अधिक पानी की जरूरत होती है। पानी की कमी से डिहाइड्रेशन, सिरदर्द, चक्कर आना और थकावट जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस दौरान शरीर की पाचन क्रिया भी धीमी हो जाती है, जिससे भोजन का पाचन सही से नहीं हो पाता। इससे अपच, गैस, भारीपन और पेट की समस्याएं हो सकती हैं।
O गर्मी में क्या खाएं और किससे बचें
गर्मी में तला-भुना और मसालेदार खाना से बचना चाहिए क्योंकि यह शरीर में भारीपन और पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। फास्ट फूड और जंक फूड से भी बचना चाहिए, क्योंकि इनसे पेट की समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसके बजाय हल्का, सुपाच्य और पौष्टिक भोजन जैसे ताजे फल, सलाद, दही, और पानी वाले खाद्य पदार्थ खाना चाहिए। यह पाचन तंत्र को ठीक रखने और शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है।
O ठंडी चीजों से बचें
गर्मियों में कुछ लोग अचानक गर्म चाय, कॉफी या सूप से ठंडे पेय पदार्थों जैसे कोल्ड ड्रिंक्स, आइसक्रीम और ठंडा पानी की ओर शिफ्ट कर लेते हैं। यह सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अचानक ठंडा पानी या ठंडी चीजें पीने से पाचन तंत्र पर नकारात्मक असर पड़ता है और गले में खराश या इन्फेक्शन हो सकता है। इसलिए ठंडे पदार्थों का सेवन धीरे-धीरे करें और अपने शरीर को पूरी तरह से शांत और ठंडा होने का समय दें।
O बीमारियों से बचाव के उपाय
O गर्मी में बाहर निकलते समय हेड कवर और सनस्क्रीन का उपयोग करें।
O पानी अधिक मात्रा में पिएं, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे।
O ताजे फल और हल्के, सुपाच्य भोजन का सेवन करें।
O मौसम बदलते समय इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के लिए पौष्टिक आहार लें।
O सर्दी, खांसी और फ्लू जैसे वायरल इन्फेक्शन से बचने के लिए खांसी और जुकाम से बचाव के उपाय अपनाएं।
डॉ खुटे ने कहा की गर्मी में स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए छोटी-छोटी सावधानियाँ अपनाकर हम इन बीमारियों से बच सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
नारायणपुर / शौर्यपथ / प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश कोंडागांव के पद पर पदस्थ उत्तरा कुमार कश्यप के स्थानांतरण होने पर जिले के अधिवक्ता संघ के द्वारा भावनात्मक विदाई दी गई अधिवक्ता संघ नारायणपुर के सचिव जितेंद्र शुक्ला, जे . एस राठौर, चंद्र प्रकाश कश्यप दीपक दास, रोशन साहू अधिवक्ता संघ भावनात्मक विदाई के अवसर पर पुष्प गुच्छ के साथ सप्रेम भेंट दिया गया। जिले के लिए अपर सेशन न्यायालय न्यायिक कर्मचारी आवास, न्यायालय न्यायाधीश आवास एवं न्यायालय की न्यायिक भूमि में प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश उत्तरा कुमार कश्यप का योगदान एवं उसके कार्यकाल में प्राप्त हुआ जिससे जिले वाले के होने वाली परेशानी दूर हुआ है इस योगदान को अधिवक्ता संघ नारायणपुर के द्वारा याद करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए भावनात्मक विदाई दी गई।
