June 14, 2025
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रायपुर

रायपुर (5975)

जीवन को जीतना है

डॉ. शैल चन्द्रा की कविता

क्या हुआ जो घरों में बंद हैं।
होगा आगे आनंद ही आनंद है।
अभी इक्कीस दिन सब्र के साथ रहो घर के अंदर।
नहीं तो महाप्रलय का आएगा समंदर।
बाहर घूमने वालों कुछ दिन खा लो दाल -रोटी।
भीड़ लगाने वालों संभलो,
वरना कोरोना नोच लेगी तुम्हारी बोटी -बोटी।
यह वक्त जिंदगी और मौत का छोड़ रही है सवाल।
भीड़ बढ़ाकर मत करो तुम बवाल।
घर में रहकर लगा दो हर द्वार में ताले।
बच जाओगे तुम हो किस्मत वाले।
हर हालत में बाहर न रखना कदम ।
वरना निकल जायेगा तुम्हारा दम।
घर में रहकर कोरोना को हराना है।
मौत को मात देकर जीवन को जीतना है।
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मौत मंडरा रहा है सर पर।
रहो लोगों तुम घर पर।
घर पर रहने से ही बचोगे।
इसी तरह मौत से जंग जीतोगे।
घर पर रहना ही देशभक्ति है।
कोरोना से लड़ने की यही शक्ति है।

धमतरी/नगरी शौर्यपथ

*नगरी के ग्राम गोरेगांव की घटना

लॉकडॉउन की वजह से गांव की गलियों में पसरे सन्नाटे की वजह से जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे हैं। आज सुबह गोरेगांव निवासी प्रदीप अटल खाम जब अपने घर के पीछे बाड़ी में कटहल तोड़ने गए तो वहां वन्य पशु बारहसिंगा देखकर आश्चर्यचकित हो गए। सूचना लगने पर बारहसिंगा देखने ग्राम वासियों का हुजूम उमड़ पड़ा।
घायल बारहसिंगा की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी गई।
जब तक कि वन विभाग नगरी के अधिकारी घायल बारहसिंह के बचाव के लिए पहुंचते उसके पहले ही ग्रामीणों को देखकर घबराया हुआ बारहसिंह से जंगलों की ओर भाग गया।
ग्रामीणों का कहना है की रियासी इलाके में पहुंचने के बाद कुत्तों के झुंड ने बारहसिंह को घेरा लिया होगा ।जिससे वह घायल हो गया। और प्राण बचाने बाड़ी में आ धुसा।
ग्रामीणों ने ये भी बताया की कुछ लोग इन वन्य प्राणियों के शिकार भी कर रहे हैं । हो सकता है उन्ही शिकारियों के कुत्तें के झुंड ने बारहसिंह को घायल किया होगा।

धमतरी शौर्यपथ ।

हरी सब्जी बेचकर लॉक-डाउन में भी हर महीने कमा रहे
दस हजार रुपए


मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना) ग्रामीणों की जिंदगी कैसे बदल रही है, इसकी मिसाल हैं किसान श्री उत्तम साहू। जिले के कुरूद विकासखंड के ग्राम चर्रा निवासी सीमांत किसान श्री उत्तम पहले मजदूरी करते थे। मनरेगा के तहत खेत में कुएं के निर्माण के बाद अब वे साल भर साग-सब्जियों की खेती करते हैं, जिसे बेचकर उनके जीवन की दशा और दिशा दोनों बदल गई। वे सब्जी बेचकर मौजूदा लॉक-डाउन के प्रतिकूल दौर में भी हर महीने औसतन दस हजार रूपए की शुद्ध आय अर्जित कर रहे हैं। कुएं के निर्माण और सब्जी की खेती शुरू करने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति लगातार मजबूत होती जा रही है।

किसान श्री साहू मनरेगा से अपने खेत में कुआं खुदाई के दिनों को याद करते हुए बताते हैं कि कुआं निर्माण के समय उनके साथ उनकी पत्नी श्रीमती पुनिया बाई, बेटे महेन्द्र और पुत्रवधु महेश्वरी ने भी काम किया था। उनके परिवार को मजदूरी के रुप में 26 हजार 436 रुपए मिले थे। कुएं के निर्माण में एक लाख 88 हजार रूपए की लागत आई थी। उत्तम साल भर भरे रहने वाले अपने कुएं में एक हॉर्स-पॉवर का पंप लगाकर सब्जियों की खेती कर रहे हैं। उनके खेतों में अभी चेंच भाजी, अमारी भाजी, पटवा भाजी, धनिया पत्ती, गलका, करेला, टमाटर और नींबू का उत्पादन हो रहा है। मौजूदा लॉक-डाउन में बाजार न जाकर वे गलियों में आवाज देकर सुरक्षित ढंग से सब्जियां बेच रहे हैं। इससे हर महीने उन्हें औसतन दस हजार रूपए की आमदनी हो रही है। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा से बने कुएँ के कारण आज लॉक-डाउन में भी उनकी रोजी-रोटी पर किसी तरह का फर्क नहीं आया। सब्ज़ियों की रोजाना बिक्री बदस्तूर जारी है।‘

