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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
भिलाई नगर/ शौर्यपथ / नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग मच्छरों से होने वाली बीमारियां जैसे डेंगू, मलेरिया से बचाव व रोकथाम के लिए जन समुदाय में जागरूकता लाने तथा मौसमी जल जनित बीमारियों उल्टी-दस्त, पीलिया, डायरिया, टाइफाइड से बचाव रोकथाम और महामारी नियंत्रण के साथ ही ग्रीष्म ऋतु में लू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग से आए हुए एक्सपर्ट ने कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया। नगर निगम आयुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया था। कर्मचारियों को प्रशिक्षण देते हुए जिला महामारी विशेषज्ञ रितिका सोनवानी, ट्रेनिंग ऑफिसर हितेंद्र कोसरे तथा लकी दुबे ने बीमारियो के लक्षण उभरने तथा इसके उपचार कराने और बचाव के उपाय भी बताए गए। इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा भी मौजूद रहे।
डेंगू की रोकथाम के लिए यह उपाय अपनाएं घर एवं आसपास पानी जमा न होने दें, पानी जमा होने वाले स्रोतों को नष्ट करें। जमे हुए पानी में जला हुआ मोबिल ऑयल तथा मिट्टी तेल का छिड़काव अवश्य करें। मच्छर से बचने मच्छरदानी का उपयोग करें।
मच्छरों को कम करने के लिए इन पौधों को करें रोपण आवासीय क्षेत्र में मच्छरों को कम करने के लिए तुलसी, कृष्ण तुलसी, ओडोमॉस, पुदीना, दमनक, अजवाइन, मरीच, लहसुन, गेंदा तथा लेमनग्रास के पौधों को घरों में लगा सकते हैं।
दुर्ग । शौर्यपथ । नगर निगम में अधिकारियों कर्मचारियों ने होली मिलन समारोह मनाया। जिसमें विधायक अरुण वोरा, मेयर धीरज बाकलीवाल,कमिश्नर लोकेश चन्द्राकर, सभापति राजेश यादव,नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा, समेत पार्षद,एल्डरमेन व अधिकारियों और कर्मचारियों ने जमकर होली खेली,निगम रंगों से सराबोर रहा। समारोह में जहां अबीर गुलाल उड़े, वहीं चुटकले और कविताओं ने भी समां बांध दिया। विधायक अरुण वोरा एवं मेयर धीरज बाकलीवाल ने सभी पार्षदों,नागरिकों और अधिकारियों-कर्मचारियों को होली पर्व की शुभकामनाएं दी। वहीं होली पर्व को शांतिपूर्वक मनाने की अपील की। विधायक एवं मेयर बोले, होली का रंग सद्भाव और स्नेह का संदेश देती है।होली के रंगों के साथ नाचे पार्षद,अधिकारी व कर्मचारी, उन्होंने सभी शहरवासियों को होली पर्व को शांति और सद्भाव के साथ मनाने की अपील की। निगमायुक्त लोकेश चन्द्राकर ने कहा कि होली के रंगों ने नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों में एक ऐसी उमंग और उत्साह का संचार है,आयुक्त ने सभी के साथ होली खेली और शुभकामनाएं प्रेषित की।कार्यक्रम में लोगो ने जमकर धमाल मचाया,मौज मस्ती करते हुए गुलाल उड़ाया।सभी ने पकोड़ी और लजीज व्यंजनों का आनंद लिया।होली मिलन समारोह में होली के पर्व का खुमार लोगो के सिर चढ़कर बोल रहा है।इस अवसर पर अब्दुल गनी,संजय कोहले,दीपक साहू,मनदीप सिंह भाटिया,भोला महोविया,मदन जैन, राजकुमार नारायण,पार्षद श्रद्धा सोनी,बिजेंद्र भारद्वाज,मनीष साहू,निर्मला साहू,भास्कर कुंडले,ज्ञानदास बंजारे, काशीराम कोसरे,प्रकाश जोशी,कमल देवांगन,संतीश देवांगन,चंद्रशेखर चन्द्राकर,काशीराम कोसरे,मनीष साहू,अजय गुप्ता,कृष्णा देवांगन,हरीश साहू, पूर्व पार्षद प्रकाश गीते,कुलेश्वर साहू,कन्या ढीमर, समेत अधिकारी कर्मचारीगण मौजूद थे।
रायपुर । शौर्यपथ । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज रायपुर प्रेस क्लब द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह में शामिल हुए। राजधानी रायपुर के मोतीबाग स्थित प्रेस क्लब भवन में आयोजित होली मिलन समारोह में मुख्यमंत्री के साथ सांसद श्री सुनील सोनी, संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ गृह राज्य निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा भी उपस्थित थे। मंच पर पहुंचने पर रायपुर प्रेस क्लब के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल का स्वागत गुलाल लगाकर और लौकी, कटहल और भाटा की माला पहनाकर किया।
