
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
बाल संप्रेक्षण गृह से बाहर जाने की आयु 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष करते हुये बनाई गई पुनर्वास योजना*
*मुख्यमंत्री श्री बघेल के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास विभाग बना रहा विस्तृत कार्ययोजना*
*छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार और आवास के लिए करेगी सहयोग*
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में संचालित बाल देख-रेख संस्थाओं से बाहर जाने वाले बालक-बालिकाओं के पुनर्वास के लिए इस साल बजट में बड़ा निर्णय लेते हुए उनके लिए मुख्यमंत्री बाल उदय योजना प्रारंभ करने की घोषणा की है। यह योजना प्रदेश के बाल गृहों से बाहर जाने वाले बच्चों के भावी जीवन के लिए सही राह दिखाकर उन्हें स्वावलंबन में मदद करेगी। इसके लिए बजट में 01 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। साथ ही बाल संप्रेक्षण गृह से बाहर जाने की आयु 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष करते हुये पुनर्वास योजना बनाई गई है ।
योजना के तहत बाल देख-रेख संस्थाओं से बाहर जाने वाले 18 वर्ष से अधिक आयु के बालक-बालिकाओं को पुनर्वासित और पुनर्स्थापित करने के लिए राज्य सरकार सहयोग देगी। पहले पुनर्वास केंद्र से बाहर जाने वाले कई बच्चों के सामने आवास,रोजगार सहित समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर आगे बढ़ने में कई तरह की दिक्कतें आती थी। इन परिस्थितियों में कई बार बच्चे अपराध की ओर भी अपने कदम बढ़ा लेते हैं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इन बच्चों के लिए एक संवेदनशील पहल की है। मुख्यमंत्री श्री बघेल के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया के नेतृत्व में बाल गृह से बाहर जाने वाले बालक-बालिकाओं को पुनर्वासित और पुनर्स्थापित करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
पुनर्वास योजना में बालक-बालिकाओं को उच्च शिक्षा के लिए आवश्यक आर्थिक सहायता की व्यवस्था, रोजगार सुनिश्चितता, आवास सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि ऐसे युवाओं के व्यावसायिक कौशल विकास की भी व्यवस्था हो, जिससे वे स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकें। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने देख-रेख संस्थाओं से बाहर जाने वाले बालक-बालिकाओं के लिए योजना में सामुदायिक सामूहिक आवास की व्यवस्था का प्रावधान करने के निर्देश भी दिए हैं।
*- डेडलाइन तक होने वाले सभी कार्यों का दैनिक विवरण देगी एजेंसी, इसके मुताबिक एसडीएम करेंगे कार्य की मानिटरिंग*
*- कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने एनएच में बन रहे चारों फ्लाईओवर के निर्माण कार्य का किया निरीक्षण और जल्द पूरा करने के दिये निर्देश*
दुर्ग । शौर्यपथ । फ्लाईओवर निर्माण में गति लाने कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने एसडीएम को हर दिन फ्लाईओवर निर्माण की प्रगति की मानिटरिंग के लिए कहा। आज उन्होंने एनएच के चारों फ्लाईओवर का निर्माण किया। उन्होंने चारों फ्लाईओवर के आरंभ करने की तिथि के बारे में पूछा और इसके लिए हर दिन के प्लान को साझा करने के लिए कहा। अब एसडीएम देखेंगे कि हर दिन प्लान के मुताबिक काम हो रहा है या नहीं, एसडीएम इसके लिए मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगे। वे यह देखेंगे कि एजेंसी को काम तेजी से पूरा करने के लिए कितने लेबर लगाने थे और कितने लेबर मौके पर काम कर रहे हैं। वे हर दिन शेड्यूल के मुताबिक निर्धारित काम की मानिटरिंग भी करेंगे। कलेक्टर भी हफ्ते में एक बार एनएच में बन रहे फ्लाईओवर्स की मानिटरिंग करेंगे। इस दौरान एनएच के अधिकारियों के साथ एसडीएम श्री मुकेश रावटे तथा जागेश्वर कौशल एवं ट्रैफिक डीएसपी श्री सतीश ठाकुर भी मौजूद रहे।
