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लाइफस्टाइल /शौर्यपथ /भागती-दौड़ती जिंदगी में अक्सर हमें थकान महसूस होती रहती है। साथ ही हम बहुत सी चीजों पर प्रतिक्रिया न देकर अपने अंदर ऊर्जा रखते रहते हैं, जो एक समय बाद हमें अंदर ही अंदर परेशान करना शुरू कर देती है। बहुत से लोग हमेशा सिरदर्द की चपेट में रहते हैं, इसके पीछे यह कारण भी अहम होता है।ऐसे में बेहद जरूरी है कि आप मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू करें। वहीं, अगर आपको हमेशा थकान रहती है और किसी भी वजह से नींद नहीं आती, कुछ आयुर्वेदिक ऐसे होते हैं, जो आपकी थकान मिटा देते हैं।
लैवेंडर ऑयल
इसकी महक आपको सुलाने के अलावा आपके मन में हो रही उथल-पुथल को भी काफी हद तक शांत कर देती है।आप इससे मसाज करने के लिए आप दो चम्मच कैस्टर ऑयल लें और उसमें एसेंशियल लैवेंडर ऑयल की कुछ बूंदे मिला लें। तैयार मिक्स ऑयल से पूरी बॉडी की मसाज लें। इससे चेहरे पर पिम्पल की समस्या भी दूर होती है।
कैमोमाइल ऑयल
महिलाओं में पीरियड के दौरान होने वाले दर्द से इस तेल को लगाने से राहत मिलती है।आप इस तेल को लगाकर आंखें बंद करके लेट जाएंगे, तो आपको आराम महसूस होगा। मार्केट में दो तरह का कैमोमाइल तेल मिलते हैं, जिसे बॉडी पर अप्लाई किया जा सकता है। यह है रोमन कैमोमाइल तेल और जर्मन कैमोमाइल तेल।दोनों ही फायदेमंद हैं।इसे बबूने का फूल भी कहा जाता है।
यूकेलिपटिस ऑयल
यूकेलिपटिस ऑयल भी दिमाग और शरीर की थकान, दर्द और ऐंठन में राहत दिलानेवाला होता है। यह शरीर की सूजन को कम करता है। इसमें एंटीबॉयोटिक्स प्रॉपटी होती है, जो आपके चेहरे के लिए लाभदायक होती है।
पिपरमेंट ऑयल
यह ऑयल थकान उतारने के साथ ही पेट दर्द, पेट में ऐंठन, महिलाओं में पीरियड्स पेन, सिर दर्द, कमर के निचले हिस्से में दर्द आदि से तुरंत राहत देता है। इस तेल को लगाने से आपको थोड़ी जलन हो सकती है इसलिए इस तेल को नारियल तेल के साथ मिक्स करके लगाना चाहिए।
रोजमेरी ऑयल
रोजमेरी ऑयल की भाप लेने से सिरदर्द में तुरंत आराम मिलता है। यह जोड़ों के दर्द में राहत देने का काम भी करता है। आप इस तेल को सोने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं यानी आप अपनी तकिया पर इसकी कुछ बूंदें छिड़ककर सो सकते हैं।
मनोरंजन / शौर्यपथ /बॉलीवुड की 'धक- धक गर्ल' माधुरी दीक्षित ने सिर्फ अपनी दमदार एक्टिंग ही नहीं बल्कि अपनी मुस्कान से भी करोड़ों दिल जीते हैं। माधुरी ने कई फिल्मों में अपना दमखम दिखाया और आज भी वो सिनेमाई दुनिया में एक्टिव हैं। माधुरी के जन्मदिन के खास मौके पर जानते हैं कि आखिर क्यों उनकी और अनिल कपूर की सुपरहिट ऑनस्क्रीन जोड़ी टूट गई थी।
90 के दशक में था जलवा
90 के दशक में अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित की जोड़ी दर्शकों के दिलों पर राज करती थी। लेकिन, फिर कुछ ऐसा हुआ कि माधुरी ने अनिल कपूर के साथ काम नहीं करने का फैसला लिया। ऑनस्क्रीन जोड़ी हिट होन के चलते दोनों ही सितारे रियल लाइफ में भी अच्छे दोस्त बन गए थे, जिसके चलते दोनों के अफेयर की खबरें भी बॉलीवुड में फैलने लगी थीं।
