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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
रायपुर/शौर्यपथ / खाद्य विभाग का सर्वर तीन दिवस बाधित रहेगा, किन्तु खाद्यान्न वितरण पोर्टल को छोड़कर विभागीय सर्वर ही बाधित रहेगा। विभागीय आनलाइन कार्रवाई राज्य डाटा सेंटर में स्थित विभागीय सर्वर के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। जिसमें विभागीय डाटाबेस को स्थानांतरित करने की कार्यवाही 01 जुलाई से 03 जुलाई 2024 तक किया जाएगा। विभाग द्वारा एसीडी सर्वर में समय-समय पर ऑनलाईन जानकारी अपडेट की जाती है।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण संचालनालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में समस्त विभागीय ऑनलाईन कार्यवाही (खाद्यान्न वितरण पोर्टल को छोड़कर) राज्य डाटा सेंटर में स्थित विभागीय सर्वर के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। एसडीसी सर्वर में समय-समय पर दर्ज की जा रही समस्याओं के निराकरण हेतु नवीन क्लाउड सर्वर एनआईसी के माध्यम से किया जाता है।
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशन पर वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने राज्य के उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने राज्य के 17 महाविद्यालयों के लिए 79 करोड़ 19 लाख की राशि स्वीकृत की है। यह निर्णय शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता और प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, इससे राज्य के महाविद्यालयों में शिक्षा और अनुसंधान क्षमताओं में सुधार करने का अवसर मिलेगा। इस राशि का उपयोग शिक्षा सेवाओं के विस्तार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए किया जायेगा। राज्य के युवाओं को नवीनतम, उन्नत और विशेषज्ञता प्राप्त करने के भी अवसर मिलेंगे।
वित्त मंत्री श्री चौधरी के इस कदम से स्पष्ट है कि वे शिक्षा के माध्यम से राज्य के युवाओं के कैरियर में सुधार और प्रगति को बढ़ावा देने के पक्षधर हैं। उन्होंने शिक्षा में गुणवत्ता, समानता और सुविधाओं के स्तर में सुधार करने का संकल्प लिया है, जो राज्य के युवाओं के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल बस्तर, सरगुजा सहित मैदानी इलाकों के महाविद्यालयों के लिए राशि मंजूर की गई है। इसमें शासकीय महाविद्यालय समोदा (रायपुर), शासकीय महाविद्यालय मोपका-निपनिया (बलौदाबाजार-भाटापारा) शामिल है। इसी प्रकार शासकीय महाविद्यालय पिरदा (महासमुंद), शासकीय महाविद्यालय ठेलकाडीह (राजनांदगांव), शासकीय महाविद्यालय बरमकेला (रायगढ़), शासकीय महाविद्यालय नगरदा (जांजगीर-चांपा), शासकीय महाविद्यालय सकरी (बिलासपुर), शासकीय महाविद्यालय सारागांव (जांजगीर-चांपा), शासकीय महाविद्यालय बासीन (बालोद) सहित अन्य महाविद्यालयों के लिए राशि स्वीकृत की गई शामिल है।
राजस्व पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत 1 जुलाई से 15 जुलाई तक होगा आयोजन
रायपुर/शौर्यपथ /बलौदाबाजार जिले में 88 चिन्हांकित ग्राम पंचायतों, तहसील, उप तहसील एवं एसडीएम कार्यालयों में लंबित राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों में राजस्व विभाग के समस्त अधिकारी उपस्थित रहेंगे। इसके लिए विशेष शिविरों का आयोजन होगा। राजस्व पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत 1 जुलाई से 15 जुलाई तक उक्त शिविरों का आयोजन होगा।
इन शिविरों में लंबित प्रकरणों में नामांतरण, सीमांकन, बंटाकन, फौती, खाता, रिकॉर्ड दुरुस्तीकरण, ऑनलाइन रिकॉर्ड दुरुस्तीकरण,नजूल भूमि का नवीनीकरण, डायवर्सन, भू-भाटक राजस्व, राजस्व संग्रह, वसूली के लंबित मामले एवं राजस्व विभाग से सम्बंधित अन्य मामलों का निराकरण समय सीमा के भीतर करने के निर्देश कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने सभी राजस्व अधिकारियों को दिए है। शिविरों की व्यवस्था हेतु कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों से शिविरों को सफल बनाने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने जिले के सभी किसानों एवं आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा है की वह अधिक से अधिक इन शिविरों का लाभ लेकर शिविरों को अवश्य रूप से सफल बनाये। शिविरों में लंबित आवेदन के साथ नए आवेदन भी स्वीकार किए जाऐंगे। जिले के 88 ग्राम पंचायतों में शिविरों का आयोजन होगा।
इनमें 1 जुलाई को करमदा, नयापारा, जारा, तरेंगा, दामाखेड़ा, जांगड़ा, अर्जुनी (ब), बलौदा, सोनाखान, 2 जुलाई को झोंका, परसाडीह, दतान-प, कड़ार, करहुल, जरौद बड़े, पिपरछेड़ी, नरधा, नवागांव, 3 जुलाई को रसेड़ा, चंगोरी, देवसुंदरा, दतरेंगी, संजारीनवागांव, फरहदा, गिरौद, बार, 4 जुलाई को मुड़ियाडीह, करदा, कुसमी, सुरखी, रोहरा, आमाकोनी, बोरसी, अमोदी, कोसमसरा(ब), 5 जुलाई को परसाभदेर, पैजनी, अमेरा,खोखली, दरचुरा, नवापारा, कोसमसरा(क), मटिया, डुमरपाली, 8 जुलाई को बलौदाबाजार, डमरू, वटगन, खम्हरिया, बनसांकरा, सुहेला, गिधौरी, चांदन, 9 जुलाई को अर्जुनी, सुढ़ेली, गिधुपरी, गुड़ेलिया, कचलोन, खपराडीह, देवरीकला, कुम्हारी, सोनपुर, 10 जुलाई को चांपा, डोंगरा, दतरेंगी, खैरी, औरेठी, रावन, छरछेद, बिलारी(ज), 11 जुलाई को रिसदा, परसापाली, रोहांसी, निपनिया, कामता, नेवारी, झबड़ी, 12 जुलाई को सकरी, चितावर, दतान-ख, कोदवा, केसदा, बुड़गहन, कटगी, 15 जुलाई को भाठागांव, लाहोद, औटेबंद, नेवधा, हिरमी शिविर का आयोजन किया जायेगा।
