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खेल / शौर्यपथ / इंग्लैंड के बल्लेबाज ओली पोप के बायें कंधे का स्कैन कराया जाएगा। वह पाकिस्तान के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच के चौथे दिन फील्डिंग करने के दौरान चोटिल हो गए थे। सर्रे के इस 22 वर्षीय बल्लेबाज के इसी कंधे का पिछले साल ऑपरेशन हुआ था और उन्हें तीन महीने तक बाहर रहना पड़ा था।
ओली पोप ने स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर चौका रोकने के लिए डाइव लगाई थी और इसके तुरंत बाद उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा। उनकी जगह जेम्स ब्रासी ने फील्डिंग किया था। ईएसपीएनक्रिकइन्फो के अनुसार इंग्लैंड के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड ने कहा, ''उनके कंधे पर फिर से चोट लगी है, जिसका स्कैन किया जाएगा और उसी के बाद हम चोट का सही आकलन कर पाएंगे।''
पोप ने इंग्लैंड की पहली पारी में तीन रन बनाए थे। इंग्लैंड ने आठ विकेट पर 583 रन बनाकर पारी समाप्त घोषित की थी। पाकिस्तान की टीम इसके जवाब में 273 रन पर आउट हो गई थी। बता दें कि बारिश और खराब रोशनी की वजह से इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन का खेल बार बार बाधित हुआ और समय से पहले खेल रोके जाने तक पाकिस्तान ने फॉलोआन खेलते हुए दो विकेट खोकर 100 रन बना लिए थे।
पूरे दिन में 56 ओवर ही फेंके जा सके। पाकिस्तान की टीम अभी भी इंग्लैंड के पहली पारी के स्कोर आठ विकेट पर 583 रन (घोषित) के स्कोर से 210 रन पीछे है और उसके आठ ही विकेट बाकी है। पाकिस्तान ने पहली पारी में 273 रन बनाए थे। चौथे दिन के आखिर में कप्तान अजहर अली 29 और बाबर आजम चार रन बनाकर खेल रहे थे।
खेल / शौर्यपथ/ आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2019 को खत्म हुए एक साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है। इस टूर्नामेंट को लेकर काफी चर्चा हो चुकी है। पिछले साल इंग्लैंड में हुए इस टूर्नामेंट में भारतीय क्रिकेट टीम फेवरेट थी। विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ग्रुप स्टेज में प्वॉइंट टेबल पर टॉप पर रही थी, लेकिन सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारने के बाद टीम वर्ल्ड कप से बाहर हो गई थी। इस मैच में भारत का टॉप ऑर्डर बुरी तरह फेल हो गया था। मिडिल ऑर्डर भी कुछ खास नहीं पाया था। सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी और रवींद्र जडेजा में ही भारत की कुछ उम्मीदें बची हुई थीं। फिर धोनी के रनआउट होने के बाद सबकुछ खत्म हो गया।
जब भी विश्व कप के बारे में कोई बहस होती है तो बातचीत टीम प्रबंधन की अक्षमता की ओर मुड़ जाती है, क्योंकि वह नंबर चार के बल्लेबाज की व्यवस्था नहीं कर पाया। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर भी इस बात से सहमत हैं कि भारत की सिर्फ यही गलती रही थी कि वह नंबर चार के लिए सही बल्लेबाज का चुनाव नहीं कर पाया।
सुनील गावस्कर ने इंडिया टुडे के साथ बातचीत में कहा, ''हमें जो देखने की जरूरत है, वह है कि हमारे पास नंबर 4, 5 और 6 में कौन बहुत अच्छे बल्लेबाज हैं। ऐसे कौन से बल्लेबाज हैं, जो
टॉप में भी बल्लेबाजी कर सकते हैं, लेकिन नंबर 1, 2 और 3 का स्थान भरा हुआ होने की वजह से वह मध्य क्रम में बल्लेबाजी कर रहे हैं। हमने 2019 विश्व कप में नंबर 4 पर सही बल्लेबाजी नहीं होने की गलती की। अगर हमारे पास वर्ल्ड कप में नंबर चार का सही बल्लेबाज होता तो शायद कुछ और ही कहानी होती।''