नारायणपुर/ शौर्यपथ / कलेक्टर प्रतिष्ठा मुमगाईं और जिला पंचायत सीईओ आकांक्षा शिक्षा खलखो ने नेलवाड़, लाल सुहनार, छोटे सुहनार और टिमनार पहुंच कर निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवासों का निरीक्षण करते हुए आवासों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने निरीक्षण करते हुए छोटे सुहनार के आंगनबाड़ी केंद्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से बच्चों को दी जाने वाली पौष्टिक भोजन, उपस्थिति और बच्चों को आंगनबाड़ी में उपयोग किए जाने वाले शौचालय संबंधी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान ग्राम पंचायत नेलवाड के सरपंच सुलमा करंगा से ग्राम पंचायत की विकास कार्य संबंधी जानकारी लेते हुए कहा कि आपके ग्राम पंचायत में कितने प्रधानमंत्री आवास बनाए जा रहे हैं तथा कब तक पूर्ण कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि नेलवाड़ ग्राम पंचायत में 46 प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किया गया है, जिसमें से 05 आवास पूर्ण हो चुका है। इसी प्रकार ग्राम टिमनार में 21 आवास स्वीकृत किया गया है, जिसमें से 12 आवास पूर्ण होने की जानकारी दी गई। इस दौरान कलेक्टर ने सरपंच सुलमा करंगा से स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या और शिक्षकों की पदस्थापना संबंधी जानकारी ली। ग्राम लाल सुहनार के सिंगलुराम वड्डे के प्रधानमंत्री आवास का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उनके छोटे भाई गाडोराम वडडे नेे मकान संबंधी सामग्रियों के बारे में जानकारी दी तत्पश्चात जैनी वड्डे के निर्माणधीन प्रधानमंत्री आवास का अवलोकन किया गया। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास के प्रथम किस्त की जानकारी ली तथा मकान को शीघ्र पूर्ण कराने के लिए जनपद सीईओ को दिये।
कलेक्टर ने कस्तुरवाड़ के प्राथमिक शाला और आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण करते हुए साफ सफाई, शौचालय और स्कूल के बच्चों की दर्ज संख्या संबंधी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान सरपंच द्वारा स्कूल का मरम्मत किए जाने संबंधी मांग किए जाने पर कलेक्टर ममगाईं ने सरपंच से कहा 15वीं वित्त के मद की राशि से स्कूल भवन का मरमत करवाने की बात कही। कलेक्टर द्वारा स्कूल में लगाई गई सोलर पैनल का भी जानकारी लेते हुए उपयोग किए जाने संबंधी जानकारी ली गई। स्कूल परिसर में स्थित आंगनबाड़ी भवन का भी अवलोकन किया गया। कलेक्टर ने ग्राम कस्तुरवाड़ की हितग्राही मनायबाई करंगा के निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवास का भी जायजा लिया और कस्तुरवाड़ के सभी निर्माणाधीन अधूरे प्रधानमंत्री आवासों को शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश जनपद सीईओ को दिए। उसके पश्चात हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर नेलवाड़ का निरीक्षण किया गया। उप स्वास्थ्य केंद्र में उपस्थित सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी और ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक द्वारा बताया गया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के अंतर्गत गर्भवती माताओं को टीकाकरण, बीपी, सुगर, मलेरिया जांच और संस्थागत प्रसव कराया जाता है। उन्होंने मरीजों को दी जाने वाली दवाईयों की एक्सपायरी का भी जांच किया। कलेक्टर ने जानकारी लेते हुए इस क्षेत्र के जननी सुरक्षा योजना के हितग्राहियों को लाभान्वित किए जाने के निर्देश दिए। उप स्वास्थ्य केंद निरीक्षण पश्चात निर्माणाधीन उचित मूल्य दुकान नेलवाड़ का अवलोकन किया।
उन्होंने निरीक्षण करते हुए राशन दुकान को गुणवत्तायुक्त शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। नेलवाड़ के प्रधानमंत्री आवासों का निरीक्षण पश्चात् टिमनार के निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवासों का निरीक्षण किया गया। उन्होंने ग्राम टीमनार के हितग्राही मंतेर के अधूरे निर्माण कार्यों को निरीक्षण करते हुए एक माह के भीतर पूर्ण कराने के निर्देश जनपद सीईओ को दिए।
