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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के ग्राम नगपुरा में स्थित प्राकृतिक एवं योगोपचार संस्थान श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ नगपुरा में आरोग्यम उत्सव, आरोग्यम रत्न अलंकरण एवं जनप्रतिनिधि सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दुर्ग ग्रामीण विधायक व राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष ललित चंद्राकर अध्यक्षता दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव विशेष अतिथि, जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती बंजारे , जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कुलेश्वरी देवांगन , जिला पंचायत सदस्य सुश्री प्रिया साहू , मंडल अध्यक्ष हेमंत सिन्हा जी, पूर्व मंडल अध्यक्ष गिरेश साहू सरपंच संघ अध्यक्ष ओमेश्वर (राजू) यादव और सरपंच ग्राम पंचायत नगपुरा श्रीमती सरोज रिगरी सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम के दौरान समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य कर रहे डॉक्टरों का सम्मान किया गया और नवनिर्वाचित सरपंचों का सम्मान कर उन्हें शुभकामनाएं दी गईं। इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अंतर्गत आयोजित योग कार्यक्रम में छात्रों द्वारा किए योग प्रदर्शन देखा।
इस अवसर पर दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने कहा डॉ और सरपंच आप लोगों के सम्मिलित प्रयासों से गांव स्वास्थ क्षेत्र में बेहतर काम हों सकता है अपने प्रयासों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हो
आगे श्री चंद्राकर ने योग के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि योग कोई नई पद्धति नहीं, बल्कि हमारी प्राचीन सनातन परंपरा का अभिन्न अंग है, जिसे ऋषि-मुनियों ने विकसित किया। विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया, जिसके परिणामस्वरूप 2015 से प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में विश्वभर में मनाया जा रहा है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आज 175 से अधिक देशों में योग की गूंज सुनाई देती है।
आगे श्री चंद्राकर ने कहा कि दिन के 24 घंटों में से कुछ समय योग के लिए अवश्य निकालें। इससे न केवल गंभीर बीमारियां दूर होती हैं, बल्कि भविष्य में रोग होने की संभावना भी कम होती है।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए संस्थान और सभी सहयोगियों को शुभकामनाएं।
दुर्ग शहर विधायक गजेन्द्र यादव ने मानव सेवा कर रहे डॉ व गांव के विकास के लिए सेवा प्रदान करने वाले जनप्रतिनिधियों को हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित किया और नागरिकों से "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के तहत वृक्षारोपण का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु शुरू हो चुकी है, जो पौधरोपण के लिए उपयुक्त समय है। अधिक से अधिक वृक्षा रोपण करे,।आरोग्यम उत्सव और योग कार्यक्रम के आयोजन से लोगों में स्वास्थ्य और योग के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
इस अवसर पर संस्थान की ओर से प्रमुख रूप से अध्यक्ष गजराज पगारिया, मैनेजमेंट ट्रस्टी पुखराज दुग्गड़ जी, मूलचंद जैन, सुरेश बाघमार, सुखदेव देवांगन नंदू निर्मलकर, विनोद साहू सहित संस्थान के स्टाफ गण भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी शामिल हुए।
नवा रायपुर के बंजारी में 40 एकड़ में बनेगा दोनों संस्थानों का सर्वसुविधायुक्त आधुनिक भवन
साइंटिफिक इन्वेस्टीगेशन के साथ ही फोरेंसिक विज्ञान, अपराध विज्ञान, खोजी अनुसंधान और फोरेंसिक मनोविज्ञान में शिक्षा व प्रशिक्षण की मिलेगी सुविधा
रायपुर / शौर्यपथ / केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नवा रायपुर के ग्राम बंजारी में राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) और राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला (एनएफएसएल) के भवनों के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। नवा रायपुर के बंजारी में 40 एकड़ में दोनों राष्ट्रीय संस्थानों के सर्वसुविधायुक्त आधुनिक भवन बनाए जाएंगे। परिसर में दोनों संस्थानों के भवनों के निर्माण के लिए प्रारंभिक रूप से 130-130 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव और श्री विजय शर्मा, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डा. रमन सिंह, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम और वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री केदार कश्यप भी भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल हुए।
फोटो कैप्शन
केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नवा रायपुर के ग्राम बंजारी में राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) और राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला (एनएफएसएल) के भवनों के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया
एनएफएसएल देश की सबसे हाइटेक फोरेंसिक लैब है। इसकी स्थापना से छत्तीसगढ़ को साइंटिफिक इन्वेस्टीगेशन के क्षेत्र में बड़ी सुविधा मिलने जा रही है। वहीं एनएफएसयू फोरेंसिक विज्ञान के अध्ययन के लिए देश का शीर्षस्थ संस्थान है। यह फोरेंसिक विज्ञान, खोजी विज्ञान और अपराध विज्ञान में विशेषज्ञता के कोर्सेज संचालित करती है। वर्ष 2020 में इसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा दिया गया है। राज्य में इसकी स्थापना से फोरेंसिक विज्ञान, अपराध विज्ञान, खोजी अनुसंधान और फोरेंसिक मनोविज्ञान जैसे विशिष्ट क्षेत्रों में शिक्षा और प्रशिक्षण सुलभ होगा।
इस अवसर पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल रमेश बैस, विधायकगण सर्वश्री किरण देव, इंद्र कुमार साहू, अनुज शर्मा और गुरू खुशवंत साहेब, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन और पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम सहित गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ / जब एक खिलाड़ी की आंखों में सपने हों, पर जेब में साधन न हों—तब उसका हौसला सबसे पहले टूटता है। पर छत्तीसगढ़ की धरती पर यह कहानी एक सुखद मोड़ लेती है, जब एक बेटी के सपनों में मुख्यमंत्री स्वयं हाथ थामकर संबल बनते हैं। यह कोई चुनावी वादा नहीं, बल्कि हकीकत है—एक मुख्यमंत्री का भावनात्मक जुड़ाव और संवेदनशील नेतृत्व, जो न सिर्फ सुनता है, बल्कि जरूरतमंद के जीवन को बदलकर रख देता है।
शालू डहरिया की कहानी—हर उस परिवार की कहानी है, जहां बेटियां सपने तो देखती हैं लेकिन उन्हें पूरा करने की राह में आर्थिक दीवारें खड़ी हो जाती हैं। शालू डहरिया—जांजगीर चांपा की एक सामान्य परिवार की बेटी, जिसकी माँ ब्यूटी पार्लर चलाती हैं और पिता सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते हैं। लेकिन साधनों की सीमाएं शालू की हिम्मत को रोक नहीं सकीं। आठवीं कक्षा से सॉफ्टबॉल खेलना शुरू करने वाली शालू अब तक 12 बार राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं, और इस बार चुनी गई हैं एशिया यूथ सॉफ्टबॉल चैंपियनशिप के लिए, जो कि जुलाई में चीन के सिआन शहर में आयोजित होगी।
लेकिन जब इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भागीदारी के लिए ₹1.70 लाख की फीस उनके सामने एक बड़ी चुनौती बनकर खड़ी हुई—तभी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एक पिता की तरह आगे आए।
“बेटी, तुम आगे बढ़ो… हम सब तुम्हारे साथ हैं”
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के यह शब्द केवल प्रोत्साहन नहीं थे—ये एक मुख्यमंत्री की निजता से उपजी संवेदनशीलता का प्रतीक थे। उन्होंने शालू को वीडियो कॉल के माध्यम से शुभकामनाएं दीं और तत्परता से ज़रूरी आर्थिक सहायता देने का भरोसा दिया। महज कुछ ही घंटों में जांजगीर चांपा कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर शालू को ₹1.70 लाख की सहायता राशि सौंपी।
इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि छत्तीसगढ़ सरकार केवल नीतियों और घोषणाओं तक सीमित नहीं, बल्कि जरूरत के हर मोड़ पर आमजन के साथ खड़ी एक जीवंत और उत्तरदायी शासन व्यवस्था है।
यह घटना सिर्फ शालू डहरिया की नहीं है—यह प्रदेश की हर बेटी की है।
छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल दिखाती है कि बेटियों को ‘बोझ’ नहीं, बल्कि ‘गर्व का कारण’ माना जाता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की यह संवेदनशीलता सरकार के उस दृष्टिकोण को दर्शाती है, जिसमें योजनाओं के साथ-साथ मानवीयता भी जीवंत है।
शालू की माँ अल्का डहरिया के आंसू उस राहत और कृतज्ञता के प्रतीक हैं जो एक माता तब महसूस करती है, जब उसकी बेटी के सपनों को उड़ान देने के लिए सरकार साथ खड़ी हो जाती है।
आज जब देशभर में भरोसे की राजनीति सवालों के घेरे में है, तब छत्तीसगढ़ सरकार की यह मानवता-प्रधान कार्यशैली एक उदाहरण बन रही है। यह बताती है कि नेतृत्व वही सच्चा होता है जो हर घर की पीड़ा को अपनी जिम्मेदारी समझे।
मुख्यमंत्री श्री साय की यह पहल केवल एक खिलाड़ी के लिए आर्थिक मदद नहीं थी, बल्कि यह विश्वास का एक मजबूत संदेश थी—कि छत्तीसगढ़ में सरकार केवल सत्ता नहीं, संवेदना का नाम है।
विचार:
> "जब सरकार बेटियों की आंखों में सपनों की चमक देखती है, तभी समाज प्रगति की ओर बढ़ता है।"