शूटिंग सेट पर पहुंची अनिल की पत्नी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक बार शूटिंग सेट पर अनिल कपूर की पत्नी अपने बच्चों के साथ पहुंच गईं। अनिल को पत्नी और बच्चों के साथ बातें करता देख माधुरी के मन में वो अफवाहें गूंजने लगीं जो उनके और अनिल के बारे में फैल रही थीं। माधुरी नहीं चाहती थीं कि किसी भी अफवाह के चलते अनिल के परिवार में कोई दिक्कत हो, ऐसे में उन्होने अनिल कपूर के साथ काम करने से इनकार कर दिया।
'टोटल धमाल' से किया कमबैक
बता दें कि माधुरी और अनिल साल 2019 में 'टोटल धमाल' में नजर आए थे, हालांकि उसके पहले दोनों को आखिरी बार साल 2000 में रिलीज हुई फिल्म 'पुकार' में साथ देखा गया था। याद दिला दें कि तेजाब', 'राम लखन', 'बेटा' जैसी कई फिल्मों में इस जोड़ी ने धमाल मचाया है। गौरतलब है कि माधुरी दीक्षित अपनी एक्टिंग और खूबसूरती के साथ ही साथ अपने जोरदार डांस के लिए भी जानी जाती हैं।
शौर्यपथ /आपको अगर कुकिंग का शौक है, तो आपको किचन के ऐसे ट्रिक्स भी सीखने चाहिए, जिससे कि आपकी रेसिपी न सिर्फ टेस्टी बने बल्कि इससे आपका टाइम भी बच सकेl वहीं, लॉकडाउन में ताजी सब्जियां हर जगह पर हमेशा उपलब्ध हो पाना आसान नहीं हैlऐसे में आप कम सामग्री के साथ भी अपनी रेसिपी में स्वाद का तड़का लगा सकते हैंlआज हम आपको सब्जी बनाने की ऐसी ट्रिक बता रहे हैं, जो बिना किसी सब्जी के बन जाती हैl
पापड़ की सब्जी
पापड़ की सब्जी राजस्थानी डिश है। इसे राजस्थान के अलावा भी कई जगहों पर खाया जाता हैlआपके किचन में अगर सब्जियां खत्म हो गई है, तो आप इस डिश को बना सकते हैंl आइए, जानते हैं कैसे बनाएं
एक प्याज को बारीक काट लें और एक बड़ा चम्मच अदरक और लहसुन का पेस्ट डालें। अब एक पैन में दो टेबलस्पून तेल और उसमें एक टीस्पून जीरा या जीरा डालकर गर्म करें। अब अदरक-लहसुन पेस्ट डालें और लगभग 30 सेकंड तक चलाते रहें। अब कटा हुआ प्याज डालें और उन्हें लगभग 3 मिनट तक पकने दें। एक टीस्पून गरम मसाला, 1 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर, एक टीस्पून हल्दी पाउडर और एक टीस्पून धनिया पाउडर डालें। इसे एक अच्छा मिश्रण दें और इसमें फेटा हुआ दही डालें और इसे लगभग 2 मिनट तक या तेल के सतह पर आने तक उबलने दें। इस बीच, 2 पापड़ लें और उन्हें कुरकुरा होने तक तेज़ आँच पर भूनें। ऐसा करते समय सावधान रहें और पापड़ जल न जाए। अब, पापड़ को बड़े आकार के टुकड़ों में तोड़ लें और ग्रेवी में डालें। अच्छी तरह मिलाएं और परोसेंl
बूंदी की सब्जी
