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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह अंतर्गत विद्यार्थियों को यातायात नियमों का पालन करने किया गया जागरूक
राजनांदगांव /शौर्यपथ / राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह अंतर्गत पंडित किशोरी लाल शुक्ल उद्यानिकी महाविद्यालय पेण्ड्री में विद्यार्थी के हित में सुरक्षित सड़कों की आवश्यकता विषय पर जन जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अधिष्ठाता डॉ. उमेश देशमुख ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सभी व्यक्तियों को जागरूक करने की आवश्यकता है। ट्रैफिक नियमों का पालन करने से सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है, जिससे लोगों के जान-माल की सुरक्षा होगी। उन्होंने विद्यार्थी को यातायात नियमों का पालन कर एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया। डॉ. वर्षा कुमार ने स्पीड ब्रेकर एवं लापरवाही से वाहन चालन के परिणामों के बारे में बताया। डॉ. मेधा शाहा ने ट्रैफिक सिग्नल की आवश्यकता एवं यातायात नियमों का पालन करने के संबंध में जानकारी दी। कार्यक्रम में पुलिसकर्मी श्री ईश्वर वैष्णव ने सभी विद्यार्थियों को यातायात नियमों एवं व्यवस्थाओं के अनुपालन, पैदल यात्रियों की सुरक्षा सहित अन्य विषयों के संबंध में जानकारी दी। विद्यार्थी श्री प्रशांत श्रीवास्तव ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति की सड़क दुर्घटना हो जाती है, उस व्यक्ति को एक जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य निभाते हुए तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए।
दुर्ग / शौर्यपथ / नगरीय निकाय चुनाव में अब नामांकन भरने की अंतिम तिथि के एक दिन पहले आखिर का शाम को कांग्रेस ने अपना अधिकृत वार्ड प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी । वार्ड प्रत्याशियों की सूची जारी होते ही अब यह निश्चित हो गया कि कौन-कौन प्रत्याशी कांग्रेस से चुनावी मैदान में भाजपा के प्रत्याशियों से मुकाबला करेंगे । नगरी निकाय चुनाव में इस बार भी प्रदेश में दो ही प्रमुख पार्टियों हैं जिनका मुकाबला सीधे-सीधे होगा प्रदेश में एक ओर जहां प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है वही नगर पालिका में कांग्रेस की शहरी सरकार थी। ऐसे में जहां भारतीय जनता पार्टी अपने 1 साल के कार्यकाल के उपलब्धियां के सहारे नगरी निकाय में अपनी उपस्थिति दर्ज करना चाहती है वहीं शहरी सरकार अपने 5 सालों के उपलब्धि के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे ।
नक्सल उन्मूलन अभियान की सफलता से बदली तस्वीर
रायपुर/शौर्यपथ /छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में 76वें गणतंत्र दिवस का आयोजन इस बार इतिहास में खास दर्ज हुआ। वह गांव, जो कभी नक्सलियों के खौफ और आतंक के साए में जीने को मजबूर थे, अब शांति और विकास की नई राह पर चल रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित नक्सल उन्मूलन अभियान की जबरदस्त सफलता के चलते गांवों में सुरक्षा और विश्वास का नया माहौल बनने से इस बार 26 गांवों में पहली बार ग्रामीणों ने तिरंगा फहराया और पूरे उत्साह से गणतंत्र दिवस मनाया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित नक्सल उन्मूलन अभियान ने बस्तर संभाग में सुरक्षा और विकास की नई कहानी लिखी है। इस अभियान के अंतर्गत बस्तर के अंदरूनी और सुदूर इलाकों में सुरक्षा केंद्र स्थापित कर शांति बहाल की गई है। इन गांवों में कभी नक्सलियों का प्रभाव इतना गहरा था कि लोग राष्ट्रीय पर्व तो दूर, सामान्य जीवन भी भय के साए में जीने को मजबूर थे। अब, नक्सल उन्मूलनअभियान के प्रयासों से वहां न केवल शांति स्थापित हुई है, बल्कि स्थानीय लोगों में एक नई उम्मीद जगी है।
गौरतलब है कि बीते एक वर्ष में छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कुल 26 नए सुरक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन सुरक्षा केंद्रों ने न केवल कानून व्यवस्था को मजबूत किया, बल्कि इन क्षेत्रों को विकास केंद्र का स्वरूप दिया है। बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर और कांकेर जिलों के इन गांवों में ग्रामीणों ने पहली बार गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और पूरे उत्साह से इस पर्व में भाग लिया।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर इन सुरक्षा केंद्रों पर पुलिस और सुरक्षा बलों ने स्थानीय ग्रामीणों के साथ मिलकर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस दौरान गणतंत्र दिवस के महत्व पर चर्चा की गई और लोगों को मिठाइयां, बच्चों को चॉकलेट और अन्य सामग्री वितरित की गई।
गौरतलब है कि बीजापुर जिले में गुंडम, फुटकेल, छुटवाही, कोंडापल्ली, ज़िडपल्ली, वाटेवागु, कर्रेगट्टा, पीड़िया, नारायणपुर जिले में कस्तुरमेटा, मसपुर, ईरकभट्टी, मोहंदी, होरादी, गारपा, कच्चापाल, कोड़लियार, सुकमा जिले में टेकलगुड़ेम, पुवर्ती, लखापाल, पूलनपाड़, तुमालपाड़, रायगुडेम, गोलाकुंडा, गोमगुड़ा, मेंट्टागुड़ा तथा कांकेर जिले में पानीडोबीर सुरक्षा कैंप बीते एक सालों में स्थापित किए गए हैं।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज श्री सुंदरराज पी. ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार और सुरक्षा बलों के सामूहिक प्रयासों से बस्तर संभाग में शांति और लोकतंत्र की बहाली हुई है। नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत स्थापित सुरक्षा केंद्रों ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को शांति और विकास की राह पर लाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
जगदलपुर के लालबाग परेड ग्राउंड में आयोजित मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह में उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री श्री विजय शर्मा ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए नक्सल उन्मूलन अभियान की सफलता और बस्तर संभाग में सुरक्षा एवं विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
सुरक्षा बलों की टुकड़ियों ने किया आकर्षक मार्चपास्ट
घुड़सवार दल के करतब ने दर्शकों का मन मोहा
केन्द्रीय अर्धसैनिक बल ने तेलंगाना पुलिस को बेस्ट कंटिजेंट का प्रथम पुरस्कार
राज्य पुलिस बल में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (महिला) को प्रथम स्थान
रायपुर/शौर्यपथ /गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर पुलिस परेड ग्राउंड में सुरक्षाबलों के 17 टुकड़ियों ने कदम से कदम मिलाकर मार्चपास्ट किया। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने उनकी सलामी ली और उनके कमांडर से परिचय प्राप्त किया। परेड कमांडर परीविक्षाधीन भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी श्री हर्षित मेहर थे। केन्द्रीय अर्धसैनिक सुरक्षाबलों में बेस्ट कंटिजेंट तेलंगाना पुलिस को प्रथम पुरस्कार के साथ पांच हजार रूपए नगद राशि देकर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार द्वितीय स्थान पर भारत तिब्बत सीमा बल को तीन हजार रूपए नगद राशि तथा केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को तृतीय पुरस्कार के रूप में दो हजार रूपए नगद राशि देकर सम्मानित किया गया। इसी क्रम में बेस्ट कंटिजेंट राज्य पुलिस बल का प्रथम पुरस्कार छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल महिला को, द्वितीय नगर सेना महिला को तथा तृतीय छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल पुरूष को प्राप्त हुआ। इन सभी विजेताओं को प्रथम स्थान प्राप्त को पांच हजार रूपए, द्वितीय स्थान प्राप्त बल को तीन हजार और तृतीय स्थान प्राप्त बल को दो हजार रूपए की नगद राशि और ट्राफी प्रदाय की गई। इसके साथ ही बेस्ट कंटिजेंट प्रथम पुरस्कार एनसीसी बॉयज एवं द्वितीय एनसीसी गर्ल्स को प्राप्त हुआ। जिन्हें प्रोत्साहन पुरस्कार के रूप में ट्राफी प्रदान की गई।
मार्चपास्ट में सीमा सुरक्षाबल, केन्द्रीय रिर्जव पुलिस बल, पुलिस बल, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा बल, तेलंगाना पुलिस, नगर सेना पुरूष एवं महिला, एनसीसी गर्ल्स एवं बॉयज, घुड़सवार बल, बैंड प्लाटून पुलिस और महिला बैग पाईपर बैंड दस्ता द्वारा दिए आकर्षक मार्चपास्ट ने मैदान में आए दर्शकों का मनमोह लिया।
अश्वरोही दल का नेतृत्व कर प्लाटून कमाण्डर श्री योगेश चन्द्रा ने किया। वर्ष 2016 से 3री वाहिनी छसबल अमलेश्वर दुर्ग में पदस्थ हैं। इसके बाद वर्ष 2017 सेे 2019 तक एसटीएसफ बघेरा दुर्ग में पदस्थापना के दौरान अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र जिला-सुकमा और बीजापुर के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कार्यरत रहे हैं। जुलाई 2024 से अश्वरोही दल प्रभारी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
महिला बैगपाईपर बैंड का नेतृत्व महिला आरक्षक 411, 20वीं वाहिनी छसबल महासमुंद श्रीमती सोनबती ठाकुर ने किया। उन्होंने 06 माह का बैगपाईपर बैण्ड की प्रशिक्षण बेसिक ट्रेनिंग सेंटर पंचकुला, हरियाणा से लिया है। ज्ञातव्य है कि नागालैण्ड में आयोजित आल इंडिया बैण्ड कम्पिटिशन में छत्तीसगढ़ बैगपाईपर बैण्ड ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
दुर्ग। शौर्यपथ। प्रदेश में हुए 2023 के विधानसभा चुनाव में दुर्ग विधानसभा क्षेत्र से दुर्ग की जनता ने और कई कांग्रेसियों ने विधायक अरुण वोरा को सिरे से नकार दिया एवं भाजपा के प्रत्याशी के रूप में नए चेहरे गजेंद्र यादव के पक्ष में खुलकर मतदान किया. पिछले कई सालों से दुर्ग कांग्रेस का संगठन निष्क्रिय रहा कुछ नेताओं की मनमानी के चलते संगठन के सक्रिय कार्यकर्ता निष्क्रिय होते गए और उनका मनोबल लगातार टूटता रहा. विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में हुई हार के बाद भी वर्तमान में हो रहे नगरी निकाय चुनाव में एक बार फिर पूर्व विधायक के द्वारा इसी पक्षपात का नजारा देखने को नजर आ रहा है ऐसे कई वार्ड है जहां से कांग्रेस प्रत्याशी जीत का सेहरा बांध सकते थे उन वार्डों में भी मनमानी की कैंची अपना काम कर रही है वार्ड 42 से कांग्रेस को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले प्रकाश गीते का इस बार पत्ता काट दिया गया और शिवाकांत तिवारी को चुनाव मैदान में उतार अपनी जीती हुई सीट गवाने की कगार पर खड़ा कर दिया गया.
