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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
पात्र हितग्राहियों को मिलें पक्के मकान,हितग्राही जता रहे है सरकार का आभार:
दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत आज जिला कलेक्टर व निगम प्रशासक सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के आदेश एवं आयुक्त सुमित अग्रवाल के दिशा निर्देश पर 28 पात्र हितग्राहियों को योजना के नोडल एवं कार्यपालन अधिकारी दिनेश नेताम द्वारा लॉटरी निकलकर आवास आबंटन किया।प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी से कई परिवारों की जिंदगी बदल रही है। केंद्र और राज्य सरकार की मंशानुरूप समाज के हर नागरिक तक महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है, जिससे समाज के हर वर्ग का समुचित विकास हो सके। प्रधानमंत्री आवास योजना से अब हर व्यक्ति का पक्के आवास का सपना साकार हो रहा है। इससे शहर क्षेत्र के पात्र हितग्राही बहुत खुश हैं और सरकार का आभार जता रहे हैं।प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्र 28 हितग्राहियो की लॉटरी निकाल कर मकान आवंटन किया,प्रधानमंत्री आवास योजना मोर मकान-मोर आस एवं मोर मकान-मोर आस घटक अंतर्गत आज 28 आवासो का नगर निगम दुर्ग के डाटा सेंटर कार्यालय परिसर में खुली लाटरी पद्धति से आवासो को आबंटित किया गया।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मोर मकान मोर आस हेतु दिनांक 26.7.2024 से 14 -1-2025 तक आवेदन किए गए प्राप्त जमा राशि अनुसार हितग्राही जिसमें गणपति विहार, सरस्वती नगर,गोकुल नगर पुलगांव तथा मां कर्मा बोरसी हेतु कुल 28 हितग्राहीयों के लिए आज दिनांक 14 जनवरी 2025 को लॉटरी के माध्यम से भूतल,प्रथम तल तथा द्वितीय तल के आवासो का आवंटन किया गया।जिसमें गोकुल नगर पुलगांव हेतु 10 हितग्राही सरस्वती नगर हेतु 2 गणपति विहार हेतु 12 तथा माँ कर्मा हेतु तीन हितग्राहियों को लॉटरी निकाल कर मकान आवंटित किया गया।लॉटरी की इस प्रक्रिया में प्रधानमंत्री आवास योजना के नोडल अधिकारी दिनेश कुमार नेताम,सीआईटीसी एक्सपर्ट सचिन,दीपक संचेती,प्रितेश वर्मा,रुक्मणी राजपूत,भीम सिंह तथा रामदास उपस्थित थे।प्रधानमंत्री आवास योजना के नोडल अधिकारी दिनेश नेताम के द्वारा लॉटरी कर मकान आबँटित किया गया।
'सुशासन से समृद्धि की ओर' थीम पर आधारित है छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष का कैलेंडर
क्यू आर कोड के नए फीचर्स ने कैलेंडर को बनाया खास
मुख्यमंत्री के वीडियो संदेश के साथ ही शासन की उपलब्धियों की भी मिलेगी जानकारी
रायपुर /शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष 2025 के शासकीय कैलेंडर का विमोचन किया। कैलेंडर के कवर पेज में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की फोटो के साथ 'सुशासन से समृद्धि की ओर' के मूलमंत्र को दर्शाया गया है। छत्तीसगढ़ शासन के वार्षिक कैलेंडर में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के माध्यम से छत्तीसगढ़ वासियों के जीवन में आए सकारात्मक बदलाव को दिखाया गया है। विमोचन के अवसर पर कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम और लुण्ड्रा विधायक श्री प्रबोध मिंज, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि 'सुशासन से समृद्धि' के मूलमंत्र पर आधारित यह कैलेंडर हमारे शासन की प्राथमिकताओं और उपलब्धियों का प्रतीक है। इसमें हमने राज्य की जनकल्याणकारी योजनाओं को समाहित किया है, जो छत्तीसगढ़ को समृद्धि और विकास के नए आयामों तक ले जाएंगी। उन्होंने मकर संक्रांति के पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह साल हमारे प्रदेश की समृद्धि और खुशहाली का स्वर्णिम वर्ष होगा।
क्यूआर कोड के नए फीचर्स ने कैलेंडर को बनाया खास
रजत जयंती वर्ष 2025 के कैलेंडर में कुछ नए फीचर्स को समाहित किया गया है जिसने इसे और आकर्षक बना दिया है। कैलेंडर के प्रत्येक माह में एक क्यूआर कोड दिया गया है, जिसमें उस माह के विशेष अवसरों पर आधारित मुख्यमंत्री के वीडियो संदेश को सुना जा सकता है। इसी के साथ ही नए संदेश और शासन की उपलब्धियों की जानकारी निरंतर मिलती रहेगी। कैलेंडर के प्रत्येक माह के लिए उस महीने का क्यू आर कोड ही एक्टिव रहेगा। इसके साथ ही कैलेंडर के प्रत्येक पेज में छत्तीसगढ़ से जुड़े प्रमुख तथ्य के बारे में भी बताया गया है।
कैलेंडर के प्रत्येक माह में दिखेगी शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं की झलक
शासकीय कैलेंडर के जनवरी माह में छत्तीसगढ़ सरकार की श्री रामलला दर्शन योजना के माध्यम से अयोध्या और काशी की निःशुल्क यात्रा कर लौटे श्रद्धालुओं की तस्वीर दिखाई गई है। इस योजना से बड़ी संख्या में प्रदेश के लोगों को प्रभु श्री राम के दर्शन का लाभ मिल रहा है।
इसी तरह फरवरी माह में राजिम कुंभ कल्प के वैभव की तस्वीर को साझा किया गया है। वहीं मार्च माह में 70 लाख माताओं-बहनों की खुशियों को
दर्शाती तस्वीर है, जिनके जीवन में महतारी वंदन योजना से बड़ा बदलाव आया है। कैलेण्डर के अप्रैल माह में वनांचल में रहने वाले लोगों के जीवन में तेंदूपत्ता संग्रहण से आए बदलाव की तस्वीर है। शासन ने तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए पारिश्रमिक दर को 4 हजार रुपए से बढ़ाकर 5 हजार 500 रुपए कर दिया है।
मई माह में श्रमिकों के सम्मान में चलाई जा रही वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना की तस्वीर है। इस योजना के माध्यम से श्रमिकों के लिए 5 रुपए में भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। जून के महीने में स्कूली बच्चों की तस्वीर साझा की गई है। साथ ही छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू किए जाने और 18 स्थानीय भाषाओं में पढ़ाई कराए जाने का भी उल्लेख किया गया है।
