August 11, 2025
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

रायपुर / शौर्यपथ / लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज कोरबा जिला मुख्यालय में कोरोना सैंपलों की आरटीपीसीआर जांच के लिए वायरोलॉजी लैब का ऑनलाइन शुभारंभ किया। इस नए लैब को मिलाकर अब प्रदेश के 11 शासकीय लैबों में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा हो गई है। कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए प्रदेश में लगातार सैंपल जांच की संख्या बढ़ाई जा रही है। इसकी सुदृढ़ व्यवस्था के लिए नए आरटीपीसीआर जांच केंद्र और ट्रू-नाट लैबों की स्थापना की जा रही है। प्रदेश में पिछले दो हफ्तों में चार नए वायरोलॉजी लैब शुरू हुए हैं। इस दौरान महासमुंद, कांकेर और कोरबा के नए मेडिकल कॉलेजों के साथ ही कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा विकसित की गई है।
कोरबा में वायरोलॉजी लैब के वर्चुअल लोकार्पण कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत, विधायक पुरूषोत्तम कंवर और मोहित केरकेट्टा तथा महापौर राजकिशोर प्रसाद भी शामिल हुए।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अब कोरबा में ही आरटीपीसीआर जांच की सुविधा शुरू होने से संदिग्ध मरीजों की जांच और कॉन्टैक्ट-ट्रेसिंग में तेजी आएगी। लोगों को रिपोर्ट भी जल्दी मिलने लगेगी। एम्स रायपुर, छह पुराने और तीन नए मेडिकल कॉलेजों तथा बैकुंठपुर वायरोलॉजी लैब को मिलाकर अब प्रदेश में कुल 11 जगहों पर आरटीपीसीआर जांच की सुविधा हो गई है। कोरोना संक्रमण की शुरूआत के समय हमारे पास एक भी वायरोलॉजी लैब नहीं था।
मंत्री सिंहदेव ने बताया कि जशपुर, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार, दुर्ग और दंतेवाड़ा में भी वायरोलॉजी लैब की स्थापना के लिए कार्यादेश हो गया है। राज्य शासन से बालोद और मुंगेली में भी इसकी स्थापना की अनुमति मिल गई है। कोशिश होगी कि ये सभी लैब जल्द से जल्द शुरू हो जाएं। वायरोलॉजी लैब से कोरोना संक्रमण की बेहतर जांच कम समय में ही स्थानीय स्तर पर हो जाएगी। नए लैबों से कोरोना संक्रमितों की पहचान और उन्हें समय पर उपचार उपलब्ध कराने में तेजी आएगी।
स्कूल शिक्षा मंत्री एवं कोरबा जिले के प्रभारी डॉ. प्रेमसाय सिंह ने ऑनलाइन लोकार्पण कार्यक्रम में कहा कि कोरबा में वायरोलॉजी लैब की बहुत जरूरत महसूस की जा रही थी। जांच के लिए सैंपल रायगढ़ भेजे जाने से रिपोर्ट मिलने में देरी होती थी। अब यह समस्या नहीं होगी। कोरोना काल के बाद भी यह लैब मेडिकल कॉलेज के लिए काफी उपयोगी होगा। लोकार्पण कार्यक्रम में वायरोलॉजी लैब में मौजूद राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि औद्योगिक नगरी कोरबा के लिए बहुत खुशी कि बात है कि आज यहां आरटीपीसीआर जांच की सुविधा शुरू हो रही है। कोरबा के साथ ही इसका लाभ आसपास के जिलों को भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि यहां कोरोना पर नियंत्रण और रोकथाम के लिए शासन-प्रशासन एवं सामाजिक संगठन मिलकर काम कर रहे हैं। इसके अपेक्षित परिणाम आए हैं और कोरबा में संक्रमण की दर घटी है।
कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत ने वर्चुअल लोकार्पण कार्यक्रम में कहा कि सभी के सहयोग से यहां विकसित हो रही स्वास्थ्य सुविधाओं से आने वाले समय में कोरबा प्रदेश का सबसे सुरक्षित और स्वस्थ जिला बनेगा। लैब के शुरू होने से कोरोना संक्रमण की जांच, रोकथाम और नियंत्रण में तेजी आएगी। उन्होंने कोरबा और कोरिया में वायरोलॉजी लैब की स्थापना के लिए स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव को धन्यवाद दिया। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला, स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक नीरज बंसोड़, चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. आर.के. सिंह, रायपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. विष्णु दत्त, कोरबा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. वाय.के. बड़गैंया, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर, एम्स रायपुर की डॉ. अनुदिता भार्गव और गैर-संचारी रोगों के नोडल अधिकारी डॉ. कमलेश जैन भी वीडियो कॉन्फ्रेंस से लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए।
कोरबा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और जांजगीर-चांपा जिले के सैम्पलों की होगी जांच
कोरबा जिला अस्पताल परिसर में स्थापित वायरोलॉजी लैब पूरी तरह से ऑटोमेटेड है। इस लैब की प्रतिदिन जांच क्षमता एक हजार सैम्पल है। पहले चरण में 500 सैंपल प्रतिदिन जांच के साथ इसे आज शुरू कर दिया गया है। इसके शुरू हो जाने से अब कोरबा से कोरोना संदिग्ध संक्रमितों के सैम्पल जांच के लिए रायगढ़ नहीं भेजे जाएंगे। जिले में ही जांच होने से रिपोर्ट अब पांच से छह घंटे में मिल जाएगी। यहां कोरबा के साथ ही गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और जांजगीर-चांपा जिले के सैंपलों की जांच की जाएगी। लैब के नौ तकनीशियनों को एम्स रायपुर में विशेष प्रशिक्षण दिलाया गया है। लैब की मशीनों की भी पहले से जांचे गये सैंपलों का उपयोग करके शुद्धता और कार्य क्षमता का परीक्षण कर लिया गया है।