वहीं अपने खुद के किए हुए वादे से मुकरने का आरोप राजेश शर्मा को एल्डरमैन बनाकर पूर्व विधायक ने किया उन्हें एक बार फिर से वार्ड नंबर 45 से टिकट देकर पूर्व विधायक ने यह साबित कर दिया कि उनके लिए कांग्रेस से बड़ा संबंध है कांग्रेस दूसरे नंबर पर आता है. जबकि युवा चेहरे और कम उम्र में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले पूर्व महापौर शंकर लाल ताम्रकार के पोते एवं सालों से सक्रिय राजनीति करने वाले सौरभ ताम्रकार को मौका ना देकर कांग्रेस ने यह सीट भी हेलीकाप्टर प्रत्याशी उतार कर गवाने की कगार पर खड़ी कर दी है.
वही पिछले बार हुए राजनीतिक समझौते की बात की पूरी जानकारी होने के बावजूद भी वार्ड नंबर 6 से मनीष यादव का पत्ता साफ हो गया और एक बार फिर निष्क्रिय पार्षद की छवि के रूप में वार्ड में चर्चित राजेश यादव को प्रत्याशी घोषित किया गया. वहीं वार्ड नंबर 38 से मनोज सिन्हा को प्रत्याशी घोषित कर यह वार्ड भी भाजपा के खाते में सजाकर देने का कार्य आने वाले समय में कांग्रेस को सिर्फ नुकसान पहुंचाएगा। लगातार कई आरोप वार्ड नंबर 8 के पार्षद अब्दुल गनी पर लगाते आ रहे हैं जो सच भी साबित हो रहे हैं पहले फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे पार्षद बनना फिर बिजली के खंबे की हेरा फेरी के वीडियो प्रमाण होने के बावजूद भी इस बार से अब्दुल गनी को टिकट देना कांग्रेस का आत्मघाती कदम साबित हो सकता है. परंतु दुर्ग में कांग्रेस संगठन का अस्तित्व शून्य है और पूर्व विधायक अरुण वोरा जो आम जनता के लाडले विधायक का दावा करते थे उन्हें जनता ने पिछले विधानसभा चुनाव में आइना दिखा दिया बावजूद उसके वर्तमान समय में टिकट वितरण में जिस तरह से प्रत्याशियों की घोषणा हुई कहीं नहीं कहीं कांग्रेस को ही नुकसान होगा परंतु संबंध बड़ा कांग्रेस छोटा यही नजर आ रहा दुर्ग विधानसभा क्षेत्र में आखिर संगठन दुर्ग विधानसभा क्षेत्र को एक बार फिर भूल गया ऐसा प्रतीत प्रत्याशियों की घोषणा के बाद नजर आ रहा है.
राजनीति में उठापटक और बदलती स्थिति कोई नई बात नहीं है ऐसे में देखना यह होगा कि आने वाले चुनाव में कांग्रेस किस पायदान पर पहुंचती है और संबंधों का क्या महत्व रह जाता है?
दुर्ग। शौर्यपथ। दुर्गा नगर निगम चुनाव में महापौर का पद महिला ओबीसी होने के कारण कई कांग्रेस नेत्री ने इस पर दावेदारी पेश की चुकी कांग्रेस सत्ता से बाहर है ऐसे में कांग्रेस किसी भी स्थिति में शहरी सरकार में फिर से कब्जा करने किसी ऐसे प्रत्याशी की तलाश कर रही थी जो शहर की जनता को विश्वास दिला सके कि वहां मजबूत दावेदार है ऐसे में राजनीतिक जानकारों का मानना है कि वार्ड में सक्रियता और लोकप्रियता को इसका आधार माना गया कांग्रेस संगठन ने दुर्ग नगर पालिक निगम से महापौर के लिए प्रेमलता साहू को अपना उम्मीदवार घोषित किया है प्रेमलता साहू अपने वार्ड में दो बार पार्षद के रूप में सफल कार्यकाल पूरा कर चुकी है और वार्ड में काफी लोकप्रिय है वहीं तहसील साहू संघ के अध्यक्ष के रूप में श्रीमती प्रेमलता साहू के पति पोषण साहू सक्रिय हैं सामाजिक स्तर पर देखें तो दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में 25 से 30% की जनसंख्या साहू समाज की है वहीं दुर्ग विधानसभा क्षेत्र में यादव जाति के विधायक होने से महापौर के रूप में कांग्रेस का यादव समाज से प्रत्याशी घोषित करने से कहीं ना कहीं कांग्रेस को ही नुकसान होता जिले में साहू समाज को विधानसभा में भी प्राथमिकता नहीं मिली ऐसे में कांग्रेस ने सामाजिक स्तर पर साहू समाज को मौका देकर साहू समाज के वोटरों को भी आकर्षित करने का जो कार्य किया वह कहीं ना कहीं कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती प्रेमलता साहू को फायदा पहुंचाएगा वहीं अगर रामकली यादव की बात करें तो पिछले नगर निगम चुनाव में श्रीमती रामकली यादव को कांग्रेस ने वार्ड प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतारा था परंतु यादव बहुल मोहल्ला होने के बावजूद भी कांग्रेस प्रत्याशी रामकली यादव तीसरे पायदान पर रही ऐसे में कांग्रेस संगठन कांग्रेस की वार्ड में तीसरे पायदान पर आने की स्थिति में श्रीमती रामकली यादव को महापौर प्रत्याशी घोषित करने में कहीं ना कहीं सोचने ने पर मजबूर कर दिया होगा सालों से राजनीति के क्षेत्र में सक्रियता के साथ कार्य करने का परितोषित कांग्रेस ने श्रीमती रामकली यादव को कांग्रेस सरकार के समय बखूबी प्रदान किया और उन्हें पुलिस प्राधिकरण विभाग में सदस्य के रूप में नामांकित किया जिसमें वह वर्तमान समय में भी कार्यरत है ऐसे में श्रीमती रामकली यादव द्वारा टिकट न मिलने से नाराज होकर पार्टी बदलने की बात को दुर्ग शहर की जनता एक राजनीतिक स्टंट के रूप में देख रही है बदहाल कांग्रेस की स्थिति वर्तमान समय में निष्क्रिय संगठन के जिम्मेदार पूर्व विधायक अरुण वोरा को माना जा रहा है ऐसे समय में कांग्रेस का दामन छोड़ना कहीं ना कहीं श्रीमती रामकली यादव के लिए राजनीतिक सफर का अंत साबित ना हो जाए. अभी श्रीमती रामकली यादव ने भाजपा में प्रवेश करने का फैसला लिया है किंतु भाजपा में प्रवेश नहीं हुआ है श्रीमती रामकली यादव के पुत्र और छत्तीसगढ़ी फिल्मो मे रूचि रखने वाले विकास यादव ने जरूर सोशल मीडिया के माध्यम से यह बात कही परंतु प्रवेश करने की बात कहना और प्रवेश करना दोनों में जमीन आसमान का अंतर है चुनावी सीजन में ऐसे मामले सामने आते ही रहते हैं अब देखना यह है कि श्रीमती रामकली यादव कांग्रेस का दामन छोड़ेगी या फिर दामन छोड़ने की बात कहना सिर्फ राजनीतिक स्टंट ही साबित होगा जिसका दुर्ग की जनता को बेसब्री से इंतजार है.
