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Shouryapath news durg । आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि किसानों को चार क़िस्त में देने वाली राशि को बिना रकम काटे एक मुश्त दिया जाए, फसल की रकम को चार किस्तो में भुगतान जो किया जा रहा है जबकि चुनावी घोषणा पत्र में इस बात का उल्लेख नही किया गया था की समर्थन मूल्य की राशि को सरकार इस तरह से किस्तो में भुगतान करेगी प्रदेश के किसानों के साथ यह एक तरह का छल किया गया है आज वैश्विक महामारी के दौर में ग्रामीण अर्थव्यवस्था बिल्कुल चरमरा सी गयी है लोगो की रोजमर्रा की जरूरत के हिसाब से उनके पास पैसे नही है वे इस दौर में दर दर भटक रहे है आम आदमी पार्टी ने मांग की है कि किसानों के फसल की राशि का भुगतान एक मुश्त करें व रवि फसल लेने वाले किसानों के ऊपर प्राकृतिक आपदा के रूप में ओला बारिश से जो नुकसान किसानों को हुआ है उसका आपदा प्रबंधन के रूप में सरकार मुआवजा राशि भुगतान करें ताकि ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को बल मिले। आप नेत्री के ज्योति ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) श्रमिकों को 1 अप्रैल 2021 से प्रतिदिन 193 रूपए मजदूरी देना तय हुआ है। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा मनरेगा के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए राज्यवार प्रतिदिन मजदूरी की दर का राजपत्र में प्रकाशन कर दिया गया है। मनरेगा के तहत काम करने वाले अकुशल हस्त कर्मकारों हेतु छत्तीसगढ़ के लिए 193 रूपए प्रतिदिन की मजदूरी तय की गई है। यह नई दर 1 अप्रैल 2021 से प्रभावी हो चुकी है। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 190 रूपए मजदूरी दर निर्धारित थी। आगामी वित्तीय वर्ष के लिए इसमें तीन रूपए की बढ़ोतरी की गई है।लेकिन छत्तीसगढ़ के कई जिलों में अभी तक मनरेगा मजदूरों को नियमित रूप से मजदूरी का भुगतान नहीं हो रहा है और वे इसे पाने के लिए पंचायत अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर उन्हें चलता कर रहे हैं लेकिन सबसे दुख की बात यह है कि इन मजदूरों की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वे ऐसे में अपनी दैनिक जरूरतों के खर्चे पूरे कर सकें। आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष मेहरबान सिंग ने मांग की है किसानों के फसल व मनरेगा में कार्य किये हुए श्रमिकों को बकाया राशि के साथ वर्तमान राशि का भुगतान एक मुश्त किया जाए।
Shouryapath news durg । प्रदेश कांग्रेस महामंत्री राजेंद्र साहू ने छत्तीसगढ़ में कोरोना नियंत्रण और वैक्सिनेशन को लेकर राज्य सरकार पर भाजपा के झूठे आरोपों का करारा जवाब दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, विष्णु देव साय, बृजमोहन अग्रवाल समेत भाजपा सांसदों द्वारा राज्य सरकार पर आधारहीन आरोप लगाए जा रहे हैं। भाजपा नेता जमीनी हकीकत से परे होकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। पिछले डेढ़ माह से ज्यादा समय से कोरोना संकट से जूझते छत्तीसगढ़ में किसी भी भाजपा नेता ने न तो अस्पतालों का निरीक्षण किया, न वैक्सीन सेंटरों का जायजा लिया। राजेंद्र ने सवाल किया है कि 15 साल तक छत्तीसगढ़ में राज करने वाले प्रदेश के