January 24, 2025
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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।

   बालोद/शौर्यपथ /कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने जिले के समस्त विभाग एवं कार्यालय प्रमुखों को कार्यालय के सुचारू रूप से संचालन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए है। कलेक्टर द्वारा जारी किए निर्देश में कहा गया है कि कार्यालय में समस्त अधिकारी-कर्मचारियों केे प्रतिदिन कार्यालयीन समय सुबह 10 बजे से शाम 05.30 बजे तक निर्धारित है। उन्होंने सभी कार्यालय प्रमुखों को अपने अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारी प्रतिदिन कार्यालयीन समय में उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने अपने अधीनस्थ कार्यालयों का सप्ताह में एक बार अनिवार्य रूप से आकस्मिक निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए हैं।
   कलेक्टर ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को अपने कार्यालय में सप्ताह के दो दिन प्रथम पाली में आम जनता से भेंट मुलाकात हेतु समय निर्धारित करने के निर्देश दिए है, जिसमें सोमवार के दिन को अनिवार्य रूप से करने को कहा है। समस्त कार्यालय प्रमुख सोमवार को पूरे दिन कार्यालय में रहना सुनिश्चित करेंगें जिससे आम जन अपनी समस्या व मांग से अवगत करा सके। समस्त कार्यालय प्रमुख अपने अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों की दो महिनों में कम से कम एक बार बैठक अनिवार्य रूप से लेने के निर्देश दिए हैं। जिसमें कार्यवाही विवरण जिला स्तर पर विभाग प्रमुख द्वारा संधारित की जाए। समस्त विभाग प्रमुख अपने विभागों के लंबित कार्यों की नियमित समीक्षा करने को कहा है। जिसकी समीक्षा समय सीमा की बैठक में की जाएगी। समस्त विभाग प्रमुख सभी कार्यों के ठेकेदारों और आपूर्तिकर्ताओं का समय पर भुगतान सुनिश्चित करें। इसके अलावा 31 दिसंबर 2024 तक किए गये कार्यों का भुगतान ठेकेदारों और आपूर्तिकर्ताओं को 20 जनवरी 2025 तक की जाए।  समस्त विभाग प्रमुख अनुकंपा नियुक्ति प्रकरण के संबंध में तृतीय श्रेणी के पद उपलब्ध नहीं होने पर चतुर्थ श्रेणी पद की उपलब्धता के संबंध में आवेदक को पंजीकृत पोस्ट के माध्यम से अनिवार्य रूप से सूचित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सभी विभाग प्रमुखों को अपने विभाग के बैंक खातों की एक सूची बनाने, निष्क्रिय खाता को तत्काल बंद कर जिला कार्यालय को अवगत कराने के निर्देश दिए हैं। इसी तरह कैश बुक का मिलान 3 माह में कम से कम एक बार करने एवं अपने विभाग में संचालित केन्द्र एवं राज्य शासन के योजनाओं का क्रियान्वयन सुचारू रूप से संपादन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं।

   भिलाईनगर/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र में लगभग 150 उद्यान है, इसमें से नेहरू नगर क्षेत्र में 50 से अधिक उद्यान निर्मित किये गये है। जिसकी देखरेख नगर निगम भिलाई द्वारा किया जा रहा है। नगर निगम भिलाई का प्रयास है, कि जिन उद्यानो का निर्माण हो चुका है। उसका देखरेख सिंचाई, साफ-सफाई, खाद डालने का कार्य आदि की व्यवस्था स्थानीय जागरूक नागरिको द्वारा किया जायेगा, तो अच्छा स्वरूप रहेगा। निगम की सीमित संसाधनों के कारण बहुत सारे उद्यानो का देखरेख नियमित नहीं हो पा रहा है। निगम प्रशासन जागरूक समितियां, स्थानीय नागरिको से आव्हान करता है। कि अपने निवास क्षेत्र में स्थित उद्यानों का देखरेख का कार्य स्वयं करे, निगम उनके मध्य अनुबंध करेगा, इसका लाभ सभी लोगो को प्राप्त होगा।
         आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय निगम क्षेत्र के उद्यानो का निरीक्षण करने पहुंचे। जिसमें प्रमुख रूप से भारत माता उद्यान जो नेशनल हाईवे पुलिस यातायात कार्यालय के समीप है। बहुत अच्छा निर्मित है, उसका सौंदर्यीकरण करके आकर्षक उद्यान बनाया जाएगा। इस संबंध में आयुक्त पाण्डेय ने उद्यान अधिकारी तिलेश्वर कुमार साहू को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इसके साथ ही शिवाजी पार्क, सांई उद्यान, मिलेनियम पार्क, महाराणा प्रताप उद्यान आदि जगहो का निरीक्षण किये। जिसमें स्थानीय नागरिको द्वारा कुछ आवश्यक सलाह दिये, आयुक्त ने यथा संभव उसको पुरा करने को कहा। लेकिन साथ में एक शर्ते रहेगी, कि निगम भिलाई द्वारा व्यवस्थित करके एक बार दे दिया जाएगा। उसका देखरेख स्थानीय नागरिको द्वारा समिति बनाकर स्वयं के व्यय से किया जायेगा।
         निरीक्षण के दौरान जनसम्पर्क अधिकारी अजय शुक्ला, भारत विकास परिषद के शिवनारायण मोदी, बी.एन.पाण्डेय, सत्येन्द्र सिंह, सुषमा झाम, गीता मोदी, एम.एस.ठाकुर, एस.ई.आनंद, उमेश सिंह भंडारकर आदि उपस्थित रहे।

- बेसाहरा को मिला जीवनदान
रिसाली/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत 2 लाख 34 हजार से ज्यादा लोगों ने स्वास्थ्य परीक्षण कराया है। कई लोगों को घर पहुंच सेवा के तहत नया जीवन मिला है। खास बात यह है कि लगभग 70 हजार ने पैथोलाॅजी जांच रिपोर्ट निशुल्क प्राप्त किया है।
नगर पालिक निगम रिसाली की बसाहट आधा गांव और आधा शहर है। स्लम बस्ती में रहने वाले कई  परिवार ऐसे है जो अस्पताल जाने में असमर्थ है। कभी संसाधन का अभाव तो कभी माली हालत का ठीक नहीं होना। ऐसे में हर वार्ड तक पहुंच रही मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत चलित चिकित्सा ईकाई सहारा बन चुकी है। जिसमें स्वास्थ्य परीक्षण से लेकर पैथोलाॅजी जांच और निशुल्क दवा वितरण की सुविधा है।
ढाई लाख से अधिक ने कराया परीक्षण
एम.एम.यू. की क्वाडीनेटर प्रियंका ने बताया कि रिसाली निगम के 40 वार्डो में रोस्टर के हिसाब से चलित चिकित्सा ईकाई पहुंच रही है। एक नवम्बर 2020 से शुरू हुई इस योजना में 2 हजार 6 सौ 36 कैम्प लगाया। वहीं 2 लाख 34 हजार 3 सौ 68 लोगों ने स्वास्थ्य परीक्षण कराया। वहीं 69 हजार 6 सौ 4 ने पैथोलाॅजी जांच कराया और एक लाख 92 हजार 827 ने दवा ली।
पुष्पा को मिला नया जीवन
आशीष नगर में झाड़ू पोछा का काम कर जीवन यापन करने वाली विधवा पुष्पा को नया जीवन मिला है। उसे कई प्रकार की बीमारियों ने घेर लिया था। स्थिति ऐसी नहीं कि वह विशेषज्ञ को दिखा सके या फिर लंबी दूरी तयकर रोज अस्पताल जाए। ऐसे में मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत हर सप्ताह उसे न केवल दवा मिल रही है, बल्कि शुगर, थायराइड, कोलेस्ट्राल की नियमित जांच हो रही है।

   भिलाईनगर/शौर्यपथ / शासन की महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना मोर मकान-मोन आस घटक अंतर्गत निगम भिलाई क्षेत्र में मकान निर्माण किया गया है। नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्रांतर्गत किराये के रूप में निवासरत नागरिको को इस योजना के तहत मकान का आबंटन शासन के नियमानुसार किया जा रहा है। जिसमें विरष्ठजन, दिव्यांगन एवं सामान्य वर्ग के नागरिक शामिल है। जो पूर्व में आवास हेतु आवेदन प्रस्तुत किये है और जो हितग्राही पात्रता की श्रेणी रखते है, उन्हे ही यह मकान का आबंटन किया गया है।