दुर्ग।शौर्यपथ । नगर पालिक निगम दुर्ग में भारतीय जनता पार्टी के वार्ड पार्षदों की सूची जारी होने के चंद घंटे बाद कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी सूची देखकर ऐसा पति थोड़ा है कि कई वार्डों में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को यह सीट तोहफे में दे दी । ऐसे ही एक वार्ड की अगर बात करें तो वार्ड नंबर 41 में भारतीय जनता पार्टी ने श्रीमती जयंती साहू को मैदान में उतर कर रुबीना हमीद खोखर को आसान जीत प्रदान कर दी। पिछले कई सालों से हो रहे निगम चुनाव में ऐसा कोई भी प्रत्याशी दमदार नहीं रहा जो हमीद खोखर के साथ मुकाबले में नजर आया हो 2019 के चुनाव में भाजपा को मुकाबले में खड़ा करने वाले मतिम शेख ही दमदारी से नजर आए परंतु इस बार एक बार फिर भाजपा वार्ड नंबर 41 से अपने आप को मुकाबले में लगभग बाहर करती नजर आई भाजपा के प्रत्याशी जयंती साहू की बात करें तो वह सक्रियता के मामले में कहीं से भी प्रबल दावेदार के रूप में अफीफा तैय्यबा (मतिम शेख) को दरकिनार करते हुए टिकट वितरण किया गया जिससे वार्ड के निवासियों के अनुसार अब मुकाबला एक तरफ हो गया । वार्ड नंबर 41 से पूर्व में लगातार रिकार्ड मतों से जीतने वाले हामिद खोखर इसलिए 15 सालों से वार्ड की जनता के सुख-दुख के साथ ही बने हुए हैं एवं सक्रियता से वार्ड की जनता की सेवा कर रहे हैं ऐसे में जयंती साहू का चुनावी मैदान में उतरना मात्र एक व्यवहारिक प्रक्रिया ही नजर आ रहा है और यह वार्ड एक बार फिर कांग्रेस के खाते में स्पष्ट जाते हुए नजर आ रही है ।
दुर्ग / शौर्यपथ / आपके अपने शौर्यपथ समाचार ने आरक्षण की घोषणा होते ही दुर्गा नगर निगम में चार प्रबल दावेदारों की सूची की चर्चा की थी कांग्रेस से दो दावेदार एवं भाजपा से दो दावेदार शौर्य पथ का आकलन सही साबित हुआ कांग्रेस के दो दावेदारों श्रीमती सत्यवती वर्मा एवं श्रीमती प्रेमलता पोषण साहू में से श्रीमती प्रेमलता पोषण साहू पर भरोसा जताते हुए अपना प्रत्याशी घोषित किया वहीं भारतीय जनता पार्टी ने श्रीमती अलका वाघमारे पर भरोसा जताया श्रीमती अलका वाघमारे एवं श्रीमती प्रेमलता साहू की राजनीति सक्रियता की बात करें तो दोनों ही नगर पालिक निगम में पार्षद की भूमिका में रह चुके हैं और वार्ड की जनता के प्रति अपने दायित्व को निभा चुके हैं जहां श्रीमती अलका वाघमारे पूर्व में वार्ड पार्षद एवं वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की जिला उपाध्यक्ष के साथ-साथ कई अन्य जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए संगठन के साथ जुड़ी रही. वहीं श्रीमती प्रेमलता साहू लगातार दो बार वार्ड की पार्षद रहे दुर्ग नगर निगम में ओबीसी महिला आरक्षण होने के बाद एवं दोनों ही पार्टी के द्वारा महापौर प्रत्याशी की घोषणा के बाद स्थिति साफ हो गई अब इस चुनावी जंग में श्रीमती प्रेमलता पोषण साहू एवं श्रीमती अलका वाघमारे आमने-सामने होगी सक्रियता के मामले में दोनों बराबर है.
नगरी निकाय चुनाव में जातिगत समीकरण मायने नहीं रखते परंतु दूसरी तरफ यह भी सत्य है कि दुर्गा नगर पालिक निगम क्षेत्र में साहू समाज की बहुलता है वहीं दूसरे नंबर पर कुर्मी समाज आता है ऐसे में दोनों ही समाज के मतदाता निगम क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन लाने में सक्षम है दोनों ही प्रत्याशी ने विवाद छवि के होने के साथ-साथ हम उम्र भी है ऐसे में दुर्गा नगर निगम में नारी शक्ति के रूप में जीते चाहे श्रीमती अलका वाघमारे की हो या फिर श्रीमती प्रेमलता पोषण साहू की ऐसी उम्मीद की जा रही है कि इस बार रबर स्टैंप महापौर इस बार दुर्गा नगर निगम को नहीं मिलेगा दोनों ही प्रत्याशी अपने-अपने पार्टियों में सभी नेताओं से तालमेल बनाकर राजनीति करते आ रहे हैं किसी एक नेता की छवि इनमें नजर नहीं आई वहीं कार्यकर्ताओं के बीच से आने के कारण दोनों ही दलों के कार्यकर्ताओं में भी उत्साह का वातावरण निर्मित है
जीत या हार तो परिणाम के बाद ही पता चलेगा परंतु यह भी सत्य है कि आरोप प्रत्यारोप का जो दौर चलेगा वह एक स्वच्छ राजनीति को भी जन्म देगा दोनों ही नारी शक्ति मिलनसार एवं सौम्य व् शिक्षित परिवार से संबंध रखते हैं ऐसे में चुनावी मुकाबला रोचक तो रहेगा ही परंतु इस रोचकता में एक मर्यादा भी शामिल रहेगी जो एक स्वच्छ लोकतंत्र और खूबसूरत लोकतंत्र का अहम हिस्सा है जिसकी जिसका स्वप्न संविधान के निर्माता ने देखा शौर्यपथ समाचार पत्र दोनों ही प्रत्याशियों को शुभकामनाएं देता है जीत किसी एक की ही होगी एवं दूसरा प्रत्याशी छाया महापौर के रूप में 5 साल तक पहचाना जाएगा और विपक्ष में रहकर अपनी भूमिका को जरूर निभाएगा .
दुर्ग में महापौर के यह है प्रबल दावेदार, चुनावी जंग नहीं होगी कांग्रेस और भाजपा के लिए आसान...
https://www.shouryapathnews.in/khas-khabar/32300-2025-01-07-14-09-19
दुर्ग / शौर्यपथ / कुम्हारी नगर पालिका परिषद् अध्यक्ष सीट ओबीसी महिला आरक्षित होने से इस बार नारी शक्ति के पास परिषद् की कमान रहेगी एक तरफ कांग्रेस अभि तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर सकी जबकि कुम्हारी नगर पालिका परिषद् से चंद किलोमीटर की दुरी पर ही प्रदेश के पूर्व सीएम का गृह निवास है . वही भाजपा ने प्रदेश के सभी निकायों और पार्षदों की सूचि जारी कर दी है .
कुम्हारी से जिस प्रत्याशी का चयन भाजपा संगठन ने किया है उनका राजनैतिक क्षेत्र , सामजिक क्षेत्र , धार्मिक क्षेत्र में विगत दो दशको से भी ज्यादा समय से सक्रियता रही है . भाजपा ने श्रीमती मीना वर्मा पर भरोसा जताया . श्रीमती वर्मा के नाम कि घोषणा होते ही समर्थको सहित क्षेत्र की जनता में हर्ष व्याप्त है . कुम्हारी निवासी श्रीमती मीना वर्मा के सामाजिक क्स्र्यो की लम्बी फेहरिस्त है उन्हें उपराष्ट्रपति द्वारा उनके समाज में योगदान के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है .बचपन से ही कुशल नेत्र्रित्त्व क्षमता , संघ एवं भाजपा में वर्षो सक्रियता से कार्यकर्त्ता भी घोषणा के बाद खुशिया मना रहे एवं भाजपा की जीत के दावे कर रहे जो भाजपा के लिए एक शुभ संकेत है .