उल्लेखनीय है कि कोविड-19 का संक्रमण रोकने लागू देशव्यापी लॉक-डाउन में मनरेगा के अंतर्गत आजीविका संवर्धन के लिए निर्मित परिसम्पत्तियों ने हितग्राहियों को आर्थिक संबल प्रदान करने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी गतिमान बनाए रखा है। मनरेगा के कार्यों का लाभ व्यक्तिगत और सामुदायिक दोनों स्तर पर मिल रहा है। जॉबकार्डधारियों की निजी भूमि पर डबरी निर्माण, निजी तालाब निर्माण, भूमि सुधार, कूप निर्माण, मुर्गी शेड, बकरी शेड, पशु शेड और मिश्रित फलदार पौधरोपण जैसे आजीविका सृजन और संवर्धन होने से ग्रामीणों के जीवन में तेजी से बदलाव आ रहा है।

मनरेगा से जुड़कर ग्रामीणों को जो आर्थिक संसाधन प्राप्त हुए हैं, उससे वे मौजूदा हालात में काफी राहत महसूस कर रहे हैं। लॉक-डाउन से निपटने गांव-गांव में मनरेगा से ज्यादा से ज्यादा हितग्राहीमूलक कार्य शुरू किए जा रहे हैं। इससे हितग्राहियों को लंबे समय तक फायदा देने वाले संसाधन के साथ ही स्थानीय स्तर पर ग्रामीणों को सीधे रोजगार मिल रहा है। यह हितग्राही के साथ श्रमिकों को भी आर्थिक संबल दे रहा है।

धमतरी शौर्यपध

विगत कुछ दिनों से लगातार हो रही वर्षा व आंधी तूफान ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है ।ग्रीष्मकालीन धान की फसल के साथ सब्जीयों के फसल का नुकसान किसानो को हो रहा है ।
नगरी के किसान मोहन साहु व कई अन्य सरकार से फसल क्षतिपूर्ति की मांग कर रहे हैं।

धमतरी/नगरी शौर्यपथ

नगर के हृदय स्थल में, स्थित,
श्रृंगी ऋषि हाई स्कूल मैदान के बुरी हाल के जिम्मेवार अधिकारियों पर आखिर कब होगी कार्रवाई ?
खेल मैदान के उद्धार का सपना संजोये नगर के खिलाड़ियों का ख्वाब कब होगा पूरा ?
नगर के होनहार प्रतिभावान खिलाड़ियों को आखिर कब साफ सुथरा खेल मैदान शासन उपलब्ध कराएगी?
खेल मैदान में चारों तरफ फैली गंदगी ,निर्माण सामग्रियों के मलवे, कीचड़, सीवर के गंदे पानी की बदबू, शाम होते ही
शराब खोरी करने वालों के झुंड, मैदान में कभी सब्जी बाजार ,तो कभी सांस्कृतिक आयोजन।

नगर के खेल प्रतिभाओं की आशाओं पर खेल मैदान के रखवाले बरसों से पानी फेर रहे हैं।

धमतरी/नगरी,शौर्यपथ
आज मदर्स डे के अवसर पर नगरी अंचल में चाक कलाकर भानुप्रताप कुंजाम ने मातृशक्ति को सम्मानित करने पेंसिल की नोक व चाक को तराश कर मां के मातृत्व को बखूबी उकेरा है।
इसके पूर्व भी भानुप्रताप कुंजाम ने चाक में सैकड़ो कलाकृति को उभार कर इस कला को एक नई ऊंचाई प्रदान की है ।
आधुनिक मातृ दिवस का ग्राफटन वेस्ट वर्जिनिया में एना जार्विस के द्वारा समस्त माताओं तथा मातृत्व के लिए खास तौर पर पारिवारिक एवं उनके आपसी संबंधों को सम्मान देने आरम्भ किया गया था।