नये राजभवन, नये सीएम हाउस समेत नवा रायपुर के सभी प्रमुख निर्माण कार्यों पर लगी रोक
नये विधानसभा भवन के लिए जारी निविदाएं निरस्त

   रायपुर / शौर्यपथ / कोरोना संक्रमण के कारण राज्य में उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन ने मितव्ययता के लिए और भी कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है। इसी सिलसिले में पूर्व से किए जा रहे उपायों को विस्तार देते हुए अब नवा रायपुर में निर्माणाधीन नये राजभवन, विधानसभा भवन, सीएम हाउस, मंत्रीगणों व वरिष्ठ अधिकारियों के आवास, नये सर्किट हाउस के निर्माण कार्यों में तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। इन कार्यो का भूमिपूजन 25 नवंबर 2019 को किया गया था।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बीते 26 अप्रैल को सभी विभागों को निर्देश दिए गए है कि गत वर्ष की तरह ही वित्तीय वर्ष 2021-22 में भी मितव्ययता बरती जाए। अब इससे भी आगे जाकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर नवा रायपुर में चल रहे प्रमुख निर्माण कार्यों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता द्वारा नवा रायपुर में निर्माणाधीन नये राजभवन, नये सीएम हाउस, मंत्रीगणों व वरिष्ठ अधिकारियों के आवास, नये सर्किट हाउस के निर्माण कार्यों में तत्काल प्रभाव से रोक के लिए संबंधित ठेकेदारों को आदेश जारी किया गया है। इसके साथ ही सेक्टर-19 में नवीन विधानसभा भवन के निर्माण के लिए 245 करोड़ 16 लाख और 118 करोड़ के कार्यो की पूर्व में जारी निविदाओं को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है।

मैट्स विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित वेबिनार को राज्यपाल ने किया संबोधित
किसी भी बड़े संकट से उबरने के लिए सरकार के साथ जनसहयोग को जरूरी बताया
कोरोना से बचने वैक्सीन लगाने के लिए भी की अपील

रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनसुईया उइके ने आज ‘कोविड-19‘ के खिलाफ लड़ाई और निकट भविष्य में युवाओं की भूमिका’’ पर मैट्स विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित वेबिनार को संबोधित किया। इस वर्चुअल कार्यशाला को संबोधित करते हुए राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि कोविड की वजह से देश ही नहीं पूरा विश्व जूझ रहा है। अभी तक ठोस इलाज और दवा नहीं है। ऐसे में हमारा दृढ़ संकल्प, आत्मबल और सकारात्मक सोच इस बीमारी से विजय प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। कोविड से सभी वर्ग प्रभावित हुए हैं। इस महामारी के दौर में हम सभी का यह सामूहिक दायित्व और कर्तव्य है कि हम सभी एकजुट होकर इस संकट से उबरने में सहयोग करें। इस संकट से प्रभावित समाज के जरूरतमंद लोगों तक राहत और सुविधाएं पहुंचाने में सामाजिक संस्थाएँ, राजनीतिक दल शासन-प्रशासन के साथ मिलकर कार्य करे। यह दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मानव जीवन को बचाने का प्रयास का समय है। वास्तव में यही मानवता और इंसानियत की परीक्षा की असली घड़ी है। महामारी से बचाव हेतु आज टीकाकरण के लिये लोगों को जागरूक करने की महत्ती आवश्यकता है और इसमें विश्वविद्यालय के छात्र, शिक्षक, प्राध्यापक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि कोविड काल में विश्वविद्यालय प्रबंधन और छात्र-छात्राएं सराहनीय कार्य कर रहे हैं। जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन जारी करने की भी आवश्यकता है। विश्वविद्यालय और सामाजिक संस्थाएं हेल्पलाइन नंबर के साथ और भी बेहतर ढंग से लोगों की सहायता कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस संकट से पूरा विश्व संघर्ष कर रहा है। हर वर्ग इस महामारी से प्रभावित हुआ है। सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षणिक, वाणिज्यिक, औद्योगिक हर क्षेत्र महामारी से प्रभावित है और संकट के इस काल में आवश्यकता है सही समय पर सही निर्णय लेने की और यह जागरूकता से संभव है। उन्होंने कहा कि कोरोना को पूर्णरूपेण समाप्त करने के लिये हर व्यक्ति यह संकल्प ले कि वह अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करेगा, बार-बार हाथ साफ करेगा, स्वच्छता रखेगा व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेगा। इसके साथ ही पात्र व्यक्ति वैक्सीन लगाकर इस महामारी से उबरने में सहयोग प्रदान करेंगे। वे स्वयं के साथ अपने परिवार, समाज, राज्य व राष्ट्र को सुरक्षित रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंपाल सुश्री उइके ने कहा कि अब वैक्सीन के प्रति लोग जागरूक हो रहे हैं और भ्रम भी दूर हो रहा है। प्रतिदिन लाखों लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है और वैक्सीन सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
भारत दुनिया में सबसे तेजी से टीका लगाने वाला देश भी बन गया है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगाने के बाद भी हमें पूरी सावधानी रखनी आवश्यक है। हम लोगों को यह भी बताएं कि कोरोना के लक्षण दिखने पर जल्द से जल्द टेस्ट कराएँ और जब तक टेस्ट की रिपोर्ट नही आ जाती, तब तक स्वयं को आइसोलेट रखें और रिपोर्ट आने के बाद इलाज प्रारंभ करें। राज्यपाल सुश्री उइके ने विश्वविद्यालय के ब्रोशर का विमोचन भी किया।
राज्यपाल सुश्री उइके ने मैट्स विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों तथा विद्यार्थियों द्वारा पोस्टर, स्लोगन, आडियो-वीडियो ग्राफिक्स के माध्यम से लोगों को महामारी के प्रति लोगों को जागरुक करने पर बधाई देते हुए उनके कार्याें की सराहना की। वेबिनार में मैट्स विवि के गजराज पगारिया ने वेबिनार को सम्बोधित करते हुए कोविड काल में ऑनलाइन क्लास, वेबिनार आदि के माध्यम से किए गए कार्याें की जानकारी दी। इस अवसर पर मैट्स विश्वविद्यालय के उपकुलपति सहित सहायक प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं वेबिनार के माध्यम से शामिल हुए।

कोरोना संक्रमण के चलते लोगों से घरों में ही नमाज अदा करने की अपील की

रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को ईद -उल-फितर पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि ईद का यह पर्व परस्पर प्रेम, सौहार्द्र और भाईचारे का प्रतीक है। यह पर्व हमें ऊंच-नीच, छोटे-बडे़ का भेदभाव भुलाकर एक - दूसरे को गले लगाने का संदेश देता है। ईद, वास्तव में सामाजिक समरसता का त्यौहार है। मुख्यमंत्री ने खुशी के इस पर्व को लोगों से सदभाव के साथ मनाने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोगों से घरों में ही नमाज अदा करने और देश-प्रदेश की तरक्की, खुशहाली और अमन-शांति के लिए दुआ करने की अपील की है।

रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवेदनशीलता ने कोरोनाकाल में निर्माण कार्यो की जगह जनता के प्रति अपनी प्राथमिकता को फिर से साबित करते हुये, राजधर्म का पालन किया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि संकटकाल के इस दौर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सक्रियता नीतिगत निर्णय के चलते छत्तीसगढ़ संक्रमण के दूसरे दौर से बार बाहर निकल रहा है।
प्रदेश काँग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि, प्रदेश में बड़े निर्माण कार्यों पर राज्य सरकार ने तत्काल रोक लगायी है, नये रायपुर में नया राजभवन, मुख्यमंत्री आवास, विधानसभा भवन, मंत्री आवास, अधिकारियों के आवास, सर्किट हाउस निर्माण पर भी रोक लगायी है इसके साथ ही नवा रायपुर में जारी सभी बड़े निर्माण कार्यों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगायी गयी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर अलग-अलग विभागों से आदेश जारी किये गये हैं। पूर्ववर्ती रमन सरकार ने नयी राजधानी में भवनों सड़को गार्डन आदि के विकास के नाम पर 14000 करोड़ खर्च कर दिया था मगर राज्य का अपना राजभवन, विधानसभा, मुख्यमंत्री, मंत्री आवास जैसे जरूरी भवनों की चिंता नही की।
प्रदेश काँग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि, देश के वर्तमान हालातों से गैर जरूरी दिल्ली के 20 हज़ार करोड़ के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर की कोई आवश्यकता नही थी, कि संकट के समय इसको प्राथमिकता दी जाय, बावजूद इसके भाजपाइयों ने अपनी खींच निकलने नये रायपुर के निर्माणाधीन सरकारी आवासो पर सवाल खड़े किये, संकटकाल को देखते हुये छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल सरकार ने तो निर्माण कार्यो पर रोक लगा दी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी क्या 20 हज़ार करोड़ के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर रोक लगाएंगे, जनता जानना चाहती है, और इसका जवाब भाजपाइयों को समूचे देश में देना होगा।

जांजगीर-चांपा / शौर्यपथ / जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह ठाकुर ने गुरूवार को जिला अस्पताल में कोविड वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सेंटर में वैक्सीन की उपलब्धता की जानकारी ली। इसके साथ की प्रतीक्षा कक्ष, निगरानी कक्ष का भी जायजा लिया।
उन्होंने कोविड वैक्सीनेशन सेंटर में आने वाले लोगों के लिए बैठने, पीने के लिए पानी, मास्क, सेनीटाइजर, दवाई आदि की की उचित व्यवस्था नियमित रूप से बनाए रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कलेक्टर यशवंत कुमार के मार्गनिर्देशन में जिले में टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण को लेकर लोगों में काफी उत्साह नजर आ रहा है। लोगों की जागरूकता वैक्सीनेशन को लेकर बढ़ रही है। दोपहर तक वैक्सीनेशन सेंटर में 45 साल से ऊपर वाले 69 लोगों का टीकाकरण किया गया। उन्होंने इस दौरान लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे अधिक से अधिक संख्या में कोविड का टीका लगवाएं, ताकि कोरोना संक्रमण से सभी सुरक्षित रह सकें। साथ ही दूसरे लोगों को भी टीकाकरण को लेकर जागरूक करें। जिपं सीईओ ने कहा कि प्रथम टीकाकरण एवं द्वितीय टीकाकरण में एक निश्चित अंतराल के बाद शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, इससे कोविड वायरस से लड़ने में आसानी होती है। उन्होंने कहा कि जिले में टीकाकरण केन्द्रांे में नियमित रूप से 18 से 44 साल एवं 45 से ऊपर वालों के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। अंत्योदय, एपीएल और बीपीएल के लिए अलग-अलग वैक्सीनेशन सेंटर के माध्यम से टीकाकरण हो रहा है। उन्होंने वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण के दौरान उपस्थित स्वास्थ्य अमले से लोगों को जागरूक करने के साथ ही स्वयं को सुरक्षित रखते हुए टीकाकरण करने कहा।

