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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
लगभग 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में 653 करोड़ 84 लाख रुपए अंतरित
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय महतारी वंदन योजना की पांचवीं किश्त सोमवार एक जुलाई को जारी करेंगे। योजना के अंतर्गत लगभग 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में मुख्यमंत्री साय 653 करोड़ 84 लाख रुपए अंतरित करेंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुरूप विवाहित माताओं-बहनों को हर महीने महतारी वंदन योजना के अंतर्गत 1000 रूपए देने का संकल्प लिया था। शपथ लेने के तीन महीने के भीतर ही इस महती योजना पर काम शुरू हो गया। प्रशासनिक अमले ने तेजी से सर्वे का काम पूरा करते हुए हितग्राही महिलाओं से फार्म भरवाए और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 10 मार्च को महतारी वंदन योजना की पहली किश्त जारी की थी। इसके पश्चात नियमित रूप से यह किश्त जारी की जा रही है। नियमित रूप से यह राशि आने की वजह से महिलाएं काफी खुश हैं। कुछ महिलाएं अपने घरेलू बजट को इससे व्यवस्थित कर पा रही हैं, कुछ महिलाएं इस राशि को अपनी बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में खर्च कर रही हैं तथा कुछ भविष्य के लिए निवेश कर रही हैं।
महतारी वंदन योजना के क्रियान्वयन में सुशासन के मूल्य स्पष्ट झलकते हैं। डीबीटी के माध्यम से राशि का अंतरण हो रहा है इससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी है। बीते दिनों जनदर्शन में बहुत सी महिलाएं आयी उन्होंने अपने आवेदन दिए साथ ही महतारी वंदन योजना को लेकर अपनी खुशी भी जाहिर की। इन महिलाओं ने मुख्यमंत्री से कहा कि विष्णु का सुशासन हमारे जीवन में बहुत सुख-समृद्धि लेकर आया है। इसके पहले महिलाओं को लेकर इतनी अच्छी योजना हमारे राज्य में क्रियान्वित नहीं की गई थी। इससे हमारे सपने पूरे हो रहे हैं।
सोमवार को जब मुख्यमंत्री पांचवीं किश्त का अंतरण महिलाओं के खाते में करेंगे, तब स्वतः ही महिलाओं के जीवन में कुछ खुशियां और भी जुड़ जाएंगी। मातृ शक्ति को मजबूत कर प्रदेश को विकसित बनाने का जो विजन मुख्यमंत्री ने देखा है, उस विजन की राह में एक मील का पत्थर इस दिन फिर जुड़ जाएगा।
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने श्रद्धालुओं का कवर्धा विधायक कार्यालय में तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर, शॉल, श्रीफल भेंटकर किया अभिनंदन
भगवान रामलला के तीर्थ दर्शन कर लौटे माताओं और बुजुर्गों ने उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को ‘‘बेटा श्रवण कुमार’’ कहा
रायपुर / शौर्यपथ / उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज अयोध्या में विराजित प्रभु श्री रामलला के दर्शन कर वापस कवर्धा पहंुचे 71 श्रद्धालुओं का सीताराम संकीर्तन मंडली के साथ अभूतपूर्व स्वागत और अभिनंदन किया। उन्होंने अयोध्या से दर्शन करके आए श्रद्धालुओं का कवर्धा विधायक कार्यालय में तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर, शॉल, श्रीफल भेंटकर स्वागत और अभिनंदन किया। जिससे उनकी यात्रा और भी स्मर्णीय बन गई। उन्होनंे सभी श्रद्धालुओं से अयोध्या दर्शन यात्रा के अनुभव के बारे में जाना। भगवान राम लला में तीर्थ दर्शन कर लौटे माताओं और बुजुर्गों ने उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा को “बेटा श्रवण कुमार“ कहा । उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में मोदी की गांरटी को पूरा करते हुए प्रभु श्री रामलला दर्शन योजना का संचालन किया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अयोध्या के रामलला दर्शन के महत्व को बताते हुए कहा कि रामलला का दर्शन हर श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष और पवित्र अनुभव होता है। उन्होंने कहा कि समाज के लंबे 500 साल के संघर्ष के पश्चात अयोध्या में मंदिर का निर्माण हुआ है और भगवान श्रीराम विराजित हुए हैै। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने प्रभु श्री रामलाल दर्शन योजना प्रारंभ की है जिससे पूरे प्रदेश के श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं और भगवान श्री राम के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि सभी श्रद्धालु अपने गांव में जाकर रामलला दर्शन से प्राप्त आनंद की अनुभूति का अनुभव जरूर साझा करें। उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा कि रामलला का दर्शन करना एक अत्यंत पवित्र और अविस्मरणीय अनुभव है। अयोध्या में रामलला के दर्शन से मन को शांति और आत्मा को संतोष मिलता है।
श्रद्धालुओं ने उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा को ‘‘बेटा श्रवण कुमार’’ कहा