रायपुर / शौर्यपथ / केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ आगमन पर आज स्वामी विवेकानंद विमानतल रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका आत्मीय स्वागत किया।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, वन मंत्री केदार कश्यप, विधायक धर्मलाल कौशिक, किरण देव, अमर अग्रवाल, पुरंदर मिश्रा, अनुज शर्मा, गुरु खुशवंत साहेब , मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव पी दयानंद, रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह उपस्थित थे।
प्रभारी महापौर ने कहा नाला सफाई का काम समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जाए ताकि बारिश के मौसम में किसी भी प्रकार की समस्या न हो:
दुर्ग/शौर्यपथ/नगर पालिक निगम/महापौर अल्का बाघमार दो दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण पर इंदौर रवाना हुई हैं। उनकी अनुपस्थिति में नगर निगम के सुचारू रूप से संचालन के लिए उन्होंने वित्त प्रभारी नरेंद्र बंजारे को महापौर का प्रभार सौंपा है, महापौर श्रीमती बाघमार के मार्गदर्शन में प्रभारी महापौर नरेन्द्र बंजारे ने आज प्रभारी महापौर का प्रभार मिलने के बाद पहला कार्य आज स्वास्थ्य विभाग अमला के साथ आल सुबह ने वार्ड क्रमांक 43 सहगल ऑटो से लेकर सुभाष नगर तक में नाला सफाई कार्य का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान प्रभारी नरेंद्र बंजारे ने नाला सफाई की व्यवस्था और गुणवत्ता का जायजा लिया और आवश्यक सुधारों के लिए निरीक्षण के दौरान जोन नोडल अधिकारी को निर्देश दिए।
उन्होंने कहा मुख्य रूप से, नाला सफाई की वर्तमान स्थिति और वर्षा पूर्व तैयारियों पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने सफाई के दौरान नाला के अंदर आस पास झाड़ियों को काटकर सफाई कर हटवाए।
निरीक्षण में प्रभारी महापौर श्री बंजारे ने नाला सफाई के काम में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को चेताया और सफाई व्यवस्था में लापरवाही न हो, इसके लिए सख्त निर्देश दिए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि नाला सफाई का काम समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जाए ताकि बारिश के मौसम में किसी भी प्रकार की समस्या न हो।प्रभारी महापौर नरेंद्र बंजारे ने वार्ड के निवासियों से भी अपील की कि वे अपने घरों और प्रतिष्ठानों से निकलने वाले कचरे को नाला-नालियों में न डालें, बल्कि नगर निगम के कचरा संग्रहण वाहनों में ही डालें। इससे नाला सफाई में आसानी होगी और वार्ड में स्वच्छता बनी रहेगी।
संक्षेप में,प्रभारी महापौर ने वार्ड 43 में नाला सफाई का निरीक्षण किया और इस महत्वपूर्ण कार्य में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाए।
भिलाईनगर / शौर्यपथ /
विश्वभर में स्वास्थ्य, आत्म-संयम और मानसिक शांति के प्रतीक अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज भिलाई नगर निगम द्वारा पायनियर मोन्यूमेंट, सिविक सेंटर सेक्टर-05 में भव्य योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम प्रातः 8:00 बजे से 9:00 बजे तक चला, जिसका संचालन सुप्रसिद्ध योग गुरु ममता साहू के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर शहर के योगाचार्य, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, छात्र एवं बड़ी संख्या में आम नागरिकों ने सक्रिय भागीदारी की। जीवनशैली में तेजी से आए बदलाव, तकनीकी निर्भरता और बढ़ती स्वास्थ्य समस्याओं के बीच योग ने एक जीवनशैली के रूप में पुनः समाज में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। कार्यक्रम में वक्ताओं ने योग को केवल व्यायाम न मानते हुए इसे मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए संपूर्ण समाधान बताया।
नगर निगम भिलाई द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों पर भी योग कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें भेलवा तालाब, लोकांगन, सियान सदन, श्रीराम चौक कुर्सीपार, तारामंडल उद्यान, कुसुम कानन उद्यान और एनडीआरएफ प्रमुख रहे। इन स्थलों पर भी बड़ी संख्या में नागरिकों ने योगाभ्यास किया।
मुख्य आयोजन सिविक सेंटर में हुआ, जिसमें बतौर विशिष्ट अतिथि उद्योगपति उमेश चितलांगिया, जोन आयुक्त कुलदीप गुप्ता एवं सेक्टर-5 पार्षद सेवन कुमार ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।
इस आयोजन को सफल बनाने में नगर निगम के विशेष सहयोगी मनोज ठाकरे (संत नामदेव आरोग्य सेवा समिति, दुर्ग), महर्षि दयानंद स्कूल (सेक्टर-6), एसएनजी स्कूल (सेक्टर-4), सेंट जेवियर्स स्कूल आदि शैक्षणिक संस्थानों की अहम भूमिका रही।
कार्यक्रम में नगर निगम भिलाई से अजय शुक्ला, वैभवकांत सैमुएल, शरद दुबे, दीपक देवांगन, श्वेता माहेश्वर, संजय शर्मा, सागर दुबे सहित अनेक योग शिक्षक, स्कूल शिक्षक एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। योग दिवस का यह आयोजन न केवल नागरिकों को स्वस्थ जीवनशैली की प्रेरणा देने वाला रहा, बल्कि सामूहिक सहभागिता के माध्यम से शहर को एक नई ऊर्जा और सकारात्मकता की अनुभूति भी कराता रहा।