उन्होंने आगे कहा, ''भारत का टॉप 3 बल्लेबाजी लाइनअप शानदार है। वर्ल्ड कप के शुरुआती चरण में कई बार ऐसा हुआ कि नंबर 4 और 5 को बल्लेबाजी करने या लंबी पारी खेलने की जरूरत ही नहीं पड़ी। फिर अचानक आपके टॉप ऑर्डर के तीनों बल्लेबाज सस्ते में आउट हो चुका हैं और ऐसा ऑड मैच में हो सकता है। दुर्भाग्य के साथ भारत के साथ ऐसा नॉकआउट गेम में हुआ। और इसके बाद 4, 5 और 6 नंबर के बल्लेबाज टॉप ऑर्डर के नुकसान को संभाल नहीं पाए।
इंटरनैशनल क्रिकेट से हाल ही में रिटायर हुए सुरेश रैना ने भी वर्ल्ड कप में नंबर चार के बल्लेबाज के लिए अंबाती रायडू को बेस्ट च्वॉइस बताया था। उनका यकीन था कि अगर रायडू वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का हिस्सा होते तो हम वर्ल्ड कप जीत भी सकते थे।
सुरेश रैना ने क्रिकबज से कहा था, ''वह नंबर चार पर बहुत अच्छे थे। अगर वह वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा होते तो हम वर्ल्ड कप जीत सकते थे। जिस तरह वह सीएसके में खेलते हैं, रायडू नंबर चार के लिए बेस्ट च्वॉइस थे। वह आईपीए कैंप के दौरान भी शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे।''
खेल /शौर्यपथ / मोहम्मद नबी के ऑलराउंड खेल, रस्टन चेज और स्कॉट कुगलीन की शानदार गेंदबाजी से सेंट लूसिया जॉक्स ने कैरेबियाई प्रीमियर लीग (सीपीएल) मैच में सेंट कीट्स एंड नेविस पैट्रियट को 10 रन से हराया। इस जीत से डेरेन सैमी की अगुवाई वाली टीम प्वॉइंट टेबल में टॉप पर पहु्ंच गई है। उसके तीन मैचों में चार प्वॉइंट्स हैं, जबकि पैट्रियट को लगातार तीसरी हार का सामना करना पड़ा। पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर जॉक्स 12वें ओवर तक एक विकेट पर 102 रन बनाकर अच्छी स्थिति में था, लेकिन सलामी बल्लेबाज आंद्रे फ्लैचर (46) के आउट होते ही उसकी पारी बिखर गयी और 18वें ओवर में स्कोर छह विकेट पर 137 रन हो गया।
छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे नबी ने 22 गेंदों पर नॉटआउट 35 रन बनाए, जिससे जॉक्स 20 ओवर में छह विकेट पर 172 रन तक पहुंचने में सफल रहा, जो इस सीपीएल में अब तक का सर्वोच्च स्कोर है। आखिरी दो ओवरों में 32 रन बटोरने वाले नबी ने एक चौका और तीन छक्के लगाए। अफगानिस्तान के इस ऑलराउंडर ने इसके बाद चार ओवर में 17 रन देकर एक विकेट लिया और पैट्रियट को आठ विकेट पर 162 रन पर रोकने में अहम भूमिका निभाई। कुगलीन ने 33 रन देकर चार और चेज ने 12 रन देकर तीन विकेट लिए।
एक अन्य मैच में गयाना अमेजॉन वॉरियर्स ने जमैका तल्लवाह के आंद्रे रसेल के तूफानी अर्धशतक के बावजूद अपने कम स्कोर का सफल बचाव किया और 14 रन से जीत दर्ज की। इससे वॉरियर्स के भी तीन मैचों में चार अंक हो गए हैं और वो संयुक्त टॉप पर है। वॉरियर्स ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर ब्रेंडन किंग (29) और चंद्रपॉल हेमराज (21) के बीच पहले विकेट के लिये 56 रन की साझेदारी के बावजूद 19.1 ओवर में 118 रन बनाए। तल्लावाह की तरफ से मुजीब उर रहमान और कार्लोस ब्रेथवेट ने तीन-तीन जबकि संदीप लेमिचाने ने दो विकेट लिए।
तल्लावाह के सामने 119 रन का लक्ष्य था लेकिन 13वें ओवर में उसका स्कोर पांच विकेट पर 48 रन हो गया। रसेल ने अपने स्वभाव के अनुरूप आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 37 गेंदों पर चार चौकों ओर पांच छक्कों की मदद से नॉटआउट 52 रन बनाए, लेकिन तब भी उनकी टीम सात विकेट पर 104 रन तक ही पहुंच पाई।