भगवान राम लला में तीर्थ दर्शन कर लौटे माताओं और बुजुर्गों ने उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को “बेटा श्रवण कुमार“ कहा। तीर्थ यात्रा कर लौटे बुजुर्ग माताओं ने कहा “हमने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि हम अयोध्या जाएंगे। हमने अयोध्या में हम सबके आराध्य देव प्रभु राम जी के बाल्य काल का दर्शन किया। साथ ही काशी में विराजित काशी विश्वनाथ बाबा का भी दर्शन किया। हम सबका यह धार्मिक यात्रा बहुत मंगल मय और यादगार रही। रास्ते मे हम सबको किसी भी चीज की तकलीफ नही हुई। सुबह से शाम तक भरपेट नाश्ता, भोजन, दही, पापड़ सलाद मिलता था। घर से भी ज्यादा हमारा ख्याल वहां रखते थे। तीर्थ यात्रियों ने इस यात्रा के लिए छत्तीसगढ़ सरकार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का आशीर्वाद देते हुए आभार जताया और “श्रवण कुमार बेटा“ की उपाधि भी दी। इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू, मोतिराम चंद्रवंशी, पूर्व विधायक अशोक साहू, जिला पंचायत सदस्य रामकुमार भट्ट, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संतोष पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष मनहरण कौशिक, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अनिल ठाकुर, श्रीमती देवकुमारी चंद्रवंशी, कैलाश चंद्रवंशी, रामबिलास चंद्रवंशी, मनिराम साहू, निर्मल द्धिवेदी, अमर कुर्रे, प्रदीप केवर्थ, मंजीत बैरागी,नरेन्द्र मानिकपुरी, जिला पंचायत सीईओ संदीप कुमार अग्रवाल सहित जनप्रतिनिधि, श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा को श्रद्धालुओं ने भेंट किए प्रभु श्री रामलला की छायाचित्र
अयोध्या में विराजित प्रभु श्री रामलला के दर्शन कर वापस कवर्धा पहंुचे श्रद्धालुओं ने उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा को प्रभु श्री रामलला का छायाचित्र भेंट किया। श्रद्धालुओं ने बताया कि प्रभु श्री रामलला का मंदिर बहुत ही सुंदर और लाजवाब है, जहां पर अद्भुत नजारा देखने मिला। श्रद्धालुओं ने अयोध्या दर्शन के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा का धन्यवाद ज्ञापित भी किया। श्रद्धालुओं ने कहा कि अयोध्या दर्शन योजना के तहत की गई यह यात्रा उनके लिए अत्यंत सुखद और पवित्र रही। उन्होंने रामलला के दर्शन का अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्हें इस धार्मिक स्थल की आध्यात्मिक ऊर्जा से बहुत शांति और संतोष मिला। श्रद्धालुओं ने सरकार द्वारा प्रदान की गई सुविधाओं और स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा संचालित श्री रामलला दर्शन योजना के तहत कबीरधाम जिले के 71 श्रद्धालुओं को इस योजना के लाभ लेने के लिए चयन किया गया था। इन सभी लाभार्थियों को 26 जून 2024 को कवर्धा भारत माता चौक से बस में बैठकर दुर्ग रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया गया था। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा जेवरा सिरसा पहुंचे थे जहां पर सभी श्रद्धालुओं से मुलाकात करते हुए उनके बस में बैठकर दुर्ग रेलवे स्टेशन तक साथ में यात्रा की थी। इस दौरान उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने सभी श्रद्धालुओं से बात करते हुए उन्हें यात्रा की शुभकामनाएं दी थी तथा दुर्ग रेलवे स्टेशन में कबीरधाम के यात्रियों को उनके निर्धारित कोच में बैठाकर ट्रेन को दुर्ग रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना की थी।
आदिवासी गोंड़ समाज मांवली महासभा द्वारा आयोजित सांस्कृतिक भवन लोकार्पण एवं रानी दुर्गावती बलिदान दिवस समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
साफा पहनाकर किया गया स्वागत, घर की चाबी भेंटकर हितग्राही किए गए लाभांवित
भाटापारा में आदिवासी समाज के सामाजिक भवन के आहता निर्माण हेतु 22 लाख रूपये, सीसी रोड के लिए 25 लाख रूपये देने की घोषणा
गुर्रा से जोगीद्वीप मेला स्थल तक सड़क निर्माण हेतु 1.30 करोड़ रूपये की घोषणा
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय रविवार को भाटापारा नगर के कृषि उपज मंडी परिसर में आदिवासी गोंड़ समाज माँ मांवली महासभा द्वारा आयोजित सांस्कृतिक भवन लोकार्पण एवं रानी दुर्गावती बलिदान दिवस समारोह में शामिल हुए। इस दौरान समाज के पदाधिकारियों ने साफा पहनाकर उनका स्वागत किया।
