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ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ /अक्सर ही महिलाएं चेहरे पर केमिकल वाली चीजों का इस्तेमाल करती हैं. ब्लीच स्किन को निखारती है. लेकिन, केमिकल वाली ब्लीच के कई नुकसान भी हैं. अगर ध्यान ना दिया जाए तो केमिकल वाली ब्लीच स्किन को जला भी सकती है. वहीं, ब्लीच से आंखों में भी तकलीफ होने लगती है. बहुत से लोगों को ब्लीच से एलर्जी भी होती है. ऐसे में यहां जानिए घर की कौनसी चीजें हैं जिनका इस्तेमाल नेचुरल ब्लीच की तरह किया जा सकता है. ये चीजें स्किन को चांदी सा निखार देती हैं और इनसे त्वचा पर साइड इफेक्ट्स भी नजर नहीं आते हैं.
ब्लीचिंग गुणों से भरपूर चीजें
नींबू और शहद - चेहरे पर नींबू के रस और शहद को साथ मिलाकर लगाने पर त्वचा को प्राकृतिक ब्लीचिंग गुण मिलते हैं. एक कटोरी में एक चम्मच दूध, एक चम्मच शहद और एक चम्मच ही नींबू का रस मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें. चेहरे को पानी से धोकर इस मिश्रण को पूरे चेहरे पर लगाएं. इसे स्किन पर 15 से 20 मिनट लगाकर रखने के बाद धोकर हटा लें. चेहरे पर सोने सा निखार नजर आने लगता है.
आलू का रस - ब्लीचिंग गुणों वाले आलू को चेहरे पर लगाने से टैनिंग जैसी दिक्कतें भी दूर हो जाती हैं. एक आलू लेकर छीलें और फिर घिसकर निचोड़ लें, रस को कटोरी में निकाल लें. इस रस को जस का तस ही चेहरे पर लगाया जा सकता है. रूई की मदद से आलू के रस को चेहरे पर मलें और तकरीबन 20 मिनट रखने के बाद चेहरा धोकर साफ करें. आलू के रस से त्वचा को एंटी-ऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी के गुण मिलते हैं. इससे चेहरे पर जमी डेड स्किन सेल्स भी हट जाती हैं.
दही - चेहरे पर लगाने के लिए एक चम्मच दही लें और उसमें एक चम्मच ही शहद मिला लें. इस पेस्ट को चेहरे पर 15 मिनट लगाकर रखने के बाद हल्के हाथों से मलते हुए धो लें. स्किन को लैक्टिक एसिड के गुण और विटामिन बी मिलता है जो त्वचा को निखारने में कारगर हैं. दही के इस्तेमाल से चेहरे पर नजर आने वाले दाग-धब्बे भी हल्के होने लगते हैं.
चावल का आटा - घर में ही ब्लीच करना चाहती हैं तो इस नुस्खे को जरूर आजमाकर देख लें. यह नुस्खा बिल्कुल ब्लीच की तरह ही असर दिखाता है. एक कटोरी में 2 से 3 चम्मच चावल का आटा डालें और इसमें जरूरत के अनुसार दूध डालकर पेस्ट तैयार कर लें. इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं और आधे घंटे बाद चेहरा धोकर साफ करें. त्वचा पर बेदाग निखार दिखता है और ऐसा लगता है जैसे चेहरे पर ब्लीच ही लगाई हो.
ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ / स्किन केयर का एक बेहद जरूरी स्टेप है सनस्क्रीन. मौसम चाहे कोई भी और आप घर के अंदर हों या बाहर, चेहरे पर सनस्क्रीन लगाना बेहद जरूरी होता है. सनस्क्रीन त्वचा पर एक प्रोटेक्टिव लेयर बनाती है जिससे चेहरा धूप से बचा रहता है और स्किन डैमेज का खतरा कम होता है. वहीं, सनस्क्रीन लगाने से सन टैनिंग नहीं होती है. लेकिन, सनस्क्रीन सही तरह से ना लगाई जाए और दिन में सिर्फ एक बार ही लगाई जाए तो इससे त्वचा दिन के समय कभी भी धूप से झुलस सकती है. वहीं, सनस्क्रीन का इस्तेमाल ना करने वालों में एजिंग की प्रक्रिया तेज देखी जाती है और त्वचा पर झाइयां तक नजर आने लगती हैं. ऐसे में सनस्क्रीन को कब लगाना चाहिए, दिन में कितनी बार लगाना चाहिए और इसे दोबारा कितने समय के अंतराल पर लगाना चाहिए, जानिए यहां.
सनस्क्रीन कितनी बार लगानी चाहिए
त्वचा के लिए SPF 30 वाली सनस्क्रीन बेस्ट होती है. इस सनस्क्रीन या सनब्लॉकको लगाने के लिए हाथों पर अच्छीखासी मात्रा में लें और फिर पूरे चेहरे पर मल लें. आमतौर पर दो उंगलियों के बराबर सनस्क्रीन ली जाती है. गर्मियों में वॉटर रेसिस्टेंस वाली सनस्क्रीन ही चुनें और सनस्क्रीन आपके स्किन टाइप के अनुसार ही हो इस बात का खास ख्याल रखें.