*जगमगाती रोशनी और सुंदर गार्डनिंग से सजेगा फ्लाईओवर-* कलेक्टर ने फ्लाईओवर के निर्माण में जनसुविधाओं का विशेष ध्यान रखने के लिए निर्देश दिये। इसके लिए पार्किंग की बढ़िया व्यवस्था के लिए कहा। उन्होंने सभी फ्लाईओवर में पार्किंग स्पेस भी देखा। साथ ही उन्होंने हर स्पान में अलग तरह के पौधे लगाने कहा। उन्होंने कहा कि हर स्पान में अलग तरह के पौधे रखने से ग्रीनरी की वजह से फ्लाईओवर बहुत सुंदर दिखेगा। साथ ही इसमें लाइटिंग भी शानदार होगी। उन्होंने इस पर विशेष रूप से ध्यान देने कहा।
*दुर्घटना की आशंका बिल्कुल न रहे, संकेत सूचक सभी जगहों पर हों, कोई ऐसा असुरक्षित प्वाइंट न रहे-* कलेक्टर ने चारों फ्लाईओवर में सुरक्षा संबंधी बारीकियों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि फ्लाईओवर्स में जिन जगहों पर बिजली की व्यवस्था नहीं है वहां बिजली व्यवस्था कर दें। संकेत सूचक सभी जगहों पर होना चाहिए। कोई भी ऐसा प्वाइंट नहीं छूटना चाहिए जिससे दुर्घटना की आशंका बनती है। एजेंसी सुरक्षा संबंधी मानकों पर पूरा ध्यान दें।
लोड टेस्ट और स्ट्रेस टेस्ट के बाद खोली जाएंगी सड़क- एनएच के अधिकारियों ने बताया कि कुछ टेक्निकल एरर्स सड़क निर्माण के दौरान आये थे जिन्हें ठीक कर लिया गया है। लोड टेस्ट और स्ट्रेस टेस्ट किये जाने हैं जिनके बाद फ्लाईओवर्स ओपर कर दिये जाएंगे। कलेक्टर ने कहा कि लोड टेस्ट और स्ट्रेस टेस्ट के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि ट्रैफिक संबंधी असुविधा नागरिकों को न हो। यह कार्य तय समयसीमा में ही पूरा कर लें ताकि ट्रैफिक में किसी तरह की बाधा न आये।
*इस तिथि तक पूरा होगा काम-* कलेक्टर ने निर्माण एजेंसी से फ्लाई ओवर्स के आरंभ होने की समय सीमा पूछी। एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि सुपेला ओव्हरब्रीज का कार्य 31 मार्च तक, पावर हाउस ओव्हर ब्रिज का कार्य 31 मई तक और ट्रांसपोर्ट नगर व ओव्हर ब्रिज का कार्य 15 जुलाई तक किया जाएगा।
ःः000ःः
छत्तीसगढ़ में वाणिज्यिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना*
*प्रत्येक जिले में आयोजित होंगे कार्यक्रम*
*मुख्य सचिव ने तैयारियां सुनिश्चित करने दिए निर्देश*
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’ का शुभारंभ करेंगे। इसके तहत प्रदेशभर के हर जिले में एक-एक स्थान पर समारोह के रूप में शुभारंभ के कार्यक्रम का आयोजन होगा।
मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा वाणिज्यिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ में ‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’ लागू किए जाने की घोषणा उपरांत इसके क्रियान्वयन की तैयारियां जोरो पर है। मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने इस तारतम्य में प्रदेश के समस्त कलेक्टर तथा वनमंडलाधिकारियों को पत्र भेजकर जिले में ‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’ के शुभारंभ कार्यक्रम के लिए आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा विभागीय अधिकारी-कर्मचारी सहित आम जनता बड़ी संख्या में शामिल होंगे।
गौरतलब है कि ‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’ के तहत समस्त वर्ग के सभी इच्छुक भूमिस्वामी, शासकीय अर्द्ध शासकीय एवं शासन की स्वायत्त संस्थाएं, निजी शिक्षण संस्थाएं, निजी ट्रस्ट, गैर शासकीय संस्थाएं, पंचायतें तथा भूमि अनुबंध धारक इस योजना का लाभ जे सकते है। इस योजना के अंतर्गत हितग्राही की निजी भूमि में 5 एकड़ तक रोपण हेतु 100 प्रतिशत तथा 05 एकड़ से अधिक क्षेत्र में रोपण हेतु 50 प्रतिशत वित्तीय अनुदान शासन द्वारा हितग्राहियों को प्रदाय किया जाएगा।
राज्य में इस योजना के माध्यम से प्रति वर्ष 36 हजार एकड़ के मान से कुल 5 वर्षों में एक लाख 80 हजार एकड़ में 15 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है। शासन द्वारा चयनित वृक्ष प्रजातियों की खरीदी के लिए प्रतिवर्ष न्यूनतम क्रय मूल्य निर्धारित किया जाएगा। जिससे कृषकों को निश्चित आय प्राप्त हो सकें। वनक्षेत्र से बाहर लकड़ी के उत्पादन बढ़ने से काष्ठ आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही कार्बन क्रेडिट के माध्यम से भी कृषकों को अतिरिक्त आय प्राप्त होगी।