कलेक्टर ने किया देवगांव के पोर्टाकेबिन का निरीक्षण
कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं द्वारा देवगांव के पोर्टाकेबिन का निरीक्षण किया गया। उन्होंने अधीक्षक को पोर्टाकेबिन के व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने निरीक्षण करते हुए पोर्टाकेबिन के किचन कक्ष, मनोरंजन कक्ष, बालक एवं बालिका छात्रावास के कक्षों का अवलोकन कर साफ सफाई और भोजन संबंधी जानकारी लेते हुए अधीक्षक को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने पोर्टाकेबिन में पानी खपत को रोकने के लिए पानी की टंकी निर्माण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मनोरंजन कक्ष में उपस्थित बच्चों से छात्रावास की समस्या संबंधी जानकारी लेते हुए व्यवस्थाओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एलएन पटेल, उप अभियंता लक्ष्मीकांत पटेल, सरपंच नेलवाड़ सुश्री सुलमा करंगा, उप सरपंच चंदरराम वड्डे सहित आवास मित्र उपस्थित थे।
दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह विधेयक मुसलमानों के खिलाफ नहीं है।यह विधेयक मुसलमानों की सुरक्षा करता है।यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक विधेयक है।यह एक बड़ा सुधार है और सभी के लिए न्याय सुनिश्चित करेगा।एक ऐसी संस्था,जो अपारदर्शी,भ्रष्ट और जवाबदेही से दूर थी,उसे आखिरकार व्यवस्थित किया गया है।यह विधेयक लंबे समय से लंबित था।यह वास्तव में भारत और खासकर मुस्लिम समुदाय के लिए एक नया सवेरा लेकर आया है।वक्फ बिल में किए गए संशोधन सकारात्मक हैं और पारदर्शिता लाने के मकसद से किए गए हैं।यह बिल वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को बेहतर बनाने और दुरुपयोग को रोकने के लिए है।इस विधेयक का उद्देश्य देशभर में वक्फ बोर्डों के स्वामित्व वाली संपत्तियों को विनियमित करने वाले कानूनों में बड़े बदलाव लाना है।विपक्ष द्वारा लगातार ये नैरेटिव बनाने का प्रयास किया जा रहा है कि ये बिल मुसलमान विरोधी है।ये बिल कहीं से मुसलमान विरोधी नहीं है।वक्फ कोई मुस्लिम संस्था नहीं है,वक्फ कोई धार्मिक संस्था नहीं है,एक ट्रस्ट है,जो मुसलमानों के कल्याण के लिए काम करता है।उस ट्रस्ट को ये अधिकार होना चाहिए कि वो सभी वर्गों के लोगों के साथ न्याय करे जो नहीं हो रहा है।डॉ.प्रतीक उमरे ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में नहीं आती तो कई अन्य संपत्तियां भी गैर-अधिसूचित हो गई होतीं।आजादी के बाद 1954 में वक्फ एक्ट पहली बार बना।उस समय स्टेट वक्फ बोर्ड का भी प्रावधान किया गया था।उस वक्त से कई संशोधनों के बाद 1995 में वक्फ एक्ट बना।उस वक्त किसी ने नहीं कहा कि ये गैरसंवैधानिक है।जब सरकार उसी बिल को सुधारकर लाई हैं तो विपक्ष कहती है कि यह गैरसंवैधानिक है।धर्मनिरपेक्षता का चश्मा लंबे वक्त से भाजपा सरकार के फैसलों के खिलाफ पहनकर विपक्ष खुद को सेक्युलरिज्म का सियासी चैंपियन दिखाता रहा,लेकिन वक्फ विधेयक पारित कर मोदी सरकार ने साफ कर दिया है की सेक्युलरिज्म की वो परिभाषा नहीं चलेगी,जो विपक्ष चाहता आया है।
छत्तीसगढ़ में जनता टैक्स के बोझ और व्यापारी जीएसटी के भयादोहन से परेशान