अब बात आती है कि सनस्क्रीन चेहरे पर कितनी बार लगानी चाहिए या किस तरह लगानी चाहिए. सनस्क्रीन को मेकअप का हिस्सा ना मानें बल्कि यह स्किन केयर का हिस्सा है इसीलिए इसे मेकअप से पहले चेहरे पर लगाया जाता है. चेहरा धोने के बाद जब आप मॉइश्चराइजर लगाते हैं तो उसके बाद सनस्क्रीन को लगाएं. इसके बाद चेहरे पर मेकअप करें. इस बात का खास ध्यान रखें कि आप सिर्फ चेहरे पर ही सनस्क्रीन ना लगाएं बल्कि अपने गले, गर्दन और कानों पर ही सनस्क्रीन मलें.
हर 2 घंटे में सनस्क्रीन लगाने के लिए कहा जाता है, खासकर तब जब आप लंबे समय तक धूप में रहते हैं. सन एक्सरोजर से स्किन को बचाए रखने के लिए हर 2 घंटों के अंतराल पर सनस्क्रीन लगाने की सलाह दी जाती है. हालांकि, कई बार ऑफिस या बाहर कहीं सनस्क्रीन लगाने में दिक्कत हो सकती है और क्रीम से मेकअप खराब होने की संभावना रहती है. ऐसे में सनस्क्रीन स्टिक या लूज पाउडर का इस्तेमाल किया जा सकता है जो मेकअप को सेट करता है और साथ ही सूरज की हानिकारक किरणों से त्वचा को प्रोटेक्शन देता है सो अलग.
टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ / सफेद रंग एक ऐसा रंग है जिसे पहनने के बाद इंसान डीसेंट दिखने लगता है. सफेद रंग के कपड़े हर किसी को पहनना पसंद होता है लेकिन अधिक देखभाल के कारण बहुत कम लोग ही सफेद रंग के कपड़े पहनना पसंद करते हैं क्योंकि सफेद कपड़े बहुत जल्दी गंदे हो जाते हैं. खास कर शर्ट, टी शर्ट और मोजे. अगर आप भी सफेद कपड़े पहनने के शौकीन हैं और हमेशा इन्हें चमकदार बनाए रखना चाहते हैं तो कुछ टिप्स और ट्रिक्स हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं. जो आपके बहुत काम के हो सकते हैं. किचन में रखे इन इंग्रीडिएंट्स से आप अपने सफेद कपड़ों की सफेदी बढ़ा सकते हैं.
किचन में रखी इन चीजों से चमकाएं अपने कपड़े
किस तरह धोएं सफेद कपड़े?
सफेद कपड़ों की सफेदी लंबे समय तक बरकरार रखने के लिए अब तक काफी मशक्कत करनी पड़ती होगी. लेकिन घर में मौजूद कुछ सामान आपके सफेद कपड़ों को सफेद बनाए रखने में मदद कर सकते हैं. ये तीन चीजों का एक पॉवरफुल मिश्रण है जो आपके कपड़ों को पहले से ज्यादा सफेद रखने में सहायक होगा.
पहला स्टेप : सबसे पहले कोई भी सफेद कपड़ा लें और उसे पूरी तरह से गर्म पानी के एक बर्तन में डुबा दीजिए. उसके बाद एक-चौथाई कप हाइड्रोजन पेरोक्साइड, एक कप बेकिंग सोडा और एक चम्मच डिश सोप मिलाएं. इस पावरफुल मिश्रण से आप सफेद कपड़ों के जिद्दी से जिद्दी दाग हटा सकते हैं और अपने सफ़ेद कपड़ों को चमकदार बना सकते हैं.
दूसरा स्टेप : दूसरे स्टेप में आप सफेद कपड़े पर लगे दाग के आधार पर, डिश सोप की मात्रा को बढ़ा और घटा सकते हैं. अगर आपके कपड़े पर बड़ा दाग है तो अधिक डिश सोप लें और छोटा है तो कम में भी काम हो सकता है. इस दाग पर ये मिश्रण डाल दें.
तीसरा स्टेप : इसके बाद इसे हमेशा की तरह वॉशिंग मशीन में धोने से पहले कम से कम 1 से 2 घंटे के लिए भीगने के लिए छोड़ दें. उसके बाद अपने सफेद कपड़े को धोएं इसके परिणाम आपको चौंका देगा.