बूंदी करी या बूंदी की सब्जी ऐसी डिश है, जिसे आप कम से कम सामान के साथ भी तैयार कर सकते हैंlबूंदी करी बनाने के लिए, एक पैन में थोड़ा सा तेल गरम करें और उसमें 1 चम्मच जीरा डालें। एक प्याज को बारीक काट लें और इसे अदरक और लहसुन के पेस्ट के साथ पैन में डालें और चलाएं। इसे एक मिनट तक पकने दें और फिर अपने स्वादानुसार, टीस्पून गरम मसाला, एक टीस्पून लाल मिर्च पाउडर, टीस्पून हल्दी पाउडर और नमक डालें। इसे पकने दें और कप दूध के साथ पैन में एक बड़ा चम्मच मलाई डालें। इसे एक मिनट तक पकने दें और कप पानी डालें। ग्रेवी में उबाल आने के बाद गैस बंद कर ले।
गट्टे की सब्जी
स्वाद और पोषण से भरपूर इस सब्जी को बनाना बेहद आसान है। गट्टे की सब्जी बनाने के लिए, हम गट्टे को तैयार करके शुरू करेंगे और उसके लिए एक कटोरी में एक कप बेसन और टीस्पून साबूत धनिया टीस्पून बूंदी, एक टीस्पून कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर डालें। नमक, 2 बड़े चम्मच घी, एक चुटकी हिंग, दो बड़े चम्मच दही, इन सभी सामग्रियों को मिलाकर एक सख्त आटा तैयार करें। आप इसे अच्छी तरह से संयोजित करने के लिए दो बड़े चम्मच पानी भी मिला सकते हैं। जब आटा चिकना हो जाए, तो इसे लंबाई में रोल बनाते हुए काट लें। 3 कप पानी उबालें और इसमें 1 टीस्पून तेल डालें और इसमें लंबे बेसन के कटे पीस डालें, इसे 10 मिनट तक उबलने दें। दूसरा पैन लें और उसमें दो टेबलस्पून तेल गर्म करें और उसमें एक टीस्पून जीरा, एक चुटकी हिंग, 1 टेबलस्पून अदरक का पेस्ट डालें। इसे 30 सेकंड के लिए पकने दें और इसमें एक बारीक कटा हुआ प्याज और 1 हरी मिर्च (वैकल्पिक) डालें और इसे तब तक चलाएं, जब तक प्याज सुनहरा भूरा न हो जाए। लाल मिर्च पाउडर का 1 चम्मच, हल्दी का 1 चम्मच और धनिया पाउडर का 1 चम्मच जोड़ें। 1 कप दही डालकर अच्छी तरह मिलाएं। कवर करें और इसे तब तक पकने दें जब तक तेल सतह पर न आ जाए और दही अच्छी तरह से मिल जाए। इस बीच, उबले हुए बेसन को बाहर निकालें और उन्हें काटने के आकार के टुकड़ों में काट लें। इन टुकड़ों को पैन में डालें और इसे धीमी आंच पर लगभग 10 मिनट तक उबलने दें। सब गट्टे ग्रेवी के साथ मिल जाए, तो समझें कि ग्रेवी तैयार है।
पंजाबी कढ़ी
कढ़ी बनाने की अलग-अलग रेसिपी है लेकिन यह रेसिपी सबसे हिट हैlआइए, जानते हैं कैसे बनाएंlएक कप दही और और कप बेसन लेंगे और इसे तब तक मिलाएं जब तक कि एक चिकना पेस्ट न बन जाए। अब इसमें एक चम्मच लाल मिर्च पाउडर, एक टीस्पून हल्दी पाउडर और थोड़ा नमक मिलाएं। दो कप पानी डालें, सब कुछ अच्छी तरह मिलाएं और इसे तेज आंच पर उबालने के लिए रखें। इस बीच, हम कढ़ी के लिए पकौड़े बनाना शुरू करेंगे। पकौड़े के लिए एक कटोरे में एक कप बेसन लें और उसमें एल बारीक कटा प्याज, हरी मिर्च और दो टेबलस्पून अदरक और लहसुन डालें। इसके लिए 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर, स्वादानुसार नमक, 1 टीस्पून गरम मसाला और 1 टीस्पून धनिया पाउडर डालें। इन सभी सामग्रियों को मिलाएं और दो कप पानी डालें और इसे एक गाढ़ा पेस्ट होने तक मिलाते रहें। एक कढ़ाही में दो कप तेल गरम करें और पकौड़ों को तलें। दूसरी तरफ कढ़ी में तड़के के लिए, एक छोटा पैन लें और इसमें दो चम्मच घी डालें और इसमें 7-8 लौंग लहसुन बारीक कटी हुई, एक सूखी लाल मिर्च और एक टीस्पून हींग के साथ एक टीस्पून मेथी दाना डालें। अब तड़के को कढ़ी में डाल दें, साथ में पकौड़े भी डाल देंl