इसी तरह जुलाई के महीने में किसानों की समृद्धि के लिए संचालित कृषक उन्नति योजना के बारे में जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ के किसान की खुशहाली की तस्वीर को प्रदर्शित किया गया है। अगस्त माह में देश की सुरक्षा में तैनात महिला सुरक्षाकर्मियों के साथ मुख्यमंत्री की तस्वीर दिखाई गई है। सितंबर माह में प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से पक्के घर का सपना पूरा हो रहे खुशहाल हितग्राहियों की तस्वीर है। इन दोनों ही योजनाओं से विशेष पिछड़ी जनजातियों और गरीब परिवारों को आवास मुहैया हो रहा है। अक्टूबर माह में बस्तर संभाग की खुशहाली और बदलती हुई तस्वीर को साझा किया गया है। बस्तर ओलंपिक की इस तस्वीर में तीरंदाजी में हाथ आजमाते युवा अपने सुरक्षित भविष्य का सपना गढ़ रहे हैं। इसी तरह नवंबर माह में धान खरीदी महापर्व के गौरव को दिखाया गया है। वही दिसंबर माह में शासन की नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से दूरस्थ आदिवासी बहुल ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं के विकास और क्षेत्र में शांति स्थापना के संकल्प को प्रदर्शित किया गया है।
दुर्ग / शौर्यपथ /
कांग्रेस की वरिष्ठ पार्षद रही श्रीमती प्रेमलता साहू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार के द्वारा स्थानीय निकाय चुनाव में आरक्षण प्रावधानों किए गए दुर्भावना पूर्वक संशोधन के चलते अधिकांश जिला और जनपद पंचायतों में ओबीसी आरक्षण खत्म हो गया है।
प्रदेश के 16 जिला पंचायत और 85 जनपदों में जहां पहले 25 प्रतिशत सीटें अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हुआ करती थी, अब अनुसूचित क्षेत्रों में ओबीसी आरक्षण लगभग खत्म हो गया है।
मैदानी क्षेत्रों में अनेकों पंचायतें ऐसी है जहां पर लगभग 90 से 99 प्रतिशत आबादी ओबीसी की है लेकिन वहां पर भी ओबीसी के लिए सरपंच का पद आरक्षित नहीं है। पंचों का आरक्षण भी जनसंख्या के अनुपात में कम है।पूर्व में ओबीसी के लिए आरक्षित ये सभी सीटें अब सामान्य घोषित हो चुकी है। साय सरकार के द्वारा आरक्षण प्रक्रिया के नियमों में किए गए दुर्भावना पूर्वक संशोधन के बाद अनुसूचित जिले और ब्लॉकों में जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य और पंचों का जो भी पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित था, वह अब सामान्य सीटे घोषित हो गई है।
आगे प्रेमलता ने कहा कि बस्तर और सरगुजा संभाग में आरक्षित वर्ग को बड़ा नुकसान है सरगुजा संभाग के पांच जिले अंबिकापुर, बलरामपुर, सूरजपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ, चिरमिरी, भरतपुर सोनहत, बस्तर के 7 जिले बस्तर, कांकेर, कोंडागांव, दंतेवाडा, नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर सहित मानपुर मोहला, जशपुर, गैरोला पेंड्रा मरवाही, और कोरबा जिले में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए कुछ बचा ही नहीं है।
इस सरकार के द्वारा स्थानीय निकाय (त्रिस्तरीय पंचायत और नगरीय निकाय) चुनाव में आरक्षण के प्रावधानों में जो षडयंत्र पूर्वक ओबीसी विरोधी परिवर्तन किया है उसके परिणाम सामने हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के लिए जिला पंचायत, जनपद पंचायत, सरपंच और पंचों के आरक्षण में ओबीसी के हक और अधिकारों में बड़ी डकैती इस सरकार ने की है।
त्रिस्तरीय पंचायत राज संस्थाओं में रायपुर जिला पंचायत में आरक्षित है। बिलासपुर जिले में सदस्यों के 17 में से केवल एक क्षेत्र क्रमांक 1 में ओबीसी महिला के लिए आरक्षित है, ओबीसी पुरुष के लिए 17 में से एक भी सीट आरक्षित नहीं है। इसी तरह बिलासपुर जिले के चार जनपद पंचायत में दो जनपद पंचायत अध्यक्ष के पद अनुसूचित जाति महिला, एक अनारक्षित महिला और एक जनपद अध्यक्ष का पद अनारक्षित मुक्त रखा गया है। ओबीसी के लिए बिलासपुर जिले के अंतर्गत चार जनपद पंचायतों में से एक भी जनपद पंचायत अध्यक्ष का पद ओबीसी के लिये आरक्षित नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार के बदनियति से चलते अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार चुनाव लडऩे से वंचित हो गए हैं। स्थानीय निकाय चुनाव में आरक्षण के संदर्भ में साय सरकार ने जो दुर्भावना पूर्वक संशोधन किया है वह ओबीसी वर्ग के साथ अन्याय है, अत्याचार है।
बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर संभाग में ओबीसी वर्ग के लिए कुछ बचा ही नहीं जबकि यहां बड़ी आबादी ओबीसी वर्ग की है, भाजपा सरकार ने दुर्भावना पूर्वक संशोधन करके पिछड़ा वर्ग के प्रतिभागियों के अधिकार को कुचल दिया है।
भारतीय जनता पार्टी का मूल चरित्र ही आरक्षण विरोधी है, जब ये विपक्ष में थे तब विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित छत्तीसगढ़ नवीन आरक्षण विधेयक को रोका जिसमें अनुसूचित जनजाति को 32 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग को 14 से बढ़कर 27 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान था, 2 दिसंबर को पारित यह विधेयक भाजपा के षडयंत्रों के चलते ही आज तक राजभवन में लंबित है। अब स्थानीय निकाय चुनावों में आरक्षण के नियमों में बदलाव करके ओबीसी अधिकारों में दुर्भावना पूर्वक कटौती किया गया है।
दुर्ग / शौर्यपथ /
दुर्ग शहर सहित जिले में आम आदमी पार्टी की पहचान बन चुके डॉ. एस.के. अग्रवाल और मेहरबान सिंह ने पिछले कई सालो से आम आदमी पार्टी का झंडा बुलंद कर रखा है . आम आदमी पार्टी देश के केंद्र दिल्ली और पंजाब में सत्ता में तो है किन्तु प्रदेश में अभी भी अपनी उपस्थिति मजुती से दर्ज कराने प्रयासरत है . शहर में अगर आम आदमी पार्टी की बात होती है तो जुबान पर एस.के. अग्रवाल और मेहरबान सिंह का नाम आता है . भ्रष्टाचार के विरोध में आम आदमी पार्टी के नेता एस. के. अग्रवाल और मेहरबान सिंह हमेशा अगली पंक्ति में खड़े होते है . पिछले निगम चुनाव (उपचुनाव ) में वार्ड न. 44 से पूर्व नेता प्रकाश जोशी आम आदमी पार्टी की तरफ से चुनावी मैदान में उतरे थे और जीत दर्ज कर कांग्रेस में शामिल हो गए .