प्रदेश में साय सरकार लगातार अपने जनहित के कार्यों से लोकप्रियता के शिखर को छू रही है. लोकसभा चुनाव में प्रदेश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी पर अपना पूरा भरोसा जताया और 11 में से 10 सीट भारतीय जनता पार्टी ने जीती कार्यकर्ताओं के सम्मान के लिए अपनी पहचान बनाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अब नगरी निकाय चुनाव में भी उन प्रत्याशियों को महत्व दिया जो संगठन से सालों से जुड़े हैं. कार्यकर्ताओ में चर्चा है कि इस बार उन्हें अध्यक्ष प्रत्याशी के रूप में ऐसा नेतृत्व मिला है जो छात्र जीवन से ही नेतृत्व की क्षमता रखती हैं बता दें कि श्रीमती मीना वर्मा छात्र जीवन से ही शाला नायक के रूप में नेतृत्व की जो शुरुआत की लगातार सामाजिक संगठनों में अपनी सहभागिता निभाई वहीं सामाजिक कार्यों के लिए उपराष्ट्रपति के द्वारा सम्मान पाने वाली श्रीमती मीना वर्मा सामाजिक कार्यों के साथ-साथ धार्मिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं साफ एवं स्वच्छ छवि की पहचान बनाने वाली श्रीमती मीना वर्मा के प्रत्याशी घोषित होते ही भारतीय जनता पार्टी सहित क्षेत्र की जनता को यह विश्वास हो गया कि सालों बातें एक ऐसा नेतृत्व मिला है जो क्षेत्र के विकास में अपना महत्वपूर्ण दायित्व का निर्वहन करेंगी .
बता दें कि जिस तरह से प्रदेश में नगरी निकाय अध्यक्ष के चुनाव में संगठन को महत्व दिया गया उससे कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है और पार्टी के प्रति उनकी समर्पण भावना पहले से भी ज्यादा विश्वसनीय प्रतीत हो रही है ऐसे में श्रीमती मीना वर्मा के प्रत्याशी घोषित होने के साथ समर्थकों को सहित क्षेत्र की जनता में चर्चा का विषय है कि अब कांग्रेस से कोई भी प्रत्याशी मैदान में आए जीत भाजपा की ही होगी.
गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह में शहीदों के परिजन हुए सम्मानित
रायपुर /शौर्यपथ /कोरबा जिले में 76वां गणतंत्र दिवस हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। केन्द्रीय राज्य मंत्री आवासन एवं शहरी कार्य श्री तोखन साहू ने जिला मुख्यालय कोरबा के सीएसईबी फुटबॉल ग्राउंड में आयोजित गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और संयुक्त परेड की सलामी ली। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रदेश की जनता के नाम संदेश का वाचन किया। इस अवसर पर शांति और अनेकता में एकता के प्रतीक रंग-बिरंगे गुब्बारे आकाश में छोड़े गये।
गणतंत्र दिवस समारोह केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री साहू ने शहीदों के परिजनों को शॉल, श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने स्वर्गीय प्रदीप महतो के द्वारा देहदान दिये जाने पर उनके परिवार के सदस्यों, राज्य स्तरीय पेंटिंग में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर सुश्री अनुष्का तथा उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। स्कूली बच्चों ने समारोह में देशभक्ति गीत एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, छत्तीसगढ़ सशस्त्रबल, जिला पुलिस बल पुरूष, छत्तीसगढ़ नगर सेना महिला, छत्तीसगढ़ नगर सेना पुरूष, एनसीसी पुरूष और एनसीसी महिला, स्काउट-गाईड की टीम ने मार्च पास्ट में हिस्सा लिया। शासकीय विभागों द्वारा आकर्षक झांकियों का प्रदर्शन किया गया।
गणतंत्र दिवस समारोह में आदिवासी विकास विभाग की झांकी को प्रथम स्थान, महिला एवं बाल विकास विभाग की झांकी को द्वितीय स्थान, स्वास्थ्य विभाग की झांकी को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। मार्च पास्ट में जिला पुलिस बल ने प्रथम स्थान, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल द्वितीय तथा जिला पुलिस बल महिला को तृतीय स्थान मिला। इसी प्रकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रस्तुति के लिए पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री अजीत वसंत, एसपी श्री सिद्धार्थ तिवारी, छात्र-छात्राएं एवं आम जनता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
रायपुर /शौर्यपथ /राजधानी में आयोजित गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में राज्यपाल श्री रमेन डेका ने पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों का पद अलंकरण से सम्मानित किया। उन्होंने 15 पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों को पुलिस वीरता पदक 2024 से अलंकृत किया।
निरिक्षक श्री शिशुपाल सिन्हा, निरिक्षक श्री निर्मल जांगड़े जिला कांकेर, सहायक उप निरिक्षक श्री गोपाल बोड्डू जिला बीजापुर, प्रधान आरक्षक श्री एमैया चिलमुल जिला बीजापुर, प्रधान आरक्षक श्री प्रफुल्ला गोपाल जिला बीजापुर, प्रधान आरक्षक श्री तुलाराम कुहरामी जिला बीजापुर, आरक्षक श्री हेमन्त एण्ड्रिक जिला बीजापुर, आरक्षक श्री मोती लाल राठौर जिला बीजापुर, आरक्षक श्री गोविन्द सोढ़ी जिला बीजापुर, आरक्षक श्री सुकारू राम जिला बीजपुर, आरक्षक श्री मुन्ना राम कड़ती जिला बीजापुर, आरक्षक श्री कृष्णा गाली 19 पोखरण वाहिनी छसबल, करनपुर जिला जगदलपुर, आरक्षक श्री भीमा राम बेड़ता जिला बीजापुर, आरक्षक श्री धनीराम कोरसा जिला बीजापुर, आरक्षक श्री कृष्णा ताती जिला बीजापुर को पुलिस वीरता पदक से अलंकृत किया गया। इसके अलावा श्री आनंद सिंह रावत, सहायक सेनानी श्री पीटीसी, बोरगांव विशिष्ट सेवा हेतु राष्ट्रपति का पुलिस पदक दिया गया।
सराहनीय सेवा हेतु पुलिस महानिरीक्षक श्री सुशील चन्द्र द्विवेदी, माना रायपुर के पुलिस अधीक्षक श्री राजकुमार मिंज, उप पुलिस अधीक्षक श्री गुरजीत सिंह, सहायक सेनानी श्री प्रशांत श्रीवास्तव, जगदलपुर कंपनी कमाण्डर श्री प्रभुलाल कोमरे, बस्तर उप निरीक्षक श्री द्वारिका प्रसाद मिश्रा, सुकमा प्रधान आरक्षक श्री धरम सिंह नरेटी, कांकेर प्रधान आरक्षक श्री रविन्द्र कुमार ठाकुर को अलंकृत किया गया।
सराहनीय सुधार सेवा पदक के लिए बिलासपुर जेल शिक्षक श्री हेमंत कुमार नामदेव, दुर्ग प्रहरी श्री ताराचंद अवस्थी, रायपुर प्रहरी श्री टेकराम वर्मा, जगदलपुर प्रहरी श्री देवनारायण राम एवं गृह रक्षक तथा नागरिक सुरक्षा सराहनीय सेवा पदक के लिए धमतरी सैनिक श्री सुरेन्द्र कुमार सिंगौर तथा राज्य वीरता पुरस्कार के लिए बलौदाबाजार-भाटापारा से पोषण जायसवाल, कुणाल कौशले और दंतेवाड़ा से जयंत कुमार मरकाम को पुरस्कार से अलंकृत किया गया। इसके अलावा कर्तव्य पथ पर साहस और बहादुरी का परिचय देने के लिए पुलिस के वीरता पदक से अलंकृत किया गया।
मुख्यमंत्री ने गणतंत्र दिवस पर अंबिकापुर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान और संविधान निर्माताओं के योगदान को किया याद
प्रदेश में 5.62 लाख भूमिहीन कृषि मजदूरों को सालाना 10 हजार रूपए
किसानों की खुशहाली के लिए उनके खातों में 49 हजार करोड़ रूपए अंतरित
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में खुली विकास की नई राह: जल्द ही नक्सल आतंक से पूरी तरह मुक्त होगा बस्तर