दही की सब्जी
दही की सब्जी ऐसी डिश है, जिसमें बहुत कम कैलोरी होती है। यह उन व्यंजनों में से एक है, जो कम समय में तैयार हो जाती है। शुरू करने के लिए, एक प्याज, अदरक और एक हरी मिर्च काट लें और उन्हें एक तरफ रख दें। एक पैन में, तेल डालें और एक चम्मच जीरा में प्याज, अदरक और हरी मिर्च डालें। इसे दो मिनट तक पकने दें और इसमें एक टीस्पून लाल मिर्च पाउडर, स्वादानुसार नमक, एक टीस्पून हल्दी पाउडर, 1 टीस्पून धनिया पाउडर और 1 टीस्पून गरम मसाला मिलाएं। इसमें 1 कप दही या दही डालें और ठीक से मिलाएं। यदि आप एक पतली ग्रेवी चाहते हैं, तो आप थोड़ा पानी मिला सकते हैं, इसे धनिया पत्ती से गार्निश करें और सब्जी तैयार हैl
खाना खजाना /शौर्यपथ /घर पर कोई मेहमान आने वाला है या फिर आपका मन मीठा खाने का कर रहा है, तो आप सूजी के रसगुल्ले ट्राई कर सकते हैं। आइए, जानते हैं कैसे बनाएं सूजी के रसगुल्ले-
सामग्री :
1 कप सूजी
देसी घी -2 बड़ा चम्मच
दूध -1 बड़ी कटोरी
चीनी -3 बड़ी चम्मच
ड्राई-फ्रूट्स आधा कप बारीक कटे
विधि :
सबसे पहले सूजी के रसगुल्ले बनाने के लिए हल्की आंच में एक पैन में दूध में चीनी मिलाकर उबलने दें। इसके बाद इसे गर्म होने के बाद इसमें सूजी डालें और हल्के हाथों से चलाते रहें, जिससे कोई गांठ न पडे़। इस मिश्रण को तब तक चलाते रहें जब तक सूजी पूरी तरह से गाढ़ी न हो जाए। इसके बाद इससे ठंडा होने दें और इसे हाथों से चपटा कर इसमें ड्राई फ्रूट्स मिला लें।
इसके बाद पानी और चीनी मिलाकर चाश्नी बनाएं और रसगुल्लों को उसमें डालकर पका लें। अब ड्राई फ्रूट्स और केसर डालकर सर्व करें।
दुर्ग / शौर्यपथ / पुलिस मुख्यालय रायपुर के आदेश क्रमांक/ पुमु/ राय/3/ नामां एम-160/2020 दिनांक 30.03.2020 के अनुसार उप निरीक्षक को निरीक्षक के पद पर पदोन्नति आदेश जारी किया गया, जिसमें दुर्ग जिले से उप निरीक्षक बी.पी.शर्मा एवं उप निरीक्षक सुरेन्द्र बघेल को वरिष्ठताक्रम के आधार पर निरीक्षक के पद पर पदोन्नति सूची में सम्मिलित किया गया है। निरीक्षक के पद पर पदोन्नत हुए उप निरीक्षक बी.पी.शर्मा रायपुर, दन्तेवाड़ा, धमतरी, कवर्धा,दुर्ग जिले में पदस्थ रहे हैं, वर्तमान में चौकी जेवरा सिरसा में पदस्थ है तथा उप निरीक्षक सुरेन्द्र बघेल जगदलपुर, बस्तर, कांकेर,कोण्डागांव,दुर्ग में पदस्थ रहे हैं तथा वर्तमान में थाना मोहन नगर में पदस्थ है।
आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय दुर्ग में पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर के द्वारा उनके कंधों में स्टार लगाकर पदोन्नति दी गई, साथ ही उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी एवं इसी प्रकार पूरी निष्ठा व ईमानदारी से कर्तव्य निर्वहन करते रहने बताया।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अनंत कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग विवेक शुक्ला, रक्षित निरीक्षक निलेश द्विवेदी थाना प्रभारी पुलगांव निरीक्षक उत्तम कुमार वर्मा, थाना प्रभारी मोहन नगर निरीक्षक बृजेश कुशवाहा एवं स्टेनो निरीक्षक (एम) सुरेन्द्र साहू उपस्थित रहे।