हाल ही में आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष के रूप में पूर्व कांग्रेसी नेता संजय सिंह आम आदमी पार्टी में शामिल हुए और वार्ड न. 42 से पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे है जिसकी शुरुवात उन्होंने कर दी किन्तु इस चुनावी शुरुवात में दुर्ग शहर के आम आदमी पार्टी के प्रमुख चेहरे डॉ. एस.के. अग्रवाल और मेहरबान सिंह के नदारत होने की चर्चा वार्ड में राजनितिक क्षेत्र से जुड़े लोगो में होने लगी .
पार्टी के प्रति संजय सिंह की विश्वसनीयता पर उठाने लगे सवाल ...
वार्ड नंबर 42 से संजय सिंह पूर्व में पार्षद रह चुके है पूर्व कांग्रेसी नेता से यह सीट भाजपा के ही गीते परिवार ने जो एक बार अपने कब्ज़े में की उसके बाद प्रकाश गीते , श्रीमती मनी गीते और फिर प्रकाश गीते की धर्म पत्नी ने चुनावी जीत हांसिल की निर्दलीय प्रत्याशियों की लाबी भी गीते परिवार की लोकप्रियता नहीं रोक सकी ऐसे में एक बार फिर आम आदमी में हुई दरार के साथ संजय सिंह चुनावी मैदान में है ऐसे में देखना यह होगा कि आने वाले समय में चुनावी सीजन जब अपने उफान पर होगा तब क्या आम आदमी के दुर्ग के चेहरे साथ होंगे या फिर में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह अपनी नई टीम के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे ?
बता दे कि संजय सिंह के नेतृत्व में रविवार को प्रात: 9 बजे सतरूपा शीतला मंदिर में माँ की पूजा अर्चना कर विजयश्री का आशीर्वाद मांगा। उसके बाद सांई मंदिर में पूजा अर्चना की और विजय श्री का आशीर्वाद मांगा, पश्चात कसारीडीह स्थीत राम मंदिर में पूजा अर्चना कर भगवान श्रीराम से दुर्ग के सभी चुनावो में आम आदमी पार्टी के होने वाले प्रत्याशीयों के विजयश्री हेतु भगवान राम की प्रार्थना कर आशीर्वाद मांगा।
जनसंपर्क दौरे में पार्टी के दुर्ग संभाग प्रभारी घनश्याम चन्द्राकर एवं लोकसभा दुर्ग की अध्यक्ष श्रीमती गीतेश्वरी बघेल ,गुन्डरदेही की पार्टी नेता श्रीमती ममता ध्रुव विशेष रूप से उपस्थित रहकर सभी क्रांतिकारी साथियों को पूरे टाईम प्रोत्साहित करते रहे।
मुख्यमंत्री ने कोंडागांव जिले को दी 2 अरब 88 करोड़ 18 लाख रूपए के 168 विकास कार्यों की सौगात
रायपुर / शौर्यपथ / हमारी सरकार ने एक साल पूरे कर लिये हैं और इस एक साल के दौरान हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा दी गई गारंटी के अनुरूप हमने हर वर्ग से जुड़े वायदों को पूरा किया है।हम हर महीने महतारी वंदन योजना की राशि माताओं और बहनों के खाते में भेज देते हैं। पहली तारीख को ही जब हमारी माताओं और बहनों के मोबाइल में मैसेज आता है तो उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है।माताओं-बहनों के चेहरे पर आई यह मुस्कान ही हमारे कार्य की सार्थकता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज कोंडागांव जिला मुख्यालय में आयोजित विकास कार्यों के लोकार्पण शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रदेश भर में हम लगभग 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ दे रहे हैं। एक साल में हमारी सरकार ने कोंडागांव जिले के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये और इस पर तेजी से क्रियान्वयन किया है। इसी कड़ी में आज हमने यहां 288 करोड़ रुपए के 168 कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया है। इन कार्यों में 208 करोड़ रुपए की राशि के 130 कार्यों का लोकार्पण एवं 80 करोड़ रुपए के 38 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। साथ ही इस मौके पर हम 58 लाख रुपए की राशि के हितग्राहीमूलक कार्यों के चेक और सामग्री भी वितरण कर रहे हैं। इसमें कोंडागांव जिले की 1 लाख 28 हजार माताओं-बहनों को योजना का लाभ मिल रहा है। माताएं-बहनें इस योजना का उपयोग बहुत कुशलता से कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ में महिलाओं के बीच लोकप्रिय महतारी वंदन योजना के आने से 5 लाख महिलाओं ने डाकघर में मासिक बचत खाते आरंभ कर दिये हैं। यह केवल डाकघर के आंकड़े हैं। कुछ माताएं-बहनें अपनी राशि बैंक में जमा कर रही हैं। कुछ अपने बच्चों की शिक्षा में निवेश कर रही हैं। साथ ही अपने सपनों को भी पूरा कर रही हैं। यह महिलाओं की आर्थिक आजादी की योजना है। महिलाओं को आर्थिक ताकत देने से समाज का तेजी से विकास होता है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमारी सरकार की कृषि हितैषी नीतियों की वजह से किसान फिर से खेती में लौट आये हैं। इस बार 27 लाख से अधिक किसान भाइयों ने धान बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। पिछले साल यह आंकड़ा 24 लाख 75 हजार का था। कोंडागांव जिले में अब तक 40 हजार से अधिक किसान भाई अपना धान बेच चुके हैं और अब तक हम 552 करोड़ रुपए का भुगतान कर चुके हैं। हमने कैबिनेट की पहली ही बैठक में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किये। लाखों लोगों का मकान का सपना पूरा हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोंडागांव जिले का विकास हम पूरी प्रतिबद्धता के साथ कर रहे हैं। दो महीने पहले जब मैं बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक में जगदलपुर आय़ा था तो क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने केशकाल घाटी में सड़क के जीर्णोद्धार की माँग रखी। दो महीने के भीतर ही इसका जीर्णोद्धार कराया गया। पहले केशकाल धूलों की घाटी बन गई थी, अब यह पुनः फूलों की घाटी बन गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोंडागांव जिला अपनी शिल्प कला के लिए पूरी दुनिया में विख्यात है। यहां 1300 से अधिक शिल्पकार अपनी अद्वितीय कलाकृतियों का निर्माण करते हैं। इन कलाकृतियों को वैश्विक बाजार से जोड़ने आधुनिक तकनीक आवश्यक हैं। इसके लिए जिला प्रशासन ने इन्हें 3-डी प्रिंटिंग तकनीक से जोड़ने आईआईटी भिलाई के साथ एमओयू किया है। जिला प्रशासन द्वारा यूपीएससी, पीएससी एवं व्यापम जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग सुविधा प्रदान की जा रही है। यह बहुत अच्छी पहल है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमारे कोंडागांव की बिटिया कुमारी हेमबती नाग को जूडो खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया, जो हम सभी के लिए गौरव की बात है।