उक्त शिविर में ग्राम करमदा के शिविर में कोलियारी, धवई, गैतरा, नयापारा में ताराशिव, चिचिरदा, पण्डरिया, जारा में फुण्डरडीह, रेंगाडीह, मुसवाडीह, साराडीह, छेरकाडीह-स, खपरी-स, पसरवानी, गाड़ाभाठा, औरासी, तरेंगा में पेण्ड्री, ढाबाडीह, सुमा, कैथी, खोलवा, टिकुलिया, धौराभाठा, ढाबाडीह, दामाखेड़ा में तोरा, तुलसी, चक्रवाय, धोबनी, किरवई, जांगड़ा में बिलाईडबरी, भंवरगढ़, लोहारी, अर्जुनी (ब) में अवराई, खैरा (ब), बल्दाकछार, मुढ़ीपार, बलौदा में हसुवा, बरपाली, धमलपुर, सोनाखान में अर्जुनी (म), महराजी, खोसड़ा, वीरनारायणपुर के ग्रामीण शामिल हो सकते है। इसी तरह झोंका में खजुरी, ढाबाडीह, लटुवा शुक्लाभांठा, भरसेला (बड़ा),परसाडीह में अमलीडीह, बाजारभाठा, कोयदा, दतान-प में गितकेरा, सरसेनी, चुचरूंगपुर, गुमा, सैहा, बेल्हा, अछोली, गातापार,घिरघोल, कड़ार में देवरी, सेमरिया, लेवई, अमलीडीह, कोटमी, मधुबन, करहुल में चोरहानवागांव, करही उर्फ अडबंधा, चंदियापथरा, जरौद बड़े में गोरदी, सिनोधा, पिपरछेड़ी में घिरघोल, पुटपुरा, खुड़मुड़ी, भिंभौरी, नरधा में बरेली, खपराडीह, नवरंगपुर, नवागांव में कंजिया, चिखली, देवतराई, धमलपुरा के ग्रामीण शामिल हो सकते है। रसेड़ा में सोनाडीह, मोहतरा, मेढ़, रसेड़ी, चंगोरी में सुनसुनिया, सिरियाडीह, मरदा, देवसुंदरा में सकरी-प, टीला, सर्रा, सिंधोरा, गोड़ा, ससहा, सकरी-स, सुंदरी, मुड़पार,दतरेंगी में दतरेंगा, अकलतरा, परसवानी (अ), टेहका, सुरजपुरा, जरहागांव, अकोली, परसवानी (क), संजारीनवागांव में लिमतरा, तरपोंगा, ढेकुना, गणेशपुर, मर्राकोना, बम्हनीडीह, चौरेंगा, मनोहरा, फरहदा में मटिया, डिग्गी, शिकारीकेसली, गिरौद में दर्रा, मानाकोनी, कौवाताल, सुकली, बार में बड़गांव, चरौदा, आमगांव, पाड़ादाह, मुड़पार(ब) के ग्रामीण शामिल हो सकते है।
इसी तरह मुड़ियाडीह में बेमेतरा, करदा में सरखोर, अहिल्दा, बरदा, कुसमी में खौरा, खरतोरा, कोदवा, गिर्रा, पठारीडीह, कुकदा, घोटिया, रसौटा, कोसमंदी, सुरखी में बिजराडीह, कोसमंदा, बेंदरी, धुर्राबांधा, पौंसरी, भरतपुर, मोपका, रोहरा में कोलिहा, कुलीपोटा, दौरेंगा, माचाभाट, संकरी, रेंगाबोड़, बुचीपार, देवरीडीह, ढाबाडीह, दावनबोड़, आमाकोनी में टेकारी, रानीजरौद, बोरसी में बगार, बम्हनी, परसदा, खर्वे, अमोदी में डेराडीह, कोट, कोसमसरा(ब) में मुरूमडीह, रवान, ढ़ेबी, बया, कुरकुटी के ग्रामीण शामिल हो सकते है। परसाभदेर में खैरघटा, चरौटी, पैजनी में कसियारा, अमलकुण्डा, भद्रा, अमेरा में केशला, छेरकापुर, बिनौरी, छड़िया, छेरकाडीह-छ, बलौदी, बोईरडीह, खपरी-बै, टिपावन, खोखली में गाड़ाडीह, बोड़तरा, मजगांव, सेमरिया, आलेसुर, गोगिया, कोड़ापार, दरचुरा में मोटियारीडीह, अकलतरा, धिवनपुरी, मांढर-अ, मानिकचौरी, खरगाडीह, विश्रामपुर, नवापारा में मुड़पार, बिटकुली, कोसमसरा(क) में हटौद, सेमरिया, टेमरी, मटिया में मड़वा, कोटियाडीह, मोहतरा, डुमरपाली में चेचरापाली, रंगोरा, रिकोकला, छतवन के ग्रामीण शामिल हो सकते है। बलौदाबाजार में पौंसरी, भरसेला मा., डमरू में खैंदा (ड), खटियापाटी, सुढ़ेला, खैंदा (खैरा), बम्हनपुरी, तुरमा, खैरा, कुम्हारी, धाराशिव, वटगन में लकड़िया, नवागांव, ओड़ान, कौड़िया, जंगलोर, सिसदेवरी, गबौद-सु, जर्वे, गैतरा, खम्हरिया में टोनाटार, गोढ़ी-टी, मिरगी, मोपर, अमेठी, खपराडीह, बोरसी-ब, बनसांकरा में बछेरा, चंदेरी, खैरघट, मांढर-ब, हरिनभट्टा, बैकोनी, सुहेला में पड़कीडीह, बासीन, गिधौरी में घटमड़वा, पुलेनी, चांदन में अमरूवा, गोलाझर, देवरी, नगेड़ी के ग्रामीण शामिल हो सकते है।
इसी तरह अर्जुनी में रवान, खैरताल, मुढीपार, ढनढनी, करमनडीह, सरकीपार, कुकुरदी, सुढे़ली में जुड़ा, मुण्डा, कोरदा, गिधुपरी में गाड़ाकुसमी, तेलासी, देवगांव, मोहगांव, मलपुरी, हरिनभट्ठा, बोहारडीह, कुची, लटेरा, गुड़ेलिया में चिचपोल, पाटन, खैरा, कुकदा, खैरी, बोरसी-ध, धनेली, मोपकी, कचलोन में खंडुवा, तेन्दुभाठा, चुचुटिया, खपराडीह में चण्डी, रवेली, देवरीकला में भदरा, सिनोधा, मुड़ियाडीह, कोट(क), चरौदा, मोहतरा(क), दर्रा, कुम्हारी में खपरीडीह, अमलीडीह, सोनपुर में बरपानी, कुशभांठा, कुशगढ़, थरगांव के ग्रामीण शामिल हो सकते है। चांपा में ढाबाडीह, सेम्रहाडीह, खम्हरिया, डोंगरा में तिल्दा, लाटा, डोंगरीडीह, दतरेंगी में सुंद्रावन, साहड़ा, धौराभाठा, सेमरिया, चरौदा, बम्हनी, भवानीपुर, खपरी-भ, रीवांडीह ,खैरी में राजाढार, टोपा, नवागांव, गुर्रा, तुरमा, हसदा, अमलीडीह, मल्दी, देवरानी, औरेठी में बिनैका, लांजा, रावन में झीपन, तिल्दाबांधा, छरछेद में असनींद, बैगनडबरी, खर्री, आमाखोहा, पिसीद, मोतीपुर, छांछी, बिलारी(क), बिलारी(ज) में छाता, कुरमाझर, नगरदा, नगेड़ा के ग्रामीण शामिल हो सकते है।
रिसदा में दशरमा, पुरैनाखपरी, ठेलकी, कोकड़ी, परसाभदेर, परसापाली में सिंघारी, भालूकोना, हरदी, रोहांसी में बिजराडीह, मोहान, अमेठी, टेमरी, सीतापार, लरिया, बांसबिनौरी, कानाकोट, सलौनी, निपनिया में भोथीडीह, सिंगारपुर, धौराभाठा, सेम्हराडीह, गोढ़ी-एस, करही, मेकरी, कामता में मुसुवाडीह, भोथीडीह, नवागांव, पौंसरी, दुलदुला, नेवारी में फुलवारी, भोथाडीह, झबड़ी में खैरा, मड़कड़ा, मुड़पार(म), मल्दा, छेछर के ग्रामीण शामिल हो सकते है।
सकरी में कंजी, लिमाही, पाहंदा, खम्हरिया, चितावर, कोलिहा, खम्हारडीह, चिरपोटा, दतान-ख में धमनी, मुड़ियाडीह, खैरी, सोनारदेवरी, कोसमंदा, कोनारी, तिल्दा, गदहीडीह, मल्लीन, गबौद-म, लच्छनपुर, ठेलकी, कोदवा में लमती, कोनी, गुड़ाघाट, खपरी, सिल्वा, बिटकुली, पथरिया, केसदा में झिरिया, रिंगनी, डोंगरिया, खिलोरा, केशली, धोधा, कुकराचुंदा, बुड़गहन में भटभेरा, अमेरी, कटगी में सरवानी, सेल, साबर, सर्वा, बैजनाथ के ग्रामीण शामिल हो सकते है।
इसी प्रकार भाठागांव में देवरी, सलौनी, लाहोद में डोटोपार, लवनबंद, बिटकुली, कारी, कोहरौद, जामडीह, बगबुड़ा, धनगांव, पनगांव, भरसेला नया, गिंदोला, ओटेबंद में लालपुर, राजपुर, लच्छनपुर, केशला, पासीद, रामपुर, नेवधा में पौंसरी, उड़ेला, भैंसा, संकरी, करेली, हथबंद, सीतापार, मोहभट्ठा, लावर, हिरमी में सकलोर, पेण्ड्री, परसवानी, बरडीह, कुथरौद, भालेसुर, मोहरा के ग्रामीण शामिल हो सकते है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने दिया सम्मान, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर प्रदेशभर में ‘एक युद्ध नशे के विरूद्ध अभियान’ को चलाया गया
