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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
मुख्यमंत्री श्री साय ने बस्तर जिला पत्रकार संघ के शपथ ग्रहण समारोह को किया संबोधित
रायपुर /शौर्यपथ/इस वर्ष जब मैं नये साल में अखबार पढ़ रहा था तो समाचारपत्रों के मुख्य पृष्ठ में बस्तर सुर्खियों में था। यह सुर्खियां किसी माओवादी हिंसा को लेकर नहीं थी, यह सुर्खियां बस्तर में पहुंचे विकास के उजाले को लेकर थी। बस्तर से माओवादी आतंक अब सिमट गया है। बस्तर की पहचान अब बदल गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बस्तर जिला पत्रकार संघ के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि बस्तर की अपनी चुनौतियां है और इस चुनौती भरे माहौल में पत्रकारिता करना भी चुनौतीपूर्ण कार्य है। बस्तर में आम जनता के उम्मीदों, विचारों और समस्याओं का आइना बनकर शासन-प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत करने के आप सभी के प्रयासों को नमन है।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकारिता के उच्च आदर्शों का पालन कर सरकार के अच्छे काम की जानकारी जनता को दें तथा कमियों को भी बताएं। वनमंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि पत्रकारिता के नए आयाम स्थापित करने में बस्तर के पत्रकारों कीे महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने बस्तर जिला पत्रकार संघ के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई और पदाधिकारियों को नये दायित्व के निर्वहन के साथ ही नववर्ष के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में बस्तर जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष श्री मनीष गुप्ता ने स्वागत उद्बोधन दिया। इस अवसर पर खेल मंत्री श्री टंकराम वर्मा सहित बड़ी संख्या में पत्रकारगण उपस्थित थे।
जगदलपुर, शौर्यपथ। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि बस्तर जैसे क्षेत्र में पत्रकारिता करना एक बड़ी चुनौती है, क्षेत्र की समस्याओं, आम जनता की आवाज बनकर शासन-प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत करने की साहस को नमन है। बस्तर के विकास हेतु पत्रकारों के प्रयास सतत जारी रहे, आप लोंगों के प्रयास से प्रदेश की नकारात्मक छवि को दूर करने में सहायक हुए। छवि में सुधार होने के साथ ही इस बार तीस लाख से अधिक पर्यटक प्रदेश के पर्यटन स्थलों में पहुँचे है । उन्होंने बस्तर पत्रकार संघ के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएँ दी ।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने बस्तर पत्रकार संघ के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को पदीय दायित्व के प्रति निष्ठा, समर्पण की शपथ दिलवाई । कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकारिता के उच्च आदर्शों का पालन कर सरकार के अच्छे काम की जानकारी जनता को दें तथा कमियों को भी बताएं। वनमंत्री केदार कश्यप ने संघ के पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि बस्तर की समस्याओं को आवाज बनने में पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भागीदारी रही है । विधायक जगदलपुर किरण देव ने नव नियुक्त पदाधिकारियों को बधाई दी और कहा कि पत्रकारिता के नए आयाम स्थापित करने में बस्तर के पत्रकारों महत्वपूर्ण भूमिका रही है। कार्यक्रम में बस्तर पत्रकार संघ के अध्यक्ष मनीष गुप्ता ने स्वागत उद्बोधन दिए। इस अवसर पर खेल मंत्री टंकराम वर्मा, चित्रकोट, दंतेवाड़ा और केशकाल विधायक सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे ।