श्री साय ने सम्मेलन में आदिवासी समाज के सामाजिक भवन के आहता निर्माण हेतु 22 लाख रूपये, वहां तक सीसी रोड के लिए 25 लाख रूपये की घोषणा की है। साथ ही गुर्रा से जोगीद्वीप मेला स्थल तक सड़क निर्माण हेतु 1 करोड़ 30 लाख रूपये की घोषणा की। उन्होंने इसके अतिरिक्त तरेंगा से दौरेंगा तक सड़क निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को प्रेषित करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। मुख्यमंत्री ने मुख्य मंच से प्रधानमंत्री आवास योजना के 5 हितग्राहियों को घर की चाबी, 3 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड, 4 हितग्राहियों को जाति प्रमाण पत्र एवं समाज के मेधावी छात्र छात्राओं का सम्मान किया। इस दौरान रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक बिल्हा धरम लाल कौशिक, पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा, सुश्री पिंकी ध्रुव, लच्छूराम कश्यप, समाज प्रमुख बंशीलाल नेताम, कलेक्टर दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल उपस्थित रहे।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने जनजातीय गौरव की भावना को सुदृढ़ बनाने के लिए हर साल 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस की शुरुआत की। इसके साथ ही रानी दुर्गावती का भव्य स्मारक जबलपुर में तैयार कराया गया है। देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जनजातीय समाज से हैं। उनका इस सर्वाेच्च पद में आसीन होना जनजातीय समाज के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने ने कहा कि समाज एकजुट होकर और शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़े। शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। किसी भी क्षेत्र में तरक्की करना है, तो शिक्षा जरुरी है। उन्होंने युवाओं को नशापान से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा कि नशापान से युवा गुमराह हो रहे हैं। उन्हें सही दिशा में अपनी ऊर्जा और क्षमता लगाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार किये गए वायदे को तेजी से पूरा कर रही है। हमने धान के बकाया बोनस की राशि, 3100 रुपये मे धान खरीदी और एक मुश्त राशि किसानों क़े खाते में राशि अंतरित किया है। महतारी वंदन योजना अंतर्गत 70 लाख महिलाओं क़े खाते में हर महीना एक हजार रूपये दिया जा रहा है। राम भक्तों को रामलला क़े दर्शन क़े लिए रामलला दर्शन योजना शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में एक पेड़ माँ क़े नाम लगाने का आह्वान किया है। उनके आह्वान को पूरा करने हम सभी को प्रयास करना है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि सभी अपने माँ क़े नाम से माँ के साथ एक पेड़ जरूर लगाएं। इस तरह से पेड़ लगाएंगे तो उसकी देख भाल बहुत अच्छे से होगी और पेड़ जल्द विकसित होगा। उन्होने कहा कि बढ़ते प्रदूषण से पर्यावरण को बचाने में वृक्षारोपण बहुत जरुरी है। समारोह को रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक बिल्हा धरम लाल कौशिक, पूर्व विधायक भाटापारा शिवरतन शर्मा ने भी सम्बोधित किया। बड़ी संख्या में ग्रामीण और दूर दराज से आएं आदिवासी समाज के पदाधिकारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एक जुलाई ’सी.ए. डे’ के अवसर पर देश और प्रदेश के सभी चाटर्ड एकाउंटेंट को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि चाटर्ड एकाउंटेंट किसी भी देश, प्रदेश के औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। चाटर्ड एकाउंटेंट अपनी कुशलता से आर्थिक विकास को मजबूत आधार प्रदान करते हैं। श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों के लिए अनुकूल वातावरण है। उन्होंने सभी सी.ए. से छत्तीसगढ़ में वित्तीय प्रबंधन को मजबूत बनाने की दिशा में सहयोग की अपील की है।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ’नेशनल डॉक्टर्स डे’ के अवसर पर देश और प्रदेश के सभी चिकित्सकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि हर साल महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री भारत रत्न डॉ. बिधानचंद्र राय की स्मृति में उनके जन्मदिन एक जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे के रूप में मनाया जाता है। श्री साय ने कहा कि मरीजों को नया जीवन देने के कारण डॉक्टर धरती के भगवान माने जाते हैं। इस दिन हम चिकित्सकों की अमूल्य सेवा और समर्पण के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं।
रायपुर / शौर्यपथ / महिला सशक्तिकरण से महिलाओं में उस शक्ति का प्रवाह होता है, जिससे वो स्वयं को सकारात्मक भूमिका देने में अहम योगदान कर सकती है। जीवन से जुड़े हर फैसले स्वयं ले सकती हैं और परिवार और समाज में अच्छे से रह सकती हैं। समाज में उनके वास्तविक अधिकार को प्राप्त करने के लिए उन्हें सक्षम बनाना ही महिला सशक्तिकरण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की वजह से आज भारत देश विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में है। विकसित भारत बनाने के साथ विकसित छत्तीसगढ़ बनाने के लिए यहां की माताओं और बहनों का बड़ा योगदान रहने वाला है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार राज्य की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध हैैं और इसके लिए राज्य में महतारी वंदन योजना की शुरुआत की गई है। छत्तीसगढ़ में तीज-त्यौहारों और खुशी में महिलाओं को तोहफे, पैसे और नेग देने का रिवाज है। महतारी वंदन योजना के माध्यम से उसी परंपरा को छत्तीसगढ़ शासन निभा रहा है।