रायपुर। शौर्यपथ । वन विभाग द्वारा आज छापामार कार्रवाई के दौरान सुकमा वनमंडल अंतर्गत 10 लाख रूपए से अधिक मूल्य की अवैध लकड़ी की जब्ती की कार्रवाई की गई। आरोपियों के खिलाफ वन अपराध प्रकरण के तहत कार्रवाई जारी है।
मुख्य वनसंरक्षक मो.शाहिद से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस दौरान सुकमा के तीन विभिन्न वन परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम नीलावरम तथा आसपास के क्षेत्रों में विभागीय टीम द्वारा सघन तलाशी अभियान चलाया गया। टीम में विभाग के 30 से अधिक कर्मचारियों का सक्रिय योगदान रहा। गौरतलब है कि वन विभाग द्वारा वन अपराधों की रोकथाम तथा वनो की सुरक्षा के लिए अभियान लगातार जारी है।
दुर्ग । शौर्यपथ । नगर पालिक निगम दुर्ग सीमा क्षेत्र अंतर्गत अवैध निर्माण एवं अनाधिकृत विकास के लिए शिव पारा चौक ।के शिविर का आयोजन किया गया l शिविर के माध्यम से अनाधिकृत विकास और अवैध निर्माण के नियमितीकरण के लिए शिविर में शिव पारा क्षेत्र के लोगो ने आवेदन फॉर्म लेकर अवैध नियमितीकरण शिविर का लाभ उठाया।शिविर के दौरान भवन अधिकारी प्रकाशचंद थवानी,सहायक भवन अधिकारी गिरीश दिवान, श्रीमती रुक्मणी ठाकुर आदि मौजूद रहें। क्षेत्र से अवैध निर्माण एवं अनाधिकृत विकास के नियमितीकरण को लेकर आवेदन का संग्रहण किया जा रहा है।इसके लिए शिव पारा क्षेत्र में शिविर में लगभग 250 से अधिक लोगो को अनाधिकृत व अवैध निर्माण नियमितीकरण अपील आवेदन प्राप्त किये ।इसके साथ ही अनाधिकृत विकास के नियमितीकरण के लिए पूछताछ करने लोग पहुँचे।आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने अनधिकृत निर्माण को लेकर शिविर का ज्यादा से ज्यादा लोगो द्वारा लाभ उठाने की अपील की है।अवैध निर्माण एवं अनाधिकृत विकास नियमितीकरण शिविर में तेजी दिखाई दिया है।घरों ऒर प्लाटो पर अनाधिकृत तरीके से बनाए गए भाग के नियमितीकरण की सुविधा लोगो को अब आसानी से मिलने लगी। निगम द्वारा शिविर का आयोजन गुजराती धर्मशाला के सामने, तकियापारा, दिनाँक 14 मार्च दिन मंगलवार को समय सुबह 10:00 बजे से लेकर 3 बजे तक निर्धारित समय पर अपील आवेदन प्राप्त किये जा सकते है।
रायपुर । शौर्यपथ ।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बालोद जिले में दल्लीराजहरा मार्ग के डौंडी थाना क्षेत्र के मरकाटोला में हुए सड़क हादसे में पांच लोगों की मृत्यु पर गहरा दुःख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने बालोद जिला प्रशासन के अधिकारियों कोे इस घटना में घायल व्यक्ति को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने और मृतकों के परिजनों को हरसंभव मदद देने के निर्देश दिए हैं।
रायपुर । शौर्यपथ ।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बालोद जिले में दल्लीराजहरा मार्ग के डौंडी थाना क्षेत्र के मरकाटोला में हुए सड़क हादसे में पांच लोगों की मृत्यु पर गहरा दुःख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने बालोद जिला प्रशासन के अधिकारियों कोे इस घटना में घायल व्यक्ति को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने और मृतकों के परिजनों को हरसंभव मदद देने के निर्देश दिए हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात
कोल रॉयल्टी, जीएसटी क्षतिपूर्ति के मुद्दे पर प्रधानमंत्री से की चर्चा
छत्तीसगढ़ में जी-20 समूह की होने वाली बैठक की कार्ययोजना पर भी चर्चा की
प्रधानमंत्री ने सीएम हाउस में आयोजित होली महोत्सव का मुख्यमंत्री से किया जिक्र
नई दिल्ली। रायपुर। शौर्यपथ । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 10 मार्च को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की। इस दौरान श्री बघेल ने जनगणना जल्द कराने, जीएसटी क्षतिपूर्ति, कोल रॉयल्टी सहित विभिन्न लंबित मांगों पर प्रधानमंत्री से चर्चा की।
मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने सीएम हाउस में आयोजित होली महोत्सव का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने होली पर फाग गाते हुए देखा आपको।
मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को राजकीय पशु वनभैंसे का प्रतीक चिन्ह भेंट किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से जल्द जनगणना कराए जाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि 2011 के बाद जनगणना नहीं होने से हितग्राहियों के चयन में दिक्कत आ रही है। कई पात्र हितग्राही योजनाओं का लाभ लेने से वंचित हो रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने पूर्व में प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा था।
मुलाकात में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने जीएसटी क्षतिपूर्ति का मुद्दा भी प्रधानमंत्री के सामने रखा। उन्होंने कहा कि उत्पादक राज्य होने की वजह से छत्तीसगढ़ को वाणिज्यिक कर राजस्व में कमी का सामना करना पड़ रहा है। जून 2022 से अब तक जीएसटी क्षतिपूर्ति की 1375 करोड़ की राशि केन्द्र सरकार के पास लंबित है, जिसे शीघ्र प्रदान किया जाए।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कोल ब्लॉकों से एडिशनल लेवी के रूप में प्राप्त रॉयल्टी की 4170 करोड़ की राशि का भी शीघ्र भुगतान का प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से नवा रायपुर से दुर्ग के लिए शुरू किए जाने वाले लाइट मेट्रो सर्विस के लिए प्रधानमंत्री से सहयोग भी मांगा है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बताया कि सितंबर माह में जी-20 के चौथे स्थायी वित्त कार्य समूह की बैठक छत्तीसगढ़ में होने वाली है। इसकी तैयारी को लेकर प्रधानमंत्री से चर्चा की गयी। उन्होंने बताया कि बैठक को लेकर प्रधानमंत्री से मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ है। श्री बघेल ने बताया कि मैंने जी-20 के अतिथियों के लिए विश्व स्तर की व्यवस्था के लिए प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछली मुलाक़ात में मिलेट मिशन पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने रायपुर में मिलेट कैफे शुरू किए जाने का सुझाव दिया गया था। उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि इस पर अमल करते हुये रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों में मिलेट कैफे की शुरुआत की गयी है।
रायपुर । शौर्यपथ । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा के दौरान बताया कि प्रधानमंत्री जी ने सीएम हाउस भिलाई में आयोजित होली महोत्सव का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने होली पर फाग गाते हुए आपको देखा। आप साथियों के साथ होली का त्यौहार मना रहे थे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मुलाकात के दौरान होली की बधाई भी दी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने होली पर अपने भिलाई निवास में साथियों के साथ रंग-गुलाल खेला और ढोल नगाड़ों के साथ फाग गीत भी खूब गाये थे। इस आयोजन का वीडियो प्रधानमंत्री जी ने भी देखा और इसका जिक्र मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान भी किया।
राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन से विभिन्न शासकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने की सौजन्य भेंट*
रायपुर । शौर्यपथ । राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन नेे राज्य के विभिन्न शासकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से प्रदेश के विश्वविद्यालयों की गतिविधियों, समस्याओं आदि की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने विश्वविद्यालयों की नैक (एन.ए.ए.सीं.) ग्रेडिंग, विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की संख्या, दर्ज विद्यार्थियों की संख्या आदि की जानकारी ली। उन्होंने कुलपतियों को विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के हरसंभव उपाय करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने राज्यपाल के सचिव श्री अमृत कुमार खलखो को विभिन्न विश्वविद्यालयों के लम्बित दीक्षांत समारोहों की जानकारी लेकर विश्वविद्यालयों में शीघ्र ही समारोह का आयोजन करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह, विद्यार्थियों के जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव होता है। इसका प्रभाव विद्यार्थियों के भविष्य पर पड़ता है। दीक्षांत समारोह समय पर आयोजित किए जाएं ताकि उनके शिक्षा एवं कैरियर में किसी प्रकार की हानि न हो।