मुंगेली / शौर्यपथ / नोवेल कोराना (कोविड-19) महामारी से बचाव हेतु जिले के कई सामाजिक संगठनों और समाज सेविओं द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष एवं जिला सहायता कोष के लिए मुक्त हस्त से दान दिया जा रहा है। इसी कड़ी मे आज मुंगेली जिले के ग्राम बरेला के राईस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष  राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल के नेतृत्व में राईस मिल एसोसिएशन द्वारा कलेक्टर पी.एस एल्मा को  जिला सहायता कोष के लिए दो लाख एक हजार रूपये की नगद राशि भेट की। कलेक्टर एल्मा ने राईस मिल एसोसिएशन बरेला द्वारा नोवेल कोराना (कोविड-19) महामारी से बचाव हेतु दो लाख एक हजार रूपये की नगद राशि प्रदान करने पर राईस मिल एसोसिएशन बरेला के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर शिवा राईस प्रोडक्ट, श्याम जी राईस इंडस्ट्री, सिद्धी राईस मिल, गोयल राईस मिल, हनुमान राईस मिल, जीपी एग्ग्रो प्रोडक्ट, महामाया राईस मिल, श्याम जी राईस प्रोडक्ट, शिव शक्ति मिल, शिव शक्ति प्रोडक्ट, जनता मिल, अंकित राईस मिल, मित्तल राईस मिल, श्याम एग्ग्रो, दुर्गा राईस मिल, बालाजी पारबोलिंग, बजरंग राईस मिल और बजरंग मिल के संचालक मौजूद थे।

-सुबह-सुबह रोड ब्यूटीफिकेशन का कार्य देखने पहुँचे कलेक्टर
-अवैध होर्डिंग्स हटाने दिये निर्देश, तय समय में काम पूरा करने कहा
दुर्ग / शौर्यपथ / शहर में नागरिक सुविधा बढ़ाने एवं सौंदर्यीकरण करने प्रमुख सड़कों में व्यापक सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है। आज इन कार्यों का निरीक्षण करने सुबह-सुबह कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे पहुँचे। उन्होंने कार्यों के निरीक्षण की शुरूआत नेहरू चौक से की। पटेल चौक से नेहरू चौक तक सौंदर्यीकरण का कार्य प्रगतिरत है। पीडब्ल्यूडी ईई अशोक श्रीवास ने इस रास्ते में निर्धारित किये गए उद्यानों की जानकारी दी। इनके प्लान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कलेक्टर ने इसके बारे में आवश्यक सुझाव दिये। उन्होंने कहा कि यह रास्ता बेहद खूबसूरत होना चाहिए। चूँकि यह शहर की सबसे प्रमुख सड़कों में से एक है इसलिए यहाँ से शहर की पहचान होनी चाहिए। गार्डन का प्लान इस तरह करें कि थोड़े से स्पेस में लोगों के लिए काफी उपयोगी हो।
उन्होंने पाथवे आदि के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देश दिये। निगम अधिकारियों ने विस्तार से यहाँ के प्लान की जानकारी दी। कलेक्टर ने अवैध होर्डिंग्स भी हटाने के निर्देश दिये। ईईपीडब्ल्यूडी ने उन्हें प्लान के पाइप लाइन और सीवरेज सिस्टम के बारे में भी बताया। इस दौरान दुर्ग निगम के अधिकारी भी मौजूद थे। उन्होंने भी इस बारे में विस्तार से जानकारी दी। कलेक्टर ने कहा कि तय समय सीमा में काम करें। उन्होंने इस ओर आने वाले पोल की शिफ्टिंग के निर्देश भी दिये।