भाजपा नेताओं ने वैक्सीन की समस्या से जूझती जनता को इलाज की बेहतर सुविधा देने के लिए कोरोना महासंकट के दौरान अब तक आखिर किया क्या है? राजेंद्र ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह समेत भाजपा सांसदों और संगठन नेताओं द्वारा राज्यपाल से मुलाकात कर राज्य सरकार को कोरोना नियंत्रण के लिए सुझाव देने का आग्रह किया है। राजेंद्र ने इस मामले में कहा कि केवल राजनीति चमकाने के लिए झूठे और अनर्गल बयानों से आम जनता का भला नहीं हो सकता। बेहतर होगा कि भाजपा नेताओं का प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर वैक्सीन उपलब्ध कराने और स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने की मांग करें। इससे छत्तीसगढ़ की जनता का भला होगा। राजेंद्र ने तीखे लहजे में कहा कि भाजपा नेताओं ने कोरोना महासंकट के दौर में घर पर बैठकर धरना देने और मिथ्या आरोप लगाने के सिवा इस संकटकाल में कोई काम नहीं किया। क्या छत्तीसगढ़ की जनता के लिए भाजपा नेताओं की यही जवाबदेही है? राजेंद्र ने कहा कि स्थानीय जनता की मांगों और जरूरतों को केंद्रीय स्तर पर पहुंचाने की जिम्मेदारी सांसदों पर होती है। राज्य के भाजपा सांसदों को छत्तीसगढ़ की जनता ने चुना है। इन सांसदों ने राज्य के हर वर्ग के नागरिकों को वैक्सीन लगाने की सुविधा देने पर्याप्त वैक्सीन सप्लाई करने केंद्रीय स्तर पर अब तक कोई पहल क्यों नहीं की? कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बावजूद भाजपा सांसद अब तक चुप्पी साधे बैठ गए हैं। उनके द्वारा केवल कोरी बयानबाजी की जा रही है। सफेद झूठ बोलकर राजनीति चमकाने का प्रयास किया जा रहा है। राजेंद्र ने कहा कि भूपेश सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायो टेक कंपनी को वैक्सीन सप्लाई का आर्डर पहले ही दे दिया था। एडवांस में रकम भी जमा की गई। इसके बावजूद अभी तक लोगों के लिए पर्याप्त वैक्सीन की सप्लाई नहीं हो पाई है। छत्तीसगढ़ सहित सभी राज्यों को डिमांड के अनुसार वैक्सीन उपलब्ध कराने में केंद्र सरकार पूरी तरह विफल रही है। सच ये है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने समय रहते वैक्सीन उत्पादन पर ध्यान ही नहीं दिया। उल्टे, उत्पादित वैक्सीन को दूसरे देशों को निर्यात करने की अनुमति दे दी। केंद्र सरकार के समय पर तैयारी न करने और पर्याप्त वैक्सीन का निर्माण न करने से देश की जनता की जान जोखिम में पड़ गई है। राजेंद्र ने कहा कि देश में कई वैक्सीन निर्माता कंपनियां हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सुझाव को मानते हुए रायल्टी बेसिस पर अन्य वैक्सीन निर्माता कंपनियों को भी वैक्सीन बनाने की अनुमति मिलना चाहिए। ताकि, भरपूर उत्पादन जनसंख्या के आधार पर आम जनता के लिए वैक्सीन उपलब्ध कराया जा सके। इसके लिए कठोर निर्णय लेना जरूरी है। देशवासियों की जान बचाने के लिए प्रधानमंत्री को तत्काल कठोर निर्णय लेकर दूसरी निर्माता कंपनियों को भी वैक्सीन निर्माण की अनुमति मिलना चाहिए। राजेंद्र ने कहा कि केंद्र सरकार पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाते हुए सभी राज्यों के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा कर जनसंख्या के आधार पर वैक्सीन उपलब्ध कराए। वैक्सीन पर सभी देशवासियों का समान अधिकार है। वैक्सीन सप्लाई में पक्षपात या लेटलतीफी नहीं होना चाहिए। बेहतर होगा कि केंद्र की भाजपा सरकार अपना कामकाज संभाले और पर्याप्त मात्रा में राज्यों को वैक्सीन उपलब्ध कराए।