रायपुर /शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर के पीजी कॉलेज मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और संयुक्त परेड की सलामी ली। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर आम जनता के नाम संदेश का वाचन किया। उन्होंने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने गणतंत्र दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का दिन हम सबके लिए अत्यंत गौरवशाली है। आज हम देश के गणतंत्र का उत्सव मना रहे हैं। इसके पीछे उन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का बलिदान है, जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलाई, उन संविधान निर्माताओं का योगदान है, जिन्होंने इस संविधान के माध्यम से भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बनाया। उन विभूतियों का योगदान है, जो संविधान की रक्षा के लिए हमेशा डटे रहे तथा संविधान के मूल्यों पर चलकर अंत्योदय का कल्याण करते रहे। नक्सलवाद से लड़ते हुए देश की एकता और अखण्डता के लिए अनेक जवानों ने अपना सर्वाेच्च बलिदान दिया, ताकि हम सुरक्षित रह सकें और समाज में शांति स्थापित हो सके। इन जवानों की शहादत को मैं शत्-शत् नमन करता हूं।
भारत की आजादी की यात्रा के साथ ही दुनिया के अनेक देशों ने भी अपनी स्वतंत्रता की यात्रा प्रारंभ की, लेकिन इनमें से कई देशों में शासन व्यवस्था पटरी से उतर गई और वहां की जनता आज अराजकता का सामना करने मजबूर है। गणतांत्रिक परंपराओं की अपनी ऐतिहासिक जड़ों और अपने श्रेष्ठ संविधान के बूते लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में भारत अविचल खड़ा ही नहीं है अपितु निरंतर तरक्की के नये शिखरों को छू रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत का संविधान एक पवित्र दस्तावेज है। यह वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना से प्रेरित है। इसे एक ऐसे राष्ट्र के नागरिकों ने तैयार किया, जिनकी भावनाओं के मूल में विश्व बंधुत्व और मानव कल्याण की सोच है। हमारी आजादी की लड़ाई की सोच हमारे संविधान में पूरी तरह से झलकती है। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में जब हमारे छत्तीसगढ़ से संविधान निर्मात्री समिति के सदस्य संविधान तैयार कर रहे थे, तब निश्चय ही उनके सामने बाबा गुरु घासीदास जी के समतामूलक संदेश, शहीद वीरनारायण सिंह जी के संघर्ष की गाथा और पंडित सुंदरलाल शर्मा जी का छूआछूत विरोधी संघर्ष जैसे आदर्श रहे होंगे। इन सभी के विचारों को बाबा साहेब ने अंतिम ड्राफ्ट के रूप में बहुत सुंदरता से पिरोया था।
इस गणतंत्र की धरोहर को सुरक्षित रखने और सहेजने-संवारने की जिम्मेदारी हमारी और भावी पीढ़ी के हाथों में है। हमारा गणतंत्र हमें सत्यमेव जयते की सीख देता है। मुंडकोपनिषद का यह सूत्र वाक्य हमें बताता है कि अंधेरा कितना भी घना क्यों न हो, हमें उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए। अंततः विजय सत्य की ही होती है। हमारे गणतंत्र की इस भावना की विजय हमने गंभीर नक्सलग्रस्त इलाकों में देखी है।
इन इलाकों में माओवाद ने अपनी हिंसक विचारधारा से न केवल आम आदमी के जीवन को नरक बना दिया था अपितु भारत के गणतंत्र को चुनौती देने के लिए गनतंत्र खड़े करने की योजना बनाकर काम कर रहे थे। हमारे सुरक्षा बलों का इनसे लगातार संघर्ष चल रहा है। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में नई रणनीति बनाकर हमने माओवाद के कैंसर को नष्ट करने का काम किया है। इस कैंसर को नष्ट करने के लिए जरूरी था कि इसकी जड़ों पर प्रहार किया जाए। हमारे जवानों ने माओवादियों के सबसे सुरक्षित पनाहगाहों में हमला किया। इसके नतीजे बहुत अच्छे रहे। एक साल के भीतर ही हमने माओवादी कैडर के 260 से अधिक आतंकियों को मार गिराया। अंधेरी सुरंग खुल गई, जो रोशनी फूटी है उससे बस्तर में विकास का उजाला फैला है।
जब केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी पिछले महीने छत्तीसगढ़ आये तो बस्तर की इसी धरती में ग्राम गुंडम की एक बुजुर्ग माँ उनके पास आई, माता जी ने उन्हें वनोपजों की टोकरी भेंट की और कहा कि माओवाद को पूरी तरह से नष्ट कर दीजिए। जब सरकार का इरादा, जवानों का हौसला और जनता का संकल्प मिल जाता है, तो कोई भी हिंसक विचारधारा नहीं टिक सकती। बस्तर में माओवाद अब अंतिम सांसे गिन रहा है। शीघ्र ही बस्तर पूरी तरह से नक्सल आतंक से मुक्त हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंक से मुक्ति के साथ ही बस्तर में नक्सल प्रभावित रहे क्षेत्रों में विकास की राह भी खुल गई है। इसका माध्यम हमारी सरकार द्वारा चलाई जा रही नियद नेल्ला नार योजना बनी है। अरसे बाद स्कूलों में घंटियां गूंजी, पानी-बिजली का पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित हुआ। आधार कार्ड बने और आयुष्मान कार्ड भी बन गये। बस्तर अब उमंग से भरा हुआ है। हमने यहां बस्तर ओलंपिक का आयोजन किया। पूरे बस्तर से 1 लाख 65 हजार लोगों ने हिस्सा लिया। इनमें नक्सल हिंसा से प्रभावित परिजन भी थे। आत्मसमर्पित नक्सली भी थे और नक्सल हिंसा में अपने अंग गंवा चुके दिव्यांगजन भी थे। खेलों के इस महाकुंभ में खिलाड़ियों का उत्साह देखते ही बन रहा था, हम सबके लिए यह बहुत भावुक क्षण था, बस्तर ओलंपिक नये बस्तर की पहचान बन गया।
हर कदम में किसानों के साथ
किसान परिवार से आने वाले लोगों ने खेती का वो वक्त भी देखा है जब कड़ी मेहनत से धान उपजाने के बाद मंडियों में किसान भाई धान लेकर जाते थे, तो औने-पौने में धान बेचकर आना पड़ता था। बहुत मुश्किल से परिवार चलता था। खरीफ के बाद उनके पास दूसरे राज्यों में जाकर मजदूरी करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता था। श्रद्धेय अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया, तो धान खरीदी की व्यवस्था भी आरंभ हुई। धान के कटोरे में कोई भी भूखा न सोये, इसके लिए मुख्यमंत्री खाद्यान्न सहायता योजना भी आरंभ हुई। यह काम इतने व्यवस्थित तरीके से हुआ कि छत्तीसगढ़ देश में खाद्य सुरक्षा का माडल राज्य बन गया।
मुझे याद आता है कि छत्तीसगढ़ बनने के बाद शुरूआती दौर में धान खरीदी लगभग 4.63 लाख मीट्रिक टन के आसपास हुई। पिछली बार यह आंकड़ा 145 लाख मीट्रिक टन को छू गया। यह इसलिए हुआ कि हमारी सरकार किसान भाइयों को धान का सबसे अच्छा मूल्य दे रही है। हमने किसान भाइयों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल तथा 21 क्विंटल प्रति एकड़ में धान खरीदा। किसानों से किये वायदे के अनुरूप हमने 13 लाख किसानों को दो साल का बकाया बोनस भी दिया। इन सबके चलते पिछले सत्र में हमने किसान भाइयों के खाते में 49 हजार करोड़ रुपए अंतरित किये। लगभग ढाई माह से राज्य में तेजी से धान खरीदी चल रही है। किसानों के खाते में हम लगातार समर्थन मूल्य की राशि दे रहे हैं। प्रति क्विंटल अंतर की राशि 800 रुपए हमारी सरकार के द्वारा आदान सहायता के रूप में एकमुश्त फरवरी माह में किसान भाइयों के खाते में भेजने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही प्रदेश में भूमिहीन कृषि मजदूरों के लिए हमने दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना का शुभारंभ भी किया है। इसके अंतर्गत हम 5 लाख 62 हजार भूमिहीन कृषकों को 10 हजार रुपए सालाना प्रदान कर रहे हैं। यह शुभ संकल्पों और अच्छी नीयत का प्रतिफल है। छत्तीसगढ़ के किसान आज बेहद खुशहाल हैं। पलायन रूका है और किसान, खेती में निवेश कर रहे हैं क्योंकि उन्हें खेती से अच्छी आय मिल रही है।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार किसानों को फसल का उचित मूल्य दिलाने के साथ ही खेती को हाइटेक करने का कार्य भी कर रही है। अब खेतों में कीटनाशकों का छिड़काव ड्रोन दीदी के हाथों हो रहा है। घंटों का काम ड्रोन दीदी का ड्रोन मिनटों में कर देता है। आपने इधर के वर्षों में देखा होगा कि जलवायु परिवर्तन तेजी से हो रहा है। कभी मानसून विलंब से आता है, तो कभी असमय बारिश हो जाती है। इस बड़े संकट से निपटने के लिए पुख्ता तैयारी भी हमने की है। हमने ऐसे बीज तैयार किये हैं, जो क्लाइमेट चेंज की चुनौती से निपटने में सक्षम हैं। एफपीओ के माध्यम से किसानों के लिए नए उद्यम के रास्ते हमने खोल दिये हैं।