उल्लेखनीय है कि महतारी वंदन योजना के तहत राज्य में विवाहित महिलाओं को 1,000 रुपए प्रतिमाह (कुल 12,000 रुपए सालाना) वित्तीय सहायता दी जा रही है, जो प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में जमा की जा रही है। महिलाएं खुश है कि वो महतारी वंदन योजना से मिली राशि से अपने बच्चों और परिवार की छोटी-छोटी जरूरतें पूरी कर पा रहीं हैं साथ ही कई महिलाएँ भविष्य के लिए निवेश भी कर रहीं हैं।
महिलाएं विशेषकर विवाहित महिलाएं घर-परिवार की देखभाल, प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। अपनी छोटी-मोटी बचत का उपयोग ज्यादातर परिवार और बच्चों के पोषण में खर्च करती हैं। लेकिन आर्थिक मामलों में उनकी सहभागिता अभी भी बहुत कम है। इसे देखते हुए राज्य सरकार महिलाओं की आर्थिक सहभागिता बढ़ाने के लिए काम कर रही है। महिलाओं के स्वास्थ्य की बात की जाए तो 2020-21 में हुए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 के अनुसार 23.1 प्रतिशत महिलाएं मानक बॉडी मास इंडेक्स से कम स्तर पर हैं। 15 से 49 वर्ष के आयु की महिलाओं में एनीमिया का स्तर 60.8 प्रतिशत और गर्भवती महिलाओं में यह 51.8 प्रतिशत है। ऐसे में महतारी वंदन योजना उनके लिए बड़ी राहत बनकर आई हैं।
मुख्यमंत्री साय कहते हैं कि उनका प्रयास आने वाले पांच वर्षों में राज्य की जीडीपी को दोगुना करने का होगा। इसी लिए राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बजट में महतारी वंदन योजना के लिए 3,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। 10 मार्च से प्रथम किश्त महिलाओं के बैंक खाते में भेजने से प्रारंभ हुई महतारी वंदन योजना में प्रदेश के कुल 70 लाख 12 हजार 417 हितग्राहियों को महतारी वंदन योजना का लाभ प्राप्त हो रहा है, जून माह में चतुर्थ क़िस्त की राशि महिलाओं के बैंक खाते में ज़ारी की जा चुकी है।
साभार :डॉ. दानेश्वरी संभाकर, सहायक संचालक
श्री सदगुरु कबीर प्रागट्य उत्सव में शामिल हुए उपमुख्यमंत्री साव
दुर्ग / शौर्यपथ / प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने आज दुर्ग जिले के अहिवारा में 2 करोड़ 68 लाख 94 हजार रुपये लागत के 41 विकास कार्याे का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इसमें 17 लाख 84 हजार रुपये लागत से नवनिर्मित नगर पालिका परिषद भवन अतिरिक्त के कक्ष का लोकार्पण तथा नगर पालिका के विभिन्न वार्डाे में 2 करोड़ 51 लाख 10 हजार रूपए लागत के 40 निर्माण कार्याें का भूमिपूजन शामिल है। भूमिपूजन कार्यों में प्रमुखता वार्ड क्र. 01 शिवमंदिर नहर पुल कलर्वट से शमशान घाट तक सी.सी. रोड निर्माण 24 लाख 72 हजार रूपए, वार्ड क्र. 11 महिला भवन से महमूद खान घर तक सी.सी. रोड निर्माण कार्य 10 लाख 20 हजार रूपए, वार्ड क्र. 14 प्रकाश साहू घर से गया यादव घर तक सी.सी. रोड निर्माण कार्य 16 लाख 32 हजार रूपए, वार्ड क्र. 14 सूर्यवंशी ब्यारा से शमशान घाट तक सी.सी. रोड निर्माण कार्य 4 लाख 49 हजार रूपए, वार्ड क्र. 08 कुशल साहू घर से फेरहा घर तक सी.सी. रोड निर्माण कार्य 10 लाख 78 हजार रूपए, वार्ड क्र. 07 बस स्टैण्ड से सुंदर घर तक सी.सी. रोड निर्माण कार्य 2 लाख 31 हजार रूपए, वार्ड क्र. 06 रतन बहादुर घर से चुम्मन यादव घर तक सी.सी. रोड निर्माण कार्य 9 लाख 54 हजार रूपए, वार्ड क्र. 02 लिलार घर से शत्रुहन बाड़ी तक सी.सी. रोड निर्माण कार्य 2 लाख 96 हजार रूपए, वार्ड क्र. 04 बिसौहा किराना स्टोर्स से कचरा बाई घर तक आर.सी.सी. नाली निर्माण कार्य 3 लाख 23 हजार रूपए, वार्ड क्र. 15 संतेश्वर घर से विनोद विश्वकर्मा घर तक आर.सी.सी. नाली निर्माण कार्य 5 लाख 11 हजार रूपए, वार्ड क्र. 15 मुरलीधरण घर से पुष्पा बघेल घर तक आर.सी.सी. नाली निर्माण कार्य 5 लाख 17 हजार रूपए, वार्ड क्र. 02 राम किशोर बाड़ी से कुम्हारी रोड बरातुराम साहू के बाड़ी तक आर.सी.सी. नाली निर्माण कार्य 19 लाख 99 हजार रूपए, वार्ड क्र. 08 दुर्गा मंदिर से स्लाटर हाउस तक बी.टी. रोड वाईडिंनिंग कार्य 16 लाख 20 हजार रूपए, वार्ड क्र. 06 बस स्टैण्ड के पास बी.टी. रोड वाईडिनिंग कार्य 6 लाख 30 हजार रूपए, वार्ड क्र. 06 देवांगन प्रिन्टर्स से साहू पान ठेला तक बी.