राजनांदगांव/शौर्यपथ/ युवा नेता अमर झा ने नगर निगम राजनांदगांव महारानी लक्ष्मी बाई वार्ड नंबर 10 (शांति नगर ) से पार्षद पद की दावेदारी की है । अमर झा कांग्रेस के साथ जुड़े होने के अलावा सामाजिक कार्यों में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सेदारी लेते रहते है । उन्होंने क्षेत्र की जनता की समस्याओं के निराकरण को लेकर सदैव संघर्षशील रहने और सदैव तत्पर रहने का वादा किया है । उन्होंने जनता से अपील की है कि उन्हें भारी मतों से विजयी बनाकर विजयी बनाए ताकि क्षेत्र की आवाज को बुलंदी से उठाया जा सके,वार्ड वासी उन्हें कांग्रेस से सशक्त उम्मीदवार के रूप में देखते हुए उनसे बड़ी अपेक्षा रखे हुए है। अमर वार्ड के लोगो के सुख दुःख हर कार्यक्रम में शामिल होतें है , वार्ड के हर सामाजिक गैर सामाजिक सभी कार्यक्रम में बढ़चढ़ के हिस्सा लेते है अमर को वार्ड के युवा बुजुर्ग महिलाओ का अच्छा सहयोग है। पिछले 12वर्षों से कांग्रेस के सक्रिय सदस्य हैं वर्तमान में NSUI जिला अध्यक्ष रहते हुए जिले में सैकड़ों हजारों युवाओं का टिम साथ में है कोरोना काल में भी लोगों की निस्वार्थ सेवा की और अब अपने वार्ड के लोगों की सेवा का मौका चाहते हैं।
दुर्ग / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ की धार्मिक नगरी दुर्ग में पहली बार दुर्ग, भिलाई एवं आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र के श्री श्याम बाबा के भक्तों द्वारा एक साथ मिलकर दिनाँक 4 जनवरी शनिवार को भव्य निशान यात्रा निकाली जा रही है.. वैसे तो दुर्ग में बहुत से बड़े बड़े धार्मिक आयोजन एवं शोभायात्रा निकाली गयी है, जो की भव्य एवं ऐतहासिक रही है, इसी क्रम में दुर्ग-भिलाई के समस्त समाज के श्याम प्रेमियों द्वारा पहली बार एक साथ मिलकर बाबा श्याम की भव्य निशान यात्रा निकाली जा रही है
निशान यात्रा का आयोजन दिनाँक 4 जनवरी शनिवार को प्रातः 7 बजे श्री सत्तीचौरा माँ दुर्गा मंदिर, गंजपारा, दुर्ग से श्री श्याम मन्दिर, कादम्बरी नगर, दुर्ग जावेगी,
निशान यात्रा आयोजक समिति के योगेन्द्र शर्मा बंटी ने बताया कि हजारों श्याम प्रेमीयों द्वारा बाबा श्याम को अपनी आस्था का एक निशान अर्पण किया जाएगा। यात्रा को लेकर पूरे जिले में भव्य तैयारी की जा रही है, श्री श्याम मन्दिर, कादम्बरी नगर, दुर्ग का 14 वां वार्षिक महोत्सव के अवसर पर यह निशान यात्रा का आयोजन किया जा रहा है,
निशान यात्रा को लेकर सभी श्याम प्रेमियों द्वारा पिछले 3 दिवस से सत्तीचौरा दुर्गा मंदिर में निशान की तैयारी की जा रही है जिसमें ध्वज के साथ मोर पंख नारियल को मोली धागा से बांधा जा रहा है जिसमें महिलायें, बच्चे एवं युवा सेवा दे रहे है, शहर में निशान यात्रा को लेकर धार्मिक माहौल बना हुआ है सभी को निशान यात्रा के स्वागत का इंतजार है
निशान यात्रा के 3 जनवरी को सभी श्याम प्रेमी अपने हाथों में श्री श्याम नाम की मेहदी लगाएंगे, जिसका आयोजन 3 जनवरी को शाम 5 बजे दुर्गा मंदिर में रखा गया है.
निशान यात्रा को लेकर अग्रवाल समाज राजस्थानी गौड ब्राह्मण समाज माहेश्वरी समाज सोनी समाज खंडेलवाल समाज सर्व ब्राम्हण समाज सिंधी समाज, यादव समाज अग्रहरि समाज, गुप्ता समाज बनिया समाज साहू समाज देवांगन समाज माँ दुर्गा मंदिर समिति गंजपारा श्री श्याम मंदिर समिति कादम्बरी नगर श्री श्याम मंदिर समित्ति हुडको ख़ुर्शीपर एवं श्री गंजपारा दुर्गा उत्सव समिति श्री राधाकृष्ण मन्दिर समित्ति महेश नगर रामदेव बाबा मंदिर समिति गंजपारा, श्री राम मंदिर समिति गांधी चौक शहर एवं जिले के सभी समाज, मन्दिर समित्ति एवं सभी सामाजिक धार्मिक जनोँ का सहयोग एवं साथ मिल रहा है, और सभी एक साथ मिलकर इस निशान यात्रा को ऐतहासिक बनाने की तैयारी में जुटे है..