छत्तीसगढ़ में श्वेत क्रांति की खुली राह
हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी हमेशा कहते हैं, कि हमें किसानों की आय दोगुनी करनी है, तो पशुपालन को बढ़ावा देना होगा। हम सबने सहकारिता में अमूल का प्रयोग देखा है। भारत ने एनडीडीबी अर्थात नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के माध्यम से अमूल के रूप में श्वेत क्रांति की। छत्तीसगढ़ में भी श्वेत क्रांति की राह हमने खोल दी है। बीते महीने हमने एनडीडीबी के साथ एमओयू किया है।
इस एमओयू के माध्यम से छत्तीसगढ़ दुग्ध महासंघ से जुड़ी समितियों को तकनीकी जानकारी एवं प्रशिक्षण दिया जाएगा। अभी प्रदेश में दुग्ध उत्पादन के लिए 621 सहकारी समितियां काम कर रही हैं। अब 3200 नई सहकारी समितियां बनेंगी। इस एमओयू के पश्चात, सवा लाख से अधिक किसान दूध उत्पादक समितियों से तो जुड़ेंगे ही, इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि हमारे बच्चों के भोजन में, दूध के रूप में प्रोटीन अधिक मात्रा में शामिल होगा। हमारी सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के आदर्शों के अनुरूप नागरिकों की आजीविका बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
नई उद्योग नीति से प्रदेश में बना निवेश का बेहतर वातावरण
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा- हमारी धरती रत्नगर्भा है। खनिज संपदा के मामले में छत्तीसगढ़ अतुलनीय है। कोयले और लोहे के उत्पादन में हम देश में दूसरे स्थान पर हैं। देश के बाक्साइट भंडार का 20 फीसदी हमारे यहां है। सारी दुनिया इलेक्ट्रिक गाड़ियों को अपना रही है और भारत भी इसमें पीछे नहीं है। इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी के लिए लीथियम की जरूरत होती है और इसके भंडार हमारे कोरबा, सुकमा और बस्तर जिले में है।
इन खनिज संसाधनों का दोहन राज्य के आर्थिक विकास के लिए हो, इस जरूरत को पूरा करने हमारी सरकार ने ऐतिहासिक काम किया है। आज छत्तीसगढ़ में कहीं भी चले जाइये, शानदार चौड़ी सड़कें, फ्लाईओवर से आपका स्वागत होगा। रांची, हैदराबाद और विशाखापट्नम जैसे शहरों से छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाले एक्सप्रेस-वे का काम पूरा हो जाएगा तो यह कनेक्टिविटी अभूतपूर्व स्तर तक पहुंच जाएगी। केंद्र सरकार ने हमारे राज्य में सड़क अधोसंरचना को बेहतर करने के लिए 20 हजार करोड़ रुपए के कार्यों की घोषणा भी की है। बिजली उत्पादन के मामले में छत्तीसगढ़ सरप्लस स्टेट है। ये सारी बातें छत्तीसगढ़ में निवेश की संभावनाओं को बेहद आकर्षक बनाती हैं।
इतने बेहतर वातावरण में यदि निवेश के इच्छुक उद्यमियों को अनुदान सहित अनेक सुविधाएं मिले, तो उनके लिए यह सोने पर सुहागा है। हमारी नई उद्योग नीति ने यही कार्य किया है। इज आफ डूइंग बिजनेस अंतर्गत जरूरी सुधार किये गये हैं। सिंगल विंडो 2.0 से एनओसी की दिक्कत बिल्कुल दूर हो गई है। हमारा फोकस यह है, कि स्थानीय लोगों को अधिकतम संख्या में रोजगार मिल सके। एक हजार से अधिक स्थानीय लोगों को रोजगार देने वाले उद्यमों के लिए हम विशेष अनुदान दे रहे हैं।
पांच सालों में ढाई लाख करोड़ रूपए के निवेश का लक्ष्य
नई औद्योगिक नीति में हमने इस बात का पूरा ध्यान रखा है कि ऐसे उद्योगों को प्रोत्साहन दें, जिनके लिए छत्तीसगढ़ की विशिष्टताओं के अनुरूप आगे बढ़ने की भरपूर संभावनाएं हों। क्लाइमेट चेंज की चुनौतियों से निपटने के लिए मोदी जी ने वर्ष 2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है। इससे कार्बन उत्सर्जन कम करने वाली टेक्नालाजी अर्थात ग्रीन उद्यमों के लिए बड़ी संभावनाएं बनी हैं। नई उद्योग नीति में हमने इसके लिए निवेश प्रोत्साहन पैकेज रखा है। छत्तीसगढ़ में उद्यमी अब ग्रीन स्टील की ओर फोकस कर रहे हैं। नई उद्योग नीति से इसके लिए बेहतर वातावरण बन रहा है। इस बात का अनुमान है, कि अगले पांच वर्षों में प्रदेश में ढाई लाख करोड़ रुपए का निवेश होगा और इसके चलते पांच लाख नये रोजगार सृजित होंगे। हम अटल नगर, नवा रायपुर को आईटी हब के रूप में तैयार कर रहे हैं और तेजी से आईटी कंपनियां यहां निवेश के लिए सामने आ रही हैं। यहां पर हम 14 एकड़ में एआई डाटा सेंटर भी बना रहे हैं, इससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिल सकेगा। राज्य के युवाओं को वित्तीय बाजारों के लिए प्रशिक्षित करने और इसके माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ाने शासन द्वारा नेशनल स्टाक एक्सचेंज के साथ छात्र स्किलिंग प्रोग्राम के लिए एमओयू करने का निर्णय लिया गया है। यह प्रशिक्षण हाईस्कूल, हायर सेकेंडरी और कालेज के विद्यार्थियों के लिए संचालित किया जाएगा।
पर्यटन को मिला बढ़ावा
नई उद्योग नीति में हमने छत्तीसगढ़ की पर्यटन संभावनाओं का भी पूरा ध्यान रखा है। हमारे यहां एशिया का नियाग्रा कहा जाने वाला चित्रकोट जलप्रपात है। कांगेर घाटी में कोटमसर जैसी विलक्षण गुफाएं हैं। यहां धुड़मारास को संयुक्त राष्ट्र पर्यटन संगठन ने बेस्ट टूरिज्म विलेज के रूप में चुना है। सरगुजा में रामगढ़ की पहाड़ियां हैं, जहां के विलक्षण प्राकृतिक सौंदर्य से अभिभूत होकर महाकवि कालिदास के मन में अपने महान खंडकाव्य मेघदूतं को लिखने का विचार आया। जशपुर में विश्व के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर महादेव हैं। देश के पर्यटन नक्शे में गुरु घासीदास तमोरपिंगला टाइगर रिजर्व भी आ गया है। हमारी सरकार ने देश का तीसरा सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व बनाकर न केवल बाघों के संरक्षण के लिए कार्य किया है अपितु इससे इको टूरिज्म की संभावनाओं में भी कई गुना वृद्धि कर दी है।
वन एवं वृक्ष आवरण में देश में सर्वाधिक वृद्धि
अपनी प्राकृतिक संपदा को न केवल हम सहेजे हुए हैं अपितु उसका निरंतर संवर्धन भी कर रहे हैं। वन पारिस्थितिकी सेवा को हमने ग्रीन जीडीपी के साथ जोड़ने की पहल की है। अभी हाल ही में भारतीय वन सर्वेक्षण रिपोर्ट आई है, इसमें बताया गया है कि छत्तीसगढ़ में 684 वर्ग किलोमीटर संयुक्त वन एवं वृक्ष आवरण की वृद्धि हुई है जो देश में सबसे ज्यादा रही है।
एयर कनेक्टिविटी में इजाफा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रदेश की जनजातीय संस्कृति भी विलक्षण है। यहां पर्यटन की अधोसंरचना उपलब्ध कराने हमने होम-स्टे की सुविधा देने वाले उद्यमियों को विशेष अनुदान देने का निर्णय लिया है। कुछ महीनों पहले अंबिकापुर में माँ महामाया एयरपोर्ट का शुभारंभ किया गया। जगदलपुर और अंबिकापुर एयरपोर्ट अब विमानन मानचित्र में आ गये हैं। एयर कनेक्टिविटी की सुविधा उपलब्ध होने से पर्यटक भी बड़ी संख्या में यहां आकर्षित होंगे। रायपुर-बिलासपुर-अंबिकापुर विमान सेवा आरंभ होने से स्थानीय पर्यटकों को भी काफी सुविधा मिल रही है। पर्यटन अधोसंरचना का सीधा लाभ, स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ने के रूप में होगा।
पीएससी पर लौटा युवाओं का भरोसा
उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता हमारी सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में से है। पीएससी परीक्षाओं में भ्रष्टाचार की जांच का कार्य हमने सीबीआई को सौंपा है और सीबीआई इस मामले में पुख्ता कार्रवाई कर रही है। हमने पीएससी परीक्षा में पारदर्शिता लाने इसे यूपीएससी की तर्ज पर आयोजित करने का निर्णय लिया है। सरकार द्वारा उठाये गये कदमों से युवाओं का भरोसा पीएससी की परीक्षा में लौट आया है। हमने यूपीएससी की परीक्षाओं की तैयारी के लिए दिल्ली में ट्राइबल यूथ हास्टल में सीटों की संख्या 50 से बढ़ाकर 185 कर दी है। हम रायपुर के नालंदा परिसर की तर्ज पर प्रदेश के 13 अन्य नगरीय निकायों में ऐसी ही लाइब्रेरी बनवा रहे हैं। शासकीय सेवा के 9 हजार से अधिक पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया चल रही है।