राज्यपाल श्री हरिचंदन ने कहा कि विश्वविद्यालयांे की समस्याओं आदि के संबंध में उन्हें राजभवन सचिवालय के माध्यम से प्रतिवेदन प्रेषित किए जाएं ताकि राज्य शासन से समन्वय के जरिए इन समस्याओं का निराकरण किया जा सके। उन्होंनेे आगामी दीक्षंात समारोहों के संबंध में कार्ययोजना बनाकर राजभवन सचिवालय को प्रेषित करने को कहा।
इस अवसर पर 12 शासकीय विश्वविद्यालयो पं. रविशंकर विश्वविद्यालय, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़, स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई, पं. सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय बिलासपुर, शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय, जगदलपुर, संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय सरगुजा, दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय अंजोरा, डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंतर्राष्ट्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग महात्मागंाधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, पाटन, शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय, रायगढ़ ंके कुलपति एवं 05 निजी विश्वविद्यालय सी.वी.रमन विश्वविद्यालय,बिलासपुर, आई.सी.एफ.ए.आई. दुर्ग. एमिटी विश्वविद्यालय,रायपुर, ओ.पी.जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़, के.के.मोदी विश्वविद्यालय,दुर्ग के कुलपति और निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. उमेश मिश्रा एवं सदस्यों ने मुलाकात की एवं राज्यपाल श्री हरिचंदन को होली की शुभकामनाएं दीं।
मुलाकात के दौरान पं. रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति ने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी दी और बताया कि इसी माह दीक्षंात समारोह प्रस्तावित है। तत्पश्चात् राज्यपाल श्री हरिचंदन ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति को कृषि अनुसंधान का लाभ किसानों तक पहुंचाने की दिशा में विशेष प्रयास करने को कहा । साथ ही उन्होंने कृषि शिक्षा के प्रति विद्यार्थियों का रूझान बढ़ाने की दिशा में उपाय करने को भी कहा।
*योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए बजट में 100 करोड़ रूपए का प्रावधान*
*किसानों को सालाना प्रति एकड़ 15 से 50 हजार रूपए तक की आय*
रायपुर । शौर्यपथ । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा राज्य में वृक्षों के व्यवसायिक उपयोग को बढ़ावा देने की अपार संभानाओं को देखते हुए ‘‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’’ को लागू किए जाने की घोषणा की गई है। योजनांतर्गत कृषकों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से कृषकों की सहमति पर उनके भूमि पर वाणिज्यिक वृक्षारोपण किया जाना है। राज्य में इसके सफल क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा वर्ष 2023-24 के प्रस्तुत बजट में 100 करोड़ रूपए की राशि का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा वाणिज्यिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ में ‘‘मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना’’ लागू किये जाने की घोषणा उपरान्त छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना की क्रियान्वयन की तैयारी में वन विभाग जुट गया है और तैयारियां जोरो पर है। वन विभाग द्वारा वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के कुशल मार्गदर्शन और वन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज पिंगुआ के निर्देशन में अब तक 19 हजार से अधिक हितग्राहियों के लगभग 30 हजार एकड़ निजी भूमि में वृक्षारोपण हेतु पंजीयन किया जा चुका है।