मुख्यमंत्री ने आगे भी सतत् रूप से यह अभियान चलाने कलेक्टरों को दिए निर्देश
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे नशा विरोधी अभियान के प्रभावी जमीनी क्रियान्वयन का असर दिखने लगा है।
प्रदेश में ‘एक युद्ध नशे के विरूद्ध अभियान’ के शानदार संचालन के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने उल्लेखनीय कार्य के लिए राजनांदगांव जिले को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने इसके लिए जिला प्रशासन राजनांदगांव को बधाई दी है। साथ ही उन्होंने नशे के विरूद्ध सतत् अभियान चलाते रहने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि बच्चों में नशे की आदत को रोकने के लिए प्रभावी अभियान निरंतर चलाते रहें।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा बच्चों द्वारा ड्रग्स एवं स्वापक ओषधियों के प्रयोग तथा बच्चों के अवैध तस्करी की प्रभावी रोकथाम हेतु ‘एक युद्ध नशे के विरुद्ध’ पर जॉइंट एक्शन प्लान के क्रियान्वयन के निर्देश थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने महिला एवं बाल विकास विभाग को जॉइंट एक्शन प्लान के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए थे। इसके परिपालन में विभाग द्वारा इस अभियान को प्रभावी संचालन हेतु सभी जिला कलेक्टर्स को निर्देश जारी किए गए। विभिन्न स्टेक होल्डर्स के लिए प्रशिक्षण आयोजित किये गए। नियमित मॉनिटरिंग की गई। राज्य के सभी जिलों में इस अभियान का संचालन जिला प्रशासन एवं जिला बाल संरक्षण ईकाई द्वारा विभिन्न विभागों के समन्वय से किया गया।
सभी जिलों में जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई जिसमें महिला बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग स्वास्थ्य विभाग ,उच्च शिक्षा विभाग समाज कल्याण और औषध नियंत्रक विभाग आदि सभी की सहभागिता कर समन्वय समिति का गठन किया गया। जिलों में इस अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु प्रचार प्रसार किया गया।बच्चों को नशे का आदि बनाने एवं नशे के व्यापार से जोड़ने के दोषियों के विरुद्ध किशोर न्याय अधिनियम की धारा 77 एवं 78 के प्रावधान अनुसार कार्यवाही के निर्देश दिए गए।
राज्य स्तर से जारी निर्देश एवं एक्शन प्लान के अनुसार सभी जिलों में कार्य हुए। राजनांदगांव जिले में सबसे उल्लेखनीय कार्य किया गया। ज़िलें के सभी स्कूलों में प्रहरी क्लब बनाए गए। नशे के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन शासकीय एवं निजी स्कूल में बनाए गए प्रहरी क्लब के माध्यम से किया गया। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा सभी स्कूलों के आसपास शराब दुकानों को हटाया गया है। औषधि प्रशासन विभाग द्वारा एक्ट के प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही की गई एवम लगातार चालान की कार्यवाही की गई । ज़िलें में एक लाख से अधिक की राशि का चालान काटा गया। दुकानों से जहां बच्चों को नशे तंबाकू का पदार्थ दिया जा रहा था या दुकानें स्कूल के पास संचालित थे। उन पर कार्रवाई की गई जिले में कलेक्टर द्वारा सभी दवाई दुकानों में सीसीटीवी लगाने का आदेश जारी किया गए तथा लगातार दुकानों में सीसीटीवी के माध्यम से जिले में पुलिस विभाग एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की गई।
लगभग 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में 653 करोड़ 84 लाख रुपए अंतरित करेंगे मुख्यमंत्री
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय महतारी वंदन योजना की पांचवीं किश्त सोमवार एक जुलाई को जारी करेंगे। योजना के अंतर्गत लगभग 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में मुख्यमंत्री श्री साय 653 करोड़ 84 लाख रुपए अंतरित करेंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुरूप विवाहित माताओं-बहनों को हर महीने महतारी वंदन योजना के अंतर्गत 1000 रूपए देने का संकल्प लिया था। शपथ लेने के तीन महीने के भीतर ही इस महती योजना पर काम शुरू हो गया। प्रशासनिक अमले ने तेजी से सर्वे का काम पूरा करते हुए हितग्राही महिलाओं से फार्म भरवाए और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 10 मार्च को महतारी वंदन योजना की पहली किश्त जारी की थी। इसके पश्चात नियमित रूप से यह किश्त जारी की जा रही है। नियमित रूप से यह राशि आने की वजह से महिलाएं काफी खुश हैं।
कुछ महिलाएं अपने घरेलू बजट को इससे व्यवस्थित कर पा रही हैं, कुछ महिलाएं इस राशि को अपनी बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में खर्च कर रही हैं तथा कुछ भविष्य के लिए निवेश कर रही हैं। महतारी वंदन योजना के क्रियान्वयन में सुशासन के मूल्य स्पष्ट झलकते हैं। डीबीटी के माध्यम से राशि का अंतरण हो रहा है इससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी है। बीते दिनों जनदर्शन में बहुत सी महिलाएं आयी उन्होंने अपने आवेदन दिए साथ ही महतारी वंदन योजना को लेकर अपनी खुशी भी जाहिर की। इन महिलाओं ने मुख्यमंत्री से कहा कि विष्णु का सुशासन हमारे जीवन में बहुत सुख-समृद्धि लेकर आया है। इसके पहले महिलाओं को लेकर इतनी अच्छी योजना हमारे राज्य में क्रियान्वित नहीं की गई थी। इससे हमारे सपने पूरे हो रहे हैं।