खाना खजाना /शौर्यपथ / सिंपल फूड से कम्फर्टिंग कुछ और कुछ हो ही नहीं सकता है. हम सभी कितना भी बाहर का खा लें. लेकिन जब बात घर के खाने की होती है तो उसकी तुलना किसी भी फूड से नहीं की जा सकती है. सफेद सादे चावल के साथ कढ़ी का एक बाउल पहला कम्फर्ट फूड है जिसके बारे में हम सोच सकते हैं. यह जल्दी, सरल है और हमें खुश करने वाला है. दही बेस्ड रेसिपी रिजनल रेसिपी में कई अंतर हैं. आपको कढ़ी बनाने के विधि में राज्य और क्षेत्र में अंतर दिखाई दे जाएगा. सिंधियों के पास इसे बनाने का अपना यूनिक तरीका है. (सिंधी कढ़ी), पंजाबी में स्वादिष्ट, कुरकुरे पकौड़े शामिल हैं. यहां, हम आपको पंजाबी कढ़ी पकौड़ा की स्वादिष्ट और आसान रेसिपी बता रहे हैं. तो चलिए बिना किसी देरी के रेसिपी पर चलते हैं.
कैसे बनाएं पंजाबी कढ़ी पकौड़ा रेसिपी-
कढ़ी पकौड़ा बनाने के लिए आपको सबसे पहले बेसन, बेकिंग सोडा, दही, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, कटी हुई हरी मिर्च, अजवाइन, बारीक कटी मेथी और धनिया पत्ती, मोटे तौर पर कटी हुई प्याज, नमक, स्वाद के लिए अदरक का पेस्ट चाहिए और पानी, आवश्यकतानुसार. अब, सब कुछ का एक स्मूद बैटर बनाएं.
पकौड़े को गोल्डन ब्राउन होने तक फ्राई करें, फिर एक तरफ रख दें.
कढ़ी के लिए, बेसन और दही को एक मिक्सिंग बाउल में लें और तब तक फेंटें जब तक यह स्मूद न हो जाए. सुनिश्चित करें, कोई गांठ नहीं बने.
अब इसमें हल्दी, लाल मिर्च पाउडर और नमक डालकर अच्छी तरह से फेंट लें.
आवश्यकतानुसार पानी डालें और अच्छी तरह से फेंटें, जिससे एक पतला और चिकना बैटर तैयार हो.
एक कढाई में घी डालें, उसमें हिंग, मेथी के बीज, करी पत्ता, सूखी लाल मिर्च, धनिया के बीज डालें और उन्हें फेंटे.
कटा हुआ मीडियम आकार का प्याज, अदरक का पेस्ट डालें और प्याज को गोल्डन होने तक फ्राई करें.
कढ़ी में मिक्सचर डालें और धीमी आंच पर कम से कम 5 मिनट तक उबलने दें.
कढ़ी में पकौड़े डालें और 5 मिनट के लिए और उबालें.
लास्ट में, कढ़ी पर कुछ लाल मिर्च पाउडर डालें और जीरा और लाल मिर्च का तड़का डालें और सर्व करें.
कढ़ी बनकर तैयार है आप इसे चावल या रोटा के साथ इंजॉय कर सकते हैं.
सेहत टिप्स /शौर्यपथ /शहतूत गर्मियों के मौसम का खास फल है, इसे अंग्रेजी में 'Mulberries' भी कहा जाता है. इनमें विटामिन सी और आयरन भरपूर मात्रा में होता है. यदि आपने पहले कभी रेसिपीज में इन मीठे और रसीले बेरीज का उपयोग नहीं किया है, तो इस गर्मी में हमारे द्वारा बताई गईं शहतूत रेसिपीज को ट्राई कर सकते हैं. ब्रेकफास्ट से लेकर स्वीट तक, शहतूत का उपयोग कई प्रकार के व्यंजनों में किया जा सकता है, जिससे आपके व्यंजनों में फल का फ्लेवर एड हो जाता है. क्या आप यह जानने के लिए एक्साइटेड हैं? तो बिना किसी देरी के किचन में जाएं और इन शहतूत रेसिपीज को ट्राई करें.
यहां 5 शहतूत रेसिपीज हैं जिन्हें आप ट्राई कर सकते हैं-
1. शहतूत स्मूथी बाउल-
यदि आपको बैंगनी रंग पसंद है, तो आपको यह शहतूत स्मूदी बाउल रेसिपी पसंद आएगी. एक ब्लेंडर जार लें और उसमें फ्रोजन शहतूत, फ्रोजन केले, कुछ प्रोटीन पाउडर, ओट्स, शहद और थोड़ा सा दूध डालें. एक गाढ़ी स्मूथी में ब्लेंड करें और इसे स्मूथी बाउल में डालें. शहतूत और केले से गार्निश कर इंजॉय करें.
2. शहतूत लाइम कूलर-
अगर आप पूरी गर्मियों में नींबू पानी पीने से ऊब गए हैं, तो इसमें शहतूत के साथ फ्रूटी पंच मिलाएं. बस शहतूत को एक ब्लेंडर में पिंक सॉल्ट और कुछ मेपल सिरप के साथ मिलाएं. लिक्विड को छान लें. पानी, नींबू का रस, पुदीने की पत्तियां और बर्फ डालें.
3. शहतूत और सेब की चटनी-
यहां एक मीठी और मसालेदार चटनी रेसिपी है, जो फलों का उपयोग करके तैयार की गई है. इस चटनी को बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में जैतून का तेल गर्म करें और उसमें प्याज को हल्का गोल्डन होने तक भून लें. सेब और कारमेलाइज़ सेब को हल्का ब्राउन करें. शहतूत, शहद, सेब साइडर सिरका, कसा हुआ अदरक, नमक और कुछ चिली फ्लेक्स सेब के सॉफ्ट होने तक पकाएं. इसे ठंडा होने दें और एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करके रखें. रेफ्रिजरेट करें और अपने मील के साथ इंजॉट करें.