मुख्यमंत्री साय ने मुख्य कार्यक्रम स्थल में जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित विभागीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं के तहत सामग्री, उपकरण एवं चेक वितरित किया। कार्यक्रम के राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत लखपति दीदीयों को पुरस्कृत किया गया और हितग्राहियों को बैंक लिंकेज चेक प्रदान किया। हस्तशिल्प विभाग के स्टॉल में राष्ट्रीय बांस मिशन योजना अंतर्गत शिल्पकारों को बांस शिल्प औजार वितरण किया गया। ग्राम पंचायत बड़े राजपुर को सामुदायिक वनाधिकार पत्रक प्रदाय किया गया।
इस अवसर पर उद्योग प्रभारी मंत्री लखनलाल देवांगन, वन मंत्री केदार कश्यप, बस्तर सांसद महेश कश्यप, कांकेर सांसद भोजराज नाग, विधायक जगदलपुर किरण देव, केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम सहित जिले के वरिष्ठ जनप्रतिनिधिगण, जिला प्रशासन के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।
मुख्यमंत्री साय ने परिणय सूत्र में आबद्ध महेश-हेमला और मड़कम-रव्वा को दिया आशीर्वाद
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल के घने जंगलों में माओवादी हिंसा की जगह अब प्रेम और विश्वास की नई इबारत लिखी जा रही है। माओवादी हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास की मुख्य धारा से जुड़ने वाले महेश-हेमला और मड़कम-रव्वा ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के समक्ष परिणय सूत्र में आबद्ध होकर वैवाहिक जीवन की नई शुरूआत की है। मुख्यमंत्री ने परिणय सूत्र में आबद्ध दोनों नवदम्पत्तियों को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देते हुए उनके सुखमय जीवन की कामना की। यह कहानी सुकमा जिले की बदलती तस्वीर है, जहां कभी बन्दूकें गूंजती थी, अब वहां शहनाईयां गूंज रही है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज 13 जनवरी को 206 करोड़ रूपए से अधिक विकास कार्याें की सौगात देने के लिए सुकमा के मिनी स्टेडियम में पहुंचे थे। लगभग सात माह पहले नक्सल हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण करने वाले मौसम महेश और हेमला, मड़कम पाण्डू और रव्वा भीमे ने जिला प्रशासन सुकमा से आग्रह किया था कि वह मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मौजूदगी में परिणय सूत्र में आबद्ध होकर नये जीवन की शुरूआत करना चाहते हैं।
जिला प्रशासन ने उन चारों को भरोसा दिलाया था कि मुख्मयंत्री साय का जब भी सुकमा में आगमन होगा, उस दिन मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत उनका विवाह विधिविधान से सम्पन्न कराया जाएगा। आज 13 जनवरी को मुख्यमंत्री के सुकमा प्रवास के दौरान वहां के मिनी स्टेडियम में इन चारों आत्मसमर्पितों का विधि-विधान से विवाह मुख्यमंत्री श्री साय की मौजूदगी में सम्पन्न हुआ, जिसके साक्षी वहां मौजूद हजारों-हजार लोग बने। सभी ने नवदम्पत्तियों को आशीर्वाद दिया और उनके सुखद वैवाहिक जीवन की कामना की।
ज्ञात रहे कि गगनपल्ली गांव के रहने वाले मौसम महेश और डुब्बामरका की रहने वाली हेमला मुन्नी तथा कन्हाईपाड़ निवासी मड़कम पाण्डू और सल्लातोंग की रव्वा भीमे ये चारों पहले नक्सली संगठन से जुड़े हुए थे। छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर इन चारों ने जून 2024 में नक्सल हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण कर दिया था। मौसम महेश लगभग बारह साल तक नक्सल संगठन से जुड़े रहे। मड़कम पाण्डू और हेमला मुन्नी 9 साल तक तथा रव्वा भीमे 6 साल तक नक्सल संगठन और उसकी गतिविधियों से जुड़ी रहीं।
परिणय सूत्र में आबद्ध होने के बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आशीर्वाद प्राप्त करके हुए महेश-हेमला और मड़कम-रव्वा ने बताया कि उन्हें रास्ता भटकने और हिंसा में संलिप्त रहने का बेहद अफसोस है। छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति और नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर वे चारों विकास और शांति की मुख्य धारा में शामिल होने का फैसला लिया। उनका कहना था कि सरकार की जनहितैषी नीतियों से प्रभावित होकर विभिन्न नक्सल संगठनों से जुड़े कई युवा साथी आत्मसमर्पण कर चुके हैं और कई साथी आत्मसमर्पण करने का मन बना चुके हैं।
उनका कहना था कि छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने और समाज में सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर दिया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को रोजगार, मकान और पुनर्वास के लिए आर्थिक सहायता मिल रही है। यह कहानी न केवल प्रेम की जीत की है, बल्कि छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति की सफलता का प्रतीक है। परिणय सूत्र में आबद्ध होकर इन चारों युवक-युवतियों ने यह साबित कर दिया है कि प्यार, विश्वास और सहानुभूति से नफरत और हिंसा को हराया जा सकता है।
मिला नया सहारा, अपना कार्य स्वयं करने में होंगे सक्षम
खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को दिया धन्यवाद
जशपुरनगर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय की संवेदनशील पहल से एक बीमारी की वजह से चलने फिरने में असमर्थ कालिचरण राम को एक बड़ा सहारा मिला है। आज कैंप कार्यालय में उन्हें बैटरी चलित ट्राई साइकिल प्रदान किया गया। इससे उनमें एक नया आत्मविश्वास का संचार हुआ है, अब वह अपनी दिनचर्या के कार्य करने में स्वयं सक्षम हो सकेगा। उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को प्रति आभार व्यक्त किया है।
बीमारी की वजह से लोरो बगीचा, तहसील दुलदुला निवासी कालिचरण राम दोनों पैरों से चलने फिरने असमर्थ थे। अपने दिनचर्या के कामों में भी उन्हें किसी और पर निर्भर रहना पड़ता था। कालीचरण ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में इस संबंध में आवेदन देकर अपनी परेशानियों का जिक्र किया और ट्राई साइकिल प्रदान करने की मांग की। कैंप कार्यालय बगिया में उन्हें आज बैटरी चलित ट्राई साइकिल प्रदान किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा बगिया में स्थापित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करने के साथ ही सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में भी सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
दंतेवाड़ा जिले में होगा जू पार्क का निर्माण: सभी लैंप्स में जैविक खाद किए जाएंगे उपलब्ध
बचेली प्रवास में मुख्यमंत्री ने 160 करोड़ से अधिक राशि के विकास कार्यो का किया लोकार्पण एवं भूमिपूजन