टी. रोड वाईडिनिंग कार्य 5 लाख 31 हजार रूपए, वार्ड क्र. 08 सलीम अहमद घर से मेनरोड एवं पाण्डेय पारा में पाईप लाईन विस्तार 3 लाख 46 हजार रूपए, वार्ड क्र. 08 निर्मलपारा अशोक घर से झंडी घर तक, मांझी पारा गैंदू से लक्ष्मण घर तक, पाण्डेय पारा मेनरोड तक एवं अंपूर्णा किराना स्टोर्स से सेन भवन तक पाईप लाईन विस्तार कार्य 9 लाख 62 हजार रूपए, वार्ड क्र. 06 रमेश यादव घर से रिंकू घर तक एवं बहादुर घर तक पाईप लाईन विस्तार कार्य 1 लाख 65 हजार रूपए, वार्ड क्र. 04 अशोक रवानी घर से नंदू घर तक एवं मुक्तिधाम से मनीकंचण केन्द्र तक पाईप लाईन विस्तार कार्य 4 लाख एक हजार, वार्ड क्र. 03 खासीडीह तालाब स्थित पम्प से खासाडीह स्कूल तक एवं नहर तक पाईप लाईन विस्तार कार्य 6 लाख 39 हजार रूपए, वार्ड क्र. 01 गौरा चौरा से सेम्पवेल पानी टंकी तक पाईप लाईन विस्तार कार्य 1 लाख 61 हजार रूपए, वार्ड क्र. 13 स्थित बंगला शत्रु घर से शिव घर तक पाईप लाईन विस्तार कार्य 5 लाख 40 हजार रूपए, वार्ड क्र. 15 पावर हाउस रोड शिव मंदिर से जोशी भवन तक पाईप लाईन विस्तार 1 लाख 62 हजार रूपए, वार्ड क्र. 14 कमल नारायण से सरोज पटेल तक, सार्वजनिक मंच से भोला राम जोशी घर तक, गया यादव घर से छन्नू साहू घर तक, धनीराम जोशी घर से हिमांचल जोशी, खेमराज से घन्सू, जागेश्वर पटेल से कृष्णा पटेल घर तक, किराना स्टोर्स से अरसनारा रोड, मंदिर से हेण्ड पम्प, पटेल भवन के पास एवं महामाया मंदिर तक पाईप लाईन विस्तार कार्य 9 लाख 38 हजार रूपए, वार्ड क्र. 11 पथरिया चौक से काली मंदिर एवं तीन बत्ती चौक तक पाईप लाईन विस्तार कार्य 11 लाख 74 हजार रूपए, वार्ड क्र. 04 में चबूतरा निर्माण कार्य 10 लाख रूपए और वार्ड क्र. 01 छटवा तालाब के पास गार्डन निर्माण कार्य 9 लाख 37 हजार रूपए आदि निर्माण कार्य शामिल है। उपमुख्यमंत्री श्री साव ने अपने कर कमलों से हितग्राहियांे को राशि का चेक भी प्रदान किया।
तत्पश्चात् कबीर भवन में आयोजित श्री सदगुरू कबीर प्रागट्य उत्सव को मुख्य अतिथि की आसन्दी से सम्बोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि अहिवारा से मेरा बचपन से नाता रहा है। भारत माता की गर्भ से बड़े-बड़े संत महात्मा हुए है। इनमंे से एक संत कबीर भी है। उन्होंने कहा कि कबीर की वाणी में जीवन दर्शन मिलता है। कबीर की वाणी को घर-घर तक पहंुचाये और जीवन में आत्मसात करें। यह परिसर कबीर के वाणी का प्रचार प्रसार का माध्यम बने। उपमुख्यमंत्री श्री साव ने अहिवारा के लोगों को भरोसा दिलाया गया कि अहिवारा के विकास के लिए राशि की कमी नहीं होगी। उन्होंने नगर पालिका के अध्यक्ष को 50 लाख रूपए तक की कार्य के प्रस्ताव प्रस्तुत करने कहा, राशि उपलब्ध करा दी जाएगी। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने अहिवारा में सिविल न्यायालय की स्थापना हेतु शासन स्तर पर प्रयास करने की बाते कहीं। विधायक श्री कोर्सेवाड़ा ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि संत कबीर की वाणी सभी समाज को जोड़ने का है। कबीर के अनुयायी सभी समाज के लोग है। उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। नगर पालिका के अध्यक्ष श्री नटवर ताम्रकार ने भी अहिवारा के कबीर चौक का सौंदर्यीकरण पालिका की ओर से 05 लाख रूपए की लागत से कराने की घोषणा की। इस अवसर पर नगर पालिका के पार्षदगण, नगर के गणमान्य नागरिक एवं कबीर प्राकट्य उत्सव के आयोजक महंत श्री लीलाधर साहू सहित अन्य महंतगण एवं बड़ी संख्या में कबीरपंथी उपस्थित थे।
दुर्ग / शौर्यपथ / धमधा विकासखण्ड के टेमरी संकुल के संकुल समन्वयक पवन सिंह द्वारा वर्ष 2023-24 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों हेतु वृहद रूप में शिक्षक प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन 29 जून 2024 को किया गया। सम्मान समारोह में पदोन्नत शिक्षक, स्थानांतरित शिक्षक एवं सेवानिवृत्त शिक्षक भी सम्मानित हुए। इसी तरह नवोदय, एन.एम.एम.एस.ई. चयनित एवं प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का भी सम्मान किया। रसोइयों और स्वीपर को प्रशस्ति सहित भेंट राशि देकर सम्मान किया गया। सत्र 2023-24 मंे विशेष उपलब्धि प्राप्त करने बच्चांे का सम्मान, नवप्रवेशी बच्चों को तिलक लगाकर हार पहनाकर मिठाई खिलाकर, बिस्किट, निःशुल्क गणवेश, पाठ्यपुस्तक देकर सम्मानित करते हुए स्कूल मंे प्रवेश दिया गया। ‘‘स्कूल आ पढ़े बर जिनगी ला गढ़े बर‘‘ कुछ इसी प्रकार की भावना संजोए अवसर था।
नवप्रवेशी नौनिहालों के संकुल स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव सह सम्मान का संकुल केंद्र टेमरी के संकुल समन्वयक और संकुल प्राचार्य के दिशा निर्देश में सभी शिक्षकों के सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम का आगाज परंपरागत माँ सरस्वती के पूजन अर्चना से हुआ तत्पश्चात सेवानिवृत प्राचार्य सम्मानीय पी.एस.ठाकुर जी को पूरे ग्राम भ्रमण कर ससम्मान विदाई दी गई। नवप्रवेशी नौनिहालों कक्षा पहली, छटवी, नवीं को कार्यक्रम में उपस्थित विधायक ईश्वर साहू, जिला पंचायत सदस्य जितेंद्र साहू एवं राज्य स्तरीय अधिकारी बी. रघु, तहसीलदार, विकासखंड शिक्षा अधिकारी कैलाश साहू, एबीईओ संगीता देवांगन एवं बेनी राम वर्मा, विकासखंड स्रोत समन्वयक महावीर वर्मा एवं संकुल अंतर्गत ग्राम सरपंच, संकुल समन्वयकों, शाला विकास समिति के सदस्यों ने मिठाई खिलाकर बिस्किट पैकेट साथ स्कूल ड्रेस और पुस्तक प्रदान कर अपना आशीष प्रदान किया गया। सभी अतिथियों को पौधा प्रदान कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी जनमानस को दिया गया। प्रभारी प्राचार्य श्रीमती नीलिमा ठाकुर ने विद्यालय की उपलब्धियों का वाचन किया।