मुख्यमंत्री ने सभी पत्रकारों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि होली रंगों और खुशियों का त्यौहार है। चाहे अमीर हो या गरीब सभी होली मनाते हैं। बच्चों, बुजुर्गों सभी को इस त्यौहार का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री बघेल होली के रंग में सराबोर नजर आए और मंच से उन्होंने फाग गीत गाते हुए पत्रकारों के साथ होली मनायी। मुख्यमंत्री ने चलो बिरज में खेलें गुलौवा, राधे बिना होली न होए... फाग गीत गाया। मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रेस क्लब की ओर से महिला पत्रकारों को भी सम्मानित किया।
रायपुर प्रेस क्लब द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह में रायपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री दामू आम्बेडारे, कोषाध्यक्ष सुश्री शगुफ्ता सरीन सहित प्रेस क्लब के पदाधिकारी सर्वश्री संजय गुप्ता, मनोज नायक, भोलाराम सिन्हा, जावेद खान और बड़ी संख्या में प्रेस क्लब के पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित थे।
रायपुर । शौर्यपथ । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज रंगों के पर्व होली के अवसर पर राजधानी रायपुर के सुभाष स्टेडियम में आयोजित होली मिलन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने निगम परिवार द्वारा आयोजित समारोह में प्रदेशवासियों, निगम के पदाधिकारियों, अधिकारियों-कर्मचारियों, सफाई कामगारों को होली पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी। महापौर ढेबर ने गौठान में महिला स्वसहायता समूहों द्वारा गोबर से बने गुलाल से तिलक लगाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का स्वागत किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि होली रंगों और खुशियों का त्यौहार है। जीवन में खुशियों के रंग लाने के लिए छोटे -बडे़, गरीब -अमीर सबको पुराने गिले-शिकावे भुलाकर सभी को त्यौहार मनाना चाहिए। तभी जीवन में खुशियों के रंग चढ़ेगा। उन्होंने कहा कि इस पर्व के दौरान शहर में सौहार्द्रपूर्ण अच्छा वातावरण रहे, बच्चे, बूढ़े, नौजवान सभी मिलकर इस पर्व को मनाएं और आपस में होली की खुशियां बांटे। मुख्यमंत्री ने नगर निगम के महापौर से कहा कि होली के पर्व के दौरान शहर की साफ-सफाई और पानी सप्लाई की व्यवस्था को सुचारू रखने की जरूरत है। क्योंकि इस पर्व में सबसे ज्यादा उपयोग पानी का होता है।
इस अवसर पर संसदीय सचिव और रायपुर पश्चिम विधायक श्री विकास उपाध्याय, रायपुर उत्तर विधायक श्री कुलदीप जुनेजा, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ खादी ग्रामोद्योग श्री राजेंद्र तिवारी, अध्यक्ष गौ सेवा आयोग श्री महंत रामसुंदर दास, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ योग आयोग श्री ज्ञानेश शर्मा, छत्तीसगढ़ अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेंद्र सिंह छाबड़ा और एमआईसी सदस्य एवं सभी पार्षद गण सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
26 लाख से अधिक किसानों को 6,800 करोड़ की मिलेगी आदान सहायता*
*स्वावलंबी गौठानों समिति के अध्यक्ष-सदस्यों को मिलेगा मानदेय*
*छुईखदान की पान खेती को मिलेगी नयी पहचान*
रायपुर । शौर्यपथ । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा राज्य सरकार के बजट में राज्य की सबसे बड़ी आबादी किसानों और उनसे जुड़े कृषि और अन्य क्षेत्रों को अधिक मजबूत करने के ठोस कदम उठाये गए हैं। खाद-बीज की गुणवत्ता नियंत्रण के लिए विशेष पहल की गई है। किसानों को देश-दुनिया में कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचार से परिचित होने के लिए भी पहल की गई है। साथ ही राज्य में स्वावलंबी गौठानों को प्रोत्साहित करने के लिए तथा पशुधन की सुरक्षा के लिए विशेष प्रयास किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार का 1 लाख 21 हजार 500 करोड़ का जो बजट प्रस्तुत किया। उसमें कृषि क्षेत्र को विशेष महत्व दिया गया है। बजट राशि की दृष्टि से कृषि विभाग को स्कूल शिक्षा तथा पंचायत ग्रामीण विभाग के बाद तीसरा महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। अकेले कृषि विभाग के लिए 10 हजार 70 करोड़ रूपये का प्रावधान है।