        आज महापौर नीरज पाल एवं आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय ने अपने हाथो से हितग्राहियो को लॉटरी के माध्यम से मकान आवंटित किए। हितग्राहियो को स्वयं के हाथो से लाटरी निकालवाया गया और जिस युनिट की पर्ची पर हितग्राही का नाम निकला उन्हे मकान आबंटन कर दिया गया। इन जगहो का मकान हितग्राहियो को आबंटन किया गया है, दिव्यांग एवं वरिष्ठ लोगों को भूतल का चार मकान मिला, सामान्य लोगों को 25 मकान मिला, कुल 29 मकान आवंटित किए गए। जिसमें हितग्राही 10 प्रतिशत राशि जमा किए हैं। शेष पूर्ण राशि जमा करने के बाद उन्हें मकान की चाबी प्रदान कर दी जाएगी।  इन क्षेत्रों में मकान आवंटित किया गया है सूर्या विहार के पीछे खम्हरिया के 4 मकान, कृष्णा इंजीनियरिंग के पीछे खम्हरिया के 22 मकान, अविनाश मेट्रोपालिश के 1, सूर्या विहार के पीछे खम्हरिया के 1 एवं आम्रपाली हाउसिंग बोर्ड के 1 निर्मित मकान का आबंटन हितग्राहियो को आबंटित किया गया है।
        आवास आबंटन के दौरान एमआईसी सदस्य चंद्रशेखर गवयी, अधीक्षण अभियंता दीपक जोशी, कार्यपालन अभियंता विनीता वर्मा, आवास प्रभारी विद्याधर अभियंता दीपक देवांगन,  नम्रता ठाकुर , जनसम्पर्क अधिकारी अजय शुक्ला सहित निगम के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

 दुर्ग /शौर्यपथ /बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान" केप्रभावी क्रियान्वयन हेतु परियोजना स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री आर. के. जाम्बुलकर जी एवं जिला महिला अधिकारी श्री अजय कुमार साहू जी द्वारा दीपप्रज्वलन एवं सरस्वती माता को माल्यार्पण करते हुए किया गया।जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं जिला महिला अधिकारी द्वारा अपने उदबोधन मे बाल विवाह के दुष्परिणाम पर प्रकाश डालते हुए  सम्पूर्ण जिला सम्पूर्ण राज्य को बाल विवाह मुक्त कराने हेतु रणनीति व जिम्मेदार विभागों के कार्यादायित्व पर  चर्चा की गयी।कार्यक्रम मे स्वास्थ्य  विभाग की जिला  टिकारण अधिकारी डॉ. श्रीमती दिव्या श्रीवास्तव मैडम एवम डॉ श्रीमती अर्चना चौहान द्वारा बाल विवाह से होने वाले दुष्परिणाम पर विस्तार से बताया साथ ही बालिकाओं के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर  इसके dushprbhav के विषय मे चर्चा की गयी। कार्यशाला मे परियोजना अधिकारी श्रीमती अनिता सिंग द्वारा व आई. सी. पी. एस शाखा की  सीता कन्नौजे द्वारा बालविवाह का शत प्रतिशत  उन्मूलन हेतु क़ानून व क्रियान्वयन हेतु जिम्मेदार विभागों एवं क्रियान्वयन मे आने वाली चुनौतीयों के विषय पर चर्चा की गयी। कार्यशाळा मे बताया गया की किस तरह बालविवाह समाज के राष्ट्र के सामाजिक व आर्थिक विकास को प्रभावित करता है। कार्यशाला मे जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं जिला महिला अधिकारी द्वारा बाल विवाह रोकथाम हेतु सभी उपस्थित प्रतिभागियों को शपथ दिलाया गया।

मुख्यमंत्री ने इंडियन वॉटर वर्क्स एसोसिएशन के अधिवेशन का किया शुभारंभ
देशभर के 400 जल विशेषज्ञ और अनुभवी इंजीनियर्स हो रहे शामिल
रायपुर /शौर्यपथ / पानी प्रकृति का अनमोल उपहार है, जिसे ईश्वर ने हमें बेमोल दिया है, लेकिन हमें इसका मोल समझना होगा। आज पूरा विश्व जल संकट से जूझ रहा है। देश-दुनिया के कई शहरों में भू जल स्तर में तेजी से गिरावट आ रही है। यदि समय रहते हम सचेत नहीं हुए तो जल संकट विकराल रूप धारण कर सकता है। हम सभी को पानी की एक-एक बूंद को सहेजना होगा। जल संरक्षण की जिम्मेदारी हम सबकी है। जल प्रबंधन आज समय की मांग है। हमें आने वाली पीढ़ियों के बेहतर जीवन के लिए जल के प्रबंधन, संरक्षण के साथ ही जल स्रोतों के संवर्धन पर विशेष ध्यान देना होगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इंडियन वाटर वर्क्स एसोसिएशन के 57वें वार्षिक