नगरी

नगर पंचायत नगरी में वार्ड नंबर 5 और 6 में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा नोट को बिखेर दिया गया है। जिसे पूरे मोहल्ले वासी देखने के लिए उमड़ पड़े।गली और नाली में 10 व 20 के नोट फ़टे हुए पड़े हैं।मोहल्ले वालों ने पुलिस को जानकारी दी तत्काल पुलिस मौक़े पर पहुँच गई है।
पुलिस जांच में जुटी है कि आखिर माजरा क्या है?
लोगों को कोरोना संक्रमण का भय है, चूंकि ऐसी घटनाएं शहरों में हो चुकी है इसलिए पूरे वार्ड वासी दहशत में है लोगों को कोरोना का भय है ।फिलहाल स्थल पर मोहल्ले की भीड़ उमड़ पड़ी है वहीं एसडीओपी,थाना प्रभारी अपने स्टाफ के साथ मौके पर मौजूद है और जांच कर रहे हैं।

    रायपुर/  शौर्यपथ / भाजपा नेताओं  के बयान पर कांग्रेस ने तीखा पलटवार किया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा नेताओं को मजदूरों के परिजनों को बताना चाहिये कि मजदूरों के घर वापसी के लिए बयानबाजी  के अलावा क्या प्रयास किये है? मजदूरों के घर वापसी के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सांसद ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा लेकिन केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह सहित भाजपा के 9 सांसद और राज्यसभा सदस्य ने अब तक केंद्र सरकार से मजदूरों के घर वापसी के सहयोग के सबन्ध में  किसी प्रकार से संपर्क नहीं किया है? मजदूरों से घर वापसी  के लिए शुरू की गई  स्पेशल ट्रेन की टिकट  के अलावा अतिरिक्त शुल्क लेने वाले  केंद्र की भाजपा सरकार की मजदूर विरोधी चाल चरित्र और चेहरा को देश की जनता ने देख लिया है। भाजपाा के मन में बैठी मजदूरों के प्रति कटुता जगजाहिर हो गई है   भाजपा  और भाजपा के नेता  मजदूरों के नाम से घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें ।
     प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देशभर में फंसे मजदूरों के घर वापसी का खर्चा कांग्रेस के द्वारा वहन करने की घोषणा की है ।छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन  और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार  मजदूरों के घर वापसी उनके रहने खाने रोजगार की व्यवस्था पुख्ता कर ली है । मजदूरों के सकुशल घर वापसी को देखते हुए मजदूर विरोधी पूंजीपति समर्थक भाजपा के नेता अब राजनीति करने मजदूरों की झूठी और दिखावटी चिंता कर रहे हैं भाजपा नेताओं में नैतिकता बाकी हो और छत्तीसगढ़ के मजदूरों को लेकर चिंतित हो तो उन्हें केंद्र सरकार से छत्तीसगढ़ के मजदूरों के घर वापसी के लिए मांगी गई ट्रेन को जल्द से जल्द उपलब्ध कराने दबाव डालना चाहिए भाजपा के नेता मजदूरों के नाम से ओछी राजनीति कर रहे हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार के प्रयासों से छत्तीसगढ़ के मजदूरों के सकुशल घर वापसी होगी।

नगरी/ शौर्यपथ ग्राम सेमरा का 22 वर्षीय युवक पारुल मरकाम पिता रामस्वरूप मरकाम की अचानक मौत होने से परिजन स्तब्ध नजर आ रहे हैं।ज्ञात हो कि पारुल नेताम ग्राम सेमरा में चल रहे मनरेगा कार्य मे अपने परिजन के नाम पर कार्य करने जा रहा था।इस बीच पिछले एक दो दिन से छाती में दर्द की शिकायत हो रही थी। परिजनों ने उपचार हेतु 8 मई को शासकीय अस्पताल नगरी लाया जहां पर्ची क्रमांक 18761 से डा डी आर ठाकुर ने युवक का उपचार भी किया और कुछ दवाइयां लिखी।इसके पश्चात दूसरे दिन 9 मई को सुबह 8 बजे युवक की अचानक मौत हो गई।युवक के अचानक मौत से पूरा परिवार सदमे में है।घटना की जानकारी मिलने पर एसडीओपी नीतीश ठाकुर मृतक के घर की ओर रवाना हो गए हैं इस सम्बंध में बीएमओ डॉ डी आर ठाकुर ने बताया कि एक दिन पूर्व ही युवक इलाज के लिए अस्पताल आया था।जिसे सीने व पेट मे दर्द की शिकायत थी ।एसिडिटी की भी शिकायत थी जिसका उपचार कर दवाई दिया गया था और कोई गम्भीर बात नजर नही आ रही थी। फिलहाल युवक की मौत पर गांव में तरह तरह की चर्चाएं होने लगी है।जिसका निराकरण जांच के बाद ही हो पायेगा।

हमारा शौर्य

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