रायपुर/ शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ जीएसटी वसूली में देश में नंबर आने के सरकार के दावे पर कांग्रेस ने सवाल खड़ा किया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि विष्णुदेव साय सरकार कर वसूली के मामले में अंग्रेजों से भी बेरहम है। जन विरोधी भाजपा सरकारों का एक सूत्रीय नारा है की दैनिक उपभोग की वस्तुएं महंगी कर दो ज्यादा कीमत अर्थात उस पर ज्यादा टैक्स और सरकार को ज्यादा आमदनी। एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद बेरोजगारी बढ़ी है आमदनी घटी है, आम जनता की क्रश क्षमता घटी है, ऐसे में जीएसटी कलेक्शन में 18 प्रतिशत की ऐतिहासिक वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार आम जनता से बेरहमी से कर वसूल रही है। सरकार ने टैक्स वसूली के नाम पर व्यापारियों को परेशान किया, फाईन अर्थदंड ज्यादा वसूला, जबरिया छापेमारी कर व्यापारियों से भयादोहन किया गया। इसी से राज्य का जीएसटी कलेक्शन बढ़ गया। जिस बात के लिए भाजपा की सरकार को आम जनता से माफी मांगनी चाहिए उसे उपलब्धि बता कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि ओपी चौधरी के वित्त मंत्री बनने के बाद छत्तीसगढ़ के व्यवसायी भय और आतंक के माहौल में व्यवसाय करने मजबूर हैं। प्रदेश के राजस्व संग्रहण में प्रमुख योगदान देने वाले आम व्यापारीयों से साय सरकार चोर और डकैतों के समान व्यवहार कर रही है। केवल जीएसटी से इस लोभी सरकार का पेट नहीं भर रहा है, व्यापारियों के परिसर में अनावश्यक छापे डाले जा रहे हैं, अनुचित ब्याज और पेनाल्टी जबरिया वसूला जा रहा है, व्यापारियों के बीच भय का माहौल व्याप्त है। जीएसटी की इतनी बर्बतापूर्वक कार्यवाहियां पूरे देश में कहीं नहीं हो रही है, जितना बीजेपी सरकार आने के बाद से छत्तीसगढ़ में हो रही है। व्यापारियों के खिलाफ प्रशासनिक आतंक, दमन और अत्याचार के मामले में छत्तीसगढ़ पूरे देश में पहले स्थान पर आ गया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि साय सरकार की गलत औद्योगिक नीतियों के चलते प्रदेश में नए उद्योग तो लग नहीं पा रहे हैं बल्कि पूर्व से संचालित उद्योग भी लगातार बंद हो रहे हैं। घटते उत्पादन क्षमता के बावजूद जीएसटी संग्रहण में ऐतिहासिक वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि साय सरकार अत्यधिक टैक्स, अनुचित ब्याज और पेनाल्टी वसूल कर बचे खुचे उद्योग और व्यवसाय का भी कमर तोड़ रही है। भाजपा की सरकार आने के बाद उद्योगों को दी जाने वाली बिजली के दाम चार-चार बार बढ़ाए गए जिसके चलते बड़ी संख्या में स्पंज आयरन, रोलिंग मिल, राइस मिल सहित कृषि और वन आधारित उद्योग बंद हुए हैं, बड़ी संख्या में रोजगार घटे हैं, घरेलू बचत कम हुआ है, क्रय क्षमता घटी है उसके बावजूद आमजनता से जीएसटी की अधिक वसूली भाजपा सरकार के जन विरोधी चरित्र का प्रमाण है।
बस्तर पंडुम की चर्चा देश-विदेश में -केदार कश्यप
उप मुख्यमंत्री और वनमंत्री ने किया बस्तर पंडुम के संभागीय स्तरीय कार्यक्रम का उद्घाटन
मंत्रियों ने स्टॉल का अवलोकन करने सहित स्थानीय व्यंजन का स्वाद लेकर की सराहना
रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ बस्तर पंडुम का आयोजन