दुर्ग / शौर्यपथ /रेमडेशिविर इंजेक्शन वर्तमान समय में जो संजीवनी की तरह इंसानों की जिन्दगी बचाने का कार्य कर रही है यह महत्तवपूर्ण दवा कोरोना पीड़ित मरीजो के लिए संजीवन साबित हो रही है . इसके अधिक मूल्य के कारन आखिर कार केंद्र सरकार ने मूल्य में कटौती की . केंद्र और राज्य सरकार इस इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने के लिए जो भी महत्तवपूर्ण कदम है उठा रही है किन्तु ऐसी जीवनदायनी दवा को आज भी कुछ लालची लोगो द्वारा पद और सत्ता का दुरूपयोग कर कालाबाजारी करने से पीछे नहीं हट रहे है . ऐसे ही एक मामले में दिनांक 13 मई को भी 6 नग रेमडेशिविर की कालाबाज़ारी करते युवक को औषध विभाग की टीम और छावनी पुलिस ने जाल बिछाकर रंगे हाथों गिरफ्तार किया । वही रेमडेशिविर इंजेक्शन की कालाबाज़ारी का मास्टर माइंड जावेद अली जो कि जामुल निवासी एक कांग्रेसी नेता है वह मौके से फरार होने में कामयाब हो गया ।
जानकारी के मुताबिक औषध विभाग को लगातार उक्त युवक द्वारा रेमडेसीवर के इंजेक्शन की कालाबाज़ारी करने की सूचना लगातार प्राप्त हो रही थी जिसकी जानकारी छावनी थाने में औषध विभाग के निरीक्षक बृजलाल सिंह द्वारा दी गयी। मामले को गंभीरता से लेते हुए छावनी थाने द्वारा सिविल ड्रेस में पुलिस टीम एवं औषधि विभाग के अधिकारियों की संयुक्त रूप से टीम गठित कर रेमडेशिविर बिक्रीकर्ता को फ़ोन के माध्यम से ग्राहक बनकर न्यू बसंत टाकीज के पास बुलाया गया। व्यक्ति के आने पर संयुक्त टीम क द्वारा आरोपी सलमान पिता करामती अली उम्र 28 वर्ष निवासी नयातालाब जामुल को पकड़ा गया जिनके पास से 6 नग रेमडेसीविर इंजेक्शन बरामद किया गया। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने जामुल नयातालाब निवासी जावेद अली पिता अनवर नयातालाब जामुल के द्वारा बिक्री करने हेतु दिया जाना बताया। आरोपी और इस कालाबाजारी का मास्टर माइंड जावेद अली सलमान के पकड़े जाने के बाद से फरार बताया जा रहा है। औषधि विभाग के द्वारा आरोपियों के विरुद्ध ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट की धारा 18(सी) के तहत कार्यवाही की गई वही सलमान से पूछताछ करने पर छावनी पुलिस द्वारा आवश्यक वस्तु अधिनियम 3/7 की धारा के तहत कार्यवाही की गई है।
आरोपी जावेद अली कांग्रेसी नेता है जिसके संबंध कांग्रेस के कई बड़े बड़े नेताओं के साथ संबंध होना एवं राजनैतिक संरक्षण प्राप्त होने की बात भी सामने आई है और मामले में पुलिस को गुमराह कर फरार आरोपी जावेद को धमतरी निवासी बताया जा रहा है । अब देखना यह होगा की इस कालाबाजारी के मास्टर माइंड जावेद को छावनी पुलिस गिरफ्तार कर पाती है, या राजनीतिक दबाव के चलते मामले में लीपापोती कर दी जाएगी .