अधिवेशन को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वैश्विक जलवायु संकट के परिपेक्ष्य में जल संरक्षण और भी महत्वपूर्ण हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जल संरक्षण के लिए जल जीवन मिशन, जल शक्ति अभियान, अमृत सरोवर, मिशन अमृत और एक पेड़ मां के नाम जैसे अभियान शुरू कर जल और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मोदी जी ने प्रत्येक घर तक स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए हर घर नल से जल योजना शुरू की। हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नल कनेक्शन प्रदान किया है, जिससे लोगों के घरों में साफ पानी पहुंचने से उनका स्वास्थ्य स्तर भी सुधरा है और ग्रामीणों के जीवन स्तर में भी सकारात्मक बदलाव आया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इंडियन वॉटर एसोशिएसन की स्मारिका का विमोचन किया।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश भर से आए इंजीनियर्स, जल संरक्षण के विषय विशेषज्ञ जल संरक्षण के विषय में गहन विचार विमर्श करेंगे और जल संरक्षण के लिए रणनीति तैयार करने में योगदान देंगे।
उल्लेखनीय है कि इंडियन वॉटर एसोशिएसन की मेजबानी में दूसरी बार राजधानी रायपुर में 10 से 12 जनवरी तक आयोजित किए जा रहे इस अधिवेशन में जल-360 डिग्री की थीम रखी गई है। अधिवेशन में देश के 400 जल विशेषज्ञ और अनुभवी इंजीनियर शामिल हो रहे हैं। अधिवेशन में जल, अपशिष्ट जल उपचार और सतत प्रबंधन में नवीन टेक्नोलॉजी को शामिल करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा।

2030 तक 300 मिलियन टन स्टील उत्पादन का लक्ष्य पाने में छत्तीसगढ़ की होगी सबसे अहम भूमिका : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने ऑल इंडिया स्टील कॉनक्लेव 2.0 को किया संबोधित
    रायपुर/शौर्यपथ / विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए हम फौलादी इच्छाशक्ति के साथ काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2030 तक 300 मिलियन टन स्टील उत्पादन का लक्ष्य रखा है और इस लक्ष्य को पाने में छत्तीसगढ़ की सबसे अहम भूमिका होगी। इसके लिए प्रदेश के प्रत्येक उद्यमी को छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा का ब्रांड एंबेसडर बनना होगा। प्रदेश के स्टील उद्योग को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए हरसम्भव सहयोग हमारी सरकार प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर के मेफेयर लेक रिसॉर्ट में आयोजित ऑल इंडिया स्टील कॉनक्लेव 2.0 को संबोधित करते हुए यह बात कही।
   मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहा है। हम विकसित छत्तीसगढ़ की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब मैं केंद्रीय राज्य मंत्री था तब स्टील इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों से अक्सर मुलाकात होती रही है। श्री साय ने कहा कि 17 राज्यों से आए 1500 प्रतिनिधि यहां दो दिन स्टील उद्योग की चुनौतियों व नये अवसर पर मंथन करेंगे। मुझे विश्वास है कि यहां हुई चर्चा स्टील सेक्टर के साथ ही छत्तीसगढ़ और देश की तरक्की को नई दिशा देगी। उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया स्टील कॉन्क्लेव 2.0 का आयोजन प्रदेश में स्टील उद्योग को तो प्रोत्साहित करेगा ही, एमएसएमई के लिए भी लाभकारी होगा। देशभर के उद्योग जगत के लोग छत्तीसगढ़ की इस विकास यात्रा में भागीदार होना चाहते हैं। छत्तीसगढ़ में अवसर के कई द्वार अभी और खुलेंगे। जल्द ही हम लिथियम जैसी ऊर्जा खनिज के सबसे बड़े केंद्र बनेंगे।
    मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्टील उद्योग के लिए काफी अवसर हैं। हमारे पास स्टील इंडस्ट्री के लिए जरुरी खनिज जैसे लोहा ओर और कोयला के साथ ही बिजली पर्याप्त मात्रा में है। हम स्टील उत्पादन में देश में तीसरे स्थान पर हैं। हमें गर्व है कि हमारा प्रदेश देश की इकोनॉमी का पावर हाउस है। छत्तीसगढ़ ने अब ग्रीन स्टील की ओर भी कदम बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि स्टील उद्योग में कई नवाचार हो रहे हैं। उत्पादन बढ़ाने के लिए आप लोग नई और एडवांस टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहे हैं, इसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं। आर्थिक विकास को गति देने के साथ हमें जलवायु परिवर्तन की चुनौती का भी समाधान करना होगा। ऐसे में अब पर्यावरण अनुकूल विकास के स्थायी उपाय करने होंगे। उन्होंने नई औद्योगिक नीति के जरिए 5 लाख नये रोजगार सृजन के लक्ष्य की बात दोहराई और कहा कि यह आप सभी के सहयोग से ही पूरा होगा। मुख्यमंत्री ने इस दौरान सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 और नई औद्योगिक नीति पर भी सरकार के विजन को साझा किया। सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 एक ऐसा नवाचारी प्लेटफॉर्म है जिसके जरिए राज्य में उद्योग, व्यवसाय और स्टार्टअप को एक पोर्टल पर तमाम सुविधाएं मिल रही हैं।
   वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में हमारी सरकार ने निवेश के लिए अनुकूल औद्योगिक नीति तैयार की है और इससे प्रदेश में निवेश आकर्षित हो रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ वनाच्छादित प्रदेश है और यहां खनिज सम्पदा के विपुल भंडार मौजूद है। प्रदेश के विकास को गति देने की सभी संभावनाएं यहां मौजूद है। श्री देवांगन ने स्टील उद्योग को बढ़ावा देने के लिए शासन द्वारा लिए गए निर्णयों की जानकारी भी दी। उन्होंने कॉनक्लेव में मौजूद सभी उद्योगपतियों से आग्रह करते हुए कहा कि हमारी इस औद्योगिक नीति को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं, जिससे लोग इसका लाभ लें और प्रदेश की तरक्की में साझेदार बने।
    सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का सबसे तेजी से विकसित होता हुआ राज्य बन रहा है। प्रदेश में स्टील उद्योग के लिए अनुकूल अवस्थाएं मौजूद हैं। प्रदेश में पहले से ही अनेक उद्योग स्थापित हैं अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम विकास के साथ ही पर्यावरण का भी ध्यान रखें। सीएसआर की सहायता से लोगों के जीवन को भी बेहतर बनाने का प्रयास करें।
  इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, सचिव श्री राहुल भगत, उद्योग सचिव श्री रजत कुमार, ऑल इंडिया स्टील कॉनक्लेव 2.0 के चेयरमैन श्री रमेश अग्रवाल, छत्तीसगढ़ स्टील री रोलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री संजय त्रिपाठी, भिलाई स्टील प्लांट के सीईओ अजॉय कुमार चक्रवर्ती सहित सीएसआरए के पदाधिकारीगण और स्टील उद्योग से जुड़े उद्योगपति उपस्थित थे।

निगम ने सार्वजनिक स्थलों पर जलाया अलाव:
  दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम सीमा अंतर्गत शहर में लगातार ठंड बढ़ती जा रही है। रात के समय ठंड और कोहरा काफी बढ़ जा रहा है।कलेक्टर एवं निगम प्रशासक सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश ओर कमिश्नर सुमित अग्रवाल के मार्गदर्शन पर शहर के चौक चौराहों पर लगातार अलाव जलाने के निर्देश पर प्रभारी अतिक्रमण अधिकारी परमेश्वर की टीम अतिक्रमण विभाग अमला द्वारा अलाव जलाया जा रहा है।नगर पालिक निगम अतिक्रमण विभाग अमला द्वारा शहर के सभी चौक चौराहों, रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड में लगातार अलाव जलाने का कार्य किया जा रहा है।कलेक्टर एवं निगम प्रशासक सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी और निगम कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने  कहा कि बदलते मौसम और ठंड के कहर से लोगों की जान तक चली जाती है। सबसे अधिक खतरा घुमंतू और. फुटपाथ पर सोने वालों को रहता है। साथ देर रात रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड में यात्रियों को ठंड के चलते काफी परेशानी होती है। इसी को देखते हुए सभी सार्वजनिक जगह में निरंतर अलाव जलाने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा करने से फुटपाथ पर सोने वाले और देर रात आने जाने वाले यात्री अलाव का उपयोग कर सकेंगे। मुख्य जगहों में निरंतर अलाव जलाने के निर्देश दिए गए हैं।कलेक्टर व निगम प्रशासक सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश पर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, फुटपाथ जहां लोग सोते हैं, शहर के भीड़भाड़ वाले क्षेत्र, चौक-चौराहा सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाया जा रहा है । इसके लिए निगम ने लकड़ी की व्यवस्था की गई है। बढ़ती ठंड के कारण चौक चौराहों पर रात के समय अलाव जलाना बहुत जरूरी है, जिससे ये लोग अलाव ताप कर ठंड दूर कर सकें।

  रायपुर//शौर्यपथ / प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार के द्वारा स्थानीय निकाय चुनाव में आरक्षण प्रावधानों किए गए दुर्भावना पूर्वक संशोधन के चलते अधिकांश जिला और जनपद पंचायतों में ओबीसी आरक्षण खत्म हो गया है। प्रदेश के 16 जिला पंचायत और 85 जनपदों में जहां पहले 25 प्रतिशत सीटें अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हुआ करती थी, अब अनुसूचित क्षेत्रों में ओबीसी आरक्षण लगभग खत्म हो गया है। पूर्व में ओबीसी के लिए आरक्षित ये सभी सीटें अब सामान्य घोषित हो चुकी है। साय सरकार के द्वारा आरक्षण प्रक्रिया के नियमों में किए गए दुर्भावना पूर्वक संशोधन के बाद अनुसूचित जिले और ब्लॉकों में जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य और पंचों का जो भी पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित था, वह अब सामान्य सीटे घोषित हो गई है।
    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि बस्तर और सरगुजा संभाग में आरक्षित वर्ग को बड़ा नुकसान है सरगुजा संभाग के पांच जिले अंबिकापुर, बलरामपुर, सूरजपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ,़ चिरमिरी, भरतपुर सोनहत, बस्तर के 7 जिले बस्तर, कांकेर, कोंडागांव, दंतेवाडा, नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर सहित मानपुर मोहला, जशपुर, गैरोला पेंड्रा मरवाही, और कोरबा जिले में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए कुछ बचा ही नहीं है। इस सरकार के द्वारा स्थानीय निकाय (त्रिस्तरीय पंचायत और नगरीय निकाय) चुनाव में आरक्षण के प्रावधानों में जो षडयंत्र पूर्वक ओबीसी विरोधी परिवर्तन किया है उसके परिणाम सामने हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के लिए जिला पंचायत, जनपद पंचायत, सरपंच और पांचों के आरक्षण में ओबीसी के हक और अधिकारों में बड़ी डकैती इस सरकार ने की है। त्रिस्तरीय पंचायत राज संस्थाओं में रायपुर जिला पंचायत में 16 क्षेत्रों में से केवल 4 ओबीसी के लिए आरक्षित है। बिलासपुर जिले में  सदस्यों के 17 में से केवल एक क्षेत्र क्रमांक 1 में ओबीसी महिला के लिए आरक्षित है, ओबीसी पुरुष के लिए 17 में से एक भी सीट आरक्षित नहीं है। इसी तरह बिलासपुर जिले के चार जनपद पंचायत में दो जनपद पंचायत अध्यक्ष के पद अनुसूचित जाति महिला, एक अनारक्षित महिला और एक जनपद अध्यक्ष का पद अनारक्षित मुक्त रखा गया है। ओबीसी के लिए बिलासपुर जिले के अंतर्गत चार जनपद पंचायतों में से एक भी जनपद पंचायत अध्यक्ष का पद ओबीसी के लिये आरक्षित नहीं है।