*इस वर्ष 12 प्रजाति के वृक्षों का 30 हजार एकड़ रकबे में होगा रोपण*
इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री संजय शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजनांतर्गत राज्य में इस वर्ष 12 प्रकार के प्रजाति के वृक्ष का 30 हजार एकड़ रकबे में रोपण किया जाएगा। इनमें से क्लोनल यूकलिप्टस का 17 हजार 182 एकड़ में, रूटशूट टीक का 6 हजार 456 एकड़ में, टिश्यू कल्चर का 2 हजार 617 एकड़ में, चंदन का 1 हजार 462 एकड़ में, मेलिया दुबिया का 8 सौ 34 एकड़ में, सामान्य बांस का 7 सौ 37 एकड़ में, टिश्यू कल्चर बम्बू का 6 सौ 7 एकड़ में, रक्त चंदन का 1 सौ 26 एकड़ में, आमला का 43 एकड़ में, खमार का 40 एकड़ में, शीशम का 20 एकड़ में तथा महानीम का 20 एकड़ रकबे में लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
*मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजनांतर्गत 5 वर्षाे में 1 लाख 80 हजार एकड़ में 15 करोड़ वृक्षारोपण का लक्ष्य*
मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना अंतर्गत किसान, इच्छुक भूमि स्वामी, शासकीय, अर्ध शासकीय एवं शासन के स्वायत्त संस्थाएं, निजी शिक्षण संस्थाएं, निजी ट्रस्ट, पंचायत तथा भूमि अनुबंध धारक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। राज्य शासन द्वारा 1 वर्ष में 36 हजार एकड़ तथा 5 वर्षाे में 1 लाख 80 हजार एकड़ क्षेत्रफल में कुल 15 करोड़ वृक्षारोपण करने का लक्ष्य रखा गया है।इस योजनांतर्गत राज्य शासन द्वारा 5 एकड़ तक वृक्षारोपण हेतु 100 प्रतिशत अनुदान तथा 5 एकड़ से अधिक क्षेत्र में वृक्षारोपण हेतु 50 प्रतिशत वित्तीय अनुदान देगी। चिन्हित वृक्ष प्रजातियों की खरीदी हेतु न्यूनतम क्रय मूल्य का निर्धारण भी शासन द्वारा किया जाएगा। 5 वर्षाे में रोपित सभी प्रजातियो के वृक्ष परिपक्व होने पर उनका मूल्य 10 हजार करोड़ रुपये होने की सम्भावना है। इस योजना से किसानों को प्रति एकड़ प्रतिवर्ष 15 हजार से 50 हजार रूपए तक की आय सम्भावित है। इसके अतिरिक्त कार्बन क्रेडिट के माध्यम से भी किसानों को अतिरिक्त आय होगी।
मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना अंतर्गत समस्त वर्ग के सभी इच्छुक भूमि स्वामी पात्र होंगे। इसके अलावा शासकीय, अर्धशासकीय तथा शासन के स्वायत्व संस्थान जो अपने स्वयं के भूमि पर रोपण करना चाहते हैं, पात्र होंगे। इसी तरह निजी शिक्षण संस्थाएं, निजी ट्रस्ट, गैर शासकीय संस्थाएं, पंचायतें, भूमि अनुबंध धारक, जो अपने भूमि में रोपण करना चाहते हैं, वे पात्र होंगे। मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में वाणिज्यिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देना है। इसके तहत राज्य के सभी कृषकों, शासकीय, गैर शासकीय, अर्धशासकीय, पंचायतें, अथवा स्वायत्व संस्थानों की भूमि पर वाणिज्यिक प्रजातियों के वृक्षारोपण उपरांत सहयोगी संस्था, निजी कंपनियों के माध्यम से निर्धारित समर्थन मूल्य पर वनोपज के क्रय की व्यवस्था करते हुए एक सुदृढ़ बाजार व्यवस्था आदि सुनिश्चित करना है।
रायपुर । शौर्यपथ । राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन से आज यहां राजभवन में नेताजी सुभाषचंद्रबोस राज्य पुलिस अकादमी, चंदखुरी, रायपुर के निदेशक श्री रतनलाल डांगी के नेतृत्व में भारतीय पुलिस सेवा के सात परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने भेंटकर उनका अभिवादन किया।
राज्यपाल श्री हरिचंदन ने परिवीक्षाधीन अधिकारियों को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी और कहा कि भगवान जगन्नाथ आपको सुखी रखें। उन्होंने अधिकारियों से अपना कर्तव्य भली-भांति निभाते हुए देश और समाज की सेवा करने को कहा। उन्होंने कहा कि पुलिस को आम जनता से, मित्रवत् व्यवहार करना चाहिए। पुलिस को वन्चित वर्ग के लोगो से, आम जनता स,े विद्यार्थियों से, आदि से नियमित रूप से मिलना चाहिए और उनकी समस्याएं जानना चाहिये।