सोमवार को जब मुख्यमंत्री पांचवीं किश्त का अंतरण महिलाओं के खाते में करेंगे, तब स्वतः ही महिलाओं के जीवन में कुछ खुशियां और भी जुड़ जाएंगी। मातृ शक्ति को मजबूत कर प्रदेश को विकसित बनाने का जो विजन मुख्यमंत्री ने देखा है, उस विजन की राह में एक मील का पत्थर इस दिन फिर जुड़ जाएगा।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने श्रद्धालुओं का कवर्धा विधायक कार्यालय में तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर, शॉल, श्रीफल भेंटकर किया अभिनंदन
भगवान रामलला के तीर्थ दर्शन कर लौटे माताओं और बुजुर्गों ने उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा को ‘‘बेटा श्रवण कुमार’’ कहा
रायपुर/शौर्यपथ /उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आज अयोध्या में विराजित प्रभु श्री रामलला के दर्शन कर वापस कवर्धा पहंुचे 71 श्रद्धालुओं का सीताराम संकीर्तन मंडली के साथ अभूतपूर्व स्वागत और अभिनंदन किया। उन्होंने अयोध्या से दर्शन करके आए श्रद्धालुओं का कवर्धा विधायक कार्यालय में तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर, शॉल, श्रीफल भेंटकर स्वागत और अभिनंदन किया। जिससे उनकी यात्रा और भी स्मर्णीय बन गई। उन्होनंे सभी श्रद्धालुओं से अयोध्या दर्शन यात्रा के अनुभव के बारे में जाना। भगवान राम लला में तीर्थ दर्शन कर लौटे माताओं और बुजुर्गों ने उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा को “बेटा श्रवण कुमार“ कहा । उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में मोदी की गांरटी को पूरा करते हुए प्रभु श्री रामलला दर्शन योजना का संचालन किया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने अयोध्या के रामलला दर्शन के महत्व को बताते हुए कहा कि रामलला का दर्शन हर श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष और पवित्र अनुभव होता है। उन्होंने कहा कि समाज के लंबे 500 साल के संघर्ष के पश्चात अयोध्या में मंदिर का निर्माण हुआ है और भगवान श्रीराम विराजित हुए हैै। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सरकार ने प्रभु श्री रामलला दर्शन योजना प्रारंभ की है जिससे पूरे प्रदेश के श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं और भगवान श्री राम के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि सभी श्रद्धालु अपने गांव में जाकर रामलला दर्शन से प्राप्त आनंद की अनुभूति का अनुभव जरूर साझा करें। उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा कि रामलला का दर्शन करना एक अत्यंत पवित्र और अविस्मरणीय अनुभव है। अयोध्या में रामलला के दर्शन से मन को शांति और आत्मा को संतोष मिलता है।
श्रद्धालुओं ने उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा को ‘‘बेटा श्रवण कुमार’’ कहा
भगवान राम लला में तीर्थ दर्शन कर लौटे माताओं और बुजुर्गों ने उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा को “बेटा श्रवण कुमार“ कहा। तीर्थ यात्रा कर लौटे बुजुर्ग माताओं ने कहा “हमने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि हम अयोध्या जाएंगे। हमने अयोध्या में हम सबके आराध्य देव प्रभु राम जी के बाल्य काल का दर्शन किया। साथ ही काशी में विराजित काशी विश्वनाथ बाबा का भी दर्शन किया। हम सबका यह धार्मिक यात्रा बहुत मंगल मय और यादगार रही। रास्ते मे हम सबको किसी भी चीज की तकलीफ नही हुई। सुबह से शाम तक भरपेट नाश्ता, भोजन, दही, पापड़ सलाद मिलता था। घर से भी ज्यादा हमारा ख्याल वहां रखते थे। तीर्थ यात्रियों ने इस यात्रा के लिए छत्तीसगढ़ सरकार मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का आशीर्वाद देते हुए आभार जताया और “श्रवण कुमार बेटा“ की उपाधि भी दी। इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू, श्री मोतिराम चंद्रवंशी, पूर्व विधायक श्री अशोक साहू, जिला पंचायत सदस्य श्री रामकुमार भट्ट, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष श्री मनहरण कौशिक, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्री अनिल ठाकुर, श्रीमती देवकुमारी चंद्रवंशी, श्री कैलाश चंद्रवंशी, श्री रामबिलास चंद्रवंशी, श्री मनिराम साहू, श्री निर्मल द्धिवेदी, श्री अमर कुर्रे, श्री प्रदीप केवर्थ, श्री मंजीत बैरागी, श्री नरेन्द्र मानिकपुरी, जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप कुमार अग्रवाल सहित जनप्रतिनिधि, श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा को श्रद्धालुओं ने भेंट किए प्रभु श्री रामलला की छायाचित्र
अयोध्या में विराजित प्रभु श्री रामलला के दर्शन कर वापस कवर्धा पहंुचे श्रद्धालुओं ने उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा को प्रभु श्री रामलला का छायाचित्र भेंट किया। श्रद्धालुओं ने बताया कि प्रभु श्री रामलला का मंदिर बहुत ही सुंदर और लाजवाब है, जहां पर अद्भुत नजारा देखने मिला। श्रद्धालुओं ने अयोध्या दर्शन के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा का धन्यवाद ज्ञापित भी किया। श्रद्धालुओं ने कहा कि अयोध्या दर्शन योजना के तहत की गई यह यात्रा उनके लिए अत्यंत सुखद और पवित्र रही। उन्होंने रामलला के दर्शन का अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्हें इस धार्मिक स्थल की आध्यात्मिक ऊर्जा से बहुत शांति और संतोष मिला। श्रद्धालुओं ने सरकार द्वारा प्रदान की गई सुविधाओं और स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा संचालित श्री रामलला दर्शन योजना के तहत कबीरधाम जिले के 71 श्रद्धालुओं को इस योजना के लाभ लेने के लिए चयन किया गया था। इन सभी लाभार्थियों को 26 जून 2024 को कवर्धा भारत माता चौक से बस में बैठकर दुर्ग रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया गया था। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा जेवरा सिरसा पहुंचे थे जहां पर सभी श्रद्धालुओं से मुलाकात करते हुए उनके बस में बैठकर दुर्ग रेलवे स्टेशन तक साथ में यात्रा की थी। इस दौरान उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने सभी श्रद्धालुओं से बात करते हुए उन्हें यात्रा की शुभकामनाएं दी थी तथा दुर्ग रेलवे स्टेशन में कबीरधाम के यात्रियों को उनके निर्धारित कोच में बैठाकर ट्रेन को दुर्ग रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना की थी।