खेल / शौर्यपथ / कीमो पॉल के चार विकेट और शिमरोन हटमायेर के 44 गेंद में 71 रन की मदद से गयाना अमेजन वॉरियर्स ने हीरो कैरेबियाई प्रीमियर लीग (सीपीएल 2020) में सेंट किट्स एंड नेविस पैट्रियट्स को तीन विकेट से हराकर पहली जीत दर्ज की। हेटमायेर ने अपनी पारी में तीन छक्के और आठ चौके लगाए।
वॉरियर्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। पैट्रियट्स ने पांच विकेट 83 पर पर गंवा दिए, लेकिन बेन डंक (29) और कप्तान रेयाद एमरिट (17) ने आखिरी में आक्रामक पारियां खेलकर टीम को आठ विकेट पर 127 रन तक पहुंचाया । वहीं, क्रिस लिन ने 16 और एविन लुईस ने 30 की पारी खेली। बाकी कोई खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाया।
गयाना अमेजन वॉरियर्स के लिए शिमरोन हेटमायेर ने शानदार पारी खेली। गयाना अमेजन वॉरियर्स की तरफ से ब्रैंडन किंग ने 10 रन, चंद्रपॉल हेमराज ने 19 और शेफरन रदरफोर्ड ने 10 रन की पारी खेली। गयाना अमेजन वॉरियर्स की तरफ से सिर्फ शिमरोन हेटमायर ही बल्लेबाजी में चल पाए और उन्हीं की वजह से टीम को जीत हासिल हुई। कीमो पॉल ने 19 रन देकर 4 और इमरान ताहिर ने 18 रन देकर 2 विकेट झटके।
वहीं, एक अन्य मैच में जमैका तालावाहज ने सेंट लूसिया जोक्स को पांच विकेट से मात दी। सेंट लूसिया जोक्स ने 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 158 रन बनाए। जवाब में जमैका ने 18.5 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 160 रन बनाकर जीत हासिल की। जमैका की तरफ से ग्लेन फिलिप्स ने 44 और आसिफ अली ने नाबाद 47 रनों की पारी खेली।
बता दें कि इससे पहले टूर्नामेंट के ओपनिंग दिन पर त्रिनबागो नाइट राइडर्स ने 17 ओवर के मुकाबले में ग्याना एमेजन वॉरियर्स को चार विकेट से हराकर उसके लगातार 11 जीत के क्रम को तोड़ा था। वहीं, दूसरी तरफ बारबाडोस ट्राइडेंट्स ने सेंट किट्स एवं नेविस पेट्रियट को छह रन से हराया। इसी के साथ सीपीएल 2020 में सेंट किट्स एवं नेविस पेट्रियट की यह दूसरी हार हो गई है।
खेल / शौर्यपथ / भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त की शाम अचाकन इंटरलैनशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया। धोनी के संन्यास की खबर के कुछ मिनटों बाद ही अनुभवी बल्लेबाज सुरेश रैना ने भी इंटरलैनशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। इन दोनों दिग्गजों के एक साथ संन्यास की घोषणा पर हर कोई हैरान था। धोनी के संन्यास की खबरों से फैन्स को हैरानी तो हुई, लेकिन शायद उतनी नहीं। इसकी एक वजह यह भी थी कि 2019 के वर्ल्ड कप के बाद से धोनी क्रिकेट से दूर थे और उनके संन्यास को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन सुरेश रैना पिछले काफी वक्त से कह रहे थे कि वह एक बार फिर से भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलना चाहते हैं।
ऐसे में पूर्व भारतीय क्रिकेटर और वर्तमान में कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर सुरेश रैना के करियर को लेकर एक बड़ा बयान दिया। आकाश चोपड़ा ने कहा, ''यह सचमुच झटका है। इसके दो-तीन कारण हैं। पहला- सुरेश रैना की उम्र अभी केवल 33वर्ष है, यानी वह अभी युवा हैं। दूसरा- रैना ने कुछ वक्त पहले एक इंटरव्यू में कहा था कि उनकी नजर भारत के लिए वापसी पर है।''