निशान यात्रा के आयोजन में योगेन्द्र शर्मा बंटी लक्की अग्रवाल प्रीति राजगढ़िया अनिता अग्रवाल राजेश शर्मा मनीष सेन किरण सेन मुकेश राठी मनोज गुप्ता दिनेश शर्मा सुजल शर्मा रूपल गुप्ता पंडित आनंद शर्मा सिंपल राठी चंचल शर्मा पिंकी पुरोहित सरोज जोशी सुमन शर्मा बसंत शर्मा गिरधर शर्मा शिवम सेन सोनल सेन वाशु शर्मा वेदांत शर्मा सार्थक शर्मा वँशु पुरोहित मोक्ष शर्मा प्रकाश सिन्हा एवं सैकड़ो श्याम प्रेमी तैयारी में जुटे है.
आम जनता की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए मुस्तैदी से करें काम : मुख्यमंत्री साय
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज नए साल के पहले दिन ही मंत्रालय में सभी विभागों के सचिवों और विभागों के विभागाध्यक्षों की बैठक लेकर शासकीय काम-काज में पारदर्शिता और कसावट लाने के साथ-साथ आमजनता से जुड़े मामलों का तत्परतापूर्वक त्वरित एवं प्रभावी निराकरण करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री साय ने बैठक में दो टूक कहा कि प्रशासनिक काम-काज में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी से लेकर निचले स्तर तक के अधिकारी-कर्मचारी समय पर कार्यालय आएं और पूरी मुस्तैदी से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम सभी को टीम भावना के साथ काम करना होगा।
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि वर्ष 2024 में हमने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रमुख गारंटियों को पूरा किया है। वर्ष 2025 छत्तीसगढ़ का रजत जयंती वर्ष है। रजत जयंती वर्ष का छत्तीसगढ़ के लिए विशेष महत्व है, इसलिए बहुत उत्साह से निष्ठापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को विशेष अभियान संचालित कर लंबित फाइलों को तत्परता से निराकृत करने की हिदायत दी। उन्होंने मंत्रालय सहित सभी ऑफिसों में ई-ऑफिस की व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वे स्वयं सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा करेंगे। उन्होंने सभी विभागीय सचिवों को अपने विभाग की नियमित समीक्षा करने के निर्देश देते हुए कहा कि हर महीने वर्चुअल समीक्षा के साथ ही हर 3 महीने में भौतिक समीक्षा भी की जाए। साथ ही बड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं का समयबद्ध निराकरण करने का प्रयास करें और मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव को अवगत कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी की समस्याओं का समय पर निराकरण होना जरूरी है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर हमारा फोकस होना चाहिए। छत्तीसगढ़ में अभी निवेश का बहुत अच्छा माहौल बना है। छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति 2024-2030 की पूरे देश में सराहना की जा रही है। नई औद्योगिक नीति का लाभ निवेशकों को मिले, इसका विशेष ध्यान रखें।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति मजबूत होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विगत एक साल में हमने नक्सल मोर्चे पर बड़ी कामयाबी पाई है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापित करने में हम कामयाब हुए हैं। शासन की योजनाओं को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों तक ले जाने की आवश्यकता है। नियद नेल्ला नार योजना का लाभ क्षेत्र के लोगों को मिले, यह बहुत जरूरी है। नक्सली क्षेत्र में बहुत से सुरक्षा कैंप हमने खोले हैं। इस बात का ध्यान रखें कि संबंधित विभाग के कार्य जो नियद नेल्ला नार योजना के तहत आते हैं, वे त्वरित गति से इन क्षेत्रों में पूर्ण हों। छत्तीसगढ़ के दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों तक शासन की योजना का लाभ पहुंचाना सेवा का कार्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों के प्रभारी सचिव हर 2 महीने में जिलों का दौरा करें। इस दौरान वे जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में जाएं और फील्ड की जानकारी लें, तभी जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन की वास्तविक