रायपुर /शौर्यपथ / माओवादी खून खराबे और आतंक के पक्षधर हैं, हम विकास और सद्भाव के लिए काम कर रहे हैं। अब बस्तर की तस्वीर तेजी से बदल रही है। जहां कभी गोलियों की गूंज थी, वहां अब विकास का शंखनाद सुनाई देता है। जहां कभी बेकारी और लाचारी थी, वहीं इस जिले के ग्रामीण युवाओं को उच्च शिक्षा और रोजगार उपलब्ध कराकर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। हम माओवाद को जड़ से खत्म करके ही दम लेंगे। हमारे शहीद जवानों की शहादत बेकार नहीं जाने देंगे
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल बचेली में आयोजित विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में विकास का पहिया तेजी से घूम रहा है। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विकसित भारत के सपनों को साकार करने के लिए हम विजन 2047 छत्तीसगढ़ के अंतर्गत विकासशील छत्तीसगढ़ को विकसित छत्तीसगढ़ बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल, बड़े बचेली में हमने 160 करोड़ रूपये के 501 कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया है। इनमें 49 करोड़ रूपये के 367 कार्यों का लोकार्पण और 112 करोड़ रूपये के 134 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। साथ ही इस मौके पर हमने 114 करोड़ रूपये के हितग्राही मूलक कार्यों का चेक और सामग्री का वितरण भी कर रहे हैं। आज जिन बड़े विकास कार्यों का लोकार्पण हुआ है, उनमें गीदम ब्लाक के छिन्दनार से बड़ेकरका मार्ग पर 33 करोड़ रूपये का पुल, जिले के सभी विकासखंडों में एक करोड़ रूपये से बने पुल-पुलिया, गीदम, कुआकोंडा, कटेकल्याण मार्ग का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण शामिल है।इसके अलावा मोर मकान-मोर आवास के अंतर्गत सवा सात करोड़ रूपये की लागत से 321 हितग्राहियों के लिए बने पक्के मकानों की चाबी भी हमने सौंपी है। जलावर्धन और जलशोधन संयंत्र स्थापना के लिए किरंदुल में करीब 45 करोड़ और बारसूर में 15 करोड़, दंतेवाड़ा में अंतरराज्यीय बस स्टैंड और दंतेवाड़ा जिले के सभी विकासखंडों में आश्रम भवन निर्माण कार्यों के लिए हमने अभी भूमिपूजन किया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आप सबको पता है कि हमारी सरकार ने सुशासन के एक साल पूरे कर लिये हैं। इस एक साल के दौरान मोदी जी की गारंटी को हमने पूरी गारंटी के साथ पूरा किया है। हमारी सरकार ने पहली बार बस्तर ओलंपिक का आयोजन किया जिसमें करीब 1 लाख 65 हजार लोगों ने भाग लिया। इस आयोजन की सराहना यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने मन की बात में भी की। हमारी सरकार गांव-गरीब और किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। तेंदूपत्ता संग्राहकों को हमारी सरकार 4 हजार रुपए से बढ़ाकर साढ़े 5 हजार रुपए प्रति मानक बोरा दे रही है। इससे वनवासियों के जीवन स्तर में बदलाव दिखने लगा है। नियद नेल्लानार योजना अंतर्गत जिले के चिन्हित सभी 765 किसानों को 48 लाख रूपये का पावर स्प्रेयर, 1 करोड़ 70 लाख रूपये की लागत से पॉवर ट्रिलर जल्द ही वितरण करने की तैयारी कृषि विभाग ने की है। नियद नेल्लानार योजना के तहत 1200 परिवारों को निःशुल्क मोबाइल फोन का वितरण किया जा रहा है। इससे दूरस्थ अंचल के ग्रामीण मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे। सुदूर अंचल के क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए जन सुविधा एक्सप्रेस अभियान के तहत करीब 4 करोड़ रूपये की लागत से 37 वाहन महिला समूहों और युवा संगठनों के माध्यम से संचालित हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यहां माता-बहनों की बड़ी संख्या में उपस्थिति है। यह इस बात का प्रमाण है कि इनके खाते में हर महीने एक-एक हजार रूपये सांय-सांय जा रहा है। अभी हाल ही में हमने इस साल के पहले दिन ही माता-बहनों के खाते में रूपये जमा कराया। इससे महिला सशक्तिकरण को बल मिला है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार गांव-गरीब और किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने अंत्योदय के विकास का जो सपना देखा था। उसे हम सब मिलकर पूरा करने में जुटे हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी का सपना है कि कोई भी भारतीय खुले आसमान के नीचे नहीं सोएगा। हर नागरिक का पक्का मकान होगा। इसी कड़ी में हमारी सरकार बनते ही हमने 18 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दी। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 3 लाख 88 हजार आवासों की स्वीकृति पुनः प्रदान की है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने आवास प्लस का जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 2024 में बहुत से लोग आवास योजना के लाभान्वित होने से वंचित हुए थे इसके साथ ही वाहन, आय और भूमि संबंधी अन्य संसाधनों होने के साथ ही वे आवास योजना के दायरे से बाहर में थे उनके लिए आवास प्लस योजना के तहत सर्वे कार्य प्रारंभ किया गया हैं। और शीघ्र ही उन्हें सूची में जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि वहीं 2.5 एकड़ सिंचित एवं 5 एकड़ असिंचित भूमि वाले किसान भी आवास योजना के लाभार्थी होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई संसाधन और सड़कों के रखरखाव पर फोकस करते हुए अंतिम छोर के व्यक्ति तक सुशासन पहुंचाने प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि दन्तेवाड़ा जिला खनिज सम्पदा और जैविक कृषि में अग्रणी जिला है। अतः क्षेत्र के सर्वांगीण विकास हेतु राज्य शासन प्रतिबद्ध है। शीघ्र ही जिले में वन्य प्राणी के संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने की दृष्टि से ’’जू पार्क" (चिड़ियाघर ) का निर्माण भी किया जाएगा। इसके अलावा जैविक कृषि को महत्व देने के लिए सभी लेम्पस और राशन दुकानों में जैविक खाद उपलब्ध किए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री साय ने दान-पुण्य के महापर्व छेरछेरा और मकर संक्रांति की सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