प्रधानमंत्री आवास का बढ़ा दायरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने एक साल पूरे कर लिये हैं। इस अवधि में हमने अपने अधिकांश वायदों को पूरा कर दिया है। कैबिनेट की पहली ही बैठक में हमने 18 लाख प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दी। इन पर तेजी से काम हो रहा है। अपना घर जीवन का सबसे बड़ा सपना होता है। राज्य के लिए नये वित्तीय वर्ष हेतु तीन लाख अतिरिक्त पीएम आवास की स्वीकृति भी मिली है, इसके लिए मार्च तक सर्वे हो जाएगा। अब उन लोगों को भी पीएम आवास मिल सकेगा, जिसके पास टू व्हीलर है। उनको भी मकान मिल सकेगा, जिसने पास ढाई एकड़ तक सिंचित जमीन और पांच एकड़ तक असिंचित जमीन है। उनको भी मकान मिल सकेगा, जिनकी आय 15 हजार रूपए महीना तक है। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना 2.0 के अंतर्गत 1 लाख 32 हजार हितग्राहियों को लाभान्वित करने राज्यांश का भी हमने अनुमोदन कर दिया है।
हमें इस बात का संतोष है कि हम लाखों लोगों के गृह प्रवेश का माध्यम बन सके हैं। हमारी सरकार ने जरूरतमंद 68 लाख परिवारों को पांच साल तक मुफ्त राशन देने का निर्णय भी लिया है। तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए संग्रहण दर 4 हजार रुपए से बढ़ाकर हमने साढ़े 5 हजार रुपए कर दिया है।
सशक्त महिलाएं सशक्त छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ महतारी को संवारने में, बड़ी भूमिका हमारी मातृशक्ति की है। वे हर दिन कड़ी मेहनत कर, विकसित छत्तीसगढ़ की नींव रख रही हैं। उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करना हमारा संकल्प है। इसके लिए हमने सरकार गठन के तीन महीने के भीतर ही महतारी वंदन योजना का क्रियान्वयन आरंभ कर दिया। करीब 70 लाख माताओं-बहनों को अब तक हम इस योजना की ग्यारह किश्त दे चुके हैं। हर माह की पहली तारीख को हम महतारी वंदन योजना के रूप में माताओं-बहनों के लिए खुशियों का रिचार्ज कर देते हैं। यह राशि उनके बजट को व्यवस्थित करने में, अपने सपनों को पूरा करने में मदद करती है। यह महिलाओं की अपनी निधि है, वे इसे अपनी इच्छा से खर्च कर रही हैं। कोई बहन इसे बच्चों की पढ़ाई में लगा रही है, कोई निवेश कर रही है। कोई मां अपनी हवाई यात्रा का सपना पूरा कर रही है। सारंगढ़ के ग्राम दानसरा की माताएं-बहनें अयोध्या धाम में श्रीरामलला का मंदिर बनने से अभिभूत थीं। वे श्रीराम का मंदिर अपने गांव में बनाना चाहती थीं। सभी महिलाएं एकजुट हुईं। महतारी वंदन योजना से मिलने वाली राशि और चंदा इकट्ठा करके प्रभु श्रीराम का मंदिर बनवा रही हैं। हम महिला स्व-सहायता समूहों को रेडी-टू-ईट फूड का काम सौंप रहे हैं। पहले चरण में पांच जिलों से इस काम की शुरूआत करेंगे।
प्रदेश में नई शिक्षा प्रणाली लागू
प्राचीन काल में हमारा देश विश्वगुरु था। इसका कारण, हमारी गुरुकुल शिक्षा प्रणाली थी। यह प्रणाली ज्ञान-विज्ञान के साथ ही सांस्कृतिक मूल्यों की भी शिक्षा विद्यार्थियों को देती थी। अंग्रेज जब भारत आये, तो उन्होंने महसूस किया कि भारत में राज करने के लिए बहुत जरूरी है, कि भारतीयों में हीनता की भावना भर दी जाए। उन्होंने प्राचीन पद्धति समाप्त कर, मैकाले द्वारा लाई गई अंग्रेजी शिक्षा प्रणाली लागू की। इसके चलते हमारे मनीषियों द्वारा लिखे श्रेष्ठ ग्रंथों की स्मृति भी जनमानस में धुंधली होती गई।
मोदी जी ने आधुनिक ज्ञान-विज्ञान के साथ ही हमारी सांस्कृतिक उपलब्धियों और गौरवशाली परंपरा को शामिल करने वाली नई शिक्षा प्रणाली हमें दी है। छत्तीसगढ़ में हमने इसे लागू किया है। हम 18 स्थानीय भाषाओं में बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं। 341 पीएमश्री विद्यालय हमने आरंभ किये हैं। हम बच्चों को एआई और रोबोटिक्स की शिक्षा भी दे रहे हैं। हम यह मानते हैं, कि बच्चों की शिक्षा को बेहतर दिशा देने में जितनी जिम्मेदारी शिक्षकों की है, उतनी ही अभिभावकों की भी है। इसके लिए हमने पैरेण्ट्स-टीचर मीटिंग का एजेंडा भी व्यवस्थित किया है। अपने जन्मदिन को स्कूलों में बच्चों के साथ न्योता भोज के रूप में भी मनाने की परंपरा हमने आरंभ की है। पांचवीं और आठवीं की बोर्ड परीक्षा समाप्त होने के चलते बच्चों का शैक्षणिक स्तर गिरा था। इसे दुरुस्त करने, हमने पांचवीं और आठवीं की बोर्ड परीक्षाएं पुनः आरंभ करने का निर्णय लिया है।
प्रदेश के 77 लाख 20 हजार परिवारों को मिली स्वास्थ्य सुरक्षा
हमारी भारतीय परंपरा में आशीर्वाद देने पर लंबी आयु की कामना करते हुए आयुष्मान भवः कहा जाता है। लोगों की दीर्घायु और उनके अच्छे स्वास्थ्य से जुड़े सरोकार, हमारे लिए सर्वाेच्च प्राथमिकता हैं। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना अंतर्गत प्रदेश के 77 लाख 20 हजार परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की गई है। जो समाज अपने वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करता है, वही समाज फलता-फूलता भी है। मोदी जी ने आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना का दायरा बढ़ाते हुए इसमें 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को सम्मिलित किया है। इन्हें अब पांच लाख रुपए तक के इलाज का लाभ मिल रहा है।
छत्तीसगढ़ बनेगा मेडिकल टूरिज्म का केंद्र
हमारा उद्देश्य छत्तीसगढ़ को मेडिकल हब बनाना है, ताकि न केवल हमारे सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में छत्तीसगढ़ के नागरिकों का इलाज हो सके अपितु छत्तीसगढ़ मेडिकल टूरिज्म के भी महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित हो। इसके लिए हमने अटल नगर नवा रायपुर में 200 एकड़ भूमि चिन्हांकित की है। यहां मेडिसिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत 5 हजार बेड वाला अत्याधुनिक अस्पताल बनेगा। अटल नगर नवा रायपुर में हम 141 एकड़ भूमि पर फार्मास्युटिकल पार्क भी स्थापित कर रहे हैं। इससे अटल नगर नवा रायपुर, मध्य भारत का फार्मास्युटिकल हब के रूप में उभरेगा।
बिलासपुर में 200 करोड़ रुपए की लागत से सिम्स के विस्तार का कार्य शुरू कर दिया गया है। राजधानी रायपुर के अंबेडकर हास्पिटल में भी 700 बिस्तर अस्पताल के विस्तार के लिए हमने 231 करोड़ रुपए का टेंडर जारी कर दिया है। इसके पूरे होने के साथ ही अंबेडकर हास्पिटल में 2 हजार बेड की सुविधा हो जाएगी। प्रदेश में मेडिकल शिक्षा को विकसित करने के लिए चार नये मेडिकल कालेज जांजगीर-चांपा, कबीरधाम, मनेंद्रगढ़ और गीदम में भवनों के लिए 1020 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
हिंदी माध्यम से एमबीबीएस की पढ़ाई की सुविधा
आपको याद होगा कि पहले पीएमटी की परीक्षाओं में एक पेपर अंग्रेजी का होता था। हमारे ग्रामीण पृष्ठभूमि और हिंदी माध्यम के अनेक प्रतिभाशाली परीक्षार्थी कई बार इस वजह से भी पीएमटी क्लीयर नहीं कर पाते थे। बाद में इसे हटा दिया गया लेकिन आगे मेडिकल की पढ़ाई में अंग्रेजी की समस्या कायम रही। हमने मेडिकल छात्र-छात्राओं को हिंदी माध्यम से एमबीबीएस की पढ़ाई की सुविधा दी है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं की राह में अब कोई रूकावट शेष नहीं रही।
रजत जयंती पर छत्तीसगढ़ मना रहा अटल निर्माण वर्ष