आदिवासी गोंड़ समाज मांवली महासभा द्वारा आयोजित सांस्कृतिक भवन लोकार्पण एवं रानी दुर्गावती बलिदान दिवस समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय
साफा पहनाकर किया गया स्वागत, घर की चाबी भेंटकर हितग्राही किए गए लाभांवित
भाटापारा में आदिवासी समाज के सामाजिक भवन के आहता निर्माण हेतु 22 लाख रूपये, सीसी रोड के लिए 25 लाख रूपये देने की घोषणा
गुर्रा से जोगीद्वीप मेला स्थल तक सड़क निर्माण हेतु 1.30 करोड़ रूपये की घोषणा
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज भाटापारा नगर के कृषि उपज मंडी परिसर में आदिवासी गोंड़ समाज माँ मांवली महासभा द्वारा आयोजित सांस्कृतिक भवन लोकार्पण एवं रानी दुर्गावती बलिदान दिवस समारोह में शामिल हुए। इस दौरान समाज के पदाधिकारियों ने साफा पहनाकर उनका स्वागत किया।
श्री साय ने सम्मेलन में आदिवासी समाज के सामाजिक भवन के आहता निर्माण हेतु 22 लाख रूपये, वहां तक सीसी रोड के लिए 25 लाख रूपये की घोषणा की है। साथ ही गुर्रा से जोगीद्वीप मेला स्थल तक सड़क निर्माण हेतु 1 करोड़ 30 लाख रूपये की घोषणा की। उन्होंने इसके अतिरिक्त तरेंगा से दौरेंगा तक सड़क निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को प्रेषित करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। मुख्यमंत्री ने मुख्य मंच से प्रधानमंत्री आवास योजना के 5 हितग्राहियों को घर की चाबी, 3 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड, 4 हितग्राहियों को जाति प्रमाण पत्र एवं समाज के मेधावी छात्र छात्राओं का सम्मान किया। इस दौरान रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक बिल्हा श्री धरम लाल कौशिक, पूर्व विधायक श्री शिवरतन शर्मा, सुश्री पिंकी ध्रुव, श्री लच्छूराम कश्यप, समाज प्रमुख श्री बंशीलाल नेताम, कलेक्टर श्री दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल उपस्थित रहे।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने जनजातीय गौरव की भावना को सुदृढ़ बनाने के लिए हर साल 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस की शुरुआत की। इसके साथ ही रानी दुर्गावती का भव्य स्मारक जबलपुर में तैयार कराया गया है। देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जनजातीय समाज से हैं। उनका इस सर्वाेच्च पद में आसीन होना जनजातीय समाज के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने ने कहा कि समाज एकजुट होकर और शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़े। शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। किसी भी क्षेत्र में तरक्की करना है, तो शिक्षा जरुरी है। उन्होंने युवाओं को नशापान से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा कि नशापान से युवा गुमराह हो रहे हैं। उन्हें सही दिशा में अपनी ऊर्जा और क्षमता लगाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार किये गए वायदे को तेजी से पूरा कर रही है। हमने धान के बकाया बोनस की राशि, 3100 रुपये मे धान खरीदी और एक मुश्त राशि किसानों क़े खाते में राशि अंतरित किया है। महतारी वंदन योजना अंतर्गत 70 लाख महिलाओं क़े खाते में हर महीना एक हजार रूपये दिया जा रहा है। राम भक्तों को रामलला क़े दर्शन क़े लिए रामलला दर्शन योजना शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में एक पेड़ माँ क़े नाम लगाने का आह्वान किया है। उनके आह्वान को पूरा करने हम सभी को प्रयास करना है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि सभी अपने माँ क़े नाम से माँ के साथ एक पेड़ जरूर लगाएं। इस तरह से पेड़ लगाएंगे तो उसकी देख भाल बहुत अच्छे से होगी और पेड़ जल्द विकसित होगा। उन्होने कहा कि बढ़ते प्रदूषण से पर्यावरण को बचाने में वृक्षारोपण बहुत जरुरी है। समारोह को रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक बिल्हा श्री धरम लाल कौशिक, पूर्व विधायक भाटापारा श्री शिवरतन शर्मा ने भी सम्बोधित किया। बड़ी संख्या में ग्रामीण और दूर दराज से आएं आदिवासी समाज के पदाधिकारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर शुरू हुआ यह सदन
सदन में मरीजों और उनके परिजनों के रूकने और इलाज के लिए अस्पताल लाने ले जाने का भी इंतजाम
कांसाबेल की सात वर्षीय बालिका रिया पिछले दो महीने से यहां रहकर करा रही फिजियोथेरेपी
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर प्रदेश के दूर दराज के क्षेत्र से उपचार के लिए राजधानी रायपुर आने वाले मरीज और उनके स्वजनों की सुविधा के लिए कुनकुरी सेवा सदन शुरू किया गया है। इस सदन में विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे मरीजों और उनके परिजनों के रहने की अच्छी व्यवस्था हैं। यहां मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा और मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाता है। यहां डॉक्टर सहित मेडिकल टीम और मरीजों को अस्पताल लाने ले जाने के लिए एंबुलेंस की सेवा भी निःशुल्क उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री श्री साय पहुंचे कुनकुरी सदन: मरीजों से पूछा हालचाल