स्थिति पता चलेगी। उन्होंने प्रभारी सचिवों को अपने जिले के भ्रमण के दौरान वहां की स्थिति के के सम्बन्ध में मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव अनिवार्य रूप से अवगत कराने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री साय ने जिलों में भी प्रशासनिक कसावट का विशेष ख्याल रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था पर भी बहुत ध्यान दिए जाने की जरूरत है। आजकल बहुत सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। अभियान चला कर सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम का पुख्ता प्रबंध किया जाना चाहिए ताकि इसमें कमी लायी जा सके। छत्तीसगढ़ में अन्य राज्यों से नशे की सामग्रियों की तस्करी न होने पाए, इस पर कड़ाई से रोक लगाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछले एक वर्ष में नशे के अवैध कारोबार की रोकथाम के लिए अच्छा प्रयास किया गया है, इसमें और तेजी लाने की जरूरत है।
बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख व्ही श्रीनिवास राव, प्रमुख सचिव, सचिव और विभागाध्यक्ष सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
नवा रायपुर अटल नगर में एकीकृत उपनगर के विकास हेतु नियमों का सरलीकरण
आदर्श शहरी केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर नवा रायपुर अटल नगर के लेयर 2 में एकीकृत उपनगर के विकास को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मौजूदा नियमों को अधिक सरल और व्यावहारिक बनाया गया है। यह कदम क्षेत्र में बसाहट और निवेश को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है ।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह बदलाव सुनिश्चित करेगा कि इन आवश्यक सुविधाओं का विकास उपनगर के भीतर अधिक प्रभावी ढंग से हो सके। उन्होंने कहा कि सुधारों का मुख्य उद्देश्य नवा रायपुर अटल नगर के लेयर 2 में एकीकृत उपनगरों के विकास को गति देना और क्षेत्र में बसाहट को बढ़ावा देना है। यह कदम नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने और क्षेत्र को एक आदर्श शहरी केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने कहा कि सामाजिक सुविधाओं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, सामुदायिक भवन, और धार्मिक स्थलों के लिए आरक्षित क्षेत्र को न्यूनतम 5 प्रतिशत किया गया है, जो पहले अधिकतम 5 प्रतिशत था। इसके अलावा आवासीय गतिविधियों को प्राथमिकता देते हुए, पूर्व में निर्धारित अधिकतम 50 प्रतिशत क्षेत्र को बदल कर अब न्यूनतम 50 प्रतिशत क्षेत्र को आवासीय उपयोग के लिए अनिवार्य किया गया है। इससे आमजन के लिए किफायती आवास उपलब्ध कराने में सहायता मिलेगी और लोगों को आवास की बेहतर सुविधा मिलेगी।
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) संबंधित प्रावधान को नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अधिसूचना/नियमों के अनुरूप करते हुए संबंधित प्रावधानों में सुधार किया गया है, ताकि इन नियमों में एकरूपता लाई जा सके। साथ ही पर्यावरण संरक्षण और जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, एकीकृत उपनगरों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को अनिवार्य किया गया है।
छत्तीसगढ़ भूमि विकास नियम 1984 के तहत 10 प्रतिशत क्षेत्र को खुली जगहों जैसे गार्डन और खेल के मैदानों के लिए आरक्षित रखने का प्रावधान किया गया है।
मुंगेली /शौर्यपथ / मुंगेली विकासखण्ड के ग्राम गीधा की कंचन बाई, जो कभी एक-एक पैसे के लिए मोहताज हुआ करती थीं, आज महतारी वंदन योजना के तहत मिली राशि का उपयोग करके अपने जीवन में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं। कंचन बाई ठेला लगाकर गुपचुप बेचकर बमुश्किल गुजारा कर रही थी। कम आय होने के कारण से घर की आवश्यक जरूरतों को पूरा करना कठिन था तथा व्यवसाय को आगे बढ़ाने में मदद नहीं मिल पा रही थी। ऐसे समय में उन्होंने महतारी वंदन योजना का लाभ लेने के लिए फार्म भरा। आवेदन स्वीकृत होने के उपरांत उन्हें अब प्रतिमाह 01 हजार रूपए मिल रहा है, जिससे अब घर की रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करना आसान हो गया है। कंचन बाई पूरी मेहनत से अपने व्यवसाय को भी आगे बढ़ा रही है। योजना का लाभ मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आया। उन्होंने प्रतिमाह मिलने वाली 01 हजार रूपए की राशि को अपने व्यवसाय में निवेश करना शुरू किया। इस राशि का सही तरीके से उपयोग करने के कारण उनका व्यवसाय धीरे-धीरे बढ़ने लगा और उनकी आमदनी भी बढ़ने लगी।