Shouryapath news durg । प्रदेश कांग्रेस महामंत्री राजेंद्र साहू ने छत्तीसगढ़ में कोरोना नियंत्रण और वैक्सिनेशन को लेकर राज्य सरकार पर भाजपा के झूठे आरोपों का करारा जवाब दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, विष्णु देव साय, बृजमोहन अग्रवाल समेत भाजपा सांसदों द्वारा राज्य सरकार पर आधारहीन आरोप लगाए जा रहे हैं। भाजपा नेता जमीनी हकीकत से परे होकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। पिछले डेढ़ माह से ज्यादा समय से कोरोना संकट से जूझते छत्तीसगढ़ में किसी भी भाजपा नेता ने न तो अस्पतालों का निरीक्षण किया, न वैक्सीन सेंटरों का जायजा लिया। राजेंद्र ने सवाल किया है कि 15 साल तक छत्तीसगढ़ में राज करने वाले प्रदेश के भाजपा नेताओं ने वैक्सीन की समस्या से जूझती जनता को इलाज की बेहतर सुविधा देने के लिए कोरोना महासंकट के दौरान अब तक आखिर किया क्या है? राजेंद्र ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह समेत भाजपा सांसदों और संगठन नेताओं द्वारा राज्यपाल से मुलाकात कर राज्य सरकार को कोरोना नियंत्रण के लिए सुझाव देने का आग्रह किया है। राजेंद्र ने इस मामले में कहा कि केवल राजनीति चमकाने के लिए झूठे और अनर्गल बयानों से आम जनता का भला नहीं हो सकता। बेहतर होगा कि भाजपा नेताओं का प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर वैक्सीन उपलब्ध कराने और स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने की मांग करें। इससे छत्तीसगढ़ की जनता का भला होगा। राजेंद्र ने तीखे लहजे में कहा कि भाजपा नेताओं ने कोरोना महासंकट के दौर में घर पर बैठकर धरना देने और मिथ्या आरोप लगाने के सिवा इस संकटकाल में कोई काम नहीं किया। क्या छत्तीसगढ़ की जनता के लिए भाजपा नेताओं की यही जवाबदेही है? राजेंद्र ने कहा कि स्थानीय जनता की मांगों और जरूरतों को केंद्रीय स्तर पर पहुंचाने की जिम्मेदारी सांसदों पर होती है। राज्य के भाजपा सांसदों को छत्तीसगढ़ की जनता ने चुना है। इन सांसदों ने राज्य के हर वर्ग के नागरिकों को वैक्सीन लगाने की सुविधा देने पर्याप्त वैक्सीन सप्लाई करने केंद्रीय स्तर पर अब तक कोई पहल क्यों नहीं की? कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बावजूद भाजपा सांसद अब तक चुप्पी साधे बैठ गए हैं। उनके द्वारा केवल कोरी बयानबाजी की जा रही है। सफेद झूठ बोलकर राजनीति चमकाने का प्रयास किया जा रहा है। राजेंद्र ने कहा कि भूपेश सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायो टेक कंपनी को वैक्सीन सप्लाई का आर्डर पहले ही दे दिया था। एडवांस में रकम भी जमा की गई। इसके बावजूद अभी तक लोगों के लिए पर्याप्त वैक्सीन की सप्लाई नहीं हो पाई है। छत्तीसगढ़ सहित सभी राज्यों को डिमांड के अनुसार वैक्सीन उपलब्ध कराने में केंद्र सरकार पूरी तरह विफल रही है। सच ये है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने समय रहते वैक्सीन उत्पादन पर ध्यान ही नहीं दिया। उल्टे, उत्पादित वैक्सीन को दूसरे देशों को निर्यात करने