4. शहतूत तुलसी मार्गरीटा-
यह समर कॉकटेल को और अधिक फ्रेश बनाता है. जबकि बहुत से लोग गर्मियों के कॉकटेल में आम का उपयोग करते हैं और शहतूत अभी भी उतना पॉपुलर नहीं है. खैर, हम आपको बता दें कि कॉकटेल में इन बेरीज का फ्लेवर लाजवाब होता है. शहतूत, चीनी और तुलसी को मडलर की सहायता से मसल लें. फिर नींबू का रस, टकीला और क्लब सोडा मिलाएं. बर्फ के टुकड़े डालें और सर्व करें!
5. शहतूत पाई-
एप्पल पाई को भूल जाइए, गर्मियों का मौसम मीठे शहतूत पाई का आनंद लेने का है. एक मिक्सिंग बाउल में चीनी, आटा, बेकिंग पाउडर और नमक डालें और अच्छी तरह मिलाएं. दूध और मेल्ट हुआ बटर डालें और स्मूद होने तक फेंटें. बैटर को चिकने फ़्लान टिन में डालें. बैटर के ऊपर शहतूत को धीरे से डालें, उन्हें साइड से दूर रखें. ऊपर से चीनी छिड़कें. पाई को पहले से गरम ओवन में रखें और गोल्डन होने तक लगभग 25 मिनट तक बेक करें.
उखीमठ/रूद्रप्रयाग/शौर्यपथ /उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू होने वाली है, जिसमें सबसे पहले अक्षय तृतीया पर केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. इस प्रक्रिया की शुरुआत रविवार को उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में भैरवनाथ की पूजा से की गई.
रविवार की शाम श्री पंचकेदार शीतकालीन गद्दी स्थल उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में भैरवनाथ की पूजा शुरू हो गई, जो देर रात तक चलेगी. श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने भैरवनाथ पूजा और पंचमुखी डोली यात्रा की तैयारियां पूरी कर ली हैं. सोमवार को पंचमुखी डोली केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान कर उसके प्रथम पड़ाव गुप्तकाशी पहुंचेगी.
सोमवार सुबह भगवान श्री केदारनाथ की चल विग्रह पंचमुखी मूर्ति लेकर डोली पंचकेदार गद्दी उखीमठ से गुप्तकाशी के विश्वनाथ मंदिर पहुंचेगी और यहां रात्रि प्रवास करेगी. 7 मई को पंचमुखी डोली गुप्तकाशी के विश्वनाथ मंदिर से चलकर फाटा में प्रवास करेगी. 8 मई को गौरीकुंड और 9 मई को गौरा माता मंदिर गौरीकुंड से चलकर शाम को श्री केदारनाथ धाम पहुंचेगी. शुक्रवार 10 मई को सुबह सात बजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट दर्शनार्थियों के दर्शन के लिए खुल जाएंगे.
भैरवनाथ की पूजा के समय श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, कार्याधिकारी आर.सी. तिवारी, पुजारी शिवशंकर लिंग, बागेश लिंग, टी. गंगाधर लिंग, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डी.एस. पुष्पवान, यदुवीर पुष्पवान, रमेश नेगी, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, देवानंद गैरोला, कुलदीप धर्म्वाण, विदेश शैव आदि मौजूद रहे.
व्रत त्यौहार /शौर्यपथ /भगवान शिव अपने भक्तों पर कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं. मान्यता है कि शिव पूजा करने से ही हर पाप मिट जाते हैं. किसी चीज का भय नहीं रहता है. शिवभक्तों लिए मासिक शिवरात्रि का काफी महत्व है. हर माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर मासिक शिवरात्रि होती है. इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और आपने आराध्य शिव की आराधना करते हैं. कहा गया है कि मासिक शिवरात्रि पर शिव रुद्राष्टकम स्तोत्र का पाठ करना अत्यंत शुभ फलदायी है. इससे शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं और हर कष्ट मिट जाते हैं. जानिए मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त और शिव रुद्राष्टकम स्तोत्र का महत्व.
मासिक शिवरात्रि कब है |
पंचांग के अनुसार, वैशाख माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 6 मई दोपहर 2.40 बजे से शुरू हो रही है. इसका समापन 7 मई की सुबह 11.40 बजे होगा. इस बार मासिक शिवरात्रि सोमवार के दिन है. इस व्रत में भगवान भोलेनाथ की पूजा रात्रि में की जाती है. आज मासिक शिवरात्रि की पूजा का योग रात में 11.56 बजे से लेकर रात्रि 12.39 बजे तक है. इस पूजा के दौरान शिव रुद्राष्टकम स्तोत्र का पाठ करने से भगवान शिव प्रसन्न होकर हर सुख प्रदान करते हैं.