भिलाई / शौर्यपथ / नंदनी रोड स्थित अंग्रेजी शराब भट्ठी के सामने तलवार लहराते हुए डॉन बनने की कोशिश कर रहे दो युवकों को छावनी पुलिस ने घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी राह चलते लोगों को अश्लील शब्दों से अपमानित कर डरा रहे थे, साथ ही शराब दुकान के कर्मचारी से जबरन पैसे मांगने की भी कोशिश की। दोनों आरोपियों के पास से धारदार तलवार जब्त कर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
दुर्ग पुलिस की प्रवक्ता श्रीमती पद्मश्री तंवर ने बताया कि मामला छावनी थाना क्षेत्र का है। आरोपियों ने शराब दुकान के कर्मचारी टेकेश कुमार देवांगन से पैसे की मांग की और तलवार लहराते हुए स्थानीय नागरिकों में भय का माहौल बनाया। प्रार्थी की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए छावनी पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों आरोपियों को धरदबोचा।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई:
1. अकरम खान, निवासी – शीतला मंदिर के पास, कैम्प 02, भिलाई
2. बंटी खान उर्फ अजीम, निवासी – मछली मार्केट, कैम्प 02, भिलाई
पुलिस ने अकरम खान के पास से एक लोहे की धारदार तलवार जब्त की है। दोनों आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 322/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 119(1), 296, 351(3), 115(2) एवं आर्म्स एक्ट की धारा 25, 27 के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
इस त्वरित कार्रवाई में थाना प्रभारी नवी मोनिका पांडेय, सउनि ईतवारी डेहरे, प्रधान आरक्षक उमेश गंगराले, आरक्षक आकाश तिवारी, महताब अहमद और धर्मेंद्र सिंह ने सक्रिय भूमिका निभाई। दुर्ग पुलिस ने साफ संदेश दिया है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। शांति भंग करने वाले तत्वों के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्यवाही लगातार जारी रहेगी।
रणजीता स्टेडियम परिसर में लगाए सिंदूर के पौधे, पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
रायपुर /शौर्यपथ /अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज जशपुर के रणजीता स्टेडियम परिसर में आयोजित कार्यक्रम में ‘गजरथ यात्रा’ को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। यह अभिनव पहल छत्तीसगढ़ में मानव-हाथी द्वंद को कम करने और वन्यजीव संरक्षण के लिए जनजागरूकता फैलाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस यात्रा के माध्यम से स्कूलों, ग्राम पंचायतों और हाट-बाजारों में पहुंचकर हाथियों के व्यवहार, सुरक्षा उपायों और सह-अस्तित्व के संदेश को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि मानव और हाथियों के बीच बढ़ते टकराव को कम करने के लिए सामुदायिक भागीदारी और जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। ‘गजरथ यात्रा’ इस दिशा में एक सार्थक माध्यम बनेगी, जो लोगों को शिक्षित कर मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने में सहायक होगी। उन्होंने वन विभाग के उन कर्मचारियों को भी सम्मानित किया, जिन्होंने इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री साय ने स्टेडियम परिसर में सिंदूर का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत नागरिकों से अपील की कि वे अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें । उन्होंने कहा कि पेड़ न केवल जीवनदायिनी ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, बल्कि जल संरक्षण, जैव विविधता और जलवायु संतुलन के लिए भी आवश्यक हैं।
मुख्यमंत्री साय ने वन विभाग द्वारा तैयार लघु फिल्म और पुस्तिका का विमोचन भी किया, जिसमें हाथियों से संबंधित सावधानियां, उनके व्यवहार को समझने और सुरक्षा उपायों की जानकारी दी गई है। यह सामग्री स्कूली बच्चों, ग्रामीणों और स्थानीय समुदायों में वितरित की जाएगी।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण केवल सरकार की ही नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं और जागरूकता अभियानों की जानकारी दी, जो सतत विकास और हरित छत्तीसगढ़ के निर्माण में सहायक हैं।