आकाश चोपड़ा ने कहा, ''सुरेश रैना ने इंटरव्यू में कहा था कि वह टीम में वापसी के लिए खूब रन बना रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि घुटने के ऑपरेशन के बाद वह अधिक मजबूत होकर उभरे हैं और गेंद को अच्छी तरह हिट कर पा रहे हैं।''
उन्होंने आगे कहा, ''सुरेश रैना इससे बेहतर के हकदार थे। मुझे लगता है कि रैना को बेहतर ढंग से हैंडल किया जाना चाहिए था। क्योंकि जब भी उन्होंने वापसी की है तो तीन में से एक मैच में 40-50 रन जरूर बनाए। एक मैच में नाबाद रहे और एक में वह जल्दी आउट हुए। इसके बाद उन्हें कोई मौका नहीं दिया गया।''
उन्होंने कहा, ''रैना लगातार इंस्टाग्राम और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो पोस्ट कर रहे थे। इन वीडियोज में देखा जा सकता था कि वह नियमित रूप से प्रैक्टिस कर रहे थे और बहुत कोशिश भी कर रहे थे। जब आप किसी को इतनी कोशिश करते देखते हैं, तो आपको लगता है कि यह होने जा रहा है। वास्तव में, मैं इंतजार कर रहा था कि वह केवल सीएसके के लिए खेल रहे थे और बहुत सारे रन बनाए। अपनी परफॉर्मेंस के दम पर उन्होंने चयनकर्ताओं को उन्हें टीम में लेने के लिए मजबूर किया। मैं बहुत खुश था क्योंकि रैना एक विशेष खिलाड़ी हैं और दो साल में दो टी-20 विश्व कप आ रहे हैं, तो क्यों नहीं रैना।''
आकाश चोपड़ा ने सुरेश रैना की बल्लेबाजी और भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि सुरेश रैना अब तक के सबसे अच्छे बाएं हाथ के भारतीय बल्लेबाज थे। रैना को मैच विजेता और चैंपियन खिलाड़ी के रूप में लेबल किया। उन्होंने कहा, ''अगर अब भारतीय क्रिकेट के बाएं हाथ बल्लेबाजों को देखते हैं तो वहां सुरेश रैना का नाम जरूर होगा।''
खेल / शौर्यपथ / पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के मौजूदा तनाव को देखते हुए इन दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज होना बहुत मुश्किल है। स्काई स्पोर्ट्स की डॉक्यूमेंटरी में पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इमरान ने कहा, ''इस माहौल में क्रिकेट बहुत उपयोगी नहीं होगा। भारत में जिस तरह की सरकार है, मैं यही कहूंगा इस भयानक समय में द्विपक्षीय सीरीज संभव नहीं है।''
2008 के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच कोई टेस्ट सीरीज नहीं हुई है। मुंबई हमले के बाद से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज विराम लग गया था। हालांकि, 2012 में पाकिस्तान ने व्हॉइट बॉल क्रिकेट के लिए भारत दौरा किया था। पाकिस्तान ने इमरान खान के नेतृत्व में 1992 का विश्व कप जीता था। वह भारत में 1979 और 1987 में दो सीरीज खेल चुके हैं। तब दोनों देशों के बीच क्रिकेट के लिए अच्छा माहौल था।
इमरान खान ने कहा, ''स्टेडियम में दर्शकों की भीड़ होती थी और सरकार भी आपसी बाधाओं को दूर कर रही थी, यानी मैदान पर माहौल अच्छा था। 1979 में दोनों देश क्रिकेट में अच्छे थे, लेकिन 1987 में जब पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने भारत का दौरा किया मैं कप्तान था, उस समय माहौल ठीक नहीं था। दोनों देशों के बीच तनाव था, इसलिए दर्शकों के व्यवहार में भी नफरत दिखाई दे रही थी।
इमरान खान ने कहा कि भारत ने 2005 में पाकिस्तान का दौरा किया और भीड़ ने मेहमान टीम को चीयर किया। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत पाकिस्तान सीरीज एशेज से भी बड़ा ईवेंट है। एशेज की अपनी महत्ता है, लेकिन भारत पाकिस्तान के बीच मैच का मजा ही कुछ अलग है, क्योंकि यह अलग माहौल और बेहद तनाव, दबाव और आनंद में खेला जाता है।