शिव रुद्राष्टकम स्तोत्र का महत्व
शास्त्रों में शिव रुद्राष्टकम स्तोत्र का महत्व बताया गया है. यह भगवान शिव के रूप और शक्तियों पर बना है. भगवान श्रीराम ने रावण पर विजय प्राप्त करने के लिए शिव रूद्राष्टकम स्तोत्र का पाठ किया था. मान्यता है कि इसका पाठ करने से ही बड़े से बड़ा शत्रु भी पराजित हो जाता है.
शिव रुद्राष्टकम का पाठ करने का नियम
शास्त्रों में बताया गया है कि शिव रुद्राष्टकम स्तोत्र का नियमित पाठ करने से हर संकट दूर हो जाते हैं. मान्यता है कि इस स्तोत्र से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. इस जाप से जीवन आनंदमय बना रहता है. इसके साथ ही मनोबल और सौभाग्य भी बढ़ता है. शिव रुद्राष्टकम का पाठ करने के भी कुछ नियम हैं. इसे शिव मंदिर या घर में भगवान शिव की प्रतिमा, शिवलिंग के सामने बैठकर ही करना चाहिए. ज्योतिष के मुताबिक, लगातार 7 दिनों तक सुबह-शाम इस स्तोत्र का पाठ करने से फल प्राप्त होता है.
ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ / छोटे-छोटे सलेटी रंग के दिखने वाले चिया सीड्स पोषक तत्वों का पावरहाउस होते हैं. इन बीजों में एंटी-ऑक्सीडेंट्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, प्रोटीन, कैल्शियम और मैंग्नीज आदि पाए जाते हैं. इन बीजों के फायदे सेहत को ही नहीं बल्कि त्वचा को भी मिलते हैं. चेहरे पर सही तरह से चिया सीड्स का इस्तेमाल किया जाए तो ना सिर्फ त्वचा बेदाग और निखरी हुई बनती है बल्कि स्किन को एंटी-एजिंग गुण भी मिलते हैं. चिया सीड्स स्किन को एक्सफोलिएट करते हैं, मॉइश्चराइज करते हैं और हेल्दी ग्लो देते हैं सो अलग. यहां जानिए झुर्रियां कम करने और जवां त्वचा पाने के लिए किस तरह चिया सीड्स के फेस पैक्स बनाकर चेहरे पर लगाए जा सकते हैं.
एंटी-एजिंग गुणों वाले चिया सीड्स के फेस पैक्स |
चिया सीड्स और शहद - इस फेस पैक को बनाने के लिए चिया सीड्स, शहद और दही की जरूरत होगी. सबसे पहले चिया सीड्स को पानी में मिक्स करें, जब ये सीड्स फूल जाएं तो अलग कटोरी में रख लें. इन बीजों में शहद और थोड़ा सा दही डालकर पेस्ट तैयार करें. इस पेस्ट को चेहरे पर 15 से 20 मिनट लगाकर रखें और फिर चेहरा धोकर साफ कर लें. स्किन निखर जाती है.
चिया सीड्स और नारियल तेल - चेहरे पर चिया सीड्स और नारियल का तेल मिक्स करके लगाया जा सकता है. इसके लिए दोनों चीजों को मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाएं. अब चेहरे पर लगाकर 20 मिनट रखें और धोकर हटा लें. इस मिश्रण को फेस स्क्रब की तरह भी लगाया जा सकता है. स्क्रब करने के लिए पहले चेहरे को पानी से गीला करें और फिर इस पेस्ट को चेहरे पर सर्कुलेशन मोशन में घुमाते हुए 2 मिनट मलें और धोकर हटा लें. डेड स्किन सेल्स हटने लगती हैं.
चिया सीड्स और एलोवेरा - इस फेस पैक से स्किन को चिया सीड्स के साथ-साथ एलोवेरा के एंटी-इंफ्लेमेटरी और हाइड्रेटिंग गुण भी मिलते हैं. एक चम्मच भीगे हुए चिया सीड्स में एक चम्मच ही एलोवेरा जैल मिला लें. इसमें एक विटामिन ई कैप्सूल भी डालें. इस फेस पैक को चेहरे पर 20 मिनट लगाकर रखने के बाद धोकर हटा लें. चेहरे से झुर्रियां और फाइन लाइंस कम होने में असर दिखता है.
चिया सीड्स को चेहरे पर लगाने के अलावा इसका डिटॉक्स वॉटर बनाकर भी पिया जा सकता है. इससे शरीर को अंदरूनी रूप से फायदे मिलते हैं और एंटी-एजिंग गुण त्वचा पर दिखने लगते हैं. चिया सीड्स को एक गिलास पानी में मिलाकर पीने पर शरीर से टॉक्सिंस निकलते हैं. इसका असर त्वचा पर भी दिखता है और स्किन बेदाग और जवां बनी रहती है.