की अनुमति दे दी। केंद्र सरकार के समय पर तैयारी न करने और पर्याप्त वैक्सीन का निर्माण न करने से देश की जनता की जान जोखिम में पड़ गई है। राजेंद्र ने कहा कि देश में कई वैक्सीन निर्माता कंपनियां हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सुझाव को मानते हुए रायल्टी बेसिस पर अन्य वैक्सीन निर्माता कंपनियों को भी वैक्सीन बनाने की अनुमति मिलना चाहिए। ताकि, भरपूर उत्पादन जनसंख्या के आधार पर आम जनता के लिए वैक्सीन उपलब्ध कराया जा सके। इसके लिए कठोर निर्णय लेना जरूरी है। देशवासियों की जान बचाने के लिए प्रधानमंत्री को तत्काल कठोर निर्णय लेकर दूसरी निर्माता कंपनियों को भी वैक्सीन निर्माण की अनुमति मिलना चाहिए। राजेंद्र ने कहा कि केंद्र सरकार पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाते हुए सभी राज्यों के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा कर जनसंख्या के आधार पर वैक्सीन उपलब्ध कराए। वैक्सीन पर सभी देशवासियों का समान अधिकार है। वैक्सीन सप्लाई में पक्षपात या लेटलतीफी नहीं होना चाहिए। बेहतर होगा कि केंद्र की भाजपा सरकार अपना कामकाज संभाले और पर्याप्त मात्रा में राज्यों को वैक्सीन उपलब्ध कराए।
Shouryapath news Bastar । जगदलपुर- कोरोना महामारी व लॉकडाउन की वजह से जहाँ एक ओर पुरा प्रदेश जूझ रहा है ऐसे में कई संगठन आगे आकर सेवा कार्य मे अपना योगदान दे रहे है वहीं पंच पथ गणेश उत्सव समिति इन दिनों जरूरत मंदो व खास तौर पर बेज़ुबान पशुओं की सेवा में लगा हुआ है। आपको बता दें प्रदेश लगभग सभी जिलों में लॉकडाउन लगा हुआ है, पंच गणेश उत्सव समिति इन दिनों बेज़ुबानो को यथा शक्ति भोजन कराने में लगा हुआ है।समिति के समिति के सदस्य लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से इस खास सेवा कार्य के लिए प्रेरित करने का कार्य भी कर रहें हैं। समिति के सदस्यो ने बताया की हमारी के टीम लगातार 25 दिनों से बेजुबान पशुओं की सेवा पहुँचाने का कार्य कर रही है, उन्होंने कहा जहाँ एक महामारी अभिशाप बनी हुई है वहीं लॉकडाउन की वजह से लोग बदहाली की हालत में आ चुके हैं। जहाँ एक ओर हमें लोगों को महामारी से बचाव के लिए जागरूक करना है, वहीं दूसरी ओर हमें बेज़ुबान ज़ुबान जीवों भी बचाना है।समिति के सदस्य प्रतिदिन शाम को शहर में चौक चौराहे में बैठे पशुओं को भोजन करवाते है इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का भी पालन किया जा रहा है।
Shouryapath news Bastar । आल मुस्लिम वेलफेयर फाऊंडेशन के बस्तर संभाग संरक्षक हाजी वसीम अहमद और जिला अध्यक्ष जावेद खान ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बस्तर जिला के सभी सुन्नी मुस्लिम जमात से अपील की है कि इस वैश्विक महामारी से आज पूरा देश पूरा प्रदेश जूझ रहा है और बस्तर जिला भी इससे अछूता नहीं है ऐसे में शासन प्रशासन के द्वारा महामारी के रोकथाम के लिये जरूरी दिशा निर्देश जारी किये हैं, इन दिशा निर्देशों का कडाई से पालन करते हुए हमें अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए ईद का त्यौहार पूरी सादगी के साथ सामाजिक दूरी बनाते हुए घर पर रहकर ही मनाना है एवं शरीअत के मुताबिक ईद की नमाज अदा करनी है और शासन प्रशासन का सहयोग करते हुए देश के जिम्मेदार