दुर्ग / शौर्यपथ / चंदूलाल चंद्राकर कोविड केयर हास्पिटल में नर्स डे बेहद खास तरीके से मनाया गया। साल भर से यहाँ मेहनत कर रहे डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ का सम्मान इस दिन किया गया। इसके लिए खास तौर पर थैंक यू लेटर बनाया गया था और चाकलेट भी रखे गये थे। सभी को थैंक यू लेटर और चाकलेट भेंट की गई। नर्स डे के दिन प्रबंधन की ओर से इस तरह से दिन को खास बनाने को लेकर नर्सिंग स्टाफ में खासा उत्साह दिखा।
इस मौके पर डिप्टी कलेक्टर अरुण वर्मा ने कहा कि बीते कई दिनों से आप लोग ठीक से सोये नहीं, आपने हर क्षण कड़ी मेहनत की और मरीजों की लगातार सेवा करते रहे। इसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम हैं। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे में हम लोग आप लोगों को लगातार सेवा करते देखते रहे। यह अनथक परिश्रम बहुत काम आया है। कई परिवारों के घर के चिराग लौटे हैं। आप लोगों ने अपनी मेहनत से बहुत सी जिंदगी गुलजार की है। हम लोगों ने सोचा कि नर्स डे के दिन हम अपनी तरफ से इसके लिए कुछ शब्द आपके लिए लिखें। वैसे आपका जो योगदान है वो बहुत बड़ा है। इस मौके पर हास्पिटल के मेडिकल आफिसर डॉ. अनिल शुक्ला ने कहा कि बीते कई दिनों से आप लोग टीम के रूप में रात दिन मेहनत कर रहे हैं। पैंडेमिक के इस दौर में आप लोग कोरोना वारियर्स के रूप में अग्रिम पंक्ति में कोरोना पीड़ितों की सहायता कर रहे हैं। आप लोगों के कार्य की जितनी तारीफ की जाए कम है। डॉ. सुगम सावंत ने भी सभी चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ को नर्स डे की बधाई दी। उन्होंने कहा कि इतना सुंदर कार्य आप लोगों ने किया, इसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। मैं आप लोगों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूँ। इस मौके पर 53 डॉक्टर, 133 नर्सिंग स्टाफ का सम्मान किया गया।
फ्लोरेंस नाइटिंगल के सम्मान में दीप्त किया कैंडल- तब आटोमन साम्राज्य का दौर था और रूस ने तुर्की के क्रीमिया पर हमला किया था। इसमें बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे। फ्लोरेंस नाइटिंगल ने महिला समाजसेविकाओं के साथ मिलकर रातदिन मरीजों की सेवा की थी। उन्हें लेडी विद द लैंप लोग कहने लगे थे। उनकी स्मृति में स्टाफ नर्स ने कैंडल जलाये।

रायपुर / शौर्यपथ / डॉ महंत ने कहा कि, भगवान परशुराम जिन्हें विष्णु जी का छठा अवतार कहा जाता है. परशुराम जयंती वैशाख माह के शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है. अक्षय तृतीया को परशुराम जयंती के रूप में मनाया जाता है. परशुराम का तेज और शौर्य ही था कि उन्होंने कार्तवीर्य सहस्रार्जुन का वध करके अराजकता को समाप्त किया तथा नैतिकता और न्याय का साथ दिया । परशुराम पृथ्वी के पाप बोझ को नष्ट करने और सभी प्रकार की बुराई को दूर करने के लिए आए थे। इस दिन से हिंदू संस्कृति के स्वर्ण युग की शुरुआत हुई है और इसे पूरे भारत में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है।
डॉ महंत ने कहा कि, भगवान परशुराम जी ने हमेशा जरूरतमंद लोगों की मदद की. इस दिन शुभ मुहूर्त देखे बिना ही कार्य किए जाते हैं क्योकि इस दिन को शुभ माना जाता है. परशुराम जयंती को हिंदुओं द्वारा समर्पण और उत्साह के साथ मनाया जाता है. मूल रूप से परशुराम का नाम राम था।
विस् अध्यक्ष डॉ महंत ने कहा कि, अक्षय का अर्थ होता है, जिसका क्षय न हो. इसलिए माना जाता है कि इस तिथि को किए गए कार्यों के परिणाम का क्षय नहीं होता है। इस दिन को स्वयंसिद्ध मुहूर्त माना गया है। समस्त शुभ कार्यों के अलावा प्रमुख रूप से शादी, स्वर्ण खरीदने, नया सामान, गृह प्रवेश, पदभार ग्रहण, वाहन क्रय, भूमि पूजन तथा नया व्यापार प्रारंभ कर सकते हैं। अक्षय तृतीया के दिन स्नान, ध्यान, जप-तप करना, हवन करना, स्वाध्याय और पितृ तर्पण करने से पुण्य मिलता है। अक्षय तृतीया के दिन पंखा, चावल, नमक, घी, चीनी, सब्जी, फल, इमली और वस्त्र वगैरह का दान शुभ माना गया है।

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