शौर्यपथ / आम एक मौसमी फल है और गर्मियों का मौसम आते ही हमारी थाली में आम की चटनी देखी जा सकती है. आम की चटनी को स्वाद और सेहत से भरपूर माना जाता है. आपको बता दें कि आम की चटनी न सिर्फ खाने के स्वाद को बढ़ाने का काम करती है बल्कि, शरीर को भी कई लाभ पहुंचाने में मददगार है. कच्चे आम में विटामिन सी, विटामिन ए, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो हमारे पेट के लिए गुणकारी होते हैं. अगर आप पेट संबंधी समस्याओं से परेशान हैं तो आम की चटनी को डाइट में शामिल कर सकते हैं. तो चलिए जानते हैं कैसे बनाएं आम की चटनी.
क्या पेट के लिए फायदेमंद है आम की चटनी-
कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर कच्चे आम की चटनी स्वादिष्ट होने के साथ ही हमारे पेट के लिए भी काफी फायदेमंद होती है. रोजाना आम की चटनी के सेवन से पाचन को बेहतर रखने में मदद मिल सकती है.
कैसे बनाएं आम की चटनी-
सामग्री-
कच्चा आम
धनिया पत्ती
पुदीना के पत्ते
काला नमक
सादा नमक
जीरा
काली मिर्च पाउडर
लहसुन
हरी मिर्च
विधि-
आम की चटनी बनाने के लिए सबसे पहले आम को छील लें. गूदे को काटकर निकाल लें.
हरी मिर्च को भी काट लें
अब छीले हुए लहसुन, हरा धनिया, पुदीना, हरी मिर्च और आम डालकर मिक्सर में अच्छे से पीस लें.
नमक थोड़ा सा पानी डालकर अच्छे से पीस लें.
एक अच्छा पेस्ट तैयार हो जाए, तो इसमें काला नमक, जीरा पाउडर, काली मिर्च पाउडर डालकर मिलाएं.
आम की चटनी बनकर तैयार है आप इसे अपने मील के साथ पेयर कर सकते हैं.
ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ /बदलते मौसम में त्वचा का पीएच असंतुलित हो सकता है. इसके कारण त्वचा बेजान दिखने लगती है. वहीं, चमकदार रंगत पाने के लिए हर बार आप स्पा का रुख करें, जरूरी नहीं. अपनी त्वचा में निखार पाने के लिए आप घर में रहते हुए भी फेशियल कर सकती हैं. फेशियल से चेहरे को कई तरह के फायदे मिलते हैं. फेशियल से स्किन को डीप-क्लीन किया जाता है, जिससे त्वचा में चमक वापस लौट सकती है. इसके साथ ही फेशियल करने के सही स्टेप्स भी आपको पता होने बेहद जरूरी हैं-
चेहरे पर ग्लो पाने के लिए ऐसे करें फेशियल |
चेहरे से अशुद्धियों को करें साफ
गंदगी, तेल और मेकअप को हटाने के लिए अपनी त्वचा को अच्छी तरह से साफ करके अपना DIY फेशियल शुरू करें. अपनी त्वचा के प्रकार के हिसाब से सौम्य क्लींजर चुनें. आप कच्चे दूध की मदद से भी चेहरे को साफ कर सकती हैं. इसके अलावा बेसन, कच्चा दूध और गुलाब जल को मिलाकर घरेलू क्लींजर बनाकर चेहरे को साफ करें.
डेड स्किन सेल्स को हटाएं
एक्सफोलिएशन आपकी डेड स्किन को हटाने में मदद कर सकता है. इससे एक नई और जवां त्वचा मिलती है. चीनी, शहद और नींबू के रस जैसी प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग करके अपना एक्सफोलिएटिंग स्क्रब बनाएं. इन सामग्रियों को एक साथ मिलाकर पेस्ट बना लें, फिर धीरे-धीरे इसे अपने चेहरे पर ऊपर की ओर गोलाकार गति में मालिश करें.
चेहरे को मसाज करें
एलोवेरा जेल लेकर चेहरे पर 1-2 मिनट के लिए मसाज करें. इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण आपकी त्वचा में नमी को बनाए रखते हैं, जिसे त्वचा ग्लो करने के साथ-साथ लंबे समय तक जवां बनी रहती है.
स्टीम लें
अपने चेहरे को भाप देने से रोम छिद्र खुलने में मदद मिलती है और आपकी त्वचा गहरी सफाई और उपचार के लिए तैयार होती है. एक बड़े बर्तन में पानी उबालें. अब एक सीमित दूरी पर अपने चेहरे को कटोरे के ऊपर रखकर तौलिए से सिर को ढक लें. 5-10 मिनट के लिए भाप को अपनी त्वचा में प्रवेश करने दें, फिर अपने चेहरे को तौलिए से थपथपाकर सुखा लें.
चेहरे पर घरेलू मास्क लगाएं
सुनहरी चमक के लिए हल्दी, दही, शहद और एवोकाडो जैसी चीजों को चुनें. हल्दी त्वचा को चमकाती है और सूजन को कम करती है, जबकि दही और शहद हाइड्रेट और आराम पहुंचाते हैं. एवोकाडो एंटीऑक्सीडेंट और स्वस्थ वसा से भरपूर होता है जो त्वचा को पोषण और पुनर्जीवित करता है. किसी भी सामग्री को मिलाकर एक पेस्ट बनाएं और इसे चेहरे पर समान रूप से लगाकर 20 मिनट के लिए छोड़ दें. इसके बाद, हल्के हाथों से सर्कुलर मोशन में मसाज करें और फिर गुनगुने पानी से चेहरे को धो लें.