नागरिक होने का उदाहरण पेश करना है। और अपने मुल्क और पूरी मानवजाति को कोरोना महामारी से बचाने अल्लाह अज्वजल से दुआ करनी है। हाजी वसीम अहमद और जावेद खान ने सुन्नी मुस्लिम जमात से अपील की है कि पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाहू अलैहि वसल्म ने मोमिनों से कहा है कि नमक से इफ्तार कर लेना, ईद पर पुराने कपड़े पहन कर नमाज अदा कर लेना मगर अपने पडोस में किसी को भूखा मत सोने देना फिर आपका पड़ोसी किसी भी मजहब का क्यों ना हो। हम अल्लाह और अल्लाह के रसूल को मानने वाले लोग हैं इस लाकडाउन में हमें इन्सानियत का फर्ज अदा करते हुए अपने पडोसियों का पूरा ख्याल रखना है,अपने पडोसियों के साथ ईद की खुशियां बांटते हुए जरुरतमंदों की मदद करनी है और अबकी ईद सबकी ईद का पैगाम देना है। हमने पिछले वर्ष भी कोरोना महामारी के चलते लाकडाउन और शासन प्रशासन के नियमों का पालन करते हुए घर पर रहकर ईद का जश्न पूरी सादगी के साथ मनाया था और इस साल भी उसी सादगी के साथ ईद का जश्न मनायें और दरगाह कब्रिस्तान में भीड जमा करने से बचें मास्क का इस्तेमाल लगातार करें ऐसी अपील आल मुस्लिम वेलफेयर फाऊंडेशन बस्तर की सुन्नी मुस्लिम जमात से करती है।
Shouryapath news bastar । मामले में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के संभागीय सयुंक्त महासचिव श्री नरेंद्र भवानी ने प्रेस विज्ञपति जारी कर कहा की बास्तानार में दो शिक्षक जो पति पत्नी थे कोरोना महामारी की रोकथाम में डियूटी करते संक्रमित होकर जन गवानी पड़ी, जिसके बाद वें दोनों अपने पीछे दो मासूम बच्चे छोड़ गए और अब जब बच्चो का भविष्य का सवाल हैं तब कांग्रेस की सरकार एवं स्थानीय विधायक अपना जिम्मेदारी से भागना कैसा ! लाखो करोडो स्वेक्षा दान देने में कभी नहीं कतराय, आखिर अब क्यूँ जिम्मेदारी से भाग रहे जिम्मेदार, दुःख तो तब लगा जब तोकापाल अनुविभागीय अधिकारी जी का एक पहल देखने को मिला की आम जनता से ही आर्थिक मदत की कर रहे अपील कितना दुःखद स्थिति हैं और शर्म की बात हैं स्थानीय जनप्रतिनधि एवं राज्य के मुखयमंत्री के लिए लेकिन जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी अभी जिन्दा हैं ! किन्तु छत्तीसगढ़ सरकार इतनी लाचार हो गई हैं की शिक्षको के साथ इतना भेद भाव ऐसी व्यवस्था जब इस नाजुक समय में जनता को ही सामने आके परिवार को मदत करना होगा, तो ये सब वादे, इतने बड़े बड़े दिखावे, लाखो करोडो का दान का दावा सब खोकला दिखाई पड़ता हैं ! मेरे लिए यह दो शिक्षक जो कोरोना वारियर्स हैं बस्तर की सेवा में आज जान गवा दिए और अब उनके बच्चे को संभालने का समय आया तो हमारे बस्तर संभाग के सत्ता पक्ष के समस्त विधायक मदत करना छोड़, स्थानीय प्रशासन इंसानियत दिखाते हुए लोगो से मदत मांग रहे हैं कितना शर्मनाक बात हैं ! मै पुरजोर विरोद करता हु इस फेसबुक के माध्यम से एवं सोशल मिडिया के माध्यम से कल ही चित्रकूट विधायक के निवास स्थान के सामने अपने समर्थको के साथ जो संख्या 10 लोगो की होगी विधायक जी से कम से कम 20 लाख का भरण पोषण राशि बच्चो के भविष्य हेतु ! स्वेक्षा दान देने की मांग करूँगा, जब तक मांग पूरा नहीं होगा चित्रकूट विधायक अपना जिम्मेदारी पूरा नहीं करेंगे उनकी जिम्मेदारी का एहसास दिलवाना बखूबी आता हैं हमें !