रायपुर/शौर्यपथ /राज्य शासन द्वारा बस्तर की समृद्ध जनजातीय कला एवं संस्कृति के धरोहर को पुनर्जीवित कर इसे देश और वैश्विक पटल पर रखने सहित स्थानीय जनजातीय समुदाय के लोगों को अमिट पहचान और समुचित सम्मान दिलाने के उद्देश्य से बस्तर पंडुम 2025 यथा बस्तर का उत्सव का भव्य संभागीय स्तरीय कार्यक्रम आयोजन दंतेवाड़ा के हाईस्कूल मैदान में किया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और वनमंत्री केदार कश्यप ने बस्तर पंडुम के संभागीय स्तरीय कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि नवरात्रि के अवसर पर बस्तर की वैभव-गौरवशाली संस्कृति को सहेजने और संवारने सहित वैश्विक पटल पर पहुंचाने के लिए सरकार ने बस्तर पंडुम कार्यक्रम का आयोजन किया है। जिससे बस्तर की संस्कृति, परंपरा को दुनिया के लोगों को जानने-समझने का अवसर मिलेगा। बस्तर अद्भुत सांस्कृतिक परम्परा, रीति रिवाज और जनजातीय व्यंजन से समृद्ध है, इस पावन धरा में जन्म लेना सौभाग्य की बात है। इस क्षेत्र में मेरा जन्म ना होने से यहाँ की संस्कृति और अनेक स्वादिष्ट व्यंजन से मैं वंचित रहा हूँ पर आज इस कार्यक्रम में मुझे बस्तर की सभी स्वाद का अनुभव करने का अवसर मिला। उन्होंने बस्तर में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाकर लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने हेतु सार्थक प्रयास करने की बात कही ।
वनमंत्री केदार कश्यप ने कहा कि बस्तर पंडुम की चर्चा देश-विदेश में हो रही है लोग बस्तर की संस्कृति को समझने के लिए लालायित हो रहे हैं। इसके साथ ही बस्तर क्षेत्र के स्थानीय व्यंजन, वेशभूषा- आभूषण जोे विलुप्तप्राय हैं ऐसी समृद्ध संस्कृति को बचाने की पहल बस्तर पंडुम के माध्यम से की जा रही है। इस कार्यक्रम में समूचे संभाग के जिलों के प्रतिभागियों द्वारा शानदार प्रदर्शनी लगाई गई है। उन्होंने दंतेवाड़ा का फाल्गुन मंडई और बस्तर में आयोजित बस्तर दशहरा को सामाजिक समरसता का प्रतीक निरूपित करते हुए कहा कि समाज के लोग इस परंपरा को संवर्धित कर रहे हैं। हमारे बस्तर क्षेत्र में जन्म से मृत्यु तक पंडुम मनाते हैं। इस समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का संदेश देने में हमारी परंपरा, रीति -रिवाज की अहम भूमिका है। कार्यक्रम में विधायक चैतराम अटामी, जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी ने भी संबोधित किया। संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य ने कार्यक्रम की रूपरेखा की जानकारी दी ।
कार्यक्रम के शुरुआत में दोनों मंत्रियों ने प्रदर्शनी में लगे जनजातीय कला स्टॉल का अवलोकन कर प्रदर्शनी में लगे जनजातीय संस्कृति के वाद्य यंत्र का वादन किया और स्थानीय एवं जनजातीय व्यंजन का स्वाद लेकर सराहना किए। इस अवसर पर विधायक दंतेवाड़ा श्री चैतराम अटामी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री नंदलाल मुड़ामी, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती पायल गुप्ता, महिला आयोग की सदस्य श्रीमती ओजस्वी मंडावी सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी., संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य, डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक गौरव राय, सीईओ जयंत नाहटा सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।
इस मौके पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ बस्तर पंडुम का भव्य आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि बस्तर पंडुम 2025 के अन्तर्गत सात विधाएं शामिल की गई है। जिसमें संभाग के सातों जिलों के विजेताओं के मध्य प्रतियोगिता आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में जनजातीय नृत्यों के तहत गेड़ी, गौर-माड़िया, ककसाड़, मांदरी, हुलकीपाटा, परब सहित लोक गीत श्रृंखला के तहत जनजातीय गीत-चौतपरब, लेजा, जगारगीत, धनकुल, हुलकी पाटा (रीति-रिवाज, तीज त्यौहार, विवाह पद्धति एवं नामकरण संस्कार आदि) जनजातीय नाट्य श्रेणी में भतरा नाट्य जिन्हें लय एवं ताल, संगीत कला, वाद्य यंत्र, वेशभूषा, मौलिकता, लोकधुन, वाद्ययंत्र, पारंपरिकता, अभिनय, विषय-वस्तु, पटकथा, संवाद, कथानक के मानकों के आधार पर मूल्यांकन किया गया। इसके अलावा जनजातीय वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन के…