रिसाली / शौर्यपथ / बारिश के समय होने वाले जल भराव की स्थिति से निपटने नगर पालिक निगम चरण बद्ध तरीके से नहर सफाई करा रही है। 5 किलोमीटर लंबाई वाले नहर का मलबा चैन माउंट मशीन से निकाला जा रहा है। सफाई कार्य को बेहतर तरीके से कराने नगर पालिक निगम के आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे प्रगति नगर पहुंचे और कार्यो का निरीक्षण किया।
आयुक्त ने निर्देश दिए कि सफाई कार्य इस तरह से कराया जाए कि कही पानी का ठहराव न हो। उन्होंने प्रगति नगर व शांति कुंज के निकट नहर सफाई कार्य का अवलोकन किया। सफाई कार्य के दौरान पेय जल पाइप लाइन क्षतिग्रस्त न हो इस बात का विशेष ध्यान रखने कहा। उल्लेखनीय है कि रिसाली निगम क्षेत्र का पानी निकासी बड़ी नहर के माध्यम से होता है। बारिश एवं गंदा पानी रेलवे टेªक के नीचे बहने वाले नाला से दुर्ग पुलगांव नाला में समाहित होता है। नाला की बेहतर सफाई होने से जल भराव की स्थिति नहीं के बराबर होगी। सफाई निरीक्षण के समय स्वास्थ्य विभाग प्रभारी जगरनाथ कुशवाहा, स्वास्थ्य निरीक्षक बृजेन्द्र परिहार, सुपरवाइजर बिरेन्द्र देशमुख, सतीश देवांगन आदि उपस्थित थे।
लापरवाही पर भड़के आयुक्त
वार्ड 25 शांतिकुंज सड़क 19 सी का लोक निर्माण विभाग ने सी सी रोड निर्माण किया है। इस कार्य में अधिकारियों ने लापरवाही बरती है। पुलिया नजर अंदाज करते हुए सड़क निर्माण करने से छोटी नाली अवरूद्ध हो गया है। आयुक्त ने इसके लिए लोक निर्माण विभाग को नोटिस जारी करते हुए मरम्मत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए है।
पहले दे नोटिस
निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने क्षेत्र की छोटी नालियों का अवलोकन किया। इस दौरान पाया गया कि अधिकांश लोग नाली के उपर स्लैब ढाल लिया है। आयुक्त ने नोटिस जारी करने के बाद स्लैब तोड़ने के निर्देश दिए है।
जाने किस क्षेत्र में हो रही सफाई
क्षेत्र नाला की लंबाई
1. जोरातराई बीएसपी बाउंड्रीवाल के किनारे 0.5 किलोमीटर
2. डुंडेरा शिव चैक से सुभाष चैक 0.5 किलोमीटर
3. स्टेशन मरोदा अम्बेडकर स्कूल से मरोदा गेट तक 1 किलोमीटर
4. टंकी मरोदा शीतला मंदिर से इस्पात नगर 0.5 किलोमीटर
5. रिसाली इस्पात नगर से वीआईपी, आशीष नगर, कृष्णा टाॅकिज रोड 1.5 किलोमीटर
6. प्रगतिनगर कृष्णा टाॅकिज रोड से मैत्रीकुंज 2 किलोमीटर
7. रूआबांधा बस्ती शीतला मंदिर से गांधी चैक अंतिम छोर 0.5 किलोमीटर
राजनांदगांव / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे महाराष्ट्र और राजनांदगांव के अंतिम छोर कोहका के समीप ग्राम कामखेड़ा के जंगल में आज सुबह लगभग 5 बजे के आसपास नक्सली और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई, जिसमें दोनों ओर से लगभग 1 घंटे तक फायरिंग चलती रही। पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल की ओर भाग खड़े हुए। मुठभेड़ में दो नक्सलियों को पुलिस ने मौत के घाट उतार दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की सीमा पर लगे कोहका के समीप कामखेड़ा जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई, जिसमें महाराष्ट्र पुलिस की सी 60 टीम के द्वारा दो नक्सलियों को मार गिराया है। महाराष्ट्र की सीमा पर लगातार नक्सलियों के दबाव को देखते हुए महाराष्ट्र पुलिस ने लगातार सर्चिंग जारी रखी है। इसी के चलते आज सुबह सी 69 के जवानों को यह जानकारी मिली थी कि छत्तीसगढ़ की सीमा के पास कुछ नक्सली हैं, जिस पर सर्चिंग पर निकली सी 60 की टीम से नक्सलियों का सामना हो गया। दोनों ओर से लगभग 1 घंटे तक फायरिंग चलती रही। पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल की ओर भाग खड़े हुए। इसी बीच दो नक्सलियों को पुलिस ने मौत के घाट उतार दिया है तथा कुछ नक्सली के घायल होने की भी बातें सामने आ रही है। पूरे एरिया में सबसे तेज कर दी गई है। इसी के साथ छत्तीसगढ़ की सीमा पर भी सर्चिंग बढ़ा दी गई है और नक्सलियों के हर मूवमेंट पर दोनों राज्यों की पुलिस नजर रखी हुई है।