वनमंत्री श्री केदार कश्यप ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपने संबोधन में कहा कि सरकार के एक वर्ष के नेतृत्व में दन्तेवाड़ा जिला प्रगति के पथ पर अग्रसर है । जिले में कई योजनाएं संचालित किए जा रही है जो राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मिसाल साबित होगी। आमसभा में सांसद बस्तर श्री महेश कश्यप एवं क्षेत्र के विधायक श्री चैतराम अटामी द्वारा भी जिले के विकास कार्यो पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर डीआईजी श्री कमलोचन कश्यप, कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी, एसपी श्री गौरव राय, डीएफओ श्री सागर जाधव तथा जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
अम्बिकापुर /शौर्यपथ /शहद की डिमांड पूरे देश में है, इसका मुख्य कारण है इसके औषधीय गुण। औषधीय गुण होने की वज़ह से यह कई बीमारियों के इलाज में भी मददगार है। शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो घावों को जल्दी ठीक करने में मदद करता हैं। इसके अलावा, शहद में एंटीऑक्सीडेंट भी होता हैं, जो शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता हैं।
किसान ले रहे हैं मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण
शासन द्वारा शहद उत्पादन को बढ़ावा देने और किसानों को अतिरिक्त आमदनी का माध्यम मुहैया कराने के लिए कृषि महाविद्यालय में किसानों को मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिससे किसान खेती-बाड़ी के साथ-साथ शहद बेच कर अतिरिक्त मुनाफा कमा सकते हैं, अम्बिकापुर कृषि महाविद्यालय में मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण करने आए किसानों में काफी उत्साह देखने को मिला उदयपुर विकासखंड के केसगवां के किसान श्री नरेन्द्र सिंह ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मधुमक्खी हमारे फसल की पैदावार बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। मधुमक्खियों द्वारा परागण करने से फ़सलों की उपज बढ़ने के साथ-साथ, उनकी गुणवत्ता में भी सुधार होता है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान से हम खेतों में मधुमक्खी पालन कर शहद बेचकर अतिरिक्त आय कमा सकते हैं।
कृषि महाविद्यालय के मधुमक्खी पालन कार्यक्रम के मुख्य अन्वेषक डॉ. पी के भगत बताया कि ज्यादातर 3 नस्लों की मधुमक्खियों का पालन किया जाता है, जिसमें पहला है इटालियन जोकि 15 से 20 दिनों में एक पेटी में 6 से 7 किलो तक शहद का उत्पादन करती है जिसका बाजार में 500 से 600 रुपये किलो हिसाब से बिकता है। दूसरी नस्ल है देशी ऐशियाई प्रजाति जिसे आम बोलचाल में सतघरवा मधुमक्खी कहते हैं इसका उत्पादन बहोत कम है ये 2 से 3 किलो शहद ही देती है। तीसरी नस्ल है डंक हीन मधुमक्खी, इस मधुमक्खी के शहद का उत्पादन एक पेटी में 20 दिन में मात्र 1 पाव ही होता है लेकिन इसमें औषधीय गुण भरपूर मात्रा में पाई जाती है। जिसकी वजह से बाजार में मूल्य भी काफी अधिक मिलता है।
कृषि महाविद्यालय में तकनीकी सहायक डॉ. सचिन बताया कि मधुमक्खी पालन में सबसे जरूरी है उनका भोजन जिसको हम बी फ्लोरा कहते हैं, उन्होंने बताया कि भोजन में इनको पोलन और नेक्टर दोनों ही मिलना आवश्यक है। तभी शहद का निर्माण करेगी, यदि इनके भोजन नहीं मिला तो माइग्रेट हो जायेगी। मधुमक्खी पालन करने वाले किसान भाई हमेशा खेतों में फूल वाली फसलों को जरूर लगायें, तिलहन फसलो में भी पेटी लगा सकते हैं। साधारण शहद 5 से 6 सौ रुपये किलो बिकता है, लेकिन अगर इसका वेल्यू एडिशन किया जाये तो 2 हजार से 22 सौ तक में बेचा जा सकता है, जैसे आप अलग अलग तरह की फसल से फ्लोरा देकर अगर शहद इकट्ठा करते हैं तो उस फसल का स्वाद उस शहद में देखने को मिलता है, उन्होंने बताया कि जैसे सिर्फ लीची, या मुनगे या फिर टाऊ की फसल का शहद अगर अलग बाजार में बेचा जाए तो इन सबका स्वाद बिल्कुल अलग होगा है। कृषि महाविद्यालय के लैब में शहद की टेस्टिंग कर शहद किस फसल की है यह प्रमाणित जाता है। उन्होंने बताया कि कृषि महाविद्यालय में 25 किसानों का एक बैच तैयार कर प्रशिक्षण दिया जाता है। जो भी किसान मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण लेना चाहते हैं, वो कृषि विज्ञान केन्द्र में संपर्क कर पंजीयन करा सकते हैं।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने जिले के 40 दिव्यांगजनों को स्कूटी वितरण कर बढ़ाया उनका आत्मविश्वास
उपमुख्यमंत्री ने पत्रकारों के हाथों से दिव्यागजनों को सौंपी स्कूटी की चाबियां
कवर्धा/शौर्यपथ /कबीरधाम जिले में दिव्यांगजनों के जीवन को नई दिशा देने की एक अभूतपूर्व पहल करते हुए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने 40 दिव्यांगजनों को स्कूटी का वितरण किया। यह वितरण सीएसआर मद से किया गया, जिसका उद्देश्य दिव्यांगजनों के जीवन को सरल, सुलभ और आत्मनिर्भर बनाना है। उपमुख्यमंत्री के साथ जिले के प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधियों ने दिव्यांगजनो के हाथों में पेट्रोल चलित स्कूटी की चाबियां सौंपी। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सरकार दिव्यांगजनों के उत्थान और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सतत प्रयासरत है। यह स्कूटी न केवल उनकी भौतिक कठिनाइयों को कम करेगी, बल्कि उनके आत्मविश्वास और मानसिक शक्ति को भी बढ़ावा देगी। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सरकार दिव्यांगजनो के कल्याण के लिए और भी कई योजनाओं पर काम कर रही है, ताकि उन्हें बेहतर जीवन और समाज में समान अधिकार मिले। समाज में दिव्यांगजनो के प्रति यह संवेदनशील पहल न केवल उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करती है, बल्कि यह पूरे समाज में समानता और समावेशिता का संदेश भी फैलाती है। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि इस तरह की योजनाओं से दिव्यांगजनो को न केवल शारीरिक मदद मिलती है, बल्कि यह उनकी मानसिक स्थिति को भी सशक्त बनाता है। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि यह स्कूटी दिव्यांगजनो के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार हमेशा यह सुनिश्चित करेगी कि समाज के हर वर्ग को समान अवसर मिलें और उन्हें कोई भी कठिनाई का सामना न करना पड़े। इस पहल ने न केवल 40 दिव्यांगजनों की जिंदगी को नया मोड़ दिया, बल्कि समाज में समानता और समावेशिता का संदेश भी दिया है। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने इस योजना के अंतर्गत अब तक कुल 73 दिव्यांगजनो को स्कूटी प्रदान कर चुके है। इससे पहले भी उन्होंने 33 दिव्यांगजनो को इसी तरह की सहायता प्रदान की थी। उनका उद्देश्य है कि दिव्यांगजन आत्मनिर्भर बनें और उन्हें समाज में बराबरी का दर्जा मिले। इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष श्री मनहरण कौशिक, जनपद उपाध्यक्ष डॉ बीरेन्द्र साहू, श्रीमती सतविंदर पाहुजा, श्री कैलाश चन्द्रवंशी, श्री चन्द्रप्रकाश चन्द्रवंशी सहित जन प्रतिनिधि समस्त पत्रकार गण उपस्थित थे। दिव्यागजनों के जिंदगी में आया एक नया मोड़, अपने सपनों को कर पाएंगे आसानी से पूरा स्कूटी मिलते ही दिव्यांग हितग्राहियों के चेहरों पर खुशी की लहर देखने को मिली। हितग्राहियों ने खुशी जताते हुए कहा कि अब उनकी जिंदगी में एक नया मोड़ आएगा और वे अपने सपनों को आसानी से पूरा कर पाएंगे। दिव्यांग हितगाही छोटी मेहरा ने बताया कि यह स्कूटी मेरे लिए एक नई उम्मीद और आत्मविश्वास का प्रतीक है। अब मैं खेल प्रशिक्षण और अपने कार्यों को स्वाभाविक रूप से और आसानी से पूरा कर सकती हूं। उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने 40 दिव्यागजनों को सौंपी स्कूटी की चाबी उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आज 40 दिव्यागजनों को स्कूटी की चाबी सौंपी। इनमें गोपी सोनी, सियाराम चंद्रवंशी, उमेश सिंह राजपुत, सरस्वती जायसवाल, सरताज आलम, मनोज गंधर्व,गोपी नाथ योगी, विनोद साहू, पूरन नेताम, बिटो साहू, राजू सोनले, कु. प्रमीला जायसवाल, देवसिंह अहिरे, रामाधार पटेल, रोहित कुमार पटेल, सेवक राम साहू, रमेश्वर कोशले, भगत राम निषाद, उतरा जांगडे, कुमारी संध्या सोनी, अंतू राम घृतलहरें, शोभा राम पटेल, भुपेंन्द्र निषाद, अशोक कुमार, जनक राम सिन्हा, तोपराम गावस्कर, राजकुमार भट्ट, मन्नु राम साहू, राजकुमारी, पप्पु साहू, व्यासनारायण तिवारी, शंकर, लाल साहू, छोटी मेहरा, खिलेश यादव, यशवंत कुंभकार, ललिता पटेल, रामफुलिया पटेल, गंगाराम साहू, सोनलाल पटेल और देवकुमार टंडन को स्कूटी वितरण किया गया।
सफाई को लेकर कोताही बर्दाश्त नही:
दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत कलेक्टर/निगम प्रशासक सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश पर शहर की सफाई को लेकर लगातार कमिश्नर सुमित अग्रवाल काफी सख्त नजर आए।उन्होंने स्वच्छता दीदीयों,सुपर वाइजर सहित स्वच्छता कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश जारी किया है कि सफाई की व्यवस्था सुचारू रूप से की जाए।इसमें कोताही बर्दाश्त बिल्कुल भी नहीं की जाएगी। इसके लिए कमिश्नर श्री अग्रवाल रोजना स्वयं सुबह से विभिन्न वार्डों में पहुंचकर साफ सफाई व्यवस्था का जायजा भी ले रहे हैं। सोमवार को सुबह नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत वार्ड- कातुलबोर्ड,रायपुर नाका सहित स्टेशन रोड भ्रमण किया साथ ही साथ सफाई व्यवस्था का जायजा भी लिया।इस दौरान कार्यपालन अभियंता दिनेश नेताम,सहायक अभियंता संजय ठाकुर,स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा,कुनाल, राहुल सहित टीम अमला मौजूद रहें।
वार्डों में साफ-सफाई को लेकर काफी गंभीरता बरती जा रही है। बता दें कि नगर निगम को स्वच्छता व साफ- सफाई के लिए कई राष्ट्रीय स्तर पर अवार्ड भी मिल चुका है। इस उपलब्धि को बरकरार रखने के लिए नगर के कमिश्नर सहित अधिकारी/कर्मचारी काफी एहतियात बरत रहे हैं। सफाई व्यवस्था को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग टीम नगर निगम द्वारा व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों को स्वच्छता को लेकर दिशा निर्देश जारी किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता बेहद जरूरी है।शहर की पहचान स्वच्छता के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बनी हुई है। वार्डों की साफ- सफाई के अलावा चौक चौराहा, गार्डन एवं सार्वजनिक स्थानों के साफ-सफाई भी बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्वच्छता कर्मियों को निर्देश दिए कि वह स्वच्छता के लिए कोताही न बरतें। साथ ही साथ निगम के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि लगातार फील्ड में जाकर मानिटरिंग भी करते रहे।
प्रधानमंत्री आवास योजना से सपनो को पूरा करने में मिल रही है मदद
दुर्ग//शौर्यपथ /नगर निगम सीमा क्षेत्र अंतर्ग प्रधानमंत्री आवास योजना भारत सरकार का महत्वपूर्ण योजना है!जिसके क्रियान्वयन हेतु भारत सरकार हर प्रकार से अपने हितग्राहियों के आवास की समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रयासरत है ताकि मकान का अभाव कोई भी व्यक्ति ना रहे।प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत एक साल सफलता पूर्वक पूर्ण किया जा चुका है. एक साल में 562 हितग्राहियों को सफलता पूर्वक संपूर्ण किस्त की राशि दी जा चुकी है।
आम जनता के हितो को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के बीएलसी घटक के अंतर्गत ऐसे हितग्राही जिनकी आय 3 लाख से कम हो, स्वयं की जमीन हो ऐसे हितग्राहियों को 30 वर्ग मीटर एरिया में मकान बनवाकर देने का प्रावधान रखा गया था,इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्य घटक एएचपी अंतर्गत ऐसे हितग्राही है जिनके पास जमीन तथा मकान नहीं है, जो कि 2015 के पूर्व से शहरी क्षेत्र में निवासरत थे, या जो किराए के मकान में रहते थे उन्हें 1 बीएचके का फ्लैट बनवाकर दिया गया ! वर्तमान में बीएलसी घटक अंतर्गत 3335 के लक्ष्य अनुसार 3247 मकान पूर्ण किया जा चुका है तथा 78 प्रगतिरत है जो कि 98 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है।
दूसरे चरण में ज्यादा से ज्यादा हितग्राहियो को योजना का लाभ दिये जाने हेतु पात्र हितग्राहियों को छूट दिया गया तथा ऐसे हितग्राही जो 31 अगस्त 2024 के पूर्व से निवासरत है तथा जिनके पास जमीन के दस्तावेज है तथा सालाना आय तीन लाख से कम तथा जाति प्रमाण पत्र होगा उन्हें लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है ! जिसके लिए त्वरित गति से कार्य किया जा रहा है।शहर क्षेत्र के पात्र हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना से सपनो को पूरा करने में मदद मिल रही है।कलेक्टर/निगम प्रशासक सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी व कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने कहा अपात्रों को आवास न मिले और कोई पात्र न छूट जाए, इसके लिए संबंधित विभाग द्वारा हर दिन की गतिविधि दर्ज करती है।सत्यापन के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत आवास की जिम्मेदारी बढ़ गई है।