नगरीय निकायों में कड़े वित्तीय अनुशासन लागू करने में मिलेगी मदद, भुगतान संबंधी सभी नियमों का पालन होगा सुनिश्चित
कांग्रेस सरकार द्वारा ऑडिट प्रक्रिया बंद कर दिया गया था जो पुनः होगा आरम्भ
रायपुर / शौर्यपथ / विष्णु के सुशासन की सोंच को साकार करते हुए विभागीय मंत्रियो द्वारा कार्यो में कसावट लेन और पारदर्शिता हेतु कई नियमो को जमीनी स्तर पर लागु किया जा रहा है . इसी कड़ी में उप मुख्यमंत्री साव ने नगरीय निकायों में वित्तीय अनुशासन में कसावट लाने सभी आय एवं व्ययों के प्री-ऑडिट के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पिछली सरकार द्वारा ऑडिट प्रक्रिया बंद कर दिए जाने के कारण ऑडिट से रह गए विगत चार वर्षों की नस्तियों के पोस्ट ऑडिट कराने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रदेश की सभी 184 नगरीय निकायों के साथ ही नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के यांत्रिकी प्रकोष्ठ तथा राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) का भी ऑडिट कराने को कहा है।
उप मुख्यमंत्री साव ने नगरीय निकायों में कड़े वित्तीय अनुशासन के लिए प्री-अंकेक्षण-सह-आंतरिक अंकेक्षण की प्रक्रिया को पुनः प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। उनके निर्देश पर सभी 184 नगरीय निकायों तथा दो राज्य कार्यालयों, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के यांत्रिकी प्रकोष्ठ और सूडा को भी प्री-अंकेक्षण-सह-आंतरिक अंकेक्षण एवं वैधानिक दायित्व के परिपालन के दायरे में लाते हुए सूडा द्वारा कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
उप मुख्यमंत्री साव ने प्री-अंकेक्षण-सह-आंतरिक अंकेक्षण की जरूरत को रेखांकित करते हुए कहा कि नगरीय निकायों में अंकेक्षण प्रारंभ होने से सभी भुगतान नस्तियों का परीक्षण प्री-ऑडिट के माध्यम से सीए फर्म द्वारा किया जाएगा। इससे भुगतान संबंधी सभी नियमों का परिपालन सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि अंकेक्षण प्रारंभ होने के बाद पूर्ववर्ती सरकार द्वारा ऑडिट बंद किए जाने के बाद की समस्त नस्तियों का नवीन सीए फर्म की नियुक्ति के बाद पोस्ट ऑडिट कराया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि नगरीय निकायों में वित्तीय अनुशासन की अनिवार्यता एवं महत्ता को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ में प्रथम बार प्री-अंकेक्षण-सह-आंतरिक अंकेक्षण का कार्य वर्ष 2015-16 से प्रारंभ किया गया था। नगर पालिक निगम अधिनियम-1956, नगर पालिका अधिनियम-1961 एवं संबंधित नियम, कार्य विभाग मैन्युअल, भण्डार क्रय नियम तथा राज्य शासन द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत आने वाले निकायों में आंतरिक अंकेक्षण के लिए पांच समूहों (Clusters) में पृथक-पृथक अनुभवी चार्टर्ड एकाउन्टेंट एजेंसीज (CA Firms) को आंतरिक अंकेक्षक नियुक्त किया गया था।
निकायों में आंतरिक अंकेक्षण से हुए थे ये लाभ
प्रदेश के नगरीय निकायों में पूर्व में कराए गए आंतरिक अंकेक्षण से कड़े वित्तीय अनुशासन को लागू करने में बहुत मदद मिली थी। प्री-ऑडिट कराए जाने से निकायों में बजट के मद परिवर्तन को रोका गया। विभिन्न निर्माण एवं प्रदाय कार्यों से संबंधित भुगतान पर नियंत्रण होने से निकायों में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से 100 करोड़ रुपए से अधिक की बचत हुई। सेट-अप के अनुसार स्थापना व्यय के भुगतान की अनुशंसा से अतिरिक्त व्यय पर नियंत्रण हुआ। साथ ही वैधानिक दायित्वों के समय पर निराकरण एवं भुगतान में सुधार के कारण नगरीय निकायों पर लगने वाले शास्ति में कमी आई थी। इस प्री-ऑडिट के काम को पिछली सरकार द्वारा अक्टूबर-2020 में बंद कर दिया गया था।
निकाय स्तर पर वैधानिक दायित्वों का सामान्यतः पालन किया जाता है। किंतु कुछ कमियों के कारण विभिन्न राजस्व विभागों जैसे जीएसटी, आयकर, पीएफ, ईएसआईसी इत्यादि द्वारा नोटिस एवं मांग पत्र निकायों को भेजे जाते हैं। इससे बचने तथा वैधानिक दायित्वों के सुचारू एवं नियमित परिपालन के लिए नए सीए फर्म्स की नियुक्ति कर प्री-ऑडिट कराया जाएगा। इससे नोटिस एवं मांग में कमी आएगी और निकायों को अधिरोपित की जानी वाली शास्ति में कमी होगी तथा निकायों के राजस्व में वृद्धि होगी। उप मुख्यमंत्री साव के निर्देश के बाद सूडा द्वारा प्री-अंकेक्षण-सह-आंतरिक अंकेक्षण की कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
पांच सालों के भ्रष्टाचार और अत्याचार के चलते कांग्रेस की हुई हार : उपमुख्यमंत्री साव