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने 8 विशेषज्ञ चिकित्सकों व 31 चिकित्सा अधिकारियों के संविदा नियुक्ति आदेश जारी, स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने जारी किया आदेश
ग्रामीण और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा जिला अस्पतालों को मिले नए चिकित्सा अधिकारी व विशेषज्ञ चिकित्सक
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने व स्वास्थ्य सेवाओं की प्रदायगी हेतु पर्याप्त मानव संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संविदा पदों पर विशेषज्ञ चिकित्सकों व चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में में 31 चिकित्सा अधिकारियों (संविदा) व 08 विशेषज्ञ चिकित्सकों (संविदा) की पदस्थापना की गई है। जिससे त्वरित इलाज में तेजी आएगी और चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ावा मिलेगा। इन डॉक्टरों को संबंधित जिले के विभिन्न ग्रामीण और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा जिला चिकित्सालयों में पदस्थ किया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ द्वारा आज इन नवीन संविदा चिकित्सा अधिकारियों की पदस्थापना के आदेश जारी किए गए हैं।
विशेषज्ञ चिकित्सकों (संविदा) के जारी आदेश में डॉ. रितु बघमार जिला अस्पताल बलौदा बाजार-भाठापारा, डॉ. गौरव दानी जिला अस्पताल बेमेतरा, डॉ अशफाक हुसैन जिला अस्पताल दंतेवाड़ा, डॉ संतराम चुरेन्द्र व डॉ. ऋचा वर्मा की जिला अस्पताल दुर्ग, डॉ संजय कुमार सिंह जिला अस्पताल जांजगीर चांपा, डॉ मिलिंद मनोहर देवधर, शहरी सामुदायिक केन्द्र रायपुर व डॉ शिवम जायसवाल की जिला अस्पताल सूरजपुर में पदस्थापना की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की प्राचीन विधा योग को विश्वपटल पर किया स्थापित - मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
स्वस्थ तन-मन के लिए योग को करें अपनी दिनचर्या में शामिल - मुख्यमंत्री
रायपुर/शौर्यपथ / योग आत्मा, मन और शरीर को संतुलित करने का सबसे बड़ा माध्यम है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को विश्वपटल पर स्थापित किया और आज पूरी दुनिया भारत की इस प्राचीन विधा को अपनाकर आरोग्य की प्राप्ति कर रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज छत्तीसगढ़ योग आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष रूपनारायण सिन्हा के पदभार ग्रहण हेतु अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
वैदिक मंत्रोच्चार के साथ राजधानी रायपुर के दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित गरिमामयी समारोह में मुख्यमंत्री साय ने संतों का अभिवादन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री साय ने योग आयोग के नव-नियुक्त अध्यक्ष सिन्हा को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सिन्हा को छत्तीसगढ़ को जोड़ने और स्वस्थ रखने की बड़ी जिम्मेदारी मिली है। जनसेवा को समर्पित उनका सामाजिक जीवन और सांगठनिक दायित्वों के लंबे अनुभव का लाभ योग आयोग के साथ ही प्रदेशवासियों को भी मिलेगा। 