फ्रूट मास्क से कर सकते हैं फेशियल
आप केले, सेब, पपीते और संतरे के रस को एक साथ कटोरे में डालकर अच्छी तरह से मैश करें. ये फल त्वचा को टाइट करने के साथ डीप क्लीन करते हैं. इतना ही नहीं, विटामिन-सी से भरपूर ये फल त्वचा को इंस्टेंट ग्लो भी प्रदान करते हैं. इस फेस पैक को चेहरे पर लगाकर 30 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर पानी से चेहरे को धो लें.
टोनर लगाएं
मास्क हटाने के बाद, पीएच संतुलन को बनाए रखने के लिए और छिद्रों को कसने के लिए अपनी त्वचा को टोन करना महत्वपूर्ण है. गुलाब जल एक सौम्य टोनर है जो त्वचा को हाइड्रेट करता है. एक कॉटन पैड पर गुलाब जल लगाएं और इसे अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं, फिर इसे हवा में सूखने दें.
चेहरे पर लगाएं सीरम
अपनी त्वचा को हाइड्रेट और चमकदार बनाए रखने के लिए विटामिन-सी युक्त सीरम लगाएं. अपनी उंगलियों से चेहरे और गर्दन पर ऊपर की ओर धीरे-धीरे मालिश करें. आप सिर्फ एलोवेरा जेल लगाकर भी यह स्टेप पूरा कर सकते हैं.
सेहत टिप्स /शौर्यपथ /मेथी किचन में मौजूद एक ऐसा मसाला है जिसे न सिर्फ खाने में स्वाद को बढ़ाने बल्कि सेहत को कई लाभ पहुंचाने के लिए भी जाना जाता है. सुबह खाली पेट मेथी वाला पानी पीना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. अगर आप सुबह चाय और कॉफी पीने की जगह खाली पेट मेथी वाला पानी पीते हैं तो शरीर को कई हैरान करने वाले लाभ मिल सकते हैं. मेथी वाले पानी का सेवन करने से वजन को कंट्रोल में रख सकते हैं. इतना ही नहीं इससे डायबिटीज को भी कंट्रोल किया जा सकता है. आपको बता दें कि मेथी में सोडियम, जिंक, फॉस्फोरस, फॉलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम जैसे मिनरल्स और विटामिन ए, बी और सी भी पाए जाते हैं. इसके अलावा इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, स्टार्च, शुगर, फॉस्फोरिक एसिड जैसे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर को कई लाभ पहुंचाने में मदद कर सकते हैं.
खाली पेट मेथी पानी पीने के फायदे-
1. मोटापा-
अगर आप वजन को कम करना चाहते हैं तो सुबह खाली पेट मेथी वाले पानी का सेवन कर सकते हैं. इस पानी के सेवन से शरीर में जमा एक्स्ट्रा चर्बी को बहाने में मदद मिल सकती है.
2. पाचन-
सुबह खाली पेट मेथी वाला पानी पीते हैं तो आप कब्ज की समस्या से भी छुटकारा पा सकते हैं. अपच की समस्या को दूर करने के लिए आप मेथी के पानी का सेवन कर सकते हैं.
3. डायबिटीज-
मेथी में भरपूर मात्रा में फाइबर्स, प्रोटीन, स्टार्च, शुगर, फॉस्फोरिक एसिड जैसे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं.
4. हार्टबर्न-
मेथी में एंटी इन्फ्लेंमेटरी के गुण पाए जाते हैं जो हार्टबर्न की समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं.
ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ / शहद एक ऐसी प्राकृतिक चीज है जिसमें नेचुरल शुगर पाया जाता है. शहद को स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. कई लोग शहद का इस्तेमाल वजन को कम करने के लिए करते हैं. सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद है शहद का सेवन. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि ये सिर्फ सेहत ही नहीं सुंदरता को बढ़ाने में भी मददगार है. शहद को आयुर्वेद में औषधी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. शहद को कई उपचारों में भी इस्तेमाल किया जाता है. शहद में आयरन, कैल्शियम, फॉस्फेट, सोडियम, क्लोरिन, पोटैशियम और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है. इसके अलावा शहद में ऐसे विटामिन, मिनरल्स और एंजाइंम्स के गुण भी पाए जाते हैं जो शरीर को कई लाभ पहुंचाने में मददगार हैं. तो चलिए जानते हैं शहद के सेवन से होने वाले फायदे.
शहद के फायदे-
1. पाचन-
जिन लोगों को एसिडिटी, कब्ज, गैस की शिकायत है उन्हें शहद का इस्तेमाल करना चाहिए. ये आपके पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है.
2. स्किन-
शहद में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो धाग-धब्बे, कील-मुंहासे और झुर्रियों से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं.