कंचन बाई ने बताया कि उनके परिवार में 04 बच्चे सहित कुल 06 सदस्य हैं। महतारी वंदन योजना की राशि का उपयोग ठेले के लिए आवश्यक सामान जैसे कि गुणवत्ता वाली सामग्री, ठेले की मरम्मत और अन्य उपकरण खरीदने में किया है। इसके परिणामस्वरूप, वह न केवल अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा रही हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने का मार्ग मिल रहा है। वह अपने व्यवसाय से प्रतिमाह 05 से 10 हजार रूपए तक की आमदनी अर्जित कर रही हैं। उनके व्यवसाय की सफलता न केवल उनके परिवार के लिए आर्थिक सहारा बनी है, बल्कि वह अब अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत भी बन गई हैं। कंचन बाई का यह संघर्ष और सफलता दर्शाता है कि सही दिशा में किए गए प्रयास और योजनाओं का लाभ व्यक्ति की स्थिति को बदल सकता है और महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं।
योजना की राशि का सहारा मिलने पर आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर कंचन बाई ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है। गौरतलब है कि महतारी वंदन योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि वे अपने व्यवसायों को सशक्त बना सकें और अपने परिवारों के लिए समृद्धि ला सकें। इस योजना की राशि का उपयोग महिलाएं अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए कर रही हैं, जिससे वे समाज में सशक्त हो रही हैं और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन रही हैं।
मेडिकल कालेज रायपुर एवं चिकित्सालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था हेतु 12 गार्ड एवं 10 बंदूकधारी सुरक्षा कर्मियों की हुई तैनाती
रायपुर /शौर्यपथ /छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के उद्देश्य से पं. जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर में गुणवत्ता पूर्ण चिकित्सा शिक्षा के लिए एक साथ 18 चिकित्सा शिक्षकों की संविदा नियुक्ति की गई है। उल्लेखनीय है कि मेडिकल कालेज रायपुर में पहली बार एक साथ इतने संविदा चिकित्सा शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। डॉ. रूमी कुमार, सहायक प्राध्यापक प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग, डॉ. हर्षिता भाटिया सहायक प्राध्यापक रेडिएशन अंकोलॉजी, डॉ. कमलकांत साहू, सहायक प्राध्यापक फॉरेंसिक मेडिसीन, डॉ. स्निग्धा कुमारी सहायक प्राध्यापक (कार्डियक निश्चेतना) सीटीव्हीएस विभाग, डॉ. रचना रिची पांडेय सहायक प्राध्यापक (अंकोनिश्चेतना) रेडियोथेरेपी विभाग, डॉ. अविनाश बंजारे (अंकोनिश्चेतना) रेडियोथेरेपी विभग, डॉ. श्रूती तूरकर सहायक प्राध्यापक (एनेस्थिसिया) क्रिटिकल केयर, डॉ. संध्या वर्मा सीनियर रेसीडेंट पैथोलॉजी, डॉ. रेबिना यादव सीनियर रेसीडेंट पैथोलॉजी विभाग, डॉ. प्रिंशी चौधरी सीनियर रेसीडेंट नेत्र रोग, डॉ. पियूषी साव सीनियर रेसीडेंट नेत्र रोग, डॉ. सुरभि चौबे सीनियर रेसीडेंट ईएनटी, डॉ. पारूल राठी सीनियर रेसीडेंट ईएनटी, डॉ. शुभांगन मिश्रा सीनियर रेसीडेंट प्रसूति एवं स्त्री रोग, डॉ. नील पसरीजा सीनियर रेसीडेंट अस्थि रोग, विनय मिश्रा रजिस्ट्रार मेडिकल फिजिक्स, अनजुम मिश्रा रजिस्ट्रार मेडिकल फिजिक्स, अनुराग संचय कालकुलेवर रजिस्ट्रार मेडिकल फिजिक्स की चिकित्सा शिक्षक के रूप में संविदा नियुक्ति की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर कार्डयो वैस्कुलर एवं थोरेसिक सर्जरी विभाग में बाईपास सर्जरी प्रारंभ करने हेतु 3 परफ्युजनिस्ट एवं 3 फिजिशियन असिस्टेंट की संविदा आधार पर नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। इसके