वर्ष 2023-24 के बजट में कृषि एवं संबंध क्षेत्रों के लिए 23 हजार 215 करोड़ रूपए का बजट का प्रावधान किया गया है। यह कुल बजट का 19.11 प्रतिशत है। इसमें पिछले चार वर्षों में लगातार कृषि क्षेत्र में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत किसानों को आदान सहायता प्रदान करने के लिए 6 हजार 800 करोड़ की राशि का प्रावधान है, जिससे 26 लाख 41 हजार किसानों को सीधा फायदा पहुंचेगा।
राज्य में गुणवत्तायुक्त फसल उत्पाद की पैदावार हो इसके लिए आवश्यक है कि बीजों और उर्वरक की गुणवत्ता भी नियंत्रित हो, इसके लिए रायपुर में सीड लॉ इन्फोर्समेंट के लिए रायपुर में नवीन प्रयोगशाला की स्थापना की जा रही है। इसके अलावा राजनांदगांव और रायगढ़ जिले में नवीन उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगशाला की स्थापना की जा रही है। साथ ही रायपुर के उर्वरक प्रयोगशाला को अतिरिक्त सेटअप से सुसज्जित किया जा रहा है। इससे हम उर्वरकों की गुणवत्ता नियंत्रित करने में अधिक मजबूती से काम कर सकेंगे।
बजट में प्रदेश में गन्ना उत्पादक को बढ़ावा देने के लिए गन्ना उत्पादक किसानों को प्रोत्साहन राशि प्रदान करने के लिए 60 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। वहीं जिला राजनांदगांव के ग्राम आलीवारा एवं सरगुजा जिला के ग्राम केवरा में किसान सुविधा केन्द्र की स्थापना की जाएगी, जिससे किसानों को आवश्यक सुविधा सलाह मिलेगी।
प्रदेश के गौठानों में 50 प्रतिशत गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं। इन गौठान समिति के अध्यक्ष को 750 रूपये और सदस्य को 500 रूपये प्रोत्साहन राशि दी जाने की घोषणा की गई है। इससे अन्य गौठान स्वावलंबी होने के लिए प्रेरित होंगे। गोधन न्याय योजना के लिए 175 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। जिससे राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना को गति मिलेगी।
पशुधन के उपचार देख-भाल के लिए राजधानी रायपुर के ग्राम दतरेंगा में राज्य पशु गृह एवं पशु-रूग्णावास की स्थापना की जा रही है, जिसके सेटअप और इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए दो करोड़ से अधिक राशि दी गई है। नये जिलों में पशु रोग के अनुसंधान हेतु 17 नवीन पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला स्थापना की जा रही है।
उद्यानिकी किसान नवीन तकनीकों से परिचित हो, इसके लिए नवा रायपुर अटल नगर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी। जिसके लिए दो करोड़ से अधिक राशि का प्रावधान किया जा रहा है। हमारे किसान हाई टेक हो, इसके लिए गंड़ई में हाई टेक नर्सरी स्थापित की जाएगी। छुईखदान पारंपरिक रूप से पान की फसलों के लिए जाना जाता रहा है। इसे प्रोत्साहित करने के लिए और इसके पुनरूद्धार के लिए पान अनुसंधान केंद्र की स्थापना जाएगी , इसके लिए दो करोड़ रूपए का बजट प्रावधान किया गया है।
हमारा प्रदेश मछली पालन के क्षेत्र में देश में एक नयी पहचान के रूप में जाना जा रहा है। इस पहचान को अग्रिम बनाने के लिए दुर्ग जिले के ग्राम किकिरमेटा, जिला सुकमा के ग्राम दुब्बाटोटा और बालोद में 03नवीन मत्स्य प्रक्षेत्र एवं हेचरी की स्थापना की जाने का प्रावधान किया गया है।
सिंचाई योजनाओं के लिए वर्ष 2023-24 के बजट में वृहद सिंचाई योजना के 218, मध्यम सिंचाई योजना के 75, लघु सिंचाई योजना के 840, एनीकट-स्टॉप डैम के 598 तथा बाढ़ नियंत्रण संबंधी 256 नवीन कार्यों के लिए प्रावधान किया गया है।
रायपुर शौर्यपथ । सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम की अध्यक्षता में 6 मार्च को सहकारिता विभाग की प्रदेश स्तरीय समीक्षा बैठक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रायपुर के सभागार में आयोजित की गई। मंत्री डॉ. टेकाम ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सहकारी बैंकों में एटीएम की स्थापना और समितियों में गोदाम निर्माण का कार्य निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण किया जाए।
समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में सहकारी बैंकों की कुल 325 शाखाएं है, जिसमें 145 एटीएम संचालित हैं। 115 नवीन एटीएम लगाये जाने की जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि अब तक 42 एटीएम की स्थापना हो चुकी है। मंत्री डॉ. टेकाम ने संबंधित अधिकारियों को शेष 73 एटीएम और नवीन 725 सहकारी समितियों में माइक्रो एटीएम 30 अप्रैल तक लगाये जाने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि छत्तीसगढ़ में 2058 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियां है, जिसमें से 1333 समितियों में माइक्रो एटीएम प्रदाय किया गया था। नाबार्ड सहायता अंतर्गत आरआईडीएफ योजना से 725 गोदाम निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर 73.53 करोड़ रूपये निर्माण एजेंसियों को प्रदाय कर दिया गया है। जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि 662 गोदाम निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया है। मंत्री डॉ. टेकाम ने बैठक में सभी जिला उप-पंजीयकों को इन गोदामों का निर्माण कार्य 30 जून 2023 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने रायपुर, सरगुजा संभाग एवं मुंगेली जिले में गोदाम निर्माण की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त किया। सभी संयुक्त पंजीयक को इन निर्माणाधीन गोदामों का भौतिक सत्यापन कराते हुए प्रति सप्ताह रिपोटिंग करने के भी निर्देश दिए। बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि 725 गोदाम का निर्माण समय-सीमा में पूर्ण कर लिया जाए। बैठक में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक माह में एक बार संचालक मंडल की बैठक कर कार्यों की समीक्षा की जाए।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि समिति स्तर पर कम्प्युटराइजेशन योजना के क्रियान्वयन के लिए 2028 सोसाइटियों का चयन पैक्स कम्प्युटराइजेशन हेतु किया गया है। साथ ही नेशनल डॉटाबेस के अनुरूप दस्तावेजों का संधारण किया गया है। सभी संयुक्त पंजीयकों को कॉमन एकाउटिंग प्रणाली पर टेªनिंग तथा सतत् मानिटरिंग करने कहा गया। इसके लिए समितियों के समस्त लेखा पत्रकों में दर्ज कर उनका 31 मार्च 2023 तक मिलान सुनिश्चित किया जाए।
बस्तर एवं सरगुजा संभाग में बैंकिंग विस्तार की समीक्षा में कोरिया तथा सूरजपुर जिले में आडिट की स्थिति पर असंतोष व्यक्त किया गया। अंबिकापुर में महिला समिति के आफ लाईन पंजीयन करने पर संयुक्त पंजीयक अंबिकापुर संभाग तथा उप पंजीयक जिला अंबिकापुर को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिए गए। बैठक में सहकारी शक्कर कारखाना का संचालन, पेराई एवं गन्ना क्रय राशि भुगतान, मंडी बोर्ड से पंडरिया एवं अंबिकापुर शक्कर कारखाना में गोदाम निर्माण तथा मोलासिस टैंक निर्माण की प्रगति, कोण्डागांव में मक्का प्रोसेसिंग यूनिट संयंत्र एवं कवर्धा में निर्माणाधीन ईथेनाल प्लाट की स्थिति की भी समीक्षा की गई।
बैठक में सचिव सहकारिता श्री हिम शिखर गुप्ता, पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्री नरेन्द्र कुमार दुग्गा सहित अपर पंजीयक श्री हितेष दोषी एवं श्री एच. के. नागदेव, उप सचिव सहकारिता श्री पी. एस. सर्पराज, संयुक्त पंजीयक श्री उमेश तिवारी, प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक श्री के. एन. कान्डे, सभी संभाग के संयुक्त पंजीयक, जिलों के उप पंजीयक, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों के मुख्यकार्यपालन अधिकारी, सहकारी शक्कर कारखानों के प्रबंध संचालक, अपेक्स बैंक के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