उन्होंने कहा, ''भारत और पाकिस्तान सीरीज हीरोज पैदा करती है और जो परफॉर्म नहीं कर पाते, उन्हें खलनायक बना देती है।'' इमरान खान ने टेस्ट फॉर्मैट को बेस्ट बताते हुए कहा कि टी-20 में जिस तरह के स्ट्रोक खेले जाते हैं, उनसे वह बहुत प्रभावित हुए हैं। इमरान ने कहा कि यदि टी20 का कोई करीबी मैच हो तो वह मजेदार होता है, लेकिन मेरे लिए टेस्ट ही श्रेष्ठ है।
खेल / शौर्यपथ / मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने इंटरनैशनल क्रिकेट में सेंचुरी की सेंचुरी लगाई है, ऐसा करने वाले वो दुनिया के इकलौते बल्लेबाज हैं। आज से ठीक 30 साल पहले सचिन ने करियर की पहली सेंचुरी ठोकी थी। 1989 में इंटरनैशनल डेब्यू करने वाले तेंदुलकर 1990 में इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया का हिस्सा थे। तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 9 से 14 अगस्त के बीच मैनचेस्टर में खेला गया था। इस मैच के आखिरी दिन यानी कि 14 अगस्त को तेंदुलकर ने करियर की पहली सेंचुरी ठोकी थी।
इस सेंचुरी के साथ ही तेंदुलकर ने इंटरनैशनल क्रिकेट में 100 सेंचुरी के सफर का आगाज किया था। तेंदुलकर को उस टेस्ट में मैन ऑफ द मैच भी चुना गया था, उनकी सेंचुरी के दम पर ही भारत वो टेस्ट मैच ड्रॉ कराने में सफल रहा था। भारत को दूसरी पारी में इंग्लैंड ने 408 रनों का टारगेट दिया था। तेंदुलकर छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे। टीम इंडिया ने 127 रनों पर पांच विकेट गंवा दिए थे और टीम पर हार का संकट मंडरा रहा था, तब तेंदुलकर क्रीज पर उतरे थे।
तेंदुलकर ने पहले कपिल देव के साथ और फिर मनोज प्रभाकर के साथ मिलकर टीम इंडिया को हार से बचाया था। तेंदुलकर उस मैच में 119 रन बनाकर नॉटआउट लौटे थे। पहली पारी में भी तेंदुलकर ने जबर्दस्त बल्लेबाजी करते हुए 68 रन बनाए थे। उस समय टीम इंडिया के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन थे और उन्होंने पहली पारी में 179 रन बनाए थे।
टीम इंडिया सीरीज का पहला मैच 247 रनों से गंवा चुकी थी, ऐसे में दूसरा टेस्ट मैच हारने का मतलब था कि इंग्लैंड को सीरीज में अजेय बढ़त मिल जाती, लेकिन तेंदुलकर ने इंग्लैंड के इरादों को पूरा नहीं होने दिया था। सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच भी ड्रॉ रहा था और इंग्लैंड ने सीरीज 1-0 से अपने नाम कर ली थी। तेंदुलकर ने भारत के लिए 200 टेस्ट मैचों में 51 सेंचुरी और 463 वनडे इंटरनैशनल मैचों में 49 सेंचुरी जड़ी हैं। तेंदुलकर ने 2013 में अपना आखिरी इंटरनैशनल मैच खेला था।
खेल / शौर्यपथ / मुंबई के क्रिकेटर करन तिवारी ने सोमवार रात को मलाड में अपने घर में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। करन मुंबई की प्रोफेशनल क्रिकेट टीम के सदस्य नहीं थे, लेकिन नेट बॉलर के तौर पर जुड़े थे। अभी तक उनकी मौत का कारण पता नहीं चला है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वो अपने करियर को लेकर डिप्रेशन में थे और इसी वजह से उन्होंने आत्महत्या कर ली। कोविड-19 महामारी के चलते करियर में आए ब्रेक से वो परेशान थे। करन महज 27 साल के थे। कुरार पुलिस स्टेशन में एक्सिडेंटल डेथ का केस दर्ज किया गया है, कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है।