साथ ही डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर में 57 वार्ड ब्वाय एवं 17 स्वीपर सहित कुल 74 सफाई कर्मियों की नियुक्ति भी की गयी है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय राज्य में गुणवत्तायुक्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार पहल कर रहे हैं। इसके साथ ही मरीज एवं उनके परिजनों की सुरक्षा के लिए भी मुख्यमंत्री श्री साय संवेदनशीलता के साथ निर्णय ले रहे हैं। इन निर्णयों से अस्पताल में सुरक्षा की स्थिति मजबूत होने के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी एवं चिकित्सा छात्रों के पठन-पाठन में सुधार भी देखा जा रहा है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देश पर मेडिकल कालेज एवं चिकित्सालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के सुदृढीकरण हेतु 12 गार्ड एवं 10 गनमैन की भी तैनाती की गई है।
उल्लेखनीय है कि मेडिकल कालेज और अस्पतालों की सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने शीघ्र ही बंदूकधारी सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की बात कही थी।
राष्ट्रीय एकता को मिलेगी मजबूती और विभिन्न राज्यों के बीच बढ़ेगा आर्थिक एवं सांस्कृतिक आदानप्रदान - मुख्यमंत्री
यूनिटी मॉल से स्थानीय उत्पादों और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा राज्य में ओडीओपी (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) मॉडल को प्रोत्साहित करने एवं स्थानीय उत्पादों के विक्रय को बढ़ावा देने के लिए यूनिटी मॉल की स्थापना की जा रही है।
यूनिटी मॉल की स्थापना से स्थानीय हस्तशिल्पियों, बुनकरों और स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहन मिलेगा और नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। मॉल में उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय होने से हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहन मिलेगा तथा राज्य के छोटे उद्यमियों, शिल्पकारों एवं बुनकरों को लाभ मिलेगा। यह स्थानीय उत्पादों के प्रमोशन एवं विक्रय के लिए ‘‘वन स्टॉप मार्केट प्लेस’’ के रूप में कार्य करेगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यूनिटी मॉल राज्य के गरीबों, युवाओं, अन्नदाताओं, और नारी शक्ति के विकास के लिए एक क्रांतिकारी कदम है। यह राज्य की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन को भी बढ़ावा देगा। साथ ही यह मेक इन इंडिया और राष्ट्रीय एकता को भी प्रोत्साहित करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश वासियों के विकास के साथ राष्ट्रीय एकीकरण एवं मेक इन इण्डिया जैसे महत्वपूर्ण विषयों को अपनी प्राथमिकता मानती है। राज्य में स्थापित किये जाने वाले यूनिटी मॉल में अन्य सभी राज्यों के महत्वपूर्ण स्थानीय उत्पादों का भी प्रदर्शन एवं विक्रय किया जाएगा। इससे राष्ट्रीय एकता को मजबूती मिलेगी और विभिन्न राज्यों के बीच आर्थिक एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि हस्तशिल्पियों, बुनकरों, स्वयं सहायता समूहों एवं स्थानीय लोगों को प्रोत्साहित करने तथा स्थानीय स्तर पर नवीन रोजगार सृजन करने स्वस्थ इकोसिस्टम तैयार करने की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार के इस रिफॉर्म के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर केन्द्र सरकार द्वारा पूर्ण सहयोग दिया जा रहा है। राज्य में यूनिटी मॉल की स्थापना के लिए केंद्र सरकार ने 200 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है, जिसमें से 100 करोड़ रुपये राज्य को कैपेक्स (पूंजीगत व्यय) के तहत अग्रिम रूप में प्रदान किए गए हैं।
वित्त मंत्री श्री ओ पी चौधरी ने कहा कि यूनिटी मॉल में स्थानीय हस्तशिल्प उत्पादों के साथ-साथ फूडकोर्ट्स में स्थानीय व्यंजनों को भी विक्रय के लिए उपलब्ध कराया जायेगा। यूनिटी मॉल के माध्यम से प्रत्येक जिले के विशेष उत्पादों को वैश्विक बाजार तक पहुंचाने की योजना है। यूनिटी मॉल की स्थापना का दायित्व रायपुर विकास प्राधिकरण को सौंपा गया है। यूनिटी मॉल से न केवल राज्य के स्थानीय कारीगरों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार का यह प्रयास छत्तीसगढ़ में एक सशक्त और स्थायी इकोसिस्टम का निर्माण करेेगा, जो ग्रामीण क्षेत्रों में विकास और शहरी बाजारों तक उत्पादों की पहुंच में मददगार होगा।