रायपुर / शौर्यपथ / उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने शनिवार को रायपुर आवास में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कांग्रेस की समीक्षा बैठक पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस नेता आपस में लड़ रहे हैं। एक दूसरे को हार के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हार पर भड़ास निकाल रहे है। कांग्रेस में सिर फुटौव्वल की नौबत आ गई है। अब देखना है कि, लोकसभा हार का ठीकरा किस पर फूटने वाला है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि, पांच सालों में भ्रष्टाचार और अत्याचार के चलते कांग्रेस की हार हुई है। कांग्रेस एक परिवार की पार्टी है। इसमें एक परिवार को ही आगे बढ़ाया जाता है। इससे कार्यकर्ताओं में निराशा का भाव है। श्री साव ने कहा कि, इन्होंने देश और प्रदेश की जनता के लिए राजनीति नहीं की है। एक परिवार और खुद के लिए राजनीति की है, इसलिए जनता इनसे दूर जा चुकी है।
कांग्रेस द्वारा नगरीय निकाय चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाने के सवाल पर श्री साव ने कहा कि, चुनाव नजदीक आया है तो बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। पांच साल नगर निगम में सरकार में रहकर रायपुर शहर की उपेक्षा की है, रायपुर की दुर्दशा की है, अब चुनाव नजदीक आ रहा है तो उसे छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन ये रायपुर की जनता है, सच जान चुकी है। इसलिए कांग्रेसियों में बेचैनी है।
दुर्ग / शौर्यपथ / मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज मंत्रालय महानदी भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से छत्तीसगढ़ में संचालित केन्द्रीय परियोजनाओं में सड़क, ऊर्जा, मोबाइल टॉवर, रेल्वे और खनिज से संबंधित परियोजनाओं के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का कार्य तेजी से पूर्ण करने के मद्देनजर परियोजनाओं से संबंधित भू-अर्जन, मुआवजा सहित अन्य राजस्व प्रकरणों का त्वरित निराकरण के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग प्राधिकरण और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अंतर्गत विभिन्न सड़क परियोजनाओं के कार्यों के संबंध में कलेक्टरों से जानकारी ली एवं परियोजनाओं के लिए भू-अर्जन, मुआवजा, नामांतरण, बटांकन और आवार्ड प्रकरणों सहित वन भूमि के प्रकरणों पर शीघ्रता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कलेक्टोरेट के एनआईसी कक्ष में कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, नगर निगम भिलाई के कमिश्नर देवेेश ध्रुव, एसडीएम दुर्ग मुकेश रावटे, एसडीएम पाटन दीपक निकुंज, संयुक्त कलेक्टर हरवंश सिंह मिरी मौजूद थे।
अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान , वन मंत्री कश्यप क्या विभाग के भ्रष्टाचार पर लगायेंगे लगाम
नरेश देवांगन की ख़ास रिपोर्ट
जगदलपुर / शौर्यपथ / प्रदेश में 05 साल के कांग्रेस के राज के समय हुए भ्रष्टचार से आम जनता इस कदर प्रताड़ित हो चुकी थी कि जिस कांग्रेस को 15 साल के भाजपा शासन के बाद बड़े अंतर से जीत करा कर प्रदेश की सत्ता सौपी उसी जनता ने पांच साल बाद ही कांग्रेस को अलविदा कहते हुए एक बार पुनः भाजपा पर भरोसा जताया . भाजपा संगठन ने भी इस बार प्रदेश के आदिवासी बाहुल इलाके को देखते हुए प्रदेश की कमान विष्णुदेव साय को सौपी . आदिवासी क्षेत्र की तकलीफों को कोई उनके बीच का ही समझ सकता है इस मंशा के तहत प्रदेश में साय सरकार ने कार्य भार संभाला . चुनावी वादों को पूरा करने की दिशा में साय सरकार ने सत्ता सँभालते ही कार्य आरम्भ कर दिया . " मोदी की गारंटी और साय का सुशासन " का स्लोगन हर जगह अस्तित्व में आ रहा है किन्तु आज भी कुछ विभाग ऐसे है जहाँ अधिकारियो को संविधान के बनाये नियमो को पालन करने में गुरेज हो रहा है या फिर अपने द्वारा पूर्व में किये भ्रष्टाचार को छुपाने की दिशा में संवैधानिक शक्तियों का इस्तमाल कर बचने की कोशिश की जा रही है . कुछ ऐसा ही मामला बस्तर क्षेत्र के वन विभाग में भी देखने को मिल रहा है जहाँ विभागीय कर्मचारियों की शिकायत और विभागीय जाँच के बाद दिए निर्देशों का पालन करने में अधिकारी कन्नी काट रहे .
बता दे कि 13 जून को शौर्यपथ अखबार ने वन विभाग में चल रही मनमानी को लेकर खबर प्रकाशित की थी कि वनमंडल कार्यालय में किस प्रकार से एक बाबू व डिप्टीरेंजर मिल व्यय शाखा में शाखा प्रभारी व सहायक के रूप में नियम के विरुद्ध कार्य कर प्रतिपूर्ति राशि के नाम से शासकीय राशि का बंदरबाट कर रहे हैं। इस खबर को आज लगभग 15 दिन पुरे हो गये है। बावजूद इसके भी विभाग ना जाने किस इंतजार में खोया हुआ हैं। इतना ही नहीं अब तो शहर के चौक चौराहों में चर्चा चल रही है की एक बाबू व डिप्टीरेंजर को नियम के विरुद्ध कार्य करते पाए जाने के बाद भी अधिकारियो ने उन्हें तत्काल मुल जगह में क्यों नहीं भेजा? एक बाबू व डिप्टीरेंजर को मूल जगह में भेजने के लिए अधिकारियो के पसीने क्यों छूट रहे है?