दुर्ग। शौर्यपथ । दुर्ग शहर के प्रथम नागरिक महापौर धीरज बाकलीवाल ने शहर वासियों को होली पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।उन्होंने कहा कि आपसी भाईचारा और सौहार्दपूर्ण का महापर्व होली सद्भावना से पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन सभी मिलजुल कर पर्व को उत्साह के साथ मनाते हैं। दुर्ग शहर में भी शांति और अमन का वातावरण बना रहे इसके साथ ही उन्होंने सभी को होली की बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने निगम के कर्मचारी-अधिकारियों को भी होली पर्व के अवसर पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। शहरवासियों के मंगल की कामना भी की है। इसके साथ ही महापौर ने होली पर्व के अवसर पर नागरिकों को पर्याप्त मात्रा में इस दिन पानी मिले इसके लिए उन्होंने जल कार्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित भी कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने अपील भी की है कि पानी की महत्ता को देखते हुए इसका सदुपयोग करते हुए पानी का उपयोग करें।
दुर्ग । शौर्यपथ । अय्यूब खान पूर्व अध्यक्ष लोकसभा युवा कांग्रेस दुर्ग ने बताया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा आज विधानसभा में पेश किये गए पांचवे बजट को शानदार बजट है ये बजट होली त्योहार के ठीक दो दिन पहले आया है जो प्रदेश वासियों को सरकार तरफ से उपहार की तरह है बीना किसी चीज को महगा किये बगैर छत्तीसगढ़ के विकास को और गति देने और जनता के लिये है ये बजट है
अय्यूब खान ने कहा कि यह सिद्ध की जनता के कल्याण के लिए से बनाया गया बजट है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस पावन बजट के लिए बधाई देते हुए सहित समूचे प्रदेशवासियों को भी जनकल्याणकारी बजट के लिए बधाई दी है।
इस बजट मे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, होमगार्ड के जवानों, ग्राम पटेल, मिडडे मील के रसोइये आदि वर्गों के मानदेय में बढ़ोतरी करने का प्रावधान करना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवेदनशीलता को दर्शाता है। सिंचाई सुविधा में पिछले चार साल से लगातार वृद्धि करने के बाद इस बार भी सिंचाई संसाधनों के तहत नरवा उन्नयन का प्रावधान किया गया है। इससे किसानों को सिंचाई की बेहतर सुविधा मिल सकेगी। अन्न का उत्पादन ज्यादा हो सकेगा। वाटर रीचार्जिंग की दिशा में भी उल्लेखनीय सकारात्मक नतीजे देखने मिलेंगे।
सुगम यातायात के लिए नई राजधानी नवा रायपुर से दुर्ग तक लाइट मेट्रो ट्रेन चलाने का प्रावधान कर मुख्यमंत्री ने लाखों दैनिक रेल सेवा यात्रियों को बड़ी राहत दी है। इसी तरह चार नए मेडिकल कालेज, आईटीआई के उन्नयन, 101 नए स्वामी आत्मानंद स्कूल खोलने के प्रावधानों से प्राथमिक शिक्षा से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शानदार बजट प्रावधानों से बच्चों, नौनिहालों और युवाओं को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।
अय्यूब खान ने कहा कि रीपा का उन्नयन, शहरी क्षेत्रों में औद्योगिक पार्क खोलने से रोजगार के अवसर मिलेंगे। बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा से युवा बेरोजगारों को बड़ी राहत मिलेगी।
पत्रकारों के लिए 25 लाख रुपए के ऋण पर ब्याज अनुदान की घोषणा कर मुख्यमंत्री ने राज्य के चौथे स्तंभ से जुड़े पत्रकार भाईयों को बड़ी राहत दी है। अय्यूब खान ने कहा कि पेश किये गए बजट में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यवासियों के लिए अनूठी सौगातों का पिटारा खोल दिया है। यह बजट राज्य के विकास में अहम रोल अदा करेगा।