Shouryapath news Bastar। *जगदलपुर --शिव मंदिर वार्ड के पार्षद निर्मल पानीग्राही के द्वारा खाद्य सामग्री पूर्व विधायक संतोष बाफना की मुख्यातिथि में वार्ड के डोंगाघाट में मंगलवार को 200 परिवारों को खाद्यान सामग्री बाटा गया। इस अवसर पर भाजपा नगर अध्यक्ष सुरेश गुप्ता एवम नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे भी उपस्थित थे। पूर्व विधायक संतोष बाफना ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन लगाना जरूरी है, सभी वैक्सीन जरूर लगाएं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वैक्सीन के लिए धन्यवाद देता हूं एवं उन महान वैज्ञानिकों को नमन करता हूं जिन्होंने वैक्सीन बनाया। जगदलपुर के भाजपा पार्षदों ने लगातार अपने वार्डो में जरूरतमंद लोगों के बीच जाकर सहयोग प्रदान कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी परिवार हर व्यक्ति की चिंता कर रहा है ।मुझे विश्वास है। कोरोना की इस लड़ाई को हम बहुत जल्द लड़कर जीत हासिल कर लेंगे। नगर अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने कहा हमारे कार्यकर्ता लगातार दिन रात मेहनत करके पूरे 48 वार्डो तक लोगों में जागरूकता के साथ साथ सेवा कार्य में लगे हुए हैं। नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे ने कहा कि इस कोरोना काल में वैक्सीन को लेकर कांग्रेस के लोग राजनीति कर रहे है और भाजपा के लोग राहत कार्य में लगे हुए हैं।वार्ड पार्षद निर्मल पाणिग्रही ने कहा कि वार्ड के 700 परिवारों तक राशन पहुंचाने का लक्ष्य मैंने रखा है। कोई भी भूखा ना सोए ,हर जरूरत मंद लोगों तक खाद्य सामग्री पहुंचे।इसकी चिंता मैं कर रहा हूँ। हर व्यक्ति सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, मास्क लगाएं एवं कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन जरूर लगाएं। कार्यक्रम का संचालन संग्राम सिंह राणा ने किया।इस अवसर पर लक्ष्मण झा,ध्रुनाथ जोशी,पीताम्बर ठाकुर, पंकज आचार्य,अनिल,करुण,धर्मेंद्र,उमेश,राजेश दास,ज्ञाने जोशी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।*
खेल /शौर्यपथ / इंग्लैंड प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 को 29 मैचों के बाद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करना पड़ा है। इस टी20 लीग के बचे हुए 31 मैच कब और कहां खेले जाएंगे, इसको लेकर फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया जा सका है। इस बीच आईपीएल फ्रेंचाइजी टीमों के लिए एक बुरी खबर है। इंग्लैंड के खिलाड़ियों का आईपीएल के बचे हुए मैचों में हिस्सा लेना काफी मुश्किल हो सकता है। इंग्लैंड क्रिकेट टीम का जून के बाद शेड्यूल काफी व्यस्त है और अगर आईपीएल के बचे हुए मैच इस साल नए सिरे से आयोजित होते हैं, तो इंग्लैंड के क्रिकेटर नहीं खेल सकेंगे। ईसीबी के क्रिकेट निदेशक एश्ले जाइल्स ने यह जानकारी दी।
आईपीएल बायो बबल में कोरोना पॉजिटिव केस आने के बाद इस टी20 लीग को 4 मई को स्थगित करने का फैसला लिया गया था। अब इसे या तो सितंबर के आखिर में टी20 वर्ल्ड कप से पहले या नवंबर के बीच में आयोजित किया जा सकता है। इंग्लैंड के टॉप क्रिकेटर दोनों समय व्यस्त होंगे। उन्हें सितंबर और अक्टूबर में बांग्लदेश जाना है जबकि टी20 वर्ल्ड कप के ठीक बाद एशेज सीरीज खेली जाएगी।