हमारा प्रदेश इस वर्ष अपनी स्थापना की रजत जयंती मना रहा है। संयोग से यह वर्ष छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म शताब्दी वर्ष भी है। इस अवसर को हम अटल निर्माण वर्ष के रूप में मना रहे हैं। श्रद्धेय अटल जी द्वारा दिखाये गये सुशासन के मूलमंत्र पर चलते हुए, हमने पारदर्शी, सजग और लोककल्याणकारी प्रशासनिक तंत्र तैयार किया है, जिसके बूते हम विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए कार्य कर रहे हैं।
पारदर्शी प्रशासन के लिए आईटी का उपयोग
छत्तीसगढ़ ने सुशासन एवं अभिसरण विभाग के रूप में सुशासन को कार्यान्वित करने देश में अनूठी पहल की है। छत्तीसगढ़ में लाल फीताशाही की रोकथाम के लिए हम ई-आफिस प्रणाली अपना रहे हैं। इसमें फाइलों का निपटारा आनलाइन होगा। तय समय-सीमा में अधिकारी को ई-फाइल पर अपनी टिप्पणी देनी होगी। इस प्रणाली के चलते समय-सीमा पर भ्रष्टाचार की आशंका के बगैर फाइलों का कुशलता से निपटारा हो सकेगा।
यह समय स्मार्ट फोन का है। हमने शासकीय सेवाओं की डिलीवरी को आसान करने के लिए मोबाइल फोन में नागरिक सुविधाओं से संबंधित बहुत से एप आरंभ किये हैं। मंत्रालय में किसी से मिलना हो, तो स्वागतम एप में एक क्लिक करें और समय लें, रजिस्ट्री करानी हो, तो सुगम एप में क्लिक करें और बसों का लोकेशन जानना हो, तो संगवारी एप देख लें। नागरिक सेवाओं की उपलब्धता डिजिटल गवर्नेंस के चलते काफी आसान हो गई है।
शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर नजर रखने के लिए हमने अटल मानिटरिंग पोर्टल आरंभ किया है। इससे न केवल महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी जानकारी मिलती है अपितु इसे बेहतर करने के लिए आवश्यक दिशा भी मिलती है। हमारी सरकार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस पर न केवल भरोसा करती है अपितु इसे क्रियान्वित भी करती है। खनिज में हमने मैनुअल पास को समाप्त कर आनलाइन ट्रांजिट पास आरंभ कर दिये हैं। शासकीय खरीदी में भ्रष्टाचार रोकने के लिए, हमने जेम पोर्टल को अनिवार्य कर दिया है। भारत सरकार, राज्यों को बेहतर काम के लिए इंसेटिव देती है। हमने जो सुधार छत्तीसगढ़ में किये, उसके चलते केंद्र सरकार ने इंसेटिव के रूप में राज्य को 4400 करोड़ रुपए दिये हैं, जिन्हें हम इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करेंगे।
20 हजार श्रद्धालुओं ने की अयोध्या धाम की यात्रा
अपने भांचा भगवान श्रीराम के आशीर्वाद से यह सब शुभ कार्य हम कर पाए हैं। ननिहाल के लोगों को अपने भांजे का आशीर्वाद हमेशा मिलता रहे, भगवान श्रीराम का आदर्श जीवन, उनके भीतर शुभ संकल्पों के बीज बोता रहे, इसके लिए हमने पुण्य अयोध्या धाम के दर्शन के लिए श्रीरामलला अयोध्या धाम दर्शन योजना आरंभ की है। अब तक 20 हजार से अधिक श्रद्धालु, इस योजना के माध्यम से श्री रामलला के दर्शन कर चुके हैं।
जनजातीय गांवों में अखरा निर्माण
हमारे प्रदेश की सांस्कृतिक संपदा समृद्ध है। जनजातीय संस्कृति की थाती संभालने वाले हमारे बैगा, गुनिया, सिरहा को हम लोग हर साल पांच-पांच हजार रुपए की सम्मान निधि दे रहे हैं। जनजातीय गांवों में अखरा निर्माण विकास योजना, हमने आरंभ की है। स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने वाले हमारे जनजातीय सेनानियों और शहीदों की प्रतिमाएं, उनके गांवों में लगाने का निर्णय लिया है। राजिम कुंभ का सुंदर आयोजन हमने पुनः आरंभ कराया है। देश भर से साधु संतों का समागम राजिम के त्रिवेणी संगम पर हो रहा है। प्रयागराज में 144 वर्षों बाद महाकुंभ का सुखद संयोग बना है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं को सुविधा देने हमने साढ़े 4 एकड़ में छत्तीसगढ़ पैवेलियन तैयार किया है। यहां प्रदेश के श्रद्धालुओं के ठहरने और खान-पान की सुविधा हमने उपलब्ध कराई है।
विकसित छत्तीसगढ़ के लिए रोडमैप तैयार
गांधी जी कहते थे कि भविष्य इस बात पर निर्भर करता है, कि हम वर्तमान में क्या करते हैं। मुझे इस बात की खुशी है, कि इस वर्ष जब हम छत्तीसगढ़ के स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहे हैं तब हमने विकसित छत्तीसगढ़ की यात्रा का रोडमैप तैयार कर लिया है। वर्ष 2047 में जब आजादी के सौ वर्ष पूरे हो जाएंगे तब विकसित भारत के साथ ही विकसित छत्तीसगढ़ का भव्य स्वरूप हम सभी के सामने होगा। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए हमने विजन डाक्यूमेंट तैयार किया है।
हमारी सरकार ऐसी सरकार है, जिसने एक साल पूरे होने पर प्रदेश की जनता के समक्ष अपने एक साल का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया है। हमारे पास शुभ संकल्प है। सच्चाई है। ईमानदारी है और पुरखों की परंपरा से आई शक्ति है। हम आप सभी के सहयोग से आगे बढ़ेंगे और हर बाधा को पार कर एक उज्ज्वल सशक्त विकसित छत्तीसगढ़ के अपने सपने को मूर्त रूप देंगे। अथर्ववेद का मंत्र है कृतं मे दक्षिणे हस्ते जयो मे सव्य आहितः। कार्य का शुभ संकल्प मन में हो तो सफलता जरूर मिलती है।
दुर्ग निगम:अलका वाघमारे भारतीय जनता पार्टी से मेयर प्रत्याशी घोषित ,कार्यकर्ताओं की जीत...
दुर्ग।शौर्यपथ । काफी इंतजार के बाद भारतीय जनता पार्टी संगठन ने एक बार फिर प्रत्याशी घोषणा में कांग्रेस को पछाड़ दिया । जिस तरह से प्रत्याशी की घोषणा भारतीय जनता पार्टी ने की उससे आम कार्यकर्ताओं में पार्टी के प्रति विश्वास बढ़ा। भारतीय जनता पार्टी ने दुर्ग नगर निगम से मेयर प्रत्याशी के रूप में भारतीय जनता पार्टी की सक्रीय कार्यकर्ता वर्तमान जिला उपाध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद श्रीमती अलका वाघमारे (वर्मा ) को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया । अलका वाघमारे के नाम की घोषणा होते ही भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिला वहीं पार्टी कार्यालय में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जमा शुरू होने लगे और भारतीय जनता पार्टी की मेयर प्रत्याशी का स्वागत करने आतुर दिखाई दिए सभी में चर्चा का यह विषय रहा की सालों बाद भारतीय जनता पार्टी ने कार्यकर्ता का सम्मान किया और सक्रिय कार्यकर्ता को प्रत्याशी घोषित की पार्टी के प्रति जो आशाएं थीं उसे पूरी किया ।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दी बधाई और शुभकामनाएं
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने नारायणपुर जिले के जनजातीय कलाकार श्री पंडी राम मंडावी का नाम पद्मश्री सम्मान के लिए चयनित होने पर बधाई और शुभकामनाएं दी है। यह प्रतिष्ठित सम्मान उन्हें पारंपरिक वाद्ययंत्र निर्माण और लकड़ी की शिल्पकला के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाएगा।
श्री पंडी राम मंडावी, जो 68 वर्ष के हैं, गोंड मुरिया जनजाति से संबंधित हैं। वे पिछले पांच दशकों से बस्तर की सांस्कृतिक धरोहर को न केवल संरक्षित कर रहे हैं, बल्कि उसे नई पहचान भी दिला रहे हैं। उनकी विशेष पहचान बांस की बस्तर बांसुरी, जिसे ‘सुलुर’ कहा जाता है, के निर्माण में है। इसके अलावा, उन्होंने लकड़ी के पैनलों पर उभरे हुए चित्र, मूर्तियां और अन्य शिल्पकृतियों के माध्यम से अपनी कला को वैश्विक स्तर पर पहुंचाया है।
श्री पंडी राम मंडावी ने मात्र 12 वर्ष की आयु में अपने पूर्वजों से यह कला सीखी और अपने समर्पण व कौशल के दम पर छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। एक सांस्कृतिक दूत के रूप में उन्होंने अपनी कला का प्रदर्शन 8 से अधिक देशों में किया है। साथ ही, अपने कार्यशाला के जरिए एक हजार से अधिक कारीगरों को प्रशिक्षण देकर इस परंपरा को नई पीढ़ियों तक पहुंचाने का कार्य किया है।