रायपुर/शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर कंपनीज मुख्यालय में नववर्ष 2025 के अवसर पर अध्यक्ष डाॅ.रोहित यादव ने वरिष्ठ अधिकारियों सहित समस्त आगन्तुकों से बधाइयों तथा शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया। डाॅ.यादव ने सभी के ऊर्जावान और प्रकाशवान भविष्य के लिए शुभेच्छाएं व्यक्त की।
सर्वप्रथम प्रबंध निदेशक (जनरेशन) कंपनी श्री एस.के.कटियार, प्रबंध निदेशक (ट्रांसमिशन) कंपनी श्री राजेश कुमार शुक्ला, प्रबंध निदेशक (डिस्ट्रीब्यूशन) कंपनी श्री भीमसिंह कंवर ने पुष्पगुच्छ भेंट कर डाॅ. यादव का अभिवादन किया। अभियंता संघ के महासचिव श्री मनोज वर्मा ने अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ कंपनी अध्यक्ष से भेंट की। इसी तरह विभिन्न अधिकारी-कर्मचारी संगठनों द्वारा भी कंपनी अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशकों से भी भेंट कर शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया गया। समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए भी अध्यक्ष कक्ष खुला था। विभिन्न कार्यालयों में पहंुच कर लोग एक-दूसरे को नये वर्ष की शुभकामनाएं प्रदान करते रहें। डाॅ. यादव ने इस अवसर पर कंपनी कर्मियों को उत्तम स्वास्थ्य और सुखद भविष्य की शुभकामनाएं दी। उन्होंने उत्पादन, पारेषण तथा वितरण तीनों कंपनियों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ऊर्जावान और प्रकाशवान भविष्य के लिए शुभेच्छाएं प्रदान की। डंगनिया स्थित मुख्यालय परिसर में समस्त विभागाध्यक्ष कार्यालयों में नववर्ष मिलन का सिलसिला चलता रहा।
दंतेश्वरी मैया सहकारी शक्कर कारखाना को किसानों की सुविधा हेतु जिला खनिज न्यास से प्रदाय किया गया टेªक्टर, ट्राली, शुगर केन लोडर और फ्रंट लोडर
किसान निर्धारित दर पर करा सकेंगे गन्ना परिवहन और गन्ना खेत तैयारी का कार्य
बालोद/शौर्यपथ /बालोद जिले में नववर्ष के अवसर पर गन्ना किसानों के लिए विशेष पहल करते हुए उन्हें गन्ना परिवहन हेतु ट्रैक्टर ट्राॅली और गन्ना खेत की तैयारी हेतु कृषि यंत्रों की सुविधा प्रदान की जा रही है। दंतेश्वरी मैया सहकारी शक्कर कारखाना के प्रबंध संचालक ने बताया कि जिला खनिज न्यास बालोद मद से दंतेश्वरी मैया सहकारी शक्कर कारखाना करकाभाट को ट्रेक्टर, ट्राली, शुगर केन लोडर, फ्रंट लोडर प्राप्त हुआ है। जिसमें विशेषकर लघु सीमांत कृषकों को गन्ना परिवहन हेतु एवं गन्ना खेत की तैयारी हेतु उन्हंे निर्धारित दर पर प्रदाय किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ट्रेक्टर ट्राली परिवहन एवं कृषि यंत्रो के माध्यम से खेत की तैयारी किए जाने हेतु गन्ना उत्पादक कृषकों के लिए कुछ शर्ते भी बनाए गए है। जिसके अनुसार लघु एवं सीमांत कृषकों को विशेष सुविधाएं प्रदान की जाएगी। जिन कृषकों के पास ट्रेक्टर ट्राली एवं कृषि यंत्र नहीं है उन्हीं कृषकों को यह सुविधा प्रदान की जाएगी। ट्रेक्टर ट्राली एवं कृषि यंत्रों का उपयोग क्रमवार तरीके से गन्ना विभाग में बनाई गई सूची अनुसार ही होगा। ट्रेक्टर ट्राली एवं कृषि यंत्रों के संचालन में सभी कृषकगण सहयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि गन्ना परिवहन कार्य में दर का भी निर्धारण किया गया है। जिसके अनुसार 17 रुपए प्रति किलोमीटर गन्ना परिवहन किया जाएगा। ट्रेक्टर मेंटनेंस प्रति दिन औसत 250 रुपए, ड्राईवर मजदूरी प्रति दिन 600 रुपए, ट्राली मेंटनंेस प्रतिदिन 100 रुपए निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि खेत तैयारी कार्य हेतु 06 लीटर डीजल के मान से प्रति घंटा 600 रुपए, मेंटनेंस हेतु प्रतिदिन औसत 250 रुपए, ड्राईवर मजदूरी प्रति दिन 600 रुपए, कारखाना से खेत और खेत से कारखाना रास्ता में डीजल खर्च प्रति किलोमीटर 17 रुपए निर्धारित की गई है।