इस पुरे मामले में विभाग के कर्मचारियों ने सम्बंधित लोगो के खिलाफ लिखित शिकायत विभाग के उच्च अधिकारियो से पूर्व में की थी।जिसकी विभागीय जाँच भी हुई , इस मामले में जाँच टीम ने निष्पक्ष जाँच कर समय पे उच्च अधिकारियो को जाँच रिपोर्ट सौप दी। जिसमे उल्लेख है की सम्बधित कर्मचारियों से विभाग नियम के विरुद्ध कार्य लिया जा रहा है, उन्हें उनके मूल जगह पर भेजा जाये। बावजूद इसके भी अब तक बाबू व डिप्टी रेंजर को विभाग के अधिकारीयो ने उन्हें उनके मूल कार्य स्थल मे नहीं भेजा है। सवाल यह है की बाबू व डिप्टी रेंजर अपनी जगह में क्यो नहीं जा रहे है? कही ऐसा तो नहीं बाबू व डिप्टीरेजर आधिकारियो की सुन ही नहीं रहे हैं ? या किसी बड़ी भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए बाबू व डिप्टी रेंजर को मज़बूरी में हटाया ना जा रहा हो ? यह तो जाँच का विषय है की बाबू व डिप्टी रेज़र को मूल जगह में ना भेजनें का कारण क्या हैं?
इस पुरे मामले में वन मत्री केदार कश्यप का किसी भी प्रकार से कोई प्रतिक्रिया नहीं देना अपने आप में जनता के बीच चर्चा का विषय बना हुआ हैं, जिस क्षेत्र से संबंधित विभाग के मंत्री केदार कश्यप आते हैं उस क्षेत्र में कार्य करने वाले विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों को इस बात का बिलकुल भी डर नहीं हैं की वन मंत्री के क्षेत्र में नियम के विरुद्ध कार्य करने से उन पर कार्यवाही भी हो सकती हैं? अब बस्तर वनमण्डल के हालत इस तरीके से बने हुए हैं, तो प्रदेश भर के वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी वन मंत्री को कितनी गंभीरता से लेते होंगे ?
बड़ा सवाल किन्तु जवाब देने में अधिकारी बना रहे बहाना
*१. आखिर ऐसी क्या मजबूरी है कि विभाग के उच्च अधिकारी एक सामान्य से डिप्टी रेंजर को क्यो बचा रहे है?
२. क्या विभाग को इसका डर तो नहीं की अगर डिप्टी रेंजर पर किसी प्रकार की कार्यवाही होती है तो इसका सीधा नुकसान विभाग को उठाना पड़ सकता है ?
३. क्या किसी भष्टाचार को छुपाने के लिए कोई भी अधिकारी डिप्टी रेंजर के खिलाफ कुछ भी बोलने या करने से बच रहा है ?
४. अगर डिप्टी रेंजर सर्गीपाल डिपो में कार्य करते है तो डिपो की उपस्थिति पंजी में डिप्टी रेंजर का नाम क्यों नही है ?
५. सर्गीपाल डिपो में काम कर रहे स्टॉफ ने क्यों कहा कि उन्होंने 2020 से आज तक डिप्टी रेंजर को यहां देखा ही नहीं ?*
क्या कहते है अधिकारी .... इस मामले में सर्गीपाल रेंजर श्री कुर्रे का कहना है की डिप्टी रेंजर दीपक कुमार भट्ट यहाँ से अटेज है यहाँ ज्यादा काम होने से बुलाने से आते है, ज्यादा कर के वनमंडल में रहते है, वनमंडलाधिकारी के आदेश से व्यय शाखा में काम कर रहे है, उनका तनख्वाह यही से बनता है उपस्थिति पंजी में उनका दस्तखत यहाँ नहीं होता है। वनमंडल में काम करते है, इसलिए दस्तखत वही करते है।
इस मामले में एसडीओ बस्तर श्री बंजारे का कहना है की डिप्टी रेंजर दीपक कुमार भट्ट को हो सकता है डिवजन में कार्य करने के लिए अटेज किये होंगे तभी तो काम कर रहा है दोनों जगह भट्ट काफी समय से कार्य कर रहा है।
इस मामले पे वनमण्डलाधिकारी श्री गुप्ता का कहना हैं की श्री भट्ट लंबे समय से व्यय शाखा का काम देख रहे हैं व्यय शाखा का काम करने की योग्य हो गए हैं जो क्षमता है उसका उपयोग करते हुए स्थानीय व्यय शाखा प्रभारी के सहायक के रूप में कार्य लिया जा रहा है। भट्ट 20 से 25 साल से यहां बैठ रहे हैं रही बात सरगीपाल डिपो मैं कार्य करने की तो मैं अभी आया हूं भट्ट शुरू से ही यही कार्य कर रहे हैं। उनकी उपस्थिति पंजी कहां पर है यह देखना पड़ेगा। रही बात श्री देशमुख की तो मुख्य वन संरक्षक कार्यालय से उनको अटेज किया गया है वरिष्ठ कार्यालय द्वारा देखा जाएगा उनकी नियुक्ति मुख्य वन संरक्षक कार्यालय द्वारा की गई है।
मुख्य वन संरक्षक श्री दुग्गा का कहना है दीपक कुमार भट्ट की बात है तो उनका आदेश जरी हुआ था अचार सहिता के कारन उनका आदेश रुका हुआ था अभी अचार सहिता हटी है आदेश पे अब कार्यवाही होगी रही बात देशमुख की तो स्थिति को देख कर कही अगर कमी होती है जानकारी की कमी होती है तो कही भी काम ले सकते है ऐसी कोई बात नहीं है अगर कही ऐसी स्थिति हुई है तो मै तत्काल संज्ञान लेता हु।