उल्लखेनीय है कि ‘गजरथ यात्रा’ राज्य सरकार की उस व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जो सतत विकास, जैव विविधता संरक्षण और स्थानीय समुदायों की सहभागिता के माध्यम से वन्यजीवों के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों और वन विभाग की टीम को इस प्रयास के लिए शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, योग आयोग के अध्यक्ष श्री रूप नारायण सिन्हा, पूर्व सांसद श्री रणविजय सिंह जूदेव, पद्मश्री श्री जागेश्वर यादव, विधायक श्रीमती रायमुनी भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, माटीकला बोर्ड अध्यक्ष श्री शंभूनाथ चक्रवर्ती, सन्निर्माण कर्मकार मंडल अध्यक्ष श्री रामप्रताप सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष श्री अरविंद भगत, उपाध्यक्ष श्री यश प्रताप सिंह जूदेव, संभागायुक्त श्री नरेंद्र दुग्गा, आईजी श्री दीपक झा, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, एसएसपी श्री शशि मोहन सिंह सहित अनेक जनप्रतिनिधि, नागरिक, स्कूली छात्र और योग संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
निगम अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव बोले - योग अपनाएं, तनाव और रोगों से पाएं मुक्ति
रायपुर/शौर्यपथ / 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर नागरिक आपूर्ति निगम में राज्य स्तरीय योग शिविर का आयोजन उत्साह और अनुशासन के साथ किया गया। इस अवसर पर निगम अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव ने योग के वैश्विक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि योग आज केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संपूर्ण मानवता के लिए स्वस्थ जीवन का मार्ग बन चुका है।
प्रातः 7 बजे प्रारंभ हुए इस योग शिविर में श्री श्रीवास्तव के आह्वान पर निगम मुख्यालय के अधिकारी-कर्मचारी एक साथ योगाभ्यास में सम्मिलित हुए। प्रशिक्षकों के निर्देशन में विविध योग क्रियाओं का अभ्यास किया गया।
श्रीवास्तव ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि शरीर, मन और आत्मा के संतुलन का विज्ञान है। यह जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से वर्ष 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी। इस वर्ष की थीम “योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” है, जो पृथ्वी और मानव स्वास्थ्य के गहरे संबंध को दर्शाती है।
श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि वर्तमान में भारत की योग अर्थव्यवस्था 20 करोड़ रुपये से अधिक की हो चुकी है तथा 190 देशों में 1 लाख से अधिक प्रमाणित योग शिक्षक कार्यरत हैं। देश के लगभग 2.5 करोड़ घरों में नियमित योग को अपनाया जा चुका है।
इस वर्ष योग दिवस के अंतर्गत योग संगम, योग बंधन, योग पार्क, योग समावेश, योग प्रभाव, योग कनेक्ट, हरित योग, योग अनप्लग्ड, योग महाकुंभ, और संयोगम जैसे 10 विशिष्ट आयोजन किए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य समाज के प्रत्येक वर्ग तक योग की पहुंच सुनिश्चित करना है।
श्रीवास्तव ने सभी नागरिकों से योग को जीवनशैली में अपनाने की अपील करते हुए कहा तनाव मुक्त और स्वस्थ जीवन के लिए योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। आज हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि हम स्वयं भी योग करेंगे और दूसरों को भी प्रेरित करेंगे।
नगेराटुक्कू के सौंदर्यीकरण और डूमरडीह में कुम्हार समाज के लिए सांस्कृतिक मंडप निर्माण की घोषणा
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर जिले के दुलदुला में आयोजित कार्यक्रम में दुलदुला विकासखंड के लिए 3 करोड़ 45 हजार रुपये की लागत से विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इनमें 22.36 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित ग्रामीण हाट बाजार शेड का लोकार्पण और 2 करोड़ 78 लाख 9 हजार रुपये की लागत के 10 अन्य कार्यों का भूमिपूजन शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पर्यटन स्थल नगेराटुक्कू के सौंदर्यीकरण और डूमरडीह में कुम्हार समाज के लिए सांस्कृतिक मंडप निर्माण की घोषणा की।
मुख्यमंत्री साय ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें अपने शरीर और मन को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से योग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र ने इस दिन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी है। आज दुनिया के सभी देशों के लोग योग के फायदों के प्रति जागरूक होकर इस प्राचीन भारतीय विद्या को अपना रहे हैं।