2017 में स्थापित योग आयोग की अब तक की यात्रा शानदार रही है और सिन्हा के नेतृत्व में यह नए कीर्तिमान स्थापित करेगी।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि भारत में योग ऋषि-मुनियों की देन है और वे इस सुंदर परंपरा के संवाहक भी हैं। योग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है और इसका अर्थ है जुड़ना या एकजुट होना, जो शरीर और चेतना के मिलन का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से ही योग रूपी इस चेतना का विश्वभर में विस्तार हुआ और संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने को मान्यता दी। श्री साय ने कहा कि योग विश्वभर में विभिन्न रूपों में प्रचलित है और इसकी लोकप्रियता निरंतर बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी से अपील करते हुए कहा कि हमें स्वस्थ तन-मन के लिए योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए और भावी पीढ़ी को योग से जोड़कर इसका महत्व समझाना चाहिए।
योग आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष रूपनारायण सिन्हा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि योग सभी के लिए है और सभी को जोड़ने का काम करता है। संगठन में काम करते हुए सदैव मैंने लोगों को जोड़ने का कार्य किया है और आज मुझे योग आयोग के माध्यम से सभी को जोड़ने की बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। सिन्हा ने कहा कि प्रकृति में अनेक महत्वपूर्ण संपदाएं उपलब्ध हैं, परंतु इनमें सर्वश्रेष्ठ मानव संपदा है। मुख्यमंत्री जी ने मुझे मानव संपदा को स्वस्थ रखने का जिम्मा सौंपा है और इसे पूरा करने के लिए योग को जन-जन तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है।हमारे प्रधानमंत्री जी नियमित योग करते हैं। उनकी ऊर्जा और कार्यक्षमता से आज सारी दुनिया वाकिफ है। सिन्हा ने योग की विश्वव्यापी लोकप्रियता और प्रासंगिकता पर अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, पूर्व राज्यपाल रमेश बैस, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, विधायक मोतीलाल साहू, विधायक संपत अग्रवाल, विधायक अनुज शर्मा, डॉ. रामप्रताप सिंह, संजय श्रीवास्तव, महामंडलेश्वर हरिहरानंद महाराज, पूज्य संत उदयनाथ जी महाराज, श्री वासु देवानंद जी महाराज, समाज कल्याण विभाग के सचिव श्री भुवनेश यादव, संचालक समाज कल्याण श्रीमती रोक्तिमा यादव सहित पूजनीय संत समाज, योग आचार्य और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुप्रसिद्ध कवि, लेखक एवं पत्रकार पद्मभूषण पंडित माखनलाल चतुर्वेदी की जयंती (04 अप्रैल) पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने पंडित माखन लाल चतुर्वेदी को स्मरण करते हुए कहा कि उनकी रचनाओं में प्रकृति प्रेम, त्याग, बलिदान और देशभक्ति का अनुपम संगम दिखाई देता है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पंडित माखनलाल चतुर्वेदी ने अपनी प्रभावशाली लेखनी के माध्यम से जनमानस में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत की और उन्हें स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान बिलासपुर के सेंट्रल जेल में लिखी गई उनकी प्रसिद्ध कविता ‘पुष्प की अभिलाषा’ आज भी लोगों के हृदय में देशभक्ति की भावना का संचार करती है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि चतुर्वेदी जी की उत्कृष्ट रचनाएं, उनमें निहित राष्ट्रप्रेम और संवेदना भावी पीढ़ियों के मन में सदैव देशभक्ति की भावना का संचार करती रहेंगी।