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज सवेरे कुनकुरी सेवा सदन पहुंचे और यहां रहकर स्वास्थ्य लाभ उठा रहे मरीजों और उनके परिजनों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने मरीजों से उनकी बीमारी और चल रहे उपचार की जानकारी लेने के साथ ही कुनकुरी सदन में मिल रही सुविधा के संबंध में विस्तार से जाना। इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा और विधायक श्री पुरंदर मिश्रा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान सदन के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि बचपन से दिव्यांग कांसाबेल से आयी सात वर्षीय बालिका रिया को पिछले दो महीने से फिजियोथेरेपी का लाभ मिलने से अब उसकी सेहत में सुधार दिखने लगा है। वहीं कुनकुरी से आयी सुश्री रीटा कायतर दुर्घटना के पश्चात चल पाने में असमर्थ थी। परंतु अब कुनकुरी सदन में रहकर डीकेएस हॉस्पिटल से निरंतर फिजियोथेरेपी कराने पर उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। दो माह पूर्व बस्तर में सड़क दुर्घटना में घायल श्री नीतिश कुमार का एक पैर काटना पड़ा। वर्तमान में उनका उपचार डीकेएस हॉस्पिटल में हो रहा है। उन्हें और उनके परिजनों को सदन में ठहरने एवं भोजन की अच्छी व्यवस्था मिल रही है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि कुनकुरी सदन में महिला एवं पुरूष डॉक्टर तथा मेडिकल स्टॉफ पदस्थ हैं, जो यहां पर सबकी सेवा कर रहे हैं। यहां दूरस्थ अंचलों से मरीज इलाज के लिए आए हुए हैं। यहां किसान से लेकर सभी वर्ग के लोग इलाज के लिए आते हैं। सभी को सदन में मार्गदर्शन भी दिया जाता है और उनका सहयोग भी किया जाता है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र के नाम पर इस सदन का नाम कुनकुरी सदन रखा गया है। यहां पर प्रदेश भर से इलाज के लिए आए मरीजों को जिन्हें किसी मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है और शुरुआती दौर में अस्पताल में बेड अलॉट नहीं हो पाता उन्हें यहां के अधिकारी सहयोग करते हैं, मार्गदर्शन देते हैं। अस्पताल में चिकित्सकों से बात करके उनका समुचित इलाज की व्यवस्था भी करते हैं। सरकार की योजनाओं की मदद से उनका इलाज होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सार्वजनिक जीवन की शुरूआत से ही जरूरतमंद मरीजों का इलाज कराने में मेरी रूचि रही है।
गौरतलब है कि रायपुर में अंबेडकर मेडिकल कालेज, मेकाहारा, एम्स सहित निजी चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध सेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रदेश के दूरस्थ अंचलों से रोजाना सैकड़ों जरूरतमंद लोग रायपुर पहुंचते हैं। इन लोगों की जरूरत को महसूस करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कुनकुरी सेवा सदन की शुरूआत की पहल की है। 50 बिस्तर की क्षमता वाले इस सेवा सदन का शुभारंभ इसी साल मार्च में हुआ है। अब तक हजार से अधिक लोगों को इस सदन का लाभ मिल चुका है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय मेडिकल सेवा को लेकर बहुत संवेदनशील रहे हैं। सांसद और केन्द्रीय मंत्री रहने के दौरान भी उन्होंने बीमार मरीजों की जरूरत और उनकी सहायता करने के लिए तत्परता से काम करते रहे हैं। मुख्यमंत्री के रूप में छत्तीसगढ़ का कमान संभालने के बाद, कुनकुरी सदन जशपुर सहित पूरे प्रदेश के मरीजों की आशा का नया केन्द्र बन गया है।
प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए मुख्यमंत्री साय ने कार्यकाल के पहले दिन से ही सख्ती दिखानी शुरू कर दी थी। उन्होनें शपथ लेने के बाद एंबुलेंस सेवा को सुधारने का पहला निर्देश अधिकारियों को दिया था। इसके साथ ही सभी सरकारी अस्पतालों में सस्ती जेनरीक दवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी मुख्यमंत्री के पहल पर हो चुकी है।
एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत प्रदेशवासियों से एक पेड़ लगाने का किया आग्रह
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के शांति नगर स्थित स्वदेशी भवन पहुंचकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री पंकज झा भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को पूर्वान्ह 11 बजे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी मन की बात कर नयी जानकारियां साझा करते हैं। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री जी ने केरल की अट्टापड़ी गांव की स्वसहायता समूह की महिलाओं के द्वारा बनाए जा रहे मारथुंबी छाता का जिक्र करते हुए कहा कि उनके छाता को एक ब्रांड मिल गया है तथा उनके उत्पाद में बढ़ोत्तरी हो गयी है।
आज हमारे देश में मोदी जी के नेतृत्व में खिलाडियों को विभिन्न खेलों में विशेष अवसर प्रदान हो रहे हैं जिससे खिलाड़ी देश और विदेश में परचम लहरा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के एक पेड़ मां के नाम अभियान का उल्लेख करते हुए प्रदेश की जनता से आग्रह किया कि आप सभी अपने घरों, बाड़ी, खेतों एवं आस पास अपनी माता जी के साथ एक पेड़ अवश्य लगाएं। इससे देश की 140 करोड़ आबादी यदि एक भी पेड़ लगाती है तो यह पर्यावरण के क्षेत्र में क्रांति होगी। खेल मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा देश के करोड़ों लोगों की मन की बात को पूरा किया जा रहा है। इस अवसर पर सर्वश्री लोकेश कावड़िया, नितिन पटेल, अनुप खेलकर, सुदीप, प्रीतम महानंद सहित बड़ी संख्या में श्रोताजन उपस्थित थे।
चालू वित्तीय वर्ष के प्री-ऑडिट के साथ ही पिछले चार वर्षों की लंबित अवधि का भी होगा पोस्ट ऑडिट
नगरीय निकायों में कड़े वित्तीय अनुशासन लागू करने में मिलेगी मदद, भुगतान संबंधी सभी नियमों का पालन होगा सुनिश्चित