मुख्यमंत्री साय ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना के तहत मयूरचुंदी से दुलदुला तक बस सेवा शुरू की जाएगी। साथ ही, दुलदुला में बस स्टैंड निर्माण की स्वीकृति भी प्राप्त हो चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार 'मोदी की गारंटी' को तेजी से लागू कर रही है। सरकार के गठन के बाद पहली कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18 लाख आवास स्वीकृत किए गए। महतारी वंदन योजना के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण हो रहा है। तेंदूपत्ता संग्रहण की दर को प्रति मानक बोरा 5,500 रुपये निर्धारित किया गया है।अटल डिजिटल सुविधा केंद्र के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। आगामी पंचायत दिवस पर इसे सभी ग्राम पंचायतों में शुरू करने की योजना है। रजिस्ट्री प्रक्रिया में 10 नई क्रांतियों के तहत नवाचारों का उपयोग कर पंजीयन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, सरल, डिजिटल और नागरिक-केंद्रित बनाया गया है।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, जनपद अध्यक्ष दुलदुला श्री राजकुमार सिंह, पुलिस महानिरीक्षक श्री दीपक कुमार झा, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, श्री भरत सिंह, श्री कृष्ण कुमार राय सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
0.46 प्रतिशत तक सिमटी मलेरिया दर: बस्तर में स्वास्थ्य सेवाओं की ऐतिहासिक उपलब्धि
रायपुर/शौर्यपथ छत्तीसगढ़ सरकार के मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान को बस्तर संभाग में बड़ी सफलता मिली है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में बस्तर जैसे संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में मलेरिया के मामलों में ऐतिहासिक कमी दर्ज की गई है।
राज्य शासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बस्तर संभाग में मलेरिया धनात्मक दर 4.60 प्रतिशत से घटकर मात्र 0.46 प्रतिशत रह गई है। वहीं वर्ष 2015 की तुलना में वर्ष 2024 में मलेरिया के मामलों में 72 प्रतिशत की गिरावट आई है। राज्य का वार्षिक परजीवी सूचकांक (API) वर्ष 2015 में 5.21 था, जो घटकर 2024 में 0.98 हो गया है। बस्तर संभाग का API इसी अवधि में 27.4 से घटकर 7.11 तक पहुंचा है। 2023 की तुलना में 2024 में मलेरिया प्रकरणों में 8.52 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान हमारी सरकार की जन-केंद्रित सोच और समर्पित स्वास्थ्य प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि बस्तर जैसे क्षेत्र में मलेरिया नियंत्रण में मिली यह सफलता स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों, मितानिनों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मेहनत का प्रमाण है।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि सरकार का लक्ष्य पूरे छत्तीसगढ़ को मलेरिया मुक्त बनाना है और इस दिशा में ठोस प्रयास लगातार जारी हैं। अभियान के तहत मच्छरदानी वितरण, घर-घर जाकर जांच, त्वरित उपचार, और जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से मलेरिया के प्रसार को नियंत्रित किया गया है। वर्ष 2024 में अभियान के 10वें और 11वें चरणों में विशेष निगरानी और उपचार कार्यों के चलते मलेरिया नियंत्रण को और बल मिला है।
राज्य सरकार मलेरिया उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (NVBDCP) और विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री साय ने इस अभियान में योगदान देने वाले स्वास्थ्य विभाग, स्थानीय प्रशासन, मितानिनों और आमजन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सफलता सामूहिक प्रयासों से ही संभव हुई है और यह छत्तीसगढ़ को एक स्वस्थ और समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है।
8.77 करोड़ की लागत से बनेगा 50 बिस्तरों वाला मातृ-शिशु चिकित्सालय: सुरक्षित मातृत्व और स्वस्थ बचपन की दिशा में सशक्त पहल
50 लाख की लागत से तैयार होगी ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर जिले के कुनकुरी को एक महत्वपूर्ण सौगात प्रदान की। उन्होंने गिनाबहार में 8.77 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 50 बिस्तरों वाले मातृ-शिशु चिकित्सालय और 50 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट का भूमिपूजन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आज जशपुर जिले के स्वास्थ्य क्षेत्र में विकास की एक नई कड़ी जुड़ रही है। इस चिकित्सालय के निर्माण से कुनकुरी सहित फरसाबहार, कांसाबेल और दुलदुला जैसे आसपास के क्षेत्रों की माताओं, बहनों और बच्चों को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि जशपुर में 200 बिस्तरों वाले आधुनिक चिकित्सालय का निर्माण शीघ्र प्रारंभ होगा। इस वर्ष के बजट में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त, नर्सिंग कॉलेज और फिजियोथेरेपी कॉलेज भी खोले जाएंगे।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना और जेनरिक दवा दुकानों के माध्यम से आमजन को किफायती इलाज सुलभ कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए वय वंदना योजना एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य-सुरक्षा कवच है।मितानिन बहनों के मानदेय का भुगतान अब ऑनलाइन किया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित हुई है।
मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की गारंटी को जमीनी स्तर पर लागू करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने बताया कि किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीद की जा रही है, और उन्हें प्रति क्विंटल 3,100 रुपये की राशि प्रदान की जा रही है। तेंदूपत्ता संग्रहकों को अब 5,500 रुपये प्रति मानक बोरा का भुगतान किया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीब परिवारों के लिए आवास निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना के अंतर्गत राज्य की 70 लाख से अधिक माताओं और बहनों को प्रतिमाह 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। साथ ही, 5.60 लाख भूमिहीन कृषि श्रमिकों को 10,000 रुपये की विशेष सहायता राशि प्रदान की गई है। पंचायतों में कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) खोलने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है, जिससे ग्रामीणों को अपने गांव में ही बैंकिंग, धन जमा-निकासी जैसी सुविधाएं मिलेंगी। अगले पंचायती राज दिवस तक सभी पंचायतों में ये सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राजस्व प्रशासन में सुधार के लिए कई बड़े निर्णय लिए गए हैं। अब जमीन की रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण की प्रक्रिया स्वतः पूरी होगी, और फर्जी रजिस्ट्री पर अंकुश लगेगा। विश्व योग दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
आदिवासी अंचल को मिली मातृत्व सुरक्षा की नई सौगात
उल्लखेनीय है कि कुनकुरी में प्रस्तावित 50 बिस्तरों वाला मातृ-शिशु चिकित्सालय न केवल कुनकुरी, बल्कि फरसाबहार, कांसाबेल और दुलदुला जैसे तीन अन्य विकासखंडों की महिलाओं और बच्चों को स्थानीय स्तर पर चिकित्सा सुविधा प्रदान करेगा। गर्भवती महिलाओं को प्रसवपूर्व देखभाल, प्रसव, जटिलताओं का उपचार और बच्चों को समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपस्थिति गंभीर बीमारियों की पहचान और उपचार में सहायता करेगी। 50 लाख रुपये की लागत से बनने वाली ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट के माध्यम से लैब जांच सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी, जिससे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, कमिश्नर श्री नरेंद्र दुग्गा, आईजी श्री दीपक कुमार झा, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, श्री भरत सिंह, श्री कृष्ण कुमार राय, श्री सुनील गुप्ता, श्री उपेंद्र यादव, श्री राजकुमार गुप्ता, श्री अमन शर्मा, श्री गोपाल कश्यप, श्री मनोज जायसवाल, श्री राजेश चौधरी, श्री यशवंत यादव, श्री विकास नाग सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले में कुनकुरी के सलियाटोली ग्राम में 4.37 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले 250 सीटर नालंदा परिसर का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने युवाओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य प्रत्येक जिले में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना है। इसके लिए सभी जिला मुख्यालयों में नालंदा परिसरों की स्थापना की जा रही है। जशपुर जिले में दो स्थानों पर नालंदा परिसर का निर्माण किया जा रहा है। नालंदा परिसर अत्याधुनिक पुस्तकालय, शिक्षण संसाधनों और तकनीकी सुविधाओं से सुसज्जित होगा। विद्यार्थियों की निर्बाध पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए यह परिसर 24 घंटे खुला रहेगा।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि शासन द्वारा नागरिक सुविधाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ई-ऑफिस के माध्यम से सभी विभागों की सेवाएँ ऑनलाइन की जा रही हैं। राजस्व क्षेत्र में 10 नवीन क्रांतिकारी पहल लागू की गई है, जिससे रजिस्ट्री और नामांतरण जैसी प्रक्रियाएँ अब आमजन के लिए सरल और सुलभ हो गई हैं।
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि छात्रहित को ध्यान में रखते हुए पीएससी जैसी परीक्षाओं में भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ सीबीआई जाँच कराई जा रही है। साथ ही, जशपुर जिले में मेडिकल कॉलेज, कृषि महाविद्यालय, उद्यानिकी, नर्सिंग, नेचुरोपैथी और फिजियोथेरेपी कॉलेज की स्थापना की जाएगी।
नालंदा परिसर: अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त, 24x7 अध्ययन के लिए समर्पित केंद्र