दुर्ग। शौर्यपथ । कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा के निर्देशानुसार आबकारी आयुक्त श्री निरंजन दास व प्रबंध संचालक श्री ए. पी. त्रिपाठी उपायुक्त आबकारी अधिकारी नोहर सिंह ठाकुर, अनिमेष नेताम एवं जिला आबकारी अधिकारी अशोक सिंह के मार्गदर्शन में किया गया। विभाग द्वारा अवैध शराब धारण, विक्रय एवं परिवहन की सूचना पर त्वरित एवं विधिवत कार्यवाही कर 02 प्रकरण कायम किये गए। पहले प्रकरण में आरोपी मेघनाथ साहू आत्मज उमेंद्र साहू साकिन ग्राम मतवारी के एक्टिवा में एक सफेद रंग की प्लास्टिक थैली में 50 नग पाव देशी मदिरा प्लेन प्रत्येक पाव की क्षमता 180 उस कुल मात्रा 9.0 बल्क लीटर बरामद कर प्रकरण कायम किया गया। उक्त आरोपी के विरूद्ध प्रकरण कायम कर अग्रिम कार्यवाही हेतु आरोपी न्यायिक रिमांड मे लिया गया। दूसरे प्रकरण में छोटे घटिया खुर्द नहर किनारे थाना नंदिनी नगर में प्लास्टिक के बोरी में 147 नग पाव देशी मदिरा मसाला प्रत्येक पाव की क्षमता 180 एम.एल. कुल मात्रा 26.46 बल्क लीटर जब्त कर आरोपी संजू पारधी पिता कलीराम पारधी साकिन छोटे घटिया खुर्द, थाना नंदिनी नगर के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर विवेचना की जाकर जेल दाखिल किया गया।
कार्यवाही में सहायक जिला आबकारी अधिकारी श्री अशोक अग्रवाल, जेबा खान, आबकारी उप निरीक्षक भुनेश्वर सिंह सेंगर, सुश्री नीलम स्वर्णकार व रामानंद दीवान, मुख्य आरक्षक भोजराम रत्नाकर, आरक्षक संदीप तिर्की व महिला आरक्षक संगीता ध्रुव, चितेश्वरी धुव्र, वाहन चालक प्रकाश राव, कृष्ण कुमार कोसले, नोहर साहू कार्यवाही दौरान उपस्थित रहें। विभाग द्वारा 03 मार्च एवं 06 मार्च को कार्यवाही कर छ.ग. आबकारी अधिनियम 1915 की धाराओं के तहत कायम कुल 02 प्रकरणों में 35.46 बल्क लीटर मदिरा जप्त की गई है।
दुर्ग । शौर्यपथ । / छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल प्रक्षेत्र एवं संभाग दुर्ग द्वारा 06 मार्च को कुम्हारी कालोनी में शिविर का आयोजन किया गया जिसमें मण्डल के कुम्हारी कॉलोनी अंतर्गत निर्मित 20 एम.आई.जी. -। एवं 10 एम.आई.जी.-।। भवनों में निवासरत मेसर्स भगवती प्रसाद केड़िया कंपनी के तत्कालीन कर्मचारियों/कर्मचारियों के आश्रितजनों को मुख्यमंत्री के ओ.एस. डी. श्री मनीष बंछोर के द्वारा आबंटन आदेश प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष श्री राजेश्वर सोनकर, वार्ड पार्षद ओमनारायण वर्मा, मुख्य नगरपालिका अधिकारी जितेंद्र कुशवाहा, जिला प्रशासन से डिप्टी कलेक्टर श्री जागेश्वर कौशल, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल से अपर आयुक्त श्री एच.के.जोशी, उपायुक्त श्री आर.के.राठौर, कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर.ठाकुर एवं सम्पदा अधिकारी श्री डी. एस. उर्वशा उपस्थित रहे।
दुर्ग । शौर्यपथ । विगत वर्षों की परम्परा अनुसार इस वर्ष भी सत्तीचौरा में होलिका दहन में वैदिक होलिका दहन किया जावेगा जिसमें गौ माता के गोबर से बने कंडों, कपूर, देशी घी, लौंग, इलायची से ही होलिका दहन किया जावेगा..
सत्तीचौरा में होलिका दहन दिनाँक 7 मार्च को संध्या 7:30 किया जावेगा..
आयोजक समित्ति के प्रमुख योगेन्द्र शर्मा बंटी ने बताया कि छत्तीसगढ़ की धार्मिक नगरी दुर्ग के सत्तीचौरा में सभी पर्व ऐतहासिक रूप से बनाया जाता है, जिसमें होली पर्व विशेष है, होलिका दहन के दिन पूरे प्रदेश एवं देश में होलिका दहन में लकड़ियों के साथ साथ कई अन्य चीजें भी डाल देते हैं जिससे प्रदूषण फैलता है। लकडिय़ां भी अलग अलग तरह की होती है जिसका धुआं स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसे में दुर्ग के सत्तीचौरा में विगत 6 वर्षों स अनूठी पहल के तहत गोबर के कंडोंं से होलिका दहन किया जाता हैं, और आयोजको ने इस मुहिम को जनता तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। शहर एवं जिले के गौठान, गौ शाला, डेयरी संचालकों के साथ चर्चा कर इस बार होलिका में लकड़ियों की जगह गोबर के कंडों के इस्तेमाल पर जोर देने का आह्वान किया है। सभी इसके लिए तैयार भी हैं। शहर एवं जिले में अलग अलग स्थानों में बहुत कम मूल्य पर कंडे मिल जायेंगे, जोकि लकड़ी की कीमत से भी कम है, अब बस जरूरत है तो शहरवासियों के इसके प्रति जागरूक होने की।
जिले एवं प्रदेश के गौठान, गोशालाओं, डेयरी संचलको को मिलेगा संबल, आयोजक समित्ति द्वारा शुरू की गई इस पहल का एक यह भी उद्देश्य है कि गाय के गोबर से बनने वाले कंडे गोशालाओं, गौठान से लोगों को उपलब्ध हो जाएंगे। जिससे गोशालाओं, गौठान को संबल मिलेगा और गायों के लिए चारे पानी की व्यवस्था करने में आसानी होगी..