राज्यपाल श्री हरिचंदन ने कहा बतौर पुलिस अधिकारी अपका व्यवहार ऐसा होना चाहिये कि लोग अपनी समस्याओं के समाधान हेतु निर्भीक होकर न्याय पाने के उद्देश्य से आपके पास आ सके और उनकी समस्याओं को दूर कर न्यायोचित निर्णय लें। दोषियों के प्रति कठोर और निर्दोष के प्रति संवेदना पूर्वक कार्य करने से पुलिस व्यवस्था के प्रति लोगों का विश्वास और अधिक मजबूत होगा।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक, राज्य पुलिस अकादमी श्री जयंत वैष्णव, भी उपस्थित थे।
रायपुर । शौर्यपथ ।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में अधोसंरचना विकास एवं पूजीगत व्यय को प्रोत्साहित करने के लिए लोक निर्माण विभाग के बजट में कुल 07 हजार 651 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। लोक निर्माण के बजट में शहरी एवं ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में अधोसंरचना के विकास का खास खयाल रखा गया है।
*लोक निर्माण विभाग के बजट के खास प्रावधान*
बजट में राज्य मार्गों के निर्माण हेतु 180 करोड़ रूपए, मुख्य जिला सड़कों के निर्माण हेतु 378 करोड़ रूपए , ग्रामीण मार्गो के निर्माण हेतु 735 करोड़ रूपए, वृहद एवं मध्यम पुलों के निर्माण हेतु 629 करोड़ रूपए तथा रेलवे ओवरब्रिज निर्माण हेतु 50 करोड़ रूपए का प्रावधान है।
लोक निर्माण विभाग के बजट में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 1377 नवीन निर्माण कार्य प्रस्तावित है। इसमें 1081 सड़क कार्य हेतु 579 करोड़ रूपए, 272 वृहद एवं मध्यम पुल कार्य हेतु 149 करोड़ रूपए तथा 24 नवीन शासकीय विश्रामगृह के निर्माण हेतु 09 करोड़ रूपए का प्रावधान है। 50 रेलवे ओवरब्रिज निर्माण, सर्वेक्षण, भू-अर्जन एवं यूटिलिटी कार्य हेतु कुल 29 करोड़ 95 लाख रूपए का प्रावधान है।
बजट में विभिन्न शासकीय भवनों जैसे स्कूल-कॉलेज, स्वास्थ्य केन्द्र, आंगनबाड़ी इत्यादि को पक्की सड़क से जोड़ने हेतु पहुंच मार्ग निर्माण की मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना में 150 करोड़ रूपए का प्रावधान है।
एशियन विकास बैंक की सहायता से निर्माणाधीन सड़क विकास परियोजनाओं के लिए 793 करोड़ रूपए का प्रावधान है। ए.डी.बी. फेस-4 परियोजना अंतर्गत 17 सड़कों के सर्वेक्षण एवं निर्माण कार्य के लिए नवीन मद के रूप में 43 करोड़ रूपए का प्रावधान है। बजट में नाबार्ड की सहायता से ग्रामीण मार्गों के निर्माण हेतु 150 करोड़ रूपए का प्रावधान है।
राम वन गमन पथ के मार्गों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने तथा मार्गों पर संकेतकों व प्रतीकों के विकास के लिए नवीन मद में 02 करोड़ रूपए का प्रावधान है। इसके साथ ही राजधानी रायपुर के हृदय स्थल में प्रवाहित खारून नदी पर रिवर फ्रंट का विकास किया जाएगा। इसमें नदी के तटों पर पक्के निर्माण कार्य एवं सौंदर्यीकरण के कार्य किए जाएंगे। इस प्रकार पूरे तट क्षेत्र का व्यवसायिक उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा जिसके लिए 10 करोड़ रूपए का प्रावधान है।
बजट में रायपुर के जी.ई. रोड रोड पर शारदा चौक से तात्यापारा चौक तक सड़क चौड़ीकरण के लिए 10 करोड़ रूपए का प्रावधान है। इसके साथ ही बजट में रायपुर में तेलीबांधा फ्लाईओवर के निर्माण हेतु नवीन मद में प्रावधान है।
कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों के बजट में हुई बढ़ोत्तरी*
*26 लाख से अधिक किसानों को 6,800 करोड़ की मिलेगी आदान सहायता*
*स्वावलंबी गौठानों समिति के अध्यक्ष-सदस्यों को मिलेगा मानदेय*
*छुईखदान की पान खेती को मिलेगी नयी पहचान*