रायपुर/शौर्यपथ /उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने नगरीय निकायों में वित्तीय अनुशासन में कसावट लाने सभी आय एवं व्ययों के प्री-ऑडिट के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पिछली सरकार द्वारा ऑडिट प्रक्रिया बंद कर दिए जाने के कारण ऑडिट से रह गए विगत चार वर्षों की नस्तियों के पोस्ट ऑडिट कराने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रदेश की सभी 184 नगरीय निकायों के साथ ही नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के यांत्रिकी प्रकोष्ठ तथा राज्य शहरी विकास अभिकरण का भी ऑडिट कराने को कहा है।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने नगरीय निकायों में कड़े वित्तीय अनुशासन के लिए प्री-अंकेक्षण-सह-आंतरिक अंकेक्षण की प्रक्रिया को पुनः प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। उनके निर्देश पर सभी 184 नगरीय निकायों तथा दो राज्य कार्यालयों, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के यांत्रिकी प्रकोष्ठ और सूडा को भी प्री-अंकेक्षण-सह-आंतरिक अंकेक्षण एवं वैधानिक दायित्व के परिपालन के दायरे में लाते हुए सूडा द्वारा कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने प्री-अंकेक्षण-सह-आंतरिक अंकेक्षण की जरूरत को रेखांकित करते हुए कहा कि नगरीय निकायों में अंकेक्षण प्रारंभ होने से सभी भुगतान नस्तियों का परीक्षण प्री-ऑडिट के माध्यम से सीए फर्म द्वारा किया जाएगा। इससे भुगतान संबंधी सभी नियमों का परिपालन सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि अंकेक्षण प्रारंभ होने के बाद पूर्ववर्ती सरकार द्वारा ऑडिट बंद किए जाने के बाद की समस्त नस्तियों का नवीन सीए फर्म की नियुक्ति के बाद पोस्ट ऑडिट कराया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि नगरीय निकायों में वित्तीय अनुशासन की अनिवार्यता एवं महत्ता को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ में प्रथम बार प्री-अंकेक्षण-सह-आंतरिक अंकेक्षण का कार्य वर्ष 2015-16 से प्रारंभ किया गया था। नगर पालिक निगम अधिनियम-1956, नगर पालिका अधिनियम-1961 एवं संबंधित नियम, कार्य विभाग मैन्युअल, भण्डार क्रय नियम तथा राज्य शासन द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत आने वाले निकायों में आंतरिक अंकेक्षण के लिए पांच समूहों में पृथक-पृथक अनुभवी चार्टर्ड एकाउन्टेंट एजेंसीज को आंतरिक अंकेक्षक नियुक्त किया गया था।
निकायों में आंतरिक अंकेक्षण से हुए थे ये लाभ
प्रदेश के नगरीय निकायों में पूर्व में कराए गए आंतरिक अंकेक्षण से कड़े वित्तीय अनुशासन को लागू करने में बहुत मदद मिली थी। प्री-ऑडिट कराए जाने से निकायों में बजट के मद परिवर्तन को रोका गया। विभिन्न निर्माण एवं प्रदाय कार्यों से संबंधित भुगतान पर नियंत्रण होने से निकायों में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से 100 करोड़ रुपए से अधिक की बचत हुई। सेट-अप के अनुसार स्थापना व्यय के भुगतान की अनुशंसा से अतिरिक्त व्यय पर नियंत्रण हुआ। साथ ही वैधानिक दायित्वों के समय पर निराकरण एवं भुगतान में सुधार के कारण नगरीय निकायों पर लगने वाले शास्ति में कमी आई थी। इस प्री-ऑडिट के काम को पिछली सरकार द्वारा अक्टूबर-2020 में बंद कर दिया गया था।
निकाय स्तर पर वैधानिक दायित्वों का सामान्यतः पालन किया जाता है। किंतु कुछ कमियों के कारण विभिन्न राजस्व विभागों जैसे जीएसटी, आयकर, पीएफ, ईएसआईसी इत्यादि द्वारा नोटिस एवं मांग पत्र निकायों को भेजे जाते हैं। इससे बचने तथा वैधानिक दायित्वों के सुचारू एवं नियमित परिपालन के लिए नए सीए फर्म्स की नियुक्ति कर प्री-ऑडिट कराया जाएगा। इससे नोटिस एवं मांग में कमी आएगी और निकायों को अधिरोपित की जानी वाली शास्ति में कमी होगी तथा निकायों के राजस्व में वृद्धि होगी। उप मुख्यमंत्री श्री साव के निर्देश के बाद सूडा द्वारा प्री-अंकेक्षण-सह-आंतरिक अंकेक्षण की कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
नारायण सेवा संस्थान के शिविर में 750 दिव्यांगों को लगे नारायण लिम्ब
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज यहां जैन दादा बाडी एमजी रोड में नारायण सेवा संस्थान द्वारा आयोजित विशाल निःशुल्क नारायण लिम्ब एवं कैलिपर्स फिटमेंट शिविर में शामिल हुए। संस्थान ने इस शिविर में छत्तीसगढ़ प्रदेश के रायपुर तथा विभिन्न जिलों से आए 750 से ज्यादा दिव्यांगों को अपर-लोवर लिंब और केलिपर्स लगाकर उनकी रुकी जिंदगी को फिर से शुरू कर दी। इन दिव्यांगों और परिजनों की खुशी हर किसी के मन को छूने वाली थी। आज एक ही दिन में एक ही जगह पर 750 से ज्यादा दिव्यांग नारायण लिम्ब पहनकर मुस्कुराते हुए चले। जो वर्षों पहले किसी दुर्घटना में अपने हाथ-पैर गंवाने से चलने-फिरने में असमर्थ हो चुके थे। जिसके चलते इनकी जिंदगी रुक सी गई थी। इन्हें आज लोवर लिंब, अपर लिंब, मल्टिपल लिंब और केलिपर्स लगाए गए।
शिविर का उद्घाटन मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय तथा अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस मौके पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, श्री मोती लाल साहू और श्री अनुज शर्मा, दिव्यांगों, उनके परिजनों सहित कई सम्मानीय दानी जन मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मुख्य अतिथि की आसंदी से कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि राजस्थान से चलकर छत्तीसगढ़ के दिव्यांगों की मदद के लिए आगे आयी इस संस्थान की भावना का मैं हार्दिक अभिनंदन करता हूँ। उन्होंने संस्थान के संस्थापक कैलाश जी मानव व अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल का इस भव्य मानव यज्ञ के लिए आभार प्रकट करते हुए राज्य सरकार की ओर से संस्थान को दिव्यांगों के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में संस्थान द्वारा मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथियों का मेवाड़ी परंपरा से सत्कार किया गया। संस्थान के प्रतिनिधियों द्वारा मानवता की सेवा के अपनी 39 वर्षीय यात्रा की जानकारी देते हुए आगामी 5 वर्ष का विजन प्रस्तुत किया गया। संस्थान द्वारा बताया गया कि हमने दिव्यांगजनों को उनके घरों के पास ही लाभान्वित करने की सोच को साकार करते हुए 7 अप्रैल को रायपुर में कैंप लगाया था। आज उन्हें जरूरी उपकरण मुख्यमंत्री जी के हाथों उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