नालंदा परिसर में महानगरों की तर्ज पर सप्ताह के सातों दिन, चौबीसों घंटे अध्ययन की सुविधा उपलब्ध होगी। इसमें इंडोर और आउटडोर स्टडी ज़ोन के साथ-साथ प्राकृतिक वातावरण से जुड़ने के लिए ऑक्सी रीडिंग ज़ोन की व्यवस्था होगी।यह परिसर स्वायत्त मॉडल पर आधारित होगा और पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए सौर ऊर्जा से संचालित किया जाएगा। ईको-फ्रेंडली डिज़ाइन के इस परिसर में विद्युत खपत न्यूनतम होगी और 50 से अधिक देशी पौधों की प्रजातियाँ रोपी जाएँगी। युवाओं के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए परिसर में यूथ टावर, स्पोर्ट्स कोर्ट, कैफेटेरिया, एटीएम और हेल्थ ज़ोन जैसी सुविधाएँ भी विकसित की जाएँगी। संचालन के लिए स्ववित्तपोषित मॉडल को अपनाया जाएगा। लाइब्रेरी में 50,000 से अधिक पुस्तकें, डिजिटल लाइब्रेरी, वाई-फाई ज़ोन और प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकें उपलब्ध होंगी। साथ ही, आरएफआईडी आधारित प्रवेश प्रणाली, बायोमेट्रिक आईडी, पुस्तकों की ट्रैकिंग के लिए आरएफआईडी और सॉफ्टवेयर आधारित पुस्तक प्रबंधन प्रणाली की व्यवस्था होगी।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, कुनकुरी जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुशीला साय, उपाध्यक्ष श्री बालेश्वर यादव, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, श्री भरत सिंह, श्री कृष्ण कुमार राय, जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री साय सर्व नाई सेन समाज के महासम्मेलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह में हुए शामिल
सेन समाज भवन विस्तार हेतु ₹10 लाख एवं बाउंड्रीवाल निर्माण हेतु ₹10 लाख की घोषणा
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज जशपुर जिले के कुनकुरी के महुआटोली में आयोजित सर्व नाई सेन समाज के महासम्मेलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री साय ने अपने उद्बोधन में कहा कि नाई समाज को मेहनती और स्वावलंबी समाज के रूप में जाना जाता है। सेन समाज के अनेक लोग आज शिक्षा, व्यापार, प्रशासन और तकनीकी क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा के दम पर विशिष्ट उपलब्धियाँ हासिल कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि इस वर्ष 12वीं कक्षा के प्रदेश टॉपर अखिल सेन इसी समाज से हैं। रायपुर में एआई डेटा सेंटर की स्थापना करने जा रहे इंदौर के उद्यमी भी सेन समाज से हैं। मुख्यमंत्री ने भारत रत्न स्व. कर्पूरी ठाकुर जी का स्मरण करते हुए कहा कि देश की उन्नति में सेन समाज का योगदान उल्लेखनीय रहा है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि जन्म से लेकर अंत्येष्टि तक कोई भी संस्कार सेन समाज के योगदान के बिना पूर्ण नहीं होता। समाज के विविध संस्कारों में इस समाज की भूमिका अत्यंत विशिष्ट है।
शिक्षा है समाज की प्रगति की कुंजी: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री साय ने शिक्षा के महत्व पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा केवल रोजगार प्राप्ति का माध्यम नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण की कुंजी है। जिस समाज में शिक्षा का स्तर ऊंचा होता है, वह समाज उतना ही सशक्त और प्रगतिशील बनता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता को बेहतर बनाने हेतु निरंतर नीतिगत निर्णय ले रही है। राज्य में अब राष्ट्रीय स्तर की सभी प्रमुख शैक्षणिक संस्थाएँ स्थापित की जा रही हैं। नालंदा परिसर जैसे अत्याधुनिक पुस्तकालयों का निर्माण प्रदेशभर में किया जा रहा है, ताकि छात्र प्रतियोगी युग के अनुरूप स्वयं को तैयार कर सकें।
सेन समाज को सामाजिक भवन विस्तार व बाउंड्रीवाल के लिए ₹20 लाख की सौगात
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कुनकुरी स्थित सेन समाज के सामाजिक भवन के विस्तार हेतु ₹10 लाख और बाउंड्रीवाल निर्माण हेतु ₹10 लाख की राशि स्वीकृत करने की घोषणा की।
छत्तीसगढ़ केश शिल्पी बोर्ड की अध्यक्ष सुश्री मोना सेन ने इस अवसर पर कहा कि महतारी वंदन योजना प्रदेश की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और आत्मसम्मान का मजबूत आधार बन रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना ने माताओं-बहनों में एक नया आत्मविश्वास जगाया है और शासन की जनहितैषी योजनाएँ प्रदेश में सभी वर्गों के सर्वांगीण विकास का आधार बन रही हैं।
मुख्यमंत्री ने सेन समाज की प्रतिभाओं को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर सेन समाज के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभावान सदस्यों को “संत शिरोमणि सेन सम्मान” से सम्मानित किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह, श्री कृष्ण कुमार राय, श्री भरत सिंह, सर्व सेन समाज के प्रदेश अध्यक्ष श्री पुनीत सेन, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री अविनाश ठाकुर, श्री राज श्रीवास सहित समाज के पदाधिकारीगण, गणमान्यजन और बड़ी संख्या में समाज के सदस्य उपस्थित थे।