टाइम्स नाउ में छपी खबर के मुताबिक करन मिडिल क्लास परिवार से थे। पुलिस ने कहा कि करन ने अपने एक करीबी दोस्त को फोन किया था और उनसे मौजूदा स्थिति के बारे में बात की थी। करन इस बात से परेशान थे कि उन्हें अपना टैलेंट दिखाने के लिए मौका नहीं मिल रहा है। करन ने राजस्थान में रह रहे अपने दोस्त से बात की थी। करन के दोस्त ने यह सारी बातें उनकी बहन को बताईं, जो राजस्थान में ही रहती हैं। सोमवार रात करीब 10:30 बजे करन अपने कमरे में गए और दरवाजा बंद कर लिया, जब तक दरवाजा तोड़ा गया वो मर चुके थे।
करन सीनियर टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे, उन्होंने काफी बार कोशिश की, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। कोविड-19 के चलते देश में क्रिकेट के तमाम इवेंट्स स्थगित हो गए थे, जिससे करन की मुश्किलें और बढ़ गई थीं। एक्टर जीतू वर्मा करन के करीबी दोस्त थे और उन्होंने बताया कि करन काफी समय से संघर्ष कर रहा था।
खेल / शौर्यपथ / इंग्लैंड के सीनियर तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड को वेस्टइंडीज के खिलाफ बुधवार (8 जुलाई) से शुरू होने वाले पहले टेस्ट क्रिकेट मैच की प्लेइंग इलेवन में जगह मिलने की संभावना नहीं है। इंग्लैंड का टीम प्रबंधन तेज गेंदबाजी के अगुआ जेम्स एंडरसन के साथ जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड को प्लेइंग इलेवन में रखने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। 'द गार्डियन' की रिपोर्ट के अनुसार, ''ब्रॉड को आठ साल में पहली बार घरेलू टेस्ट मैच से बाहर होना पड़ सकता है, क्योंकि इंग्लैंड जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड की तेज गेंदबाजी की जोड़ी को जल्द से जल्द मौका देने पर गंभीरता से विचार कर रहा है।
मार्क वुड और जोफ्रा आर्चर दोनों चोटों से परेशान थे, लेकिन अब वे फिट है। इंग्लैंड के दक्षिण अफ्रीकी दौरे के दौरान चोटिल होने वाले वुड अब खेलने के लिए तैयार है। टीम में ऑफ स्पिनर डोमिनिक बेस के रूप में केवल एक स्पिनर है और ऐसे में ब्रॉड को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा जा सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ''बुधवार से शुरू होने वाले मैच के लिए चुनी गई (13 सदस्यीय) टीम में कोई अतिरिक्त बल्लेबाज नहीं है और एक स्पिनर डॉम बेस है, ऐसे में मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड और कार्यवाहक कप्तान बेन स्टोक्स को केवल तेज गेंदबाजी आक्रमण के बारे में ही सोचना होगा।''
यहां तक कि इंग्लैंड की टीम के बीच आपस में खेले गए अभ्यास मैच में अच्छा प्रदर्शन करने वाले क्रिस वोक्स को भी एजिस बॉउल में मौका मिलने की संभावना नहीं है। ब्रॉड को आखिरी बार 2012 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ही घरेलू टेस्ट में विश्राम दिया गया था। उन्होंने अब तक 485 टेस्ट विकेट लिए हैं और इंग्लैंड की तरफ से एंडरसन के बाद सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं।
इंग्लैंड के मुख्य कोच सिल्वरवुड और कार्यवाहक कप्तान स्टोक्स हालांकि वुड को प्राथमिकता दे सकते हैं जो 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। इंग्लैंड को वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ लगातार छह टेस्ट मैच खेलने हैं और ऐसे में तेज गेंदबाजों को तरोताजा बनाये रखने के लिए वह रोटेशन की नीति अपना सकता है।
इंग्लैंड की 13 सदस्यीय टीम : बेन स्टोक्स (कप्तान), जेम्स एंडरसन, जोफ्रा आर्चर, डोमिनिक बेस, स्टुअर्ट ब्रॉड, रोरी बर्न्स, जोस बटलर (विकेटकीपर), जॉक क्रॉली, जो डेनली, ओली पोप, डोम सिबली, क्रिस वोक्स, मार्क वुड।