    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार के बदनियति से चलते अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार चुनाव लड़ने से वंचित हो गए हैं। स्थानीय निकाय चुनाव में आरक्षण के संदर्भ में साय सरकार ने जो दुर्भावना पूर्वक संशोधन किया है वह ओबीसी वर्ग के साथ अन्याय है, अत्याचार है। बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर संभाग में ओबीसी वर्ग के लिए कुछ बचा ही नहीं जबकि यहां बड़ी आबादी ओबीसी वर्ग की है, भाजपा सरकार ने दुर्भावना पूर्वक संशोधन करके पिछड़ा वर्ग के प्रतिभागियों के अधिकार को कुचल दिया है।

 मोहला ब्लॉक के 960 खिलाड़ी बच्चों ने दिखाई पांडरवानी में अपनी प्रतिभा
       मोहला/शौर्यपथ / 02 दिवसीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता विकासखंड मोहला के ग्राम पांडरवानी ग्राम पंचायत मरकाटोला में आयोजित किया गया। जिसका समापन गणमान्य नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया गया। सभी विजेता प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
        विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री राजेंद्र कुमार देवांगन ने जानकारी दिया कि कल 8 जोन के लगभग 960 प्रतिभागी बच्चे विकासखण्ड स्तरीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में शामिल हुए। जिसमें प्राथमिक विभाग में 5 एकल एवं 2 सामूहिक विधा तथा माध्यमिक विभाग में 6 एकल एवं 3 सामूहिक विधाएं शामिल थी। प्राथमिक विभाग में गोटाटोला जोन एवं माध्यमिक विभाग में वासडी जोन ओवरऑल चैंपियन रहे। इसी प्रकार कुमारी नेहा पाटनवाड़वी एवं नीरज कुमार रेंगाकठेरा माध्यमिक विभाग के चैंपियन खिलाड़ी तथा मनोज कुमार सुवरबोड प्राथमिक विभाग से चैंपियन खिलाड़ी चयनित हुआ।
 -पांडरवानी के ग्रामीणों का रहा विशेष सहयोग
        स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से सभी ने ग्राम पांडरवानी के ग्रामीण के विशेष सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। अवगत हो कि दो दिवस तक ग्रामीणों ने प्रतिभागी बच्चों को निशुल्क भोजन एवं आवास सुविधा दिया।
        उद्घाटन समारोह में क्षेत्रीय विधायक श्री इंद्र शाह मंडावी, जनप्रतिनिधिगण अमित श्रीवास्तव, कुमार कोरेटी, दिनेश शाह, मनोज नेताम, देव प्रसाद नेताम, सदानंद तारम, वीर नारायण, भूपेंद्र सोरी व अन्य  ग्राम प्रमुख शामिल हुए एवं समापन समारोह में जिला पंचायत सदस्य श्री वीरेंद्र मासिया, श्री राम भगवान चंद्रवंशी, जनपद उपाध्यक्ष, गामिता लोनहारे, श्री गुरुदयाल साहू, सुदर्शन खिलवारे, श्रीमती मीना मांझी की विशेष उपस्थिति रही। बच्चों को सम्मानित करने के इस विशेष अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी फत्ते राम कोसरिया, जोन प्राचार्य उपेंद्र कुमार देवांगन, बीआरसीसी खोम लाल वर्मा, ग्राम पटेल शंकर लाल धुर्वे एवं गणमान्य नागरिक, सभी संकुल शैक्षिक समन्वयक, व्यायाम शिक्षक एवं सभी प्रभारी शिक्षक उपस्थित रहे। सफलतापूर्वक खेल संपन्न करने के लिए विभाग की ओर से विकासखंड शिक्षा अधिकारी मोहला ने सभी ग्रामीण, आये हुए अतिथियों एवं शिक्षकों का धन्यवाद ज्ञापित किया है।

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