रायपुर । शौर्यपथ । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा राज्य सरकार के बजट में राज्य की सबसे बड़ी आबादी किसानों और उनसे जुड़े कृषि और अन्य क्षेत्रों को अधिक मजबूत करने के ठोस कदम उठाये गए हैं। खाद-बीज की गुणवत्ता नियंत्रण के लिए विशेष पहल की गई है। किसानों को देश-दुनिया में कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचार से परिचित होने के लिए भी पहल की गई है। साथ ही राज्य में स्वावलंबी गौठानों को प्रोत्साहित करने के लिए तथा पशुधन की सुरक्षा के लिए विशेष प्रयास किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार का 1 लाख 21 हजार 500 करोड़ का जो बजट प्रस्तुत किया। उसमें कृषि क्षेत्र को विशेष महत्व दिया गया है। बजट राशि की दृष्टि से कृषि विभाग को स्कूल शिक्षा तथा पंचायत ग्रामीण विभाग के बाद तीसरा महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। अकेले कृषि विभाग के लिए 10 हजार 70 करोड़ रूपये का प्रावधान है।
वर्ष 2023-24 के बजट में कृषि एवं संबंध क्षेत्रों के लिए 23 हजार 215 करोड़ रूपए का बजट का प्रावधान किया गया है। यह कुल बजट का 19.11 प्रतिशत है। इसमें पिछले चार वर्षों में लगातार कृषि क्षेत्र में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत किसानों को आदान सहायता प्रदान करने के लिए 6 हजार 800 करोड़ की राशि का प्रावधान है, जिससे 26 लाख 41 हजार किसानों को सीधा फायदा पहुंचेगा।
राज्य में गुणवत्तायुक्त फसल उत्पाद की पैदावार हो इसके लिए आवश्यक है कि बीजों और उर्वरक की गुणवत्ता भी नियंत्रित हो, इसके लिए रायपुर में सीड लॉ इन्फोर्समेंट के लिए रायपुर में नवीन प्रयोगशाला की स्थापना की जा रही है। इसके अलावा राजनांदगांव और रायगढ़ जिले में नवीन उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगशाला की स्थापना की जा रही है। साथ ही रायपुर के उर्वरक प्रयोगशाला को अतिरिक्त सेटअप से सुसज्जित किया जा रहा है। इससे हम उर्वरकों की गुणवत्ता नियंत्रित करने में अधिक मजबूती से काम कर सकेंगे।
बजट में प्रदेश में गन्ना उत्पादक को बढ़ावा देने के लिए गन्ना उत्पादक किसानों को प्रोत्साहन राशि प्रदान करने के लिए 60 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। वहीं जिला राजनांदगांव के ग्राम आलीवारा एवं सरगुजा जिला के ग्राम केवरा में किसान सुविधा केन्द्र की स्थापना की जाएगी, जिससे किसानों को आवश्यक सुविधा सलाह मिलेगी।
प्रदेश के गौठानों में 50 प्रतिशत गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं। इन गौठान समिति के अध्यक्ष को 750 रूपये और सदस्य को 500 रूपये प्रोत्साहन राशि दी जाने की घोषणा की गई है। इससे अन्य गौठान स्वावलंबी होने के लिए प्रेरित होंगे। गोधन न्याय योजना के लिए 175 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। जिससे राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना को गति मिलेगी।
पशुधन के उपचार देख-भाल के लिए राजधानी रायपुर के ग्राम दतरेंगा में राज्य पशु गृह एवं पशु-रूग्णावास की स्थापना की जा रही है, जिसके सेटअप और इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए दो करोड़ से अधिक राशि दी गई है। नये जिलों में पशु रोग के अनुसंधान हेतु 17 नवीन पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला स्थापना की जा रही है।
उद्यानिकी किसान नवीन तकनीकों से परिचित हो, इसके लिए नवा रायपुर अटल नगर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी। जिसके लिए दो करोड़ से अधिक राशि का प्रावधान किया जा रहा है। हमारे किसान हाई टेक हो, इसके लिए गंड़ई में हाई टेक नर्सरी स्थापित की जाएगी। छुईखदान पारंपरिक रूप से पान की फसलों के लिए जाना जाता रहा है। इसे प्रोत्साहित करने के लिए और इसके पुनरूद्धार के लिए पान अनुसंधान स्थापना और और इसके लिए दो करोड़ रूपए से बजट देने की गई है।
हमारा प्रदेश मछली पालन के क्षेत्र में देश में एक नयी पहचान के रूप में जाना जा रहा है। इस पहचान को अग्रिम बनाने के लिए दुर्ग जिले के ग्राम किकिरमेटा, जिला सुकमा के ग्राम दुब्बाटोटा और बालोद में 03नवीन मत्स्य प्रक्षेत्र एवं हेचरी की स्थापना की जा रही है।
सिंचाई योजनाओं के लिए वर्ष 2023-24 के बजट में वृहद सिंचाई योजना के 218, मध्यम सिंचाई योजना के 75, लघु सिंचाई योजना के 840, एनीकट-स्टॉप डैम के 598 तथा बाढ़ नियंत्रण संबंधी 256 नवीन कार्यों के लिए प्रावधान किया गया है।