शव मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र पुलिस ने दो नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं। दोनों ही नक्सलियों के शव को पुलिस ने हेलीकॉप्टर की मदद से हेड मर्टर लाए हैं।
रायपुर / शौर्यपथ / रायपुर सेंट्रल जेल में कोविड-19 कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण का कार्य जारी है । इसी के चलते सेंट्रल जेल में बंद निर्धारित आयु वर्ग की महिला बंदी को भी कोविड-19 का टीका लगाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीककरण टीम सेंट्रल जेल में जाकर गाइड लाईन का पालन करते हुऐ टीकाकरण का कार्य कर रही हैं।
मीडिया प्रभारी गजेंद्र डोंगरे ने बताया: ‘’सेंट्रल जेल में 1 अप्रैल को वहां के बंदी को प्रथम डोज़ का कोरोना टीकाकरण किया गया था । कुल 95 बंदी का टीकाकरण हुआ जिसमें 45 अधिक आयु के 70 और 60 से अधिक आयु के 25 बंदी थे। वहीं 5 फ्रंटलाइन कर्मियों को दूसरे डोज़ का टीकाकरण हुआ । कुल 100 लोगों का अब तक टीकाकरण किया गया था ।
उसके बाद 12 मई को 45 वर्ष से ऊपर के 60 बंदी को वैक्सीन का प्रथम डोज़ लगाया गया था । अगले दिन 60 लोगों को प्रथम डोज और 30 लोगों को द्वितीय डोज़ स्वास्थ्य विभाग की स्टाफ नर्स मीला पटेल और एएनएम जूली साहू द्वारा दिया गया है । 14 मई को 48 महिला बंदी को प्रथम डोज और 40 पुरूष बंदी को द्वितीय डोज़ लगा है । इसी परिपेक्ष में शुक्रवार को जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मीरा बघेल के निर्देश पर मीडिया प्रभारी गजेंद्र डोंगरे एवं सेक्रेटेरियल असिस्टेंट राज यदु द्वारा सेंट्रल जेल में चल रही थी टीकाकरण की मानिटरिंग का कार्य किया गया ।
जेल में बंद बंदी और जेल कर्मचारियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए वैक्सीनेशन किया जाना जरूरी था। वहीं, संक्रमण प्रसार को देखते हुए जेल में संचालित की जाने वाली टीकाकरण की गतिविधियों में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुऐ किया जा रहा है। टीकाकरण के बाद किसी प्रकार की प्रतिकूल घटना होती है तो बंदी को अस्पताल ले जाने के लिए एंबूलेंस आदि भी तैयार रहती है । हालांकि अब तक हुए टीकाकरण में किसी भी तरह के प्रतिकूल प्रभाव की बात नही है।
टीका लेने के बाद सभी बंदी की निगरानी की जा रही है। अब तक टीकाकरण के बाद किसी भी बंदी को कोई परेशानी नहीं हुई है। सेंट्रल जेल में चलाये जा रहे टीकाकरण अभियान का जायजा प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है।
बताए जा रहे हैं सुरक्षा के टिप्स