योगेन्द्र शर्मा बंटी ने बताया कि यदि सभी लोग होलिका में कंडों का उपयोग करना शुरू कर दे तो गोशालाओं, गौठान का कई महीनों का खर्च गाय के गोबर से ही उन्हें मिल जाएगा।
कंडो के जलने से निकलने वाले धुएं से हवा का होगा शुद्धिकरण होगा, पर्यावरण में प्रदूषण नहीं फैलेगा। आमतौर पर जो होलिका दहन लकड़ी से किया जाता है उसमें पर्यावरण प्रदूषण होता है। लेकिन गोबर के कंडों की होली पर्यावरण के लिए भी रक्षक रहेगी। गोबर के कंडे जलने पर ऑक्सीजन निकलती है | गौरतलब है कि यज्ञ हवन में भी गोबर के कंडों का इस्तेमाल होता है। इसका उद्देश्य वातावरण के शुद्धिकरण से है। जानकारों के अनुसार कंडों के जलने पर निकलने वाला धुआं वातावरण को साफ कर ऑक्सीजन में बढ़ोतरी करता है जिससे शहर में फैले प्रदूषण का असर कम होता है। जबकि दूसरी तरफ आम तौर पर लकड़ी जलाने से होलिका दहन में प्रदूषण बढ़ता है।
कंडों की होली जलने पर वातावरण शुद्ध होगा। हम तैयारी कर रहे हैं और हमारे पास कंडे तैयार भी हैं।
विगत 6 वर्षों से सत्तीचौरा में गोबर के कंडों से ही होलिका दहन किया जाता है, जो इस वर्ष भी होगा, इस वर्ष होलिका दहन के लिए दुर्ग शहर के गौठान से लगभग 1 हजार कंडे, सभी गौशाला से 2 हजार एवं डेयरी से 500 कंडे कुल लगभग 4000 कंडे से सत्तीचौरा में होलिका दहन किया जावेगा, इसके साथ साथ कपूर, लौंग, इलायची, भी होलिका दहन में जलाई जावेगी जिससे आस पास का वातावरण पूर्ण रूप से शुद्ध होगा,
आयोजको द्वारा गक्त वर्षों की तरह इस वर्ष भी होलिका माता एवं भक्त प्रह्लाद की चोटी छोटी मूर्ति बनवाई गई है जिसे होलिका दहन में रखा जावेगा, वर्तमान में चल रही परीक्षाओं को देखते हुए ढोल, लँगड़ा नही बजाया जावेगा, होलिका दहन के समय की आरती बस साइड सिस्टम के साथ होगी..
इस पूरे आयोजन में नरेंद्र गुप्ता, प्रहलाद रूंगटा, सुरेश गुप्ता, अजय शर्मा, राजू पुरोहित, राजेश शर्मा, राहुल शर्मा, पिंकी गुप्ता, ओमप्रकाश टावरी, वाशु सेक्सरिया, गोपाल शर्मा, दीपक पण्डा, आशीष मेश्राम, प्रकाश कश्यप, कृतज्ञ शर्मा, मोहित पुरोहित, ऋषि गुप्ता, चिंटू शर्मा, आकाश राजपूत, ईशान शर्मा, दीपक धर्मगुढ़ी, रवि राजपूत, संजय सेन, प्रकाश सिन्हा, बिट्टू यादव, मनीष सेन, सोनल सेन, निक्कू जायसवाल एवं अन्य गंजपारा वासी तैयारी में जुटे है..
दुर्ग। शौर्यपथ । प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तुत वार्षिक बजट पर जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भूपेश सरकार का
अंतिम बजट से सर्वहारा वर्ग की उम्मीदें बुरी तरह से टूट गई है, इसमें गांव और गरीबो की घोर उपेक्षा हुई है। सरकारी कर्मचारियों के लिए कोई नई घोषणा नही है इसके अलावा न तो दैनिक वेतनभोगी कर्मियों का ख्याल रखा गया और न ही झुग्गी झोपड़ी के श्रमिकों के हालत पर चिंता दिखाई गई।
भूपेश सरकार ने 1 लाख 21हजार 500 करोड़ रुपये से अधिक का बजट पेश किया है। राज्य निर्माण के प्रारंभिक साल में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी ने महज 4 हजार करोड़ का बजट प्रस्तुत किया था, दो दशक से अधिक के कालखण्ड में राज्य का बजट 28 गुना बढ़ गया पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बजट में न दीर्घकालीन योजनाओं का खाका खींचा गया है और न ही विकास के लिए कोई प्रतिबद्धता दिख रही है। बेरोजगारों के लिए बेरोजगारी भत्ता की घोषणा जरूर की गई है, मगर इसमें भी चालाकी दिखाते हुए छल किया गया है इस दायरे में वही आएगा जिसके परिवार की वार्षिक आय ढाई लाख से अधिक न हो, जबकि कांग्रेस के 2018 के घोषणापत्र में ऐसी कोई शर्त नहीं थी, मजे की बात यह है कि बेरोजगारी भत्ता मात्र दो साल के लिए दिया जाएगा जो कि बेरोजगारी और बेरोजगारों के लिए लॉलीपॉप के समान है। श्री वर्मा ने आगे कहा कि बेरोजगारी भत्ते के रूप में 4 साल 3 माह का बकाया बेरोजगारी भत्ता देने का कोई प्रावधान नहीं करते हुए बेरोजगारों के साथ कांग्रेस सरकार ने ठगी की है।