नारायण सेवा संस्था के अध्यक्ष श्री प्रशांत अग्रवाल ने संकल्प रखा की वे आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ के दिव्यांगों को लाभान्वित करने के लिए रायपुर में केंद्र संचालित करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि नारायण सेवा संस्थान द्वारा केंद्र स्थापना के लिए उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के रायपुर तथा विभिन्न जिले से आए दिव्यांगों जिनके कृत्रिम हाथ पैर लगे उनसे मिलकर उन्हें शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिव्यांगों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
शिविर में स्थानीय संगठन भगवान महावीर जन्म कल्याणक, श्री ऋषभदेव मन्दिर, दादाबाड़ी रायपुर, भारतीय जैन संगठना, श्री दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप, जय आनन्द युवा संघ, रायपुर केरला समाजम, आरोग्य हॉस्पिटल शंकरनगर, राजश्री चायपत्ती, राजश्री इंटरप्राइजेज, श्री श्याम सेवाधारी महिला समिति, सत्यनारायण धर्मशाला, महिला पतंजली योग समिति, छत्तीसगढ़ प्रान्तीय महिला अग्रवाल संगठन, श्री मानव सेवा मंगल भवन, छत्तीसगढ़ गोंड समाज कल्याण समिति, छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ, अग्रवाल सभा, छत्तीसगढ़ सर्व नाई समाज, मां खारुन गंगा महाआरती महादेव घाट, राणाजी वेलफेयर फाउंडेशन, श्री मंगलमय, अखंड ब्राह्मण समाज सेवा समिति छत्तीसगढ़, नवसृजन मंच छत्तीसगढ़, वसुधैव कुटुंबकम, सार्थक क्रिएटिव ऑर्गनाइजेशन, छत्तीसगढ प्रदेश स्वास्थ्य नर्सिंग संगठन, स्पर्श एक कोशिश वेलफेयर फाउंडेशन, श्रीराम जी की सेना, ऊँ मण्डली, मणिकार्णिका विंग शिविर में शामिल हुए। इस अवसर पर शिविर की रिपोर्ट में बताया गया कि आज एक ही दिन में एक ही जगह पर 750 से ज्यादा दिव्यांग नारायण लिम्ब पहनकर मुस्कुराते हुए चले। जो वर्षों पहले किसी दुर्घटना में अपने हाथ-पैर गंवाने से चलने-फिरने में असमर्थ हो चुके थे। जिसके चलते इनकी जिंदगी रुक सी गई थी। इन्हें आज लोवर लिंब, अपर लिंब, मल्टिपल लिंब और केलिपर्स लगाए गए। संस्थान की 80 जनों की टीम ने सेवाएं दी। समारोह में वॉलिंटर ने निशुल्क सेवाएं दी जिन्हें संस्थान ने प्रमाण पत्र दिये।
दुर्ग। शौर्यपथ । भिलाई ट्रक टेलर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन का वार्षिक सम्मेलन होटल सेंट्रल पार्क में सम्पन्न हुआ। जहां प्रदेश भर से बड़ी संख्या में ट्रांसपोर्टर्स सम्मिलित हुए। एसोसिएशन के अध्यक्ष अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह छोटू ने कहा कि हमारा संगठन 50 वर्ष पुराना यूनियन है । 2 वर्षों में काम करने में बहुत सारे बदलाव आए हैं। इस यूनियन से सैकड़ो लोगों को जोड़ने का काम किया गया है, यूनियन में सभी ट्रांसपोर्टों का विश्वास बढ़ा है। इस यूनियन में कोई किसी का काम अब वर्तमान स्थिति में नहीं छीनता है सभी ट्रांसपोर्टरों को काम करने का अवसर मिल रहा है। पहले देश के किसी भी कोने से ठेकेदार ठेका लेकर ले जाते थे लेकिन उसे स्थिति में अब बदलाव आया है। अब लोकल ट्रांसपोर्टर छत्तीसगढ़ को ही भिलाई इस्पात संयंत्र में ठेका और काम मिलता है। अब स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो रहे हैं। अब सिर्फ छत्तीसगढ़ के ट्रांसपोर्टर ही टेंडर भरकर नए-नए काम ले रहे हैं। स्थानीय लोगों को लाभ मिल रहा है सभी मजबूत हो रहे हैं। यूनियन ने लगभग 46 बेटियों की शादी के लिए प्रत्येक को ₹25000, 25000 दिए हैं। वहीं सेवा भाव के कार्य में 800 बोतल ब्लड डोनेट का काम किया गया है । 1000 से अधिक दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट बाटे जा चुके हैं। ड्राइवर हेल्पर एवं ट्रांसपोर्टों का स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही इनका 5 लाख का हेल्थ इंश्योरेंस भी किया गया है । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ सीमेंट वेलफेयर के अध्यक्ष संजय शुक्ला वरिष्ठ भाजपा नेता ने ट्रांसपोर्टरो मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि भिलाई ट्रक ट्रेलर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह छोटू जी के सेवा भाव से सभी ट्रांसपोर्टर कायल है। सरकार को निधि से एम्बुलेंस प्रदान किया गया है ।नौतप्पा की गर्मी में सीमेंट फैक्ट्री में शरबत की सेवाएं दी गई हैं । पूरे परिवार की तरह संगठन को मजबूती से चला रहे हैं और मजबूती प्रदान कर रहे हैं । संरक्षक प्रभु नाथ मिश्रा, गोपाल खंडेलवाल ,गनी खान ,महेंद्र सिंह , साजन ,अनिल सिंह ,सुधीर सिंह ने भी संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए आशीष वचन दिए तथा सभी का स्वागत संगठन के पदाधिकारी ने पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया । एचटीसी के संचालक और अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह छोटू का स्वागत सभी ट्रांसपोर्टरों के द्वारा पुष्पमाला पहनाकर किया गया। कार्यक्रम का संचालन महासचिव मलकीत सिंह लल्लू ने किया वहीं आभार प्रदर्शन कार्यकारी अध्यक्ष अनिल चौधरी ने किया । इस अवसर पर अनिल सिंह ,ललित मोहन, बलजिंदर सिंह बिल्ला ,मुन्ना सिंह ,दिलीप खटवानी , पंकज सिंह, संदीप सिंह,यस सिंग,सोम सिंह,संजय सिंह ,जोगा राव , निर्मल सिंह निम्मे , रिज्जु सिंग सहित अन्य एसोसिएशन के सदस्य व पदाधिकारी उपस्थित रहें।