मीडिया प्रभारी डोंगरे कहते है टीकाकरण के बाद बंदी को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के टिप्स भी दिए जा रहे हैं जिसका पालन कर वह स्वयं को संक्रमित होने से बचा सकें। उनको बताया जा रहा है कि वर्तमान कोरोना काल में बंदी अपने स्वजन से मुलाकात न के बराबर करें। अगर बहुत ही आवश्यक होने पर करना पड़े तो कोविड नियमों का पालन कठोरता से करते हुए करें। वहीं जेल में कार्यरत कर्मचारियों से भी अनुरोध किया जा रहा है वह बंदी से शारीरिक दूरी बनाये रखें, ताकि उनके संक्रमित होने की संभावना में बंदी को कोरोना संक्रमण न होने पाये।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / जिला एवं निगम प्रशासन की लापरवाही से ही कोरोना संक्रामक की स्थिति बिगड़ी हुई है, पार्षद शरद सिन्हा ने महापौर के बयान पर पलटवार करते हुए बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री व स्थानीय विधायक अपने कार्यकाल पर राजनांदगांव शहर सहित जिले व प्रदेश में विकास कार्य को देखकर कांग्रेसी पचा नहीं पा रहे हैं, इसलिए महापौर अनावश्यक प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व स्थानीय विधायक के खिलाफ अखबारों की सुर्खियों में रहने के उद्देश्य अनावश्यक बयान बाजी करते हुए अपने आप को विधायक और सांसद का प्रत्याशी होने का परिचय दे रही है, महापौर को पहले अपने निगम की व्यवस्था को सुधारने के बजाय पूर्व मुख्यमंत्री व स्थानीय विधायक अपने कार्यकाल में विकास किए हैं, जो लोगों को मालूम है ।
सिन्हा ने आगे यह भी बताया शहर सहित जिला व प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधा हाल बेहाल है, जो महापौर ने कलेक्टर महोदय के सामने वीडियो कॉन्फ्रेंस से प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अवगत किए हैं, जरा आप ने स्वास्थ्य विभाग की बेहाल व्यवस्था के बारे में शिकायत करने से पहले सोचना था, स्वास्थ विभाग की नियंत्रण राज्य सरकार पर है, या केंद्र सरकार पर खुद की सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त नहीं कर पा रहे हैं, और आप ने मेडिकल कॉलेज में स्तर हीन खाना मरीजों को दिए जाने के संबंध में शिकायत करते हुए उचित कार्यवाही का मांग किए थे, लेकिन आपकी शिकायत के बाद मेडिकल कॉलेज व जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था क्या सुधर गया छत्तीसगढ़ राज्य का पहला फ्लाईओवर राजनांदगांव में बना दिग्विजय स्टेडियम का नवीन निर्माण बाईपास सड़क निर्माण मोहरा नदी में उच्च स्तरीय पुल निर्माण के साथ शहर सहित जिले व प्रदेश में विकास कार्य किए हैं, जो आम जनता के नजरों में दिख रहे हैं, लेकिन हमारे शहर के महापौर स्तरहीन राजनीतिक करते हुए अपने गिरेबान को झांककर देखने के बजाय विकास पुरुष पूर्व मुख्यमंत्री व स्थानीय विधायक के खिलाफ बयानबाजी देकर शहर सहित छत्तीसगढ़ वासियों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं, जो ओछी राजनीतिक का परिचय दे रहे हैं .
उन्होंने महापौर जी को आड़े हाथ लेते हुए यह भी बताया पिछले वर्ष कोरोना वायरस को देखते हुए वाहवाही लूटने के लिए निगम से सुखा खाद्यान्न पूरे वार्डों में किए थे, लेकिन इस बार कोरोना वायरस में सुखा खाद्यान्न पैकेट क्यों नहीं बांट रहे हैं, क्योंकि निगम से लेकर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी चुप्पी क्यों साधे हैं, यह जनता आपको पूछ रही है, यहां बात को भी अखबार के माध्यम से जवाब दीजिए, जब से कांग्रेस का महापौर बना है, निगम प्रशासन में कोई नियंत्रण नही है, शहर की जनता छोटे – छोटे कामों के लिए निगम के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन आम जनता की समस्या कोई सुनने वाला नहीं है, इसका कौन है जिम्मेदार इसलिए खुद का घर कांच का हो वह दूसरे घर घर पत्थर नहीं मारते महापौर जी इसलिए अपने निगम को सुधार कीजिए फिर अखबारों की सुर्खियों में बने रहने के लिए विकास पुरुष पूर्व मुख्यमंत्री स्थानीय विधायक के खिलाफ बयान बाजी करते रहिए।