जाइल्स ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा, 'हमारा एफटीपी शेड्यूल काफी व्यस्त है। पाकिस्तान और बांग्लादेश का दौरा है।' आईपीएल की अलग-अलग टीमों में इंग्लैंड के 11 क्रिकेटर भाग ले रहे हैं। जाइल्स ने कहा ,'हमें नहीं पता कि आईपीएल के बाकी मैचों का शेड्यूल क्या होगा और ये कब और कहां होंगे । इस सीजन में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैचों से हमारा शेड्यूल काफी व्यस्त है।' उन्होंने कहा, 'हमें टी20 वर्ल्ड कप और उसके बाद एशेज सीरीज खेलनी है। अपने खिलाड़ियों के कार्यभार का भी ध्यान रखना है।'
मनोरंजन /शौर्यपथ / इन दिनों दर्शकों के दिलों पर राज करने वाली 'अनुपमाÓ लीड एक्ट्रेस रुपाली गांगुली अपनी पर्सनल लाइफ से जुड़े एक खुलासे को लेकर खबरों में हैं। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि वह भी बॉडी शेमिंग का शिकार हो चुकी हैं। एक समय उनके लिए ऐसा था जब लोगों ने उनके बढ़े हुए वजन को देखकर उन्हें ओल्ड आंटी कहकर बुलाने लगे थे। यह तब हुआ जब उन्होंने अपने बेटे रुद्रांश को जन्म दिया। उस समय उनका वेट 30 किलो बढ़ गया था।
मनोरंजन न्यूज साइट बॉलीवुड बबल की खास बातचीत में रुपाली ने कहा कि प्रेग्नेंसी के बाद मेरा वजन काफी बढ़ गया। वह आगे कहती हैं,"कभी जब मैं प्रेग्नेंट हुई तो मैं 58 किलो की थी, लेकिन जब मेरा बेटा रुद्रांश हुआ तो मेरा वेट बढ़ गया और मैं 86 किलो की हो गईं। उस समय मैं काफी मोटी दिखती थी।"
आंटी कहकर बुलाने लगे पड़ोसी
रुपाली के अनुसार, जब बेटे के जन्म के बाद वह बाहर टहलने के लिए जाती थीं तब उनके पड़ोसी उन्हें बुढ़ी आंटी कहकर बुलाने लगे। लोग मुझसे कहते अरे तुम तो मोनिशा हो, कितनी मोती हो गई हो ( मोनिशा उनका एक किरदार था) । हालांकि इन बातों का असर उनपर कोई असर नहीं पडऩे दिया। वह कहती हैं कि आज जब भी मैं काम करती हूं उस समय मैं वजन को बीच में नहीं आने देती। मैं सभी चीजों को काफी लाइट और पॉजिटिव लेती हूं। शायद यही वजह है कि लोगों का प्यार मुझ पर से कम नहीं हुआ है।
इस लिए लिया टीवी से ब्रेक
रुपाली आगे कहती हैं कि ये लोग कौन होते जो एक मां को जज करते हैं? किसी को पता नहीं है कि एक महिला किस तरह के मुद्दों से गुजर कर वह एक मां के बनती हैं। वह आगे कहती हैं कि मुझे थायरॉयड की समस्या थी, जिसमें प्रजनन क्षमता कम हो जाती है। इसके अलावा कई स्वास्थ संबंधी तकलीफ थी और मैंने बहुत से डॉक्टरों से सलाह ली। काफी इंतजार के बाद मेरे बेटे का जन्म हुआ इसलिए मेरा बेटा मेरे लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है।
जानकारी के लिए बता दें कि अनुपमा से पहले रूपाली ने कुछ वर्षों के लिए छोटे पर्दे से ब्रेक लिया था। इस बारें में बताते हुए वह कहती हैं कि उस समय मैं एक माँ बनने के अलावा और कुछ नहीं चाहती थी, इसलिए जब मेरे बेटे का जन्म हुआ तो मैं काम से ब्रेक ले ली।
रुपाली गांगुली टीवी शोज
रुपाली गांगुली इन दिनों स्टार प्लस के शो 'अनुपमाÓ की वजह से सभी दिलों पर छाई हुईं है। आए दिन इस शो में ट्वीस्ट और टर्न से वह लोगों का मनोरंजन कर रही हैं। रुपाली गांगुली इससे पहले टीवी शो परवरिश,कुछ खट्टा कुछ मीठा, साराभाई ङ्कह्य साराभाई-2 में भी नजर आ चुकी हैं।