3. दिल-
शहद को दालचीनी में मिलाकर पीने से कोलेस्ट्रॉल लेवल कम किया जा सकता है. इससे दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है.
4. मोटापा-
सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में शहद को मिलाकर पीने से वजन को कम किया जा सकता है. गर्म पानी में नींबू का रस और शहद मिलाकर पीने से बॉडी डीटॉक्स होती है.
5. इम्यूनिटी-
इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए आप शहद वाले पानी का सेवन कर सकते हैं. सुबह खाली पेट शहद वाला पानी पीने से शरीर को कई लाभ मिल सकते हैं.
टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ / बादाम एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जिसके पोषक तत्व शरीर के लिए बहुत जरूरी है. बादाम में बहुत सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जैसे कि एनर्जी, फैट, प्रोटीन, फाइबर, पोटैशियम, फ़ास्फ़रोस, मैग्नीशियम, कैल्शियम, विटामिन-ई, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और आयरन. यही कारण है कि हेल्थ एक्सपर्ट इसको डाइट का हिस्सा बनाने के लिए कहते हैं, लेकिन गर्मी के मौसम में इसको खाना चाहिए या नहीं इसको लेकर कई सवाल रहते हैं मन में. आज इस आर्टिकल में हम उसी के बारे में बात करेंगे.
गर्मी में बादाम खाएं या नहीं
1- आपको बता दें कि बादाम को किसी भी मौसम में खाया जा सकता है. बस आपको इसको भिगोकर खाना है. गर्मी के मौसम में तो कच्चा बादाम खाने की गलती बिल्कुल न करें. इससे पेट खराब हो सकता है.
2- असल में बादाम की तासीर गरम होती है. ऐसे में गर्मी के मौसम में पित्त दोष हो सकता है. इसलिए रात भर भिगोए हुए बादाम खाने की सलाह दी जाती है.
3- बादाम रातभर भिगोकर खाने से पाचन क्षमता मजबूत होती है. बादाम में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड वसा पेट की चर्बी कम करने में सहायक साबित होता है.
4- आपको बता दें कि बादाम भिगोकर खाने से इसको अवशोषण क्षमता अच्छी हो जाती है. यह दिल की सेहत के लिए भी बहुत अच्छा माना जाता है. बादाम खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी सहायता करता है. बादाम को भिगोकर ही खाना चाहिए, लेकिन इसके छिलके को नहीं हटाना चाहिए क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है.
एक दिन में कितने बादाम खाएं
- 5 से 10 साल के बच्चे को हर दिन 2 से 4 बादाम खाना चाहिए. वहीं, बादाम हर किसी को अपनी पाचन शक्ति के अनुसार खाना चाहिए. कुछ लोग को 2 बादाम भी सूट नहीं करता है और पेट से जुड़ी समस्या शुरू हो जाती है.
- ऐसे में आपको बादाम खाने की शुरूआत 2 बादाम से करनी चाहिए, जब आपको सूट करे तो आप हर हफ्ते बादाम को अपनी डाइट में बढ़ाते जाइए.
सेहत टिप्स /शौर्यपथ / फलों को सेहत के लिए कितना फायदेमंद माना जाता है ये हम सभी जानते हैं. लेकिन कई फल ऐसे भी हैं जिनके छिलके और बीज को भी सेहत के लिए गुणकारी माना जाता है और उन्हीं में से एक है पपीता. पपीता में अच्छी मात्रा में आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम पाया जाता है जो शरीर को सेहतमंद बनाए रखने में सहायक होता है. पपीते के बीजों को पेट के लिए काफी अच्छा माना जाता है. पपीते के बीजों में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं. असल में पपीते के बीज स्वाद में काफी कड़वे होते हैं जिसे बेकार समझ कर हम फेंक देते हैं. लेकिन ये शरीर को कई बीमारियों से दूर रखने में मददगार हैं. तो चलिए जानते हैं पपीता के बीज के फायदे.
पपीता के बीज खाने के फायदे-
1. वजन घटाने-
मोटापे की समस्या से परेशान हैं तो आप पपीते के बीजों का सेवन कर सकते हैं. पपीता के बीजों में फाइबर मौजूद होता है, जो पाचन शक्ति को ठीक रखने के अलावा मोटापा कम करने में भी मदद कर सकता है.
2. सूजन-
शरीर के किसी अंग में सूजन हो तो भी पपीते के बीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं. ये स्किन की जलन और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.
3. कोलेस्ट्रॉल-
पपीता के बीजों में काफी मात्रा में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं. जिसमें विशेष रूप से ओलेक एसिड सबसे ज्यादा पाया जाता है. ये खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है.
4. पेट के लिए-
पपीता के बीजों को पेट की लिए काफी अच्छा माना जाता है. कई अध्ययनों का मानना है कि पपीता के बीज में प्रोटियोलिटिक एंजाइम होते हैं जो आंतों में रहने वाले बैक्टीरिया को मारते हैं और इससे पेट को स्वस्थ रखा जा सकता है.