युवा महोत्सव में मुख्यमंत्री ने किया युवाओं से संवाद
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज युवा महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर साइंस कॉलेज स्थित दीनदयाल ऑडिटोरियम में युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सब देश और प्रदेश के भविष्य हैं। एक सपना लेकर कि आप किस रूप में देश और प्रदेश की सेवा करना चाहते है, उसको हासिल करने के लिए पूरी निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण भाव से पढ़ाई करें। छत्तीसगढ़ राज्य में तकनीकी, मेडिकल, लॉ, मैनेजमेंट से संबंधित उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थान हैं। प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी के लिए रायपुर में नालंदा परिसर युवाओं के चौबीसों घण्टे खुला है। नालंदा परिसर की तर्ज पर राज्य के अन्य जिलों में भी हाईटेक लायब्रेरी की स्थापना हम कर रहे है, जहां ऑनलाईन-ऑफलाईन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मटेरियल उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने बस्तर अंचल के युवाओं को देश और प्रदेश के विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए आयोजित बस्तर ओलंपिक की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस आयोजन की सराहना की है। उन्होंने युवाओं को स्वामी विवेकानंद की जयंती की बधाई देते हुए कहा कि 1893 में अमेरिका के शिकागो में विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद ने सनातन धर्म के आदर्श, अध्यात्म और दर्शन पर अपने व्याख्यान से पूरी दुनिया को भारत का कायल बना दिया।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपने संवाद की शुरूआत में अंबिकापुर की अपूर्वा दीक्षित के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि जीवन में कई बार ऐसी परिस्थितियां आती है कि मन विचलित हो जाता है, परंतु हमें अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अडिग रहना होता है। उन्होंने इस सिलसिले में स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़ी एक छोटी सी कहानी सुनाई और कहा कि स्वामी विवेकानंद बनारस में एक सन्यासी के साथ जा रहे थे, उसी समय बहुत सारे बंदरों ने स्वामी जी को घेर लिया, ऐसी स्थिति में स्वामी जी न तो डरे न ही अपनी जगह से डिगे। इसका परिणाम ये हुआ कि सारे बंदर भाग गए। उन्होंने युवाओं को आह्वान किया कि हमें भी अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अडिग रहना है। दृढ़संकल्प से सारी समस्याओं का समाधान निकलेगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने रायगढ़ के ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी की छात्रा श्रुति के सवालों के जवाब में कहा कि हमें सफलता के लिए अपना एक क्षेत्र चुनकर पूरी दृढ़ता और मनोयोग के साथ प्रयास करने से सफलता मिलती है। बस्तर में शांति और विकास के संबंध में राजकुमार कुरेटी के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर के नक्सल प्रभावित पांच जिलों में सुरक्षा और विकास को लेकर सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। इन जिलों में 39 सुरक्षा कैम्प की स्थापना और नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से लोगों को शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में डबल इंजन की सरकार है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह का देश से 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प है। जिस प्रतिबद्धता और रणनीति के साथ नक्सलवाद के समूल खात्मे के लिए हमारी सरकार काम कर रही है, उससे हमें लगता है कि हम इस लक्ष्य को निर्धारित समयवधि से पहले ही प्राप्त कर लेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में शांति और विकास की स्थापना के लिए वहां के लोग भी बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे है। बस्तर ओलंपिक के आयोजन में लाखों युवाओं की भागीदारी इस बात को प्रमाणित करती है।
बलौदाबाजार की छात्रा मृणाल वाजपेयी द्वारा मुख्यमंत्री श्री साय से उनके मुख्यमंत्री बनने तक के सफर के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जशपुर के एक छोटे से गांव बगिया के रहने वाले है। आज उनके गांव की आबादी लगभग ढाई हजार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वह 10 साल के थे, तभी पिताजी का साया उनके सर से उठ गया। परिवार की पूरी जिम्मेदारी माता जी के ऊपर आ गयी। माता जी निडर महिला है बड़े धैर्य और निडरता से जिम्मेदारी सम्हाली। हमारे पालन-पोषण, पढ़ाई के साथ-साथ खेती-बाड़ी और घर का काम उन्होंने सम्हाला। माता जी को हमने अपना रोल मॉडल माना। बड़ा होने के नाते घर की जिम्मेदारी हमने अपने ऊपर ली। जिस समय पिता जी का स्वर्गवास हुआ उस समय मेरा छोटा भाई मात्र दो माह का था। छोटे भाईयों को पढ़ाया, लिखाया। हमने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरूआत पंच से की। पांच साल पंच रहे। गांव के लोगों ने हमारे अच्छे काम और ईमानदारी को देखकर हमें निर्विरोध सरपंच चुना। छह माह बाद ही विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिली और 1990 में तपकरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक बना। मुख्यमंत्री ने फिर अपने सांसद बनने, पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्री मंडल में राज्य मंत्री और मुख्यमंत्री बनने तक के सफर का उल्लेख किया और कहा कि उन्हें जब भी कोई जिम्मेदारी दी गई, उन्होंने उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक जीवन में स्वर्गीय श्री दिलीप सिंह जूदेव एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी उनके रोल मॉडल रहे है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ काम करने के अवसर का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने जिस तरीके से निर्णायक फैसले लिए है, वे मेरे ही नहीं, नई पीढ़ी के भी रोल मॉडल हैं।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव, उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा, विधायक श्री राजेश मूणत एवं गुरु खुशवंत साहेब, राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष श्री विश्व विजय सिंह तोमर, जनप्रतिनिधिगण, विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि प्राप्त युवा बड़ी संख्या में उपस्थित थे।