सेहत /शौर्यपथ / गाय और भैंस का दूध सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। तंदुरुस्ती के लिए इन दोनों पशुओं का दूध दूसरों के मुकाबले अधिक फायदेमंद है। लेकिन बकरी के दूध में भी कई सारे सेहत के राज छिपे हैं। इसके सेवन से कई बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। बकरी के दूध में मौजूद पोषण आपको शारीरिक और मानसिक समस्याओं से निजात दिलाने में सहायक होता है। आइए विस्तार से जानते हैं बकरी के दूध के फायदे -
1.एनीमिया रोकने में मददगार- शरीर में आयरन की कमी होने पर एनीमिया का खतरा बढ़ जाता है। एनीमिया होने से खून पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने में असफल होता जाता है। इसलिए डॉक्टर की सलाह ले कर बकरी के दूध का सेवन किया जा सकता है। ताकि एनीमिया जैसी घातक बीमारी में राहत मिल सकें।
2.बालों के लिए फायदेमंद- बालों के स्वास्थ्य के लिए विटामिन ए और विटामिन बी की आवश्यकता होती है। इससे बाल झड़ना बंद हो जाते हैं। बकरी के दूध में दोनों ही विटामिन की मात्रा पाई जाती है। इसके सेवन से बालों का झड़ना कम किया जा सकता है।
3.हड्डियां मजबूत- बकरी के दूध में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे हड्डियां मजबूत होती है। इसलिए बकरी के दूध का सेवन फायदेमंद होता है।
4.ह्दय रोग पीड़ित- दिल की बीमारी होने पर कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ना चाहिए। इस बात का काफी ध्यान रखा जाता है। बकरी के दूध में अधिक मात्रा में फैटी एसिड पाया जाता है। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इससे दिल का आकस्मिक दौरा या स्ट्रोक जैसी बीमारी का खतरा टल जाता है।
5.इम्यूनिटी बूस्टर- बकरी के दूध में सेलेनियम नामक मिनरल्स अधिक पाए जाते हैं। जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। यह दूध एड्स से पीड़ित मरीजों को दिया जाता है क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो जाती है।
6.प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक- बकरी के दूध का सेवन चिकनगुनिया, डेंगू जैसी बीमारियों में अधिक किया जाता है। कहा जाता है कि जब शरीर में प्लेटलेट्स कम होने लगते हैं तो बकरी का दूध देना चाहिए। ताकि खून गाढ़ा नहीं पड़ें। हालांकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
7.सूजन कम करने में मददगार- बकरी के दूध में मौजूद एंटी बैक्टीरियल से शरीर में आ रही सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके सेवन से शरीर में हो रही जलन भी कम होने लगती है।
8.वजन कम करता है- वर्तमान में अधिकतर लोग अपनी हेल्थ के प्रति सजग हो रहे हैं। बढ़ते वजन को कम करने के लिए फूड चार्ट में भी बदलाव कर रहे हैं। डाइट में अब बकरी का दूध भी शामिल किया जाने लगा है। इसमें फैटी एसिड मौजूद रहता है। इससे मोटापा नहीं बढ़ता है।
9.त्वचा के लिए बेहतर- बकरी के दूध में पीएच स्तर त्वचा के पीएच स्तर के बराबर पाया जाता है। इसके सेवन से झुर्रियां कम होती है साथ ही चेहरे पर हो रहे दाग -धब्बे भी कम होने लगते हैं।
10.बच्चों को बकरी का दूध- नवजात शिशु के लिए मां का दूध ही सबसे अच्छा होता है लेकिन जब नहीं मिल पाता है तो बकरी का दूध दिया जा सकता है। वह आसानी से पच जाता है। हालांकि बच्चों को बकरी का दूध देने से पहले डॉक्टर से जरूर चर्चा करें।