जिला भाजपा अध्यक्ष श्री वर्मा ने कहा कि महीनों से महंगाई भत्ता व वेतन विसंगति के लिए संघर्ष कर रहे राज्य के चार लाख कर्मचारियों को भूपेश के बजट 2023 में सिर्फ निराशा हाथ लगी है। किसानों व कृषि मजदूरों के लिए कोई नई घोषणा नही की गई। भूपेश बघेल ने इस बजट को जनता के भरोसे का बजट बताया है जबकि हकीकत यह है कि कांग्रेस के इस बजट जनता का भरोसा टूटा है।
छत्तीसगढ़ । शौर्यपथ । होली यानि रंगों और नाना प्रकार के पकवानों के इस त्योहार के दौरान खान-पान में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में उमंग और उत्साह के मौसम बसंत ऋतु में मनाए जाने वाले होली पर्व को आरोग्य के लिए महत्वपूर्ण पर्व माना गया है क्योंकि इस त्योहार में मन ईर्ष्या, द्वेष, शत्रुता, क्रोध जैसे मानसिक अवगुणों से मुक्त होकर प्रफुल्लित रहता है जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
शासकीय आयुर्वेद कॉलेज रायपुर के सह-प्राध्यापक डॉ. संजय शुक्ला ने बताया कि चूंकि इस समय वातावरण में अनेक पराग कण मौजूद रहते हैं जो एलर्जिक रोग पैदा करते हैं, इसलिए होलिका दहन में अगरू, आम, साल, नीम इत्यादि के सूखे पेड़ों की टहनियों तथा गूगुल, कपूर इत्यादि आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का उपयोग हवन के रूप में करना चाहिए ताकि वातावरण संक्रमण रहित हो सके। डॉ. शुक्ला ने बताया कि होली त्योहार के दौरान लोगों को रंग-गुलाल के साथ ही खान-पान में लापरवाही के कारण अनेक बार सेहत से जुड़ी समस्याओं से जूझना पड़ता है। इन दिनों बाजार में बिकने वाले अधिकांश रंग और गुलाल केमिकल और सिंथेटिक होते हैं जो अनेक बार आंख और त्वचा के लिए नुकसानदायक होते हैं। इसलिए रंग और अबीर के चयन में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
डॉ. शुक्ला ने बताया कि टेसू सहित अनेक वनस्पतियों जिससे प्राकृतिक रंग और गुलाल बनाया जाता है, उनमें औषधि गुण भी होते हैं। फलस्वरूप ये त्वचा और आंखों के लिए सुरक्षित होने के साथ ही चर्म रोगों में भी गुणकारी होते हैं। आजकल एरोमा थेरेपी यानि सुगंध से इलाज भी प्रचलन में है इसलिए सुगंध युक्त रंग-गुलाल से मन प्रसन्नचित्त हो जाता है जिससे होली का उमंग दोगुना हो जाता है। इसके अलावा मेहंदी और नीम की पत्तियों, गुड़हल, गेंदा, गुलाब, हरसिंगार फूल और नील पौधे की फलियों को उबालकर रंग व गुलाल बनाया जाता है। होली में हमें प्राकृतिक रंग और गुलाल का ही उपयोग करना चाहिए।
*होली और ग्रीष्म ऋतु में छाछ, नीबू, आंवला, बेल, खस का शरबत और गन्ना रस का उपयोग लाभकारी*
डॉ. संजय शुक्ला ने बताया कि होली के समय एवं बसंत ऋतु में आयुर्वेद पद्धति में पाचन तंत्र के लिए सुरक्षित और सुपाच्य आहार व पेय के विशेष निर्देश हैं। शीत ऋतु में शरीर में जमा कफ इस ऋतु में पिघलता है जिसका प्रभाव यकृत यानि लिवर में पड़ता है जो पाचन तंत्र से जुड़ा महत्वपूर्ण अंग है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के अनुसार इस ऋतु में गेहूं और मिश्रित आटे की रोटी, मूंग की दाल, खिचड़ी, हरी सब्जियां जैसे भिंडी, करेला, मुनगा यानि सहजन, भाजी, पुदीना, लहसुन, अदरक जैसे भोजन, सब्जियों और मसालों को अपने खान-पान में शामिल करना चाहिए। होली और ग्रीष्म ऋतु में छाछ, नीबू, आंवला, बेल, खस का शरबत और गन्ना रस का उपयोग करना चाहिए। लेकिन बाजार में बिकने वाले इन पेय पदार्थों के सेवन से परहेज करना चाहिए क्योंकि साफ-सफाई के अभाव में अनेक रोगों के संक्रमण का खतरा हो सकता है।
ग्रीष्म ऋतु में अंगूर, संतरा, मौसंबी, तरबूज और खरबूज जैसे रसीले व पानीदार फलों का सेवन करना चाहिए जो शरीर को निर्जलीकरण से बचाता है। लोगों को आसन्न गर्मी के लिहाज से होली त्योहार में अधिक वसायुक्त खाद्य पदार्थों, गरिष्ठ भोजन, मांसाहार, भांग इत्यादि मादक पदार्थों तथा शराब के सेवन से बचना चाहिए, अन्यथा अनेक रोगों का खतरा बढ़ सकता है जो रंग में भंग डाल सकता है। आयुर्वेद में बताए गए इन सावधानियों के पालन और खान-पान से होली का उमंग दोगुना हो सकता है।